1-2 Feb 2016 Hindi

करेंट अफेयर्स सारांश: 01 फरवरी 2016

• वह खिलाड़ी जो सैयद मोदी बैडमिंटन इंटरनेशनल चैम्पियनशिप 2016 का पुरुष एकल का विजेता रहा -किदांबीश्रीकांत• ‘सेप्सवार्ड बाउंड प्रोग्राम’ वर्ष 2016 का आयोजन जहाँ किया जाएगा – लद्दाख
• आईएसयू वर्ल्ड कप स्पीड स्केटिंग प्रतियोगिता 2016 का आयोजन जहाँ किया गया –नोर्वे
• ‘द काउन्टर टेरेरिज्म कांफ्रेस’ का आयोजन जहाँ किया गया –जयपुर
• आरक्षण की माँग करने वाले कपू समुदाय के लोगो ने हिंसा का रास्ता अपनाया है वे जिस राज्य के है – आँध्रप्रदेश
• ट्रांसडेंस माई स्प्रीचुअल एक्सपीरियंस विद प्रमुख स्वामी महाराज’ के लेखक –पीजीअब्दुलकलाम
• भारतीय सेना के वह 14वें सेना प्रमुख जिनका 92 वर्ष की आयु में निधन हो गया -केवीकृष्णराव
• ऊर्जा क्षेत्र के परिदृश्य में सकारात्मनक बदलाव लाने के लिए उत्तर प्रदेश जिस सरकारी योजना में शामिल हुआ – उदययोजना
  नोवाक जोकोविच ने जिन्हें हराकर ऑस्ट्रेलियन ओपन का पुरुष एकल खिताब जीता -एंडीमर्रे
• भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले गये टी-20 सीरीज़ के मैन ऑफ़ द सीरीज़ –विराटकोहली
• वह व्यक्ति जिन्हें कुडनकुलम परमाणु उर्जा परियोजना में उल्लेखनीय भूमिका निभाने पर रूस द्वारा ऑर्डर ऑफ़ फ्रेंडशिप से सम्मानित किया गया - रमय्याशनमुदासुंदर
• वह संस्था जिसने जनवरी 2016 के अंतिम सप्ताह में जारी अपनी रिपोर्ट में शहरी गरीबों की हालत आर्थिक रूप से सबसे ख़राब बताई-नेशनलसैंपलसर्वेआर्गनाइजेशन (एनएसएसओ)
• वह समूह जिसके सात चाय बागानों को केंद्र सरकार ने जनवरी 2016 में अधिग्रहण करने की घोषणा की-डंकंनसमूह
• अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की वह योजना जिसके तहत तीन भारतीय आइटी कंपनीयों का चयन किया गया- कंप्यूटरसाइंसफॉरऑल
• वह देश जिसे भारत ने जनवरी 2016 में छः मेट्रो रेल के डिब्बों का निर्यात किया-ऑस्ट्रेलिया
• भारतीय अंडर-19 क्रिकेट टीम का वह खिलाड़ी जिसने 1 फरवरी 2016 को अंडर-19 क्रिकेट में सबसे तेज अर्धशतक का विश्व रिकॉर्ड बनाया-ऋषभपंत
• अमेरिका के एक शीर्ष सीनेटर क्रिस मर्फी के दावे के अनुसार वह देश जो पाकिस्तान के 24,000 मदरसों को आर्थिक मदद दे रहा है- सऊदीअरब
• जिस देश के युद्धक पोत ने शनिवार को विवादित दक्षिण चीन सागर में गश्त की जिस पर चीन, ताईवान और वियतनाम अपना-अपना दावा करते हैं- अमेरिका
• टाटा मोटर्स के स्वामित्व वाली जगुआर लैंड रोवर (जेएलआर) ने जिस देश में स्थापित संयंत्र में डिफेन्डर युटिलिटी वाहन का उत्पादन बंद कर दिया - ब्रिटेन
• केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने गुजरात स्थित एक कंपनी के निदेशकों और जिस बैंक के तीन कर्मचारियों के खिलाफ बैंक को कथित तौर पर 374.49 करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचाने के मामले में धोखाधड़ी और आपराधिक साजिश का मामला दर्ज किया- बैंकऑफबड़ौदा
• 28 वर्षीय जर्मनी की एंजेलिक कर्बर ने 21 ग्रैंडस्लैम विजेता सेरेना विलियम्स को 6-4, 3-6, 6-4 से हराकर पहली बार कौन सा खिताब अपने नाम कर लिया -ऑस्ट्रेलियनओपनग्रैंडस्लैम
• ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मेलबर्न में खेले गये टी-20 मैच में टीम इंडिया के सबसे सफल कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के नाम एक और रिकॉर्ड दर्ज हुआ जो अब तक श्री लंका के संगाकारा के नाम था -

सर्वाधिकस्टंपिंगकारिकॉर्ड
• यूएस के मॉर्टन मावर और यूके के सर माइकल मार्मोट वर्ष 2015 के जिस अवार्ड्स से सम्मानित किए गए- प्रिंसमेहिडल
• वह व्यक्ति जो निशक्तजनों के लिए मुख्य आयुक्त नियुक्त किए गए - डॉकमलेशकुमारपांडे
• वह महिला जो ट्विटर इंक की चीफ मार्केटिंग ऑफिसर नियुक्त की गयी- लेस्लीबरलैंड
• झारखंड का वह शहर जहाँ 12 फरवरी को भारत-श्रीलंका के बीच पहली बार अंतरराष्ट्रीय टी-20 मैच खेला जाएगा- रांची
• वह देश जहाँ अर्थव्यावस्थाह में तेजी लाने के लिए लागू की निगेटिव इंटरेस्ट  रेट पॉलिसी-जापान
• वह फिल्म जो उत्तर प्रदेश के बाद बिहार में टैक्स फ्री की जाएगी- एयरलिफ्ट

ब्राजील के पिएत्रो फिट्टिपाल्डी ने एमआरएफ चैलेंज फॉर्मूला 2015-16 का ताज जीता

ब्राजील के रेसिंग ड्राइवर पिएत्रो फिट्टिपाल्डी ने 31 जनवरी 2016 को श्रीपेरंबुदूर में मद्रास मोटर रेसिंग ट्रैक, तमिलनाडु में 2015-16 एमआरएफ चैलेंज फॉर्मूला 2000 जीत लिया.

फिट्टिपाल्डी ने अब तक चार रेस में से दो में जीत हासिल की है.
इससे उसने रेस जीतने के लिए आवश्यक अंक अर्जित किए. 244 अंक  कोलम्बियाई तातियाना काल्डेरोन, (199), रूस के निकिता तरिओतिसकी (191) से सिर्फ आठ अंक अधिक रहे.

पिएत्रोफिट्टिपाल्डीबारेमें-

• पिएत्रो फिट्टिपाल्डी दो बार के फॉर्मूला 1 चैंपियन एमर्सन फिट्टिपाल्डी दा क्रूज़ का पोता है.

• उसने अपना कैरियर एनएएस कार व्हेलेन अमेरिकी सीरीज में ट्रैक चैम्पियनशिप जीत के साथ हिकोरी मोटर स्पीडवे पर 2011 में शुरू किया. 
• 2013 में वह ओपन व्हील रेसिंग के लिए यूरोप चले गए.
• 2014 में उसने प्रोटायर फॉर्मूला रेनॉल्ट चैम्पियनशिप जीत ली.
• अक्टूबर 2014 में, उसे चार रसिंग ड्राईवर में से एक फेरारी ड्राइवर अकादमी में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया था.

एमआरएफ चैलेंज फॉर्मूला 2000 चैम्पियनशिप

• 2015-2016 एमआरएफ चैलेंज फॉर्मूला 2000 चैम्पियनशिप एमआरएफ चैलेंज फॉर्मूला चौथी है.
• यह 31 अक्टूबर 2015 को यस मरीना सर्किट, अबू धाबी में शुरू हुई और मद्रास मोटर रेसिंग ट्रैक, भारत में 31 जनवरी 2016 को समाप्त हो गयी.
• श्रृंखला में 14 कर र्वेस का आयोजन किया गया. जसमे चार दौर चले. दूसरे दौर में एफआईए विश्व धीरज चैम्पियनशिप के लिए सखीर समर्थन शामिल थे.

ब्रिटेन के विज्ञानियों को मानव भ्रूण पर अनुसंधान की अनुमति

ब्रिटेन सरकार ने अपने विज्ञानियों को मानव भ्रूण पर अनुसंधान की जनवरी 2016 में अनुमति दी. लंदन के फ्रांसिस क्रिक इंस्टीट्यूट की स्टेम सेल विज्ञानी कैथी नियाकन व उनकी टीम के अनुसंधान के अनुरोध को ब्रिटिश संस्था द ह्यूमन फर्टिलाइजेशन एंड एंब्रियोलोजी अथॉरिटी ने अपनी मंजूरी दी.

विज्ञानी मानवीय भ्रूण पर जीन एडिटिंग तकनीक से शोध करेंगे. यह जेनेटिकली मोडिफाइड तरीके का ही समरूप है. नियाकन के अनुसार, भ्रूण बनने के आरंभिक सात दिनों तक सिंगल सेल से लेकर 250 सेल पर शोध होगा.

इस प्रोजेक्ट से मानव भ्रूण का विकास के बारे में जानने में मदद मिलेगी. निस्संतान दंपतियों के लिए आशा की किरण जागेगी और गर्भपात रोकने में मदद मिलेगी.

इसका उपयोग डिजायर बेबी तैयार करने में होगा, यानी जैसा चाहेंगे बचा वैसा ही पैदा होगा. यह तकनीक विज्ञानियों को भ्रूण की जेनेटिक गड़बड़ियों को दूर करने या बदलने में मददगार शाबित हो सकता है.

विदित हो कि चीनी विज्ञानियों ने एक वर्ष पूर्व यह घोषणा करके हलचल मचा दी थी कि उन्होंने जेनेटिकली मोडिफाइड (जीएम) मानव भ्रूण तैयार कर लिए हैं. उसी तकनीक पर ब्रिटिश विज्ञानियों को अनुमति मिली है. इसके साथ ही अब संभावना बढ़ गई है कि निकट भविष्य ‘जीएम बेबी’ या ‘डिजायनर बेबी’ की कल्पना मूर्त रूप ले सकती है.

गंगा की सफाई के लिए आठ मंत्रालयों ने किया समझौता

केन्द्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना नमामि गंगे के तहत गंगा को निर्मल एवं अविरल बनाने हेतु आठ केन्द्रीय मंत्रालयों ने एक संयुक्त सहमति पत्र (एमओयू) पर हस्ताक्षर किये.

इसका उद्देश्य अगले तीन वर्षों के दौरान गंगा और उसकी सहायक नदियों में प्रदूषण फैलाने वाले तत्वों पर प्रभावी ढंग से अंकुश लगाने और आपसी तालमेल के साथ स्वच्छता पहल को गति प्रदान करना है.

  • भारत सरकार के आठ केन्द्रीय मंत्रालयों ने 30 जनवरी 2016 को एक संयुक्त सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए.
  • गंगा को अविरल एवं निर्मल बनाने के लिए सात मुख्य क्षेत्रों की पहचान की गई है.
  • साथ ही 21 कार्य बिन्दु तय किये गए हैं.
  • केन्द्र सरकार ने गंगा को स्वच्छ बनाने के लिए 2015 से 2020 के दौरान करीब 20 हजार करोड़ रूपये की लागत की रूप रेखा तैयार की है.
  • जिसमें 12728 करोड़ रुपये नए कार्यक्रमों के लिए तथा 7272 करोड़ रूपये अभी जारी कार्यक्रमों के लिए हैं
  • नमामि गंगे परियोजना का 100 प्रतिशत खर्च केंद्र सरकार वहन करेगी.
  • हस्ताक्षर करने वाले इन आठ मंत्रालयों में जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा संरक्षण मंत्रालय के साथ मानव संसाधन विकास मंत्रालय, स्वच्छता एवं पेयजल मंत्रालय, ग्रामीण विकास मंत्रालय, पर्यटन मंत्रालय, आयुष मंत्रालय, युवा एवं खेल मंत्रालय, पोत परिवहन मंत्रालय शामिल है.

सहमतिपत्र-

  • सहमति पत्र के मुताबिक जल संसाधन एवं गंगा संरक्षण मंत्रालय सभी मंत्रालयों के बीच समन्वय का काम करेगा.
  • वह शोधित जल के उपयोग के लिए बाजार का विकास करेगा.
  • इन योजनाओं को लागू करने के लिए शीर्ष मंत्रालय होगा और नमामि गंगे परियोजना के लिए राज्य सरकारों के साथ भी समन्वय स्थापित करेगा. मानव संसाधन विकास मंत्रालय उत्तराखंड, उत्तरप्रदेश, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में गंगा नदी के तट पर साक्षर भारत कार्यक्रम आयोजित करेगा.
  • यह गंगा नदी बेसिन प्रबंधन योजना पर प्रारंभिक परियोजना रिपोर्ट तैयार करेगा.
  • जिसे भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों के कंसर्टियम ने विकसित किया है.
  • यह आईआईटी और एनआईटी को उन्नत भारत अभियान के तहत गंगा बेसिन पर स्थित कम से कम पांच गांवों को गोद लेने को प्रेरित करेगा.
  • साथ ही नदी में औद्योगिक एवं रासायनिक प्रदूषण रोकने संबंधी पायलट परियोजना तैयार करने के लिए आईआईटी को प्रेरित करेगा.
  • इसके साथ ही ग्रामीण विकास मंत्रालय अपनी पहल पर इस कार्य योजना में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना एवं अन्य परियोजनाओं को जोड़ने में सक्रिय भूमिका भी निभाएगा.
  • अपने औषधीय गुणों के कारण गंगाजल अनोखा है.
  • पटना में जो गंगा जल है,  उसमें कोई औषधीय गुण नहीं है.
  • रेल मंत्रालय और जल संसाधन मंत्रालय के बीच हुए सहमति पत्र के मुताबिक, दोनों पक्षों ने गंगा यमुना नदी क्षेत्र पर स्थित जल शोधन संयंत्रों से शोधित जल की आपूर्ति और उपयोग (पीने के लिए नहीं) करने पर सहमति व्यक्त की है.
  • श्यामा प्रसाद मुखर्जी ग्रामीण मिशन के तहत गंगा नदी के तट पर गांव में कार्य को आगे बढ़ायेगा. यह स्थानीय समुदाय को इस कार्य से जोड़ने का काम भी करेगा.
  • पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय ग्राम पंचायत स्तर पर खुले में शौच से मुक्त व्यवस्था को आगे बढ़ायेगा और ग्रामीण क्षेत्रों में ठोस एवं तरल कचरा प्रबंधन के कार्य को आगे बढ़ायेगा.
  • पर्यटन मंत्रालय पारिस्थितिकी अनुरूप पहल को आगे बढ़ायेगा और इको टूरिज्म को प्रोत्साहित करेगा.
  • आयुष मंत्रालय गंगा तट क्षेत्रों में औषधीय गुणों वाले पौधों के संरक्षण का कार्य करेगा और इससे जुड़े कार्यो को आगे बढ़ाएगा.
  • पोत परिवहन मंत्रालय गंगा नदी में पारिस्थितिकी को हानि पहुंचाये बिना सतत नदी परिवहन आधारभूत संरचना तैयार करेगा. एमओयू के अनुसार, युवा एवं खेल मंत्रालय गंगा की सफाई, वनीकरण और नदी तट पर अवैध गतिविधियों पर नजर रखने के लिए युवाओं को प्रोत्साहित करेगा और इनका समूह तैयार करेगा.
  • जल संसाधन एवं नदी विकास मंत्रालय के राष्ट्रीय जल विकास अभिकरण से  गंगा नदी पर कुल 764 उद्योग अवस्थित हैं जिनमें 444 चमड़ा उद्योग, 27 रासायनिक उद्योग, 67 चीनी मिलें, 33 शराब उद्योग, 22 खाद्य एवं डेयरी, 63 कपड़ा एवं रंग उद्योग, 67 कागज एवं पल्प उद्योग एवं 41 अन्य उद्योग शामिल हैं.

जिका वायरस : प्रभाव और निदान

1 फरवरी 2016 को विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने मच्छर जनित जिका वायरस  के विस्फोटक प्रसार पर अंतरराष्ट्रीय चिंता की सार्वजनिक स्वास्थ्य आपात स्थिति घोषणा कर दी. संयोग से यह घोषणा पश्चिम अफ्रीका में इबोला प्रकोप के अंत के सिर्फ दो सप्ताह के बाद की गई. इबोला वायरस से इस इलाके में करीब 11000 लोगों की जान चली गई. 
इस पृष्ठभूमि में जिका वायरस तथा इसके प्रसार और इसके संभावित प्रसार की क्षमता को कम करने के तरीकों को समझना प्रासंगिक है. 

जिकावायरसकहांपायाजाताहै ?

जिका वायरस बहुत अधिक मच्छरों वाले उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में पाया जाता है और यह अफ्रीका, अमेरिका, दक्षिण एशिया और पश्चिमी प्रशांत क्षेत्र में पाया गया है. इस वायरस की खोज 1947 में हुई थी लेकिन कई वर्षों तक अफ्रीका और दक्षिणी एशिया में इसके सिर्फ कुछ मामले ही पाए गए. 
वर्ष 2007 में प्रशांत क्षेत्र में पहला जिका वायरस बीमारी का  प्रकोप दर्ज किया गया. वर्ष 2013 से पश्चिमी प्रशांत, अमेरिका और अफ्रीका से इस बीमारी के मामले सामने आ रहे हैं.
ऐसे वातावरण के विस्तार को देखते हुए जहां मच्छर जीवित रह सकते हैं और अपनी संख्या बढ़ा सकते हैं, शहरीकरण और भूमंडलीकरण ने इसमें मदद की है, जिका वायरस बीमारी के विश्व के प्रमुख शहरी महामारी होने की संभावना है. 

लोगजिकावायरससेकैसेग्रस्तहोतेहैं?

संक्रमित एडीज मच्छर के काटने से लोग जिका वायरस से ग्रस्त होते हैं– यह डेंगू, चिकनगुनिया और पीत बुखार फैलाने वाले मच्छरों जैसे ही एक प्रकार के  मच्छर हैं. 
एडीज मच्छर कहां जीवित रह सकता है? 
जिका वायरस को संचारित करने में दो प्रकार के एडीज मच्छर सक्षम होते हैं– एडीज एजिप्टी और एडीज एल्बोपिक्टस. 
ज्दातर मामलों में उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में एडीज एजिप्टी मच्छर के द्वारा जिका का प्रसार होता है. एडीज एजिप्टी मच्छर ठंडे जलवायु तापमान में जीवित नहीं रह सकता. 
एडीज अल्बोपिक्टस मच्छर भी इस वायरस को संचारित कर सकता है. यह मच्छर खुद को हाइबरनेट (ठंड के मौसम में निष्क्रिए रहना) कर सकता है और ठंडे तापमान वाले क्षेत्रों में भी जीवित रह सकता है. 

क्याएडीजमच्छरदेशसेदेशऔरक्षेत्रसेक्षेत्रपारगमन करसकताहै?


एडीज मच्छर उड़ने के मामले में कमजोर होते हैं. यह 400 मीटर से अधिक नहीं उड़ सकता. लेकिन यह अनजाने में मनुष्यों के द्वारा एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाया जा सकता है. जैसे कार के पीछे या पौधों के जरिए. 

जिकावायरसबीमारीकेलक्षणक्याहैं?

जिका वायरस आमतौर पर मामूली बीमारी का करण बनता है. किसी व्यक्ति में इसके लक्षण संक्रमित मच्छर के काटने के कुछ दिनों के बाद नजर आते हैं. 
जिका वायरस बीमारी वाले ज्यादातर लोगों को हल्का बुखार होगा और बदन पर दाने निकल आएंगे. कुछ लोगों को कंजक्टीवाइटिस ( नेत्र– शोथ) मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द और थकान भी हो सकती है. लक्षण आमतौर पर 2 से 7 दिनों में समाप्त हो जाते हैं. 

जिकावायरसकीसंभावितजटिलताएंक्याहोसकतीहैं?

चूंकि 2007 से पहले जीका वायरस का कोई बड़ा प्रकोप दर्ज नहीं किया गया था, इसलिए इस बीमारी की जटिलताओं के बारे में फिलहाल बहुत कम जानकारी मिल सकी है. 
फ्रेंच पोलिनेशिया में 2013–14 में जिका के पहले प्रकोप के दौरान, इस समय डेंगू का प्रकोप भी चल रहा था, राष्ट्रीय स्वास्थ्य अधिकारियों ने गुल्लियन– बर्रे सिंड्रोम (Guillain-Barré syndrome) में असामान्य वृद्धि की सूचना दी थी.

गुल्लियन– बर्रे सिंड्रोम (Guillain-Barré syndrome) में बढ़ोतरी का ऐसा ही मामला ब्राजील में जिका के पहले प्रकोप के संदर्भ में 2015 में पाया गया था. 
वर्ष 2015 में ब्राजील में स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों ने जिका वायरस के प्रकोप के समय ही माइक्रोसिफेली  (microcephaly) के साथ पैदा होने वाले बच्चों की संख्या में बढ़ोतरी दर्ज की. 

स्वास्थ्य अधिकारी और एजेंसियां अन्य संभावित कारणों के साथ– साथ माइक्रोसिफेली (microcephaly) और जीका वायरस के बीच संभावित संबंध की जांच कर रही हैं. हालांकि किसी भी संभावित संबंध को बेहतर तरीके से समझने से पहले और अधिक जांच और अनुसंधान की जरूरत है. 

गुल्लियन– बर्रेसिंड्रोम (Guillain-Barré

syndrome) क्याहै?

यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली तंत्रिका तंत्र के हिस्सों पर हमला करती है. यह कई वायरसों की वजह से हो सकता है और किसी भी उम्र के व्यक्ति को प्रभावित कर सकता है. वास्तव में इस सिंड्रोम को कौन सक्रिय करता है, इसका पता नहीं चल सका है. 

मुख्य लक्षणों में मांसपेशियों का कमजोर होना और हाथों एवं पैरों की झुनझुनी शामिल है. अगर श्वसन मांसपेशियां प्रभावित होती हैं तो गंभीर जटिलताएं पैदा हो सकती हैं और मरीज को अस्पताल में भर्ती भी करने की जरूरत होती है. 

माइक्रोसिफेली (microcephaly) क्याहै?

यह दुर्लभ स्थिति होती है जिसमें बच्चे का सिर असामान्य रूप से बहुत छोटा होता है. ऐसा गर्भ में या प्रारंभिक अवस्था में बच्चे के मस्तिष्क के असामान्य विकास के कारण होता है. माइक्रोसिफेली (microcephaly) वाले शिशु और बच्चों को अक्सर बढ़ती उम्र के साथ मस्तिष्क विकास संबंधी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है. 
माइक्रोसिफेली (microcephaly) कई प्रकार के पर्यावरणीय और आनुवंशिक कारकों जैसे डाउन्स सिंड्रोम, गर्भावस्था के दौरान मादक दवाओं, शराब या अन्य विषाक्त पदार्थों के सेवन या गर्भावस्था के दौरान रुबेला संक्रमण आदि  से हो सकता है. 

क्याजिकापरअलनीनोकाप्रभावपड़सकताहै?

एडीज एजिप्टी मच्छर स्थिर पानी में प्रजनन करता है. गंभीर सूखा, बाढ़, भारी वर्षा और तापमान में बढ़ोतरी, ये सभी अल नीनो के ज्ञात प्रभाव हैं–  इसकी वजह से मध्य से पूर्वी उष्णकटिबंधीय प्रशांत महासागर का जल गर्म होने लगता है. 
अनुकूल प्रजनन स्थलों और उसमें विस्तार की वजह से मच्छरों की संख्या में बढ़ोतरी की उम्मीद की जा सकती है. 

भारतमेंक्यास्थितिहै?

अभी तक भारत में इस वायरस की एक भी घटना की रिपोर्ट नहीं की गई है. हालांकि 29 जनवरी 2016 को केंद्र सरकार ने इसके प्रसार को रोकने के लिए तकनीकी विशेषज्ञों का एक समूह बनाया है. यह समूह इस वायरस से निपटने के बारे में सुझाव देगा. 

जिकावायरसकीबीमारीकापताकैसेचलताहै?

जिका वायरस बीमारी वाले ज्यादातर लोगों के इलाज के लिए, इलाज का आधार उनके लक्षण और हाल ही  में मच्छरों के काटने या जहां जिका वायरस पाए जाते हैं, उन इलाकों का दौरा करने के बारे में जानकारी होती है. प्रयोगशाला खून की जांच से निदान की पुष्टि कर सकता है. 

जिकावायरसबीमारीकाइलाजकैसेहोताहै?

जिका वायरस बीमारी के लक्षणों का इलाज आम दर्द और बुखार की दवाओं, मरीज को आराम करने और खूब सारा पानी पीने को कह कर, किया जा सकता है. अगर लक्षण बिगड़ते चले जाएं तो लोगों को चिकित्सीय परामर्श लेना चाहिए. फिलहाल इस बीमारी के लिए कोई विशेष इलाज या टीका नहीं है. 

इसवायरससेखुदकोकैसेबचाएं?

सबसे अच्छा बचाव होगा खुद को मच्छरों के काटने से बचाएं. मच्छरों के काटने से बचाना आपको जिका  वायरस से बचाएगा, साथ ही मच्छरों से होने वाली अन्य बीमारियां जैसे डेंगू, चिकनगुनिया और पीत बुखार (येलो फीवर) से भी आप खुद को बचा पाएंगे.

धूम्रपान दृश्य वाली फिल्मों को रेट करने की डब्ल्यूएचओ ने सिफारिश की

1 फरवरी 2016 को विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने जिनेवा में सभी सरकारों से बच्चों को तंबाकू की लत से बचाने के लिए धूम्रपान दृश्य वाली फिल्मों को रेट करने की सिफारिश की.

डब्ल्यूएचओ के स्मोक–फ्री मूविज के तीसरे संस्करण के अनुसार कार्रवाई रिपोर्ट के साक्ष्यों के आधार पर तंबाकू उत्पादों के उपयोग को दिखाने वाली फिल्मों ने दुनिया भर में करोड़ों युवाओं को धूम्रपान शुरु करने के लिए उकसाया है.

रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि संयुक्त राज्य के बाहर बनने वाली कई फिल्मों में भी धूम्रपान के दृश्य होते हैं. सर्वेक्षण बताते हैं छह यूरोपीय देशों – जर्मनी, आईसलैंड,इटली, पोलैंड, नीदरलैंड और यूनाइटेड किंग्डम और लैटिन अमेरिका के दो देश– अर्जेंटीना और मैक्सिको में बनी और सबसे अधिक कमाई करने वाली फिल्मों में तंबाकू कल्पना दिखती है.

आइसलैंड और अर्जेंटीना की दस में से नौ फिल्मों में धूम्रपान दिखाई देता है. इनमें वे फिल्में भी शामिल हैं जिन्हें युवाओं के लिए रेट किया गया है.

डब्ल्यूएचओ की स्मोक– फ्री मूवी रिपोर्ट ने डब्ल्यूएचओ एफसीटीसी की धारा 13 के दिशानिर्देशों की तर्ज पर निम्नलिखित नीति उपायों की अनुशंसा की है–

• तंबाकू कल्पना के साथ फिल्मों के लिए उम्र वर्गीकरण की जररुत ताकि फिल्मों में तंबाकू कल्पना के लिए युवाओं का समग्र जोखिम कम किया जा सके. 
• फिल्म की क्रेडिट में यह लिखना की फिल्म के निर्माता को फिल्म में तंबाकू उत्पादों के इस्तेमाल या उसे दिखाने के बदले किसी से भी कुछ नहीं मिला है. 
• फिल्मों में तंबाकू के ब्रांड दिखाना बंद करना. 
• सभी वितरण चैनलों (सिनेमा, टेलीविजन, ऑनलाइन आदि) पर तंबाकू कल्पना वाली फिल्मों के  शुरु होने से पहले प्रभावशाली धूम्रपान विरोधी विज्ञापनों को जरूर दिखाया जाएगा. 
• इसके अलावा रिपोर्ट में धूम्रपान को बढ़ावा देने वाले मीडिया प्रोडक्शंस को सरकारी सब्सिडी के लिए अयोग्य करने की भी सिफारिश की गई है.

नेपाल के भूकंप प्रभावित क्षेत्र में शिक्षा व्यवस्था स्थापित करने के लिए ईयू और यूनिसेफ ने 4 मिलियन यूरो की परियोजना शुरू की

नेपाल में आए भूकंप से प्रभावित क्षेत्र में शिक्षा व्यवस्था बहाल करने के लिए 2 फरवरी 2016 को यूरोपियन यूनियन और यूनिसेफ ने 4 मिलियन यूरो की परियोजना शुरू करने की   घोषणा की.

यह परियोजना नेपाल के गोरखा, कवरेपालनचोक, मकवानपुर, नुवाकोट, ओखाल्धुन्गा, रामेचाप, रसुवा सिन्धुली और सिन्धुपाल्चोक जिलों में शुरू की जाएगी. यह जिले वर्ष 2015 के  अप्रैल माह में आए भूकम्प से बुरी तरह से प्रभावित हुए थे.

इस परियोजना के तहत जिलों के शिक्षा विभाग, जिला प्रशासन और गैर सरकारी संगठनों के सहयोग से 650 शिक्षा केंद्रों को स्थापित किया जाएगा, 1300 शिक्षकों को मनोसामाजिक  परामर्श प्रशिक्षण प्रदान किए जाएंगे और शिक्षा के लिए आवश्यक सामग्री की भी व्यस्था की जाएगी.

नेपाल में आए भूकम्प से 14 सर्वाधिक प्रभावित जिलों में 34500 स्कूलों की क्षति हुई जिससे 1 मिलियन बच्चों की शिक्षा प्रभावित हुई है.

इन स्कूलों में उन्नत आधारभूत संरचना और सुविधाओं की व्यवस्था की जाएगी. जैसे पीने का जल, शौचालय आदि. इसके अतिरिक्त गेल्वेनाइज्ड आयरन की छतों का भी निर्माण  किया जाएगा.

विश्वस्तर पर ‘वर्ल्ड वेटलैंड्स डे’ मनाया गया

02-FEB-2016

फरवरी : वर्ल्डवेटलैंड्सडे

विश्वस्तर पर 2 फरवरी 2016 को ‘वर्ल्ड वेटलैंड्स डे’ मनाया गया. इस वर्ष इस दिवस का विषय “वेटलैंड फॉर आवर फ्यूचर: सस्टेनेबल लिव्लीहूड्स” निर्धारित किया गया है.

यह विषय भविष्य में मानवता के अस्तित्व के लिए वेटलैंड्स के महत्व को देखते हुए निर्धारित किया गया है.

मछली पकड़ने, धान की खेती, पर्यटन और जल प्रावधान जैसी गतिविधियों में वेटलैंड्स का बहुत महत्व है.

वेटलैंड्सडेकेबारेमें

• वर्ष 1971 में 2 फरवरी को केस्पियन सागर के तट पर रामसर में वेटलैंड कन्वेंशन को अपनाया गया था.
• रामसर सचिवालय विश्वस्तर पर वेटलैंड्स के पार्टी लोगों में जागरूकता फैलाने का कार्य करता है.

सुरेश रैना आईपीएल में गुजरात लायन्स के कप्तान नियुक्त

आईपीएल की राजकोट टीम के नाम की घोषणा टीम के मालिक केशव बंसल ने 2 फरवरी 2016 को नई दिल्ली में की.

आईपीएल की राजकोट टीम का नाम गुजरात लायन्स होगा, इस टीम की कप्तानी सुरेश रैना को सौंपी गई है जबकि इसके कोच  कोच ब्रैड हॉग होंगे.

ज्ञात हो रैना आईपीएल की शुरूआत से लेकर चेन्नई सुपरकिंग्स की तरफ खेलते रहे हैं लेकिन लोढ़ा समिति ने इस फ्रेंचाइजी के अलावा राजस्थान रायल्स को भी दो साल के लिये   निलंबित कर दिया था जिसके कारण बीसीसीआई ने इस टी20 टूर्नामेंट से दो नयी टीमें जोड़ी थीं.

राजकोट की टीम ने दिसंबर में खिलाड़ियों के ड्राफ्ट में रैना को सर्वाधिक कीमत पर लिया था. उनके अलावा टीम ने भारतीय आलराउंडर रविंद्र जडेजा, न्यूजीलैंड के बल्लेबाज ब्रैंडन  मैकुलम, वेस्टइंडीज के आलराउंडर ड्वेन ब्रावो और आस्ट्रेलिया के आलराउंडर जेम्स फाकनर को भी अपनी टीम से जोड़ा था.


हॉग इससे पहले कोलकाता नाइटराइडर्स, कोच्चि टस्कर्स केरला और राजस्थान रायल्स से खिलाड़ी के रूप में जुड़े रहे हैं.

राजकोट फ्रेंचाइजी ने इसके साथ ही नये लोगो भी जारी किया. यह सुनहरे, पीले और लाल रंग का गरजता शेर है.

सौम्या अग्रवाल ने रोप स्कीपिंग में बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड, गोल्डन बुक ऑफ़ रिकॉर्ड में दर्ज

मध्य प्रदेश में उज्जैन की सौम्या अग्रवाल ने 01 फरवरी 2016 को स्कीपिंग रोप में इतिहास रच दिया. उन्होंने नीदरलैंड की महिला खिलाड़ी यादरा वोल्ड्रे को पीछे छोड़कर एक मिनट में 160 जम्प लगाकर अपना नाम गोल्डन बुक ऑफ़ रिकॉर्ड में दर्ज कराया है.

  • यह कार्यक्रम उज्जैन के सेंट मेरी स्कूल में आयोजित किया गया.
  • गोल्डन बुक से आए अधिकारी के सामने सौम्या ने यह रिकॉर्ड कायम किया.
  • इस अवसर पर उज्जैन के कलेक्टर ने सौम्या का नाम प्रदेश के एकलव्य अवार्ड के लिए भेजने का वायदा किया.
  • सौम्या अग्रवाल ने अंडर 14 के जम्प रोप में एक मिनट में 160 जम्प लगाकर नीदरलैंड की यादरा वोल्ड्रे के एक मिनट में 158 का वर्ल्ड रिकार्ड तोडा.
  • सौम्या ने एक मिनट में हाईएस्ट जम्प कर इतिहास रच दिया. इससे पहले वह पेरिस में अपना परचम पहरा चुकी हैं.
  • कलेक्टर उज्जैन ने बताया कि उज्जैन पहला शहर होगा जहां एक हफ्ते में तीन वर्ल्ड रिकार्ड कायम किए गए हैं

कोयना (महाराष्ट्र) में भूकंप की क्रिया विधि को समझने के लिए जियोफिजिक्स रिसर्च लेब्रोट्रेरी की आधारशिला रखी गई

02-FEB-2016

महाराष्ट्र के कोयना क्षेत्र में भूकंप की क्रिया विधि को समझने के लिए 2 फरवरी 2016 को  जियोफिजिक्स रिसर्च लेब्रोट्रेरी की आधारशिला रखी गई. केंद्रीय विज्ञान, प्रौद्योगिकी और पृथ्वी विज्ञान मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कराड के हजारमाची में बोरहोल जियोफिजिक्स रिसर्च लेब्रोट्रेरी (बीजीआरएल) के निर्माण की आधारशिला रखी.

संबंधितमुख्यतथ्य:

•    भारत सरकार का पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय भूकंपीय समस्याओं की वजह से सामाजिक दिक्कतों की चुनौतियों को खत्म करने के लिए कराड में बोरहोल जियोफिजिक्स रिसर्च लेब्रोट्रेरी (बीजीआरएल) की स्थापना कर रहा है.
•    इसके जरिये ड्रिलिंग इनवेस्टिगेशन किया जाएगा.
•    महाराष्ट्र के भूकंपीय क्षेत्र कोयना के इंटर-प्लेट भूकंपीय इलाके में गहराई तक वैज्ञानिक ड्रिलिंग की मंत्रालय की अवधारणा के तहत बीजीआरएल की स्थापना का फैसला किया गया ताकि इलाके में भूकंप से जुड़े अनुसंधानों और मॉडलों की दिशा में काम किया जा सके.
•    शिवाजी सागर लेक को वर्ष 1962 को ले लेने के बाद कोयना क्षेत्र में जलाशय की वजह से लगातार भूकंप आ रहे है. 
•    वर्ष 1967 में कोयना क्षेत्र में 6.3 तीव्रता का भूकंप आया था. अब तक 5 या इससे ज्यादा तीव्रता के 22 भूकंप आ चुके हैं. चार और इससे ज्यादा तीव्रता के 200 से ज्यादा भूकंप आ चुके हैं. 
•    इस क्षेत्र में कम तीव्रता के हजारों भूकंप आ चुके हैं. सभी भूकंप 30 गुना 20 किलोमीटर के दायरे में सीमित रहे हैं. 
•    लगातार भूकंपीय गतिविधियों और कोयना के वार्षिक लोडिंग और अनलोडिंग चक्र और निकटवर्ती वार्ना जलाशय में मजबूत संबंध है. हालांकि जलाशयों की ओर से भूकंप पैदा होने की परिघटना को समझने के लिए बनाए गए मॉडल से यह स्पष्ट नहीं हो सका है.
विदित हो कि उपरोक्त कार्यक्रम के तहत कोयना में भूकंप आने की क्रियाविधि को समझने के लिए एक एक खास नजरिया अपनाया जा रहा है. इसके लिए भूकंपीय क्षेत्र में गहरे तक खुदाई जाएगी और गहराई में एक बोरहोल वेधशाला स्थापित की जाएगी. इस तरह प्रत्यक्ष अवलोकन से इन भूकंपों की क्रिया विधि का मॉडल तैयार करने के लिए महत्वपूर्ण और नई जानकारी मिल सकेगी.

बांग्लादेश मंत्रिमंडल ने दोहरी नागरिकता अधिनियम 2016 के मसौदे को मंजूरी प्रदान की

बांग्लादेश मंत्रिमंडल ने 1 फरवरी 2016 को प्रस्तावित दोहरी नागरिकता कानून, 2016 को मंजूरी दी. इसे दो अधिनियमों को मिलाकर तैयार किया गया है जिसके तहत प्रवासी बंगलादेशी नागरिकों के लिए दोहरी नागरिकता का प्रावधान है.

इस नये अधिनियम को मौजूदा नागरिकता अधिनियम 1951 में संशोधन के उपरांत तैयार किया गया है. इसमें बांग्लादेशी नागरिकों के लिए अस्थाई नागरिकता,1972 अधिनियम में संशोधन करके उन्हें भविष्य में दोहरी नागरिकता देने का जिक्र किया गया है.

इससे पूर्व, बांग्लादेशियों के पास इंग्लैंड एवं अमेरिका की नागरिकता का ही विकल्प मौजूद था.

नागरिकताअधिनियम

•    बंगलादेशी नागरिक जो विश्व के किसी भी देश में रहते हैं एवं उस देश का बांग्लादेश के साथ राजनीतिक संबंध है वह इस नागरिकता का पात्र है.
•    इसके तहत उन देशों की नागरिकता नहीं दी जा सकती जिनके साथ बांग्लादेश सरकार ने राजनैतिक संबंधों को प्रतिबंधित किया है.
•    सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीशों, संसद सदस्यों, सशस्त्र बलों के सदस्यों, सार्वजनिक सेवाओं और संवैधानिक पद पर बैठे किसी व्यक्ति को दोहरी नागरिकता के अधिकार की अनुमति नहीं दी गई.
•    वह विदेशी नागरिक जिसने बांग्लादेश के नागरिक से विवाह किया हो एवं पांच वर्ष से बांग्लादेश का निवासी हो, वह दोहरी नागरिकता के लिए आवेदन कर सकता है.
•    बांग्लादेश सरकार किसी देश के किसी नागरिक को दोहरी नागरिकता का अधिकार देने की शक्ति रखती है.

  न्यूरोकेमिकल एंडोमॉर्फिन के जरिये दर्द निवारक दवा बनाने की घोषणा

अमेरिका के तुलाने यूनिवर्सिटी (Tulane University) के वैज्ञानिकों ने जनवरी 2016 के अंतिम सप्ताह में न्यूरोकेमिकल एंडोमॉर्फिन के जरिये पहले से ज्यादा असरदार दर्द निवारक दवा बनाने की घोषणा की. इसे मॉर्फिन जितना प्रभावशाली बताया गया है. नई दवा की सबसे बड़ी खूबी इसका साइड इफेक्ट से छुटकारा और नशे की लत के खतरे से बचना है.

खोजसेसंबंधितमहत्वपूर्णतथ्य:

•    विशेषज्ञों ने एंडोमॉर्फिन और मॉर्फिन का तुलनात्मक अध्ययन करने के साथ ही उसके प्रभावों व दुष्प्रभावों को भी सामने पेश किया है. 
•    पेप्टाइड आधारित यह दवा दर्द को खत्म करने में मॉर्फिन जितनी ही कारगर है.
•    वैज्ञानिकों ने चूहों पर इसका सफल परीक्षण किया. दो साल के अंदर इसका क्लीनिकल ट्रायल शुरू करने की योजना है.

विदित हो कि दर्द निवारक अफीम आधारित दवा भी असरदार होती हैं, लेकिन उससे नशे की लत लग जाती है. इसके साथ ही इसके ओवरडोज से सैकड़ों लोगों को जान गंवानी पड़ती है. इतना ही नहीं इससे न्यूरॉन में गड़बड़ी और श्वसन संबंधी गंभीर समस्याएं भी हो जाती हैं. नई दवा से इस तरह के दुष्प्रभावों से बचा जा सकेगा.

हिमाचल प्रदेश सरकार ने किन्नौर में स्वच्छ भारत मिशन पर 15 करोड़ रुपए खर्च करने की घोषणा की

हिमाचल प्रदेश सरकार ने फ़रवरी 2016 के प्रथम सप्ताह में राज्य के किन्नौर जिले में स्वच्छ भारत अभियान के अंतर्गत 15 करोड़ रुपये खर्च करने का फैसला किया.

इस धनराशि का प्रयोग क्षमता निर्माण और जागरूकता के लिए कार्यशालाओं को आयोजित करने के लिए किया जाएगा.

मिशन के तहत सभी स्कूलों, सरकारी संस्थाओं और गांवों को शामिल करने का निर्णय लिया गया है.

मिशनकीविशेषताएं

• मिशन के अंतर्गत चार करोड़ पचास लाख रुपये की पहली किश्त जिला प्रशासन द्वारा प्राप्त की जाएगी.
• वर्ष 2012 के सर्वेक्षण के अनुसार, जरूरतमंद परिवार को शौचालय बनवाने के लिए 12000 रुपए दिए जाएंगे.
• सभी 65 पंचायतों में युवा और महिला मंडल की मदद से स्वच्छ भारत मिशन के तहत एक विशेष सफाई अभियान शुरू किया जाएगा.
• पांच पंचायतों का चयन जैव ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के लिए किया गया है जहां कचरे से उर्वरक का निर्माण किया जाएगा.

आयरन की ज्यादा मात्रा पार्किंसन के लिए खतरनाक: शोध

अमेरिकी शोधकर्ताओं के एक समूह ने पार्किंसन रोग में आयरन की ज्यादा मात्रा को खतरनाक सिद्ध किया. इस शोध की घोषणा जनवरी 2016 के अंतिम सप्ताह में की गई. अमेरिकी शोधकर्ताओं के अनुसार, आयरन ब्रेन को प्रभावित करने वाले न्यूरॉन को क्षतिग्रस्त कर देता है. इससे पार्किंसन की स्थिति ज्यादा गंभीर हो जाती है.

शोधसेसंबंधितमुख्यतथ्य:

•    लाइसोसोम में गड़बड़ी के चलते संबंधित न्यूरॉन को नुकसान पहुंचता है. इससे मस्तिष्क की कार्यप्रणाली बुरी तरह प्रभावित होती है, जिससे सेंट्रल नर्व सिस्टम पर प्रतिकूल असर पड़ता है. जो पार्किंसन का मुख्य कारण है.
•    लाइसोसोम कोशिकाओं को दुरुस्त करने का केंद्र होता है, जहां प्रोटीन को नियंत्रित किया जाता है. इसमें गड़बड़ी आने पर यह काम रुक जाता है, जिससे पूरा शरीर प्रभावित होता है.
•    उपरोक्त अध्ययन के मुताबिक इस परिस्थिति में आयरन लाइसोसोम के बजाय सीधे न्यूरॉन में पहुंच जाता है. लौह पोषक तत्व की अधिकता से न्यूरॉन क्षतिग्रस्त होने लगता है. 
•    लाइसोसोम आयरन को संग्रहीत भी करता है. ऐसे में इसमें गड़बड़ी होने पर पूरा तंत्र ही प्रभावित हो जाता है.

कोयना क्षेत्र में भूकंप तंत्र को समझने के लिए केंद्र सरकार बीजीआरएल स्थापित करेगी

2 फरवरी 2016 को केंद्रीय विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं पृथ्वी विज्ञान मंत्री डॉ. हर्ष वर्धन ने महाराष्ट्र के हजारमाछी, कराड में बोरहोल जियोफिजिक्स रीसर्च लैबोरेट्री (बीजीआरएल) के निर्माण कार्य का उद्घाटन किया.

ड्रिलिंग जांच के माध्यम से कोयना क्षेत्र में सामाजिक प्रासंगिकता के भूकंप समस्याओं (प्राकृतिक आपदाओं) को समझने और चुनौतियों से निपटने के लिए कराड में बीजीआरएल बनाया जा रहा है.

भौगोलिक जांच के लिए कोयना अंतर–प्लेट भूकंपीय क्षेत्र में मंत्रालय के वैज्ञानिक गहन ड्रिलिंग और इलाके में भूकंप अनुसंधान समर्पित मॉडलिंग के लिए कार्यक्रम के हिस्से के तौर पर बीजीआरएल की अवधारणा तैयार की गई थी.

बीजीआरएलकार्यक्रमकेबारेमें


कोयना क्षेत्र में भूकंप के तंत्र को समझने के लिए यह कार्यक्रम अनूठा तरीका है और यह निम्नलिखित प्रस्ताव देता है
• यह इस इलाके में भूकंप की गहराई तक पहुंचने के लिए गहरे बोरहोल खोदने और एक गहरे बोरहोल वेधशाला का प्रस्ताव देता है. 
• भूकंपों के स्रोत क्षेत्र में प्रत्यक्ष निरीक्षण इन भूकंप तंत्रों के मॉडल के लिए नई और महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करेगा. 

बीजीआरएल का उद्देश्य भूकंप अनुसंधान से संबंधित भूभौतिकीय, भूवैज्ञानिक और भू–तकनीकी  सुविधाओं में उच्च विशेषज्ञता वाला अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त संस्थान के तौर पर उभरना है. 

कोयनाक्षेत्रकेबारेमें

कोयनानगर महाराष्ट्र में कोयना जलविद्युत परियोजना के करीब स्थित एक शहर है. यह क्षेत्र महाराष्ट्र के साथ– साथ देश में भूकंप की दृष्टि से सबसे सक्रिए क्षेत्रों में से एक है. भूकंप के खतरे वाले क्षेत्रीकरण में कोयना क्षेत्र जोन IV में आता है. 

1962 में शिवाजी सागर झील के बंद होने के बाद से कोयना क्षेत्र में जलाशय ट्रिगर्ड भूकंप लगातार आ रहे हैं. साल 1967 में इस इलाके में 6.3 तीव्रता का भूकंप आया था, जो इस क्षेत्र का सबसे अधिक तीव्रता वाला भूकंप था. इलाकेमेंआएभूकंपकीसूची ( सभीभूकंप 30 किमीX 20 किमीकेक्षेत्रतकहीसीमितथे)
• 5 या उससे अधिक तीव्रता के 22 भूकंप 
• 4 या उससे अधिक तीव्रता के 200 भूकंप
• इलाके में आए छोटे भूकंपों की संख्या कई हजार है.

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने ज़ीका वायरस को अन्तरराष्ट्रीय आपातकाल घोषित किया

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने 1 फरवरी 2016 को जीका वायरस को लेकर अंतरराष्ट्रीय आपातकाल घोषित कर दिया. यह वायरस अभी तक ब्राजील सहित लैटिन अमेरिका के 23 देशों में फैल चुका है.
इस संबंध में विश्व स्वास्थ्य संगठन के जिनीवा मुख्यालय में एक आपातकाल बैठक बुलाई गयी जिसमें विशेषज्ञों द्वारा जीका वायरस को अन्तरराष्ट्रीय आपातकाल के लिए आवश्यक माना गया.
डब्ल्यूएचओ ने यह आशंका जताई है कि वर्ष 2017 तक अमेरिका महाद्वीप में इस वायरस की चपेट में 40 लाख लोग आ सकते हैं. हालांकि अभी व्यापार और यात्रा से जुड़ी कोई गाइडलाइंस जारी नहीं की गयी है.
मच्छर से फैलने वाले इस वायरस से सबसे अधिक खतरा नवजात शिशुओं एवं गर्भवती महिलाओं को होता है. इस वायरस से प्रभावित नवजात शिशुओं के सिर छोटे होते हैं तथा उनमें रोगप्रतिरोधक क्षमता का विकास न होने के कारण उन्हें बचाना भी मुश्किल होता है.
जीका वायरस से पहले डब्ल्यूएचओ ने 2014 में इबोला वायरस को अन्तरराष्ट्रीय आपातकाल घोषित किया था. पश्चिमी अफ्रीका में फैले इस वायरस से 11 हजार से ज्यादा लोगों की जान गई थी.

डब्ल्यूएचओ के डायरेक्टर जनरल मारग्रेट चान द्वारा

गर्भवती महिलाओं को जीका वायरस से बचाव के कुछनियम बताये गये :

•    गर्भवती महिलाओं को यात्रा और सार्वजनिक स्थलों पर नहीं जाना चाहिए.
•    उन स्थानों से दूर रहना चाहिए जहां मच्छर पनप सकते हैं.
•    यदि गर्भवती महिला के लिए यात्रा जरूरी है तो उन्हें अपने डॉक्टर से सलाह लेना चाहिए.
•    इस समय गर्भधारण न करना भी नवजात शिशुओँ की जान बचा सकता है.

जीकावायरस

•    जीका वायरस 'एडीज' मच्छर से फैलता है. 
•    डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया भी एडीज मच्छर से ही फैलते हैं. 
•    जीका वायरस का सबसे ज्यादा खतरा गर्भवती महिलाओं को होता है. 
•    इसके कारण होने वाले प्रभाव को माइक्रोसेफैली कहा जाता है. 
•    यह एक न्यूरोलॉजिकल समस्या है जिसमें बच्चे का दिमाग पूरी तरह विकसित नहीं हो पाता है. 
•    इसका पहला मामला 1947 में अफ्रीकी देश युगांडा में सामने आया था.

वियतनाम ने भारतीय मूंगफली के आयात पर प्रतिबंध हटाने की घोषणा की

वियतनाम ने 1 फरवरी 2016 को नौ महीनों के बाद औपचारिक रूप से भारतीय मूंगफली के आयात पर लगे प्रतिबंध को हटाने की घोषणा की.वियतनाम कृषि और ग्रामीण विकास मंत्रालय ने औपचारिक रूप से इस फैसले की जानकारी भारत सरकार को देते हुए कहा है कि वियतनाम का पौधा संरक्षण विभाग 18 जनवरी, 2016 से मूंगफली के लिए आयात स्वीकृति जारी करेगा.इस प्रतिबंध को वियतनाम प्रतिनिधिमंडल की दिसंबर, 2015 में हुई भारत यात्रा के मद्देनजर हटाया गया है.इस प्रतिनिधिमंडल ने भारत के मूंगफली निर्यात की प्रमाणीकरण व्यवस्था और निर्यात प्रक्रियाओं के साथ-साथ मानक संचालन प्रक्रियाओं को देखने के बाद संतुष्टि प्रकट की थी.ज्ञात वियतनाम ने 6 अप्रैल, 2015 से भारत से मूंगफलियों के आयात को अस्थायी तौर पर स्थगित कर दिया था.

क्योंलगायाथाप्रतिबन्ध

• वियतनाम द्वारा भारत पर मूंगफली के आयात पर प्रतिबंध लगाने का कारण आयातित मूंगफली में Caryedon serratus और Trogoderma   granarium नामक दो कोरांटीन कीट पाए गए थे.
• कोरांटीन का अर्थ होता है एक ऐसी अवस्था जब कीट संक्रमित हो जाता है.
• Caryedon serratus नामक कीट प्रायः मूंगफली में पाए जाते हैं.
• Trogoderma granarium नामक कीट जिन्हें खपरा बीटल या कैबिनेट बीटल भी कहते हैं, लम्बे समय तक बिना भोजन के जीवित रह सकते हैं. इन कीटों ने कई कीटनाशकों के प्रति प्रतिरोधक क्षमता विकसित कर ली है. यह कीट प्रायः चावल में पाए जाते हैं.
ज्ञात हो भारत मूंगफली के बड़े निर्यातकों में से एक है और भारत विश्व में मूंगफली निर्यातक का लगभग 37% भाग वहन करता है

भारत-अफगानिस्तान के मध्य राजनयिकों के लिए वीजा मुक्त यात्रा हेतु समझौता

भारत और अफगानिस्तान ने 1 फरवरी 2016 को एक समझौता किया जिसके तहत दोनों देशों के राजनयिक बिना वीज़ा एक-दूसरे देश में यात्रा कर सकते हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अफगानिस्तान के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) अब्दुल्ला अब्दुल्ला की मुलाकात के बाद यह समझौता हुआ. मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं ने अपनी रणनीतिक साझेदारी गहरी करने के तौर-तरीकों पर चर्चा की. इसमें द्विपक्षीय एवं क्षेत्रीय संदर्भ में रणनीतिक साझेदारी को गहरा करने के तौर-तरीकों पर चर्चा हुई.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अफगान सरकार के प्रति गहरा आदर व्यक्त करते हुए कहा कि युद्धग्रस्त देश में भारतीय नागरिकों की रक्षा और एनएसए व अफगान सेनाओं के अदम्य साहस के लिए अफगान सरकार का आभार व्यक्त किया.
इसके अतिरिक्त भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने अफगान सीईओ को भारत द्वारा अफगानिस्तान में कार्यरत 92 परियोजनाओं की जानकारी दी.

अफगानिस्तानकेमुख्यकार्यकारीअधिकारी

•    यह पद अफगानिस्तान सरकार के अधीन है.
•    यह पद सितंबर 2014 में उस समय बनाया गया था जब वर्ष 2014 के राष्ट्रपति चुनावों के दौरान अशरफ गनी एवं अब्दुल्ला अब्दुल्ला दोनों ने ही अपनी जीत की दावेदारी की थी.
•    राष्ट्रीय एकता समझौते के तहत यह निर्धारित किया गया कि अशरफ गनी राष्ट्रपति पद संभालेंगे एवं अब्दुल्ला अब्दुल्ला मुख्य कार्यकारी अधिकारी होंगे.

अर्चना रामासुंदरम अर्द्धसैनिक बल की पहली महिला महानिदेशक नियुक्त

02-FEB-2016

वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी अर्चना रामासुंदरम को 1 फरवरी 2016 को सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) का महानिदेशक नियुक्त किया गया. वह भारत के किसी अर्द्धसैनिक बल का नेतृत्व करने वाली पहली महिला अधिकारी बनीं.
कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) द्वारा जारी आदेश के अनुसार 58 वर्षीय अर्चना रामासुंदरम फिलहाल राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की निदेशक हैं.उन्हें 30 सितंबर 2017 तक उनके सेवानिवृत्त होने तक एसएसबी प्रमुख के तौर पर नियुक्त किया गया है. वे 1980 की तमिलनाडु केडर की आईपीएस अधिकारी हैं.देश में पांच अर्धसैनिक बल - एसएसबी, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ), सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ), केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) और भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) हैं. एसएसबी पर नेपाल और भूटान से लगे देश के सीमावर्ती क्षेत्रों की सुरक्षा की जिम्मेदारी है. 
अर्चना इससे पहले सीबीआई की एडिशनल डायरेक्टर बनाई गई थीं. वे उस समय चर्चा में रहीं जब उन्होंने तमिलनाडु कैडर से रिलीव हुए बिना ही सीबीआई ज्वाइन कर ली थी. बाद में इसे सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई. अदालत ने अर्चना को यह पद संभालने से मना कर दिया था क्योंकि इस पोस्टिंग में प्रक्रियात्मक खामी थी. इसके बाद अर्चना नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो की महानिदेशक बनाई गईं.

ग्लोबल थिंक टैंक इन्डैक्स रिपोर्ट जारी

अमेरिका की पेन्सिल्वेनिया यूनिवर्सिटी ने थिंक टैंक्स एंड सिविल सोसाइटीज़ प्रोग्राम के सहयोग से 29 जनवरी 2016 को विश्व के अग्रणी थिंक टैंक के रिसर्च संबंधी गतिविधियों पर रिपोर्ट जारी की. इस सूची में भारतीय विचार संस्था आब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन (ओआरएफ) को भारत की श्रेष्ठ एवं विश्व की छठी श्रेष्ठ थिंक टैंक संस्था घोषित किया गया.
थिंक टैंक्स अथवा विचार संस्थाएं सरकार की स्वदेशी एवं विदेशी नीतियों में उल्लेखनीय भूमिका निभाती हैं इसलिए इन्हें विशेष अहमियत दी जाती है.

थिंकटैंकरिपोर्टकेप्रमुखबिंदु

•    भारत को सबसे ज्यादा थिंक टैंक वाले देशों में चौथा नंबर मिला है. 2015 में देश में 100 से अधिक थिंकटैंक सामने आए हैं, जिससे कुल थिंकटैंक की संख्या 280 हो गई है.
•    इस सूची में अमेरिका पहले नंबर पर है. अमेरिका में 1835 थिंकटैंक हैं. 
•    इसके बाद चीन और ब्रिटेन का नंबर आता है, जहां क्रमशः 435 और 288 थिंकटैंक मौजूद हैं.
•    यह सूची ग्लोबल गो टू थिंक टैंक इन्डैक्स रिपोर्ट (GGTTI) 2015 ने जारी की है.
•    विश्व में कुल 6486 थिंक टैंक मौजूद हैं. इसमें अमेरिका का ब्रूकिंग इंस्टिट्यूशन लगातार आठवें साल शीर्ष पर है. 
•    भारत के छह थिंक टैंक सेंटर फॉर सिविल सोसाइटी (सीसीएस, रैंक 79), इंस्टिट्यूट फॉर डिफेंस स्टडीज ऐंड अनैलिसिस (104), इंडियन काउंसिल फॉर रिसर्च ऑन इंटरनैशनल इकनॉमिक रिलेशंस (109), दि एनर्जी ऐंड रिसोर्सिज इंस्टिट्यूट (टेरी, 111) और ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन (118) और डिवेलपमेंट अल्टरनेटिव्स (136) दुनिया के शीर्ष 175 थिंकटैंक की सूची में हैं.

भारतीय अंडर-19 क्रिकेट टीम के खिलाड़ी ऋषभ पंत ने अंडर-19 क्रिकेट में सबसे तेज अर्धशतक का विश्व रिकॉर्ड बनाया

भारतीय अंडर-19 क्रिकेट टीम के सलामी बल्लेबाज ऋषभ पंत ने 1 फरवरी 2016 को अंडर-19 क्रिकेट में सबसे तेज अर्धशतक का नया विश्व रिकॉर्ड बनाया. उन्होंने यह रिकार्ड बांग्लादेश में आयोजित अंडर-19 वर्ल्ड कप (U-19 वर्ल्ड कप) में नेपाल के खिलाफ भारत के आखिरी ग्रुप मुकाबले में किया.नेपाल से मिले 170 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए पंत ने 18 गेंदों में अर्धशतक बनाया, जिसकी बदौलत भारत मात्र 18.1 ओवरों में सात विकेट से बड़ी जीत हासिल करने में सफल रहा.नेपाल ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 48 ओवरों के मैच में आठ विकेट के नुकसान पर 169 रन बनाए थे. जवाब में खेलने उतरी टीम इंडिया के लिए पंत ने 78 रनों की अपनी पारी में महज 24 गेंदों का सामना किया और नौ चौके तथा पांच छक्के लगाए.विदित हो कि पंत से पहले अंडर-19 स्तर पर सबसे तेज अर्धशतक का रिकॉर्ड वेस्टइंडीज के ट्रेवोन ग्रिफिथ के नाम था. ग्रिफिथ ने वर्ष 2010 में 19 गेंदों में अर्धशतक लगाकर यह कीर्तिमान कायम किया था. जबकि ऑस्ट्रेलिया के जॉर्ज बेली ने वर्ष 2002 में अंडर-19 क्रिकेट में खेलते हुए 21 गेंदों में अर्धशतक बनाया था.

परदेशी, हरीश मेक्सिको, वियतनाम में भारत के राजदूत नियुक्त

वरिष्ठ आईएफएस अधिकारी मुक्तेश कुमार परदेशी 29 जनवरी 2016 को मेक्सिको में भारत के राजदूत के रूप में नियुक्त किए गए.
परदेशी 1991 बैच की भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) के अधिकारी हैं.  वर्तमान में वह विदेश मंत्रालय में संयुक्त सचिव (पासपोर्ट प्रभाग) के पद पर तैनात है.उन्होंने वर्ष 2007 से 2010 के दौरान जकार्ता में भारतीय दूतावास में मिशन उप प्रमुख के रूप में कार्य किया है. 1993-2001 केबीच वह मैक्सिको, कोलंबिया और नेपाल में भारतीय मिशन के साथ काम कर चुके हैं.

अन्यनियुक्ति-

केंद्र सरकार ने समाजवादी गणराज्य वियतनाम में भारत के राजदूत के रूप में पी हरीश को नियुक्त किया है. हरीश 1990 बैच के भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) के अधिकारी हैं.
वर्तमान में वह संयुक्त राज्य अमेरिका के ह्यूस्टन में महावाणिज्य दूत, के रूप में तैनात किए गए  है.

वीरेंद्र सहवाग आईपीएल सीजन 9 के लिए किंग्स इलेवन पंजाब के मेंटर नियुक्त

भारत के पूर्व बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग को 1 फरवरी 2016 को आगामी इंडियन प्रीमियर लीग के नौंवे सत्र के लिए किंग्स इलेवन पंजाब का मेंटर नियुक्त किया गया है.इस नयी भूमिका में सहवाग मुख्य कोच संजय बांगड के साथ काम करेंगे और वह टीम का मनोबल बढायेंगे और उन्हें आवश्यक परामर्श देंगे.

वीरेंद्रसहवागकेबारेमें

• वीरेंद्र सहवाग ने अपने आईपीएल करियर की शुरुआत वर्ष 2013 में दिल्ली डेयरडेविल्स से की. वर्ष 2014 में उन्हें किंग्स इलेवन पंजाब द्वारा खरीद लिया गया.

• उन्होंने दो सालों तक किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाड़ी के रूप में अपनी सेवा दी, अब वह इसके मेंटर नियुक्त किए गए हैं.
• सहवाग एकमात्र ऐसे भारतीय खिलाड़ी हैं जिन्होंने टेस्ट मैच में तिहरा शतक बनाया हो.
• सर डोनाल्ड ब्रेडमैन और ब्रायन लारा के बाद सहवाग दुनिया के तीसरे ऐसे बल्लेबाज हैं जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में दो बार तिहरा शतक बनाने का कीर्तिमान स्थापित किया है.
• तीस से ज्यादा औसत के साथ सहवाग का स्ट्राइक रेट दुनिया में सबसे ज्यादा है.
• इसके अलावा वह दुनिया के एकमात्र ऐसे क्रिकेट खिलाड़ी हैं जिन्होंने टेस्ट मैचों में दो तिहरे शतक बनाने के साथ एक पारी में पाँच विकेट भी हासिल किये.
• सहवाग को भारत सरकार ने 2002 में अर्जुन पुरस्कार देकर सम्मानित किया.