1-2 JULY 2016
केंद्र सरकार ने विभिन्न मंत्रालयों की वित्तीय शक्तियों में बढ़ोतरी की
केंद्र सरकार ने 28 जून 2016 को गैर योजनागत योजनाओं/परियोजनाओं की मंजूरी के लिए सक्षम अधिकारियों के वित्तीय सीमा में संशोधन किया.
संबंधित मुख्य तथ्य:
संशोधित नियम के अनुसार गैर-योजना व्यय (सीएनई) पर बनी समिति, जो केन्द्र सरकार के मंत्रालयों/विभागों से जुड़े सभी गैर-योजना प्रस्तावों का मूल्यांकन करती है, वह अब 300 करोड़ रुपये से अधिक लागत वाली प्रस्तावों का मूल्यांकन करेगी. इससे पहले यह सीमा 75 करोड़ रुपये थी.
गैर-योजनागत योजनाएं/300 करोड़ रुपये से कम की योजनाओं का मूल्यांकन अब मंत्रालय/वित्त मंत्रालय की स्टैंगडिंग कमेटी द्वारा किया जा सकता है.
गैर-योजनागत योजनाओं/परियोजनाओं के अनुमोदन के लिए प्रशासनिक मंत्रालय के प्रभारी मंत्री की वित्तीय शक्तियों को भी बढ़ाया गया है.
उनके तरफ से 500 करोड़ रुपये तक की योजनाओं को मंजूरी दी जा सकती है. इससे पहले यह सीमा 150 करोड़ रुपये से कम थी.
500 करोड़ रुपये या उससे अधिक और 1000 करोड़ रुपये से अधिक की योजनाओं के लिए वित्त मंत्री के पास ही वित्तीय अनुमोदन का अधिकार होगा.
1000 करोड़ रुपये और उससे ऊपर की वित्तीय सीमा के लिए कैबिनेट/आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडल समिति से अनुमोदन लेना पड़ेगा.
इसी तरह मूल्यांकन और लागत अनुमान में वृद्धि की स्वीकृति संबंधी वित्तीआय सीमाओं में भी संशोधन किया गया है.
अर्जेंटीना महिला टीम ने 7वीं बार चैंपियंस हॉकी ख़िताब जीता
अर्जेंटीना महिला टीम ने 27 जून 2016 को वर्ष 2016 की चैंपियंस हॉकी ट्रॉफी ख़िताब जीता. ख़िताब पाने के लिए अर्जेंटीना ने नीदरलैंड्स को 2-1 से हराया.
फाइनल मुकाबला इंग्लैंड के ली वैली हॉकी एवं टेनिस सेंटर में आयोजित किया गया. अर्जेंटीना ने लगातार तीसरी बार यह ख़िताब जीता तथा कुल सातवां ख़िताब था.
टूर्नामेंट में अर्जेंटीना की कप्तान कार्ला रेबेची ने सबसे अधिक 7 गोल किये. नीदरलैंड्स की जॉयसी सोम्ब्रोक को श्रेष्ठ गोल कीपर का ख़िताब दिया गया.
कांस्य पदक की दौड़ के लिए अमेरिका ने ऑस्ट्रेलिया को हराया. अमेरिका का यह पहला चैंपियंस ट्रॉफी मेडल था. इससे पहले 1995 में उन्होंने अर्जेंटीना में मार डेल प्लाटा में कांस्य पदक जीता था.
समीर नेशनल इंटर-स्टेट एथलेटिक्स में सबसे तेज़ फर्राटा धावक बने
भारत के वरिष्ठ फर्राटा धावक समीर मोन ने 30 जून 2016 को 100 मीटर डैश में 10.60 सेकेंड का समय निकालकर 56वीं राष्ट्रीय इंटर स्टेट एथलेटिक्स प्रतियोगिता का स्वर्ण पदक जीता.
इस रिकॉर्ड के साथ ही मणिपुर का प्रतिनिधित्व कर रहे समीर देश के सबसे तेज़ दौड़ने वाले एथलीट बने.
32 वर्षीय समीर दिल्ली में हुए राष्ट्रमंडल खेलों के 4X100 रिले रेस टीम का हिस्सा थे. इससे पहले उन्होंने वर्ष 2008 एवं 2011 में इंटर-स्टेट ख़िताब भी जीते.
56वें राष्ट्रीय इंटर-स्टेट सीनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप के परिणाम –
महिला 100 मीटर डैश: कर्नाटक की रीना जॉर्ज ने 11.99 सेकेंड समय निकालकर स्वर्ण पदक जीता. इससे पहले उन्होंने 400 मीटर डैश के पश्चात् 100 मीटर डैश खेला.
महिला पोल वॉल्ट: कर्नाटक की ख्याति वखारिया ने 3.80 मीटर की ऊंचाई हासिल करके स्वर्ण पदक जीता.
महिला 100 मीटर बाधा दौड़: केरल की एम सुगिना ने 14.17 सेकेंड का समय निकालकर स्वर्ण पदक जीता.
पुरुष 110 मीटर बाधा दौड़: केरल के डी श्रीकांत ने 14.54 सेकेंड समय के साथ स्वर्ण पदक जीता.
महिला ट्रिपल जम्प: केरल की शिल्पा चाको ने 13.22 मीटर के साथ तीसरा स्वर्ण पदक जीता. 13 मीटर से अधिक की दूरी हासिल करने वाली वे इकलौती खिलाड़ी रहीं.
पुरुष 20 किलोमीटर पैदल चाल: बाबूभाई पनोचा ने 1 घंटा 31 मिनट और 26 सेकेंड का समय निकालकर तीसरी बार स्वर्ण पदक जीता
स्वदेश निर्मित लड़ाकू विमान तेजस भारतीय वायु सेना में शामिल
स्वदेश में निर्मित हल्के लड़ाकू विमान (एलसीए) तेजस को 1 जुलाई 2016 को भारतीय वायुसेना में शामिल किया गया. वायुसेना में दो तेजस विमानों को शामिल करके पहले स्क्वॉड्रन का गठन किया गया. दक्षिणी वायु कमान के एयर ऑफिसर कमांडिंग-इन चीफ एयर मार्शल जसबीर वालिया की मौजूदगी में एयरक्राफ्ट सिस्टम टेस्टिंग एस्टेबलिशमेंट (एएसटीई) में एलसीए स्क्वाड्रन को शामिल किया गया.
इन विमानों का निर्माण हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) द्वारा किया गया. पहले स्क्वॉड्रन का नाम फ्लाइंग डैगर्स-45 रखा गया. मार्च 2017 तक छह और तेजस मिलने की संभावना है जबकि दो वर्षों में 16 तेजस विमान वायुसेना में शामिल किये जाने की योजना बनाई गयी है.
तेजस ने अपनी निर्माण एवं विकास प्रक्रिया के दौरान ढाई हजार घंटे का सफर तय किया जिसमें इस विमान ने तीन हज़ार बार सफलतापूर्वक उड़ान भरी. तेजस ने पहली उड़ान 4 जनवरी 2001 को भरी थी इसके बाद अब तक यह कुल 3184 बार सफल उड़ान भर चुका है.
तेजस की विशेषताएं
• यह हल्का लड़ाकू विमान है जो 50 हजार फीट की ऊंचाई तक उड़ान भर सकता है.
• इसका वजन 6560 किलोग्राम है तथा इसके पंखों की चौड़ाई 8.20 मीटर है. इसकी लम्बाई 3.20 मीटर और ऊंचाई 4.40 मीटर है.
• तेजस हवा से हवा में मार करने वाली डर्बी मिसाइलों और जमीन पर स्थित निशाने के लिए आधुनिक लेजर डेजिग्नेटर और टारगेटिंग पॉड्स से लैस है.
• इसमें सेंसर तरंग रडार लगाया गया है जो दुश्मन के विमान या जमीन से हवा में दागी गई मिसाइल के तेजस के पास आने की सूचना देता है.
• स्वदेश निर्मित तेजस भारतीय वायुसेना को पुराने पड़ चुके मिग-21 विमानों का विकल्पस उपलब्धव कराएगा.
• विमान का ढांचा कार्बन फाइबर से निर्मित है जो धातु की तुलना में कहीं ज्या दा हल्काब और मजबूत है.
केंद्र सरकार ने पंजाब में राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 344-ए को चार लेन करने की मंजूरी प्रदान की
आर्थिक मामलों की केन्द्रीय मंत्रिमंडलीय समिति ने 30 जून 2016 को पंजाब में राजमार्ग संख्या 344-ए फगवाड़ा- रूपनगर खंड को चार लेन करने की मंजूरी प्रदान कर दी है. समिति की अध्यक्षता प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने की.
इस परियोजना के पूर्ण होने में भूमि अधिग्रहण, पुनरूद्धार और पुनर्वास और अन्य निर्माण पूर्व गतिविधियों सहित कुल लागत लगभग 1444.42 करोड़ होने का अनुमान है.
परियोजना के तहत कुल लगभग 80.82 किलोमीटर सड़क विकसित की जाएगी.
परियोजना का निर्माण कार्य राष्ट्रीय राजमार्ग (अन्य) के तहत हाइब्रिड मोड पर आधारित होगा.
परियोजना के लाभ-
- इस परियोजना से पंजाब में बुनियादी ढांचे के सुधार में तेजी आएगी.
- फगवाड़ा तथा रूपनगर के बीच समय के साथ-साथ पैसे की भी बचत होगी. साथ ही लोगों को ट्रैफिक से भी निजात मिलेगा.
- इस क्षेत्र में विकास होने से राज्य के लोगों के सामाजिक-आर्थिक पहलूओं में भी सुधार होगा.
- परियोजना से स्थानीय मजदूरों के लिए रोजगार के अवसर में वृद्धि होगी.
- अनुमान के अनुसार 1 किलोमीटर सड़क बनाने में करीब 4076 श्रमिकों की जरूरत होगी.
- जिससे करीब इस क्षेत्र के 330000 लोगों को रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे.
रॉड्रिगो दुर्तेते ने फिलीपींस के राष्ट्रपति पद की शपथ ली
रॉड्रिगो दुर्तेते ने 30 जून 2016 को फिलीपींस के 16वें राष्ट्रपति के रूप में पद की शपथ ली. उन्होंने मई में राष्ट्रपति चुनाव में जबर्दस्त जीत हासिल की थी.
शराब की बिक्री पर प्रतिबंध लगाकर और बच्चों के लिए रात में कफ्र्यू लगाकर सामाजिक स्वतंत्रता पर लगाम लगाना दुतेर्ते की कानून-व्यवस्था बनाए रखने की नीति का एक अन्य अहम हिस्सा है.
रॉड्रिगो दुर्तेते ने 30 जून 2016 को कार्यालय ग्रहण कर लिए है और यह अगले छह साल की अवधि के लिए लागू रहेगा.
रॉड्रिगो दुर्तेते से संबंधित मुख्य तथ्य:
रॉड्रिगो दुर्तेते का जन्म 28 मार्च 1945 को फिलीपींस में हुआ.
उन्होंने 22 साल दक्षिणी देवाओ शहर में पूर्व मेयर के रूप में सेवा दी.
उन्होंने उप-महापौर के रूप में भी कार्य किया है.
उन्हें 9 मई 2016 को आयोजित राष्ट्रपति चुनाव में 16,601,997 वोटों से जीत हासिल हुई थी.
उन्होंने अपराध, अवैध दवाओं की बिक्री एवं भ्रष्टाचार से लड़ने का संकल्प लिया है.
लेखक एवं भविष्यवादी एल्विन टॉफ्लर का निधन
फ्यूचर शॉक नामक पुस्तक के लेखक एल्विन टॉफ्लर का 27 जून 2016 को लॉस एंजलिस में निधन हो गया. वे 87 वर्ष के थे.
इस पुस्तक में उन्होंने 1960 के दशक में हो रहे सामाजिक परिवर्तन के कारण लोगों में बढ़ रही बेचैनी पर प्रकाश डाला था.
एल्विन टॉफ्लर
• एल्विन टॉफ्लर अपनी पुस्तकों में मॉडर्न तकनीक के बारे में चर्चा किये जाने के कारण प्रसिद्ध थे.
• उनके लेखन में विशेष रूप से ‘डिजिटल क्रांति एवं संचार क्रांति का विश्व समुदाय पर प्रभाव’ शामिल है.
• उन्होंने शुरुआती लेखन में तकनीक एवं इसके प्रभाव के बारे में जानकारी साझा की.
• वर्ष 1970 में उनकी लिखित पुस्तक फ्यूचर शॉक बेस्टसेलर रही.
• इस पुस्तक की विश्व में 6 मिलियन से अधिक प्रतियाँ बिकीं.
• उनके लेखन का विश्व के राजनेताओं एवं उद्योगपतियों पर गहरा प्रभाव था.
• उन्होंने वर्ष 1950 में न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी से इंग्लिश में स्नातक डिग्री हासिल की.
• उनकी अन्य प्रसिद्ध पुस्तकें हैं – द थर्ड वेव, पावर शिफ्ट:नॉलेज, वेल्थ एंड वायलेंस एट द एज ऑफ़ ट्वेंटी फर्स्ट सेंचुरी.
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने अध्यापक शिक्षा पोर्टल “प्रशिक्षक” का शुभारंभ किया
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति जुबिन ईरानी ने 30 जून 2016 को विज्ञान भवन,नई दिल्ली में अध्यापक शिक्षा पोर्टल "प्रशिक्षक" का शुभारंभ किया.
"प्रशिक्षक" को जिला शिक्षण और प्रशिक्षण संस्थान (डीआईईटी) को सशक्त करने और देश की शिक्षा प्रणाली में श्रेष्ठ अध्यापक प्रदान करने के उद्देश्य से प्रारंभ किया गया है.
पोर्टल की मुख्य विशेषताएं:
• प्रशिक्षक का शुभारंभ सिर्फ डीआईईटी के लिए किया गया है लेकिन यह भविष्य में खंड स्तर की संस्थाओं में भी लागू होगा और शिक्षा प्रणाली में जड़ से कमियों की पहचान करेगा.
• प्रशिक्षिक की स्थापना मानव संसाधन विकास मंत्रालय और सेंट्रल स्कावर फाउंडेशन द्वारा संयुक्त गठबंधन के रूप में की गई है.
• प्रशिक्षिक का उद्देश्य डीआईईटी में गुणवत्ता मानकों की स्थापना करना है.
• डीआईईटी को अपने संस्थान के बारे में उचित निर्णय लेने में सहायता करना है.
• डीआईईटी को राज्य और देश के दूसरे डीआईईटी की क्षमता से तुलना करने के साथ-साथ अध्यापक बनने के इच्छुक युवाओं को निर्णय लेने में सहायता करना है.
केंद्रीय रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने “निवारण” पोर्टल का शुभारंभ किया
रेल भवन में आयोजित एक कार्यक्रम में केंद्रीय रेल मंत्री सुरेश प्रभाकर प्रभु ने 30 जून 2016 को औपचारिक रूप से निवारण पोर्टल का शुभारंभ किया.
ये पोर्टल सेवारत कर्मचारियों और पूर्व रेल कर्मचारियों की सेवा संबंधी शिकायतों के समाधान के लिए एक ऑनलाइन प्रणाली है. यह एक वाह्य शिकायत निवारण पोर्टल है.
निवारण पोर्टल की मुख्य विशेषताएं:
• ये ऑनलाइन प्रणाली कर्मचारियों को अपनी शिकायतों को दर्ज कराने के लिए और उनकी प्रगति पर नजर रखने की भी सुविधा देती है.
• ये प्रणाली शिकायत के मामले में निर्णय संतोषजनक नहीं पाए जाने पर उच्च अधिकारी को अपील के लिए सुविधा भी प्रदान करेगी.
• इस प्रणाली में शीर्ष नियंत्रक प्राधिकरण भी क्षेत्रीय कार्यालयों द्वारा भेजी गई शिकायत निवारण की प्रगति की निगरानी करने में सक्षम हो जाएगा.
• ये एप्लीकेशन भारतीय रेलवे की आईटी शाखा सीआरआईएस द्वारा विकसित की गई है.
• रेलवे बोर्ड के स्थापना निदेशालय द्वारा ये एप्लीकेशन डिजाईन की गई है.
• ये निदेशालय कर्मचारियों के मामलों, कम्प्यूटरीकरण तकनीकी मार्गदर्शन और सूचना प्रणाली प्रबंधन करता है.
केंद्रीय केबिनेट ने संघ लोक सेवा आयोग और भूटान के शाही सिविल सेवा आयोग के बीच समझौता ज्ञापन का अनुमोदन किया
केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने 29 जून 2016 को संघ लोक सेवा आयोग और भूटान के रॉयल सिविल सेवा आयोग के मध्य किए गए समझौता ज्ञापन का अनुमोदन कर दिया. केन्द्रीय मंत्रिमंडल की इस बैठक की अध्यक्षता प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने की.
समझौता का उद्देश्य-
- समझौता ज्ञापन का प्रयोजन आरसीएससी और संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) के बीच मौजूदा संबंधों को और सुदृढ़ बनाना है.
- इसमें अनुभवों और विशेषज्ञता का परस्पर आदान-प्रदान करने का भी प्रावधान है.
इसके अंतर्गत निम्नांशकित क्षेत्रों में सहयोग किया जायेगा -
a) सिविल सेवा मामलों में अनुभव और विशेषज्ञता का आदान-प्रदान.
इसके अंतर्गत भर्ती एवं चयन, ज्ञानवान व्यक्तियों की सेवाओं, अधिकारियों एवं कर्मचारियों के व्यायवसायिक कौशल में वृद्धि जैसे मामलों में सहयोग शामिल है.
b) सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) के प्रयोग में विशेषज्ञता का आदान-प्रदान, कंप्यूरटर आधारित भर्ती परीक्षाएं, तेजी से परीक्षण के लिए एकल विंडो चयन प्रणाली आदि शामिल है.
c) प्रत्यायोजित अधिकारों के अंतर्गत विभिन्न पदों पर भर्ती में विभिन्न सरकारी एजेंसियों द्वारा प्रक्रियाओं और प्रविधियों की जांच के लिए अपनाए जाने वाले तौर-तरीकों में अनुभवों का आदान-प्रदान करना.
d) रिकॉर्डों, भंडारों का डिजिटलीकरण और ऐतिहासिक रिकॉर्डों को प्रदर्शित करना.
पृष्ठ भूमि-
अतीत में यूपीएससी ने कनाडा और भूटान के लोक सेवा आयोगों के साथ भी समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए.
पर्यटन मंत्रालय ने राज्य और केंद्र शासित प्रदेश में आये घरेलू और विदेशी पर्यटकों के दौरे की जानकारी जारी की
पर्यटन मंत्रालय की मार्केट रिसर्च डिवीजन ने 30 जून 2016 को जानकारी जारी की जिसमें बताया गया कि वर्ष 2015 में राज्य एवं केंद्र शासित प्रदेशों में कितने पर्यटक आये.
वर्ष 2015 में राज्य एवं केंद्र शासित प्रदेशों में आये पर्यटक:
• इस दौरान 1432 मिलियन पर्यटक इन क्षेत्रों में आये. वर्ष 2014 में यह संख्या 1282.8 थी. वर्ष 2015 में इस संख्या में 11.63 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गयी.
• टॉप 10 राज्यों में तमिलनाडु प्रथम स्थान पर रहा जहां 333.5 मिलियन घरेलू पर्यटक आये. उत्तर प्रदेश 204.9 मिलियन पर्यटकों के साथ दूसरे स्थान पर रहा जबकि आंध्र प्रदेश 121.6 मिलियन पर्यटकों के साथ तीसरे स्थान पर रहा.
• वर्ष 2015 में टॉप 10 देशों का कुल पर्यटक संख्या में 83.62 प्रतिशत योगदान रहा.
वर्ष 2015 में विदेशी पर्यटकों का आंकड़ा:
• वर्ष 2015 में राज्य एवं केंद्र शासित प्रदेशों में आने वाले पर्यटकों की संख्या में 4.4 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गयी. इस दौरान 23.3 मिलियन विदेशी पर्यटक भारत भ्रमण पर आये.
• विदेशी पर्यटकों में तमिलनाडु में 2015 में 4.68 मिलियन पर्यटक आये. महाराष्ट्र एवं उत्तर प्रदेश दूसरे एवं तीसरे स्थान पर रहे, इन प्रदेशों में क्रमशः 4.41 मिलियन एवं 3.1 मिलियन आये.
• टॉप 10 राज्यों का योगदान कुल राज्यों की अपेक्षा 88.4 प्रतिशत रहा.
इंटरनेशनल सोलर एलायंस और विश्व बैंक ने सौर ऊर्जा कार्यक्रम में सहयोग हेतु हस्ताक्षर किए
विश्व बैंक समूह ने भारत की अगुवाई वाले 121 देशों के इंटरनेशनल सोलर एलायंस (आईएसए सेल) के साथ 30 जून 2016 को सौर ऊर्जा कार्यक्रम में सहयोग औए उसे बढ़ावा देने सम्बन्धी समझौते पर हस्ताक्षर किए.
• समझौते पर हस्ताक्षर विश्व बैंक समूह के अध्यक्ष जिम यंग किम के जून 2016 में भारत के समय किए गए.
• समझौते का उद्देश्य वर्ष 2030 तक दस खरब डॉलर का निवेश जुटाना है.
• नई दिल्ली में समझौते पर वित्त् मंत्री अरूण जेटली और ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल की उपस्थिति में सौर ऊर्जा कार्यक्रम सचिव और आईएसए सेल के अध्यक्ष उपेन्द्र त्रिपाठी और भारत में विश्व बैंक के निदेशक ओनो रूहल के मध्य हस्ताक्षर किये गए.
संयुक्त समझौते के मुख्य तथ्य-
• वित्तपोषण जुटाने के लिए एक रोडमैप का विकास
• क्रेडिट वृद्धि सहित वित्तीय साधनों का विकास, हेजिंग लागत/ मुद्रा जोखिम को कम करने, सौर ऊर्जा विकास को समर्थन जुटाने हेतु स्थानीय स्तर पर प्रचलित मुद्राओं के विकास में मदद करना.
• तकनीकी सहायता और ज्ञान हस्तांतरण के माध्यम से सौर ऊर्जा के लिए आईएसए की योजना का समर्थन
• मौजूदा या नए ट्रस्ट फंड के माध्यम से रियायती वित्तपोषण को एकत्रित करने पर कार्य करना
• बैंक ने भारत के सौर ऊर्जा कार्यक्रम में सहयोग के लिए एक अरब डॉलर से अधिक की सहायता देने की घोषणा की है.
• भारत में विश्व बैंक समर्थित जिन योजनाओं की तैयारी चल रही है उनमें छतों पर लगायी जाने वाली सौर ऊर्जा प्रौद्योगिकी, सौर पार्कों के लिए बुनियादी ढॉचा, बाजार में नवाचारी और संकर प्रौद्योगिकियों को बढ़ावा देना .
सौर ऊर्जा सम्पन्न राज्यों के लिए पारेषण लाइनों से जुड़ी परियोजनाएं शामिल हैं.
• विश्व बैंक समूह के अध्यक्ष जिम यंग किम के अनुसार बैंक ने ग्रिड से जुड़े छत के ऊपर वाले सौर ऊर्जा कार्यक्रम के लिए भारत के साथ 62 करोड़ पचास लाख डॉलर का समझौता किया है.
इस घोषणा से उत्पन्न होने वाले लाभ-
• इससे संयुक्त घोषणा सौर ऊर्जा के लिए वित्त की लामबंदी तेज करने में मदद मिलेगी.
• वर्ष 2030 तक सस्ती सौर ऊर्जा की आवश्यकता हेतु 1000 से अधिक अमेरिकी बिलियन डॉलर जुटाने में विश्व बैंक प्रमुख प्रभावी भूमिका निभा सकता है.
सरकार दिव्यांगों को क और ख वर्ग पदों पर प्रोन्नति में आरक्षण दे: सर्वोच्च न्यायालय
उच्चतम न्यायालय ने 30 जून 2016 को केंद्र सरकार को निर्देशित किया कि वह दिव्यांगों को दिव्यांग व्यक्ति अधिनियम के तहत क और ख वर्ग पदों पर प्रोन्नति में आरक्षण दे.
इसके साथ ही सर्वोच्च न्यायालय ने कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग के पूर्व आदेश को भी रद्द कर दिया.
न्यायालय का स्पष्टीकरण-
- न्यायालय के अनुसार दिव्यांग व्यक्ति अधिनियम में आरक्षण का प्रावधान क और ख वर्ग के पदोन्नति में भी लागू होता है.
- शीर्ष न्यायालय ने कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग के उस आदेश को रद्द कर दिया जिसमें इन श्रेणियों में पदोन्नति में आरक्षण से इनकार किया गया था.
- अधिनियम के अनुसार दिव्यांगों को तीन प्रतिशत आरक्षण की सुविधा उपलब्ध है.
- दृष्टिहीन संघ ने सरकार से राज्यसभा में लम्बित विधेयक में इस निर्देश को शामिल करने का आग्रह किया.
सागरमाला कार्यक्रम के अंतर्गत बंदरगाह-रेल संपर्क परियोजनाओं के विकास को स्वीकृति
जहाजरानी मंत्रालय द्वारा सागरमाला के बंदरगाह संपर्क बढ़ाने के लक्ष्य के तहत चिन्हित किए गए बंदरगाह-रेल संपर्क परियोजनाओं पर काम करने के मसौदे को केंद्र सरकार ने 01 जुलाई 2016 को स्वीकृति दे दी.
- रेल मंत्रालय 20,000 करोड़ रुपये की लागत वाली 21 बंदरगाह-रेल संपर्क परियोजनाओं पर काम करेगा
- इन परियोजनाओं का उद्देश्य रेल निकासी नेटवर्क को मजबूत बनाना और बंदरगाहों को अंतिम छोर तक संपर्क उपलब्ध कराना है.
- इसके अलावा भारतीय बंदरगाह रेल निगम लिमिटेड (आईपीआरसीएल) द्वारा छह अन्य परियोजनाओं पर विचार किया जा रहा है.
- आईपीआरसीएल को पहले विशाखापट्टनम और चेन्नई बंदरगाहों के लिए पहले से 3 बंदरगाह संपर्क परियोजनाओं का आवंटन किया जा चुका है, जो कार्गो की त्वरित निकासी के लिए हैं.
- सागरमाला कार्यक्रम के अंतर्गत राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य योजना, अप्रैल 2016 के तहत कई बंदरगाह-रेल संपर्क परियोजनाओं की पहचान की गई.
- जिसमें आईबी घाटी/तलचर से पारादीप तक हेवी हॉल रेल लाइन शामिल है.
- इस परियोजना से महानदी कोलफील्ड्स लिमिटेड (एमसीएल) से उत्तर भारत के कई तटीय विद्युत संयंत्रों तक तटीय नौवहन के माध्यम से तापीय कोयले की ढुलाई में मदद मिलेगी.
- तूतीकोरिन जैसे बड़े बंदरगाह और धमारा, गोपालपुर, कृष्णापट्टनम जैसे गैर बड़े बंदरगाहों के लिए अन्य रेल संपर्क परियोजनाओं का भी प्रस्ताव है.
सागरमाला कार्यक्रम के बारे में-
- सागरमाला कार्यक्रम का उद्देश्य भारत में बंदरगाह आधारित विकास को बढ़ावा देना है.
- इसका उद्देश्य भारत के तटीय बंदरगाहों की क्षमता बढ़ाना और आधुनिकीकरण, दूरदराज के क्षेत्रों को बंदरगाह संपर्क में सुधार, व्यापार को बढ़ावा देने के लिए बंदरगाह आधारित औद्योगीकरण को सुगम बनाना और तटीय समुदायों का टिकाऊ विकास है.
सागरमाला कार्यक्रम के लक्ष्य-
सागरमाला कार्यक्रम के लिए राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य योजना, जिसे प्रधानमंत्री ने अप्रैल में जारी किया था, के अंतर्गत कार्यक्रम के 4 बड़े उद्देश्यों से संबंधित परियोजनाओं की पहचान की गई है-
1) बंदरगाह आधुनिकीकरण और नए बंदरगाहों का विकास,
2) बंदरगाह संपर्क बढ़ाना,
3) बंदरगाह आधारित औद्योगीकरण
4) तटीय समुदाय विकास
इसके अंतर्गत 150 परियोजनाओं की पहचान की गई है, जिनमें 4 लाख करोड़ रुपये का निवेश होगा और 10 साल में लगभग 1 करोड़ नए रोजगार पैदा होंगे.
जिसमें 40 लाख प्रत्यक्ष रोजगार शामिल हैं.
इन परियोजनाओं से सालाना लगभग 35,000 करोड़ रुपये की लॉजिस्टिक लागत में बचत होने का अनुमान है और इससे 2025 तक भारत से वाणिज्यिक वस्तुओं के निर्यात को बढ़ाकर 110 अरब डॉलर तक पहुंचाने में मदद मिलेगी.
2 July
भारत एवं इज़राइल द्वारा निर्मित बराक-8 मिसाइल का सफल परीक्षण किया गया
भारत ने 30 जून 2016 को मध्यम दूरी की पृथ्वी से हवा में मार करने वाली मिसाइल, बराक-8 का मोबाइल लॉन्चर से सफलतापूर्वक परीक्षण किया. यह परीक्षण ओड़िसा के चांदीपुर में किया गया.
रक्षा अनुसंधान विकास प्रयोगशाला (डीआरडीएल) एवं इज़राइल एरोस्पेस इंडस्ट्रीज (आईएआई) ने मिलकर इस मिसाइल को विकसित किया है.
बराक-8 की विशेषताएं
• इस मिसाइल में मल्टी फंक्शनल सर्विलांस तथा खतरा भांपने के लिए राडार अलर्ट सिस्टम लगाया गया है. यह खतरे को पहचानकर मिसाइल को सूचना देता है.
• मिसाइल में लगाये गये एमएफ-स्टार से उपयोगकर्ता को किसी भी तरह के आकाशीय खतरे से अवगत कराया जा सकता है.
• यह मिसाइलें भारत डायनामिक्स लिमिटेड (बीडीएल) द्वारा तैयार की जायेंगी.
• यह मिसाइलें परीक्षण की अवधि पूर्ण होने के बाद तीनों सेनाओं में शामिल की जा सकेंगी
• एलआर-एसएएम का भारत एवं इज़राइल में नवम्बर एवं दिसम्बर 2015 को सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया.
एचडीएफसी बैंक ने देश का पहला एसएमई बैंक लॉन्च किया
एचडीएफसी बैंक ने 30 जून 2016 को देश का पहला एसएमई बैंक लॉन्च किया. छोटे और मझोले कारोबारियों (एसएमई) को अब लोन लेने के लिए ब्रांच के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं है.
वे अब एक पोर्टल के जरिए बैंक से लोन ले सकते हैं.
संबंधित मुख्य तथ्य:
• उनको पोर्टल पर जाकर जरूरी डाक्युूमेंटस अपलोड करना होगा.
• इसके बाद बैंक खुद उनसे संपर्क कर प्रोसेस को आगे बढ़ाएगा.
• एसएमई पोर्टल के जरिए ही वे अपनी लोन एप्लीकेशन ट्रैक कर सकेंगे.
• एचडीएफसी बैंक ने डिजिटल एसएमई बैंक लांच किया है.
• यह देश का पहला एसएमई बैंक है.
• डिजिटल एसएमई बैंक के जरिए एसएमई डेस्कटॉप, लैपटॉप,टैबलेट या मोबाइल के जरिए 24 घंटे इस सुविधा का लाभ उठा सकते हैं.
• इस फैसिलिटी की वजह से एसएमई को रिलेशनशिप मैनेजर को फोन करने या बैंक आने की जरूरत ही नहीं पडेगी.
• उनके कामकाज का नुकसान नही होगा और समय की बचत होगी.
• एक माह के अंदर इस फैसिलिटी को नए कस्टमर्स के लिए भी शुरू किया जाएगा.
• वे केवल तीन डाक्युमेंट़स को अपलोड करके लोन के लिए आवेदन कर सकेंगे.
• लोन के अलावा डिजिटल बैंक एसएमई को ये सुविधाएं भी देगा जिनमें लेटर ऑफ क्रेडिट, बैंक गारंटी, विदेशी मुद्रा में रेमिटेंस, आयात बिल का अंडर कलेक्शयन/ एलसी अपने कार्यालय से करना शामिल होगा.
• इसके अलावा रिन्यूअल/ एक्समपायरी डेट के बारे में टिकर और एलर्ट भी मिलेगा जिससे एसएमई समय पर डॉक्युमेंट्स दाखिल कर सकेंगे.
जीएमआर एनर्जी ने अडाणी ट्रांसमिशन को पारेषण परियोजनाओं में हिस्सेदारी बेची
जीएमआर एनर्जी ने 01 जुलाई 2016 को अपनी दो पारेषण परियोजनाओं में हिस्सेदारी अडाणी ट्रांसमिशन को बेचने की घोषणा की.
इन पारेषण परियोजनाओं का सौदा 100 करोड़ रुपये में किया गया है. इस पूंजी का इस्तेमाल कर्ज की अदायगी में किया जाएगा.
जीएमआर के अनुसार 'जीएमआर इन्फ्रायस्ट्रक्चर की अनुषंगी (जीआईएल) जीएमआर एनर्जी (जीईएल) ने अडाणी ट्रांसमिशन के साथ समझौता किया है.
समझौते के तहत जीईएल पारेषण परियोजनाएं मारू ट्रांसमिशन सर्विसेज (एमटीएसएल) तथा अरावली ट्रांसमिशन सर्विसेज (एटीएसएल) को अडाणी ट्रांसमिशन को देने पर सहमति जताई.
यह दोनों सब्सिडियरी परियोजनाएं राजस्थान में स्थित हैं. वर्तमान में जीएमआर को एमटीएसएल में 74 प्रतिशत तथा एटीएसएल में 49 प्रतिशत हिस्सेदारी है जिसे अडाणी ट्रांसमिशन को हस्तांतरित किया जाएगा.
दोनों कंपनियों की आय करीब 70 करोड़ रुपये की है और इनका मुनाफा 3 करोड़ रुपये के आसपास है.
दोनों कंपनियों पर लगभग 324 करोड़ रुपये का कर्ज है. इस करार के बाद ये कर्ज अदानी ट्रांसमिशन के हिस्से में चला जाएगा. इस प्रकार जीएमआर एनर्जी का कर्ज का बोझ कम होगा.
इसमें कंपनी के पास दोनों परियोजनाओं में शेष हिस्सेदारी लेने का विकल्प होगा. जीएमआर ने कहा कि यह सौदा 100 करोड़ रुपये का है. सौदा विभिन्न शर्तों पर निर्भर है.
भारत का पहला एकीकृत रक्षा संचार नेटवर्क शुरू
भारत का पहला एकीकृत रक्षा संचार नेटवर्क 30 जून 2016 को शुरू किया गया जिसकी मदद से थलसेना, वायु सेना, नौसेना और विशेष बल कमान शीघ्र निर्णय लेने की प्रक्रिया के लिए परिस्थिति के अनुसार जानकारी साझा करेंगे.
सामरिक एवं अत्यंत सुरक्षित रक्षा संचार नेटवर्क (डीसीएन) की पहुंच लद्दाख से लेकर पूर्वोत्तर और द्वीप क्षेत्रों तक पूरे भारत में है.
तीनों बलों के अपने स्वयं के कमान, संचार एवं खुफिया नेटवर्क हैं लेकिन ऐसा पहली बार किया गया है जब बड़े स्तर पर तालमेल के लिए एक समर्पित नेटवर्क होगा.
इस नेटवर्क की पहुंच पूरे भारत में है और यह इस तथ्य का प्रमाण है कि भारतीय सेना एवं सिग्नल कोर उनके सामने आने वाली हर प्रकार की चुनौती एवं जिम्मेदारी से निपटने में सक्षम हैं.
डीसीएन का निर्माण एचसीएल ने करीब 600 करोड़ रुपये की परियोजना के तहत किया है.
यह नेटवर्क देशभर में फैले 111 प्रतिष्ठानों को कवर करता है और उच्च गुणवत्ता वाली आवाज, वीडियो, डेटा सेवाएं मुहैया कराता है.
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने डॉ. बी सी रॉय राष्ट्रीय पुरस्कार वितरित किए
भारत के राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने 1 जुलाई 2016 को चिकित्सक दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक समारोह में वर्ष 2008, 2009 एवं 2010 के लिए डॉ. बी सी रॉय राष्ट्रीय पुरस्कार वितरित किए. यह पुरस्कार चिकित्सकीय क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए दिया जाता है.
पुरस्कार प्राप्तकर्ताओं की सूची :
वर्ष 2008
क्रम संख्या |
विजेता का नाम |
1 |
डॉ मेमन चांडी |
2 |
प्रोफेसर राजेश्वर दयाल |
3 |
डॉ रोहित वी भट्ट |
4 |
डॉ नीलम मोहन |
5 |
प्रो. मोहन कामेश्वरन |
6 |
डॉ हर्ष जौहरी |
7 |
डॉ गोपाल बदलानी |
8 |
डॉ यश गुलाटी |
वर्ष 2009
क्रम संख्या |
विजेता का नाम |
1 |
डॉ के एच संचेटी |
2 |
डॉ अतुल कुमार |
3 |
डॉ रेनु सक्सेना |
4 |
डॉ कनन ए येलिकर |
5 |
डॉ ए के कृपलानी |
6 |
डॉ जी वी राव |
7 |
डॉ एच एस भानुशाली |
8 |
डॉ मोती लाल सिंह |
9. |
डॉ सी एन पुरुंद्रे |
10. |
डॉ सी वी हरिनारायण |
वर्ष 2010
क्रम संख्या |
विजेता का नाम |
1 |
डॉ निखिल सी मुंशी |
2 |
डॉ तेजिंदर सिंह |
3 |
प्रो ओ पी कालरा |
4 |
डॉ अमरिंदर जीत कंवर |
5 |
डॉ सुभाष गुप्ता |
6 |
डॉ राजेन्द्र प्रसाद |
7 |
डॉ ग्लोरी एलेग्जेंडर |