11-12 Feb 2016 Hindi

11-12Feb news hindi 16 आईसीसी वर्ल्ड टी20: पाक टीम का नेतृत्व शाहिद अफरीदी करेंगे

पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने 10 फरवरी 2016 को वर्ल्ड टी20 के लिए टीम की घोषणा कर दी. पाकिस्तान क्रिकेट ने एशिया कप और वर्ल्ड टी20 दोनों के लिए टीम की घोषणा की है. शाहिद अफरीदी के नेतृत्व में पाक टीम आईसीसी वर्ल्ड टी20 में भाग लेगी.

  • खराब फॉर्म के कारण सलामी बल्लेबाज अहमद अहमद शहजाद और तेज गेंदबाज उमर गुल को बाहर कर दिया.
  • बल्लेबाज सोहेब मकसूद और मोहम्मद रिजवान भी 15 सदस्यीय टीम में जगह नहीं बना पाए.
  • पाकिस्तान के चयनकर्ताओं ने बाएं हाथ के तेज गेंदबाज रुमान रईस और हरफनमौला मोहम्मद नवाज को टीम में शामिल किया है.
  • टेस्ट सलामी बल्लेबाज खुर्रम मंजूर को भी पहली बार टी20 टीम में जगह दी गयी है.
  • पाक चयन कर्ताओं के अनुसार एशिया कप और वर्ल्ड टी20 कप के हालात और घरेलू सर्किट पर प्रदर्शन को ध्यान में रखकर टीम का चयन किया गया.
  • चयन में कप्तान शाहिद अफरीदी और टीम प्रबंधन से सलाह ली गई.
  • टीम में युवाओं और अनुभवी खिलाड़ियों का अच्छा संतुलन है.

 

वर्ल्डटी20 मेंपाकिस्तानकीस्थिति-


  • पाकिस्तान 2007 में पहली बार हुए वर्ल्ड टी20 कप के फाइनल में पहुंचा था. उस मैच में भारत के हाथों उसे शिकस्त का सामना करना पड़ा.
  • इसके दो साल बाद इंग्लैंड में उसने खिताब जीता लेकिन 2014 में बांग्लादेश में हुए टूर्नामेंट में सेमीफाइनल तक भी नहीं पहुंच सका.


पाकिस्तानीटीमकेसदस्य-


शाहिद अफरीदी (कप्तान), खुर्रम मंजूर, मोहम्मद हफीज, शोएब मलिक, उमर अकमल, सरफराज अहमद, बाबर आजम, इफ्तिखार अहमद, इमान वसीम, अनवर अली, मोहम्मद इरफान, वहाब रियाज, मोहम्मद आमिर, मोहम्मद नवाज, रुमान रईस.

  ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज डेयरी कारोबार में करेगी 300 करोड़ का निवेश

11-FEB-2016

ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज खाद्य उत्पाद कंपनी बनने के लिए 300 करोड़ रूपए का निवेश करेगी. कंपनी ने यह घोषणा 09 फरवरी 2016 को की. कंपनी भारत के 85,000 करोड़ रुपए के डेयरी बाजार में अपना विस्तार करने की तैयारी कर रही है.

कंपनी ने डेयरी उत्पादों के क्षेत्र में विस्तार हेतु निदेशक मंडल से मंजूरी मांगी है. प्रथम चरण में 300 करोड़ रुपए के निवेश की संभावना है.

डेयरीकारोबारमेंउतरनेकेलिएकंपनीकीयोजना


  • ब्रिटानियाइंडस्ट्रीजकेप्रबंधनिदेशकवरुणबेरीकेअनुसारकम्पनीकोपूर्णखाद्यउत्पादकंपनीबनानाचाहतेहैंऔरइसकेलिएविशालडेयरीउत्पादक्षेत्रकीउपेक्षानहींकीजासकती.
  • कंपनीकाकहनाहैकिवह 400 करोड़रुपएकेडेयरीउत्पादबेचतेहैंऔरउसेअपनेबेकरीकारोबारकेलिए 300 करोड़रुपएकेडेयरीउत्पादखरीदनेपड़तेहैं.
  • कम्पनीकीखपतऔरबिक्रीकरीब 700 करोड़रुपएहैजोकाफीबड़ाआंकड़ाहै.
  • कंपनीनेडेयरीविशेषज्ञ, शरदगरोडियाकोभीब्रिटानियाइंडस्ट्रीजमेंनियुक्तकियाहै.
  • उन्हेंकंपनीमेंडेयरीपरिचालनकाकारोबारप्रमुखबनायागयाहै.
  • इससेपहलेवहश्रेईबेरडायनामिक्सकेसाथ 16 सालसेजुड़ेथे. जोभारतकीप्रमुखडेयरीउत्पादकंपनियोंमेंशामिलहै.

 

नाटो और यूरोपीय संघ ने साइबर रक्षा सहयोग समझौते पर हस्ताक्षर किया

11-FEB-2016

उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) और यूरोपीय संघ (ईयू) ने 10 फरवरी 2016 को साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में सहयोग में सुधार के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किया.

यह तकनीकी समझौते पर नाटो के ब्रुसेल्स, बेल्जियम स्थिति मुख्यालय में हस्ताक्षर किया गया. यह समझौता दोनों संगठनों को हाइब्रिड युद्ध के आधुनिक रूपों से मुकाबला करने में मदद करेगा.

सूचनाओं के आदान प्रदान और सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करने के लिए समझौते के तहत नाटो और ईयू से आपातकालीन प्रतिक्रिया टीमों के लिए रुपरेखा बनाई गई है.

यह नया समझौता ईयू और नाटो दोनों ही में साइबर दुर्घटनाओं की रोकथाम में सुधार, पता लगाने और प्रतिक्रिया के लिए सूचना साझा करने की सुविधा देगा.

2014 में क्रीमिया पर रूस के कब्जे के बाद से नाटो और ईयू जिनमें 22 सदस्य देश आम हैं, ने  रक्षा संबंधी कई क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ाया है.

कॉमनवेल्थ साइंटिफिक एंड इंडस्टियल रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन के वैज्ञानिकों ने नई आकाशगंगाओं की खोज की घोषणा की

11-FEB-2016

आस्ट्रेलिया स्थित कॉमनवेल्थ साइंटिफिक एंड इंडस्टियल रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन के वैज्ञानिकों ने फरवरी 2016 में नई आकाशगंगाओं की खोज की घोषणा की. इस घोषणा के तहत वैज्ञानिकों ने हमारी आकाशगंगा के पीछे छिपी सैकड़ों आकाशगंगाओं का पता लगाया.

संबंधितमुख्यतथ्य:


•    इस खोज को ऑस्ट्रेलिया में कॉमनवेल्थ साइंटिफिक एंड इंडस्टियल रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन के वैज्ञानिकों ने अंजाम दिया.
•    वैज्ञानिकों के अनुसार, नई खोज ग्रेट अट्रैक्टर कहे जाने वाले, रहस्यमयी गुरुत्वीय अनियमितता वाले क्षेत्र की गुत्थी सुलझा सकती है.
•    ऐसा माना जाता है कि ग्रेट अट्रैक्टर क्षेत्र हमारी आकाशगंगा समेत लाखों आकाशगंगाओं को अपनी ओर खींच रहा है. इसका गुरुत्वबल करोड़ों अरब सूर्य के बराबर है.
•    नई आकाशगंगाएं पृथ्वी से 25 करोड़ प्रकाश वर्ष की दूरी पर हैं. हमारी आकाशगंगा के पीछे छिपे होने के कारण वैज्ञानिकों को अभी तक इनका पता नहीं चल पाया था.
•    इस खोज में आकाशगंगा के पार देखने में एक उन्नत रिसीवर से लैस ‘पार्क्स  रेडियो टेलीस्कोप’ से मदद मिली.
•    यूनिवर्सिटी ऑफ वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया के वैज्ञानिकों के अनुसार, खोज टीम ने 883 आकाशगंगाओं का पता लगाया, जिनमें से एक तिहाई को कभी नहीं देखा गया था.

कॉमनवेल्थ साइंटिफिक एंड इंडस्टियल रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन के वैज्ञानिकों ने नई आकाशगंगाओं की खोज की घोषणा की

 

11-FEB-2016

आस्ट्रेलिया स्थित कॉमनवेल्थ साइंटिफिक एंड इंडस्टियल रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन के वैज्ञानिकों ने फरवरी 2016 में नई आकाशगंगाओं की खोज की घोषणा की. इस घोषणा के तहत वैज्ञानिकों ने हमारी आकाशगंगा के पीछे छिपी सैकड़ों आकाशगंगाओं का पता लगाया.

संबंधितमुख्यतथ्य:


•    इस खोज को ऑस्ट्रेलिया में कॉमनवेल्थ साइंटिफिक एंड इंडस्टियल रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन के वैज्ञानिकों ने अंजाम दिया.
•    वैज्ञानिकों के अनुसार, नई खोज ग्रेट अट्रैक्टर कहे जाने वाले, रहस्यमयी गुरुत्वीय अनियमितता वाले क्षेत्र की गुत्थी सुलझा सकती है.
•    ऐसा माना जाता है कि ग्रेट अट्रैक्टर क्षेत्र हमारी आकाशगंगा समेत लाखों आकाशगंगाओं को अपनी ओर खींच रहा है. इसका गुरुत्वबल करोड़ों अरब सूर्य के बराबर है.
•    नई आकाशगंगाएं पृथ्वी से 25 करोड़ प्रकाश वर्ष की दूरी पर हैं. हमारी आकाशगंगा के पीछे छिपे होने के कारण वैज्ञानिकों को अभी तक इनका पता नहीं चल पाया था.
•    इस खोज में आकाशगंगा के पार देखने में एक उन्नत रिसीवर से लैस ‘पार्क्स  रेडियो टेलीस्कोप’ से मदद मिली.
•    यूनिवर्सिटी ऑफ वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया के वैज्ञानिकों के अनुसार, खोज टीम ने 883 आकाशगंगाओं का पता लगाया, जिनमें से एक तिहाई को कभी नहीं देखा गया था.

एलीफेंटा आइलैंड के विद्युतीकरण की घोषणा

11-FEB-2016

एलीफेंटाआइलैंड : यहस्थानहिन्दूधर्मकीगुफाओंकेलिएप्रसिद्धहै

• यूनेस्को द्वारा विश्व विरासत स्थल के रूप में चिन्हित यह स्थल वर्ष 2016 के फ़रवरी माह में तब चर्चा में आया जब इस आइलैंड के विद्युतीकरण की घोषणा की  गई.
• ज्ञात हो अब तक यह आइलैंड बिजली के लिए डीजल मोटर पर निर्भर था. परन्तु वर्ष 2016 के अगस्त माह तक इस आइलैंड का विद्युतीकरण किया जाएगा. 
• इस आइलैंड को महारष्ट्र के बिजली ग्रिड से जोड़ा जाएगा और इसके लिए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने 25 करोड़ रुपए का आवंटन भी किया है.

• विदित हो वर्ष 1987 में यूनेस्को द्वरा एलीफेंटा आइलैंड को विश्व विरासत स्थल के रूप में नामित किया गया था.
• यह आइलैंड बंबई के समीप ओमान सागर में स्थित है. यहाँ अधिकतर गुफाएं शिव पर आधारित हैं.
• एलीफेंटा आइलैंड मुंबई तट से लगभग 10 किमी दूर स्थित है और लगभग 1200 लोगों का निवास स्थल है.

नाटो एवं यूरोपियन यूनियन ने साइबर सुरक्षा पर सहयोग हेतु समझौता किया

11-FEB-2016

नार्थ अटलांटिक ट्रीटी आर्गेनाईजेशन (नाटो) एवं यूरोपियन यूनियन (ईयू) ने 10 फरवरी 2016 को साइबर सुरक्षा क्षेत्र में आपसी सहयोग बढ़ाने हेतु एक समझौते पर हस्ताक्षर किये.

इस तकनीकी समझौते पर ब्रुसेल्स स्थित नाटो के मुख्यालय में हस्ताक्षर किये गये जिसके तहत आधुनिक हाइब्रिड युद्ध के समय पर सहयोग किया जा सके.

इस समझौते के तहत आपातकाल प्रतिक्रिया टीमों का गठन किया जायेगा जिसमें नाटो एवं ईयू के सदस्य शामिल होंगे.

इस समझौते से साइबर अपराधों की रोकथाम, वांछितों की धरपकड़ एवं ईयू व नाटो के बीच बेहतर तालमेल स्थापित किया जा सकेगा.

वर्ष 2014 से रूस द्वारा क्रीमिया, नाटो एवं ईयू के बीच 22 देशों के गठबंधन से रक्षा क्षेत्र की विभिन्न समस्याओं को हल किया जा चुका है.

रेलमंत्री सुरेश प्रभाकर प्रभु ने भारतीय रेलवे से संबंधित तीन सूचना प्रौद्योगिकी समर्थ परियोजनाओं का शुभारंभ किया

11-FEB-2016

रेलमंत्री सुरेश प्रभाकर प्रभु ने 10 फरवरी 2016 को भारतीय रेलवे से संबंधित तीन सूचना प्रौद्योगिकी समर्थ परियोजनाओं का नई दिल्ली में शुभारंभ किया. इसके तहत रेल मंत्री ने रेल भवन में आयोजित एक समारोह में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए तीन सूचना प्रौद्योगिकी समर्थ परियोजना: (i) टीटीई के लिए हाथ में रखे जाने वाले टर्मिनल, (ii) कागज रहित अनारक्षित टिकटिंग मोबाइल एप्लीकेशन एवं (iii) रेल गाड़ियों में डिस्पोजेबल चादरों की ई-बुकिंग का उद्घाटन किया गया.

संबंधितमुख्यतथ्य:


•   परियोजनाओं में (i) दक्षिण केंद्रीय रेलवे के उपनगरीय में मोबाइल फोन के जरिए कागज रहित अनारक्षित टिकटिंग (ii) उत्तर रेलवे में टीटीई के लिए हाथ में रखे जाने वाले टर्मिनल की पायलट परियोजना (iii) नई दिल्ली और निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन पर रेलगाड़ियों में डिस्पोेजेबल चादरों की ई-बुकिंग शामिल है.
•    इस अवसर पर मुंबई सेंट्रल (बीसीटी) और छत्रपति शिवाजी टर्मिनल (सीएसटीएम) के शुभारंभ की भी घोषणा की गई.
•    इस अवसर पर रेलमंत्री सुरेश प्रभाकर प्रभु द्वारा भारतीय रेल में पारदर्शिता लाने के लिए डिजीटल इंडिया की ओर भारतीय रेलवे की सतत बढ़ने घोषणा.

विश्लेषण:


विदित हो कि सूचना प्रौद्योगिकी समर्थ परियोजनाओं के अंतर्गत प्रारंभ किये गए टीटीई के लिए हाथ में रखने वाले टर्मिनल से पूरी रेल गाड़ी की यात्री सूची की स्थिति को अपडेट करने में मदद मिलेगी. इसके साथ ही सीआरआईएस की मदद से भारतीय रेल ने कागज रहित अनारक्षित टिकटिंग मोबाइल एप्लीकेशन ‘यूटीसनमोबाइल’ तैयार किया है जो सुविधाजनक होने के साथ ही साथ पर्यावरण के लिए हितकारी है.

उत्तराखंड पर्यावरण एवं वन मंत्रालय द्वारा जंगली सुअर एक वर्ष के लिए हिंसक पशु घोषित

11-FEB-2016

केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय (एमओईएफ) ने 3 फरवरी 2016 को उत्तराखंड में जंगली सुअर को एक वर्ष के लिए हिंसक पशु घोषित कर दिया.

वाइल्ड लाइफ (सुरक्षा) एक्ट,1972 की धारा 62 के तहत केंद्र सरकार के पास यह शक्ति निहित है. इसी के तहत जंगली सुअर (सस स्क्रोफा) को हिंसक पशु घोषित किया गया.

इस दौरान उत्तराखंड के 13 जिलों (79 में से 71 उप क्षेत्र) में पशुओं को हिंसक बताया गया.

हिंसकपशुश्रेणी

•    इसके द्वारा राज्य के अधिकारियों को वन्य जीव प्रावधानों के तहत अधिसूचित जानवरों को मारने की अनुमति होगी.
•    वन्य जीव अधिकारी, पुलिस अथवा अन्य अधिकारिक व्यक्ति जिसे लाइसेंस रिवाल्वर दिया गया है, वे जानवर को मार सकते हैं.
•    वन विभाग हथियार अथवा गोलियां खरीदने के लिए 50 प्रतिशत फण्ड मुहैया कराएगा. बाकी का 50 प्रतिशत भाग उपयोगकर्ता द्वारा सुअर को मारे जाने का वीडियो सबूत दिखाए जाने पर दिया जायेगा.
•    मारे गये सुअर को वन्यजीव प्रावधानों के तहत जला दिया जायेगा. इस पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी वन विभाग को सौंपी जाएगी.


पृष्ठभूमि

उत्तराखंड सरकार ने बड़े पैमाने पर सुअर द्वारा कृषि, वन एवं जनजीवन को हानि पहुंचाए जाने के बाद यह कदम उठाया. वन विभाग ने जुलाई 2015 में केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय को जंगली सुअर एवं नील गाय को हिंसक पशु घोषित करने के लिए अनुरोध किया था. लेकिन मंत्रालय ने केवल जंगली सुअर को हिंसक घोषित किये जाने की अनुमति प्रदान की.

उत्तराखंड पर्यावरण एवं वन मंत्रालय द्वारा जंगली सुअर एक वर्ष के लिए हिंसक पशु घोषित

केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय (एमओईएफ) ने 3 फरवरी 2016 को उत्तराखंड में जंगली सुअर को एक वर्ष के लिए हिंसक पशु घोषित कर दिया.

वाइल्ड लाइफ (सुरक्षा) एक्ट,1972 की धारा 62 के तहत केंद्र सरकार के पास यह शक्ति निहित है. इसी के तहत जंगली सुअर (सस स्क्रोफा) को हिंसक पशु घोषित किया गया.

इस दौरान उत्तराखंड के 13 जिलों (79 में से 71 उप क्षेत्र) में पशुओं को हिंसक बताया गया.

हिंसकपशुश्रेणी



•    इसके द्वारा राज्य के अधिकारियों को वन्य जीव प्रावधानों के तहत अधिसूचित जानवरों को मारने की अनुमति होगी.
•    वन्य जीव अधिकारी, पुलिस अथवा अन्य अधिकारिक व्यक्ति जिसे लाइसेंस रिवाल्वर दिया गया है, वे जानवर को मार सकते हैं.
•    वन विभाग हथियार अथवा गोलियां खरीदने के लिए 50 प्रतिशत फण्ड मुहैया कराएगा. बाकी का 50 प्रतिशत भाग उपयोगकर्ता द्वारा सुअर को मारे जाने का वीडियो सबूत दिखाए जाने पर दिया जायेगा.
•    मारे गये सुअर को वन्यजीव प्रावधानों के तहत जला दिया जायेगा. इस पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी वन विभाग को सौंपी जाएगी.


पृष्ठभूमि

उत्तराखंड सरकार ने बड़े पैमाने पर सुअर द्वारा कृषि, वन एवं जनजीवन को हानि पहुंचाए जाने के बाद यह कदम उठाया. वन विभाग ने जुलाई 2015 में केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय को जंगली सुअर एवं नील गाय को हिंसक पशु घोषित करने के लिए अनुरोध किया था. लेकिन मंत्रालय ने केवल जंगली सुअर को हिंसक घोषित किये जाने की अनुमति प्रदान की.

हरिंदर सिद्धू भारत में आस्ट्रेलिया की उच्चायुक्त नियुक्त

 

आस्ट्रेलिया में भारतीय मूल की महिला राजनयिक हरिंदर सिद्धू को  को भारत में ऑस्ट्रेलिया के अगले उच्चायुक्त के रूप में नियुक्त किया गया.

यह नियुक्ति आस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री जूली बिशप द्वारा की गई.

वह पत्रिक सकलिंग का स्थान लेंगी जिनकी नियुक्ति वर्ष 2013 में की गई थी.

इस पद को धारण करने वाली हरिंदर सिद्धू दूसरी पीओआई और पहली भारतीय मूल की महिला हैं.

इनसे पूर्व वर्ष 2009 से 2012 के मध्य पीटर वर्गीजइस पद को धारण करने वाले पहले भारतीय(पीओआई) थे. .

इस नियुक्ति को शीर्ष राजनयिक पदों में महिलाओं की भूमिका को बढ़ाने के रूप में देखा जा रहा है.

इससे पूर्व सिंधु आस्ट्रेलिया में विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर कार्य कर चुकी हैं. इसके अतरिक्त वह पहले मास्को और दमिश्क में आस्ट्रेलिया की ओर से विदेश सेवा दे चुकी हैं.

वह आस्ट्रेलिया में जलवायु परिवर्तन विभाग की पहली सहायक सचिव भी रही हैं.

भारत, इंडो-पेसिफिक क्षेत्र में ऑस्ट्रेलिया के सबसे करीबी और सबसे महत्वपूर्ण साझेदारों में से एक है. भारत आस्ट्रलिया का 10वां सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है.

आईटीसी ने पश्चिम बंगाल में 3000 करोड़ रुपए के निवेश की घोषणा की

11-FEB-2016

विविध समूह आईटीसी ने 10 फरवरी 2016 को पश्चिम बंगाल में 3000 करोड़ रुपए के निवेश की घोषणा की. आईटीसी ने उन तीन परियोजनाओं का अनावरण किया जिनमें यह  निवेश किया जाना है. 

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हावड़ा जिले में पंचाला में एक एकीकृत उपभोक्ता सामान विनिर्माण इकाई की आधारशिला रखी. इसके अलावा कोलकाता के पास राजरहाट में एक आईटी  पार्क की भी आधारशिला रखी.

ममता ने इसके अलावा हावड़ा में यूलुबेरिया में एक अन्य उपभोक्ता सामान विनिर्माण इकाई का भी उद्घाटन किया.

पहला संयंत्र जनवरी, 2017 में कार्य करना आरम्भ करेगा जबकि दूसरी इकाई इस वर्ष मई तक चालू हो जाएगी और आईटी पार्क वर्ष 2018 से चरणों में चालू होगा.

आईटीसकेबारेमें


• आईटीस की स्थापना इम्पीरियल टोबैको कम्पनी ऑफ़ इंडिया लिमटेड के नाम से वर्ष 1910 में की गई थी.
• वर्ष 1970 में इसका नाम बदल कर इंडियन टोबैको कम्पनी किया गया और तत्पश्चात इसका नाम वर्ष 1974 में आईटीसी रखा गया.
• आईटीस का मुख्यालय कोलकता, पश्चिम बंगाल में है.
• वर्तमान में यह कम्पनी होटल, पैकेजिंग, कृषि और सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र में कार्य कर रही है.

वरिष्ठ फिल्म निर्देशक अरबिंदो मुखर्जी का निधन

11-FEB-2016

प्रसिद्ध फिल्म डायरेक्टर अरबिंदो मुखर्जी का 10 फरवरी 2016 को पश्चिम बंगाल स्थित कोलकाता में निधन हो गया. वे 97 वर्ष के थे.

मुखर्जी ने 1970 के दशक में कुछ विशिष्ट बंगाली फिल्मों के निर्देशन में विशेष स्थान हासिल किया जिनमें अग्निसार, मौचक एवं निशि पदमा शामिल हैं.

अभिनेत्री जया भादुरी ने उनके निर्देशन में ही पदार्पण किया. उन्होंने भादुरी को धनई मेये में 1971 में लॉन्च किया.

मुखर्जी की पहली फिल्म किछुखोन के लिए उन्हें राष्ट्रपति पुरस्कार मिला. उनकी फिल्म निशि पदमा का हिंदी रूपांतरण शक्ति सामंता द्वारा अमर प्रेम के नाम से बनाया गया. निशि पदमा के कलाकार थे उत्तम कुमार एवं साबित्री चेटर्जी. मुखर्जी ने इस फिल्म की पटकथा लिखी जिसके लिए उन्हें फिल्मफेयर पुरस्कार दिया गया.

केंद्र सरकार ने भारतीय पूंजीगत क्षेत्र की प्रतिस्पर्धा में वृद्धि हेतु 175 करोड़ रुपए के निवेश की घोषणा की

11-FEB-2016

केंद्र सरकार ने भारतीय पूंजीगत क्षेत्र की प्रतिस्पर्धा में वृद्धि हेतु 175 करोड़ रुपए के निवेश की 10 फरवरी 2016 को घोषणा की. इस घोषणा के अनुसार, “भारतीय पूंजीगत सामान क्षेत्र की वैश्विक प्रतिस्पर्धा” शीर्षक नाम की भारी उद्योग विभाग की एक योजना द्वारा लगभग 175 करोड़ रुपए के अनुदान के रूप में सरकारी सहायता दी जाएगी.

इस योजना में 975 करोड़ रुपए के खर्च का प्रावधान है, जिसमें 580 करोड़ रुपए का अनुदान अंश भी शामिल है.

उपरोक्त घोषणा के तहत भारत सरकार ने भारतीय पूंजीगत सामान क्षेत्र की प्रतिस्पर्धा में और वृद्धि के लिए तथा प्रधानमंत्री के मेक इन इंडिया अभियान पर जोर देने के लिए पांच परियोजनाओं को स्वीकृति दी.

संबंधितमुख्यतथ्य:


• पहलीपरियोजना: भारत सरकार तथा कर्नाटक सरकार के बीच एक संयुक्त उपक्रम से संबंधित है. इसके अंतर्गत एनएमआईजेड, तुमकूर में जापानी पार्क के नजदीक अपनी तरह के पहले, एकीकृत मशीन के कलपुर्जों वाले पार्क के निर्माण के लिए 500 एकड़ भूमि निर्धारित की गई है. 421 करोड़ रुपए की लागत वाली परियोजना भारत सरकार की 125 करोड़ रुपए की अनुदान सहायता द्वारा आंशिक रूप से पूरी की जाएगी. औद्योगिक बुनियादी ढांचे की गुणवत्ता को वैश्विक स्तर तक बढ़ाने में सरकारी सहायता सहायक होगी. पार्क में 117 मशीनी कलपुर्जों की इकाईयां होंगी. सम्पूर्ण रूप से कार्यान्वित होने पर इस पार्क में मशीनी कलपुर्जों का भारतीय कारोबार 9000 करोड़ रुपए होने की संभावना है. इसके साथ-साथ निर्यात/विदेशी मुद्रा में भी उसी के अनुरूप बचत होगी. प्राथमिक तथा सहायक विनिर्माण क्षेत्र तथा वाणिज्यिक/प्राशासनिक क्षेत्र में भी एक लाख से अधिक रोजगारों की सृजना होगी. प्लग तथा प्ले मॉडल में औद्योगिक बुनियादी ढांचे का वैश्विक स्तर, पार्क की विशिष्टता है. कई एमएसएमई तथा स्टार्ट अप आरक्षित स्थानों पर शुरू किए जाएंगे. केन्द्र-राज्य सहयोग के बीच, वैश्विक स्तर की औद्योगिक सुविधाओं के लिए यह पहल एक उदाहरण तथा प्रेरणास्रोत साबित होने की संभावना है. इस तरह से इस उद्योग द्वारा सामना की जा रही निम्न स्तरीय औद्योगिक बुनियादी ढांचे से संबंधित मुख्य बाधा समाप्त हो जाएगी.

• दूसरीपरियोजना:पीएसजी कॉलेज ऑफ टेक्नोलॉजी, कोयम्बटूर मे वेल्डिंग टेक्नोलॉजी, सेंटर ऑफ एक्सीलेंस स्थापित किए जाने से संबंधित है. पीएसजी ने वेल्डिंग अनुसंधान संस्थान, वेल्डिंग उपकरण/उत्पाद निर्माता तथा फिक्की आदि जैसे प्रमुख साझेदारों के सहयोग से एक आधुनिक वेल्डिंग प्रौद्योगिकी उत्कृष्टता केन्द्र की स्थापना करने का प्रस्ताव रखा है. सेंटर ऑफ एक्सीलेंस भारतीय निर्माताओं को केन्द्र द्वारा विकसित नवीनतम प्रौद्योगिकी उपलब्ध करवाकर सहायता प्रदान करेगा. यह प्रौद्योगिकी, वेल्डिंग मशीन के स्वदेश निर्मित कलपुर्जे, उपभोग्य सामग्री तथा स्थानीय रूप से प्रशिक्षित श्रमशक्ति से संबंधित है जिनमें विशेष रूप से ऐसे वेल्डिंग कार्य है जिनमें माहिर लोगों की जरूरत होती है तथा सामरिक क्षेत्रों को इनकी आवश्यकता होती है.

• तीसरीपरियोजना:स्वीकृति एचएमटी मशीन टूल्स लिमिटेड को दी गई है, जो कि एक पीएसयू है जिसने भारत में मशीन कलपुर्जे उद्योग की स्थापना करने तथा उसके विकास में पथ प्रदर्शक का काम किया है. नवीनतम खराद तथा चक्की केन्द्र का निर्माण करके इस प्रस्ताव द्वारा एचएमटी अपने उत्पाद संविभाग का आधुनिकीकरण कर रहा है. इसके लिए विश्व के अग्रणी औद्योगिक प्रौद्योगिकी विकास संस्थान, जर्मनी के मेसर्स फ्रोनहोफर के साथ वह सहयोग कर रहा है. इसके परिणामस्वरूप एचएमटी रेलवे, रक्षा, जहाजरानी, उड्डयन तथा एयरोस्पेस आदि को अत्याधुनिक तथा नवीनतम मशीनों की आपूर्ति कर सकेगा.

• चौथीपरियोजना: इसका प्रस्ताव एचईसी, रांची से है, जो भारी इंजीनियरिंग उपकरण निर्माण के क्षेत्र में एक केन्द्रीय पीएसयू है. यूएसएसआर के सहयोग से स्थापित एचईसी भारी इंजीनियरिंग उपकरण निर्माण में शीर्ष में है, जिसके साथ विश्व में कम ही कंपनियां मुकाबला कर सकती है. वर्तमान स्वीकृति के अंतर्गत एचईसी मेसर्स सीएनआईआईटीएमएएसएच के साथ सहयोग कर रही है जो रूसी सरकार का औद्योगिक प्रौद्योगिकी अनुसंधान संस्थान है. इस सहयोग का एक महत्व यह है कि कई दशकों के बाद सामरिक रूप से महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकियां भारत में सार्वजनिक क्षेत्र में फिर से प्रवेश करेंगी.

• पांचवीपरियोजना: तीन वर्षों  में 1350 इंजीनियरों को नवीनतम प्रौद्योगिकियों में प्रशिक्षण देने से यह प्रस्ताव संबंधित है, जिनमें इलेक्ट्रो स्लैग री-मेलटिंग, वेल्डिंग गियर बॉक्स निर्माण तथा अविनाशकारी परीक्षण शामिल है.

मुकेश बंसल ने फ्लिपकार्ट से इस्तीफा दिया

11-FEB-2016

मुकेश बंसल ने 10 फरवरी 2016 को फ्लिपकार्ट से इस्तीफा दे दिया. 

वे फ्लिपकार्ट में कॉमर्स और एडवरटाइजिंग बिजनेस विभाग के प्रमुख थे. पिछले सप्तााह ही कंपनी के शीर्ष स्तर पर हुए बदलाव के बाद फ्लिपकार्ट के सह-संस्थालपक बिन्नी बंसल को मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) बना दिया गया था.

मार्च में मुकेश बंसल अपने पद से मुक्त हो जाएंगे लेकिन फ्लिपकार्ट तथा मिंत्रा के साथ बतौर सलाहकार जुड़े रहेंगे. गौरतलब है कि फ्लिपकार्ट द्वारा ऑनलाइन फैशन स्टोंर मित्रा के अधिग्रहण के बाद से ही मुकेश बंसल कंपनी से जुडे़ हुए थे.

मुकेशबंसल

आईआईटी खड़गपुर से इंजिनियरिंग की पढ़ाई करने वाले मुकेश मिन्त्रा के संस्थापक हैं और मई 2014 में फ्लिपकार्ट द्वारा इसे खरीदने के बाद से वह इस कंपनी में थे.

क्विंटन डिकॉक ने अंतर्राष्ट्रीय वनडे मैचों में सबसे कम उम्र में 10 शतक लगाने का रिकॉर्ड बनाया

11-FEB-2016

दक्षिण अफ्रीकी विकेटकीपर और बल्लेबाज क्विंटन डिकॉक ने 9 फरवरी 2016 को दक्षिण अफ्रीका के सुपर सपोर्ट पार्क में आयोजित मैच में इंग्लैंड के खिलाफ वनडे मुकाबले में इंडिया के  बल्लेबाज विराट कोहली के रिकॉर्ड को तोड़ दिया.

ज्ञात हो अब तक विराट कोहली के नाम वनडे क्रिकेट में सबसे कम उम्र में 10 शतक लगाने का रिकॉर्ड था. डिकॉक ने विराट के मुकाबले यह रिकॉर्ड 101 दिन के अंतर से तोड़ा. 

विराट ने 23 साल और 159 दिन की उम्र में 10वां वनडे शतक लगाया था. जबकि डिकॉक ने 23 साल और 54 दिन में यह रिकॉर्ड बनाया.

इसके अतिरिक्त कोहली को 10 सेंचुरी के लिए 80 पारियां खेलनी पड़ी थी जबकि डिकॉक ने 55वीं पारी में यह कारनामा कर दिखाया.

ज्ञात हो दक्षिण अफ्रीकी में 3 फरवरी 2016 से 14 फरवरी 2016 तक दक्षिण अफ्रीकी और इंग्लैंड के मध्य पांच मैचों की वनडे सीरीज का आयोजन किया गया है.

आरबीआई ने ब्याज दर विकल्प सम्बन्धी पी जी आप्टे कार्यदल रिपोर्ट जारी की 

भारतीय रिज़र्व बैंक (आरबीआई) ने 8 फरवरी 2016 को भारत में ब्याज दर विकल्प सम्बन्धी पी जी आप्टे कार्यदल रिपोर्ट जारी की. यह रिपोर्ट आरबीआई समिति द्वारा तैयार की गयी जिसकी अध्यक्षता पी जी आप्टे ने की.

पीजीआप्टेसमितिकीसिफारिशें


•    आरंभ में, साधारण कॉल और पुट आप्शन, कैप्स, फ्लोर, कॉलर्स और स्वैप की अनुमति दी जा सकती है. इसके बाद मिश्रित संरचनाओं को शुरू किया जा सकता है.
•    ओटीसी और शेयर बाजार ट्रेडेड आप्शन्स शुरू किए जा सकते हैं जबकि ओटीसी खंड में केवल यूरोपीयन आप्शन्स की अनुमति दी जा सकती है, शेयर बाजारों में अमेरिकन और यूरोपीयन दोनों संरचनाओं की अनुमति दी जा सकती है.
•    भारतीय नियत आय मुद्रा बाजार और व्युत्पन्न संघ (फिम्डा)/फाइनैंशियल बेंचमार्क इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (एफबीआईएल) जी-सेक, मिबोर, ओआईएस, मिफोर, आईआरएफ आदि की तरह बेंचमार्क के रूप में पात्र घरेलू मुद्रा अथवा ऋण बाजार दरों की सूची के साथ आ सकते हैं.
•    बैंकों, प्राथमिक व्यापारियों और अच्छी वित्तीय और विवेकपूर्ण जोखिम प्रबंध वाली अन्य विनियमित संस्थाओं को संबंधित विनियामक के अनुमोदन से बाजार मेकर के रूप में अनुमति दी जा सकती है, अंतर्निहित ब्याज दर जोखिम वाली सभी घरेलू संस्थाओं को उपयोगकर्ताओं के रूप में अनुमति दी जा सकती है.
•    अंतर्निहित एक्सपोज़र के संबंध में 5 करोड़ रुपये तक के एक्सपोज़र के लिए प्रलेखन की जरूरत नहीं है, बड़े कार्पोरेटों को उनके प्रत्याशित ब्याज दर एक्सपोज़र के लिए हेजिंग पोजिशन की भी अनुमति दी जा सकती है.

इस कार्यदल की सिफारिशों पर 26 फरवरी 2016 तक ई-मेल पर सुझाव भेजे जा सकते हैं. अंतिम दिशा-निर्देशों को प्राप्त प्रतिसूचनाओं को ध्यान में रखते हुए मार्च 2016 के अंत तक जारी किया जाएगा.

पृष्ठभूमि

वित्तीय बाजारों पर तकनीकी परामर्शदात्री समिति (टीएसी) ने 21 अप्रैल 2015 को आयोजित अपनी बैठक में प्रो. पी जी आप्टे की अध्यक्षता में एक कार्यदल का गठन किया था. इस कार्यदल का कार्य उन सभी संगत मुद्दों की जांच करना और भारत में ब्याज दर आप्शन्स शुरू करने संबंधी ढांचे पर सिफारिश देना था.

वर्तमान में भारत में अनुमत ब्याज दर डेरिवेटिवों में ओटीसी खंड में ब्याज दर स्वैप (आईआरएस) और फारवर्ड दर करार (एफआरए) हैं तथा शेयरों बाजारों में ब्याज दर फ्यूचर्स (आईआरएफ) हैं. इस समयावधि के दौरान आईआरएस बाजार में विकास हुआ है और इसमें पर्याप्त चलनिधि है. 

विभिन्न श्रेणियों के प्रतिभागियों की व्यापक सहभागिता से आईआरएफ बाजार में कारोबार धीरे-धीरे बढ़ गया है. अपनी बहियों में बाजार जोखिम के प्रबंधन के लिए बैंकों और अन्य बाजार सहभागियों द्वारा इन ब्याज दर डेरिवेटिवों का उपयोग किया जा सकता है. तथापि  बैंकों सहित वित्तीय संस्थाओं के पास तुलन-पत्रों में सन्निहित आप्शन्स के प्रबंधन के लिए कोई लिखत नहीं है.

वैज्ञानिकों ने गुरूत्वाकर्षी तरंगों की खोज की

12-FEB-2016

भौतिक और खगोल विज्ञान के लिए की गयी एक महत्वपूर्ण खोज में अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिकों ने 11 फरवरी को 2016 गुरूत्वाकर्षी तरंगों का पता लगाया. इसकी भविष्यवाणी अल्बर्ट आइंस्टीन ने एक सदी पूर्व ही कर दी थी. जो सौ साल बाद सच साबित हुई.

  • वैज्ञानिकों के अनुसार इससे ब्रहमांड को समझने के नए रास्ते खुले हैं.
  • ये तरंगें ब्रहमांड में भीषण टक्करों से उत्पन्न हुई थीं. 

भारतमेंभीस्थापितहैगुरूत्वाकर्षणप्रयोगशाला-

गुरूत्वाकर्षी तरंग की खोज की घोषणा आईयूसीएए पुणे और वाशिंगटन डीसी, अमेरिका में वैज्ञानिकों ने एक साथ की. भारत में गुरूत्वाकर्षण प्रयोगशाला स्थापित की जा रही है. 

भारतीयसंस्थाननेभीमिशनमेंकियासहयोग-

  • भारतीय वैज्ञानिकों ने गुरूत्वाकर्षी तरंग की खोज के लिए महत्वपूर्ण परियोजना में डाटा विश्लेषण सहित अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. इंस्टिटयूट ऑफ प्लाजमा रिसर्च गांधीनगर, इंटर यूनिवर्सिटी सेंटर फॉर एस्ट्रोनामी एंड एस्ट्रोफिजिक्स पुणे और राजारमन सेंटर फॉर एडवांस्ड टेक्नोलाजी इंदौर सहित कई संस्थान इस परियोजना से जुड़े रहे. 

क्याकहाथाअल्बर्टआइंस्टीननेथ्योरीऑफरिलेटिविटी

केबारेमें -

  • करीब सवा अरब साल पहले ब्रह्मांड में 2 ब्लैक होल में टक्कर हुई थी और यह टक्कर इतनी भयंकर थी कि अंतरिक्ष में उनके आसपास मौजूद जगह और समय, दोनों का संतुलन बिगड़ गया. इस टक्कर के बारे में तत्कालीन वैज्ञानिक आइंस्टाइन ने 100 साल पहले कहा था कि इस टक्कर के बाद अंतरिक्ष में हुआ बदलाव सिर्फ टकराव वाली जगह पर सीमित नहीं रहेगा. उनके अनुसार इस टकराव के बाद अंतरिक्ष में ग्रैविटेशनल तरंगें (गुरूत्वाकर्षण तरंगें) पैदा हुईं और ये तरंगें किसी तालाब में पैदा हुई तरंगों की तरह आगे बढ़ती हैं.
  • अब दुनिया भर के वैज्ञानिकों को आइंस्टीन की थ्योरी ऑफ रिलेटिविटी (सापेक्षता के सिद्धांत) के सबूत मिल गए हैं.
  • ब्रिटेन के एक वरिष्ठ वैज्ञानिक ने इसे सदी की सबसे बड़ी वैज्ञानिक खोज करार दिया है.
  • आइंस्टाइन से पहले तक अंतरिक्ष और समय को किसी भी असर से मुक्त माना जाता था.
  • दशकों से वैज्ञानिक इस बात का पता लगाने की कोशिश कर रहे थे कि क्या गुरुत्वाकर्षण तरंगें वाकई दिखती हैं.
  • इसकी खोज करने के लिए यूरोपियन स्पेस एजेंसी ने लीज पाथफाइंडर नाम का स्पेसक्राफ्ट अंतरिक्ष में भेजा था.
  • खगोलविदों ने अत्याधुनिक एवं बेहद संवेदनशील लेजर इंटरफेरोमीटर ग्रेविटेशनल वेव ऑबजर्वेटरी या लीगो का इस्तेमाल किया.
  • लीगो की मदद से उन्होंने दूर दो ब्लैक होल के बीच हुई हालिया टक्कर में पैदा हुई गुरूत्वीय तरंग का पता लगाया. 

क्याहैंगुरूत्वीयतरंग-

  • गुरूत्वीय तरंगों की सबसे पहली व्याख्या आंइस्टीन ने वर्ष 1916 में अपने सापेक्षिता के सामान्य सिद्धांत के तहत की थी. ये चौथी विमा दिक्-काल में असाधारण रूप से कमजोर तरंगें हैं. जब बड़े लेकिन सघन पिंड, जैसे ब्लैक होल या न्यूट्रॉन स्टार आपस में टकराते हैं तो उनके गुरूत्व से पूरे ब्रह्मांड में तरंगे पैदा होती हैं. उन तरंगों को गुरूत्वीय तरंग कहते हैं.
  • वैज्ञानिकों को 1970 के दशक में की गई गणनाओं के आधार पर गुरूत्वीय तरंगों के अस्तित्व का अप्रत्यक्ष साक्ष्य मिला था.
  • इस उपलब्धि को वर्ष 1993 का भौतिकी का नोबल पुरस्कार से नवाजा गया था.
  • गुरूत्वीय तरंग की सीधी पहचान से जुड़ी मौजूदा घोषणा को एक बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है.
  • ध्वनि तरंगों के मौजूद होने की बात जानना एक चीज है लेकिन बीथोवेन (महान संगीतकार) के पांचवे सिंफनी को वास्तव में सुन पाना एक अलग ही बात है.
  • वर्ष 1979 में, नेशनल साइंस फाउंडेशन ने तरंगों की पहचान का तरीका निकालने के लिए कैलिफोर्निया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी और मेसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी को धन दिया था.
  • 20 साल बाद, उन्होंने वाशिंगटन के हैनफोर्ड और लुइसियाना के लिविंगटन में दो लीगो संसूचक बनाने शुरू किए. इन्हें वर्ष 2001 में सक्रिय किया गया.

खोजदलकेवैज्ञानिकोंकेविचार-

  • खोज दल से इतर जॉन हॉपकिन्स विश्वविद्यालय के भौतिकविद मार्क केमिओनकोव्सी के अनुसार ‘इस खोज के बाद ब्लैक होल के विलय को सुन पाएंगे.’’
  • पेनसेल्वानिया स्टेट विश्वविद्यालय के टीम सदस्य चाड हाना के अनुसार गुरूत्वीय तरंगे ‘‘ब्रह्मांड का साउंडट्रैक है.’’
  • अष्टेकर के अनुसार गुरूत्वीय तरंगों की पहचान इतनी मुश्किल है कि जब आइंस्टीन ने पहली बार इनकी व्याख्या की थी, तब उन्होंने कहा था कि वैज्ञानिक कभी भी इन्हें सुन नहीं पाएंगे.
  • कोलंबिया विश्वविद्यालय के अंतरिक्ष विज्ञानी और खोज दल के सदस्य एस मार्का के अनुसार इस क्षण से पहले तक वे अन्तरिक्ष का संगीत नहीं सुन पाते थे.
  • जिसकी लागत 1.1 अरब डॉलर है.

उत्तर-प्रदेश बजट 2016-17 विधान सभा में पेश

12-FEB-2016

उत्तर-प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने 12 फरवरी 2016 को बतौर वित्त मंत्री उत्तर-प्रदेश का वर्ष 2016-17 का बजट विधान सभा में पेश किया. उत्तर-प्रदेश के बतौर वित्त मंत्री अखिलेश यादव ने पांचवां एवं अब तक का सबसे बड़ा बजट पेश किया.

संबंधितमुख्यतथ्य:

•    उत्तर-प्रदेश बजट 2016-17 में राज्य के लिए कुल 3.46 लाख करोड़ रुपये का प्रावधान.
•    पिछले बजट (2015-16) से 14.6 प्रतिशत ज्यादा आवंटन. 
•    समाजवादी पेंशन के दायरे में वृद्धि करते हुए 55 लाख लोगों को समाजवादी पेंशन देने की घोषणा.
•    आबकारी कर और वैट में 10-10 फीसदी की वृद्धि.
•    राजस्व प्राप्ति 3.40 लाख करोड़ का अनुमान.
•    वृद्धावस्था पेंशन 39 लाख लोगों तक पहुंचेगी.
•    समाजवादी पूर्वांचल एक्प्रेस बजट प्रावधान में शामिल.
•    गन्ना मूल्य भुगतान के लिए 1336 करोड़.
•    राजकीय मेडिकल कॉलेजों की संख्या 16 एवं एमबीबीएस की सीट बढ़कर 1700 करने की घोषणा. 
•    10 लाख से ज्यादा ‌किसानों को डीबीटी का लाभ ‌मिलेगा.
•    सूखाग्रस्त जिलों के ‌लिए 2057 करोड़ रुपये का प्रावधान.
•    1200 कौशल विकास प्रशिक्षक केंद्र खुलने की घोषणा.
•    सूखाग्रस्त जिलों में चारा-दाना कार्यक्रम.
•    किसानों को 3 फीसदी पर सरकार द्वारा ऋण देने की घोषणा.
•    इंदिरा आवास के लिए 3162 करोड़ रुपए का प्रावधान.
•    लखनऊ मेट्रो के लिए 814 करोड़ रुपए का आवंटन.
•    शहरों को 22 घंटे बिजली देने की घोषणा.
•    कन्नौज में विशेष आलू मंडी के लिए 102 करोड़ रुपये का आवंटन.

ब्रैंडन मैक्कुलम ने लगातार 100वां टेस्ट खेल कर रिकॉर्ड बनाया

12-FEB-2016

न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच दो टेस्ट मैचों की सीरीज में मैदान पर उतरने के साथ ही कीवी कप्तान मैक्कुलम ने 12 फरवरी 2016 को लगातार 100वां टेस्ट खेल कर इतिहास रच दिया.

  • यह उनके टेस्ट करियर का 100वां टेस्ट मैच था.
  • ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में उतरने के साथ ही वे टेस्ट मैचों का शतक पूरा करने वाले न्यूजीलैंड के तीसरे खिलाड़ी बन गए.
  • इससे पहले डेनियल विटोरी (112) और स्टीफन फ्लेमिंग (111) के नाम यह रिकॉर्ड है.
  • 34 साल के मैकुलम ने 9 मार्च 2004 को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट मैच में पदार्पण किया था.
  • तब से उन्होंने लगातार 100 टेस्ट खेलते हुए नया रिकॉर्ड बना दिया
  • मैकुलम के अलावा दक्षिण अफ्रीका के क्रिकेटर के नाम रिकॉर्ड है जिन्होंने पदार्पण के बाद से लगातार 98 टेस्ट मैच खेले हैं.
  • न्यूजीलैंड के इसी कीवी बल्लेबाज के नाम एक मात्र तिहरा शतक लगाने का भी रिकॉर्ड है.
  • टेस्ट क्रिकेट के 139 साल के इतिहास में आज तक यह मुकाम दुनिया के किसी भी खिलाड़ी ने हासिल नहीं किया.

 

अलविदाक्रिकेट-

क्राइस्चर्च में 20 फरवरी को होने वाले दूसरे और आखिरी टेस्ट मैच के बाद ब्रैंडन मैकुमल क्रिकेट के सभी प्रारूपों को अलविदा कह देंगे.

मैकुलमकाटेस्टकरियर-
मैच- 99 
पारी- 172 
रन- 6273 
सर्वोच्च स्कोर - 302
औसत- 38.48 
स्ट्राइक रेट- 63.71 
शतक- 11 
अर्द्धशतक- 31 
चौका-751 
छक्का - 100

प्रसिद्ध कृषि वैज्ञानिक सीबी सुब्रमण्यम का निधन

12-FEB-2016

भारत के सर्वोच्च विज्ञान सम्मान ‘शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार’ से सम्मानित भारतीय माइकोलॉजिस्ट सीबी सुब्रमण्यम का 5 फरवरी 2016 को बैंकाक में निधन हो गया. वे मशरूम के कृषि विशेषज्ञ वैज्ञानिक के रूप में काफी प्रसिद्ध थे.

संबंधितमुख्यतथ्य:

•    सीबी सुब्रमण्यम को अपने खोजे गए मशरूम को संस्कृत नाम देने के लिए जाना जाता है. 
•    वर्ष 1965 में उन्हें देश के सर्वोच्च विज्ञान सम्मान शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. 
•    वे वर्ष 1977 में अंतरराष्ट्रीय माइकोलॉजी संघ के और 1983 में अंतरराष्ट्रीय माइकोलॉजिकल कांग्रेस के अध्यक्ष चुने गए थे. 
•    वर्ष 1973 में उन्होंने माइकोलॉजी सोसायटी ऑफ इंडिया की स्थापना की और कवक (मशरूम) नाम से पत्रिका शुरू की.
•    वर्ष 1998 तक वह कवक के संपादक रहे.

पुलित्ज़र पुरस्कार के विजेता लेस्ली बेसेट का निधन

12-FEB-2016

पुलित्ज़र पुरस्कार के विजेता लेस्ली बेसेट का 4 फरवरी 2016 को जॉर्जिया स्थित ओकवुड में निधन हो गया. वे 93 वर्ष के थे.

लेस्लीबेसेट

•    उनका जन्म 22 जनवरी 1923में कैलिफ़ोर्निया स्थित हेनफोर्ड में हुआ था.
•    वे द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान अमेरिकी सेना एवं यूरोप में बतौर कंपोजर कार्यरत रहे.
•    वे यूनिवर्सिटी ऑफ़ मिशिगन में क्लासिकल म्यूजिक के मास्टर कम्पोज़र थे. 
•    बेसेट को वर्ष 1966 में पुलित्ज़र पुरस्कार से सम्मानित किया गया.

विप्रो ने अमेरिकी कंपनी हेल्थ प्लान सर्विसेज़ का अधिग्रहण किया

12-FEB-2016

विप्रो ने 11 फरवरी 2016 को अमेरिका की कंपनी हेल्थ प्लान सर्विसेज़ का अधिग्रहण करने की घोषणा की.
विप्रो हेल्थ प्लान के 100 प्रतिशत शेयरों का 460 मिलियन अमेरिकी डॉलर में अधिग्रहण करेगी. 
लेनदेन के लिए नियामक की मंजूरी आवश्यक है और अगले 60-90 दिनों में प्रक्रिया पूरी होने की संभावना है.
इस अधिग्रहण से भारत की तीसरी सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर कम्पनी को अमेरिकी स्वास्थ्य बीमा बाजार में अपनी स्थिति मजबूत करने में सहायता मिलेगी.

हेल्थप्लानसर्विसेज़

•    इसका मुख्यालय अमेरिका स्थित फ्लोरिडा में है तथा इसकी स्थापना 1970 में की गयी.
•    यह अमेरिका में स्वतंत्र तकनीक एवं बिज़नेस प्रोसेस उपलब्ध कराने वाली एक अग्रणी  कंपनी है.
•    यह कंपनी स्वास्थ्य बीमा कंपनियों के लिए प्रौद्योगिकी प्लेटफार्म प्रदान करती है. यह अपने ग्राहकों को अमेरिका के 40 से अधिक सार्वजनिक और 150 से अधिक निजी एक्सचेंजों के के साथ जोड़ता है.

मप्र न्यायधीश यौन उत्पीड़न मामले की जांच हेतु रंजन

गोगोई, समिति के अध्यक्ष नियुक्त

12-FEB-2016

राज्यसभा के सभापति डॉ. हामिद अंसारी ने 11 फरवरी 2016 को मध्य प्रदेश उच्चन्यायालय के न्यायधीश एस के गंगले के विरुद्ध लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच के लिए  बनी समिति का अध्यक्ष उच्चतम न्यायालय के न्यायधीश रंजन गोगोई को बनाया.

ज्ञात हो इस नियुक्ति से पूर्व विक्रमजीत सेन को इस समिति का अध्यक्ष चुना गया था. परन्तु वर्ष 2015 के दिसम्बर माह में सेन पद से सेवानिवृत्त हो गए थे.

तत्पश्चात महान्यायवादी मुकुल रोहतगी ने ऐसा विचार व्यक्त किया था कि 31 दिसंबर को न्यायधीश सेन के सेवानिवृत्त होने के बावजूद उन्हें जांच पैनल का प्रमुख बनाए रखा जा  सकता है, क्योंकि 1968 की न्यायधीशों के विरुद्ध जांच कानून में इस बारे में कुछ भी नहीं कहा गया है.

इस स्थिति पर फैसला लेने की जिम्मेदारी राज्यसभा के सभापति हामिद अंसारी पर छोड़ गई थी.

सेन की अध्यक्षता के सन्दर्भ में कानून मंत्रालय ने कहा था कि सेन को उच्चतम न्यायलय के न्यायधीश होने के कारण समिति का अध्यक्ष बनाया गया था.

विदित हो विक्रमजीत सेन की अध्यक्षता में गठित समिति में कलकत्ता उच्चन्यायालय के मुख्य न्यायाधीश मंजुला चेलुर और उच्चतम न्यायलय के वरिष्ठ वकील केके वेणुगोपाल  सदस्य होंगे.

सोवियत फुटबॉल खिलाड़ी अनातोली इल्यिन का निधन

12-FEB-2016

सोवियत फुटबॉल खिलाड़ी अनातोली इल्यिन का मास्को, रूस में 10 फरवरी 2016 को निधन हो गया. वह 84 वर्ष के थे.

इल्यिन ने यूईएफए यूरोपीय चैम्पियनशिप में पहला क्वालिफाइंग गोल किया था जिसकी मदद से वर्ष 1956 सोवियत यूनियन ने ओप्ल्म्पिक स्वर्ण जीता था.

अपने क्लब कैरियर के दौरान इस फुटबॉलर ने गृह नगर स्पार्टक मोस्कवा में पांच सोवियत शीर्ष लीग खिताब और दो सोवियत कप जीते. वह वर्ष 1954 से 1958 के मध्य शीर्ष स्कोरर थे और उन्होंने अपने 13 साल के करियर में 106 गोल किए.

उन्होंने वर्ष 1958 में फीफा विश्व कप में भाग लिया और वर्ष 1952-1959 के मध्य 31 कैप्स जीतीं और 16 गोल किए

भारत एवं यूएई ने अक्षय उर्जा सहित नौ समझौतों पर हस्ताक्षर किये

12-FEB-2016

भारत और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने 11 फ़रवरी 2016 को नौ समझौतों पर हस्ताक्षर किए.
इन समझौतों में साइबर सुरक्षा, बुनियादी सुविधाएं, अक्षय ऊर्जा और वित्त के क्षेत्र जैसे क्षेत्रों की एक विस्तृत रेंज को कवर किया गया.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तथा आबूधाबी के राजकुमार एवं यूएई की सशस्त्र सेनाओं के उप मुख्य कमांडर जनरल शेख मोहम्मद बिन जायेद अल नाह्यान के बीच नई दिल्ली स्थित हैदराबाद हाउस में हुई द्विपक्षीय बैठक के बाद इन समझौतों का आदान-प्रदान किया गया.

समझौते

• साइबरअपराधऔरसाइबरस्पेसमेंतकनीकीसहयोगपरसमझौताज्ञापन : संयुक्त अरब अमीरात के आंतरिक मंत्रालय और भारत गणराज्य के गृह मंत्रालय के मध्य हुए इस समझौते के तहत साइबर स्पेस एवं साइबर अपराध के लिए संयुक्त कार्य दल तैयार किया जायेगा.
• भारतमेंसंयुक्तअरबअमीरातद्वाराबुनियादीढांचेमेंनिवेशमेंसंस्थागतनिवेशकोंकीभागीदारीसुविधाजनकबनानेकेलिएरूपरेखाकीस्थापनापरसमझौता : यूएई के निवेशकों द्वारा भारत में निवेश को सुविधाजनक बनाये जाने के लिए समझौते पर हस्ताक्षर किये गये.
• अक्षयऊर्जासहयोगपरसामान्यरूपरेखाहेतुसमझौता: इसके तहत दोनों देशों के मध्य व्यापक परियोजनाओं, निवेश, अक्षय और स्वच्छ ऊर्जा के क्षेत्र में अनुसंधान एवं विकास के क्षेत्र में सहयोग के माध्यम से द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने के लिए समझौते पर हस्ताक्षर किये गये. इस क्षेत्र में जानकारी साझा करने के लिए संयुक्त प्लेटफ़ॉर्म भी बनाया जा सकता है.
• शांतिपूर्णउद्देश्योंकेलिएअन्वेषणऔरबाह्यअंतरिक्षकेउपयोगपरसहयोगहेतुसमझौताज्ञापन : भारतीय अन्तरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) एवं संयुक्त अरब अमीरात अंतरिक्ष एजेंसी द्वारा अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में, प्रौद्योगिकी और रिमोट सेंसिंग सहित उपग्रह संचार और उपग्रह आधारित नेविगेशन क्षेत्र में सहयोग के लिए एक ढांचा सुविधा तैयार करने हेतु समझौते पर हस्ताक्षर किये गये.
• बीमापर्यवेक्षणकेक्षेत्रमेंद्विपक्षीयसहयोगकेलिएसमझौताज्ञापन: भारतीय बीमा नियामक प्राधिकरण एवं संयुक्त अरब अमीरात बीमा प्राधिकरण के मध्य बीमा योजनाओं एवं प्रासंगिक विनियामक और पर्यवेक्षी सूचना के आदान प्रदान के माध्यम से आपसी समझ बढ़ाने तथा उनसे संबंधित कानूनों और नियमों का अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये गये.
भारतऔरसंयुक्तअरबअमीरातकेबीचसांस्कृतिकसहयोगकेलिएकार्यकारीकार्यक्रम: सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रम 2016-2018 तथा द्विपक्षीय सांस्कृतिक समझौते (1975) के तहत सांस्कृतिक आदान-प्रदान की गतिविधियों की एक श्रृंखला के लिए अवसर प्रदान करता है.
कौशलविकासऔरयोग्यताकीमान्यताकेलिएसहयोगपरआशयपत्र:  भारत के कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय तथा यूएई के राष्ट्रीय योग्यता प्राधिकरण के बीच एक आशय पत्र पर हस्ताक्षर किये गये जिसके तहत कौशल विकास एवं उद्यमिता के लिए समझौता किया गया.
• व्यापारकेअवसरोंपरसमझौता : दुबई इकनोमिक काउंसिल एवं एक्सपोर्ट-इम्पोर्ट बैंक ऑफ़ इंडिया के बीच एक समझौता किया गया. इसके तहत दोनों दल व्यापार और व्यापार के अवसरों के बारे में जानकारी का आदान-प्रदान करने के लिए और दुबई सरकार द्वारा भारतीय सरकार के साथ सेवाओं की खरीद को सुविधाजनक बनाने के लक्ष्य को आगे बढ़ाने के लिए अवसर प्रदान करता है.
मुद्राविनिमयव्यवस्था : भारतीय रुपये एवं यूएई दिरहम के लिए भारतीय रिजर्व बैंक और संयुक्त अरब अमीरात की सेंट्रल बैंक के बीच द्विपक्षीय मुद्रा विनिमय व्यवस्था के लिए समझौता किया गया.

भारतीय हथकरघा ब्रांड की एकीकृत वेबसाइट का शुभारम्भ

12-FEB-2016

भारतीय हथकरघा ब्रांड की एकीकृत वेबसाइट www.indiahandloombrand.gov.in का 11 फरवरी 2016 को शुभारंभ किया गया.

यह वेबसाइट उपभोक्ताओं, थोक खरीदारों और हथकरघा उत्पादकों के लिए सभी सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए एकल मंच प्रदान करेगी. यह वेबसाइट सभी पंजीकृत भारतीय हथकरघा उत्पादकों का पूरा विवरण उपलब्ध कराएगी, जिससे ग्राहकों को वास्तविक भारतीय हथकरघा उत्पादों का सत्यापन करने में सहायता मिलेगी.

इस वेबसाइट के माध्यम से उपभोक्ता पंजीकरण संख्या के माध्यम से ब्रांड ‘लोगों’ की वास्तविकता का सत्यापन करने में सक्षम होंगे. इसके अतिरिक्त वे पंजीकरण संख्या के माध्यम से ब्रांड ‘लोगों’ की वास्तविकता का  सत्यापन करने में सक्षम होंगे. यह पंजीकरण संख्या उत्पाद के प्रत्येक लेबल पर छपी होती है.

यह वेबसाइट खुदरा स्टोर और ई-वाणिज्य मंच के बारे में जानकारी उपलब्ध कराएगी, जहां से भारतीय हथकरघा के ब्रांडेड उत्पाद खरीदे जा सकते हैं. इसके अतिरिक्त इस वेबसाइट पर प्रत्येाक उत्पाद श्रेणी का संक्षिप्त विवरण और वास्तविक उत्पादों की पहचान करने की जानकारी भी उपलब्ध होगी. 

भारतीय हथकरघा ब्रांड उत्पादकों से संपर्क करने के विवरण भी खुदरा स्टोर, परिधान निर्माताओं जैसे बड़े खरीदारों के लिए उपलब्ध हैं, जिससे वे ब्रांड के अंतर्गत पंजीकृत हथकरघा उत्पादकों तक सीधे पहुंच स्थापित करने में सक्षम होंगे. वेबसाइट में एक ऐसा खंड भी है, जहां हथकरघा उत्पादक ब्रांड के अधीन पंजीकरण के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं  और अपने आवेदन की स्थिति का भी पता लगा सकते हैं.

इस क्षेत्र में 43 लाख से अधिक व्यिक्ति कार्यरत हैं और इस क्षेत्र का वार्षिक उत्पाीदन 720 करोड़ वर्ग मीटर है, जो कुल कपड़ा क्षेत्र का 14 प्रतिशत है. यह क्षेत्र ग्रामीण महिलाओं और समाज के पिछड़े वर्गों को भारी संख्या में आजीविका उपलब्ध कराता है.

ज्ञात हो भारतीय हथकरघा ब्रांड का शुभारंभ रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा पहले राष्ट्रीय हथकरघा दिवस के अवसर पर 7 अगस्त, 2015 को किया गया था.

राष्ट्रीयहथकरघादिवस

यह दिवस सामाजिक और पर्यावरण अनुपालन के अलावा कच्चे माल, प्रसंस्करण, बुनाई, डिजाइन और अन्य मानकों के रूप में हथकरघा उत्पादों की गुणवत्ता के समर्थन में आयोजित किया गया. इसका मुख्य उद्देश्य पर्यावरण पर कोई प्रभाव डाले बिना, दोष रहित, हाथ से बुने, प्रमाणिक विशिष्ट उत्पादनों उत्पाद को बढ़ावा देना है.

इजराइल की तमर हाह्न संयुक्त राष्ट्र सूचना केंद्र की निदेशक नियुक्त

12-FEB-2016

तमर हाह्न ने 10 फरवरी 2016 को ब्यूनस आयर्स स्थित संयुक्त राष्ट्र सूचना केंद्र (यूएनआईसी) के प्रमुख के रूप में कार्यभार संभाला. उन्हें संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून द्वारा नियुक्त किया गया.

इससे पहले हाह्न लैटिन अमेरिका एवं पनामा में वर्ष 2013 से संसाधन जुटाने के लिए एवं क्षेत्रीय कार्यालय में संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या फण्ड तैयार करने हेतु सलाहकार पद पर कार्यरत थीं.

संयुक्तराष्ट्रसूचनाकेंद्र (यूएनआईसी)

•    इसमें संयुक्त राष्ट्र के 63 कार्यालय कार्यरत हैं जो उन स्थानों की क्षेत्रीय भाषा में सूचनाएं उपलब्ध कराते हैं.
•    यह केंद्र मीडिया, शिक्षा संस्थानों, सरकार के साथ सहयोग, स्थानीय सिविल सोसाइटी एवं निजी क्षेत्र के बीच तालमेल के साथ काम करते हैं.
•    यह केंद्र संयुक्त राष्ट्र के उन देशों में प्रमुख सूचना केंद्र हैं.
•    इसका उद्देश्य विकाशील देशों में लोगों को संगठन के कार्यों से अवगत कराना तथा उनके बीच संयुक्त राष्ट्र के प्रति जागरुकता फैलाना है.

रेल मंत्रालय एवं तेलंगाना सरकार के मध्य संयुक्त उद्यम स्थापित करने के लिए समझौता

12-FEB-2016

रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष ए.के. मित्तल की उपस्थिति में 11 फरवरी 2016 को रेल मंत्रालय एवं तेलंगाना सरकार के मध्य ‘तेलंगाना राज्य में रेल ढांचे के विकास के लिए संयुक्त उद्यम कंपनियों के निर्माण’के लिए समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए.

ज्ञात हो 17 राज्यों ने पहले ही संयुक्त उद्यम कंपनियों की स्था‍पना के लिए सहमति दे दी है और 5 राज्यों ने पहले ही इस बारे में रेल मंत्रालय के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर कर दिए हैं. ये राज्य  हैं- आंध्र प्रदेश, केरल, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, ओडिशा.

समझौतेकेमुख्यबिंदु

• इस एमओयू के तहत गठित की जाने वाली संयुक्तर उद्यम कंपनियों में राज्य सरकार की 51 फीसदी हिस्सेदारी और रेल मंत्रालय की 49 फीसदी हिस्सेदारी होगी.
• इस तरह संयुक्त उद्यम कं‍पनियों पर राज्य सरकार का ही स्वामित्त होगा.
• ये कंपनियां मुख्य्त: परियोजनाओं की पहचान करेंगी और भारत सरकार तथा राज्य सरकार के अलावा वित्त पोषण के संभावित अवसरों की पहचान करेंगी.
• परियोजना के लिए वित्त का इंतजाम हो जाने के बाद परियोजना विशेष के एसपीवी (विशेष उद्देश्य वाहन) का गठन किया जायेगा.
• इन एसपीवी में उद्योगों, के‍न्द्रीय पीएसयू, राज्य पीएसयू इत्यादि की ओर से अन्य हितधारक भी हो सकते हैं.
• रेल मंत्रालय सुरक्षित एवं बेहतर परिचालन, राजस्व हिस्सेदारी और एसपीवी को तकनीकी एवं विपणन लॉजिस्टिक्स मुहैया कराने के लिए परियोजना के एसपीवी के साथ 30वर्षों के एक रियायती समझौते पर हस्ताक्षर करेगा.

रेल मंत्रालय एवं तेलंगाना सरकार के मध्य संयुक्त उद्यम स्थापित करने के लिए समझौता

12-FEB-2016

रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष ए.के. मित्तल की उपस्थिति में 11 फरवरी 2016 को रेल मंत्रालय एवं तेलंगाना सरकार के मध्य ‘तेलंगाना राज्य में रेल ढांचे के विकास के लिए संयुक्त उद्यम कंपनियों के निर्माण’के लिए समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए.

ज्ञात हो 17 राज्यों ने पहले ही संयुक्त उद्यम कंपनियों की स्था‍पना के लिए सहमति दे दी है और 5 राज्यों ने पहले ही इस बारे में रेल मंत्रालय के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर कर दिए हैं. ये राज्य  हैं- आंध्र प्रदेश, केरल, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, ओडिशा.

समझौतेकेमुख्यबिंदु

• इस एमओयू के तहत गठित की जाने वाली संयुक्तर उद्यम कंपनियों में राज्य सरकार की 51 फीसदी हिस्सेदारी और रेल मंत्रालय की 49 फीसदी हिस्सेदारी होगी.
• इस तरह संयुक्त उद्यम कं‍पनियों पर राज्य सरकार का ही स्वामित्त होगा.
• ये कंपनियां मुख्य्त: परियोजनाओं की पहचान करेंगी और भारत सरकार तथा राज्य सरकार के अलावा वित्त पोषण के संभावित अवसरों की पहचान करेंगी.
• परियोजना के लिए वित्त का इंतजाम हो जाने के बाद परियोजना विशेष के एसपीवी (विशेष उद्देश्य वाहन) का गठन किया जायेगा.
• इन एसपीवी में उद्योगों, के‍न्द्रीय पीएसयू, राज्य पीएसयू इत्यादि की ओर से अन्य हितधारक भी हो सकते हैं.
• रेल मंत्रालय सुरक्षित एवं बेहतर परिचालन, राजस्व हिस्सेदारी और एसपीवी को तकनीकी एवं विपणन लॉजिस्टिक्स मुहैया कराने के लिए परियोजना के एसपीवी के साथ 30वर्षों के एक रियायती समझौते पर हस्ताक्षर करेगा.

यूएई ने भारत में 100 अरब डॉलर निवेश करने की घोषणा की

12-FEB-2016

अबुधाबी के क्राउन प्रिंस शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयन ने 11 फरवरी 2016 को भारत भारत में 100 अरब डॉलर निवेश करने का फैसला किया.

दोनोंदेशोंकेबीचकिएगएसमझौते-

  • दोनों देशों के बीच स्पेस टेक्नोलॉजी और डबल टैक्सेशन के क्षेत्र में भी करार किया गया.
  • क्राउन प्रिंस की भारत यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच रक्षा, उर्जा, क्रूड ऑयल, आईटी और रेलवे समेत दूसरे अन्य क्षेत्रों में 16 समझौते होने की संभावना है.
  • यूएई के पास 800 अरब डॉलर का सॉवरेन वेल्थ फंड है.
  • यूएई न सिर्फ भारत का तीसरा सबसे बड़ा ट्रेंडिंग पार्टनर है, बल्कि इस क्षेत्र के मुस्लिम देशों के लिए भारत का गेटवे भी है.
  • नाहयन के भारत आने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से उनकी मुलाकात हुई, बाद में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज भी उनसे मिलीं.

केंद्र सरकार ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना को 61 अतिरिक्त जिलो में विस्तारित करने की घोषणा की

12-FEB-2016

केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना’ को 61 अतिरिक्त जिलो में विस्तारित करने की 10 फरवरी 2016 को घोषणा की. इसके तहत 61 अतिरिक्त जिलों को 11 राज्यों में से शामिल किया जायेगा. इसका उद्देश्य इस योजना के प्रदर्शन पर ध्यान रखते हुए इस मुद्दे के बारे में जागरूकता फैलाना है.

मुख्यतथ्य:

•    बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ (बीबीबीपी) योजना हरियाणा के पानीपत में 22 जनवरी 2015 को प्रारंभ की गई थी. 
•    यह महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय तथा मानव संसाधन विकास मंत्रालयों समेत 3 मंत्रिस्तरीय प्रयासों का परिणाम है. 
•    पहले चरण में निम्न सीएसआर वाले 100 जिलों का इस मुद्दे के बारे में जागरूकता एवं समर्थन का सृजन करने तथा बीबीबीपी योजना के कार्यान्वयन के लिए चयन किया गया था. 
•    पिछले एक वर्ष के दौरान बीबीबीपी योजना का कार्यान्वयन संबंधित जिला मजिस्ट्रेट/उप-आयुक्तों के समग्र दिशा-निर्देश एवं पर्यवेक्षण में किया जा रहा है.

61 अतिरिक्तजिलोंकीसूची:

•    गुजरात (4) -आनंद,अमरेली,पाटन, भावनगर.
•    हरियाणा (8)-गुड़गांव,जिंद,फरीदाबाद,हिसार,फतेहाबाद,सिरसा,पंचकुला,पलवल
•    हिमाचल प्रदेश (2)-कांगड़ा,हमीरपुर,
•    जम्मू और कश्मीर-(10) -सांबा,बारामूला,गंदेरबल,राजौरी,श्रीनगर,सौपियां,कुपवाड़ा,कुलगाम,उधमपुर,बांदीपुर
•    मध्य प्रदेश (2)-रेवा,टिकमगढ़
•    महाराष्ट्र (6)-हिंगोली,सोलापुर,पुणे,परभानी,नासिक,लातूर
•    राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली
•    पूर्वोत्तर
•    पंजाब (10)-फरीदकोट,भटिंडा,लुधियाना,मोगा,रूपनगर,होशियारपुर,कपूरथाला,जलंधर,शहीद भगत सिंह नगर
•    राजस्थान (4)-जैसलमेर,हनुमानगढ़,जोधपुर,टोंक
•    उत्तर प्रदेश (11)-इटावा,अलीगढ़,फिरोजाबाद,बिजनौर,मैनपुरी,हमीरपुर,सहारनपुर,फरूखाबाद,महोबा
•    उत्तराखंड (3)-हरिद्वार,देहरादून,चमोली

असंगठित क्षेत्र के 40 करोड़ श्रमिकों को 'स्मार्ट कार्ड' देने की घोषणा

12-FEB-2016

केंद्रीय श्रम मंत्री बंडारू दत्तात्रेय ने 10 फरवरी 2016 को दिल्ली में आयोजित ईपीएफओ के ग्लोबल नेटवर्क संचालन केन्द्र के उद्घाटन अवसर पर 40 करोड़ से अधिक श्रमिकों के  'स्मार्ट कार्ड' देने की घोषणा की.

श्रम मंत्री के अनुसार इस स्मार्ट कार्ड का वितरण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया जाएगा.

इस 'स्मार्ट कार्ड' को असंगठित श्रमिक पहचान संख्या (यूआईएन) का नाम दिया जाएगा.

यूडब्ल्यूआईएन कार्ड के जरिए सरकार उन सभी लोगों को सामाजिक सुरक्षा उपलब्ध कराना चाहती है जो न तो कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ईपीएफओ के दायरे में आते हैं और न  ही राज्य कर्मचारी बीमा निगम ईएसआईसी के दायरे में आते हैं.

राष्ट्रीय मलेरिया उन्मूंलन संरचना (एनएफएमई) 2016-2030 का शुभारम्भ

12-FEB-2016

केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जे.पी. नड्डा ने 11 फरवरी 2016 को राष्ट्रीय मलेरिया उन्मूलन संरचना (एनएफएमई) 2016-2030 को लॉन्च किया.

इस संरचना का उद्देश्य वर्ष 2030 तक मलेरिया के उन्मूलन के लिए भारत की रणनीति को रेखांकित करना है.

इसके अतिरिक्त इस संरचना का विकास देश से मलेरिया के उन्मूूलन के विजन तथा बेहतर स्वास्थ्य  एवं जीवन स्तर तथा गरीबी उन्मूलन की दिशा में योगदान देने के लिए किया गया है.

एनएफएमई दस्तावेज स्पष्ट रूप से लक्ष्यों, उद्देश्यों , रणनीतियों, टारगेट एवं समय सीमा को निर्दिष्ट करता है तथा यह चरणबद्ध तरी‍के से देश में मलेरिया उन्मूलन की योजना बनाने के लिए एक रोडमैप की तरह काम करेगा.

इस बीमारी द्वारा पेश की जाने वाली सार्वजनिक स्वास्थ्य चुनौती को देखते हुए वर्ष 2030 तक मलेरिया उन्मूुलन के लिए राष्ट्रीय संरचना का निर्माण एक ऐतिहासिक कदम है.

मलेरिया उन्मूलन की इस संरचना का परिणाम बीमारी नियंत्रण कार्यक्रमों पर होने वाले खर्च की कमी के रूप में आने की उम्मीद है.