दीपिका पल्लिकल ने ऑस्ट्रेलियन स्क्वैश ओपन-2016 ख़िताब जीता

भारत की शीर्ष स्क्वैश खिलाड़ी दीपिका पल्लिकल ने 13 अगस्त 2016 को ऑस्ट्रेलियन स्क्वैश ओपन के महिला एकल वर्ग का ख़िताब जीता.

चालीस मिनट तक चले फाइनल मुकाबले में उन्होंने आठवीं वरीयता प्राप्त मिस्र की मायार हैनी को 10-12, 11-5, 11-6, 11-4 से हराया. यह इस वर्ष उनका पहला खिताब है. इससे पहले उन्होंने फरवरी 2015 में विनिपेग विंटर ओपन कनाडा ख़िताब जीता था.

दीपिका पल्लिकल

•    दीपिका का जन्म 21 सितंबर 1991 को चेन्नई में हुआ. उनका पूरा नाम दीपिका रेबेका पल्लीकल है.

•    वह पीएसए महिला रैंकिंग के टॉप 10 में स्थान बनाने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी हैं.

•    ग्लासगो में आयोजित 20वें कॉमनवेल्थ खेलों में दीपिका पल्लिकल एवं जोशना चिनप्पा की जोड़ी ने 02 अगस्त 2014 को स्क्वैश में भारत के लिए स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रचा

•    वर्ष 2011 में उन्हें विश्व रैंकिंग में 13वां स्थान प्राप्त हुआ था.

•    वे वर्ष 2012 में प्रतिष्ठित अर्जुन पुरस्कार जीतने वाली पहली भारतीय स्क्वैश खिलाड़ी बनीं. उन्हें पदम् श्री से भी सम्मानित किया जा चुका है.

 

उसेन बोल्ट ने लगातार तीसरे ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रचा

जमैका के उसेन बोल्ट ने 15 अगस्त 2016 को रियो ओलंपिक में 100 मीटर फर्राटा दौड़ में स्वर्ण पदक जीता. वे ओलंपिक खेलों में लगातार तीन बार स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले खिलाड़ी बने. 

उन्होंने 9.81 सेकेंड में यह रेस पूरी की, 29 वर्षीय बोल्ट आधुनिक ओलंपिक (1896 से) के पिछले 120 वर्ष में यह उपलब्धि हासिल करने वाले पहले खिलाड़ी बने.

इस 100 मीटर में स्वर्ण पदक जीतने के साथ ही बोल्ट के ओलंपिक पदकों की संख्या सात हो गई. जस्टिन गैटलिन 9.89 सेकंड्स का समय निकालकर रजत पदक जीता.

उसेन बोल्ट

•    वर्ष 2008 में बीजिंग ओलिंपिक में बोल्ट ने 9.69 सेकंड्स का समय निकाला और नया रिकॉर्ड बनाया..

•    वर्ष 2012 के लंदन ओलिंपिक में बोल्ट ने 9.82 सेकंड्स का समय दर्ज किया.

•    वर्ष 2016 के रियो ओलिंपिक में बोल्ट ने 0.01 का सुधार करते हुए 9.81 सेकंड्स का वक्त निकाला.

•    वर्ष 2008 से ओलंपिक और विश्व चैम्पियनशिप में बोल्ट 18 स्वर्ण पदक जीत चुके हैं.

 

 

होमगार्डों को पुलिस कांस्टेबल के न्यूनतम वेतन के समान ड्यूटी भत्ता दिया जाय : उच्च न्यायालय

इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने प्रदेश के होमगार्डों को पुलिस कांस्टेबल को मिलने वाले न्यूनतम वेतन के समान ड्यूटी भत्ता देने पर राज्य सरकार को तीन माह मे निर्णय लेने का निर्देश दिया है.

न्यायमूर्ति डी.के. उपाध्याय ने होमगार्ड रामनाथ गुप्ता और कई अन्य याचिकाओं को निस्तारित करते हुए आज यह आदेश दिया.

न्यायालय का फैसला-

  • न्यायालय ने गृहरक्षक होमगार्ड वेलफेयर एसोसिएशन केस में उच्चतम न्यायालय के फैसले का पालन करने का आदेश दिया है.
  • न्यायालय ने होमगार्डों को नियमित वेतन देने की मांग खारिज कर दी है साथ ही इन्हें नियमित नियुक्ति देने या सेवा नियमित करने की प्रार्थना भी अस्वीकार कर दी है.
  • इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने फैसला दिया है कि होमगार्डों की सेवा को देखते हुए प्रतिदिन इतना भत्ता दिया जाए जो एक पुलिस कांस्टेबल के एक माह के न्यूनतम वेतन से कम न हो.
  • न्यायालय के इस आदेश से प्रदेश में तैनात लगभग एक लाख 18 हजार होमगार्डों को बड़ा आर्थिक लाभ मिलेगा.

याचिका के तथ्य-

  • याचिका के अनुसार होमगार्ड के रूप में वही व्यक्ति काम कर रहे हैं, जो नियमित पुलिस कांस्टेबल करता है.
  • इसलिए पुलिस के समान न्यूनतम वेतन का भुगतान किया जाना चाहिए.
  • होमगार्डों को मानदेय देने के बजाए नियमित वेतन का भुगतान किया जाए.
  • श्री कृष्ण उर्फ केशव यादव केस में उच्च न्यायालय के निर्देश पर राज्य सरकार ने एक विशेषज्ञ कमेटी का गठन किया.
  • कमैटी को विचार करना था कि होमगार्डों को पुलिस कांस्टेबल के समान वेतन क्यों न दिया जाए.
  • गत 14 जनवरी 2013 की बैठक में कमेटी ने होमगार्ड व पुलिस की ड्यूटी को समान नहीं माना.
  • उ.प्र. होमगार्ड अधिनियम 1963 के तहत इनकी सेवा ली जाती है.
  • होमगार्ड नियमित पुलिस की कानून व्यवस्था कायम रखने में मदद करते है.
  • साथ ही जो विशेष अधिकार पुलिस को है, वह होमगार्डों को उपलब्ध नहीं है.
  • होमगार्ड स्वैच्छिक बल है, जिन्हें वेतन नहीं दिया जाता इसलिए ये राज्य सरकार के कर्मचारी नहीं है तथा पुलिस के समान न्यूनतम वेतन पाने के हकदार नहीं है.
  • होमगार्डों को ड्यूटी भत्ता दिया जाता है. जो प्रतिदिन 225 रूपये है.
  • प्रदेश में लगभग एक लाख 18 हजार होमगार्ड पुलिस की मदद करते हैं.
  • कमेटी ने कहा कि नियमित पुलिस और होमगार्ड मे कोई समानता नहीं है.

पृष्ठ भूमि-

  • न्यायालय ने उच्चतम न्यायालय के फैसले का जिक्र करते हुए कहा कि होमगार्डों का गठन द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान स्वैच्छिक नागरिक संगठन के स्थानीय सुरक्षा की दृष्टि से किया गया.
  • वर्ष 1946 में भारत में पहली बार बाम्बे में होमगार्ड तैनात किये गये जिन्हें साम्प्रदायिक दंगों के नियंत्रण के लिए पुलिस की मदद के लिए रखा गया.
  • बाद में देश के अन्य राज्यों में रखा गया.
  • न्यायालय ने कहा कि उत्तर प्रदेश के होमगार्ड हिमांचल प्रदेश से भिन्न नहीं है.
  • हालांकि अधिनियम की धारा 10 के तहत होमगार्ड लोकसेवक है. इसका आशय यह नहीं है कि होमगार्ड सिविल पद धारण करते है.
  • न्यायालय ने कहा कि होमगार्ड संगठन एवं इनके काम की प्रकृति को देखते हुए इन्हें न्यूनतम वेतन के समान भत्ते का भुगतान पाने का हक है.
  • अदालत ने विशेषज्ञ कमेटी के निष्कर्ष को उच्चतम न्यायालय के गृह रक्षक होमगार्ड वेलफेयर एसोसिएशन केस के फैसले के विपरीत माना है.

 

आध्यात्मिक गुरु स्वामी महाराज का निधन

बोचासणवासी अक्षरपुरुषोत्तम स्वामीनारायण संस्थान अर्थात बीएपीएस के अध्यक्ष स्वामी महाराज का 13 अगस्त 2016 को गुजरात के सारंगपुर में निधन हो गया. वे 95 वर्ष के थे.

स्वामी महाराज

•    स्वामी महाराज एक भारतीय आध्यात्मिक गुरु थे.

•    वे बीएपीएस के पांचवें प्रमुख बने. उनसे पहले गुनातीतानंद स्वामी, भगतजी महाराज, शास्त्रीजी महाराज एवं योगीजी महाराज इस पद पर आसीन थे.

•    लगातार यात्रा करते रहने वाले स्वामी ने अपने जीवन में कुल मिलाकर 17 हजार से भी अधिक शहरों, गांवों और कस्बों का दौरा किया.

•    उन्हें 1940 में शास्त्रीजी महाराज द्वारा हिन्दू स्वामी का दर्जा प्रदान किया गया. शास्त्रीजी बीएपीएस के सस्थापक थे.

•    उन्होंने 1100 से अधिक हिन्दू मंदिरों का निर्माण कराया इसमेंदिल्ली एवं गुजरात के  स्वामीनारायण अक्षरधाम मंदिर भी शामिल हैं.

 

राष्ट्रपति द्वारा वर्ष 2016 के लिए महर्षि बादरायन व्यास सम्मान प्रदान किये गये

राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने 15 अगस्त 2016 को  राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक समारोह मं् संस्कृत, पाली/प्राकृत, अरबी और फारसी भाषाओं के प्रसिद्ध विद्वानों को प्रमाणपत्र और वर्ष 2016 के लिए युवा विद्वानों को महर्षि बादरायन व्यास सम्मान प्रदान किया.

यह सम्मान प्रत्येक वर्ष संस्कृत, फारसी, अरबी, पाली तथा प्राकृत के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान हेतु स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दिया जाता है.

संस्कृत के सम्मानित विद्वान

•    आर. वेंकटरमन
•    विश्वनाथ गोपालकृष्ण
•    जियालाल कम्बोज 
•    डॉ. भवेन्द्र झा
•    प्रो. प्रियतमचन्द्र शास्त्री
•    प्रो. गुरूपाद के हेगडे
•    प्रो. एस.टी नगराज
•    सनातन मिश्र
•    एस.एल.पि.आज्जनेयशर्मा
•    प्रो. (श्रीमती) लक्ष्मी शर्मा
•    प्रो. विश्वनाथ भट्टाचार्य
•    प्रो. रामानारायण दास
•    डॉ. रामशङ्कर अवस्थी
•    हृदय रंजन शर्मा
•    प्रो. (डॅा.) जानकी प्रसाद द्विवेदी

 

विश्वभर में अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस मनाया गया

12 अगस्तअंतरराष्ट्रीय युवा दिवस

विश्व भर में 12 अगस्त 2016 को अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस मनाया गया. वर्ष 2016 में मनाये गये इस दिवस का विषय था – लक्ष्य 2030: गरीबी उन्मूलन और सतत उत्पादन खपत और खपत लक्ष्य हासिल करना.

वर्ष 2030 के लिए सतत विकास के लक्ष्य को हासिल करना इस दिवस का उद्देश्य है.

विषय

•    इसका उद्देश्य गरीबी उन्मूलन एवं सतत विकास के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए युवा लोगों की अग्रणी भूमिका सुनिश्चित करना है.

•    सतत खपत में बुनियादी जरूरतों को पूरा करने में महत्वपूर्ण उत्पादों एवं सेवाओं को शामिल किया गया है. 

•    सामाजिक आर्थिक विकास के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए विकास और व्यक्तिगत पसंद की अहम भूमिका को नाकारा नहीं जा सकता.

पृष्ठभूमि

17 दिसम्बर 1999 को संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा युवा विश्व सम्मलेन के दौरान की गयी सिफारिशों को मानते हुए 54/120 प्रस्ताव पारित किया गया तथा प्रत्येक वर्ष 12 अगस्त को अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस घोषित किया गया. वर्ष 2015 के अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस का विषय था – युवा नागरिक भागीदारी.

 

 

ब्रिटिश टेनिस स्टार एंडी मर्रे ने पुरुष एकल में स्वर्ण पदक जीता

रिओ ओलम्पिक 2016 में ब्रिटिश टेनिस स्टार एंडी मर्रे ने 14 अगस्त 2016 को फाइनल में अर्जेंटीना के जुआन मार्टिन डेल पोत्रो को हराकर पुरुष एकल का स्वर्ण पदक जीता.

चार घंटे से भी अधिक समय तक चले मैच में मर्रे ने डेल पोत्रो को 7-5, 4-6, 6-2, 7-5 से हराया. वह ओलिंपिक में दो एकल स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले खिलाड़ी बन गए हैं.

इससे पहले उन्होंने लंदन 2012 में भी सोने का तमगा हासिल किया था. उनकी जीत से वीनस विलियम्स का पांच ओलिंपिक स्वर्ण पदक जीतने का सपना पूरा नहीं हो सका.

राफेल नडाल भी पुरुष एकल में कांस्य पदक हासिल करने में नाकाम रहे. वीनस और उनके साथी राजीव राम को फाइनल में उनकी हमवतन अमेरिकी जोड़ी बैथानी माटेक सैंड्स और जैक सोक ने 6-7, 6-1, 10-7 से हराया.

पुरुष एकल में केई निशिकोरी ने स्पेनिश स्टार नडाल को 6-2, 6-7, 6-3 से हराकर जापान को 96 साल बाद टेनिस में कोई पदक दिलाया.

एंडी मर्रे के बारे में -

  • एंडी मर्रे टेनिस में वर्ल्ड के दूसरे नंबर के खिलाड़ी हैं.
  • लगातार दो ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाले मर्रे पहले खिलाड़ी हैं. जिन्होंने लंदन ओलंपिक 2012 के बाद रियो ओलंपिक 2016 में भी पुरुष एकल स्वर्ण अपने नाम किया.
  • उन्होंने लगातार दूसरे ओलंपिक में अपना खिताब बचाया.
  • यह जीत मर्रे ने मैच के आखिरी सेट में डेल पोत्रो की सर्विस ब्रेक करते हुये हासिल की.
  • जुलाई में दूसरी बार विंबलडन ग्रैंड स्लेम जीतने के बाद मरे की यह लगातार 18वीं जीत भी है.
  • जापान के केई निशिकोरी ने स्पेनिश खिलाड़ी नडाल को 6-2, 6-7, 6-3 से हराकर ब्रोन्ज अपने नाम किया.
  • स्कॉटलैंड के रहने वाले मर्रे ने ब्रिटिश ध्वज को अपने कंधों पर डालकर खुशी का इजहार किया.

मंजुला चेल्लुर मुम्बई उच्च न्यायालय की मुख्य न्यायाधीश नियुक्त की गयी

मंजुला चेल्लुर को 12 अगस्त 2016 को बंबई उच्च न्यायालय का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया गया. उनकी 24 अगस्त 2016 से प्रभावी होगी. वर्तमान में वह कलकत्ता उच्च न्यायालय की मुख्य न्यायाधीश है.

वह बंबई उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के पद से सेवानिवृत्त होने वाले डीएच वाघेला का स्थान लेंगी. डीएच वाघेला 10 अगस्त 2016 को अल्प अवधि छह महीनों तक इस पद पर रहे.

मंजुला चेल्लुर, सुजाता मनोहर के बाद बंबई उच्च न्यायालय की दूसरी महिला मुख्य न्यायाधीश होंगी. जिन्होंने 1994 में बंबई उच्च न्यायालय में कार्य किया उनकी सेवा निवृत्ति 2017 में निर्धारित है.


मंजुला चेल्लुर बारे में-

• मंजुला चेल्लुर का जन्म कर्नाटक में 1955 में हुआ. उन्होंने वकालत का अध्ययन करने के बाद कर्नाटक में ही एक वकील के रूप में वकालत का अभ्यास शुरू कर दिया.
• बेल्लारी जिले में वह पहली महिला वकील थी. जो 1988 में, जिला जज नियक्त की गयी. 
• 2000 में, वह कर्नाटक उच्च न्यायालय की एक स्थायी जज नियुक्त की गयी.
• 2012 में, उन्हें केरल उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया. 2014 में उन्हें कलकत्ता उच्च न्यायालय में स्थानांतरित कर दिया गया.

 

हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड ने घाटशिला में निकिल उत्पादन का उद्घाटन किया

हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड (एचसीएल) ने 10 अगस्त 2016 को घाटशिला, झारखंड में भारतीय कॉपर कॉम्प्लेक्स में निकेल, कॉपर और हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड के एसिड रिकवरी प्लांट का उद्घाटन किया.
भारत में इस तरह का यह प्रथम रिकवरी प्लांट है जो प्राथमिक संसाधनों से एलएमई ग्रेड की निकेल धातु का उत्पादन करेगा.
प्लांट की मुख्य विशेषताएं-

• इस परियोजना में पर्यावरण के अनुकूल प्रौद्योगिकी का उपयोग किया जाएगा और लेड का उपयोग प्रदूषण की जाँच भी की जा सकेगी. 
• इससे तरल प्रवाह के प्रभाव को कम कर देगा. इसमे कम ऊर्जा की खपत होगी.
• ठोस अपशिष्ट 75 प्रतिशत तक कम उत्पन्न होंगे.  
• कार्य करने हेतु सुरक्षित वातावरण प्रदान मिलेगा और प्राकृतिक संसाधनों का  संरक्षण और उपयोग बढेगा.
• वर्तमान में संयंत्र की क्षमता 50 लाख टन प्रति वर्ष है. वर्तमान उत्पादन के दृष्टिगत सुरदा माइंस से विचार किया जा रहा है.
• घाटशिला में स्थित परियोजनाओं के पूरा होने के बाद निकल उत्पादन में आठ गुना वृद्धि का अनुमान है.

पृष्ठभूमि-
• भारत में शुद्ध निकिल की वार्षिक मांग 45000 मीट्रिक टन के आसपास है और देश में इसका बाजार पूरी तरह से आयात पर निर्भर है.
• वर्तमान में, कॉपर ब्लीड इलेक्ट्रोलाइट से तैयार किया जाता है. कैथोड में केवल 50-90 प्रतिशत तांबा सामग्री तैयार हो पाता है. 50-60 प्रतिशत तांबा तैयार करने की सामग्री के साथ बर्बाद हो जाता है.
• इस प्रक्रिया में लगभग 30 मीट्रिक टन एलएमई-ए ग्रेड कॉपर स्टार्टर प्रतिवर्ष उपभोग किया जाता है.
• प्रस्तावित परियोजना में पुरानी पद्धति को ईएमईडब्ल्यू (EMEW) और एपी यू (APU) प्रौद्योगिकी में परिवर्तित किया जाएगा.

 

10 अगस्त को विश्व जैव ईंधन दिवस मनाया गया

विश्व भर में जैव ईंधन दिवस 10 अगस्त 2016 को मनाया गया. जैव ईंधन दिवस प्रति वर्ष गैर जीवाश्म ईंधन (हरी ईंधन) के प्रति जागरूकता पैदा करने के उद्देश्य से मनाया जाता है.
पृष्ठभूमि-

सर रुदाल्फ डीजल (डीजल इंजन के आविष्कारक) ने 10 अगस्त 1893 को   पहली बार मूंगफली के तेल से यांत्रिक इंजन को सफलतापूर्वक चलाया.
उन्होंने शोध के प्रयोग के बाद भविष्यवाणी की कि अगली सदी में विभिन्न यांत्रिक इंजन वनस्पति तेल की जगह जीवाश्म ईंधन का प्रयोग किया जा सकेगा.
इस असाधारण उपलब्धि को प्रदर्शित करने हेतु प्रति वर्ष 10 वीं अगस्त को विश्व जैव ईंधन दिवस मनाया जाता है.

भारत में विश्व जैव ईंधन दिवस-

इस अवसर पर पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) धर्मेंद्र प्रधान ने नई दिल्ली में राष्ट्रीय स्तर के सम्मेलन का उद्घाटन किया.
इस सम्मेलन में उपस्थित प्रतिनिधियों का अनुमान है कि जैव ईंधन उद्योग अगले 10 साल में  मौजूदा 6500 करोड़ रुपये से बढ़ कर 1 लाख करोड़ रुपए तक हो सकता है.

 

मंत्रिमंडल ने अल्ट्रा सुपर क्रिटिकल तकनीक विकसित करने हेतु बीएचईएल को वित्तीय मदद की मंजूरी प्रदान की

आर्थिक मामलों की कैबिनेट समिति ने 1,554 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत वाले तापीय बिजली संयंत्र के लिए अडवांस्ड अल्ट्रा सुपर क्रिटिकल (एयूएससी) प्रौद्योगिकी विकसित करने हेतु बीएचईएल की आरऐंडडी परियोजना हेतु 900 करोड़ रुपये की एकमुश्त बजटीय सहायता देने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है.

बैठक की अध्यक्षता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की.

इस परियोजना को 2017-18 से शुरू होकर तीन साल की अवधि में पूरा किया जाएगा.

बीएचईएल को यह मदद आरऐंड परियोजना के कार्यान्वयन के लिए सकल बजटीय सहायता योजना के तहत दी जाएगी.

आरऐंडडी परियोजना के बारे में-

  • तीन सरकारी उपक्रमों- भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (बीएचईएल), इंदिरा गांधी सेंटर फॉर एटॉमिक रिसर्च (आईजीसीएआर) और नैशनल थर्मल पावर कॉरपोरेशन (एनटीपीसी)- ने भविष्य के तापीय बिजली संयंत्रों के लिए एयूएससी प्रौद्योगिकी विकसित करने के लिए आरऐंडडी परियोजना का प्रस्ताव दिया था.
  • इसके तहत कोयले की खपत और कार्बन डाईऑक्साइड (सीओ 2) के  उत्सर्जन घटाने की परिकल्पना की गई.
  • यह परियोजना ढाई साल की समयावधि और 1,554 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत के साथ तैयार की गई.
  • जिसमें बीएचईएल का 270 करोड़ रुपये, एनटीपीसी का 50 करोड़ रुपये, आईजीसीएआर का 234 करोड़ रुपये और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) का 100 करोड़ रुपये का योगदान होगा.

 

  • शेष 900 करोड़ रुपये की रकम भारी उद्योग विभाग (डीएचआई) अनुदान के रूप में देगा.
  • यह परियोजना भारतीय उद्योग को स्वदेशी तौर पर विकसित प्रौद्योगिकी एवं विनिर्माण प्रक्रियाओं के साथ उच्च दक्षता वाले कोयला बिजली संयंत्रों के डिजाइन, विनिर्माण और चालू करने में समर्थ बनाएगी.
  • इसके तहत पहली बार विदेशी कंपनियों के साथ बिना किसी तकनीकी सहयोग/ लाइसेंसिंग समझौते के उन्नत प्रौद्योगिकी वाले बड़े बिजली संयंत्र उपकरण का विनिर्माण होगा.
  • प्रस्तावित प्रौद्योगिकी अभी भी अनुसंधान चरण में है और सभी देश इस पर काम कर रहे हैं.
  • यह अभी पूरी तरह तैयार नहीं हो पाई है और न ही विश्व में कहीं भी उसे प्रदर्शित किया गया है.
  • कंसोर्टियम के साझेदार इस परियोजना पदार्थ विकास, उच्च तापमान एवं उच्च दबाव पर मिश्र धातुओं के लक्षण, तापीय अभियांत्रिकी के उन बुनियादी सिद्धांतों के आधार पर काम कर रहे हैं जो प्रस्तावित मानदंडों के आधार पर बॉयलर, वॉल्ब और वाष्प टरबाइन को डिजाइन करने में उपयोगी हैं.
  • इससे ऊर्जा संरक्षण में उच्च दक्षता हासिल करने का लक्ष्य है.

वर्तमान तकनीकी-

  • कोयले से बिजली उत्पादन करने पर वातावरण में करीब 38 प्रतिशत कार्बन डाइऑक्साइड का प्रदूषण होता है.
  • सब-क्रिटिकल संयंत्र संयंत्र से स्रोत पर कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन में 20 प्रतिशत की कमी और कोयले की खपत में 20 प्रतिशत की बचत होती है.
  • सुपर क्रिटिकल संयंत्र के मामले में यह आंकड़ा करीब 11 प्रतिशत है जो इस परियोजना को सही ठहराने के बुनियादी कारण हैं.
  • भविष्य के सभी बड़े बिजली संयंत्रों में इस प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल से पर्यावरण को नुकसान पहुंचाए बिना देश में लंबी अवधि के लिए ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित होगी.