वाणिज्य मंत्रालय द्वारा ‘एसईजेड इंडिया’ नामक एप लॉन्च किया गया 


वाणिज्य सचिव द्वारा 06.01.2017 को  एसईजेड इंडिया’ नामक एक मोबाइल एप लॉन्च किया गया है। वाणिज्य विभाग के एसईजेड प्रभाग ने अपनी व्यापक ई-गवर्नेंस पहल अर्थात एसईजेड ऑनलाइन सिस्टम द्वारा विशेष आर्थिक क्षेत्रों (एसईजेड) के लिए मोबाइल एप का विकास किया है। वाणिज्य सचिव ने एप लॉन्च किया तथा कहा कि यह एप एसईजेड इकाईयों और डेवलपरों को सूचनाओँ को आसानी से प्राप्त करने तथा एसईजेड ऑनलाइन सिस्टम पर उनकी लेनदेन को ट्रैक करने में सहायता प्रदान करेगा। अब एसईजेड डेवलपर और इकाईयां एसईजेड ऑनलाइन सिस्टम के माध्यम से अपने लेनदेनों को डिजिटल तरीके से प्रस्तुत कर सकते हैं और एसईजेड इंडिया मोबाइल एप के जरिए उसकी स्थिति को ट्रैक कर सकते हैं।

यह एप एसईजेड डेवलपरों, इकाईयों, अधिकारियों एवं अन्य लोगों के लिए इस्तेमाल में लाए जाने हेतु एंड्रायड प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है। इस एप के चार खंड हैं : एसईजेड इनफॉरमेशन, एसईजेड ऑनलाइन ट्रांजेक्शन, ट्रेड इनफॉरमेशन एवं कॉन्टेक्ट डिटेल्स। इन चारों खंडों की मुख्य विशेषताएं निम्नलिखित हैं : -

1.  एसईजेड इनफॉरमेशन    - यह एसईजेड अधिनियम 2005, एसईजेड नियम 2006, एमओसीआई परिपत्र, एसईजेड एवं इकाईयों के विवरण आदि का एक सार-संग्रह है। यह उपरोक्त सभी पहलुओं पर व्यापक ताजा विवरण प्रस्तुत करता है।  

2.  ट्रेड इनफॉरमेशन  - यह प्रावधान विदेश व्यापार नीति, प्रक्रियाओं की लघु पुस्तिका, ड्युटी कैलकुलेटर, सीमा शुल्क एवं उत्पाद शुल्क अधिसूचनाएं एवं एमईआईएस दरों जैसी महत्वपूर्ण सूचना / टूल्स तक पहुंच प्रदान करता है।  

3.  कॉन्टेक्ट डिटेल्स  - इस खंड में सभी विकास आयुक्त कार्यालयों, डीजीएफटी, डीजी प्रणाली, डीजीसीआई एवं एस तथा एसईजेड ऑनलाइन के संपर्क विवरण दिए गए हैं।  

4.  एसईजेड ऑनलाइन ट्रांजेक्शन  - यह एक गतिशील उपविकल्प सूची है जो एंट्री बिल / शिपिंग बिल प्रोसेसिंग स्टेटस को ट्रैक करता है तथा उनका सत्यापन भी करता है। यह एप आईसीईजीएटीई की ईडीआई प्रणाली में एंट्री बिल / शिपिंग बिल’ के समेकन तथा प्रोसेसिंग के स्टेटस को ट्रैक करने में आयातकों / निर्यातकों की मदद भी करता है। 

 

साईकिलिंग एवं तैराकी के लिए खेलो भारत के तहत राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के परिणाम 


 

इंदिरा गांधी स्टेडियम परिसर में आयोजित साईकिलिंग एवं तैराकी के लिए खेलो भारत के तहत राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के परिणाम निम्नलिखित है।

क्र. सं.

प्रतिस्पर्धा

समय

वर्ग

स्वर्ण

रजत

कांस्य

1

9.6 कि.मी

 

17 मिनट 09 सेकंड

लड़कियांअंडर - 14

टी अंजली देवी मणिपुर

खुशी वालिया दिल्ली

प्रियांकी डोवराह असम

2

14.6 कि.मी

 

26 मिनट 38 सेकंड

लड़कियांअंडर -17

जोयश्री गोगोई असम

दनम्मा चिंचाखांडी कर्नाटक

ब्रिटीकोंगाना गोगोई असम

3

12 कि.मी

 

20 मिनट 10 सेकंड

लड़केअंडर -14

अरशद दिल्ली

तुलशियन निपुन गुजरात

राघव झा दिल्ली

4

21.6 कि.मी

 

32 मिनट 56 सेकंड

लड़के अंडर -17

इसोव ए एंड एन

वाई रोजित सिंह मणिपुर

ईश्वर कुंडु उत्तराखंड

 

डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी स्वीमिंग पूल परिसर में खेलो भारत के तहत आयोजित तैराकी प्रतियोगिताओं के परिणाम निम्नलिखित हैं।

क्र. सं.

प्रतिस्पर्धा का नाम

वर्ग

स्वर्ण

रजत

कांस्य

1

50 मीटरफ्रीस्टाईल

लड़के अंडर -14

वीर खटकर दिल्ली 0:26:74

तन्मय दास

दिल्ली

0:26:87

एस. हितेन मित्तल

कर्नाटक

0:27:32

2

50 मीटरफ्रीस्टाईल

लड़कियांअंडर -14

डी.एस. श्रेनेथी तमिलनाडु

0:30:75

वैष्णवी हलरांकर

गोवा

Goa

0:30:76

नियती शाह

गुजरात

0:30:83

3

50 मीटरफ्रीस्टाईल

लड़के अंडर -17

कुशाग्र रावत

दिल्ली

0:25:72

अनिरुद्ध एच.एम

कर्नाटक

0:25:86

जैरी डी.मेलो

गोवा

0:25:92

4

50 मीटरफ्रीस्टाईल

लड़कियांअंडर -17

मन्न पटेल गुजरात

0:28:08

बी. प्रीति तमिलनाडु

0:28:87

एनी जैन दिल्ली

0:28:93

5

50 मीटर बैक स्ट्रोक

लड़के अंडर -14

तन्मय दास दिल्ली 0:30:20

शिवास सिंह

कर्नाटक

0:31:89

बी. बेनेडिक्शन रोहित तमिलनाडु

0:31:90

6

50 मीटर बैक स्ट्रोक

लड़कियांअंडर -14

श्रुंगी बांदेकर

गोवा

0:35:23

क्षितिजा के

कर्नाटक

0:35:59

नियती शाह

गुजरात

0:35:61

7

50 मीटर बैक स्ट्रोक

लड़के अंडर -17

सोम्यजीत साहा पश्चिम बंगाल

0:29:55

एस.शिवा संतोष

तमिलनाडु

0:31:08

राजेन्द्र सिंह आणंद गुजरात

0:31:25

8

50 मीटर बैक स्ट्रोक

लड़कियांअंडर -17

मन्न पटेल

गुजरात

0:31:80

झनाती राजेश

कर्नाटक

0:33:70

ए.काव्या श्री

तमिलनाडु

0:34:77

9

50 मीटर बैक स्ट्रोक

लड़के अंडर -14

एस.हितेन मित्तल

कर्नाटक

0:35:20

स्वदेश मंडल

पश्चिम बंगाल

0:38:28

बी. बेनेडिक्शन रोहित तमिलनाडु

0:36:58

10

50 मीटर बैक स्ट्रोक

लड़कियांअंडर -14

डी.एस. श्रेनेथी

तमिलनाडु

0:42:97

शान्या डी.शेट्टी

कर्नाटक

0:43:24

रिपशा जानी

गुजरात

0:44:07

11

50 मीटर बैक स्ट्रोक

लड़के अंडर -17

वरुण पटेल

दिल्ली

0:31:68

पुरूथविक डी.एस.

कर्नाटक

0:32:55

अनिरुद्ध एच.एम.

कर्नाटक

0:34:84

12

50 मीटर बैक स्ट्रोक

लड़कियांअंडर -17

बी. प्रीति तमिलनाडु

0:36:44

एनी जैन

दिल्ली

0:36:53

श्रेया आर भट्ट

कर्नाटक

0:39:26

13

50 मीटरबटरफ्लाई

लड़के अंडर -14

आर. अमीर कृष्णन तमिलनाडु

0:28:31

एस. हितेन मित्तल कर्नाटक

0:28:51

तन्मय दास

दिल्ली

0:28:81

14

50 मीटरबटरफ्लाई

लड़कियांअंडर -14

आस्था चौधरी

दिल्ली

0:31:90

सान्या डी. शेट्टी

कर्नाटक

0:31:92

उत्तरा गोगोई

दिल्ली

0:32:25

15

50 मीटरबटरफ्लाई

लड़के अंडर -17

अनिरुद्ध एच.एम. कर्नाटक

0:26:96

स्वपनील चक्रवर्ती पश्चिम बंगाल

0:27:18

वी.एस. गोकुलनाथ

तमिलनाडु

0:27:27

16

50 मीटरबटरफ्लाई

लड़कियांअंडर -17

अनुभूति बरूआ

दिल्ली

0:30:84

सुमन पाटिल

गोवा

0:30:86

डोलफी सारंग

गुजरात

0:30:88

17

4 X 50 मीटरफ्रीस्टाईल मिक्स रिले

अंडर -14

दिल्ली

01:54:53

कर्नाटक

01:57:90

तमिलनाडु

01:59:27

18

4 X 50 मीटरफ्रीस्टाईल मिक्स रिले

अंडर -17

तमिलनाडु

01:50:25

दिल्ली

01:50:60

गुजरात

01:51:05

 ***

वीके/एसकेजे/डीए-161

(Release ID :157361)

खेल मंत्री श्री विजय गोयल ने नई दिल्ली में राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता खेलो इंडिया का शुभारंभ किया 


युवा मामले एवं खेल मंत्रालय में राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री विजय गोयल ने आज यहां राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता खेलो इंडिया का शुभारंभ किया। इस प्रतियोगिता का दिल्ली में आयोजन युवा मामले एवं खेल मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले भारतीय खेल प्राधिकरण ने तीन क्षेत्रों तैराकी, साईक्लिंग और कुश्ती में किया है।

 

उद्घाटन समारोह तालकटोरा स्थित डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी स्विमिंग पूल परिसर में आयोजित किया गया। श्री विजय गोयल ने तैराकी की विभिन्न श्रेणियों में विजेताओं को पदक प्रदान किया।इस अवसर पर युवा प्रतिभागियों को प्रोत्साहित करने के लिए खेल सचिव श्री इनजेती श्रीनिवासपूर्व तैराक खजान सिंहभानु सचदेवामीनाक्षी पहूजा और सैकड़ों स्कूली बच्चे भी उपस्थित थे। 25 राज्यों/केन्द्रशासित प्रदेशों के करीब 1000 हजार प्रतिभागियों ने इस राष्ट्रीय प्रतियोगिता में भाग लिया जबकि दर्शकों के लिए सभी स्थलों पर प्रवेश नि: शुल्क है।

इस अवसर पर बोलते हुए युवा मामले एवं खेल मंत्रालय में राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री विजय गोयल ने कहा कि खेलो इंडिया प्रतियोगिता का आयोजन न सिर्फ जमीनी स्तर पर खेलों को बढ़ावा देने के लिए बल्कि देश में खेलों के बुनियादी ढांचे को बनाने में मदद करने के लिए भी किया गया है। उन्होंने कहा कि यह नवोदित प्रतिभाओं को राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा के लिए एक मंच प्रदान करेगा। ऐसी प्रतियोगिताओं के माध्यम से प्रतिभाओं की पहचान कर उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तैयार करने में मदद मिलेगी।

उन्होंने कहा उनके मंत्रालय द्वारा प्रतिभाओं की खोज के लिए जल्द ही एक राष्ट्रीय पोर्टल इसी महीने में ही शुरू किया जाएगा। 14 और 17 वर्ष से कम उम्र के लड़कों एवं लड़कियों की तैराकी और साईक्लिंग प्रतियोगिताएं आज संपन्न हुईं, वहीं 14 और 16 वर्ष से कम उम्र के लड़कों एवं लड़कियों की कुश्ती प्रतियोगिता (फ्री स्टाइल) दो दिन 20-21 जनवरी 2017 को साई इंदिरा गांधी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्सनई दिल्ली में होगा।

राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता खेलो इंडिया का विभिन्न वर्गों में जनवरी और फरवरी 2017 में आयोजन किया गया है।इस प्रतियोगिता के कबड्डी, खो-खो और वुशु खेल नेल्लोर में होंगे; भारोत्तोलन, मुक्केबाजी और टेबल टेनिस गुवाहाटी में; एथलेटिक्स, हैंड बॉल और हॉकी गांधीनगर में; तायक्वांडोवॉलीबॉल और फुटबॉल चेन्नई में; बैडमिंटनजिमनास्टिकबास्केटबॉल और लॉन टेनिस हैदराबाद में तथा तीरंदाजी और जूडो जयपुर में होंगे।

***

दिनांक 15 जनवरी, 2016 का दत्तक ग्रहण विनियमन, 2017 कल से परिचालनगत होगा 


दत्तक ग्रहण विनियमन देश में दत्तक ग्रहण कार्यक्रम

को और अधिक मजबूत बनाएगा

 किशोर न्याय (बच्चों की देखभाल और संरक्षण) अधिनियम2015 की धारा 68 (सी) के तहत अधिदेशित 'केन्द्रीय दत्तक ग्रहण संसाधन प्राधिकरण' (सीएआरए) द्वारा तैयार किया गया दत्तक ग्रहण विनियमन2017 को सरकारी प्रेस द्वारा  4 जनवरी 2017 को अधिसूचित कर दिया गया है और ये विनियमन 16 जनवरी, 2017 से प्रभावी होंगे। दत्तक ग्रहण विनियमन2017 दत्तक ग्रहण दिशा निर्देश की जगह लेंगे।

दत्तक ग्रहण विनियमन की रूप रेखा दत्तक ग्रहण एजेंसियों और भावी दत्तक माता पिता (पीएपी) सहित सीएआरए और अन्य हितधारकों के सामने आ रहे मुद्दों और चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए बनायी गयी है। यह भविष्य में गोद लेने की प्रक्रिया को व्यवस्थित बनाने के द्वारा देश में गोद लेने के कार्यक्रम को और मजबूत बनाएगा। पारदर्शिताबच्चों के प्रारंभिक विसंस्थागतकरण, माता-पिता के लिए सुविज्ञ विकल्प, नैतिक प्रथाओं और गोद लेने की प्रक्रिया में सख्ती से परिभाषित समयसीमा दत्तक ग्रहण विनियमन के प्रमुख पहलू हैं।

 दत्तक ग्रहण के विनियमन 2017 की मुख्य विशेषताएं : -

 क) विनियमनों में देश के भीतर और विदेशों में रिश्तेदारों द्वारा गोद लेने की प्रक्रिया से  संबंधित प्रक्रियाओं को परिभाषित किया गया है।

 ख) गृह अध्ययन रिपोर्ट की वैधता दो साल से बढ़ाकर तीन साल कर दी गई है।

 ग) निर्दिष्ट बच्चे को आरक्षित करने के बाद मिलान और स्वीकृति के लिए घरेलू पीएपी को उपलब्ध समयसीमा को वर्तमान पंद्रह दिनों से बढ़ाकर बीस दिन कर दिया गया है।

 घ) जिला बाल संरक्षण इकाई (डीसीपीयूके पास व्यावसायिक रूप से योग्य या प्रशिक्षित सामाजिक कार्यकर्ताओं का एक पैनल होगा।

 ई) न्यायालय में दायर किए जाने वाले मॉडल दत्तक ग्रहण आवेदनों समेत विनियमनों से संलग्न 32 अनुसूचियां हैं और यह न्यायालय के आदेश प्राप्त करने में वर्तमान में लगने वाली  देरी में काफी हद तक कमी लाएंगी।

नया दत्तक ग्रहण विनियमन2017 महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की वेबसाइट "www.wcd.nic.in" और सीएआरए की वेबसाइट "www.cara.nic.in" पर उपलब्ध हैं।

 

***

प्रधानमंत्री ने बिहार में नौका दुर्घटना में लोगों की मृत्‍यु परशोक जताया; 

प्रधानमंत्री राष्‍ट्रीय राहत कोष से सहायता राशि की घोषणा की
 


प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने बिहार में नौका दुर्घटना में लोगों की मृत्यु पर अपना दु: जताया है। 

उन्होंने शोक-संतप् परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक् की है। 

प्रधानमंत्री ने मृतकों के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2 लाख रूपये तथा गंभीर रूप से घायललोगों को 50 हजार रूपये सहायता राशि की भी मंजूरी प्रदान की है।

 

****

प्रधानमंत्री ने सेना दिवस के अवसर पर भारतीय जवानों को सलाम किया 


प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने सेना दिवस के अवसर पर भारतीय सेना के साहस और अमूल् सेवाओं को सराहा है।

अपने संदेश में प्रधानमंत्री ने कहा : -

‘‘सेना दिवस पर सभी सैनिकों,पूर्व सैनिकों और उनके परिवारों का हार्दिक अभिनंदन। हम भारतीय सेना के साहसऔर उनकी अमूल् सेवाओं को सलाम करते हैं।

भारतीय सेना ने सदैव ही हमारे राष्ट्र की अखंडता की रक्षा और प्राकृतिक आपदाओं में नागरिकों की सहायताकरने में अग्रणी भूमिका निभाई है।

हम अपनी सेना के बलिदान को गौरव के साथ याद करते हैं। वे अपने जीवन को इसलिए जोखिम में डालते हैंताकि 125 करोड़ भारतीय शांति से रह सकें।’’

 

****

 

             

राष्ट्रपति ने सेना दिवस 2017 के अवसर पर बधाई दी 


राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी ने सेना दिवस 2017 के अवसर पर सेना के सभी अधिकारियों, जवानों, सेवानिवृत्त सैनिकों, नागरिकों, पूर्व सैनिकों एवं उनके परिवारों को अपनी शुभकामनाएं एवं बधाई दी हैं।

अपने संदेश में राष्ट्रपति महोदय ने कहा है, “मुझे यह जानकर प्रसन्नता हुई कि 15 जनवरी, 2017 को सेना दिवस मनाया जा रहा है।

भारतीय सेना भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वाह करती है और दुनिया में सबसे खतरनाक क्षेत्रों में से एक माने जाने वाली हमारी सीमाओं की सुरक्षा करती है। यह आंतरिक सुरक्षा चुनौतियों के दौरान स्थिरता उपलब्ध कराती है और इसे अक्सर प्राकृतिक आपदाओं के दौरान सहायता प्रदान करने के लिए बुलाया जाता है। भारतीय सेना अपने पेशेवर बर्ताव, स्व-रहित प्रतिबद्धता और अपने जवानों की अभूतपूर्व बहादुरी के लिए जानी जाती है।

आज हम अपने उन बहादुर जवानों को याद करते हैं जिन्होंने कर्तव्य के निर्वहन में सर्वोच्च बलिदान दिया है। राष्ट्र उनका और उनके परिवारों का कृतज्ञ है। मैं राष्ट्र के प्रति उनकी सेवा में अपने सैनिकों के समर्पण और उनकी कर्तव्यनिष्ठा के प्रति हमारी गहरी प्रशंसा दर्ज करना चाहता हूँ।

मुझे भरोसा है कि भारतीय सेना आगे आने वाले वर्षों में भी राष्ट्रीय शक्ति के एक मजबूत और महत्वपूर्ण माध्यम के रूप में अपनी पहचान बनाए रखेगी।

मैं सेना दिवस समारोहों की सफलता की कामना करता हूँ। ”

 

***

राष्ट्रपति ने बिहार में नौका दुर्घटना में मारे गए लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की 


राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी ने बिहार में गंगा नदी में एक नौका दुर्घटना में मारे गए लोगों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है।

बिहार के राज्यपाल श्री राम नाथ कोविंद को भेजे अपने संदेश में राष्ट्रपति महोदय ने कहा है मैं पटना में गंगा नदी में एक नाव के डूब जाने से हुई दुर्घटना के बारे में जानकर व्यथित हूँ जिसमें कई लोगों की जाने चली गयी हैं तथा कई लोग अभी भी लापता हैं। मुझे उम्मीद है कि राहत और बचाव कार्य वर्तमान में पूरी तरह जारी होंगे।

मैं संबंधित अधिकारियों से आग्रह करता हूँ कि वे शोक संतप्त परिवारों को हरसंभव सहायता उपलब्ध कराएं जिन्होंने अपने प्रियजनों को इस दुर्घटना में खो दिया है। साथ ही, वे घायल व्यक्तियों को भी सभी चिकित्सीय सहायता उपलब्ध कराएं।

कृपया दुर्घटना में मारे गए लोगों के परिवारों के प्रति मेरी हार्दिक सहानुभूति प्रेषित करें। मैं घायल व्यक्तियों के त्वरित स्वास्थ्य लाभ की भी कामना करता हूँ।

 

***

राष्ट्रपति ने श्री सुरजीत सिंह बरनाला के निधन पर शोक व्यक्त किया 


राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी ने पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री श्री सुरजीत सिंह बरनाला के निधन पर शोक व्यक्त किया है।

उनकी पत्नी श्रीमती सुरजीत कौर बरनाला को भेजे एक संदेश में राष्ट्रपति महोदय ने कहा है, “मैं अपने एक सहयोगी और पुराने मित्र आपके पति श्री सुरजीत सिंह बरनाला के निधन के बारे में जानकर दुखी हूँ।

श्री बरनाला एक विख्यात राजनेता, सांसद और एक कुशल प्रशासक थे जिन्होंने पंजाब के मुख्यमंत्री और कई राज्यों के राज्यपाल के रूप में कई पदों पर अति विशिष्टता के साथ राष्ट्र की सेवा की। उन्होंने केंद्रीय मंत्रिपरिषद के सदस्य के रूप में भी विशिष्टतापूर्वक कार्य किया और कृषि तथा रसायन एवं उर्वरक मंत्रियों के पद भार संभाले। उन्हें हमेशा उग्रवाद की ताकतों के खिलाफ मजबूती से डटे रहने और हमारे देश में आतंकवादियों और राष्ट्र विरोधी ताकतों के खिलाफ उनकी लड़ाई के लिए याद किया जाएगा।

उनके निधन से राष्ट्र ने एक देशभक्त और लोकप्रिय नेता खो दिया है जिन्होंने हमारे देश की एकता और अखंडता को बनाए रखने एवं इसके व्यापक विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया।

 कृपया मेरी हार्दिक सहानुभूति स्वीकार करें एवं अपने परिवार के अन्य सभी सदस्यों को प्रेषित करें। ईश्वर आपको तथा आपके परिवार को इस अपूरणीय क्षति को बर्दाश्त करने की ताकत एवं हिम्मत प्रदान करें।

 

***

श्री जे पी नड्डा ने 'भारत में स्वास्थ्य सुविधाओं में जीवन और अग्नि सुरक्षा' विषय पर आयोजित राष्ट्रीय कार्यशाला का उद्धाटन किया 


 

हमारा लक्ष्य आग लगने के जोखिम के बारे में 'जीरो टॉलरेंस' सुनिश्चत करना है- जे पी नड्डा

 

      केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री श्री जे पी नड्डा ने आज नई दिल्ली में 'भारत में स्वास्थ्य सुविधाओं में जीवन और अग्नि सुरक्षा' विषय पर आयोजित राष्ट्रीय कार्यशाला का उद्धाटन करते हुए कहा, "हमारा लक्ष्य आग लगने के जोखिम के बारे में 'जीरो टॉलरेंस' सुनिश्चत करना है। हमारा उद्देश्य एकाग्रता के साथ अपने प्रयासों के माध्यम से लक्ष्य की प्राप्ति होनी चाहिए।" इस कार्यशाला का आयोजन संयुक्त रूप से स्वास्थ्य मंत्रालय और अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), नई दिल्ली द्वारा किया गया था जिसमें जिसमें प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर स्कूल नई दिल्ली, दिल्ली अग्निशमन सेवा, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए), नई दिल्ली तथा सेंट्रल बिल्डिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट (सीबीआरआई) रूड़की ने सक्रिय भागीदारी की। कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य स्वास्थ्य भवनों में जीवन और अग्नि सुरक्षा से संबंधित महत्वपूर्ण मुद्दों के बारे में अस्पताल प्रशासकों और इंजीनियरिंग प्रमुखों को जागरूक करना था।

      समारोह को संबोधित करते हुए श्री नड्डा ने कहा कि अस्पतालों में किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए अग्नि सुरक्षा के प्रति संवेदनशील होना बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा, "पहले यह समझा जाना चाहिए कि क्या करना है और क्या नहीं तथा इसका सख्ती से पालन किया जाना चाहिए। हम यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि इसका हर स्तर पर पालन हो।" स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि डॉक्टरों और इंजीनियरिंग स्टाफ के लोगों को आग और जीवन सुरक्षा की दिशा में उनकी भूमिका से पूरी तरह से अवगत होना चाहिए। उन्होंने कहा, "ऐसे हालातों में सबसे पहले हमारी नर्सें और डॉक्टरों प्रतिक्रिया देते हैं। यदि मरीज कहीं जाता है तो नर्सों और डॉक्टरों को मरीज का मार्गदर्शन करना चाहिए।

      इस कार्यशाला में 23 अस्पतालों के प्रमुखों / स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के तहत आने वाले संस्थानों तथा उनके संबंधित अधिकारियों ने भाग लिया। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, नई दिल्ली के परिसर में एक मॉक ड्रिल का भी आयोजन किया गया।

      इस समारोह के दौरान अपर सचिव (एचएफडब्ल्यू) डॉ अरुण पांडा, अपर सचिव (एचएफडब्ल्यू) श्री संजीव कुमार, विशेष डीजीएचएस डॉ बी डी ऐठानी, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, नई दिल्ली के निदेशक डॉ एम.सी मिश्रा भी उपस्थित थे। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।

***

प्रौद्योगिकी के बदलते दौर में फिल्म निर्माण एक लोकतांत्रिक प्रक्रिया में तब्‍दील हो गया है: कर्नल राठौर 


दिल्ली में भारतीय पैनोरमा फिल्म समारोह का उद्घाटन                               

 

सूचना एवं प्रसारण राज्‍य मंत्री कर्नल राज्‍यवर्धन राठौर ने कहा है कि भारतीय पैनोरमा खंड में शामिल फिल्‍मों का दर्शकों के साथ भावनात्‍मक जुड़ाव है, क्‍योंकि वे अपनी संस्‍कृति, क्षेत्र एवं भाषा के साथ इन्‍हें बाकायदा जोड़ सकते हैं। फिल्‍मों के जरिए कहानी को पेश करने की कला में समय के साथ काफी बदलाव आया है और भारत में अब वास्‍तविक जीवन की घटनाओं की प्रेरणादायक गाथाओं पर फिल्‍में बनाने का चलन शुरू हो गया है। कर्नल राठौर ने आज यहां सिरी फोर्ट ऑडिटोरियम में भारतीय पैनोरमा फिल्‍म समारोह का उद्घाटन करते हुए ये बातें कहीं। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय में अपर सचिव श्रीमती जयश्री मुखर्जी भी इस अवसर पर उपस्‍थित थीं।

 http://pibphoto.nic.in/documents/rlink/2017/jan/i201711606.jpg

 

इस अवसर पर कर्नल राठौर ने कहा कि प्रौद्योगिकी और बिजनेस मॉडल में अहम बदलाव आने के साथ ही फिल्‍म निर्माण की प्रक्रिया अब लोकतांत्रिक होती जा रही है, जिसमें रचनात्‍मकता को भी पर्याप्‍त अवसर मिल रहे हैं।

कर्नल राठौर ने दिग्‍गज फिल्‍म अभिनेता स्‍वर्गीय श्री ओम पुरी को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि श्री ओम पुरी एक प्रतिबद्ध फिल्मी हस्ती थे, जिन्‍होंने अपने ऐसे हर उद्यम में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दिया, जिससे वे अपने पूरे जीवन काल में जुड़े हुए थे।

 http://pibphoto.nic.in/documents/rlink/2017/jan/i201711607.jpg

इस समारोह का शुभारंभ बोबो खुरेइजाम द्वारा निर्देशित वृत्तचित्र फिल्म ‘इमा साबित्री’ और अक्षय सिंह द्वारा निर्देशित हिंदी फीचर फिल्‍म 'पिंकी ब्यूटी पार्लर’ से होगा।

 http://pibphoto.nic.in/documents/rlink/2017/jan/i201711608.jpg

 

भारतीय पैनोरमा की फिल्मों की स्क्रीनिंग सूची देखने के लिए अंग्रेजी का अनुलग्नोक क्लिहक करें:

 

***

दिसंबर, 2016 के लिए थोक मूल्‍य सूचकांक (आधार वर्ष : 2004-05 = 100) की समीक्षा 

दिसंबर, 2016 में थोक मूल्‍य सूचकांक पर आधारित महंगाई दर 3.39 प्रतिशत रही

दिसंबर, 2016 के दौरान ‘सभी जिंसों’ के लिए आधि‍कारिक थोक मूल्‍य सूचकांक (आधार वर्ष : 2004-05=100) इससे पिछले महीने के 183.1 (अनंतिम) से 0.2 प्रतिशत घटकर 182.8 अंक (अनंतिम) हो गया। 

मुद्रास्‍फीति 
मासिक थोक मूल्‍य सूचकांक (डब्‍ल्‍यूपीआई) पर आधारित मुद्रास्‍फीति की वार्षिक दर दिसंबर, 2016 के दौरान (दिसंबर, 2015 की तुलना में) 3.39 प्रतिशत (अनंतिम) रहीजबकि इससे पिछले महीने यह 3.15 प्रतिशत (अनंतिम) थी। पिछले वर्ष के इसी महीने में यह -1.06 प्रतिशत रही थी। वित्‍त वर्ष में अब तक क्रमिक वृद्धि केसाथ मुद्रास्‍फीति दर 4.28 प्रतिशत आंकी गई हैजबकि पिछले वर्ष की इसी अवधि में क्रमिक वृद्धि के साथमुद्रास्‍फीति दर 0.4प्रतिशत थी। 

विभिन्‍न जिंस समूहों के सूचकांक में उतार-चढ़ाव कुछ इस प्रकार रहे :- 
प्राथमिक वस्तुएं (भारांक 20.12 प्रतिशत) 

इस प्रमुख समूह का सूचकांक पिछले महीने के 259.4 अंक (अनंतिम) से 1.2 प्रतिशत घटकर 256.3 अंक (अनंतिम) रह गया। महीने के दौरान जिन समूहों और वस्‍तुओं के सूचकांक में उतार-चढ़ाव देखे गएवे इस प्रकारहैं : 

खाद्य उत्‍पाद’ समूह का सूचकांक पिछले महीने के 276.1 अंक (अनंतिम) से 2.2 प्रतिशत घटकर 270.1 अंक (अनंतिम) रह गया। ऐसा फलों एवं सब्जियों (9 प्रतिशत)अरहर (6 प्रतिशत),  मसूर व उड़द (प्रत्‍येक 5 प्रतिशत)मूंग (4 प्रतिशत)चना (2 प्रतिशत) व पोल्ट्री चिकन  (1 प्रतिशत) की कीमतों में कमी के परिणामस्‍वरूप संभवहुआ। हालांकिरागी (4 प्रतिशत),  ज्वार एवं गेहूं ( प्रत्येक 3 प्रतिशत),  बाजरा (2 प्रतिशत) और अंडेजौमसालेचाय  एवं अंतर्देशीय मछली (प्रत्येक 1 प्रतिशत) की कीमतें बढ़ गईं। 

गैर-खाद्य पदार्थ’ समूह का सूचकांक पिछले महीने के 221.4 अंक (अनंतिम) से 1.9 प्रतिशत बढ़कर 225.6 अंक (अनंतिम) हो गया। ऐसा फूलों (10%), कच्चे रबर (9%), खोपरा (नारियल) और मूंगफली बीज (प्रत्येक 6%), कच्चे रेशम (5%), तिल के बीज एवं कच्ची कपास (प्रत्येक 2%) और सोयाबीनगन्ना व कुसुम (प्रत्येक 1%) कीकीमतें बढ़ने के परिणामस्वरूप संभव हुआ। हालांकि, कच्चे जूट (4%), सूरजमुखी (3%)राई व सरसों के बीज (2%) और कॉयर फाइबरनाइजर बीजअलसी एवं कच्चे ऊन (प्रत्येक 1%) के दाम घट गए। 

खनिज’ समूह का सूचकांक पिछले महीने के 207.4 अंक (अनंतिम) से 2.8 प्रतिशत बढ़कर 213.3 अंक (अनंतिम) हो गया। ऐसा मैग्नेसाइट एवं सिलिमेनाइट (प्रत्येक 15%)मैंगनीज अयस्क (11%)लौह अयस्क (7%)फास्फोराइट एवं कच्चे पेट्रोलियम (प्रत्येक 4%) और क्रोमाइट (1%) की कीमतों में वृद्धि के फलस्वरूपसंभव हुआ। हालांकितांबा अयस्क (8%) की कीमत घट गई। 

 

***

रेल मंत्री ने ‘सुरक्षा जागरूकता माह’ के दौरान निर्देश जारी किए 


रेल मंत्रालय ने सुरक्षा को सर्वोच्‍च प्राथमिकता प्रदान की थी और इस दिशा में नए सिरे से प्रयास किए जा रहे हैं, ताकि रेल मंत्री द्वारा पिछले बजट भाषण में उल्‍लेखित ‘शून्‍य दुर्घटनाओं’ की आकांक्षा पूरी की जा सके। इन उद्देश्‍यों की प्राप्‍ति के लिए रेल मंत्री श्री सुरेश प्रभाकर प्रभु ने सुरक्षा से जुड़े सभी मुद्दों पर नए सिरे से विचार करने, प्रणालीगत खामियों को दूर करने के लिए नए तौर-तरीके अपनाने और महीने भर चलने वाले इस व्‍यापक अभियान के दौरान सभी संभावित असुरक्षित क्षेत्रों को दुरुस्‍त करने की जरूरत को रेखांकित किया है, ताकि भविष्‍य में दुर्घटनाओं को टाला जा सके। उन्‍होंने यह भी निर्देश दिया है कि भारतीय रेलवे के सुरक्षा संबंधी प्रदर्शन में उल्‍लेखनीय सुधार के लिए सभी महाप्रबंधकों को ठोस कदम उठाने चाहिए। उन्‍होंने विशेष जोर देते हुए कहा है कि इन उपायों पर अमल किया जाना चाहिए और महीने भर चलने वाले विशेष ‘सुरक्षा जागरूकता अभियान’ के दौरान महाप्रबंधकों और अन्‍य संबंधित अधिकारियों को व्‍यक्‍तिगत रूप से इनकी निगरानी करनी चाहिए। यह अभियान 5 जनवरी से शुरू होकर 5 फरवरी, 2017 तक जारी रहेगा।

तदनुसार, निम्‍नलिखित निर्देश दिए गए हैं:

क्र.सं.

विषय

1.      

असुरक्षित क्षेत्रों पर फोकस करना: जोनल रेलवे असुरक्षित क्षेत्रों पर अपना ध्यान केंद्रित करने के लिए 15 दिनों का विशेष सुरक्षा अभियान 10 जनवरी से लेकर 25 जनवरी तक जारी रखेंगे। रेलगाड़ियों के परिचालनों जैसे कि आवागमन, मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल, सिग्नलिंग और सिविल इंजीनियरिंग से सीधे तौर पर जुड़े सभी विभागों को इस अवधि के दौरान इनमें से प्रत्येक के लिए अभियान चलाना चाहिए।

2.              

निर्धारित निरीक्षण और उनका अनुपालनमहाप्रबंधकों को यह अवश् ही सुनिश्चित करना चाहिए कि वरिष् पर्यवेक्षकों और अधिकारियों के लिए निर्धारित समस् सुरक्षा निरीक्षण बाकायदा किए जाएं और इन निरीक्षणों के दौरान पाई जाने वाली किसी भी खामी को दूर करने के लिए तत्काल कार्रवाई की जाए। सभी जोनल रेलवे को समस् वरिष् पर्यवेक्षकों एवं अधिकारियों के लिए तय सुरक्षा निरीक्षणों के मानक कार्यक्रमों को प्रसारित कर देना चाहिए और इसके साथ ही सभी संबंधित अधिकारियों द्वारा इन सुरक्षा निरीक्षणों को सुनिश्चित करना चाहिए, जिनमें फुटप्लेट का निरीक्षण, रात्रि निरीक्षण भी शामिल हैं।  

3.              

कोहरे से संबंधित सावधानियांकोहरे के मद्देनजर तय किए तय की गई सभी सावधानियां बरती जानी चाहिए, ताकि रेलगाड़ियों का परिचालन प्रभावित हो और इसके साथ ही यह असुरक्षित हो। इस बारे में विस्तृत निर्देश रेलवे बोर्ड द्वारा पहले ही जारी किए जा चुके हैं।

4.              

जीएम और डीआरएम द्वारा फील् निरीक्षण : सभी जीएम को अपने जोनल रेलवे के सुरक्षा अभियान के दौरान कम से कम एक खंड का सुरक्षा निरीक्षण अवश् ही करना चाहिए। इसी तरह डीआरएम को भी एक ऐसे खंड का निरीक्षण अवश् करना चाहिए, जिसका निरीक्षण जीएम द्वारा किया गया हो।

5.      

विभागों के प्रधान प्रमुख (पीएचओडी) द्वारा कार्यशाला/कार्यस्थल का निरीक्षण: संबंधित पीएचओडी को इस अभियान के दौरान अपने-अपने संबंधित क्षेत्रों में कम से कम एक कार्यशाला/डिपो/कार्यस्थल का निरीक्षण अवश् करना चाहिए।

6.      

सभी खंडों को कवर करने के लिए रात्रि में फुटप्लेट का निरीक्षण करना  सभी अधिकारियों को यात्री/मेल/एक्सप्रेस गाड़ियों द्वारा रात्रि में फुटप्लेट का निरीक्षण करने के लिए प्रतिनियुक्त किया जाना चाहिए, ताकि हर रात डिवीजन के सभी खंडों को कवर किया जा सके।

7.      

जीएम द्वारा हर सप्ताह सुरक्षा बैठकें आयोजित करना: सभी महाप्रबंधक हर सोमवार को सुरक्षा संबंधी बैठकें आयोजित करेंगे, ताकि वे अपने-अपने पीएचओडी और डीआरएम के साथ सप्ताह के दौरान सुरक्षा प्रदर्शन की समीक्षा कर सकें।

8.      

डीआरएम द्वारा हर सप्ताह सुरक्षा बैठकें आयोजित करना: डीआरएम सुरक्षा संबंधी प्रदर्शन की समीक्षा करने और आवश्यक कार्रवाई करने के लिए अपने-अपने शाखा अधिकारियों के साथ साप्ताहिक सुरक्षा बैठकें आयोजित करेंगे।

9.      

दुर्घटना से संबंधित पूछताछ की निगरानी करना: दुर्घटना से संबंधित समस् पूछताछ और सुरक्षा निरीक्षणों के दौरान उठने वाले डीएआर मामलों को अवश् ही तय समय सीमा में अंतिम रूप प्रदान कर देना चाहिए।

 

***

भारत और मॉरीशसनेसहकारी एवं इससे जुड़े क्षेत्रों के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्‍ताक्षर किया

भारत ने कृषि उद्योग,मत्‍स्‍यपालन और डेयरी के क्षेत्रमें मॉरीशस के साथ अपनी विशेषज्ञता और प्रौद्योगिकी के आदान –प्रदान का प्रस्‍ताव दिया

 

केंद्रीय कृषि एंव किसान कल्याण मंत्री, श्री राधा मोहन सिंह और व्‍यापार, उद्यम और सहकारी समिति मंत्री, मॉरीशस सरकार, श्री सुमिल दत्‍त भोलहाने आजसहकारी एवं इससे जुड़े क्षेत्रों के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्‍ताक्षर किया। यह समझौता दोनों ही देशों को इस महत्‍वपूर्ण क्षेत्र में संयुक्‍त रूप से काम करने में मदद करेगा जिससे हजारों मॉरीशसवासियों को लाभ पहुंच सकता है।भारत ने कृषि उद्योग,मत्‍स्‍यपालन और डेयरी के क्षेत्रमें मॉरीशस के साथ अपनी विशेषज्ञता और प्रौद्योगिकी के आदान –प्रदान का प्रस्‍ताव दिया।

दोनो मंत्रियों ने भारत और मॉरीशस के बीच साझा सांस्‍कृतिक और पूर्वजों के समय से बने संबंध,जो कि समयगुजरने के साथमजबूत हुए हैं और ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्‍य में समय की कसौटी पर खरे उतरे हैं, पर संतुष्‍टि जताई तथा यह विचार व्‍यक्‍त किया कि समय - समय पर दोनों देशों के बीच उच्‍च स्‍तरीय दौरों के जरिए पारस्‍परिक संबंधों में और अधिक मजबूती आई है।

भारतीय बास्केट के कच्चे तेल की अंतर्राष्ट्रीय कीमत 13.01.2017 को 54.29 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल रही 


पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय के अधीनस्‍थ पेट्रोलियम नियोजन एवं विश्‍लेषण प्रकोष्ठ (पीपीएसी) द्वारा आज संगणित/प्रकाशित सूचना के अनुसार भारतीय बास्‍केट के कच्चे तेल की अंतर्राष्‍ट्रीय कीमत 13 जनवरी, 2017 को 54.29 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल (बीबीएल) दर्ज की गई। यह 12 जनवरी, 2017 को दर्ज 53.95 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल की कीमत से अधिक है।

रुपये के संदर्भ में भारतीय बास्केट के कच्चे तेल की कीमत 13 जनवरी, 2017 को बढ़कर 3704.29 रुपये प्रति बैरल हो गईजबकि 12 जनवरी, 2017 को यह 3673.26 रुपये प्रति बैरल थी। भारतीय मुद्रा 13 जनवरी, 2017 को कमजोर होकर 68.23 रुपये प्रति अमेरिकी डॉलर के स्तर पर बंद हुईजबकि 12 जनवरी, 2017 को यह 68.09 रुपये प्रति अमेरिकी डॉलर  के स्तर पर बंद हुई थी। इस संबंध में विस्तृत ब्यौरा नीचे तालिका में दिया गया है:-

 

 विवरण

इकाई

13 जनवरी 2017 को मूल्य (पिछला कारोबारी दिवस अर्थात 12.01.2017)

16-01-2017  के लिए मूल्‍य निर्धारण पखवाड़ा (29 दिसंबर2016 से लेकर 11 जनवरी2017 तक)

कच्‍चा तेल (भारतीय बास्‍केट)

(डॉलर प्रति बैरल)

 54.29              (53.95)        

54.24

(रुपये प्रति बैरल)

 3704.29       (3673.26)       

3691.57

विनिमय दर

(रुपये प्रति डॉलर)

68.23              (68.09)

   68.06

 

 

***

केन्द्रीय गृह मंत्री की अध्यक्षता में बैठक 

छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों की कानून व्यवस्था सहित विकास कार्यों की समीक्षा

 

      केन्द्रीय गृह मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने आज शाम छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में आयोजित उच्च स्तरीय बैठक में राज्य के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में कानून व्यवस्था की स्थिति और वहां आम जनता की बेहतरी के लिए चल रहे विभिन्न विकास कार्यों की समीक्षा की। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के निवास कार्यालय में आयोजित बैठक में डॉ. सिंह ने उन्हें केन्द्र के सहयोग से राज्य शासन द्वारा नक्सल समस्या को समाप्त करने के लिए लगातार किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी।

      बैठक की अध्यक्षता करते हुए केन्द्रीय गृह मंत्री ने प्रदेश सरकार के इन प्रयासों की सराहना की। मुख्यमंत्री ने कहा कि केन्द्र से राज्य को निरंतर अच्छा सहयोग मिल रहा है। प्रभावित क्षेत्रों में शिक्षास्वास्थ्यसड़क निर्माण और संचार व्यवस्था सहित हर प्रकार की बुनियादी सुविधाएं तेजी से विकसित की जा रही हैं।

      केन्द्रीय गृह मंत्री ने मुख्यमंत्री को नक्सल समस्या के उन्मूलन के लिए केन्द्र सरकार की ओर से सहयोग लगातार जारी रखने का आश्वासन दिया। डॉ. रमन सिंह ने इसके लिए श्री सिंह के प्रति आभार प्रकट किया। डॉ. सिंह ने कहा -राज्य और केन्द्र के सुरक्षा बलों के जवान और अधिकारी नक्सल क्षेत्रों में पूरी मुस्तैदी के साथ अपने कर्तव्यों का पालन कर रहे हैं। उनका मनोबल भी बहुत ऊंचा है।

      बैठक में छत्तीसगढ़ सरकार के गृह मंत्री श्री रामसेवक पैकरामुख्य सचिव श्री विवेक ढांडमुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव श्री एन.बैजेन्द्र कुमारगृह विभाग के प्रमुख सचिव श्री बी.वी.आर. सुब्रमण्यमपुलिस महानिदेशक श्री ए.एन. उपाध्यायमुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री अमन कुमार सिंह और अन्य संबंधित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

***

भारत और मॉरीशसनेसहकारी एवं इससे जुड़े क्षेत्रों के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्‍ताक्षर किया 


भारत ने कृषि उद्योग,मत्‍स्‍यपालन और डेयरी के क्षेत्रमें मॉरीशस के साथ अपनी विशेषज्ञता और प्रौद्योगिकी के आदान –प्रदान का प्रस्‍ताव दिया

 

केंद्रीय कृषि एंव किसान कल्याण मंत्री, श्री राधा मोहन सिंह और व्‍यापार, उद्यम और सहकारी समिति मंत्री, मॉरीशस सरकार, श्री सुमिल दत्‍त भोलहाने आजसहकारी एवं इससे जुड़े क्षेत्रों के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्‍ताक्षर किया। यह समझौता दोनों ही देशों को इस महत्‍वपूर्ण क्षेत्र में संयुक्‍त रूप से काम करने में मदद करेगा जिससे हजारों मॉरीशसवासियों को लाभ पहुंच सकता है।भारत ने कृषि उद्योग,मत्‍स्‍यपालन और डेयरी के क्षेत्रमें मॉरीशस के साथ अपनी विशेषज्ञता और प्रौद्योगिकी के आदान –प्रदान का प्रस्‍ताव दिया।

दोनो मंत्रियों ने भारत और मॉरीशस के बीच साझा सांस्‍कृतिक और पूर्वजों के समय से बने संबंध,जो कि समयगुजरने के साथमजबूत हुए हैं और ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्‍य में समय की कसौटी पर खरे उतरे हैं, पर संतुष्‍टि जताई तथा यह विचार व्‍यक्‍त किया कि समय - समय पर दोनों देशों के बीच उच्‍च स्‍तरीय दौरों के जरिए पारस्‍परिक संबंधों में और अधिक मजबूती आई है।

प्रधानमंत्री ने पश्चिम बंगाल में भगदड़ में लोगों की मृत्‍यु परशोक जताया; 

प्रधानमंत्री राष्‍ट्रीय राहत कोष से सहायता राशि की घोषणा की 


प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने पश्चिम बंगाल में भगदड़ में लोगों की मृत्‍यु पर अपना दु:ख जताया है।

पश्चिम बंगाल में भगदड़ में लोगों की मृत्‍यु से दु:खी हूं । मारे गए लोगों के परिजनों के साथ मेरी संवेदनाएं, और भगदड़ में घायल लोगों के लिए प्रार्थना करता हूं क‍ि वे जल्‍दी से जल्‍दी स्‍वथ्‍य हों ।

प्रधानमंत्री ने मृतकों के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्‍ट्रीय राहत कोष से 2 लाख रूपये तथा गंभीर रूप से घायल लोगों को 50 हजार रूपये सहायता राशि की भी मंजूरी प्रदान की है।

****