=> सहकारिता और संबंधित क्षेत्रों में सहयोग पर भारत और मॉरिशस के बीच अंतर सरकार समझौता हुआ

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में कैबिनेट मंत्रिमंडल ने सहकारिता और संबंधित क्षेत्रों में सहयोग पर भारत और मॉरिशस के बीच हुए अंतर सरकार समझौते को 13 मई 2016 को अपनी स्वीकृति दी.

समझौता की शर्तें-

यह समझौता दोनों देशों के बीच पांच वर्ष के लिए लागू होगा.
पांच साल के बाद यह स्वतः ही अगले पांच वर्ष के लिए पुन: लागू हो  जाएगा.
समझौते से लघु और मध्यावधि कार्यक्रमों के माध्यम से उन गतिविधियों में भागीदारी को बढ़ावा मिलेगा, जिनका समझौते में उल्लेख किया गया है.
इस समझौते के उद्देश्यों को पूरा करने हतु दोनों देश पारस्परिक सहमति  द्वारा कार्ययोजना तैयार करेंगे.

पृष्ठभूमि-

मॉरिशस सरकार ने उसके द्वारा स्थापित सहकारिता विकास कोष (सीडीएफ) और भारतीय राष्ट्रीय सहकारिता संघ (एनसीयूआई) के बीच एक संस्थागत ढांचा विकसित करने में दिलचस्पी दिखाई.
जिससे एनसीयूआई के अनुभव का सहकारिता विकास में लाभ लिया जा सके.
सितंबर 2012 में कृषि, सहकारिता और किसान कल्याण विभाग में एक संयुक्त बैठक का आयोजन हुआ था.
जिसके एक साल बाद (सितंबर, 2013) सहकारी संगठनों तौर तरीकों के आदान प्रदान, सूचनाओं और तकनीक के लेनदेन, संस्थागत संबंध विकसित करने और आईटीईसी कार्यक्रम के अंतर्गत विशेषज्ञ समायोजन के वास्ते दोनों देशों के बीच समझौते की संभावनाओं पर चर्चा हुई.
मॉरिशस सरकार के दो वरिष्ठ अधिकारियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने सहकारिता के क्षेत्र में द्विपक्षीय भागीदारी की संभावनाओं को तलाशने हेतु भारत का दौरा किया.

 

 

=> सुप्रीम कोर्ट ने मानहानि से संबंधित दंड कानूनों को संवैधानिक वैध होने की पुष्टि की

 

उच्‍चतम न्‍यायालय ने 13 मई 2016 को मानहानि से संबंधित दंड कानूनों की संवैधानिक वैधता की पुष्टि की है. इस मामले में फैसला न्‍यायमूर्ति दीपक मिश्र और न्‍यायमूर्ति प्रफुल्‍ल सी पंत की पीठ ने दिया.

न्यायालय के आदेश-

न्‍यायालय के अनुसार संविधान के अनुच्‍छेद 21 के तहत जीवन के अधिकार में प्रतिष्‍ठा का अधिकार भी शामिल है.
इस मामले में न्‍यायालय चौबीस याचिकाओं की सुनवाई कर रहा है.
याचिकाओं में आरोप लगाया गया है कि दंडात्‍मक अनुमति अधिनियम के प्रावधानों से संविधान से मिली अभिव्‍यक्ति की स्‍वतंत्रता का उल्‍लंघन होता है. 
केन्‍द्र और कुछ राज्‍य सरकारों ने यह कहते हुए इन याचिकाओं का विरोध किया कि इनकी दलीलें मान लेने से समाज में अराजकता की स्थिति पैदा होगी.
क्‍योंकि लोग बेखौफ दूसरों की प्रतिष्‍ठा धूमिल करेंगे.
न्‍यायालय ने देश भर के जिला मजिस्‍ट्रेटों को मानहानि की निजी शिकायतों में सम्‍मन जारी करते समय अत्‍यधिक सतर्कता बरतने का निर्देश दिया.
उच्‍चतम न्‍यायालय ने कहा कि इन मामलों में अं‍तरिम संरक्षण जारी रहेगा और सुनवाई अदालतों में दण्‍डात्‍मक मुकदमों पर रोक रहेगी.

 

 

=> ट्राइ का काल ड्राप संबंधी नियम मनमाना, अतर्कसंगत है: उच्चतम न्यायालय

 

उच्चतम न्यायालय ने 11 मई 2016 को ट्राइ के काल ड्राप संबंधी आदेश कि दूरसंचार कंपनियों के लिए उपभोक्ताओं को मुआवजा देना अनिवार्य बनाने के नियम को खारिज करते हुए कहा कि यह मनमाना, अतर्कसंगत और गैर-पारदर्शी है.

न्यायमूर्ति कुरियन जोसफ और आर एफ नरीमन की खंड पीठ के अनुसार न्यायलय ने इस रद्द नियम को अधिकार क्षेत्र से बाहर, मनमाना, अतर्कसंगत और गैर-पारदर्शी करार दिया.

क्या कहा दूरसंचार परिचालकों 

उच्चतम न्यायालय ने भारत के एकीकृत दूरसंचार सेवा प्रदाताओं और वोडाफोन, भारती एयरटेल तथा रिलायंस जैसे 21 दूरसंचार परिचालकों के संगठन सीओएआई द्वारा दायर याचिका पर यह फैसला सुनाया.
याचिका में दिल्ली उच्च न्यायालय के आदेश को चुनौती दी गई थी जिसने ट्राइ के इस साल जनवरी से काल ड्राप के संबंध में उपभोक्ताओं को मुआवजा देना अनिवार्य बनाने के फैसले को उचित ठहराया था.
दूरसचांर कंपनियों ने इससे पहले उच्चतम न्यायालय से कहा था कि पूरा क्षेत्र भारी-भरकम कर्ज से दबा है और उन्हें स्पेक्ट्रम के लिए बड़ी राशि का भुगतान करना है.
काल ड्राप को बिल्कुल बर्दाश्त न करने का नियम उन पर लागू नहीं किया जाना चाहिए.
कंपनियों ने भारतीय दूरसंचार प्राधिकार (ट्राइ) के इस आरोप को भी खारिज किया कि वे भारी-भरकम मुनाफा कमाती हैं.
दूरसंचार कपंनियों ने कहा कि उन्होंने बुनियादी ढांचे में काफी निवेश किया हुआ है.
ट्राइ ने न्यायालय से कहा था कि उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा हेतु वह काल ड्राप के लिए दूरसंचार कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई करेगा क्योंकि सेवा प्रदाता उन्हें मुआवजा देने के लिए तैयार नहीं हैं.

 

 

=> केन्‍द्र सरकार ने बौद्धिक सम्‍पदा अधिकार नीति की घोषणा की

 

केन्‍द्रीय मंत्रिमंडल ने 12 मई 2016 को राष्‍ट्रीय बौद्धिक सम्‍पदा अधिकार नीति को मंजूरी दे दी. इस आईपीआर नीति से रचनात्‍मकता और नवाचार के साथ-साथ उद्यमिता तथा सामाजिक-आर्थिक और सांस्‍कृतिक विकास को भी बढ़ावा मिलेगा.

आईपीआर नीति के लाभ-

  • इस नीति का उद्देश्‍य बौद्धिक सम्‍पदा अधिकारों के आर्थिक-सामाजिक और सांस्‍कृतिक लाभों के बारे में समाज के हर वर्ग में जागरूकता लाना है.
  • वित्‍तमंत्री ने कहा कि नई नीति से स्‍वास्‍थ्‍य देखभाल, खाद्य सुरक्षा और पर्यावरण संरक्षण को भी बल मिलेगा.
  • औद्योगिक नीति और संवर्द्धन विभाग बौद्धिक सम्‍पदा अधिकार नीति के समन्‍वय, क्रियान्‍वयन और विकास के लिए नोडल विभाग होगा.
  • बौद्धिक सम्‍पदा अधिकार नीति देश की बौद्धिक सम्‍पदा के संरक्षण और विकास की रूपरेखा तैयार करेगी.
  • इसके तहत प्रत्‍येक व्‍यक्ति अपने नाम और पहचान से अपनी रचना बेच सकेगा.
  • इस नीति को कारगर ढ़ंग से लागू करने के लिए क्षमता निर्माण की जरूरत है.
  • आईपीआर पॉलिसी से अर्थव्‍यवस्‍था का विकास होता है और नए-नए इन्‍वेन्‍शन आते हैं, ट्रेड, कॉमर्स, बिजनेस बढ़ता है.
  • अलग-अलग क्षेत्रों के लिए उनको प्रोत्‍साहन देने हेतु किसी भी बड़ी अर्थव्‍यवस्‍था को आईपीआर सिस्‍टम उसके कानून, उसकी इन्‍फोर्समेंट की मशीनरी ये हमेशा मौजूद रहनी चाहिए.

 

 

=> दीपक शोधन, भारत के सबसे उम्रदराज टेस्ट क्रिकेटर का निधन

भारत के सबसे उम्रदराज टेस्ट क्रिकेटर दीपक शोधन का 87 वर्ष की उम्र में 16 मई 2016 को अहमदाबाद में उनके घर पर निधन हो गया. वह फेफड़े के कैंसर से पीड़ित थे.

दीपक शोधन के बारे में:

• शोधन बाएं हाथ के बल्लेबाज थे, इसके साथ ही वे मध्यम गति से गेंदबाजी भी किया करते थे.

• शोधन ने भारत के लिए 1952 और 1953 में तीन टेस्ट मैच खेले और 60.33 के औसत से 181 रन बनाए. इसमें एक शतक भी       शामिल है.

• शोधन ने कोलकाता के ईडन गार्डन्स में पाकिस्तान के खिलाफ अपने करियर के पहले टेस्ट मैच में शतक लगाया था.

• वह अपने करियर के पहले टेस्ट की पहली पारी में शतक लगाने वाले पहले भारतीय बल्लेबाज थे.

• दीपक शोधन का जन्म 18 अक्टूबर 1928 को अहमदाबाद में हुआ था.

• उन्होंने 43 प्रथम श्रेणी मैचों में 1802 रन बनाये थे, जिसमें चार शतक और सात अर्धशतक थे.

 

 

=> प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना तीन राज्यों गुजरात, मध्य प्रदेश और राजस्थान के लिए आरंभ की गयी

 

प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (पीएमयूवाई) 15 मई 2016 को दाहोद में तीन राज्यों गुजरात, मध्य प्रदेश और राजस्थान के लिए आरंभ की गई.

इस अवसर पर गुजरात की मुख्यमंत्री आनंदी बेन पटेल, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे मौजूद रहीं.

संबंधित मुख्य तथ्य:

• योजना के प्रारंभ में तीन राज्यों में गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले 15 परिवारों की महिलाओं को एलपीजी कनेक्शन सौंपे गये. यह योजना तीन राज्यों में गरीबी रेखा से नीचे रहने वाली महिलाओं के जीवन को बड़े पैमाने पर प्रभावित करेगा.

• योजना के फलस्वरूप महिलाओं को खाना पकाने के समय होने वाले कठिन परिश्रम के अलावा रसोईघर में फैले धुएं और धुएं होने वाली अन्य स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से छुटकारा मिलेगा.

• आगामी तीन महीनों में 5 करोड़ बीपीएल महिलाओं को एलपीजी कनेक्शन दिये जायेंगे.

• प्रशासनिक लागत वाले प्रति कनेक्शन की लागत 1600 रुपये होगी, इसमें सरकार की ओर से सिलेंडर, दबाव नियंत्रक, पुस्तिका और सुरक्षा नली आदि शामिल होंगी.

उद्देश्य:

• महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के समय तक देश की 5 करोड़ महिलाओं को धुएं के संकट से उबारना और इससे होने वाले स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से निजात दिलाना है.

• गुजरात में 25 लाख नये कनेक्शन और 15 लाख पीएनजी कनेक्शन देना है जिससे कि शुद्ध ईंधन के इस्तेमाल को बढ़ाया जा सके.

 

 

=> अलास्का में रेड फ्लैग वायुसेना अभ्यास समाप्त हुआ

 

भारतीय वायुसेना एवं अमेरिकी वायुसेना के बीच अलास्का में आयोजित रेड फ्लैग वायुसेना अभ्यास 13 मई 2016 को समाप्त हुआ. 

कोप थंडर अभ्यास के बाद रेड फ्लैग वायुसेना अभ्यास का आरंभ 28 अप्रैल 2016 को हुआ जिसमें भारतीय वायुसेना (आईएएफ), अमेरिकी वायुसेना (यूएसएएफ) एवं अमेरिकी नेवी (यूएसएन) भाग लेती है.  

चार सप्ताह तक चलने वाले इस कार्यक्रम का आयोजन अलास्का के ईलसन एयर फ़ोर्स बेस में किया गया. भारत ने वर्ष 2008 के बाद दूसरी बार ऐसे सैन्य अभ्यास में भाग लिया.

रेड फ्लैग वायुसेना अभ्यास

•    भारतीय वायुसेना के 170 से अधिक अधिकारियों ने इस अभ्यास में भाग लिया.

•    भारतीय वायुसेना के 10 विमानों – चार सु-30एमकेआई, चार जगुआर एवं दो आईएल-78 विमानों ने भाग लिया.

•    इसका उद्देश्य भारतीय वायुसेना के सामर्थ्य को पहचानना एवं अन्य सैन्य बलों से सीखकर विभिन्न चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार रहना है.

•    इस अभ्यास के दौरान, भारतीय वायुसेना के विमानों ने अमेरिकी एग्रेसर्स के साथ उड़ान भरी.

•    भारतीय जगुआर के डारिन-2 ने विश्व प्रसिद्ध जेपीएआरसी रेंज में बम वर्षा करने का अभ्यास भी किया.

•    इस दौरान यहां का तापमान शून्य से भी कम था.

रेड फ्लैग अभ्यास

•    यह एक अत्याधुनिक वायुसेना अभ्यास है जिसे नेलिस एयरफ़ोर्स बेस, नेवादा में आयोजित किया जाता है.

•    रेड फ्लैग अलास्का ईलसन एयर फ़ोर्स स्टेशन पर आयोजित होता है. यह कोपथंडर अभ्यास के स्थान पर आरंभ किया गया.

•    इसका उद्देश्य भारतीय वायुसेना अधिकारियों को अमेरिका एवं नाटो द्वारा प्रशिक्षण दिलाना है. इसमें शत्रु के हार्डवेयर का इस्तेमाल एवं असली हथियारों का प्रयोग किया जाता है.

 

 

=> जस्टिस मुकुल मुदगल फीफा संचालन समिति के उपाध्यक्ष नियुक्त

अंतरराष्ट्रीय फुटबाल महासंघ (फीफा) ने आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग की जांच करने वाले जस्टिस मुकुल मुदगल को 14 मई 2016 को अपनी संचालन समिति का उपाध्यक्ष नियुक्त किया.

यूरोपीय कोर्ट ऑफ़ जस्टिस (ECJ) के अधिवक्ता जनरल  लुइस मिगुएल मादुरो (पुर्तगाल) को फीफा संचालन समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया गया.

इसके अलावा जस्टिस मुदगल और लुइस मिगुएल मादुरो को फीफा के इंडिपेंडेंट रिव्यु समिति का अध्यक्ष भी नियुक्त निया गया.

मुदगल पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायधीश है और आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग जांच समिति के अध्यक्ष रह चके है.

जस्टिस मुदगल फिरोजशाह कोटला मैदान में अंतरराष्ट्रीय मैचों और आईपीएल के मैचों की देखरेख में शामिल थे.

एशियाई फुटबाल महासंघ (एएफसी) ने हाल ही में उन्हें इसी काम के लिए अपनी टीम में शामिल किया था.

उनके नियुक्ति की घोषणा मेक्सिको सिटी में आयोजित 66वें वार्षिक फीफा कांग्रेस के दौरान की गयी.

 

 

=> भारत और विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चिकित्सा के पारंपरिक प्रणालियों के वैश्विक पदोन्नति हेतु अनुबंध पर हस्ताक्षर किए

 

भारत और विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने 13 मई 2016 चिकित्सा के पारंपरिक प्रणालियों के वैश्विक पदोन्नति हेतु परियोजना सहयोग समझौता (पीसीए) पर जिनेवा में हस्ताक्षर किए.

इसका उद्देश्य परंपरागत और पूरक चिकित्सा में गुणवत्ता, सुरक्षा और सेवा प्रावधान की प्रभाविता में सहयोग को बढ़ावा देना है.

भारत की ओर से आयुष मंत्रालय, केंद्र सरकार में सचिव अजीत एम शरण और विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की ओर से सहायक महानिदेशक डॉ मैरी किनी ने हस्ताक्षर किए.

अनुबंध से सम्बंधित मुख्या बातें:

• पीसीए का शीर्षक है: डब्ल्यूएचओ और आयुष, भारत के बीच 2016-2020 के मध्य परंपरागत और पूरक चिकित्सा के क्षेत्र में गुणवत्ता, सुरक्षा और सेवा के प्रावधान की प्रभाविता में सहयोग को बढ़ावा देना.

• परंपरागत और पूरक चिकित्सा रणनीति: 2014-2023 के विकास और कार्यान्वयन में डब्ल्यूएचओ की मदद करना है और यह अनुबंध चिकित्सा की भारतीय प्रणालियों को वैश्विक रूप से बढ़ावा देने में भी योगदान देगा.

• वर्ष 2016 से 2020 तक की अवधि के लिए पीसीए पहली बार योग में प्रशिक्षण के लिए तथा आयुर्वेद, यूनानी और पंचकर्म में प्रेक्टिस के लिए डब्ल्यूएचओ बेंचमार्क दस्तावेज़ प्रदान करेगा.

अनुबंध का महत्व:

• इससे परंपरागत चिकित्सा उत्पादों और राष्ट्रीय स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली में उनके एकीकरण को बढ़ावा देने के लिए नियामक ढाँचे स्थापित करने में सहयोग मिलेगा.

• परंपरागत चिकित्सा की गुणवत्ता, सुरक्षा और प्रभाविता को सुनिश्चित करने में राष्ट्रीय क्षमताओं को मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण योगदान मिलेगा.

• यह रोगों के अंतर्राष्ट्रीय वर्गीकरण और स्वास्थ्य उपायों के अंतर्राष्ट्रीय वर्गीकरण में आयुर्वेद और यूनानी को शामिल करने के माध्यम से चिकित्सा में किए जाने वाली आयुष प्रणालियों को वैश्विक रूप से बढ़ावा देगा.

 

 

 

=> फातमा सामोरा फीफा की पहली महिला महासचिव बनीं

 

अफ्रीकी देश सेनेगल की फातमा सामोरा को 13 मई 2016 को फुटबॉल की वैश्विक इकाई इंटरनेशनल फुटबॉल फेडरेशन (फीफा) के महासचिव पद पर नियुक्त किया गया. वह इस पद पर नियुक्त होने वाली पहली महिला हैं.

फीफा अध्यक्ष गियानी इन्फेंटिनो ने मेक्सिको सिटी में आयोजित 66वें वार्षिक कांग्रेस में उनकी नियुक्ति की घोषणा की.

वह पूर्व महासचिव जेरोम वाल्के की जगह लेंगी जिन पर फुटबॉल संबंधी किसी प्रकार की गतिविधियों में हिस्सा लेने के संदर्भ में 12 वर्षों का बैन लगा है.

फातमा सामोरा के बारे में:

• 54 वर्षीय सामोरा अभी तक संयुक्त राष्ट्र में सेनेगल की राजनयिक थीं.

• उन्होंने 21 वर्षों तक संयुक्त राष्ट्र के साथ काम किया है.

• फातिमा सामोरा ने साल 1995 में रोम से विश्व खाद्य कार्यक्रम के वरिष्ठ रसद अधिकारी के रूप में संयुक्त राष्ट्र में अपने कैरियर की शुरुवात की.

• नाइजीरिया सहित छह अफ्रीकी देशों में बतौर निदेशक कर्तव्यों का आयोजन दे चुकी हैं.

• वह अब नाइजीरिया में संयुक्त राष्ट्र के साथ जुड़ी हैं और उन्हें चार भाषाओं में फ्रेंच, अंग्रेजी, स्पेनिश और इतालवी महारत हासिल है.

=> एंडी मुरे ने नोवाक जोकोविच को हराकर पहली बार इटालियन ओपन ख़िताब जीता

 

एंडी मुरे ने 15 मई 2016 को अपना पहला इटालियन ओपन पुरुष एकल टेनिस ख़िताब जीता. रोम में खेले गये फाइनल मुकाबले में तीसरी वरीयता प्राप्त मुरे ने शीर्ष वरीयता प्राप्त जोकोविच को 6-3,6-3 से हराया.

यह मुरे द्वारा रोम में जीता गया पहला ख़िताब है, उन्होंने यह ख़िताब 22 मई 2016 को आरंभ हो रहे फ्रेंच ओपन से एक सप्ताह पहले जीता.

इससे पहले केवल जॉर्ज पैट्रिक ह्यूग्स इकलौते ब्रिटिश व्यक्ति थे जिन्होंने 1931 में यह ख़िताब जीता. 

इसके अतिरिक्त, सेरेना विलियम्स ने विश्व की 24 नम्बर खिलाड़ी मेडिसन कीज़ को 7-6, 6-3 हराकर महिला एकल इटालियन ओपन ख़िताब जीता.

वहीँ, सानिया मिर्ज़ा एवं उनकी स्विस पार्टनर मार्टिना हिंगिस ने महिला युगल ख़िताब जीता. फाइनल मुकाबले में इस जोड़ी ने सातवीं वरीयता प्राप्त रूस की एकतेरिना मकारोवा एवं एलिना वेसनिना की जोड़ी को 6-1,6-7,10-3 से हराया.

 

 

=> सानिया मिर्ज़ा एवं मार्टिना हिंगिस ने इटालियन ओपन युगल ख़िताब-2016 जीता

 

विश्व नम्बर 1 महिला युगल खिलाड़ी सानिया मिर्ज़ा एवं मार्टिना हिंगिस की जोड़ी ने 15 मई 2016 को इटालियन ओपन ख़िताब जीता. इस जोड़ी ने रूस की एकतेरिना मकारोवा एवं एलिना वेसनिना की जोड़ी को 6-1,6-7,10-3 से हराया. 

सानिया मिर्ज़ा एवं मार्टिना हिंगिस ने सिडनी, ब्रिसबेन, ऑस्ट्रेलियन ओपन एवं सेंट पीटर्सबर्ग के बाद यह पांचवां ख़िताब जीता.

यह मिर्ज़ा एवं हिंगिस का साथ में जीता गया 14वां महिला युगल ख़िताब है.

सानिया मिर्ज़ा
•    सानिया विश्व नम्बर 1 युगल खिलाड़ी हैं.
•    वर्ष 2003 से 2013 तक उनके द्वारा एकल मुकाबलों से रिटायरमेंट लेने तक वे महिला टेनिस एसोसिएशन ऑफ़ इंडिया द्वारा नम्बर 1 खिलाड़ी रहीं.
•    वे सबसे सफल भारतीय महिला टेनिस खिलाड़ी हैं.

मार्टिना हिंगिस
•    स्विट्ज़रलैंड की रहने वाली मार्टिना हिंगिस विश्व की नम्बर एक युगल खिलाड़ी हैं.
•    वे 209 सप्ताह तक महिला युगल नम्बर 1 स्थान पर रहीं.
•    उन्होंने पांच ग्रैंड स्लैम एकल मुकाबले भी जीते हैं, इनमें तीन ऑस्ट्रेलियन ओपन, एक विम्बल्डन एवं एक अमेरिकन ओपन ख़िताब शामिल है. उन्होंने 12 महिला युगल ग्रैंड स्लैम ख़िताब भी जीते एवं चार ग्रैंड स्लैम मिक्स डबल्स मुकाबले जीते.

इटालियन ओपन
•    यह एक वार्षिक टूर्नामेंट है जिसका आयोजन रोम, इटली में किया जाता है.
•    फ्रेंच ओपन के पश्चात् लाल बजरी पर खेला जाने वाला यह दूसरा सबसे अधिक प्रसिद्ध मुकाबला है.
•    इसका आयोजन मई माह के दूसरे सप्ताह में किया जाता है.
•    इसे रोम मास्टर्स के नाम से भी जाना जाता है.
•    राफेल नडाल इसे रिकॉर्ड सात बार जीत चुके हैं.
•    वर्ष 2015 में इटालियन महिला ओपन युगल मुकाबले में टिमा बाबोस एवं क्रिस्टीना लेंडेनोविक ने यह ख़िताब जीता.

 

 

=> नीदरलैंड के मैक्स वर्सटैपन सबसे कम उम्र के फॉर्मूला वन चैंपियन बनें

 

नीदरलैंड के मैक्स वर्सटैपन 15 मई 2016 को स्पैनिश ग्रां प्री जीतकर सबसे कम उम्र के फॉर्मूला वन चैंपियन बन गए. वो महज़ 18 वर्ष 228 दिन के हैं. मैक्स ने रेड बुल की तरफ से हिस्सा लिया था

स्पैनिश ग्रां प्री के खिताबी मुकाबले में राइकोनेन दूसरे, वेट्टल तीसरे और रिकयार्डो चौथे नबंर पर रहे. हैमिल्टन और रोसबर्ग पहले ही मुकाबले से बाहर हो गए थे जब दोनों की गाड़ियां आपस में भिड़ गईं. इसके साथ ही सहारा फोर्स इंडिया के सर्जियो पेरेज भी स्पेनिश ग्रां प्री में सातवें स्थान पर रहे जिससे उनकी टीम को छह अंक मिले.

किशोर ड्राइवर वर्सटैप्पन मर्सीडीज के पहले लैप की दुर्घटना का फायदा उठाकर सबसे कम उम्र के फॉर्मूला वन विजेता बने. रेड बुल की तरफ से पहली बार भाग ले रहे 18 वर्षीय वर्सटैप्पन ने अपनी 24वीं एफवन रेस में पहली जीत दर्ज की. उन्होंने चार बार के चैंपियन सेबेस्टियन वेटेल का रिकॉर्ड तोड़ा जिन्होंने 2008 में 21 साल 74 दिन की उम्र में रेड बुल के ड्राइवर के रूप में खिताब जीता था.

विदित हो कि फॉर्मूला वन के इतिहास में ये पहला मौका था जब डच का राष्ट्रीय गान बजाया गया.

 

 

=> भारत ने स्वदेशी सुपरसोनिक इंटरसेप्टर मिसाइल अश्विन का सफल परीक्षण किया

 

भारत ने 15 मई 2016 को स्वदेशी सुपरसोनिक इंटरसेप्टर मिसाइल अश्विन का ओडिशा के भद्रक जिले में स्थित अब्दुल कलाम द्वीप के प्रक्षेपण परिसर से सफलतापूर्वक परीक्षण किया.

कम ऊंचाई वाली सुपरसोनिक बैलेस्टिक इंटरसेप्टर मिसाइल के उन्नत संस्करण द्वारा पृथ्वी मिसाइल के एक संशोधित संस्करण, अर्थात् बैलेस्टिक मिसाइल को लक्ष्य बनाया गया.

सुपरसोनिक इंटरसेप्टर मिसाइल अश्विन

•    इंटरसेप्टर 7.5 मीटर लंबा मजबूत रॉकेट है जो नौवहन प्रणाली, हाईटेक कंप्यूटर और इलेक्ट्रो-मैनिकल एक्टिवेटर की मदद से गाइडेड मिसाइल से संचालित होता है.

•    अश्विन किसी भी बैलेस्टिक मिसाइल को लक्ष्य बना सकता है.

•    इसे भारतीय रक्षा अनुसंधान संगठन (डीआरडीओ) द्वारा विकसित किया गया.

•    इसका वजन 1.2 टन है तथा व्यास 0.5 मीटर से कम है.

इसके साथ ही भारत इस प्रकार की मिसाइल का विकास करने वाला चौथा देश बन गया है. इससे पहले अमेरिका, रूस एवं इजराइल के पास इस तकनीक की मिसाइल मौजूद हैं. इससे भारत की रक्षा प्रणाली मजबूत हुई है.

इसे भारतीय सशस्त्र बलों में भी शामिल किया जायेगा. बंगाल की खाड़ी में पारादीप से यह इंटरसेपटर मिसाइल का 12वां टेस्ट था. इससे पहले 9 टेस्ट विफल रहे थे.

 

 

=> बार्सिलोना ने 24वीं बार ला लीगा चैंपियनशिप खिताब जीता

 

बार्सिलोना ने 14 मई 2016 को ग्रेनाडा को 3-0 से हराकर 24वीं बार ला लीगा चैंपियनशिप खिताब जीता. इस जीत में उरूग्वे के लुईस सुआरेज़ की हैट्रिक का महत्वपूर्ण योगदान रहा.

इस जीत के साथ बार्सिलोना के 91 अंक हो गए और वह अपनी चिर प्रतिद्वंद्वी टीम रियाल मैड्रिड से एक अंक आगे हैं. रियाल मैड्रिड ने डेपोरटिवो ला कोरूना के खिलाफ अपना अंतिम मैच 2-0 से जीता.

मैच में सुआरेज ने जोर्डी अल्बा के पास पर 22वें मिनट में गोल कर अपनी टीम के लिए 1-0 की बढ़त बनाई. इसके बाद उन्होंने 38वें मिनट में दानी एल्वेस के पास पर गोल दागा और फिर 86वें मिनट में नेमार के पास पर नेट में गेंद को पहुंचाकर अपना तीसरा गोल दागा.

लुईस सुआरेज़

•    सुआरेज़ इस सत्र में 40 गोल के साथ ला लीगा के शीर्ष गोल स्कोरर भी रहे.

•    वे क्रिस्टियानो रोनाल्डो और लियोनल मैसी की श्रेणी में शामिल हो गए जिनका सर्वाधिक गोल करने के मामले में वर्ष 2009 से रिकॉर्ड रहा है.

•    सुआरेज़ फॉरवर्ड खिलाड़ी हैं जो वर्ष 2014 से बार्सिलोना के लिए खेलते हैं.

•    सुआरेज़ वर्ष 2011 में कोपा अमेरिका के प्लेयर ऑफ़ द इयर रहे.

 

 

=> यूरोप के सोशल फ्रिज स्कीम को अर्जेंटीना ने गरीबी बढ़ाने वाली योजना के तौर पर अपनाया

 

सोशल फ्रिज स्कीम : एक योजना जिसकी शुरुआत यूरोप के आर्थिक संकट के समय जरुरतमंदों को भोजन उपलब्ध कराने के लिए की गई थी.

'सोशल फ्रिज' शब्द मई 2016 के दूसरे सप्ताह में तब सुर्खियों में आया जब अर्जेंटीना ने इसे देश में नौकरी में कटौती और मुद्रास्फिति में बढ़ोतरी की वजह से आई मुश्किलों का समाना करने वाले जरूरतमंदों के भरण–पोषण के लिए अपनाया.

'सोशल फ्रिज' या 'सोलिडैरिटी फ्रिज' शब्द की उत्पत्ति यूरोप के हालिया आर्थिक संकट के दौरान हुई जिसमें स्पेन और जर्मनी जैसे देशों ने ऐसे फ्रिजों को कुकुरमुत्ते की तरह उगते देखा.  
ऐसा इसलिए कहा जाता है क्योंकि लोगों ने जरूरतमंदों के लिए "सोशल फ्रिजेज" के बाहर खाना छोड़ा. आमतौर पर फ्रिज रेस्त्रां के किनारे फुटपाथ पर रखा होता है. अब तक अर्जेंटीना में 57 "सोशल फ्रिजेज" काम करना शुरु कर चुके हैं.

अर्जेंटीना में यह प्रवृत्ति क्यों फैली?

अर्जेंटीना लैटिन अमेरिका के सबसे अमीर देशों में से एक है और अपने अत्यधिक खेतों और पशुधन के साथ यह दुनिया का सबसे बड़ा भोजन उत्पादकों में से भी एक है.

• 10 दिसंबर 2015 को कंजरवेटिव पार्टी के राष्ट्रपति मौरिसियो मैक्री के पदभार संभालने के बाद से मुद्रास्फीति करीब 40 फीसदी तक पहुंच गई है और घरेलू कीमतें बहुत बढ़ गई हैं. नतीजतन अर्जेंटीना के लोगों को अपने वेतन से खुद के लिए भोजन खरीदने में मुश्किल आ रही है.

• इसके अलावा बढ़ती मुद्रास्फीति ने अर्जेंटीना के अनुमानित 1.4 मिलियन लोगों को बीते पांच महीने में गरीबी जाल में डाल दिया है. देश के 40 मिलियन लोगों में से करीब 34.5 फीसदी लोग गरीबी रेखा से नीचे गुजर– बसर कर रहे हैं.

• मार्की सरकार द्वारा आर्थिक संकट को दूर करने के लिए विदेशी व्यापार और मुद्रा प्रतिबंध हटाने के साथ ही उपयोगी वस्तुओं की कीमतों में बढ़ोतरी और सार्वजनिक क्षेत्र की नौकरियों में कटौती की वजह से करीब 140000 लोग अपनी नौकरी गंवा चुके हैं.

• हालांकि 2001 में आर्थिक संकट के दौरान अर्जेंटीना ने राष्ट्रीय खाद्य बैंक की स्थापना की थी, कई दानकर्ताओं ने कहा है कि इन्हें अधिकृत करने वाले नियमों की कमी के कारण वे खाद्य परियोजनाओं का संचालन नहीं कर सकते.

 

 

=> इंडिया वर्सेज पाकिस्तान : व्हाई कान्ट वी जस्ट बी फ्रेंड्स : हुसैन हक्कानी

 

इंडिया वर्सेज पाकिस्तान : व्हाई कान्ट वी जस्ट बी फ्रेंड्स : हुसैन हक्कानी

मई 2016 के दूसरे सप्ताह में आने वाली किताब इंडिया वर्सेज पाकिस्तान : व्हाई कान्ट वी जस्ट बी फ्रेंड्स? सुर्खियों में रही. इस किताब को अमेरिका में पाकिस्तान के पूर्व राजदूत हुसैन हक्कानी ने लिखा है.

भारत– पाकिस्तान के रिश्ते पर लिखी गई इस किताब ने विवादों को जन्म दे दिया है क्योंकि इसमें 26/11 को भारत में किए गए आतंकी हमलों में पाकिस्तान की भूमिका का खुलासा है.

किताब में आईएसआई के पूर्व मुख्य जनरल पाशा के 24 और 25 दिसंबर 2008 को वाशिंगटन दौरे के बारे में जिक्र है जहां उसने चक्कर में डालने वाला प्रवेश किया था. उस दौरे के दौरान जनरल पाशा ने लेखक के सामने कबूल किया था कि 26/11 के हमलावर "हमारे लोग" थे लेकिन वह "हमारा ऑपरेशन" नहीं था. 

हुसैन हक्कानी कौन हैं? 

• हुसैन हक्कानी पाकिस्तान के अग्रणी दक्षिण एशिया विशेषज्ञ, पत्रकार, शिक्षाविद, राजनीतिक कार्यकर्ता और श्रीलंका एवं अमेरिका में पाकिस्तान के भूतपूर्व राजदूत हैं.

• उन्होंने पाकिस्तान पर दो किताबें लिखी हैं. ये किताबें हैं– पाकिस्तानः बिटविन मॉस्क एंड मिलिट्री (Pakistan: Between Mosque and Military) और मैग्निफिसेंट डेल्युशंसः पाकिस्तान, द यूनाइटेड स्टेट्स एंड एन एपिक हिस्ट्री ऑफ मिसअंडरस्टैंडिंग  (Magnificent Delusions: Pakistan, the United States, and an Epic History of Misunderstanding).

• फिलहाल वे वाशिंगटन, डी.सी. में हडसन इंस्टीट्यूट में सीनियर फेलो और दक्षिण एवं मध्य एशिया के निदेशक है.

• 1980 से 1988 तक उन्होंने पत्रकार के तौर पर काम किया और फिर नवाज शरीफ के राजनीतिक सलाहकार और बेनजीर भुट्टो के प्रवक्ता के तौर पर काम किया.

• वर्ष 1992 से 1993 तक वे श्रीलंका में पाकिस्तान के राजदूत रहे.

• वर्ष 1999 में तत्कालीन राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ की सरकार की आलोचना करने की वजह से निर्वासित किया गया था.

• अप्रैल 2008 में उन्हें पाकिस्तान का राजदूत नियुक्त किया गया था, लेकिन उनका कार्यकाल मेमोगेट घटना के बाद समाप्त कर दिया गया था. इसमें दावा किया गया था कि वे पाकिस्तान के हितों की रक्षा करने के लायक नहीं है.

• पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने उनके खिलाफ लगे आरोपों की जांच के लिए एक न्यायिक आयोग का गठन किया था. जून 2012 में जारी किए गए आयोग कि रिपोर्ट के अनुसार उन्हें पाकिस्तान में अमेरिका के प्रत्यक्ष हस्तक्षेप की इजाजत देने वाले मेमो को प्राधिकृत करने के लिए दोषी घोषित किया गया था. हालांकि पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने इस बात का उल्लेख किया है कि आयोग ने सिर्फ अपनी राय व्यक्त की थी.

 

 

=> भारतीय पेटेंट कार्यालय ने गिलाद की हेपेटाइटिस सी की दवा सोलवाडी के पेटेंट को मंजूरी दी

 

9 मई 2016 को पेटेंट, डिजाइन और ट्रेडमार्क के महानियंत्रक ने गिलाड साइंसेज को उसके हेपेटाइटिस सी की दवा सोफोस्बुविर ( ब्रांड नाम सोलवाडी) को भारत में पेटेंट दे दिया.

इस दवा, जिसकी अमेरिका में एक गोली की सूची कीमत (list price) 1000 अमेरिकी डॉलर है, को जनवरी 2015 में भारतीय पेटेंट प्राधिकरण ने पेटेंट देने से इनकार कर दिया था. यह इनकार इस आधार पर किया गया था कि इसके पूर्व सूत्रीकरण में मामूली फेरबदल कर इसे पेश किया गया है और कंपनी के पास भारत में विनिर्माताओं के साथ लाइसेंस सौदा था.

भारतीय पेटेंट कार्यालय के बारे में

• भारतीय पेटेंट कार्यालय पेटेंट, डिजाइन एवं ट्रेड मार्क्स महानियंत्रक (CGPDTM) द्वारा प्रशासित किया जाता है.

• यह भारत सरकार के अधीन एक कार्यालय है और पेटेंट, डिजाइन और ट्रेड मार्कों के भारतीय कानून को प्रशासित करता है.

• CGPDTM वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अधीन औद्योगिक नीति एवं संवर्धन विभाग (डीआईपीपी) को रिपोर्ट करता है.

• CGPDTM के पांच प्रमुख प्रशासनिक वर्ग– पेटेंट, डिजाइन, ट्रेड मार्क, भौगोलिक संकेत और पेटेंट सूचना प्रणाली हैं.

• पेटेंट कार्यालय का मुख्यालय कोलकाता में है. CGPDTM का कार्यालय मुंबई में है.

सोफोस्बुवीर (Sofosbuvir) के बारे में

• सोफोस्बुवीर (Sofosbuvir) न्यूक्लियोटाइड एनालॉग है जिसका प्रयोग अन्य दवाओं के साथ हेपेटाइटिस सी वायरस (एचसीवी) संक्रमण के इलाज के लिए किया जाता है.

• वर्ष 2013 से इसे बेचा जा रहा है.

• पिछले उपचारों की तुलना में सोफोस्बुवीर (Sofosbuvir) आधारित परहेज उच्च निरोग दर प्रदान करता है. इसके साइड इफेक्ट भी कम हैं और इलाज में दो से चार गुना कम समय लगता है.

• सोफोस्बुवीर (Sofosbuvir) आरएनए पॉलिमरेज को रोकता है जिसका इस्तेमाल हेपेटाइटिस सी वायरस अपने आरएनए की प्रतिकृति बनाने में करता है. इसकी खोज फार्मास्सेट (Pharmasset) ने की थी और इसे गिलाद साइसेंस (Gilead Sciences) ने विकसित किया.

• अमेरिका में इलाज के लिए विभिन्न मीडिया स्रोतों में सोफोस्बुवीर (Sofosbuvir) की कीमत 84000 अमेरिकी डॉलर से 168000 अमेरिकी डॉलर बताई गई है.

• यह विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनिवार्य दवाओँ की सूची में है.

गिलाद साइसेंज (Gilead Sciences) के बारे में

• गिलाद साइसेंज (Gilead Sciences) एक अमेरिकी बायोफार्मास्युटिकल कंपनी है जो चिकित्साशास्त्र में खोज करती है, उन्हें विकसित और उनका व्यावसायिकरण करती है.

• वर्ष 2006 में गिलाद ने दो कंपनियों का अधिग्रहण किया था. ये कंपनियां फेफड़े संबंधी बीमारियों वाले मरीजों के इलाज के लिए दवाएं विकसित कर रही थीं.

• कंपनी का नाम और लोगो – बाम ऑफ गिलाद (Balm of Gilead ) है. यह लैंडफोर्ड विल्सन के 1965 के नाटक से प्रेरित है जिसमें नेमसेक कैफे के संरक्षकों के अंडरवर्ल्ड कारनामों की विशेषता दिखाई गई थी.

हेपेटाइटिस सी के बारे में

• हेपेटाइटिस सी एक संक्रामक बीमारी है जो हेपेटाइटिस सी वायरस (एचसीवी) से फैलता है. यह मुख्य रूप से जिगर को प्रभावित करता है.

• आरंभिक रूप से संक्रमित लोगों में से करीब 75% से 85%लोगों में यह वायरस उनके जिगर में होता है.

• एचसीवी मुख्य रूप से नसों में दी जाने वाली दवा के प्रयोग के संबद्ध खून–से–खून के संपर्क, अच्छी तरह से कीटाणुमुक्त नहीं किए गए चिकित्सा उपकरण, हेल्थकेयर में निडलस्टिक चोटें और रक्ताधान (ट्रांसफ्यूजन) से फैलता है. यह संक्रमित माता द्वारा उसके नवजात बच्चे को जन्म देते समय भी हो सकता है.

• हेपेटाइटिस सी के लिए कोई टीका नहीं है.

• पुराना संक्रमण सोफोस्फुबीर या सिमेप्रीवीर दवाओं के साथ किए गए उपचार से 90% तक ठीक किया जा सकता है.

• अनुमान के अनुसार दुनिया भर में हेपेटाइटिस सी के करीब 130–200 मिलियन लोग संक्रमित हैं.

• यह ज्यादातर अफ्रीका और मध्य एवं पूर्व एशिया में होता है.

• हेपेटाइटिस सी की मौजूदगी मूल रूप से नॉन–एनॉन– बी हेपेटाइटिस के प्रकार के तौर पर पहचाना जा सकता है, इसका सुझाव 1970 के दशक में दिया गया था और 1989 में इसे सिद्ध किया गया.

• हेपेटाइटिस सी सिर्फ मनुष्यों और चिंपैंजियों को ही संक्रमित करता है.