16th Feb to 17th Feb 2015

नागेशकुकुनूरकीफिल्म ‘धनक’ ने 65वेंबर्लिनअंतरराष्ट्रीयफिल्मसमारोहमेंदोपुरस्कारजीते

17-FEB-2015

नागेश कुकुनूर द्वारा निर्देशित फिल्म ‘धनक’ ने 14 फरवरी 2015 को 65वें बर्लिन अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोह में दो पुरस्कार जीते. 65वें वार्षिक बर्लिन अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोह 5 फरवरी 2015 से 15 फरवरी 2015 के बीच आयोजित किया गया.
सम्मान

  • ‘धनक’ ने बेस्ट फीचर फिल्म के लिए स्पेशल मेंशन पुरस्कार जीता
  • बेस्ट फिचर फिल्म की श्रेणी में ग्रां प्रिक्स ऑफ जेनरेशन केप्लस इंटरनेशन ज्यूरी से सम्मानित किया गया.

यह फिल्म मनीष मुद्रां, कुकनूर और एलाहे हिप्तूला द्वारा सह-निर्मित है.

नागेश की फिल्म "धनक" की कहानी दस साल की लड़की हेतल गढ़ा और उसके आठ साल के अंधे भाई के संबंधों पर आधारित है. दोनों राजस्थान के एक गांव में रहते हैं और उसकी बड़ी बहन ने वादा किया है कि उसके भाई की आखों की रोशनी उसके अगले जन्मदिन तक लौट आएगी. इस फिल्म में हेतल गढ़ा और क्रिश छाबरिया ने अभिनय किया.

अन्यसम्मान

  • आनरीगोल्डनबियरफॉरलाइफटाइमअचीवमेंट: जर्मन फिल्म निर्देशक विम वेंडर्स ने जीता.
  • बेस्टफर्स्टफीचरअवार्ड: गेब्रियल रिपस्टीन द्वारा निर्देशित 600 माईल्स
  • गोल्डनबियरफॉरबेस्टफिल्मजफर पनाही द्वारा निर्देशित ईरानी ड्रामा फिल्म टैक्सी
  • गोल्डनबियरफॉरबेस्टशार्टफिल्म: ना यंग-किल द्वारा निर्देशित होशाना
  • पहलाराष्ट्रीयजनजातीयमहोत्सववनज 2015
  • 16-FEB-2015
  • वनज 2015 एक सप्ताहिक राष्ट्रीय जनजातीय महोत्सव है. केन्द्रीय जनजातीय मामलों के मंत्री जुएल ओरांव ने 13 फरवरी 2015 को इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केन्द्र में पहले राष्ट्रीय आदिवासी मेले ‘वनज-2015’ का उदघाटन किया.
  • इस सप्ताहिक महोत्सव में देश भर के आदिवासी लोगों की संस्कृति, कला, चित्रकला, संगीत, नृत्य, आदिवासी दवाएं, खान-पान और विशेषकर आदिवासी व्यंजन की विविधता को प्रदर्शित किया जाएगा.
  • इस अवसर पर आईजीएनसीए सभागृह में वृत चित्रों 'लोढा-ए सिलवान कम्यूनिटी' और 'प्रकृति की सन्तान-मिसिंग ट्राइब' को भी दिखाया गया.
  • राष्ट्रीय जनजातीय महोत्सव दिल्ली में तीन स्थानों पर आयोजित किया जाएगा जिसमें इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केन्द्र, बाबा खड़ग सिंह मार्ग और कनॉट प्लेस में सेंट्रल पार्क शामिल हैं. इस महोत्सव का 18 फरवरी 2015 को समापन हो जाएगा.
  • सॉफ्टवेयरकंपनीइंफोसिसनेअमेरिकीकंपनी ‘पनाया’ को 20 करोड़अमेरिकीडॉलरमेंखरीदनेकीघोषणाकी
  • 16-FEB-2015
  • भारतीय सॉफ्टवेयर कंपनी इंफोसिस ने अमेरिकी स्वचालन प्रौद्योगिकी (automation technology) कंपनी ‘पनाया’ (Panaya) को 20 करोड़ अमेरिकी डॉलर में अधिग्रहित करने की 13 फरवरी 2015 को घोषणा की. पनाया की क्लाउडक्वालिटी से इन्फोसिस को अपनी सेवा प्रणाली में स्वचालन लाने में मदद मिलेगी.
  • भारत की दूसरी सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर सेवा कंपनी इंफोसिस के अनुसार ‘पनाया’ (Panaya) का अधिग्रहण, इंफोसिस की नवीनीकरण और नवीन की नीति का अंग है, ताकि स्वचालन नवोन्मेष और कृत्रिम प्रतिभा (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) का फायदा उठाने के लिए मौजूदा सेवा प्रणाली की प्रतिस्पर्धात्मकता और उत्पादकता बढ़ाई जा सके.
  • विदित हो कि अगस्त 2014 में विशाल सिक्का के इन्फोसिस के प्रमुख बनने के बाद से कंपनी ने कोई अधिग्रहण नहीं किया था. दिसंबर 2014 की तिमाही में इंफोसिस के पास 5.65 अरब अमेरिकी डॉलर (34873 करोड़ रुपये) की नकदी और नकदी तुल्य परिसंपत्ति थी.
  • 35वेंराष्ट्रीयखेलकेरलकेतिरुवनंतपुरममेंसंपन्न
  • 16-FEB-2015
  • 35वें राष्ट्रीय खेल 14 फरवरी 2015 को केरल के तिरुवनंतपुरम में संपन्न हुए. 13 फरवरी 2015 को खेलों के अंतिम दिन केरल ने पाँच स्वर्ण पदक, पांच रजत पदक और चार कांस्य पदक जीते.
  • 35वें राष्ट्रीय खेलों का समापन समारोह तिरुवनंतपुरम के करीयवेट्टम स्थित ग्रीनफील्ड स्टेडियम में आयोजित किया गया. इस अवसर पर केरल के राज्यपाल न्यायमूर्ति पी सदाशिवम मुख्य अतिथि थे. समापन समारोह में ‘भारत की नदियां’ शीर्षक सांस्कृतिक कार्यक्रम आकर्षण का केंद्र रहा.
  • पदकतालिका
    स्वर्ण   रजत    कांस्य    कुल
    सेना          91     33       35     159
    केरल         54     48       60     162
    हरियाणा     40     40       27     107
    महाराष्ट्र     30     43       50     123
    पंजाब        27     34       32      93
  • 35वें राष्ट्रीय खेलों में 1334 पदक प्रदान किए गए जिसमें 405 स्वर्ण, 406 रजत और 523 कांस्य पदक शामिल थे. सेना ने पदक तालिका में शीर्ष स्थान प्राप्त कर राष्ट्रीय खेलों में लगातार तीसरी बार शीर्ष स्थान का रिकॉर्ड बनाया. सेना ने राजा भालेद्रं सिंह ट्राफी जीत ली.
  • 36वें राष्ट्रीय खेल वर्ष 2016 में गोवा में आयोजित किए जाएंगें. 34वें राष्ट्रीय खेल वर्ष 2011 में झारखंड में आयोजित किए गए.

35वें राष्ट्रीय खेलों के बारे में

  • 35वें राष्ट्रीय खेल 31 जनवरी 2015 से 14 फ़रवरी 2015 तक केरल में आयोजित किए गए. केन्द्रीय शहरी विकास मंत्री वेंकैया नायडू ने तिरुवनंतपुरम के करीयवेट्टम स्थित ग्रीनफील्ड स्टेडियम में 35वें राष्ट्रीय खेलों का उद्घाटन किया. क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि थे.
  • राष्ट्रीय खेलों की 33 स्पर्धोओं को राज्य के सात जिलों में 30 स्थानों पर आयोजित किया गया. पहली बार राष्ट्रीय खेलों का आयोजन एक से अधिक जिलों में किया गया.
  • शुभंकर: ग्रेट हार्नबिल, या ग्रेट इंडियन हॉर्नबिल, केरल का राज्य पक्षी
  • सद्भभावनाराजदूत : सचिन तेंदुलकर
  • प्रधानमंत्रीनरेन्द्रमोदीनेक्रिकेटकूटनीतिशुरुकी
  • 16-FEB-2015
  • 13 फरवरी 2015 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने क्रिकेट विश्व कप की शुभकामना देने के लिए सार्क के चार देशों– पाकिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश औऱ अफगानिस्तान के नेताओं को फोन किया. उन्होंने क्रिकेट खेल रहे देशों के नेताओं को फोन किया और उन्हें शुभकामनाएं दी.
  • चल रहे किक्रेट विश्व कप में सार्क के पांच देश हिस्सा ले रहे हैं. मोदी ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ, अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना और श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रिपाल सीरिसेना को फोन किया और उन्हें शुभकामनाएं दीं. 
    शिष्टाचार में किए गए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के इन फोन कॉल्स को क्रिकेट की कूटनीति का नाम दिया जा सकता है, जिसका इस्तेमाल अतीत में विश्व के अन्य नेताओं ने खेल के जरिए अपने देशों को जोड़ने के लिए किया था. सार्क देशों के संदर्भ में क्रिकेट लोगों को एक दूसरे से जोड़ने और सद्भावना को बढ़ाने में मदद करता है. 
    इस क्रिकेट कूटनीति के साथ, मोदी ने घोषणा की कि विदेश सचिव डॉ. एस जयशंकर को जल्द ही सार्क देशों के साथ संबंधों को और मजबूत करने के लिए सार्क यात्रा पर भेजा जाएगा. 
    क्रिकेटकूटनीति
    क्रिकेट कूटनीति का अर्थ है क्रिकेट खेलने वाले दो देशों के बीच राजनयिक  संबंधों को बेहतर या खराब करने के लिए क्रिकेट का एक राजनीतिक हथियार के तौर पर इस्तेमाल. क्रिकेट विश्व में फुटबॉल के बाद दूसरे सबसे बड़े पैमाने पर खेला जाने वाला खेल है, का प्रयोग राजनीतिक शून्य की खाई को पाटने में राजनीतिक उपकरण के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है. कहा जा सकता है कि क्रिकेट कूटनीति गनबोट कूटनीति से बेहतर है जहां सेना तैनात की जाती है विरोधी पर दबाव डाला जाता है. 
    भारतऔरपाकिस्तानकेबीचक्रिकेटकूटनीति
    भारत और पाकिस्तान के संदर्भ में राजनीतिक संबंधों की खाई को पाटने में क्रिकेट कूटनीति बहुत मह्तवपूर्ण भूमिका निभा रही है. भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट कूटनीति 1987 में उस समय  शुरु हुई थी, जब पाकिस्तान के राष्ट्रपति जनरल जिया– उल– हक जयपुर में भारत और पाकिस्तान के बीच खेले गए एक टेस्ट मैच देखने आए थे. उनके भारत आगमन से अफगानिस्तान पर सोवियत आक्रमण और भारत पर सोवियत दबाव का तनाव खत्म करने में मदद मिली थी. 
    इसके बाद 2005 में पाकिस्तान के राष्ट्रपति जनरल परवेज मुशर्रफ एक क्रिकेट मैच देखने भारत आए और तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मिलकर कश्मीर पर बातचीत फिर से शुरु करने को कहा. साल 2005 के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री युसुफ रजा गिलानी ने 2011 क्रिकेट विश्व कप के दौरान भारत की यात्रा की और भारत और पाकिस्तान के बीच खेले गए सेमीफाइनल मुकाबले को देखा. उनके इस दौरे ने 2008 मुंबई हमलों के बाद दोनों देशों के बीच आए संबंधों में खटास को कम करने में मदद की.
  • पारलेउत्पादोंनेदेशव्यापीकूड़ामुक्तअभियानशुरुकिया
  • 16-FEB-2015
  • 12 फरवरी 2015 को पारले के उत्पादनों ने अपने देशव्यापी कूड़ा मुक्त अभियान की शुरुआत की और ग्राहकों से कूड़ा को कूड़ेदान में डालने का आग्रह किया.
  • पारले के उत्पादों ने कूड़ा मुक्त अभियान के पहले चरण की शुरुआत की है. अभियान का उद्देश्य समुदाय के लिए पाठ्यक्रम बनाना और टीवी विज्ञापनों की श्रृंखला के जरिए देश भर में सकारात्मक संदेश के जरिए जागरूकता फैलाना है.
    विज्ञापन दैनिक परिदृश्यों की श्रृंखला में होंगे जिससे दर्शक उसे पहचान पाएंगें और विज्ञापन दर्शकों को कूड़े को कूड़ेदान या उसके उचित स्थान पर डालने के लिए प्रोत्साहित करेंगे. 
    पारले के उत्पाद भारत में बिस्कुट और कनफेक्शनरी विनिर्माण क्षेत्र की प्रमुख कंपनियों में से एक है. पारले उत्पाद एक ब्रांड है जो बिस्कुट, कैंडी और  चिप्स के नष्ट किए जा सकने वाले (डिस्पोजेबल)  लिफाफे (रैपर्स) बनाते हैं और कई जगह ग्राहक उन्हें बिना सोचे समझे सड़कों या अन्य सार्वजनिक क्षेत्रों में फेंक देते हैं. 
    पारले कूड़ा मुक्त अभियान के जरिए पारले उत्पाद ने हमारे आस–पास कूड़ा का ढेर लगने से रोकने और हमारे पर्यावरण को बचाने का अपेक्षाकृत सक्षम उज्जवल भविष्य पेश किया है. 
    स्वच्छ भारत अभियान की तर्ज पर यह अभियान शुरु किया गया है. इससे पहले पारले उत्पाद भारतीय त्योहारों के अभियान से जुड़ा था और उसने रासगरबा और पश्चिम बंगाल की जगतआरती पूजा में कूड़ा मुक्ति का संदेश सफलता से फैलाया था.
  • भारतीयमूलकेअमेरिकीवैज्ञानिकश्रीकांतजगबथुला ‘फैकल्टीअर्लीकरिअरडेवेलपमेंटअवार्ड’ सेसम्मानित
  • 16-FEB-2015
  • भारतीय मूल के अमेरिकी वैज्ञानिक श्रीकांत जगबथुला को फ़रवरी 2015 के प्रथम सप्ताह में अमेरिका में ‘फैकल्टी अर्ली करिअर डेवेलपमेंट अवार्ड’ (Faculty Early Career Development award) से सम्मानित किया गया. जगबथुला को परिचालन संबंधी फैसले लेने की बारीकी को सुधारने की डाटा संचालित मॉडलिंग और प्रशिक्षण तकनीकों को विकसित करने के लिए 5 लाख अमेरिकी डॉलर के पुरस्कार से पुरस्कृत किया गया. श्रीकांत जगबथुला की शोध से अनेक प्रबंधकीय निर्णयों के लिए आसानी से तकनीकों के इस्तेमाल में मदद मिल सकती है.
  • न्यूयॉर्क विश्वविद्यालय के स्टर्न स्कूल ऑफ बिजनेस के प्रोफेसर श्रीकांत जगबथुला को अमेरिका के ‘नेशनल साइंस फाउंडेशन’ ने फैकल्टी अर्ली करिअर डेवेलपमेंट अवार्ड से सम्मानित किया. आईआईटी मुंबई के पूर्व छात्र श्रीकांत को इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के तहत अपनी रिसर्च को आगे बढ़ाने के लिए अगले 5 वर्ष तक 5 लाख अमेरिकी डॉलर की सहायता राशि प्रदान की जाएगी.
  • विदित हो कि ‘फैकल्टी अर्ली करिअर डेवेलपमेंट अवार्ड’ (Faculty Early Career Development award) अमेरिका के राष्ट्रीय विज्ञान फाउंडेशन द्वारा प्रारंभिक संकाय कैरियर विकास कार्यक्रम (Faculty Early Career Development Programme) के रूप में दिया जाता है. इस पुरस्कार के माध्यम से अनुसंधान मिशन को प्रभावी ढंग से समर्थन के लिए इस संकाय से संबंधित व्यक्तियों को सम्मानित किया जाता है.
  • शोधकर्ताओंकोकैंसरऔरसंक्रामकरोगोंकेलिएनया 3D वैक्सीनमिला
  • 16-FEB-2015
  • शोधकर्ताओं को कैंसर और संक्रामक रोगों के लिए नया 3D वैक्सीन मिल गया है. यह वैक्सीन 3D संरचना में एकत्र करने और प्रतिरक्षा कोशिकाओं में हेरफेर करने तथा कैंसर के साथ- साथ संक्रामक बीमारियों पर आक्रमण करने के लिए शिक्षित करने में सक्षम है . 
    शोध पत्र हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के वरिष्ठ लेखक डेविड मूनी द्वारा दिसंबर 2014 में नेचर बायोटेक्नोलॉजी में प्रकाशित कराया गया था. 
    प्रक्रिया
  • यह वैक्सीन नैनोस्केल सिलिका रॉड्स से बनी है जिसे इंजेक्शन के जरिए भेजा जाता है. एक बार शरीर में चले जाने के बाद ये रॉड्स चबूतरा जैसी संरचना (स्कैफल्ड) में समूह बना लेते हैं. इसके बाद यह संरचना प्रतिरक्षा कोशिकाओं को आकर्षित करने में और उन्हें शरीर के खतरों से कैसे लड़ना है, के बारे में बताने में सक्षम हो जाता है. प्रतिरक्षा प्रणाली का खुलासा करने के क्रम में यह रोग को कम करने के बजाए प्रतिरक्षा कोशिकाओं पर सीधे काम करता है. 
    पिछले अनुसंधान में द्रुमाकृतिक कोशिकाओं (डेंड्राटिक) को फिर से प्रोग्राम करने की कोशिश में चूहे के मॉडल मंर सिक्के के आकार वाले स्कैफल्ड का प्रयोग किया गया था. ये कोशिकाएं कैंसर की कोशिकाओँ की सतह पर विशेष एंटीजेन लगाने के लिए जिम्मेदार होती हैं और फिर अगर किसी भी चीज को हटाने की जरूरत पड़ी तो  वे आक्रमण कर देती हैं. 
    यह वैक्सीन चुहिया में ट्यूमर के विकास को कम करने में सफल रहा था और सेल रिप्रोग्रामिंग प्राप्त नहीं करने वाली चुहियों में से 90% नहीं बच पाईं. 
    इस शोधपत्र में स्कैफल्ड वैक्सीन में तोड़ टूट जाता है और जीव के अंदर चले जाने के बाद स्वाभाविक तरीके से इकट्ठा हो जाता है. लिंफोमा वाले चुहियों के दो समूहों को या तो स्कैफल्ड वैक्सीन दी गई या परंपरागत बोलस इंजेक्शन जिसने प्रतिरक्षा प्रणाली में एंटीजेन्स और दवाओं को जाने दिया. 
    30 दिन पूरे होने पर जिन चुहियों को बोलस इंजेक्शन लगाए गए थे उनमें से 60% जीवित थीं जबकि जिन चुहियों को स्कैफल्ड वैक्सीन दिया गया था उनमें से 90% बच गईं थीं.
  • विराटकोहलीविश्वकपमेंपाकिस्तानकेखिलाफशतकबनानेवालेपहलेभारतीयक्रिकेटरबने
  • 16-FEB-2015

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  • विराट कोहली 15 फरवरी 2015 को आईसीसी विश्व कप में पाकिस्तान के खिलाफ शतक बनाने वाले पहले भारतीय क्रिकेटर बन गए. उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के एडिलेड ओवल में 126 गेंदों पर 107 रन रन बनाए.
  • भारत ने वर्ष 2015 के विश्व कप के अपने पहले मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए सात विकेट पर 300 रन बनाए. भारत ने इस मैच में पाकिस्तान को 76 रनों से हरा दिया.
  • इस मैच से पहले एक भारतीय बल्लेबाज द्वारा पाकिस्तान के खिलाफ विश्व कप मैच में उच्चतम स्कोर सचिन तेंदुलकर के नाम था, जिन्होंने 2003 वर्ल्ड कप में दक्षिण अफ्रीका के सेंचुरियन में 98 रन बनाये थे.
  • इस शतक के साथ कोहली एकदिवसीय मैचों में सबसे तेज 22 शतक बनाने वाले बल्लेबाज बन गए. उन्होंने 143 पारियों में 22 शतक बनाए. इससे पहले ये रिकॉर्ड सचिन तेंदुलकर के नाम था, जिन्होंने 206 पारियों में 22 शतक बनाए थे.
  • कोहली के अलावा केवल चार बल्लेबाजों के नाम एकदिवसीय मैचों में 22 या उससे अधिक शतक है. इस सूचीं में सचिन तेंदुलकर (49 शतक), रिकी पोंटिंग (30 शतक), सनत जयसूर्या (28 शतक) और सौरव गांगुली (22 शतक) शामिल हैं.

आरबीआईनेएकरुपयेकेनोटकोवापसलानेकाफैसलाकिया

16-FEB-2015

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13 फरवरी 2015 को भारतीय रिजर्व बैंक ने एक रुपये के नोट के जल्द ही बाजार में फिर से आने की घोषणा की. इन नोटों का मुद्रण भारत सरकार करेगी.
अपनी विज्ञप्ति में आरबीआई ने सूचित किया कि ये करेंसी नोट सिक्का ढलाई अधिनियम 2011 के प्रावधानों के अनुसार कानूनी निविदा है. आरबीआई ने मौजूदा करेंसी नोट की कानूनी वैधता जारी रहने की भी बात कही.

एकरुपयेकेकरेंसीनोटकेआयामऔरसंरचनाः

नोटकीसंरचना

आकारऔरप्रकार

कागजसंयोजन

एक रुपये का करेंसी नोट

आयाताकार

9.7x6.3 सें.मी.

100 फीसदी (सूती) रैग कंटेट

कागज का वजन

±3 जीएसएम के साथ 90जीएसएम (ग्राम प्रति वर्ग मीटर)

कागज की मोटाई

±5 माइक्रॉन्स के साथ 110 माइक्रॉन्स

बहुत तानवाला जलचिन्ह (वाटरमार्क)

  1. सत्यमेव जयते शब्द के बिना विंडो में अशोक स्तंभ
  2. मध्य में छिपा हुआ अंक 1.

इननोटोंकेरंगरूपकाविवरण
आगे का हिस्साः इन नोटों पर गवर्नमेंट ऑफ इंडिया के उपर भारत सरकार शब्द लिखा होगा. उस पर वित्त सचिव राजीव मेषऋषि के दोनों भाषाओँ में हस्ताक्षर होंगे और सत्यमेव जयते के साथ 2015 के प्रतीक चिन्ह के साथ एक रुपये के नए सिक्के की प्रतिकृति होगी और नंबर वाले पैनल में कैपिटल में 'L' लिखा होगा. नंबर नोट के दाहिने हाथ के नीचे के हिस्से पर काले रंग से लिखा होगा. 
पिछली तरफः नोट के पिछले हिस्से पर गवर्नमेंट ऑफ इंडिया के उपर भारत सरकार शब्द लिखा होगा. एक रुपये के सिक्के पर वर्ष 2015 का प्रतीक फूल की डिजाइन के साथ होगा और आसपास के डिजाइन में सागरसम्राट – तेल खोज का मंच, का चित्र होगा. भाषा के पैनल में पंद्रह भारतीय भाषाओं में मूल्य लिखा होगा और अंतरराष्ट्रीय संख्या में वर्ष मध्य भाग के निचले हिस्से में लिखा गया होगा. 
समग्र रंग योजनाः एक रुपये के करेंसी नोट के अगले और पिछले हिस्से में अन्य रंगों के साथ मुख्य रुप से गुलाबी और हरे रंग का प्रयोग किया जाएगा.

उसेनबोल्टनेविश्वचैंपियनशिप 2017 केबादसंन्यासलेनेकीघोषणाकी

16-FEB-2015

जमैका के धावक उसेन बोल्ट ने लंदन में वर्ष 2017 में होने वाले विश्व चैंपियनशिप के बाद संन्यास लेने की घोषणा की. 28 वर्षीय छह बार ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता उसेन बोल्ट वर्ष 2017 में केवल 100 मीटर स्पर्धा पर ध्यान देंगे.

उसैनबोल्टऔरउनकेरिकॉर्ड
छह ओलंपिक स्वर्ण पदक: उसैन बोल्ट ने बीजिंग ओलंपिक 2008 और लंदन ओलंपिक 2012 की तीन स्पर्धाओं (100 मीटर, 200 मीटर और 4x100 मीटर) में जीते थे.
आठविश्वचैंपियनशिपस्वर्णपदक: उसैन बोल्ट ने वर्ष 2009 में बर्लिन में 100 मीटर, 200 मीटर और 4x100 मीटर, वर्ष 2011 में डेगू में 200 मीटर और 4x100 मीटर और वर्ष 2013 में मॉस्को में 100 मीटर, 200 मीटर और 4x100 मीटर स्पर्धाओं में स्वर्ण पदक जीते थे.
राष्ट्रमंडलखेलोंमेंएकस्वर्णपदक: 4x100 मीटर स्पर्धा में ग्लासगो 2014 में जीता था.
उसैन बोल्ट के नाम 9.88 सेकंड में 100 मीटर और 19.19 सेकंड में 200 मीटर दौड़ने का विश्व रिकॉर्ड है.

केंद्रसरकारनेप्रधानमंत्रीग्रामसड़कयोजनाकेलिएसंशोधितदिशानिर्देशोंकोमंजूरीदी

16-FEB-2015

12 फरवरी 2015 को केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (PMGSY)के लिए संशोधित दिशानिर्देशों को मंजूरी दे दी. 
दिशानिर्देशों में संशोधन सांसद आदर्श ग्राम योजना (SAGY)के तहत सांसदों द्वारा ग्राम पंचायतों में नई कनेक्टिविटी के लिए सड़कों के साथ-साथ उन्नयन में प्राथमिकता निर्धारित करने के लिए किया गया है. 
केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह फैसला किया गया. यह फैसला मंत्रिमंडल के उस फैसले के अनुपालन में किया गया है जिसमें केंद्र सरकार के सभी मंत्रालयों/ विभागों से उनके संबंधित केंद्रीय क्षेत्र और केंद्र प्रायोजित योजनाओं/ कार्यक्रमों के दिशानिर्देशों में उपयुक्त बदलाव करने के लिए जरूरी कार्रवाई करने को कहा गया था ताकि सांसद आदर्श ग्राम योजना के तहत चुने गए ग्राम पंचायतों को दी जाने वाली प्राथमिकता तय की जा सके. 
दिशा-निर्देशों की विशेषताएं
•SAGYके तहत सांसद द्वारा गोद लिए गए आदर्श गांवों को अब PMGSY के तहत ग्रामीण सड़कें प्राथमिकता के आधार पर मिलेंगी. इसी प्रकार इन आदर्श गांवों में PMGSY के तहत बनाई जाने या अपग्रेड की जाने वाली सड़कों का निर्धारित मानकों के तहत और बनाए जाने के पहले पांच वर्षों की अवधि में रख-रखाव राज्य सरकारें करेंगी.
•संशोधित दिशानिर्देशों के मुताबिक, राज्य सरकारें व्यापक नई कनेक्टिविटी प्राथमिकता सूची (CNCPL) की परवाह किए बगैर SAGY के तहत पहचान की गई ग्राम पंचायतों की सभी सड़कों को प्राथमिकता देंगी ताकि चुने गए ग्राम पंचायतों के सभी योग्य असंबद्ध बस्तियों को शामिल किया जा सकें. 
•सड़कों के उन्नयम के मामले में, प्राथमिकता SAGY के तहत पहचान की गई ग्राम पंचायतों की उन सड़कों को दी जानी चाहिए जिनका पेवमेंट कंडिशन इंडेक्स (PCI)वैल्यू I और II है. 
•इन सड़कों के उन्नयम के लिए जरूरी लंबाई विभिन्न राज्यों को PMGSY–I और PMGSY–II के तहत आवंटित समग्र लक्ष्य के भीतर होनी चाहिए.
•इसके अलावा, PMGSY के तहत बन चुकी सड़कों के मामले में SAGY के तहत पहचान की गई ग्राम पंचायतों में राज्य सरकार को रख- रखाव के पांच वर्ष की अवधि पूरी हो जाने के बाद भी संचालन नियमावली औऱ ग्रामीण सड़क नियमावली के सुझावों के अनुसार रख-रखाव करना चाहिए. 
•राज्य सरकारों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि ऐसी सभी सड़कों के लिए हमेशा PCI चार से कम न हो.

धार्मिकफरमानकानूनकेलिखितकोडकाउल्लंघननहींकरसकतेःसुप्रीमकोर्ट

16-FEB-2015

9 फरवरी 2015 को सुप्रीम कोर्ट (एससी) ने धार्मिक फरमानों के लिखित कोड का उल्लंघन नहीं करने की बात पर जोर दिया. सुप्रीमकोर्ट ने देश में धर्मनिरपेक्षता के भविष्य पर चिंता जताई. 
जस्टिस विक्रमजीत सेन क्लेरेंस पाइस द्वारा दायर जनहित याचिका (पीआईएल) की सुनवाई कर रहे थे. पीआईएल में खंडपीठ से तलाक के फरमान और गिरजाघर के अदालतों या न्यायधिकरणों द्वारा जारी किए जाने वाली ऐसे फरमानों पर अपनी कानूनी मुहर लागने को कहा गया था. कैनन कानून के तहत स्थापित गिरजाघर अदालतें कैथलिक इसाईयों के लिए बनाई गई संस्था है. 
खंडपीठ ने देश में धर्मनिरपेक्षता के सामने आने वाली चुनौतियों पर चिंता व्यक्त की है. कैनन कानून को भारतीय ईसाइयों का पर्सनल कानून घोषित किए जाने की भी मांग की जाने वाले इस पीआईएल में कैनन कानून पर विचार किए बिना दो शादी करने के लिए भारतीय दंड संहिता की धारा 494 के तहत रोमन कैथलिकों पर मुकदमा चलाने के संबंध में आपराधिक अदालतों के अधिकार क्षेत्र पर भी सवाल उठाए गए.
हालांकि, खंडपीठ ने इसका प्रतिवाद किया और कहा कि इसे स्वीकार नहीं किया जा सकता क्योंकि ऐसा करने से हर एक धर्म कहने लगेगा कि उसे विभिन्न मुद्दों पर अपने पर्सनल लॉ के तहत फैसला करने का अधिकार है. 
याचिकाकर्ता क्लेरेंस पाइस ने सुप्रीम कोर्ट की खंडपीठ से कानून और धार्मिक स्वतंत्रा से जुड़े इस महत्वपूर्ण प्रश्न पर यह दावा करते हुए कि इससे एक करोड़ से अधिक भारतीय ईसाइयों की शादी और तलाक पर प्रभाव पड़ेगा, गौर करने की गुहार लगाई. 
सुनवाई के दौरान अदालत ने कहा कि अगर धार्मिक या स्वयंभू सामाजिक राजनीतिक संस्थानों को कानूनी अधिकार दे दिया गया तो ऑनर किलिंग का खतरा बढ़ सकता है.

SpaceX नेफ्लोरिडासे Falcon9 राकेटसफलतापूर्वकलांचकिया

16-FEB-2015

12 फरवरी 2015 को प्रायोगिक एयरोस्पेस कंपनी SpaceX ने फ्लोरिडा के केप कार्नवेरल एयर फोर्स स्टेशन से Falcon9 रॉकेट को तीसरे प्रयास में सफलतापूर्वक लांच कर दिया. 
रॉकेट मानवरहित गहरे अंतरिक्ष जलवायु वेधशाला (डीप स्पेस क्लाइमेट ऑब्जरवेटरी– DSCOVR) उपग्रह पर ले  जाया गया है. इस उपग्रह का प्रयोग संयुक्त राज्य के राष्ट्रीय समुद्रीय एवं वायुमंडलीय प्रशासन (NOAA) सूर्य की निगरानी के लिए करेगा. 
यह उपग्रह सौर तूफानों के बारे में सूचना एकत्र करेगा और सौर पवन में होने वाले बदलावों की निगरानी करेगा. साथ ही भविष्य का अनुमान लगाने वालों को पृथ्वी से होने वाले खतरनाक विस्फोट की चेतावनी भी देगा. यह भविष्य का अनुमान लगाने वालों को बदलावों की भविष्यवाणी करने में मदद करेगा जो उपग्रहों, पावर ग्रिडों और संचार प्रणालियों को प्रभावित करते हैं.
DSCOVR को सूर्य- पृथ्वी L1 लांग्रंगियन बिन्दु पर  पृथ्वी से 1500000 किलोमीटर की दूरी पर स्थित किया जाएगा. यह उपग्रह लांच होने के 110 दिनों के बाद अपनी अंतिम कक्षा में पहुंचेगा. DSCOVR को NOAA, नासा और अमेरिकी वायु सेना ने संयुक्त रूप से विकसित किया है. 
Falcon9 रॉकेटकेबारेमें
•Falcon9 रॉकेट दो चरण वाला रॉकेट है जिसका डिजाइन और निर्माण स्पेस एक्सप्लोरेशन टेक्नोलॉजिज कॉरपोरेशन (SpaceX) ने किया है. यह एक निजी अंतरिक्ष परिवहन सेवा कंपनी है. 
•मूलतः यह कक्षा में उपग्रहों और ड्रैगन अंतरिक्ष यान के विश्वसनीय एवं सुरक्षित परिवहन के लिए प्रयोग में लाया जाता है. यह तरल ऑक्सीजन (LOX) और रॉकेट– ग्रेड केरोसिन (RP-1) प्रोपिलेंट्स द्वारा संचालित होता है. 
•साल 2008 में Falcon9 और ड्रैगन कैप्स्यूल संयोजन को कमर्शल ऑर्बिट ट्रांस्पोटेशन सर्विसेस ( COTS) प्रोग्राम के तहत अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन को जोड़ने के लिए नासा से कमर्शल रिस्पलाई सर्विसेस (CRS) अनुबंध मिला था

सुप्रीमकोर्टनेसीबीआईकोआरबीआईऔरसेबीमेंकरोड़ोंरूपयेकेचिट-फंडघोटालेकीजांचकेनिर्देशदिए

16-FEB-2015

13 फरवरी 2015 को भारत के सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई को भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) और भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) की करोड़ों रुपयों के चिट -फंड घोटाले में भूमिका की जांच करने का निर्देश दिया. कोर्ट ने सीबीआई को तंत्र को प्रभावित करने में उनकी भूमिका जांचने का निर्देश दिया है. 
जस्टिस टीएस ठाकुर और जस्टिस आदर्श कुमार गोयल की सुप्रीम कोर्ट की खंडपीठ ने आदेश में कहा है कि ये नियामक निकाय कई राज्यों में फैले करोड़ों रूपयों के चिट-फंड घोटाले पर आंख मूंदे नहीं बैठ सकतीं. खंडपीठ ने कहा कि इसकी जांच होनी चाहिए और ऐसा कुछ भी नहीं है जो जांच के दायरे से बाहर है. 
खंडपीठ ने अपने आदेश में 9 मई 2014 के अपने आदेश का हवाला दिया जिसमें उसने जांच एजेंसियों को पश्चिम बंगाल, ओडीशा और असम में कई नकली ( पोंजी) योजनाओं के जरिए 10000 करोड़ रुपये से अधिक की धोखाधड़ी की गई थी.