19-20 APRIL 2016 HINDI

करेंट अफेयर्स 19 अप्रैल 2016

19-APR-2016

केंद्र सरकार ने अप्रैल 2016 में वित्त वर्ष 2015-16 के विदेश व्यापार से संबंधित आंकड़ों को जारी किया. इसमें आयात की कुल राशि-186250.88करोड़रुपये

प्रसिद्ध उर्जा कंपनी सुजलान एनर्जी ने जितनी सौर कंपनियों की अधिग्रहण की 19 अप्रैल 2016 को घोषणा की -पांच

द न्यू डेवलपमेंट बैंक (एनडीबी)ने 811 मिलियन अमेरिकी डॉलर के ऋणों का पहला सेट मंजूर कर लिया. इस ऋण का उपयोग ब्रिक्स के जिन चार देशों में 2370 मेगावाट अक्षय ऊर्जा क्षमता के निर्माण में किया जाएगा-ब्राजीलभारतचीनऔरदक्षिणअफ्रीका

विश्व बैंक ने अर्ली चाइल्डहुड डेवेलपमेंट प्रोग्राम के लिए जिस संगठन के साथ समझौता किया है -यूनिसेफ

17 अप्रैल 2016 को भारतीय रेलवे ने पहली बार चालू डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (डीएफसी) प्रोजेक्ट के निरक्षण के लिए मानवरहित वायु वाहन या ड्रोन का प्रयोग किया.इसमें से पश्चिमी डीएफसी में राजस्थान में भागेगा से श्रीमाधोपुर के बीच 42 किमी लंबे ट्रैक और बिहार में दुर्गावती एवं सासाराम के बीच जितने किलोमीटर लम्बी लाइन की निगरानी के लिए इसका प्रयोग किया गया था-56 किमीलंबी

रूस भारत और चीन के विदेश मंत्रियों की 14 वीं बैठक जहाँ आयोजित की गयी -मास्को

केंद्र सरकार ने जिसकी स्मृति में 18 अप्रैल 2016 को 200 रूपये के स्मारक सिक्के जारी किये-तात्याटोपे

केंद्र सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, वित्त वर्ष 2015-16 में कुल जितनी राशि का कच्चे तेल एवं गैर-तेल का आयात किया गया-4799.96मिलियनअमेरिकीडॉलर

18 अप्रैल 2016 को पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने किसे चयन समिति के सदस्य के रूप में मुख्य चयनकर्ता नियुक्त किया -इंजमाम-उल-हक

18 अप्रैल 2016 से किस राज्य ने बनाए और बेचे जाने वाली शराब की हर बोतल पर होलोग्राम लगाना अनिवार्य करने का फैसला किया-महाराष्ट्र

महाराष्ट्र सरकार ने 19 अप्रैल 2016 को कितने फुट की गहराई से अधिक के बोरवेल की खुदाई पर रोक लगाई -200 

जापान में वैज्ञानिकों ने किस त्वचा का विकास किया है जिससे शरीर में चिपकाए जाने के बाद ऑक्सीजन के स्तर को मापा जा सकेगा-इलेक्ट्रौनिकत्वचा

केंद्र सरकार ने 18 अप्रैल 2016 को वित्त वर्ष 2015-16 के विदेश व्याणपार से संबंधित आंकड़ों को जारी किया.कुल निर्यात की राशि-152264.96करोड़रुपये
वर्ष 2016 में 13 वां इस्लामी शिखर सम्मेलन जहाँ सम्पन्न हुआ -इस्तांबुल

केंद्र सरकार ने बड़े पैमाने पर अक्षय ऊर्जा के एकीकरण हेतु किस समिति की रिपोर्ट जारी की -तकनीक

भारत एवं मॉरिशस के बीच परम्परागत औषधि और होम्योपैथी के क्षेत्र में सहयोग हेतु समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर

19-APR-2016

भारत और मॉरिशस ने परम्परागत औषधि और होम्योपैथी के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के लिए 18 अप्रैल 2016 को एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए.

उपरोक्त समझौता ज्ञापन पर आयुष (स्वतंत्र प्रभार) और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री श्रीपद यस्सो नाइक की हाल में की गई मॉरिशस यात्रा के दौरान सहमति बनीं थी.

भारत एवं मॉरिशस के बीच परम्परागत औषधि और होम्योपैथी के क्षेत्र में सहयोग हेतु समझौता से स्वास्थ्य एवं औषधि की परम्परागत प्रणाली के क्षेत्र में दोनों देशों के बीच सहयोग को बढ़ावा मिलेगा. दोनों देशों में विशिष्ट ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों के कारण पहले से ही यह परम्परा साझी है. इस समझौता ज्ञापन में विशेषज्ञों के आदान-प्रदान, परम्परागत औषधीय पदार्थों की आपूर्ति, संयुक्त अनुसंधान एवं विकास तथा दोनों देशों में स्वास्थ्य और औषधि की परम्परागत प्रणालियों की मान्यता शामिल हैं. इसका उद्देश्य आयुष के तहत आने वाली विभिन्न भारतीय परम्परागत प्रणालियों को बढ़ावा देना और उन्हें लोकप्रिय बनाना भी है.

यह समझौता दोनों देशों की साझा सांस्कृतिक विरासत को देखते हुए बहुत महत्वपूर्ण है. आयुर्वेद, योग और प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी, सिद्ध, सोवा रिग्पा और होम्योपैथी (आयुष) ने औषधि की भारतीय प्रणालियों का वैश्विक रूप से प्रचार करने के उद्देश्य से चीन, मलेशिया, त्रिनिडाड टोबेगो, हंगरी, बांग्लादेश और म्यांमार के साथ समझौता ज्ञापन किए हैं. अनुसंधान, प्रशिक्षण पाठयक्रम, बैठकें और विशेषज्ञों की प्रति नियुक्तियों के लिए आवश्यक वित्ती्य संसाधनों का व्य्य आयुष के लिए वर्तमान में आवंटित बजट और वर्तमान योजनाओं से पूरा किया जाएगा.

उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा छह मेगा प्रोजेक्ट हेतु 3166 करोड़ रूपये के निवेश की घोषणा

19-APR-2016

उत्तर प्रदेश सरकार ने 18 अप्रैल 2016 को छह मेगा प्रोजेक्ट के जरिए कुल 3166 करोड़ रूपये के निवेश की घोषणा की. इसके तहत प्रदेश में छह मेगा परियोजनाओं के जरिए कुल 3166 करोड़ रुपये का निवेश होगा तथा इन इकाइयों के माध्यम से 11645 लोगों को रोजगार मिल सकेगा.

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में इन मेगा परियोजनाओं को औद्योगिक निवेश नीति के तहत अगले सात से 10 वर्षो के दौरान 3184 करोड़ रुपये मूल्य की रियायतें/प्रोत्साहन देने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई. उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव आलोक रंजन की अध्यक्षता में गठित प्राधिकृत समिति ने इन मेगा परियोजनाओं के प्रस्तावों पर विचार करने के बाद उन्हें औद्योगिक निवेश नीति के तहत रियायतें देने की सिफारिश की थी.

उपरोक्त मेगा परियोजनाओं को राज्य सरकार की ओर से स्टांप शुल्क में छूट के अलावा सालाना दो करोड़ रुपये तक की कैपिटल इंट्रेस्ट सब्सिडी व इंफ्रास्ट्रक्चर इंट्रेस्ट सब्सिडी दी जाएगी. उनके द्वारा अदा किए जाने वाले नियमित कर्मचारियों के भविष्य निधि अंशदान के 50 फीसद हिस्से को तीन साल तक सरकार वहन करेगी. 

केंद्र सरकार ने बड़े पैमाने पर अक्षय ऊर्जा के एकीकरण हेतु तकनीकी समिति की रिपोर्ट जारी की

19-APR-2016

18 अप्रैल 2016 को केंद्रीय बिजली, कोयला और नवीन एवं नवीकरणनीय ऊर्जा राज्य मंत्री (आईसी) पीयुष गोयल ने नई दिल्ली में बड़े पैमाने पर अक्षय ऊर्जा के एकीकरण, संतुलन की जरूरत, विचलन निपटान तंत्र (डीएसएम) और संबंधित मामलों पर तकनीकी समिति की रिपोर्ट जारी की.

उन्होनें भारत में सहायक सेवा संचालन की भी शुरुआत की.

रिपोर्टकीमुख्यविशेषताएं

• भारत ने 175 गीगावाट की महात्वाकांक्षी अक्षय ऊर्जा उत्पादन क्षमता का लक्ष्य निर्धारित किया है .

• अक्षय उर्जा के इस प्रकार की उच्च पैठ और अक्षय ऊर्जा में हितधारकों की चिंताओं को दूर करने के क्रम में विद्युत मंत्रालय, केंद्रीय बिजली नियामक आयोग (CERC), केंद्रीय बिजली प्राधिकरण (CEA), अक्षय ऊर्जा समृद्ध राज्य जैसे गुजरात, राजस्थान, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, पीजीसीआईएल जैसी विद्युत सुविधाएं, पावर सिस्टम ऑपरेशन कॉरपोरेशन लिमिटेड (पोस्को), एनटीपीसी, राजकीय विद्युत कंपनियां और प्राइवेट विद्युत कंपनियां एवं भारतीय मौसमविज्ञान विभाग (आईएमडी), राष्ट्रीय पवन ऊर्जा संस्थान (एनआईडब्ल्यूई), राष्ट्रीय सौर ऊर्जा संस्थान( एनआईएसई), जीआईजेड, अर्नेस्ट एंड यंग आदि के सदस्यों वाली एक उच्च स्तरीय तकनीकी समिति का गठन किया गया .

• समिति ने व्यापक विचार– विमर्श किया और कई कार्यों जैसे परंपरागत उत्पादन में लचीलापन लाना, आवृत्ति नियंत्रण, उत्पादन का भंडारण, सहायक सेवाएं, पूर्वानुमान, समय–सारणी बनाना, विचलन निपटान तंत्र, संतुलन की आवश्यकता, डाटा टेलिमेट्री और संचार, अक्षय ऊर्जा प्रबंधन केंद्र (आरईएमसी), पारेषण प्रणाली आवर्धन और मजबूत बनाने की अनुशंसा के साथ– साथ अक्षय ऊर्जा उत्पादन मोर्चे पर कुछ अनुपालन कार्रवाईयों की भी सिफारिश की.

• समिति ने सुरक्षित और विश्वसनीय तरीके से देश में बड़े पैमाने पर अक्षय ऊर्जा के एकीकरण की सुविधा हेतु 15 सूत्री कार्ययोजना की सिफारिश की.

• कुछ कार्यों को सीईआरसी, राज्य ऊर्जा नियामक आयोग (एसईआरसी), एनआईडब्ल्यूई और अन्य हितधारकों के सक्रिए सहयोग से पूरा किया जाएगा.

• अंतर–राजकीय निपटान और असंतुलन को दूर करने के लिए नियामक  रूपरेखा को 5 राज्यों में लागू किया जा चुका है.

• पूर्वानुमान, समय–सारणी बनाने और अक्षय ऊर्जा उत्पादकों के लिए असंतुलन निपटान हेतु नियामक रुपरेखा हेतु मॉडल नियम नवंबर 2015 में प्रकाशित किए गए थे और नियमों का मसौदा 6 राज्यों ने प्रस्तुत कर दिया है.

• अन्य राज्य नियम तैयार करने की प्रक्रिया में हैं. अंतर– राज्यीय स्तर पर भंडारों के लिए नियामक रूपरेखा अक्टूबर 2015 में जारी किए गए थे.

• विद्युत मंत्रालय, एमएनआरई, जीआईजेड, पोस्को और राज्य अक्षय ऊर्जा प्रबंधन केंद्रों के कार्यान्वयन हेतु डीपीआर बनाने के लिए मिल कर काम कर रहे हैं.  दक्षिणी राज्यों के लिए डीपीआर और सदर्न रिजनल लोड डिस्पैच सेंटर का काम अंतिम चरण में है और संयुक्त एनआईटी जल्द ही जारी किया जाएगा.

• योजनाकारों के रूप में सीईए अक्षय ऊर्जा के लिए तकनीकी मानकों और संरक्षण जरूरतों के बारे में निर्देश देंगे. स्टेट लोड डिस्पैच सेंटर्स (एसएलडीसी) खास कर अक्षय ऊर्जा समृद्ध राज्यों में क्षमता निर्माण पर भी फोकस किया जाएगा.

• रिपोर्ट में माइक्रो– ग्रिड्स, मांग प्रतिक्रिया, प्रोज्यूमर्स, बिजली भंडारण, प्लग–इन हाइब्रिड बिजली वाहन आदि जैसी नई प्रौद्योगिकियों के बारे में भी बात की गई है.

• सभी अनुसंशाओं का उद्देश्य अक्षय ऊर्जा के बड़े पैमाने पर एकीकरण के बावजूद ग्रिड को सुरक्षित और विश्वसनीय बनाना है. 
अनुषंगी / सहायक सेवाएं

• एक बिजली के ग्रिड में बुनियादी सेवा बिजली बनाना, बिजली की आपूर्ति करना और उत्पादक के पास से उपभोक्ता तक बिजली पहुंचाना होता है.

• सुरक्षित और विश्वसनीय ग्रिड संचालन के लिए कुछ सिस्टम समर्थित सेवाएं जैसे आवृत्ति और वोल्टेज नियंत्रण की जरूरत पड़ती है.

• ये समर्थन सेवाएं अनुषंगी/ सहायक सेवाएं कहलाती हैं और मूल रूप से सिस्टम ऑपरेटर द्वारा खरीदी और सेवा में लगाई जाती हैं.

• सीमा–शुल्क नीति में संशोधन को भी अधिसूचित कर दिया गया है, जिसमें सहायक सेवाओँ के कार्यान्वयन का प्रावधान है.

• सहायक सेवा संचालनों के कार्यान्वयन की नियामक रूपरेखा को सीईआरसी द्वारा अधिसूचित किया गया है. पॉस्को द्वारा संचालित नेशनल लोड डिस्पैच सेंटर (एनएलडीसी) को सहायक सेवाओँ के कार्यान्वयन हेतु नोडल एजेंसी बनाया गया है.

• देश में यह पहली बार लागू किया जा रहा है और ग्रिड में बड़े पैमाने पर अक्षय ऊर्जा उत्पादन को शामिल किए जाने पर भी ग्रिड के बेहतर प्रबंधन में मदद करेगा.

• समिति द्वारा किए जा रहे इस पहल से अक्षय ऊर्जा के बड़े पैमाने पर एकीकरण के बावजूद ग्रिड संचालन को न सिर्फ सुचारू और सुरक्षित बनाने में मदद मिलेगी बल्कि यह पर्यावरण के अनुकूल भी है और यह हमारे हरित एवं स्वच्छ पर्यावरण की प्रतिबद्धता को भी पूरा करता है.

• यह कार्बन फुट प्रिंट को कम करेगा और कार्बन उत्सर्जन को कम करने के प्रति हमारी प्रतिबद्धताओं को पूरा करने में भी मदद करेगा.

सुजलान एनर्जी ने पांच सौर कंपनियों का अधिग्रहण किया

19-APR-2016

प्रसिद्ध उर्जा कंपनी सुजलान एनर्जी ने पांच सौर कंपनियों की अधिग्रहण की 19 अप्रैल 2016 को घोषणा की. इसके तहत सुजलान एनर्जी ने देश भर की विभिन्न नवीकरणीय परियोजनाओं के कार्यान्वयन के लिए पांच छोटी सौर कंपनियों का अधिग्रहण किया.

उपरोक्त घोषणा के अनुसार, सुजलान ने गेल सोलरफाम्र्स, टोर्नैडो सोलरफाम्र्स, आभा सोलरफाम्र्स, आलोक सोलरफाम्र्स और श्रेयस सोलरफाम्र्स का अधिग्रहण किया है ताकि महाराष्ट्र की हाल में हासिल 70 मेगावॉट की सौर परियोजनाओं समेत देशभर की विभिन्न नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं का कार्यान्वयन किया जा सके.

पवन ऊर्जा समाधान प्रदाता इस कंपनी ने कहा कि इन कंपनियों का अंकित मूल्य के आधार पर अधिग्रहण किया गया है और प्रस्तावित सौर परियोजनाओं के लिए इनका उपयोग विशेष उद्देश्य वाली इकाइयों के तौर पर किया जाएगा.

केंद्र सरकार ने वित्त वर्ष 2015-16 के विदेश व्यापार से संबंधित आंकड़ों को जारी किया

19-APR-2016

केंद्र सरकार ने 18 अप्रैल 2016 को वित्त वर्ष 2015-16 के विदेश व्यापार से संबंधित आंकड़ों को जारी किया. केंद्र सरकार की ओर से केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने वित्त वर्ष 2015-16 के विदेश व्यापार से संबंधित आंकड़ों को जारी किया.

संबंधितमुख्यतथ्य:

• निर्यात (पुनर्निर्यातभीशामिल)- मार्च, 2016 के दौरान 22718.69 मिलियन अमेरिकी डॉलर (152264.96 करोड़ रुपये) मूल्या की वस्तुओं का निर्यात किया गया, जो मार्च 2015 में हुए निर्यात के मुकाबले डॉलर के लिहाज से 5.47 फीसदी कम है और रुपये के लिहाज से 19.20 फीसदी कम है. इसी तरह अप्रैल-मार्च, 2015-16 के दौरान कुल मिलाकर 261136.80  मिलियन अमेरिकी डॉलर (1708841.43 करोड़ रुपये) मूल्य की वस्तुओं का निर्यात किया गया, जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में हुए निर्यात के मुकाबले डॉलर के लिहाज से 15.85 फीसदी की नकारात्मक वृद्धि और रुपये के लिहाज से 9.89 फीसदी नकारात्मक वृद्धि है.

• आयात- मार्च, 2016 के दौरान 27789.56 मिलियन अमेरिकी डॉलर (186250.88 करोड़ रुपये) मूल्या की वस्तुओं का आयात किया गया, जो मार्च 2015 में हुए आयात के मुकाबले डॉलर के लिहाज से 21.56 फीसदी कम और रुपये के लिहाज से 15.82 फीसदी कम है. इसी तरह अप्रैल-मार्च, 2015-16 के दौरान कुल मिलाकर 379596.17 मिलियन अमेरिकी डॉलर (2481367.22 करोड़ रुपये) मूल्य  की वस्तुओं का आयात किया गया, जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में हुए आयात के मुकाबले डॉलर के लिहाज से 15.28 फीसदी नकारात्मक है, जबकि रुपये के लिहाज से 9.34 फीसदी नकारात्मक है.

• कच्चेतेलएवंगैर-तेलकाआयातमार्च, 2016 के दौरान 4799.96 मिलियन अमेरिकी डॉलर मूल्य के तेल का आयात किया गया, जो पिछले साल की समान अवधि में हुए 7418.5 मिलियन डालर आयात के मुकाबले 35.30 फीसदी कम है. अप्रैल-मार्च 2015-16 के दौरान 82662.26 मिलियन डालर का आयात किया गया जो पिछले साल की समान अवधि में हुए आयात के मुकाबले 40.24 फीसदी कम है.
मार्च 2016 के दौरान 22989.60 मिलियन अमेरिकी डॉलर के गैर- तेल आयात का अनुमान है जो मार्च 2015 में 28010.21 मिलियन अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 17.92 प्रतिशत कम है.

• व्यापारसंतुलन- अप्रैल-मार्च, 2015-16 के दौरान व्यापार घाटा 118459.37 मिलियन अमेरिकी डॉलर का रहने का अनुमान है, जो अप्रैल-मार्च 2014-15 में दर्ज किए गए 137694.95 मिलियन अमेरिकी डॉलर से कम है.

ब्रिक्स न्यू डेवलपमेंट बैंक ने अक्षय ऊर्जा के लिए ऋणों का पहला सेट मंजूर किया

19-APR-2016

16 अप्रैल 2016 को द न्यू डेवलपमेंट बैंक (एनडीबी), जिसे पहले ब्रिक्स डेवलपमेंट बैंक के नाम से जाना जाता था, ने 811 मिलियन अमेरिकी डॉलर के ऋणों का पहला सेट मंजूर कर लिया. इस ऋण का उपयोग ब्रिक्स के चार देशों– ब्राजील, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका में 2370 मेगावाट अक्षय ऊर्जा क्षमता के निर्माण में किया जाएगा.

7वां ब्रिक्स शिखर सम्मेलन, रूस के उफा में आयोजित किया गया था.

यह ऋण अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) और वर्ल्ड बैंक ग्रुप स्प्रिंग मीटिंग्स के दौरान वाशिंगटन में आयोजित इसके निदेशक मंडल की पांचवीं बैठक के दौरान मंजूर किया गया.

परियोजना की विशेषताओं और ऋण लेने वालों की प्राथमिकता के आधार पर प्रत्येक ऋण का प्रकार अलग– अलग है. फॉलोअप– प्रक्रियाओँ के हिस्सों के तौर पर जहां जरूरी हो, वहां सरकार से मंजूरी लेनी होगी.

ब्रिक्स 100 बिलियन डॉलर का डेवलपमेंट बैंक और आपातकालीन आरक्षित कोष बनाएगा 

राष्ट्रवारआवंटन

• ब्राजील– 300 मिलियन डॉलर 
• चीन– 81 मिलियन डॉलर 
• भारत– 250 मिलियन डॉलर 
• दक्षिण अफ्रीका– 180 मिलियन डॉलर

भारत की ओर से प्रस्तुत की गई परियोजना अक्षय ऊर्जा उद्यमों को ऋण देने लिए 250 मिलियन डॉलर की एक बहु किश्त ऋण प्रावधान केनरा बैंक को देने पर जोर देता है.

ब्रिक्स के केंद्रीय बैंकों ने एग्रीमेंट टू ऑपरेशनलाइज कॉन्टिंगजेंट रिजर्व अरेंजमेंट पर हस्ताक्षर किया

एनडीबी ने फरवरी 2016 से पूरी तरह से काम करना शुरु कर दिया. ब्रिक्स देशों –ब्राजील, रुस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका का इसे पूरा सहयोग प्राप्त है. इस बैंक को विश्व बैंक और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) जैसे अन्य अंतरराष्ट्रीय संस्थानों के लिए चुनौती के रूप में देखा जा रहा है.

नए ऋणदाता के लिए आरंभित योगदान के तौर पर ब्रिक्स ने 1 बिलियन डॉलर की पूंजी जुटाई है और इसके बोर्ड ने चीनी युआन में पांच– वर्षों के बॉन्ड जारी करने को मंजूरी दे दी है.

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साल्सा संगीत के अग्रदूत इस्माइल क्विंटाना का निधन

19-APR-2016

पोर्टोरिका के संगीतकार और गायक इस्माइल क्विंटाना का 16 अप्रैल 2016 को संयुक्त राज्य अमेरिका के कोलोराडो में निधन हो गया. उन्हें सांस संबंधी बीमारी थी. वे 78 वर्ष के थे.

वे साल्सा संगीत के दिग्गज थे और अपने पोर्टो रिको, अडोराकियन, नो सी कंपारा और मेस्त्रा रुमबेरो जैसे हिट्स के लिए जाने जाते थे.

उनका जन्म पॉन्से में हुआ था और अपने करिअर की शुरुआत में क्वार्डटेट्स औऱ सेक्स्टेट्स बजाते थे. 1960 में ऑर्क्वेस्चा ला पर्फेक्टा में उन्होंने पोर्टे रिको की एडी पालमेरी के साथ जोड़ी बनाई.

फिर भी विशेषज्ञ उन्हें साल्सा के अफ्रिकी– कैरेबियाई धुनों के साथ बने रहने का श्रेय देते हैं. 1960 के दशक के आखिर में फानिया ऑल– स्टार्स को भी दर्शकों ने बहुत पसंद किया था.

साल्सा लातिन लय का एक मिश्रण है लेकिन इसमें क्यूबा और पोर्टो रिको का संगीत अधिक होता है. 1960 और 1970 के दशक के आखिर में न्यूयॉर्क सिटी में इसने अपने पैर जमाने शुरु किए थे.

डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर प्रोजेक्ट के निरीक्षण के लिए भारतीय रेलवे ने पहली बार ड्रोन का प्रयोग किया

19-APR-2016

17 अप्रैल 2016 को भारतीय रेलवे ने पहली बार चालू डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (डीएफसी) प्रोजेक्ट के निरक्षण के लिए मानवरहित वायु वाहन या ड्रोन का प्रयोग किया.

डीएफसी के कुल 98 किलोमीटर की निगरानी के लिए ड्रोन का प्रयोग ट्रायल आधार पर तीन दिनों के लिए किया गया. इसमें से पश्चिमी डीएफसी में राजस्थान में भागेगा से श्रीमाधोपुर के बीच 42 किमी लंबे ट्रैक और बिहार में दुर्गावती एवं सासाराम के बीच 56 किमी लंबी लाइन की निगरानी के लिए इसका प्रयोग किया गया था.

ड्रोन के प्रयोग ने भारतीय रेलवे के अधिकारियों को डीएफसी परियोजना के सर्वेक्षण खंडों की स्थिति की रिपोर्ट तेजी और आसानी से तैयार करने में सक्षम बनाया.

ड्रोन को एक निजी ऑपरेटर से किराए पर लिया गया था और हवाई सर्वेक्षण के लिए प्रति किमी 3000 रुपये खर्च हुए. फिलहाल रेलवे द्वारा संचालित करीब 170 परियोजनाएं ऐसी हैं जिसमें नई लाइनों को दोहरा करना और बिछाना भी शामिल है.

यह ट्रायल भारतीय रेलवे की उस योजना का हिस्सा था जिसमें डीएफसी के तहत जारी सभी परियोजनाओं की निगरानी और रेल हादसों के बाद जमीनी स्थिति का आकलन ड्रोनों से कराई जाने की भारतीय रेलवे योजना बना रही है.

ड्रोन उड़ने वाला रोबोट होता है जिसे दूर बैठ कर सॉफ्टवेयर– नियंत्रित उड़ान योजनाओं जो उसकी प्रणाली में लगा होता है और जीपीएस के साथ संयोजन में काम करता है, को रिमोट से संचालित कर सकते हैं.

द हेरिटेज ऑफ स्पोर्ट विषय के साथ अंतरराष्ट्रीय स्मारक एवं स्थल दिवस मनाया गया

19-APR-2016

18 अप्रैल 2016 : अंतरराष्ट्रीयस्मारकएवंस्थलदिवस
अंतरराष्ट्रीय स्मारक एवं स्थल दिवस  जिसे परंपरागत रूप से विश्व विरासत दिवस कहा जाता है, 18 अप्रैल 2016 को द हेरिटेज ऑफ स्पोर्ट थीम के साथ पूरे विश्व में मनाया गया.

यह थीम अंतरराष्ट्रीय स्मारक एवं स्थल परिषद (इंटरनेशनल काउंसिल फॉर मॉन्यूमेंट्स एंड साइट्स– ICOMOS) ने रियो ओलंपिक्स 2016 को ध्यान में रखते हुए चुना था. रियो ओलंपिक्स अगस्त 2016 में ब्राजील के रियो डी जनेरियो में आयोजित किया जाने वाला है.

विश्व विरासत दिवस मानवजाति के साझा संपत्ति की रक्षा और उसे बनाए रखने के लिए जागरुकता पैदा करने एवं सांस्कृतिक विरासत की विविधता को प्रदर्शित करने के लिए मनाया जाता है. यह मूल्यवान संपत्तियों के संरक्षण के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय से सामूहिक प्रयास करने की अपील करता है.

विश्व विरासत दिवस मनाने के विचार को यूनेस्को के महासभा में मंजूरी मिली थी. नवंबर 1983 में इसके 22वें सत्र में एक प्रस्ताव पास किया गया था और उसमें सदस्य देशों द्वारा प्रत्येक वर्ष 18 अप्रैल को " अंतरराष्ट्रीय स्मारक एवं स्थल दिवस" मनाने सी संभावना की जांच करने की अनुशंसा की गई थी.

सुपरकंप्यूटर 'परम कंचनजंगा' का सिक्किम एनआईटी में शुभारंभ

19-APR-2016

17 अप्रैल 2016 को सिक्किम के राज्यपाल श्रीनिवास पाटिल ने औपचारिक रूप से परम कंचनजंगा नाम के सुपरकंप्यूटर का राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी– एनआईटी) सिक्किम में शुभारंभ किया. इसका नाम कंचनजंगा पर्वत (8586 मी) के नाम पर रखा गया है. यह पर्वत दुनिया का तीसरा सबसे ऊँचा पर्वत है.

31 राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थानों में उपलब्ध सभी सुपरकंप्यूटर के मुकाबले परम कंजनजंगा सबसे शक्तिशाली और तेज है.

इसे पुणे की सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ एडवांस्ड कंप्यूटिंग (सी–डैक) और एनआईटी सिक्किम ने मिल कर बनाया है. इस सुपर कंप्यूटर को बनाने में कुल तीन करोड़ रुपए खर्च हुए हैं.

सुपरकंप्यूटरक्याहोताहै?

सुपरकंप्यूटर एक ऐसा कंप्यूटर होता है जिसमें सामान्य– उद्देश्य वाले कंप्यूटर की तुलना में उच्च– स्तर की संगणनन क्षमता होती है. सुपरकंप्यूटर का पर्फॉर्मेंस मिलियन इंस्ट्रक्शंस पर सेकेंड (MIPS) की बजाय फ्लोटिंग– प्वाइंट ऑपरेशंस प्रति सेकेंड (FLOPS ) में मापा जाता है. 2015 तक ऐसे सुपरकंप्यूटर थे जो क्वाड्रिलियन (एक करोड़ शंख) FLOPS तक पर्फॉर्म कर सकते थे.

सुपरकंप्यूटर 1960 के दशक में अस्तित्व में आए. शुरुआत में और प्राथमिक रूप से कई दशकों तक इसे कंट्रोल डाटा ऑपरेशन (सीडीसी) पर सेमोर क्रे, क्रे रिसर्च और अनुवर्ती कंपनियां अपने नाम या मोनोग्राम के साथ बनाती थीं.

जून 2013 में शुरुआत के बाद से चीन की टियान–2 (Tianhe-2 ) सुपरकंप्यूटर विश्व का सबसे तेज सुपरकंप्यूटर बन गया. यह 33.86 पेटा FLOPS या 33.86 क्वाड्रिलियंस ऑफ FLOPS का प्रदर्शन करता है. 

इंजमाम-उल-हक पाकिस्तान क्रिकेट टीम के मुख्य चयनकर्ता नियुक्त

19-APR-2016

पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने  18 अप्रैल 2016 को टीम के नए मुख्य चयनकर्ता के रूप में पाकिस्तान के पूर्व कप्तान इंजमाम-उल-हक को नियुक्त किया.

120 टेस्ट और 398 एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भाग लेने वाले इंजमाम ने हारून रशीद का स्थान ग्रहण किया.पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने फिलहाल इंजमाम के कार्यकाल की अवधि निश्चित नहीं की है.

नयी चयन समिति के अन्य सदस्य पूर्व टेस्ट ऑफ स्पिनर तौसीफ अहमद, पूर्व अंतरराष्ट्रीय तेज गेंदबाज वसीम हैदर और बल्लेबाज वजाहतुल्ला वस्ती हैं.

नियुक्ति के समय इंजमाम अफगानिस्तान क्रिकेट टीम के प्रमुख कोच के रूप में कार्यरत थे. अक्टूबर 2015 में इंजमाम को अफगानिस्तान क्रिकेट टीम का प्रमुख कोच नियुक्त किया गया था तथा इस पद पर उनका अनुबंध दिसंबर 2016 तक था.

पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड से इंजमाम के अनुबंध की समाप्ति के लिए अनुरोध किया है.

पहली बार पाकिस्तान क्रिकेट ने इंजमाम को चयनकर्ता के रूप में नियुक्त किया है. इससे पूर्व वे 2012-13 में पाकिस्तान क्रिकेट टीम में बल्लेबाजी सलाहकार के रूप में कार्य कर चुके हैं. उन्होंने अपने खेल करियर में कुल 378 वन डे तथा 120 टेस्ट मैच खेलें हैं तथा क्रमशः 11739 और 8830 रन बनाये हैं. उन्होंने वर्ष 2007 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया.

एशिया कप और विश्व कप टी 20 में खराब प्रदर्शन के कारण पिछले चयन समिति को पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड द्वारा भंग कर दिया गया था

नकली शराब की जांच के लिए महाराष्ट्र होलोग्राम तकनीक का उपयोग करेगा

19-APR-2016

18 अप्रैल 2016 को महाराष्ट्र सरकार ने राज्य में बनाए और बेचे जाने वाली शराब की हर बोतल पर होलोग्राम लगाना अनिवार्य करने का फैसला किया. नकली शराब की बिक्री पर रोक लगाने के लिए यह कदम उठाया गया.

सरकार ने यह फैसला किया है कि बोतलों पर पॉलिएस्टर बेस वाला ट्रैक और ट्रेसहोलोग्राम चिपकाया जाएगा. होलोग्राम एक मोबाइल एप्प से जुड़ा होगा और उपभोक्ताओं को शराब के असली और नकली होने के बारे में जानकारी देगा.

महाराष्ट्र के पड़ोसी राज्यों से सस्ती शराब लाने की वजह से राज्य को राजस्व में होने वाले नुकसान से बचाने में भी यह तकनीक मदद करेगी.

सरकार अभी मुफ्त मोबाइल एप्प को विकसित करने में लगी है. इस एप्प को होलोग्राम के संपर्क में लाए जाने पर यह एप्प शराब, वाइन, देशी शराब, भारत में बनी विदेशी शराब असली है या नकली के बारे में बताने के लिए तुरंत एक हरा या लाल निशान दिखाएगा.

अगर कोई शराब की बोतल को मोबाइल एप्प के सामने रखेगा तो शराब का असली उत्पाद होने पर एप्प हरा निशान दिखाएगा. लाल निशान दिखाने का मतलब होगा कि उत्पाद नकली है.

महाराष्ट्र सरकार का यह फैसला 1 जुलाई 2016 या 1 अगस्त 2016 से लागू हो सकता है. यह फैसला पिछले वर्ष मलवानी में हुए हादसे को ध्यान में रखते हुए किया गया है. उस हादसे में नकली शराब का सेवन करने वाले करीब 100 लोगों की मौत हो गई थी.

करेंट अफेयर्स  : 20 अप्रैल 2016

20-APR-2016

•    वह अभिनेत्री जो पांच बार एमी विजेता रही जिनका 17 अप्रैल 2016 को निधन हो गया- डोरिसरॉबर्ट्स

•    लौरेउस वर्ल्ड स्पोर्ट्स पुरस्कार 2016 के विश्व खेल पुरस्कार विजेता नोवाक जोकोविच और सेरेना विलियम्स रहे ये जिस खेल से संबंध रखते है-टेनिस

•    इक्वाडोर में 16 अप्रैल 2016 जितनी तीव्रता का भूकंप आया - 7.8

•    पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर 19 अप्रैल 2016 को जिस समझौते पर हस्ताक्षर करने के लिए न्यूयॉर्क रवाना हुए- पेरिससमझौता

•    राजीव गांधी खेल अभियान का विलय केंद्र सरकार की योजना ने जिस खेल में  किया-खेलोइंडिया

•    वह भारतीय महिला अंपायर जिन्हें अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ द्वारा अंतरराष्ट्रीय अंपायर पद पर पद्दोनत किया गया - दुर्गाठाकुर

•     अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ (एफआईएच) द्वारा इस वर्ष से अंतरराष्ट्रीय घरेलू एवं विश्व लीग शुरू करने की घोषणा की गयी - 2019

•    इन्हें संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा द्वारा चाड की राजदूत नियुक्त किया गया - गीतापासी

•    इन्हें हिंदी सेवी सम्मान के तहत वर्ष 2014 का सुब्रह्मण्य भारती पुरस्कार दिया गया -प्रोश्योराजसिंह ‘बेचैन

•    वह देश जिसमें प्रवासी नागरिकों द्वारा अपने देश में सबसे अधिक विदेशी भुगतान किया गया – भारत

•    उन अतिरिक्त जिलों की संख्या जहाँ अप्रैल 2016 में केंद्र सरकार ने बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना के विस्तार की घोषणा की- 61

•     वह देश जिसके साथ भारत के अधिमान्यक व्यापार समझौते (पीटीए) के विस्तार को अप्रैल 2016 में मंत्रिमंडल की मंजूरी मिली- चिली

•     वह माह एवं वर्ष जब भारत सरकार बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना की शुरुआत की-जनवरी, 2015

•     वह स्थान जहाँ नये भारतीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान के परिचालन को केंद्र सरकार ने अप्रैल 2016 में मंजूरी दी- तिरुपति

•     वह देश जिसके साथ भारत ने क्षमता निर्माण, बैंचमार्किंग और बुनियादी ढांचा इंजीनियरिंग में द्विपक्षीय आदान-प्रदान के क्षेत्र में तकनीकी सहयोग हेतु अप्रैल 2016 में समझौता किया-भूटान

तिरुपति में नये भारतीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थानm(आईआईएसईआर) के परिचालन को केंद्र सरकार की मंजूरी

20-APR-2016

केंद्र सरकार ने 20 अप्रैल 2016 को तिरुपति (आंध्र प्रदेश) में नये भारतीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (आईआईएसईआर) के परिचालन को मंजूरी दी.

प्रधानमंत्री नरेन्द्र  मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने तिरुपति में नये भारतीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (आईआईएसईआर) का कामकाज 2015-16 शैक्षिक वर्ष से प्रारंभिक तीन साल (2015-18) के लिए 137.30 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से ट्रांजिट/ अस्थाई परिसर से परिचालन करने हेतु अपनी मंजूरी प्रदान की.

पृष्ठभूमि:

आंध्र प्रदेश पुनगर्ठन अधिनियम, 2014 की एक कड़ी के रूप में तत्कालीन राज्य आंध्र प्रदेश का तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में विभाजन होने के कारण भारत सरकार ने अन्य बातों के साथ राष्ट्रीय महत्व के संस्थान, भारतीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (आईआईएसईआर) को आंध्र प्रदेश में स्थापित करने का निर्णय लिया है.

उपरोक्त के परिणाम स्वरूप आंध्र प्रदेश राज्य सरकार ने आईआईएसईआर तिरुपति के स्थाई परिसर के निर्माण के लिए येरपेडू मंडल के श्रीनिवासपुरम, पांगूर और चिंदेपेली गांवों में 244 एकड़ भूमि चिन्हित की है. इसी बीच संस्थान के स्थााई परिसर का निर्माण कार्य लंबित होने से स्थल चयन समिति की सिफारिशों पर इस संस्थान का कामकाज 2015-16 शैक्षिक सत्र से श्रीराम इंजीनियरिंग कॉलेज तिरुपति के ट्रांजिट/ अस्थाई परिसर से शुरू करने का निर्णय लिया गया.

इक्वाडोर में 7.8 तीव्रता का भूकंप; 400 से ज्यादा मृत

20-APR-2016

इक्वेडोर में 16 अप्रैल 2016 को शक्तिशाली भूकंप आया, जिसकी रिक्टर पैमाने पर तीव्रता 7.8 मापी गई.

इस भूकंप से अब तक लगभग 400  से ज्यादा मौते और 2000 से ज्यादा घायल हो चुके है.

भूकंप का केंद्र इक्वेडोर तट से लगभग 27 किलोमीटर दूर एस्मेराल्दास प्रान्त में दक्षिण-पूर्व म्यूजेन था.

भूकंप का प्रभाव सबसे ज्यादा तीन शहर मांटा, पोर्तोविजो और गुआक्विल में था. इन शहरो में सबसे ज्यादा मौतें हुई हैं.

राष्ट्रपति राफेल कोरिया ने छह प्रांतों में आपातकाल घोषित कर दिया है. ये पिछले कई दशकों में आया अब तक का सबसे विनाशक भूकंप था, जिसने क्वीटो में इमारतों को हिलाकर रख दिया.

1979 के टुमाको के भूकंप के बाद यह अब तक का सबसे भीषण भूकंप था.

भारत-चिली अधिमान्य व्यापार समझौता (पीटीए) विस्तार को मंजूरी

20-APR-2016

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने भारत और चिली के मध्य भारत-चिली अधिमान्य व्यापार समझौते (पीडीए) के विस्तार को 20 अप्रैल 2016 को अपनी मंजूरी दी.

संबंधिततथ्य:
चिली के साथ भारत के निर्यात बास्केट में विविधता है और चिली द्वारा पेशकश की गई टैरिफ लाइनों की व्यापक विविधता को देखते हुए विस्तारित पीटीए से भारत को बहुत लाभ होगा. विस्तारित पीटीए के अधीन चिली ने 30 प्रतिशत से 100 प्रतिशत तक अधिमान के मार्जिन (एमओपी) के साथ 1798 टैरिफ लाइनों पर भारत को रियायतें देने की पेशकश की है. भारत ने 10 से 100 प्रतिशत तक एमओपी के साथ 8 अंकों के स्तर पर 1031 टैरिफ लाइनों पर चिली को रियायतें देने का प्रस्ताव किया है. इस प्रस्तावित विस्तारित पीटीए के अधीन चिली को होने वाला भारत का 86 प्रतिशत निर्यात रियायतों के अंतर्गत आ जाएगा, जिससे निकट भविष्य में हमारा निर्यात दो गुना होने की संभावना हो जाएगी.

भारत और चिली के बीच एक अधिमान्य व्यापार समझौते पर मार्च 2006 में हस्ताक्षर हुए थे. यह पीटीए अगस्त 2007 से लागू हुआ. 2006-07 के दौरान चिली भारत के लिए 51वें निर्यात गंतव्य स्थान पर था. 2006-07 वर्ष के दौरान द्विपक्षीय व्यापार 2.3 बिलियन अमेरिकी डॉलर का रहा था. पीटीए प्रभावी हाने के बाद सितंबर 2007 से व्‍यापार गतिशीलता में परिवर्तन हुआ. वर्ष 2006-07 से 2014-15 तक द्विपक्षीय व्यापार में 58.49 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज हुई. 2014-15 के दौरान द्विपक्षीय व्यापार 3.65 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया, जिसमें निर्यात और आयात क्रमश: 0.57 बिलियन अमेरिकी डॉलर और 3.08 बिलियन अमेरिकी डॉलर का रहा था.

चिली के साथ भारत के दोस्ताना संबंध हैं. चिली अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत के साथ सहयोग कर रहा है. भारत-चिली पीटीए के विस्तार से दोनों देशों के मध्य व्यापार और आर्थिक संबंधों में और बढ़ोतरी होगी. यह विस्तार भारत-चिली संबंधों में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर होगा, जो भारत और एलएसी देशों के बीच मौजूदा परंपरागत भाईचारे के संबंधों को और मजबूत बनाएगा.

राजीव गांधी खेल अभियान का खेलो इंडिया योजना में विलय

20-APR-2016

राजीव गांधी खेल अभियान को 20 अप्रैल 2016 को केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना ‘खेलो इंडिया अभियान’ में विलय कर दिया गया.

इसके अतिरिक्त पूर्व में यूपीए सरकार द्वारा चलाई जा रही दो अन्य योजनाओ क्रमशः ‘अर्बन स्पोर्ट्स इंफ्रास्टक्चर स्कीम’ और ‘नेशनल स्पोर्ट्स टेलेंट सर्च स्कीम’ को भी खेलों इंडिया अभियान में शामिल कर दिया गया है.

राजीव गांधी खेल अभियान को कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और तत्कालीन खेल मंत्री जितेंद्र सिंह ने फरवरी 2014 में लांच किया था. राजीव गांधी खेल अभियान का लक्ष्य अगले पांच सालों में देश के सभी ब्लॉक में खेल भवन बनाने का था.

खेलोइंडियाअभियानकेबारेमें:

खेलो इंडिया अभियान गुजरात के खेल मॉडल पर केंद्रित है जिसमें खेल महाकुंभ लगाया जाता है. इस महाकुंभ में देश के विभिन्न हिस्से के स्कूल औऱ कॉलेज हिस्सा लेते है. गुजरात की खेल अथॉरिटी हर साल गर्मियों में यह कैंप लगाती है.

अब इसी तर्ज पर केंद्र सरकार भी योजना को आगे बढ़ाएगी. इस योजना में सभी स्कूलों और कॉलेजों को वार्षिक खेल प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए प्रेरित किया जाएगा. इस प्रतियोगिता का आयोजन गर्मियों के कैंप के रूप में राज्यों के एसएआई सेंटर्स में किया जाएगा.

खेलो इंडिया योजना के लिए चालू वर्ष 2016-2017 के बजट में केन्द्र सरकार ने 140 करोड़ रुपए आवंटित किए हैं.

लॉरेउस वर्ल्ड स्पोर्ट्स पुरस्कार 2016 प्रदान किए गए

20-APR-2016

लॉरेउस वर्ल्ड स्पोर्ट्स पुरस्कार 2016  बर्लिन, जर्मनी मे 18 अप्रैल 2016 को प्रदान किए गए. ये पुरस्कार समारोह पहली बार जर्मनी में आयोजित किया गया.

विश्व के नंबर एक टेनिस खिलाड़ी सर्बिआ के नोवाक जोकोविच को ‘स्पोर्ट्समैन ऑफ दि ईयर’ का लॉरेउस पुरस्कार दिया गया.

दूसरी ओर अमेरिका की टेनिस खिलाडी सेरेना विलियम्स को ‘स्पोर्ट्सवुमन ऑफ दि ईयर’ का लॉरेउस पुरस्कार दिया गया.

जोकोविच के लिए यह लगातार दूसरा लॉरेउस पुरस्कार था, जबकि सेरेना के लिए यह चौथा लॉरेउस पुरस्कार था.

पुरस्कारविजेताओंकीसूची:

•    स्पोर्ट्समैन ऑफ दि ईयर: नोवाक जोकोविच, सर्बिया (टेनिस)

•    टीम ऑफ दि ईयर: न्यूजीलैंड की राष्ट्रीय रग्बी यूनियन टीम

•    स्पोर्ट्सवुमन ऑफ दि ईयर: सेरेना विलियम्स, अमेरिका (टेनिस)

•    कमबैक ऑफ दि ईयर: डैन कार्टर, न्यूजीलैंड (रग्बी)

•    ब्रेकथ्रू ऑफ़ द इयर: जॉर्डन स्पिएथ, अमेरिका (गोल्फ)

•    स्पोर्ट्सपर्सन ऑफ़ द इयर विथ डिसेबिलिटी: डेनियल डायस, ब्राजील (पैरालम्पिक तैराक)

•    एक्शन स्पोर्ट्सपर्सन ऑफ़ द इयर: जान फ्रोडेनो, जर्मनी (त्रिअठेलेते)

•    स्पोर्ट्स फॉर गुड अवार्ड: मूविंग द गोअल्पोस्ट्स

•    लौरेउस वर्ल्ड स्पोर्ट्स लाइफटाइम एचीवमेंट अवार्ड: निकी लौडा, ऑस्ट्रेलिया (पूर्व फार्मूला 1 रेसर)

•    स्पिरिट ऑफ़ स्पोर्ट्स अवार्ड: जोहान क्रुय्फ्फ़, द नीदरलैंड (फुटबॉल)

लॉरेउसवर्ल्डस्पोर्ट्सपुरस्कारकेबारेमें:

•    यह वार्षिक पुरस्कार 2000 से लौरेउस वर्ल्ड स्पोर्ट्स अकादमी द्वारा दिया जाता है.

•    यह अंतरराष्ट्रीय खेलो में विशिष्ट उपलब्धियों के लिए उल्लेखनीय पुरुषों और महिलाओं को दिया जाता है.

•    यह पुरस्कार 7 श्रेणियों में दिया जाता है.

•    प्रत्येक विजेता को कार्टियर द्वारा तैयार लॉरेउस प्रतिमा दिया जाता है.

विश्व बैंक ने प्रवासन और विकास संबंधी संक्षेप रिपोर्ट जारी की

20-APR-2016

विश्व बैंक ने 13 अप्रैल 2016 को वर्ष 2015 की प्रवासन और विकास संबंधी संक्षेप रिपोर्ट जारी की. इसके अनुसार वर्ष 2015 में विदेशो में रह रहे लोगों द्वारा अपने देशों में भेजे गये भुगतान में मामूली बढ़ोतरी हुई.

इसका कारण तेल कीमतों में गिरावट एवं प्रवासियों की कम आय के अन्य कारण शामिल हैं जिसके कारण वे अपने देशों में कम राशि भेज पाए.

इसमें यह भी दर्ज किया गया कि 2012 में आरंभ हुई गिरावट 2015 में तेल कीमतों के गिरने पर पहले से अधिक हो गयी.

एक बिलियन अमेरिकी डॉलर की कमी के बावजूद भारत में वर्ष 2015 में सबसे अधिक भुगतान किया गया. इस वर्ष भारत में 69 बिलियन डॉलर का विदेशी भुगतान हुआ जो वर्ष 2014 में 70 बिलियन डॉलर था.

प्रवासनऔरविकाससंबंधीसंक्षेपरिपोर्टकेमुख्यबिंदु

•    वर्ष 2014 में भारत को इस माध्यम से कुल 70.4 बिलियन डॉलर का भुगतान प्राप्त हुआ.
•    रिपोर्ट के अनुसार, अपने प्रवासी नागरिकों द्वारा भेजे गए भुगतान के मामले में विश्व के अन्य 4 देश क्रमशः चीन, फिलीपीन्स, मैक्सिको और नाइजीरिया हैं.
•    इस प्रकार चीन 64 बिलियन डॉलर तथा फिलीपींस 28 बिलियन डॉलर का भुगतान प्राप्त कर क्रमशः दूसरे एवं तीसरे स्थान पर रहे.
•    रिपोर्ट 2014 के अनुसार प्रवासी नागरिकों द्वारा अपने देश में कुल 583 बिलियन डॉलर धन भेजा गया.
•    इस रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2014 के दौरान प्रवासियों को आकर्षित करने वाले देशों में पांच प्रमुख देश क्रमशः अमेरिका, सऊदी अरब, जर्मनी, रूस एवं संयुक्त अरब अमीरात हैं.

यह भी पढ़ें: ओईसीडी ने अन्तरराष्ट्रीय प्रवासन आउटलुक 2015 जारी किया  भविष्यवाणी

विश्व बैंक ने अपनी इस रिपोर्ट में कहा है कि वर्ष 2016 में विदेशी भुगतान में सुधार आने की उम्मीद है. 

संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरो क्षेत्र में निरंतर आर्थिक सुधार के चलते इन दरों में सुधार आएगा तथा अमेरिकी डॉलर की विनिमय दरों के स्थिरीकरण के चलते भी सुधार की उम्मीद है.

इसके अतिरिक्त तेल की कीमत इस क्षेत्र में महत्वपूर्ण पहलू है. तेल की कीमतों में अप्रत्याशित गिरावट से रूस, जीसीसी देशों से अधिक भुगतान होने की उम्मीद है.

क्षेत्रवारभुगतानआंकड़े

•    भौगोलिक दृष्टि से क्षेत्रीय ट्रेंड्स में, लैटिन अमेरिका एवं कैरिबियन क्षेत्र में वर्ष 2015 में सबसे तेज़ी से वृद्धि हुई. अमेरिका में हुए आर्थिक सुधारों के कारण इन क्षेत्रों में 4.8 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गयी. वर्ष 2016 में यह तेजी धीमी रहने के आसार हैं. वर्ष 2015 में 66.7 बिलियन डॉलर विदेश से भेजे गये जबकि 2016 में 69.3 बिलियन डॉलर भेजे जाने का अनुमान है.  
•    पूर्वी एशिया एवं पसिफ़िक क्षेत्र में भेजी गयी विदेशी मुद्रा में 4.2 प्रतिशत की वृद्धि हुई जो 2014 की 7.4 प्रतिशत की दर से काफी कम है. इसके बावजूद यह क्षेत्र विदेश से भेजे जाने वाली मुद्रा का सबसे बड़ा क्षेत्र बना रहा.
•    दक्षिण एशिया में विदेशों से भेजी गयी राशि में 2015 में 2 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई जबकि 2014 में 4.3 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गयी. भारत के अतिरिक्त श्रीलंका एवं नेपाल में भी भुगतान में तेजी देखने को मिली. वर्ष 2016 में इस क्षेत्र में 123.3 बिलियन डॉलर का भुगतान होने की उम्मीद है, वर्ष 2015 में यह आंकड़ा 117.9 बिलियन डॉलर था.
•    सब-सहारा अफ्रीका में 2015 में 1 प्रतिशत का सुधार देखा गया जबकि 2014 में यह 0.2 प्रतिशत था. इस क्षेत्र में भुगतान 3.4 प्रतिशत बढ़कर 36 बिलियन डॉलर होने का अनुमान है जो 2015 में 35.2 बिलियन डॉलर था.
•    मध्य पूर्व और उत्तरी अफ्रीका में यह दर 0.9 प्रतिशत कम हुई जो 2014 में 4 प्रतिशत थी. इसका सबसे अधिक प्रभाव मिस्र में देखने को मिला. हालांकि इस क्षेत्र में 2.6 प्रतिशत की दर से 51.6 बिलियन डॉलर के भुगतान की सम्भावना है जो 2015 में 50.3 बिलियन डॉलर थी.
•    वर्ष 2015 में यूरोप एवं मध्य एशिया में भुगतान सबसे अधिक प्रभावित हुआ. रूस की मुद्रा में गिरावट एवं अर्थव्यवस्था में मंदी के कारण भुगतान में कमी आई. इस क्षेत्र में वर्ष 2015 में प्रवासी नागरिकों द्वारा 34.6 बिलियन डॉलर का भुगतान किया गया जबकि वर्ष 2016 में इसका 5.1 प्रतिशत की दर से 36.3 बिलियन डॉलर होने का अनुमान है.

बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना का 61 अतिरिक्त जिलों में विस्तार की घोषणा

20-APR-2016

केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती मेनका गांधी ने 19 अप्रैल 2016 को औपचारिक रूप से 61 अतिरिक्त जिलों में बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना का शुभारंभ किया. इसकी घोषणा नई दिल्ली के विज्ञान भवन में एक उच्च स्तरीय सम्मेलन में की गई. जिसमें महिला एवं बाल विकास मंत्रालय/ सामाजिक कल्याण, शिक्षा एवं स्वास्थ्य विभागों के मुख्य सचिव, नये 61 बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ जिलों के उपायुक्त/कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट ने भाग लिया.

इस अवसर पर एक प्रदर्शनी गैलरी कुछ प्रतिनिधि राज्यों एवं जिलों से योजना की यात्रा को प्रदर्शित की गई. इस अवसर पर एक पुस्तिका का भी अनावरण किया गया, जो बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना की यात्रा के एक वर्ष के समापन को प्रदर्शित करती है.

बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना की रूपरेखा गिरते शिशु लिंगानुपात के मुद्दे एवं एक जीवन चक्र अविच्छिनता के जरिये महिलाओं के अधिकार विहीनता के संबंधित मुद्दों के समाधान के लिए बनाई गई है. प्रारंभ में चुने हुए 100 जिलों में शुरू इस योजना के प्रमुख तत्वों में जागरुकता एवं पक्षधरता अभियान, 100 जिलों में बहु क्षेत्रवार कार्रवाई एवं गर्भाधान पूर्व एवं प्रसव पूर्व नैदानिक तकनीक (पीसी एंड पीएनडीटी) अधिनियम के कारगर क्रियान्वयन शामिल हैं. यह महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के साथ स्वास्थ्य  एवं परिवार कल्याण मंत्रालय तथा मानव संसाधन विकास मंत्रालय की एक त्रि-मंत्रिस्तरीय पहल है.

विदित हो कि बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना की शुरूआत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 22 जनवरी, 2015 को शुरू की गई थी और इसने क्रियान्वयन का एक वर्ष पूरा कर लिया है. अपने पहले वर्ष के समापन पर बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना को निम्न शिशु लिंगानुपात वाले 11 राज्यों/ केंद्रशासित प्रदेशों के अतिरिक्त 61 जिलों में विस्तारित किया जा रहा है. 

भारत की दुर्गा ठाकुर अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ द्वारा अंतरराष्ट्रीय अंपायर पद पर पद्दोनत

20-APR-2016

भारत की दुर्गा ठाकुर को 19 अप्रैल 2016 को अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ द्वारा अंतरराष्ट्रीय अंपायर पद हेतु पद्दोनत किया गया. यह निर्णय अप्रैल 2016 में न्यूज़ीलैण्ड स्थित हैस्टिंग्स में आयोजित हॉक्स बे कप में उनके प्रदर्शन को देखने के बाद लिया गया.

इससे ठाकुर उन युवा अम्पायरों में शामिल हो गयी हैं जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नियुक्त हैं. अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ की सूची में 14 भारतीय (10 पुरुष, 4 महिलाएं) अंपायर शामिल हैं.

दुर्गाठाकुर

•    दुर्गा ठाकुर ने वर्ष 2013 में भोपाल में आयोजित तीसरे सब-जूनियर पुरुष एवं महिला राष्ट्रीय चैंपियनशिप (फाइनल) से अपने करियर की शुरुआत की.
•    वर्ष 2011 में उन्होंने एनएसएनआईएस से स्नातक डिग्री हासिल की. वर्ष 2015 में नीदरलैंड्स में आयोजित सिक्स नेशन कप उनका पहला अंतरराष्ट्रीय असाइनमेंट था.
•    उन्होंने हैंडबॉल, बास्केटबॉल एवं हॉकी में हिमाचल प्रदेश का प्रतिनिधित्व किया.

एफआईएच द्वारा 2019 से अंतरराष्ट्रीय हॉकी खेलों में बदलाव की घोषणा

20-APR-2016

अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ (एफआईएच) ने 18 अप्रैल 2016 को अंतरराष्ट्रीय घरेलू एवं विश्व लीग शुरू करने की घोषणा की. इसके अंतर्गत विभिन्न देशों की टीमें वर्ष 2019 से इस लीग में भाग लेंगी. इसे हॉकी वर्ल्ड लीग (एचडब्ल्यूएल) के सेमी-फाइनल, फाइनल एवं चैंपियंस ट्राफी के स्थान पर खेला जायेगा. 

यह नई लीग विश्व में साल भर चलने वाले मैचों के आयोजन हेतु डिज़ाइन की गयी है. इस लीग में टीमों का चयन क्वालीफाई किये जाने के आधार पर होगा जिसमें क्वालिटी एवं स्टैण्डर्ड पर विशेष ध्यान दिया जायेगा.

बदलावकेकारण

इसका उद्देश्य हॉकी को विश्वस्तरीय पहचान दिलाना है. इसमें बदलाव के तीनप्रमुखउद्देश्यनिम्नलिखित हैं - 
•    मीडिया एवं टीवी द्वारा हॉकी कवरेज का प्रसार करना.
•    हॉकी के बड़े, अधिक कमाई वाले एवं विश्वस्तरीय कार्यक्रम आयोजित करना.
•    भविष्य में रेवेन्यू में बढ़ोतरी के लिए बदलाव.
इसके अतिरिक्त, एफआईएच ने घोषणा की कि 1978 से प्रत्येक दो वर्ष में एक बार आयोजित किया जा रहे चैंपियंस ट्रॉफी का 2018 में स्थगन कर दिया जायेगा.

जो देश नई लीग में नहीं खेल पाएंगे उनके लिए विश्व हॉकी लीग के चरण 1 एवं 2 का आयोजन किया जायेगा.
इन प्रस्तावों को एफआईएच के कार्यकारी बोर्ड द्वारा लॉज़ेन, स्विट्जरलैंड में अप्रैल 2016 में अनुमोदित किया गया. इस विषय पर पिछले 18 महीनों में हुए परामर्श एवं अनुसंधान के पश्चात् ही निर्णय लिया गया. इस परियोजना के लिए विशेष रूप से गठित कार्य समूह की देखरेख में निर्णय लिया गया.

भारतीय मूल की गीता पासी चाड के लिए अमेरिकी राजदूत नियुक्त

20-APR-2016

संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने 19 अप्रैल 2016 को भारतीय-अमेरिकी नागरिक गीता पासी को चाड की राजदूत नियुक्त किया. यह मध्य अफ्रीका में स्थित देश है.
वर्तमान में, पासी संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रीय मानव संसाधन ब्यूरो में करियर विकास एवं असाइनमेंट कार्यालय की निदेशक है.

पासी जिबूती में 2011 से 2014 तक संयुक्त राज्य अमेरिका की राजदूत भी रह चुकी हैं. इससे पहले वे 2006 से 2009 तक ढाका में अमेरिकी दूतावास के लिए विशेष मिशन हेतु डिप्टी चीफ भी रह चुकी हैं. इसके अतिरिक्त वे फ्रैंकफर्ट, जर्मनी में 2003 से 2006 तक डिप्टी प्रिंसिपल ऑफिसर भी रह चुकी हैं.

वर्ष 1988 तक विदेश सेवा में आने से पहले तक पासी ने कैमरून, घाना, भारत एवं रोमानिया में विभिन्न राजनयिक पदों पर कार्य किया.

पासी ने वर्ष 1984 में ड्यूक यूनिवर्सिटी से आर्ट्स में स्नातक डिग्री हासिल की एवं न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी से 1986 में स्नातकोतर डिग्री प्राप्त की.

दीपा करमाकर ओलंपिक्स के लिए क्वालीफाई करने वाली पहली भारतीय महिला जिमनास्ट बनीं

20-APR-2016

भारतीय आर्टिस्टिक जिमनास्ट दीपा करमाकर 17 अप्रैल 2016 को ओलंपिक्स के लिए क्वालीफाई करने वाली पहली भारतीय जिमनास्ट बनीं.

करमाकर ने रियो ओलंपिक्स के लिए आयोजित क्वालीफाइंग एवं टेस्ट प्रतियोगिता में बेहतरीन प्रदर्शन करके यह कोटा हासिल किया. उन्होंने 52.698 अंक अर्जित करके अगस्त 2016 में होने वाले ओलंपिक के लिए स्थान सुनिश्चित किया.
करमाकर का विश्व महिला जिमनास्ट में 79वां स्थान है.

दीपाकरमाकर
•    दीपा का जन्म 9 अगस्त 1993 में अगरतला में हुआ. उन्होंने 2014 में ग्लासगो में आयोजित कॉमनवेल्थ खेलों में कांस्य पदक जीता. यह किसी भी भारतीय महिला जिमनास्ट द्वारा अर्जित पहला पदक था.
•    वे विश्व की पांच सबसे अधिक अंक अर्जित करने वाली महिला खिलाड़ियों में शामिल हैं. उन्होंने डिफिकलटी में 7.000, एग्जीक्यूशन में 8.100 एवं पेनल्टी में 0.1 अंक अर्जित किये हैं.
•    उन्होंने एशियन जिम्नास्टिक चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता तथा 2015 के विश्व आर्टिस्टिक जिम्नास्टिक चैंपियनशिप में पांचवां स्थान हासिल किया. यह दोनों स्थान भारत के लिए पहली बार अर्जित किये गये.