2-3 March 2015 Hindi

हाशिमअमलाएकदिवसीयअंतरराष्ट्रीयक्रिकेटमेंसबसेतेज 20 शतकबनानेवालेक्रिकेटरबने

03-MAR-2015

दक्षिण अफ्रीका के क्रिकेटर हाशिम अमला 3 मार्च 2015 को एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे तेज 20 शतक बनाने वाले खिलाड़ी बने. अमला ने कैनबरा के मनुका ओवल में आयरलैंड के खिलाफ विश्व कप के पूल बी मैच के दौरान यह उपलब्धि हासिल की.

हाशिम अमला ने करियर की 108वीं पारी में 20वां एक दिवसीय शतक पूरा किया. अमला ने 128 गेंदो में 159 रन की पारी खेली जिसमें नौ चौके और दो छक्के शामिल थे. अमला ने भारत के बल्लेबाज विराट कोहली का रिकार्ड तोड़ा जिन्होंने करियर की 133वीं पारी में यह उपलब्धि हासिल की थी.

फोर्ब्सपत्रिकानेवर्ष 2015 केविश्वकेसबसेधनीव्यक्तियोंकीसूचीजारीकी

03-MAR-2015

फोर्ब्स पत्रिका ने 3 मार्च 2015 को वर्ष 2015 के विश्व के सबसे धनी व्यक्तियों की सूची जारी की. माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक बिल गेट्स 79.2 बिलियन अमेरिकी डॉलर की कुल संपत्ति के साथ फोर्ब्स पत्रिका के विश्व के सबसे धनी व्यक्तियों की सूची में पहले स्थान पर हैं. गेट्स 16 बार इस सूची में पहले स्थान पर रह चुके हैं.

विशेषताएँ

  • विश्व के सबसे धनी व्यक्तियों की सूची में संयुक्त राज्य अमेरिका के 536 अमीर व्यक्ति, चीन के 213 अमीर व्यक्ति, जर्मनी के 103 अमीर व्यक्ति और भारत के 90 अमीर व्यक्ति शामिल हैं.
  • मैक्सिको के उद्योगपति कार्लोस स्लिम हेलू 77.1 बिलियन अमेरिकी डॉलर संपत्ति के साथ दूसरे और बर्कशायर हैथवे इंक के अध्यक्ष वॉरेन बफेट 72.7 बिलियन अमेरिकी डॉलर संपत्ति के साथ तीसरे स्थान पर हैं.
  • अमानशियो ओर्टेगा 64.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर संपत्ति के साथ चौथे और ऑरेकल कार्प की अध्यक्ष लैरी एलीसन 54.3 बिलियन अमेरिकी डॉलर संपत्ति के साथ पांचवें स्थान पर हैं.
  • फेसबुक के संस्थापक मार्क ज़ुकेरबर्ग 16वें स्थान पर है और वे पहली बार शीर्ष 20 में शामिल हैं. बास्केटबॉल खिलाड़ी माइकल जॉर्डन पहली बार वार्षिक सूची में शामिल हुए.
  • स्नैपचेट के सह-संस्थापक इवान स्पीगेल और बॉबी मर्फी प्रत्येक 1.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर संपत्ति के साथ सबसे कम उम्र के अरबपति हैं.
  • फोर्ब्स की वार्षिक सूची में 90 भारतीय शामिल हैं, जिसमें रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के मुकेश अंबानी 39वें, दिलीप सांघवी 44वें और अजीम प्रेमजी 48वें स्थान पर हैं.
  • फोर्ब्स की वार्षिक सूची में महिलाओं की संख्या में वर्ष 2014 की तुलना में 15 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. वर्ष 2014 की वार्षिक सूची में महिलाओं की संख्या 172 थी जो वर्ष 2015 में बढ़कर 197 हो गई.
  • वॉलमार्ट स्टोर्स की मालिक क्रिस्टी वॉल्टन 41 बिलियन अमेरिकी डॉलर के साथ सूची में 8वें स्थान पर हैं.
  • अफगानिस्तानकीपंजशीरघाटीमेंहिमस्खलन
  • 03-MAR-2015
  • उत्तरी अफगानिस्तान की पंजशीर घाटी में 1 मार्च 2015 को भूस्खलन हुआ.हिमस्खलन के कारण दूर दराज के गाँवों का संपर्क मुख्य क्षेत्र से कट गया है.
  • वर्तमान में अफगानिस्तान की वायु सेना क्षेत्र में बचाव अभियान चला रही है और सबसे बुरी तरह से प्रभावित सात गांवों में खाद्य सामग्री पहुंचा रही है.
    इससे पहले इस क्षेत्र में फरवरी के दूसरे सप्ताह में हुए हिमस्खलन बाड़ के कारण लगभग 286 लोगों की मौत हो गई थी.
    इस तबाही को पिछले तीस वर्षों में इस क्षेत्र की सबसे बड़ी प्राक्रतिक आपदा माना जा रहा है.
    अफगानिस्तान सरकार ने हिमस्खलन और बाड़ में हुई जान माल की क्षति पर तीन दिन का शोक घोषित किया है.
  • एमसीमैरीकॉमनेरियोओलंपिकखेल 2016 केबादमुक्केबाजीसेसन्यासलेनेकीघोषणाकी

03-MAR-2015

ओलंपिक पदक विजेता मुक्केबाज एमसी मैरीकॉम ने 2 मार्च 2015 को रियो ओलंपिक खेल 2016 के बाद मुक्केबाजी से सन्यास लेने की घोषणा की. मैरीकॉम ने यह फैसला इसलिए किया क्योंकि उन्हें लगता है कि इसके बाद उनका शरीर मुक्केबाजी करने में सक्षम नहीं होगा.

लंदन ओलंपिक 2012 में कांस्य पदक जीतने वाली 32 वर्षीय मैरीकॉम ने कहा कि सन्यास के बाद वह मणिपुर के इम्फाल में बनाई जा रही अपनी मुक्केबाजी अकादमी पर ध्यान देंगी.

एमसीमैरीकॉमकेबारेमें

  • एमसी मैरीकॉम मैरीकॉम मणिपुर के उत्तर-पूर्वी राज्य के आदिवासी समुदाय कोम से संबंधित भारतीय मुक्केबाज है.
  • एमसी मैरीकॉम पांच बार की विश्व चैंपियन और ओलंपिक कांस्य पदक विजेता है.
  • वह एकमात्र भारतीय महिला मुक्केबाज है जिन्होंने वर्ष 2012 के ग्रीष्मकालीन ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया और फ्लाईवेट (51 किग्रा) वर्ग में प्रतिस्पर्धा की और कांस्य पदक जीता.
  • एमसी मैरीकॉम वर्ष 2014 के इंचियोन एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला मुक्केबाज थी.
  • मैग्निफिशेंट मैरी कॉम' नाम से मशहूर मैरीकॉम का जन्म 1 मार्च 1883 को मणिपुर के चुराचांदपुर जिले में हुआ था.

पुरस्कार
•    वर्ष 2013 में पद्म भूषण पुरस्कार प्राप्त किया.
•    वर्ष 2010 में मुक्केबाजी के लिए पद्मश्री पुरस्कार प्राप्त किया.
•    वर्ष 2003 में मुक्केबाजी के लिए अर्जुन पुरस्कार सम्मानित किया गया.
•    वर्ष 2009 में राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया.

चजन्यकेपूर्वसंपादकबलदेवशर्मानेशनलबुकट्रस्टकेअध्यक्षनियुक्त

03-MAR-2015

केंद्र सरकार ने पांचजन्य के पूर्व संपादक बलदेव शर्मा को नेशनल बुक ट्रस्ट (एनबीटी) का अध्यक्ष 2 मार्च 2015 को नियुक्त किया. इन्होंने ए सेतुमाधवन का स्थान लिया. मलयालम भाषा के लेखक ए सेतुमाधवन (73) ने 2 मार्च 2015 को नेशनल बुक ट्रस्ट (एनबीटी) के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया. संप्रग सरकार ने ए सेतुमाधवन को नेशनल बुक ट्रस्ट (एनबीटी) का अध्यक्ष 6 सितंबर 2012 को नियुक्त किया था. 
ओडिशा के बरहमपुर विश्वविद्यालय के प्रोफेसर नारायण राव और गोरखपुर स्थित प्राचीन इतिहास, पुरातत्व एवं सांस्कृतिक विश्वविद्यालय के ईश्वर शरण विश्वकर्मा को भारतीय इतिहास शोध परिषद (आईसीएचआर) की नवगठित टीम में शामिल किया गया.
बलदेव शर्मा आरएसएस के मुखपत्र पांचजन्य के संपादक रहे. 
सेतुमाधवन
ए सेतुमाधवन ने 17 उपन्यास और लघु कहानियों के 20 संग्रह लिखे हैं. उनकी कई रचनाओं का अंग्रेजी और अन्य भाषाओं में अनुवाद हुआ है. उनका नवीतनम लघु कथा संग्रह का नाम ‘ए गेस्ट फॉर अरूंधति एंड अदर स्टोरीज’ है.
ए सेतुमाधवन को ‘केंद्रीय साहित्य अकादमी पुरस्कार’, ‘केरल साहित्य अकादमी पुरस्कार’ और ‘वयलार पुरस्कार’ से सम्मानित किया जा चुका है.
विदित हो कि राजग सरकार ने लीला सैमसन के इस्तीफे के बाद फिल्म निर्माता पहलाज निहलानी को जनवरी 2015 में केन्द्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सेंसर बोर्ड) का अध्यक्ष नियुक्त किया.  
नेशनलबुकट्रस्ट
नेशनल बुक ट्रस्ट की स्थापना 1957 में तत्कालीन शिक्षा मंत्रालय के अंतर्गत तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने की थी. एनबीटी की स्थापना का उद्देश्य सभी बड़ी भारतीय भाषाओं में किफायती दामों में साहित्य का प्रकाशन कर समाज में अध्ययन की संस्कृति को बढ़ावा देना है.

किंगफैजलअंतरराष्ट्रीयपुरस्कार 2015 सेडॉजाकिरनाइककोसम्मानितकियागया

03-MAR-2015

वर्ष 2015 के लिए किंग फैजल अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार (केएफआइपी, The King Faisal International Prize for 2015) गैर अरबी भारतीय इस्लामिक स्कॉलर डॉ. जाकिर नाइक सहित पांच लोगों को प्रदान किया गया. 
भारतीय इस्लामी विद्वान और तुलनात्मक धर्म विशेषज्ञ डॉ. जाकिर नाइक को सउदी अरब के शाह सलमान ने इस्लाम धर्म के प्रति उनकी सेवा के लिए इस पुरस्कार से 1 मार्च 2015 को सम्मानित किया.  यह सउदी अरब के सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कारों में से एक है.

वर्ष 2015 के लिए अरबी भाषा एवं साहित्य श्रेणी में कोई पुरस्कार नहीं दिया गया.
वर्ष 2015 के विजेताओं के नामों की घोषणा मक्का के गवर्नर प्रिंस खालिद अल-फैजल और केएफआइपी के महासचिव अब्दुल्ला अल-ओतैमीन ने रियाद में 5 फरवरी 2015 को की थी.
डॉजाकिरनाइक
डॉ. जाकिर नाइक को इस्लाम की सेवा के लिए दिया गया. 49 वर्षीय डॉ. जाकिर इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन ऑफ इंडिया के संस्थापक हैं. डॉ. नाइक तुलनात्मक धर्म के प्राधिकारी एवं इस्लाम के अंतरराष्ट्रीय उपदेशक हैं.
किंगफैजलअंतरराष्ट्रीयपुरस्कार (केएफआइपीकीश्रेणियांएवंउनकेविजेता
• इस्लामकीसेवाकेक्षेत्रमेंडॉ. जाकिर नाइक 
• इस्लामिकअध्ययनकेक्षेत्रमेंडॉ. अब्दुल अजीज बिन अब्दुल रहमान काकी 
• अरबिकभाषाएवंसाहित्यकेक्षेत्रमें : किसी को नहीं 
• चिकित्साकेक्षेत्रमें: प्रोफेसर जेफ़री इवान गार्डन (Professor Jeffrey Ivan Gordon) 
• विज्ञानकेक्षेत्रमेंप्रोफेसर ओमर म्वानेस याघी (Professor Omar Mwannes Yaghi) एवं प्रोफेसर माइकल ग्रेटजेल (Professor Michael Grätzel) 
किंगफैजलअंतरराष्ट्रीयपुरस्कार (केएफआइपी)
इस पुरस्कार के तहत विजेता को हस्तलिखित अरबी प्रमाणपत्र, दो सौ ग्राम का स्वर्ण पदक, नकद 7.5 लाख सऊदी रियाल (करीब 1.23 करोड़ रुपए) प्रदान किया जाता है.
इसकी शुरुआत वर्ष 1979 में की गई थी. प्रारम्भ में किंग फैजल अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार केवल तीन श्रेणियों- इस्लाम की सेवा, इस्लामिक अध्ययन, अरबिक भाषा एवं साहित्य में दिया जाता था. परन्तु इस पुरस्कार के तहत वर्ष 1981 में चिकित्सा को और वर्ष 1984 में विज्ञान के क्षेत्र को शामिल कर लिया गया.
यह पुरस्कार प्रतिवर्ष दिया जाता है.

नागरिकतासंशोधनविधेयक 2015 लोकसभामेंपारित

03-MAR-2015

नागरिकता संशोधन विधेयक 2015 लोकसभा में 2 मार्च 2015 को पारित हुआ. विदेशों में रहने वाले भारतीय मूल के लोगों को भारतीय नागरिकता जैसी सुविधाएं देने के उद्देश्य से 'नागरिकता संशोधन विधेयक 2015' लाया गया. इस विधेयक द्वारा नागरिक अधिकार कानून 1955 में संशोधन होगा, जिसमें प्रवासी नागरिकों हेतु उपबंध है.

नागरिकतासंशोधनविधेयक 2015 सेसंबंधितमुख्यतथ्य
•    नागरिकता संशोधन विधेयक 2015 के तहत ‘ओवरसीज सिटीजन ऑफ इंडिया’ (ओसीआई) और ‘पर्सन ऑफ इंडियन ओरिजिन’ (ओसीआई) का आपस में विलय कर दिया गया.
•    नागरिकता संशोधन विधेयक 2015 का मुख्य उद्देश्य यह है कि दुनिया भर में भारतीय संस्कृति एवं मूल्यों के लिए समर्पित भारतवंशी समुदाय के लोगों को मातृभूमि से जोडा जा सके. 
•    नए ओसीआई कार्ड धारकों को पूर्ण नगारिकों के अधिकार नहीं होंगे. उन्हें भारत में खेती की जमीन खरीदने,राजनीतिक एवं आधिकारिक पद ग्रहण करने की छूट नहीं होगी. 
•    पाकिस्तान एवं बांग्लादेश से अल्पसंख्यक शरणार्थियों के मामले में एक टास्क फोर्स बनाई गई है. उसकी रिपोर्ट के आधार पर ही उनसे संबंधित निर्णय लिया जाएगा. 
•    यद्पि भारत में दोहरी नागरिकता का प्रावधान नहीं है, लेकिन नागरिकता संशोधन विधेयक 2015 के पारित होने के बाद भारतीय मूल के विदेशी नागरिकों को लगभग भारतीय नागरिकता जैसी ही सुविधाएं मिलेंगी. यानी वे राजनीतिक भागीदारी में शामिल नहीं हो पाएंगे, लेकिन भारत में उन्हें रहने,कारोबार करने और अन्य कई मामलों में सभी सुविधाएं भारतीय नागरिकों की तरह ही मिलेंगी. उन्हें अब थानों में जाकर रजिस्ट्रेशन कराने की जरूरत नहीं होगी. इसके तहत उन्हें वीजा लेने में आसानी होगी.

नामीबियाकेराष्ट्रपतिहिफिकेपुन्येपोहाम्बा 2014 केमो.इब्राहिमपुरस्कारसेसम्मानित

03-MAR-2015

नामीबिया के निवर्तमान राष्ट्रपति हिफिकेपुन्ये पोहाम्बा को 2 मार्च 2015  को वर्ष 2014 के मो. इब्राहीम पुरस्कार से सम्मानित किया गया उन्हें यह पुरस्कार वर्ष 2014 में अफ्रीकी देश में  उत्कृष्ट नेतृत्व के लिए दिया गया. यह पुरस्कार 2007 में स्थापित किया गया था.
पोहाम्बा ने स्वतंत्रता से लेकर अब तक देश की सेवा की.वह अफ्रीकी महाद्वीप में लोगों के बीच एक प्रेरणास्रोत हैं और उन्हें उनके शासनकाल के दौरान लोगों में लोकतंत्र के प्रति विश्वास जगाने के लिए जाना जाता है.
पोहाम्बा के दस वर्षों के कार्यकाल में नामीबिया में मानवाधिकार,लोकतंत्र और मीडिया की स्वतंत्रता पर सकारात्मक  प्रभाव पड़ा है.
हिफिकेपुन्ये पोहाम्बा का जन्म 1935 में नामीबिया में हुआ है उन्होंने नामीबिया की आजादी के लिए लड़ाइयाँ भी लड़ी.वह दो बार 2004 और 2009 में नामीबिया के राष्ट्रपति के रूप में नियुक्त हुए.

मोइब्राहिमपुरस्कारकेबारेमें 
इस पुरस्कार का नाम एक ब्रिटिश-सूडानी मोबाइल संचार उद्यमी और परोपकारी मो इब्राहिम के नाम पर पड़ा जिन्होंने अफ्रीका में बहुत अधिक निवेश किया.
मो इब्राहिम ने यह पुरस्कार 2007 में शुरू किया था ताकि अफ्रीकी नेताओं को शांति से सत्ता छोड़ने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके.
प्रथम पुरस्कार मोजाम्बिक के पूर्व अध्यक्ष जोआकिम चिस्सानो को दिया गया.
यह पुरस्कार प्रत्येक वर्ष उस निर्वाचित नेता को दिया जाता है जिसने अपने कार्यकाल के दौरान सुशासन के बाद कार्यकाल छोड़ दिया हो.
यह दुनिया का सबसे मूल्यवान व्यक्तिगत पुरस्कार है जिसकी मौद्रिक राशि 5 लाख यूएस डॉलर है,इस पुरस्कार के अंतर्गत प्रत्येक वर्ष 200000 यूएस डॉलर का अनुदान दिया जाता है.

अक्षयऊर्जाकेक्षेत्रमेंसर्वश्रेष्ठप्रदर्शनहेतुछत्तीसगढ़राष्ट्रीयपुरस्कारसेसम्मानित

03-MAR-2015

अक्षय ऊर्जा (सौर ऊर्जा) के क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले राज्य के रूप में छत्तीसगढ़ को फरवरी 2015 के तीसरे सप्ताह में राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया. यह पुरस्कार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित एक समारोह में छत्तीसगढ़ सरकार के ऊर्जा विभाग के प्रमुख सचिव अमन कुमार सिंह को दिया.

छत्तीसगढ़ को यह पुरस्कार वैश्विक अक्षय ऊर्जा के विकास के लिए आयोजित रि-इंवेस्ट कार्यक्रम में दिया गया. उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ सरकार को यह राष्ट्रीय पुरस्कार 13 वें वित्त आयोग के निर्धारित मानकों के अनुसार दिया गया. कार्यक्रम में केन्द्रीय ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल और केन्द्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री निर्मला सीतारमण सहित अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में काम कर रहे देश-विदेश के अनेक विशेषज्ञ और उद्यमी उपस्थित थे.

विदित हो कि छत्तीसगढ़ में ऊर्जा के वैकल्पिक स्रोतों को बढ़ावा देने की योजनाओं के तहत प्रदेश में रूफ-टॉप ऑफ ग्रिड सोलर एनर्जी के 45 मेगावाट के संयंत्र लगाए गए हैं, जिन्हें देश में सर्वश्रेष्ठ माना गया है. इसके साथ ही छत्तीसगढ़ के लगभग 600 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों, 100 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों, 350 पुलिस थाना भवनों और लगभग 1800 आदिवासी छात्रावासों तथा प्रदेश के सभी 27 जिलों के कलेक्टरेट में वैकल्पिक बिजली की सुविधा के रूप में सौर ऊर्जा संयंत्र लगाए गए हैं. प्रदेश के दूरदराज इलाकों में स्थित लगभग 1700 गांवों को भी सौर ऊर्जा से विद्युतीकृत किया गया है. ऐसे गांवों में पेयजल के लिए 3000 और सिंचाई के लिए 1500 सौर ऊर्जा आधारित पम्प लगाए गए हैं. जिसका क्रम जारी है.

चीनकीप्रौद्योगिकीकंपनीहुआवेईनेपहलीएंड्रॉयडवियरस्मार्टवॉचहुआवेईवॉचलांचकी

03-MAR-2015

चीन की प्रौद्योगिकी कंपनी हुआवेई ने 2 मार्च 2015 को पहली एंड्रॉयड वियर स्मार्टवॉच हुआवेई वॉच लांच की.

गूगल के एंड्रॉयड वियर ऑपरेटिंग सिस्टम पर आधारित हुआवेई वॉच क्लासिक, बिजनेस और स्पोर्टी संस्करण में लांच की गई. हुआवेई वॉच में 1.4 इंच का एएमओएलईडी (AMOLED), स्क्रैच और वाटरप्रूफ डिस्प्ले है, जिसे एंड्रॉयड 4.3 या इससे ऊपर के स्मार्टफोन के साथ जोड़ा जा सकता है. इस डिवाइस में विभिन्न स्वास्थ्य ट्रैकिंग फंक्शन हैं और इसमें एडवांस्ड हर्ट रेट मॉनीटर सेंसर और माइक्रोफोन भी लगा है.

हुआवेई ने टॉकबैंड बी2 (TalkBand B2) और टॉकबैंड एन1 (TalkBand N1) सहित अन्य वियरेबल डिवाइस लांच की. अनुसंधान फर्म गार्टनर के अनुसार, फिटनेस शिपमेंट हेतु वैश्विक वियरेबल इलेक्ट्रॉनिक उपकरण वर्ष 2013 में 73.01 मिलियन इकाइयों से वर्ष 2016 में 91.3 मिलियन इकाइयों तक पहुँच सकती है.

ट्रेनटिकटोंकेलिएगो-इंडियास्मार्टकार्डस्कीमप्रारंभ

03-MAR-2015

भारतीय रेलवे ने ट्रेन टिकटों के लिए गो-इंडिया स्मार्ट कार्ड स्कीम प्रारंभ की. रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा ने इसकी जानकारी 2 मार्च 2015 को लोकसभा में दी. यह स्कीम अभी रेलवे के दो खंडों (नई दिल्ली-मुंबई और नई दिल्ली- हावड़ा) में पायलट आधार पर शुरू की गई.

गो-इंडिया स्मार्ट कार्ड से यात्री आरक्षित और अनारक्षित टिकटों के लिए भुगतान कर सकते हैं. इन दोनों खंडों में नामित अनारक्षित टिकट प्रणाली/यूटीएस/यात्री आरक्षण प्रणाली (पीआरएस) काउंटरों पर स्वचालित टिकट वैंडिंग मशीनों से टिकटें जारी करने के लिए स्मार्ट कार्ड का इस्तेमाल किया जा सकता है.

गो-इंडियास्मार्टकार्डकीमुख्यविशेषताएं
• आरंभ में न्यूनतम 70 रु. का भुगतान करके कार्ड जारी कराया जा सकता है, जिसमें यात्री को 20 रु. के गुणज वाले 5000 रु. तक के लिए रीचार्ज करवाया जा सकता है. 
• गो-इंडिया स्मार्ट कार्ड की अधिकतम सीमा 10,000 रु. है.
• गो-इंडिया स्मार्ट कार्ड आजीवन वैध होगा. पिछले लेन-देन की तारीख से छ: माह तक इस्तेमाल न किए जाने पर स्मार्ट कार्ड अस्थायी रूप से निष्प्रभावी हो जाएगा जिसे सक्रियात्मक शुल्क के रूप में 50 रु. का भुगतान करने पर पुन: सक्रिय किया जा सकता है.

विदित हो कि यह योजना यात्रियों की सुविधा के लिए बुकिंग काउंटरों पर लेन-देन के समय में कमी करने के उद्देश्य से शुरू की गई, क्योंकि इससे नकद रहित लेन-देन आसान होगा.

रक्षाअधिग्रहणपरिषदनेभारतीयवायुसेनाकेलिए 38 पेलट्सप्रशिक्षकविमानोंकीखरीदकोमंजूरीदी

03-MAR-2015

रक्षा अधिग्रहण परिषद(डीएसी) ने 28 फ़रवरी 2015 को स्विट्ज़रलैंड से 1500 करोड़ रुपए के 38 पेलट्स प्रशिक्षक विमानों को खरीदने के समझौते को मंजूरी दी है. 
यह प्रशिक्षक विमान भारतीय वायु सेना(आईएएफ) के लड़ाकू विमानों के पायलटों को प्रशिक्षित करेंगे.
इसके अलावा रक्षा अधिग्रहण परिषद ने गोवा शिपयार्ड लिमटेड को 12 माइन काउंटर मेज़र जलयान (एमसीएमवी) के निर्माण के लिए नेतृत्व एजेंसी के रूप में नियुक्त किया है.


यह  निर्णय केंद्रीय रक्षा मंत्री मनोहर पारिकर की अध्यक्षता में रक्षा अधिग्रहण परिषद(डीएसी) की बैठक में लिया गया.
एमसीएमवी परियोजना का उद्देश्य भारतीय नौसेना के लिए विशेष जलयान बनाकर भारत के मेक इन इंडिया पहल में योगदान देना है.
इस योजना के तहत वेसल बनाने के लिए गोवा शिपयार्ड लिमटेड(जीएसएल) ने 32000 करोड़ रुपए का एक समझौता विदेशी विक्रेताओं से किया है. 
जिसके तहत विदेशी विक्रेता जीएसएल को वेसल निर्माण की प्रौद्योगिकी का हस्तांतरण करेंगे.
इसके साथ ही रक्षा अधिग्रहण परिषद(डीएसी) ने भारतीय वायु सेना(आईएएफ) के लिए एक सी-130 जे परिवहन विमान को खरीदने के लिए 530 करोड़ रुपए के समझौते को मंजूरी दी है.
यह विमान 2014 में ग्वालियर के पास दुर्घटनाग्रस्त हुए सी -130 जे विमान का स्थान लेगा.
अन्य समझौतों  के तहत भारतीय वायु सेना के लिए 21 लो वेट रडार और थल सेना के लिए रॉकेट्स की खरीद को मंजूरी दी गई है.
रक्षा अधिग्रहण परिषद(डीएसी) भारतीय सेना, भारतीय नौसेना और भारतीय वायु सेना द्वारा विदेशों से खरीदी जाने वाले सैन्य उपकरणों पर अंतिम अनुमति देने वाला शीर्ष निकाय है.

सिंगापुरकेसुप्रीमकोर्टबेंचकेन्यायिकआयुक्तनियुक्तकिएगएकन्ननरमेश

27 फरवरी 2015 को भारतीय मूल के वकील कन्न रमेश सिंगापुर के सुप्रीम कोर्ट बेंच के न्यायिक आयुक्त नियुक्त किए गए. वे 22 मई 2015 को अपना पदभार संभालेंगे. उनका कार्यकाल दो वर्षों का होगा. 
इस नियुक्ति के साथ ही सिंगापुर के सुप्रीम कोर्ट में अब कुल 10 न्यायिक आयुक्त, 13 जज और 5 वरिष्ठ जज हो गए हैं. 
इस नियुक्त से पहले कन्नन रमेश टैन कोक क्वान पार्टनरशिप के प्रबंधन भागीदार (मैनेजिंग पार्टनर) थे. बतौर वकील रमेश, दिवालिया एवं पुनर्गठन, विवाद निपटारे और अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता से संबंधित कानूनी मामलों में विशेषज्ञ हैं. 
साल 2012 में उनकी नियुक्ति वरिष्ठ वकील (सीनियर काउंसेल) के तौर पर की गई थी. यह पद कानून के पेशे में सर्वश्रेष्ठ और सबसे कुशल वकीलों के लिए बनाए गए पद के तौर पर मान्य है. रमेश ने नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ सिंगापुर से 1990 में स्नातक किया था. 
न्यायिक आयुक्त का पद निजी प्रैक्टिस करने वाले सीनियर काउन्सिल को पीठ मे शामिल करने और सुप्रीम कोर्ट के बकाया मामलों का निपटारा करने के लिए 1986 में बनाया गया था. न्यायिक आयुक्तों की नियुक्ति विशेष अवधि के लिए की जाती है और उनके पास सुप्रीम कोर्ट के जज के समकक्ष अधिकार होते हैं.

रोजरफेडररनेदुबईड्यूटीफ्रीचैंपियनशिपकाखिताबजीता

स्विट्जरलैंड के टेनिस खिलाड़ी रोजर फेडरर ने 28 फरवरी 2015 को दुबई ड्यूटी फ्री चैंपियनशिप का पुरुष एकल खिताब जीता. फेडरर ने फाइनल में नोवाक जोकोविच को 6-3, 7-5 से हराकर सातवीं बार यह खिताब जीता.

रोजर फेडरर का यह लगातार सातवां खिताब है. फेडरर ने दुबई के अलावा विंबलडन और हाले (जर्मनी) टूर्नामेंट भी सात बार जीते हैं.

यह फेडरर का 126वां एटीपी फाइनल था और कैरियर का 84वां खिताब था. फेडरर ने एक मैच में 9000 एस सर्विस लगाए. फेडरर के अलावा वर्ष 1991 के बाद से 9000 एस सर्विस लगाने वाले सिर्फ तीन खिलाडी हैं. अन्य तीन टेनिस खिलाड़ीयों में गोरान इवानिसेविच (10183), इवो कार्लोविच (9375) व एंडी रोडिक (9074) शामिल हैं.

केन्द्र सरकार ने केवल कुमार शर्मा (केके शर्मा) को दिल्ली का मुख्य सचिव नियुक्त किया. गृह मंत्रालय, भारत सरकार ने उनके नियुक्ति संबंधी मंजूरी 2 मार्च 2015 को प्रदान की. दिल्ली के मुख्य सचिव नियुक्त होने से पहले वह गोवा के मुख्य सचिव थे.

केके शर्मा वर्ष 1983 बैच के केंद्र शासित संवर्ग के भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के अधिकारी हैं.
केके शर्मा को गोवा का मुख्य सचिव 1 जनवरी 2015 को नियुक्त किया गया था. इससे पहले दिल्ली में वह वर्ष 2009 से 2011 तक प्रधान सचिव (पीडब्ल्यूडी) के रूप में नियुक्त थे.