20-21 March 2015 Hindi

मार्टिन गुप्टिल आईसीसी क्रिकेट विश्व कप में दोहरा शतक बनाने वाले दूसरे क्रिकेटर बने

21-MAR-2015

न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम के बल्लेबाज मार्टिन गुप्टिल ने 21 मार्च 2015 को आईसीसी क्रिकेट विश्व कप के इतिहास का सर्वोच्च स्कोर नाबाद 237 रन बनाए.

गुप्टिल ने वेलिंगटन के वेस्टपैक स्टेडियम में आईसीसी विश्व कप-2015 के चौथे क्वार्टर फाइनल मैच में  वेस्ट इंडीज के खिलाफ मैच में यह उपलब्धि हासिल की.
मार्टिन गुप्टिल ने 163 गेंदों में 24 चौके व 11 छक्कों की मदद से नाबाद 237 रन बनाए. उन्होंने केवल 152 गेंदों में अपना दोहरा शतक पूरा किया. गुप्टिल विश्व कप इतिहास में व्यक्तिगत तौर पर सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी बन गए.

मार्टिन गुप्टिल के दोहरे शतक की सहायता से न्यूजीलैंड ने वेस्टपैक स्टेडियम में आईसीसी विश्व कप-2015 के चौथे क्वार्टर फाइनल मैच में वेस्टइंडीज के सामने 394 रनों का लक्ष्य रखा. इसके जवाब में वेस्टइंडीज की टीम 30.3 ओवर में 250 रन पर ऑल आउट हो गई.

मार्टिन गुप्टिल क्रिकेट विश्व कप के इतिहास में वेस्ट इंडीज के क्रिस गेल के बाद दोहरा शतक बनाने वाले दूसरे क्रिकेटर बन गए. क्रिस गेल ने 24 फ़रवरी 2015 को जिम्बाब्वे के खिलाफ 147 गेंदों 215 रन बनाए थे.

गुप्टिल न्यूजीलैंड की तरफ से अंतरराष्ट्रीय एकदिवसीय क्रिकेट में पहला दोहरा शतक बनाने वाले पहले खिलाड़ी बन गए.
मार्टिन गुप्टिल एकदिवसीय मैच में दोहरा शतक लगाने वाले विश्व के पांचवें बल्लेबाज बन गए और यह अंतरराष्ट्रीय एकदिवसीय इतिहास का छठा दोहरा शतक है. अन्य चार बल्लेबाजों में तीन भारतीय सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग और रोहित शर्मा (दो दोहरे शतक) और क्रिस गेल शामिल हैं. पहला एकदिवसीय दोहरा शतक सचिन तेंदुलकर ने ग्वालियर में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ बनाया था.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विश्व भारती विश्वविद्यालय के कुलाधिपति नियुक्त

21-MAR-2015

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 20 मार्च 2015 को अगले तीन वर्ष के लिए विश्व भारती विश्वविद्यालय (प. बंगाल) का कुलाधिपति नियुक्त किया गया. इस पद पर उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की जगह ली. मनमोहन सिंह ने कुछ दिन पहले इस पद से इस्तीफा दे दिया था.


विश्वविद्यालय ने अपनी एक अधिसूचना में कहा कि बतौर विश्व भारती विजिटर (परिदर्शक) राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कुलाधिपति नियुक्त किया. विश्वविद्यालय की कार्यकारी परिषद ने जुलाई 2014 में मोदी की इस पद पर नियुक्ति के लिए प्रस्ताव पारित किया था. इसके बाद यह प्रस्ताव मानव संसाधन विकास मंत्रालय को भेजा गया, वहां से इसे स्वीकृत कर लिया गया.
विदित हो कि विश्व भारती विश्वविद्यालय केंद्रीय और राष्ट्रीय महत्व का संस्थान घोषित है. यह ऐसा एकमात्र विश्वविद्यालय है, जिसका कुलाधिपति  प्रधानमंत्री को नियुक्त किया जाता है. भारत के राष्ट्रपति इस विश्वविद्यालय के परिदर्शक (विजिटर) होते हैं.

आंतकवाद विरोधी अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन जयपुर में संपन्न

21-MAR-2015

‘अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद विरोधी सम्मेलन’ जयपुर, राजस्थान में 21 मार्च 2015 को संपन्न हुआ. केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने ‘अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद विरोधी सम्मेलन’ का उद्घाटन 19 मार्च 2015 को किया.  इस तीन दिवसीय सम्मेलन का आयोजन इंडिया फाउंडेशन द्वारा पुलिस सुरक्षा और आपराधिक न्याय के सरदार पटेल विश्वविद्यालय के सहयोग से किया गया.

इस दौरान केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि मध्ययुगीन विचारधारा में विश्वास करने वाले संगठन आईएसआईएस की युवा एवं शिक्षित लोगों में अपील वैश्विक चिंता का विषय है. 
यह सम्मेलन विभिन्न सरकारी एजेंसियों, विद्वानों, सामरिक विचारकों, क्षेत्र के विशेषज्ञों और नीति निर्माताओं, शैक्षणिक और अनुसंधान संस्थानों, जो आतंकवाद विरोधी हैं, के लिए एक वैश्विक मंच है. 
इस सम्मेलन में अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद विरोधी रणनीतियों पर विचार किया गया.
भारत पिछले कई दशकों से सीमापार से आतंकवाद का सामना कर रहा है. आतंकवाद की कोई सीमा नहीं होती और आतंकवाद देशों की संप्रभुता का सम्मान नहीं करता.

मार्टिन गुप्टिल आईसीसी क्रिकेट विश्व कप में दोहरा शतक बनाने वाले दूसरे क्रिकेटर बने

21-MAR-2015

न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम के बल्लेबाज मार्टिन गुप्टिल ने 21 मार्च 2015 को आईसीसी क्रिकेट विश्व कप के इतिहास का सर्वोच्च स्कोर नाबाद 237 रन बनाए.

गुप्टिल ने वेलिंगटन के वेस्टपैक स्टेडियम में आईसीसी विश्व कप-2015 के चौथे क्वार्टर फाइनल मैच में  वेस्ट इंडीज के खिलाफ मैच में यह उपलब्धि हासिल की.
मार्टिन गुप्टिल ने 163 गेंदों में 24 चौके व 11 छक्कों की मदद से नाबाद 237 रन बनाए. उन्होंने केवल 152 गेंदों में अपना दोहरा शतक पूरा किया. गुप्टिल विश्व कप इतिहास में व्यक्तिगत तौर पर सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी बन गए.

मार्टिन गुप्टिल के दोहरे शतक की सहायता से न्यूजीलैंड ने वेस्टपैक स्टेडियम में आईसीसी विश्व कप-2015 के चौथे क्वार्टर फाइनल मैच में वेस्टइंडीज के सामने 394 रनों का लक्ष्य रखा. इसके जवाब में वेस्टइंडीज की टीम 30.3 ओवर में 250 रन पर ऑल आउट हो गई.

मार्टिन गुप्टिल क्रिकेट विश्व कप के इतिहास में वेस्ट इंडीज के क्रिस गेल के बाद दोहरा शतक बनाने वाले दूसरे क्रिकेटर बन गए. क्रिस गेल ने 24 फ़रवरी 2015 को जिम्बाब्वे के खिलाफ 147 गेंदों 215 रन बनाए थे.

गुप्टिल न्यूजीलैंड की तरफ से अंतरराष्ट्रीय एकदिवसीय क्रिकेट में पहला दोहरा शतक बनाने वाले पहले खिलाड़ी बन गए.
मार्टिन गुप्टिल एकदिवसीय मैच में दोहरा शतक लगाने वाले विश्व के पांचवें बल्लेबाज बन गए और यह अंतरराष्ट्रीय एकदिवसीय इतिहास का छठा दोहरा शतक है. अन्य चार बल्लेबाजों में तीन भारतीय सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग और रोहित शर्मा (दो दोहरे शतक) और क्रिस गेल शामिल हैं. पहला एकदिवसीय दोहरा शतक सचिन तेंदुलकर ने ग्वालियर में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ बनाया था.

जिम्बाब्वे के क्रिकेटर ब्रेंडन टेलर का अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास

21-MAR-2015

जिम्बाब्वे के क्रिकेटर ब्रेंडन टेलर ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से 14 मार्च 2015 को संन्यास ले लिया.

ब्रेंडन टेलर का ऑस्ट्रेलिया में आयोजित अंतरराष्ट्रीय एक दिवसीय क्रिकेट विश्व कप 2015 के ग्रुप 'बी' में जिम्बाब्वे की भारत के खिलाफ 6 विकेट से पराजय के साथ ही एक दिवसीय क्रिकेट कॅरियर का अंत हुआ.

टेलर ने अपने कैरियर के अंतिम मैच में भारत के खिलाफ शतक बनाया और विश्व कप में लगातार दो शतक लगाने वाले जिम्बाब्वे के पहले खिलाड़ी बने. उन्होंने 99 गेंदों में 11 चौके और 2 छक्के की साहयता से 138 रन बनाए.

ब्रेंडन टेलर

  • टेलर ने 7 मार्च को आयरलैंड के खिलाफ होबार्ट में 121 रन बनाए थे. इसके बाद उन्होंने भारत के खिलाफ 14 मार्च 2015 को शतक बनाया.
  • टेलर 23 टेस्ट और 26 ट्वेंटी-20 मैचों में जिम्बाब्वे का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं. उन्होंने 2011 विश्व कप के बाद जिम्बाब्वे टीम की कमान भी संभाली थी.
  • टेलर ने कुल 167 एकदिवसीय मैचों में 34.82 की औसत से 8 शतक और 32 अर्धशतक की सहायता से कुल 5258 रन बनाए. इनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 145 रन है. इन्होंने कुल 98 कैच लिए.
  • टेलर ने कुल 23 टेस्ट मैचों में 34.72 की औसत से 4 शतक और 7 अर्धशतक की सहायता से कुल 1493 रन बनाए. इनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 171 रन है.
  • टेलर जिम्बाब्वे की तरफ से एकदिवसीय मैचों में सर्वाधिक शतक लगाने वाले खिलाड़ी हैं.
  • टेलर जिम्बाब्वे की तरफ से एकदिवसीय मैचों में सर्वाधिक रन बनाने वालों की सूची में तीसरे स्थान पर हैं. सूचीं में पहले स्थान पर एंडी फ्लॉवर (6786) और दूसरे स्थान पर ग्रांट फ्लॉवर (6571) हैं.

राष्ट्रपति ने वर्ष 2011 और 2012 के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा पुरस्कार (खान) प्रदान किए

21-MAR-2015

राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने विज्ञान भवन नई दिल्ली में श्रम एवं रोजगार मंत्रालय द्वारा आयोजित एक समारोह में वर्ष 2011 और 2012 के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा पुरस्कार (खान) 20 मार्च 2015 प्रदान किये.
ये पुरस्कार वर्ष 2011 और वर्ष 2012 के दौरान किए गए उल्लेखनीय पेशेगत सुरक्षा उपायों के लिए संबंधित खदान प्रबंधनों को प्रदान किए गए.

राष्ट्रीय सुरक्षा पुरस्कार (खदान) 
खदानों में दुर्घटना टालने के लिए किए जाने वाले उल्लेखनीय उपायों को मान्यता देने एवं उन्हें प्रोत्साहित करने के लिए वर्ष 1982-83 में राष्ट्रीय सुरक्षा पुरस्कारों (खदान) का शुभांरभ किया गया था.
ये पुरस्कार पहली बार वर्ष 1984 में प्रदान किए गए थे. दरअसल उस वर्ष ये पुरस्कार वर्ष 1982 एवं वर्ष 1983 के लिए दिए गए थे. उसके बाद से ये पुरस्कार नियमित रूप से प्रदान किए जा रहे हैं.
पुरस्कार चयन समिति 
राष्ट्रीय सुरक्षा पुरस्कार (खान) का चयन श्रम एवं रोजगार मंत्रालय द्वारा गठित 18 सदस्यीय त्रिपक्षीय पुरस्कार समिति ने की. खान सुरक्षा महानिदेशालय (डीजीएमएस) इस समिति का अध्यक्ष हैं. डीजीएमएस का एक अन्य अधिकारी इस समिति का सदस्य सचिव है. इस समिति में खदान प्रबंधनों के 8 प्रतिनिधि और श्रमिक संगठनों के भी 8 प्रतिनिधि शामिल हैं.
विदित हो कि खदानों में कार्यरत लोगों की पेशेगत सुरक्षा के लिए खान अधिनियम, 1952 में प्रावधान किए गए हैं और इनके तहत नियम-कायदे बनाए गए हैं.

 

अमिताभ बच्चन हेपेटाइटिस बी उन्मूलन अभियान के ब्रांड एम्बेस्डर नियुक्त

21-MAR-2015

अमिताभ बच्चन 13 मार्च 2015 को भारत में केंद्र सरकार के महत्वपूर्ण सार्वजनिक समस्या हेपेटाइटिस बी उन्मूलन अभियान के ब्रांड एंबेसडर नियुक्त किए गए.

अमिताभ बच्चन को भारत में पोलियो उन्मूलन हेतु यूनीसेफ के सफल अभियान का संचालन करने के बाद भारत में हेपेटाइटिस बी उन्मूलन अभियान का ब्रांड एंबेसडर नियुक्त किया.

हेपेटाइटिस बी उन्मूलन अभियान अप्रैल 2015 में शुरू किया जाएगा. यह अभियान केंद्र सरकार के महत्वाकांक्षी बच्चे टीकाकरण कार्यक्रम मिशन इन्द्रधनुष का एक हिस्सा है.

इन्द्रधनुष मिशन का लक्ष्य उन सभी बच्चों को शामिल करना है, जो या तो रोग प्रतिरक्षित नहीं हैं अथवा डिपथीरिया, कुकुरखांसी, टिटनेश, पोलियो, क्षयरोग, चेचक, हेपाटेटीस-बी जैसी प्रतिरक्षण योग्य सात बीमारियों के विरुद्ध आंशिक तौर पर प्रतिरक्षित हैं. सरकार को वर्ष 2020 तक यह लक्ष्य हासिल करना है.

अमिताभ बच्चन वर्ष 2005 से पोलियो उन्मूलन के लिए यूनीसेफ के साथ वैश्विक राजदूत के रूप में जुड़े हुए हैं. अमिताभ को वर्ष 2002 में भारत में पोलियो के मामलों की संख्या बढ़ने के बाद पल्स पोलियो अभियान का ब्रांड एंबेसडर नियुक्त किया गया.

भारत में हेपेटाइटिस बी की स्थिति
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार हेपेटाइटिस बी हर वर्ष विश्व स्तर पर 14 लाख मौतों का जिम्मेदार है. भारत में 40 मिलियन हेपेटाइटिस बी से संक्रमित रोगी है. हर वर्ष लगभग 600000 रोगी भारतीय उपमहाद्वीप में एचबीवी (हेपेटाइटिस बी वायरस) संक्रमण से मृत्यु के शिकार हो जाते हैं.

केंद्र शासित प्रदेशों के पुलिस बल में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण देने का फैसला

21-MAR-2015

 

केंद्र सरकार ने 20 मार्च 2015 को सभी केंद्र शासित प्रदेशों के पुलिस बल में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण देने का फैसला किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में यह फैसला किया गया.

केंद्रीय कैबिनेट के इस फैसले की अधिसूचना जारी होने के बाद सभी नई भर्तियों में महिलाओं के लिए 33 फीसद आरक्षण का प्रावधान लागू हो जाएगा. यह आरक्षण केवल कांस्टेबल और सब इंस्पेक्टर स्तर पर ही लागू होगा. सब इंस्पेक्टर से ऊपर के पदों पर पहले की तरह भर्ती जारी रहेगी. जिन वर्गों को (अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और पिछड़े वर्ग) को पहले से आरक्षण मिला हुआ है, उनके कोटे में उस वर्ग की महिलाओं के लिए 33 फीसदी सीटें आरक्षित होंगी. 
विदित हो कि जस्टिस वर्मा कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में दुष्कर्म की शिकायत की जांच महिला पुलिस कर्मी द्वारा कराने की सिफारिश की थी और गृह मंत्रालय इसके अनुसार सीआरपीसी और आइपीसी में जरूरी संशोधन कर चुका है. लेकिन महिला पुलिस कर्मियों की कमी के कारण इसे पूरी तरह लागू करना संभव नहीं हो पा रहा था. इसी को ध्यान में रखते हुए महिलाओं को 33 फीसद आरक्षण देने का निर्णय लिया गया. पुलिस को महिलाओं के प्रति संवेदनशील बनाने की दिशा में यह अहम कदम साबित हो सकता है. केंद्र सरकार के इस फैसले से राज्य सरकारों पर इसे लागू करने के लिए दबाव बनेगा.

केंद्र शासित प्रदेशों के पुलिस बल में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण देने का फैसला

21-MAR-2015

केंद्र सरकार ने 20 मार्च 2015 को सभी केंद्र शासित प्रदेशों के पुलिस बल में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण देने का फैसला किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में यह फैसला किया गया.

केंद्रीय कैबिनेट के इस फैसले की अधिसूचना जारी होने के बाद सभी नई भर्तियों में महिलाओं के लिए 33 फीसद आरक्षण का प्रावधान लागू हो जाएगा. यह आरक्षण केवल कांस्टेबल और सब इंस्पेक्टर स्तर पर ही लागू होगा. सब इंस्पेक्टर से ऊपर के पदों पर पहले की तरह भर्ती जारी रहेगी. जिन वर्गों को (अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और पिछड़े वर्ग) को पहले से आरक्षण मिला हुआ है, उनके कोटे में उस वर्ग की महिलाओं के लिए 33 फीसदी सीटें आरक्षित होंगी. 
विदित हो कि जस्टिस वर्मा कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में दुष्कर्म की शिकायत की जांच महिला पुलिस कर्मी द्वारा कराने की सिफारिश की थी और गृह मंत्रालय इसके अनुसार सीआरपीसी और आइपीसी में जरूरी संशोधन कर चुका है. लेकिन महिला पुलिस कर्मियों की कमी के कारण इसे पूरी तरह लागू करना संभव नहीं हो पा रहा था. इसी को ध्यान में रखते हुए महिलाओं को 33 फीसद आरक्षण देने का निर्णय लिया गया. पुलिस को महिलाओं के प्रति संवेदनशील बनाने की दिशा में यह अहम कदम साबित हो सकता है. केंद्र सरकार के इस फैसले से राज्य सरकारों पर इसे लागू करने के लिए दबाव बनेगा.

कर्नाटक ने शेष भारत को पराजित कर ईरानी ट्रॉफी क्रिकेट टूर्नामेंट जीता

21-MAR-2015

कर्नाटक ने शेष भारत को 246 रन से हराकर ईरानी ट्रॉफी क्रिकेट टूर्नामेंट 21 मार्च 2015 को जीत लिया. कर्नाटक ने लगातार दूसरी और कुल छठी बार ईरानी कप क्रिकेट टूर्नामेंट जीता.

कनार्टक दूसरी पारी में 422 रन बनाकर आउट हो गया. मनीष पांडे 123 रन बनाकर नाबाद रहे. मनीष ने 164 गेंदों की पारी में 12 चौके और तीन छक्के लगाए. मनीष पांडे मैन आफ द मैच घोषित किए गए.

शेष भारत के सामने 403 रनों का लक्ष्य था लेकिन पूरी टीम 156 रनों पर ऑल आउट हो गई. लेग स्पिनर गोपाल ने कर्नाटक की तरफ से 39 रन देकर चार विकेट लिये. शेष भारत की तरफ से शार्दुल ठाकुर ने 86 रन देकर पांच विकेट लिये.

कर्नाटक ने पहली पारी में 244  बनाए जबकि शेष भारत पहली पारी में 264 रन पर ऑल आउट हो गई. कर्नाटक टीम के कप्तान आर विनय कुमार और शेष भारत के कप्तान मनोज तिवारी रहे.

विदित हो कि वर्ष 2014 की ईरानी ट्रॉफी कर्नाटक ने बेंगलुरू में शेष भारत को एक पारी और 222 रन से हराकर जीती थी. ईरानी ट्रॉफी पहली बार वर्ष 1959-60 में खेली गई, जिसमें मुंबई विजेता रहा और शेष भारत उप विजेता था.

कर्नाटक ने शेष भारत को पराजित कर ईरानी ट्रॉफी क्रिकेट टूर्नामेंट जीता

21-MAR-2015

कर्नाटक ने शेष भारत को 246 रन से हराकर ईरानी ट्रॉफी क्रिकेट टूर्नामेंट 21 मार्च 2015 को जीत लिया. कर्नाटक ने लगातार दूसरी और कुल छठी बार ईरानी कप क्रिकेट टूर्नामेंट जीता.

कनार्टक दूसरी पारी में 422 रन बनाकर आउट हो गया. मनीष पांडे 123 रन बनाकर नाबाद रहे. मनीष ने 164 गेंदों की पारी में 12 चौके और तीन छक्के लगाए. मनीष पांडे मैन आफ द मैच घोषित किए गए.

शेष भारत के सामने 403 रनों का लक्ष्य था लेकिन पूरी टीम 156 रनों पर ऑल आउट हो गई. लेग स्पिनर गोपाल ने कर्नाटक की तरफ से 39 रन देकर चार विकेट लिये. शेष भारत की तरफ से शार्दुल ठाकुर ने 86 रन देकर पांच विकेट लिये.

कर्नाटक ने पहली पारी में 244  बनाए जबकि शेष भारत पहली पारी में 264 रन पर ऑल आउट हो गई. कर्नाटक टीम के कप्तान आर विनय कुमार और शेष भारत के कप्तान मनोज तिवारी रहे.

विदित हो कि वर्ष 2014 की ईरानी ट्रॉफी कर्नाटक ने बेंगलुरू में शेष भारत को एक पारी और 222 रन से हराकर जीती थी. ईरानी ट्रॉफी पहली बार वर्ष 1959-60 में खेली गई, जिसमें मुंबई विजेता रहा और शेष भारत उप विजेता था.

कर्नाटक ने शेष भारत को पराजित कर ईरानी ट्रॉफी क्रिकेट टूर्नामेंट जीता

21-MAR-2015

कर्नाटक ने शेष भारत को 246 रन से हराकर ईरानी ट्रॉफी क्रिकेट टूर्नामेंट 21 मार्च 2015 को जीत लिया. कर्नाटक ने लगातार दूसरी और कुल छठी बार ईरानी कप क्रिकेट टूर्नामेंट जीता.

कनार्टक दूसरी पारी में 422 रन बनाकर आउट हो गया. मनीष पांडे 123 रन बनाकर नाबाद रहे. मनीष ने 164 गेंदों की पारी में 12 चौके और तीन छक्के लगाए. मनीष पांडे मैन आफ द मैच घोषित किए गए.

शेष भारत के सामने 403 रनों का लक्ष्य था लेकिन पूरी टीम 156 रनों पर ऑल आउट हो गई. लेग स्पिनर गोपाल ने कर्नाटक की तरफ से 39 रन देकर चार विकेट लिये. शेष भारत की तरफ से शार्दुल ठाकुर ने 86 रन देकर पांच विकेट लिये.

कर्नाटक ने पहली पारी में 244  बनाए जबकि शेष भारत पहली पारी में 264 रन पर ऑल आउट हो गई. कर्नाटक टीम के कप्तान आर विनय कुमार और शेष भारत के कप्तान मनोज तिवारी रहे.

विदित हो कि वर्ष 2014 की ईरानी ट्रॉफी कर्नाटक ने बेंगलुरू में शेष भारत को एक पारी और 222 रन से हराकर जीती थी. ईरानी ट्रॉफी पहली बार वर्ष 1959-60 में खेली गई, जिसमें मुंबई विजेता रहा और शेष भारत उप विजेता था.

कर्नाटक ने शेष भारत को पराजित कर ईरानी ट्रॉफी क्रिकेट टूर्नामेंट जीता

21-MAR-2015

कर्नाटक ने शेष भारत को 246 रन से हराकर ईरानी ट्रॉफी क्रिकेट टूर्नामेंट 21 मार्च 2015 को जीत लिया. कर्नाटक ने लगातार दूसरी और कुल छठी बार ईरानी कप क्रिकेट टूर्नामेंट जीता.

कनार्टक दूसरी पारी में 422 रन बनाकर आउट हो गया. मनीष पांडे 123 रन बनाकर नाबाद रहे. मनीष ने 164 गेंदों की पारी में 12 चौके और तीन छक्के लगाए. मनीष पांडे मैन आफ द मैच घोषित किए गए.

शेष भारत के सामने 403 रनों का लक्ष्य था लेकिन पूरी टीम 156 रनों पर ऑल आउट हो गई. लेग स्पिनर गोपाल ने कर्नाटक की तरफ से 39 रन देकर चार विकेट लिये. शेष भारत की तरफ से शार्दुल ठाकुर ने 86 रन देकर पांच विकेट लिये.

कर्नाटक ने पहली पारी में 244  बनाए जबकि शेष भारत पहली पारी में 264 रन पर ऑल आउट हो गई. कर्नाटक टीम के कप्तान आर विनय कुमार और शेष भारत के कप्तान मनोज तिवारी रहे.

विदित हो कि वर्ष 2014 की ईरानी ट्रॉफी कर्नाटक ने बेंगलुरू में शेष भारत को एक पारी और 222 रन से हराकर जीती थी. ईरानी ट्रॉफी पहली बार वर्ष 1959-60 में खेली गई, जिसमें मुंबई विजेता रहा और शेष भारत उप विजेता था.

मीरा कुमार द्वारा लिखित पुस्तक ‘इंडियन पार्लियामेंटेरी डिप्लोमेसी - स्पीकर्स पर्सपेक्टिव’ का विमोचन

21-MAR-2015

इंडियन पार्लियामेंटेरी डिप्लोमेसी - स्पीकर्स पर्सपेक्टिव : मीरा कुमार (पूर्व लोकसभा अध्यक्ष)
सुमित्रा महाजन ने पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार द्वारा लिखित पुस्तक ‘इंडियन पार्लियामेंटेरी डिप्लोमेसी - स्पीकर्स पर्सपेक्टिव’ का 19 मार्च 2015 को विमोचन किया. इस पुस्तक का प्रकाशन लोकसभा सचिवालय ने किया.

इस पुस्तक की पहली प्रति राष्ट्रपति  प्रणब मुखर्जी को राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक कार्यक्रम में लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन द्वारा प्रदान की गई.
इस पुस्तक में पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार की टिप्पणियों एवं अनुभवों को शामिल किया गया है. इसके साथ ही पुस्तक में विदेश नीति को आगे बढ़ाने और अंतरराष्ट्रीय संबंधों को मजबूत बनाने में संसदीय कूटनीति की भूमिका का भी वर्णन है.
यह पुस्तक लोकसभा अध्यक्ष और भारतीय संसदीय शिष्टमंडल के नेताओं के उनकी विदेश यात्राओं के दौरान अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनों में दिए गए भाषणों (चयनित) एवं रिपोर्टों का एक संग्रह है.

तेलंगाना के किन्नरसनी अभयारण्य के लिए पर्यावरण बहाली परियोजना की घोषणा

21-MAR-2015

18 मार्च 2014 को पलवंचा के वन्यजीव प्रबंधन ने तेलंगाना के किन्नरसनी अभयारण्य के लिए पर्यावरण -बहाली परियोजना की घोषणा की. 
60 लाख रुपयों की अनुमानित लागत के साथ परियोजना का कार्यान्वयन कोथागुडम मंडल में किन्नरसनी वन्यजीव अभयारण्य सीमाओँ के तहत 716 हेक्टेयर भूमि पर लागू की जाएगी. 
परियोजना का उद्देश्य मानवीय हस्तक्षेप की वजह से पारिस्थितिकी को हुए नुकसान की भरपाई करना और अभयारण्य में क्षतिग्रस्त पारिस्थितिकी तंत्र को बहाल करना होगा.
किन्नरसनी अभयारण्य के पारिस्थितकी को बहाल करने के क्रम में कुल 26 हिरणों को तीन विभिन्न पार्कों से पारिस्थितिकी-बहाली परियोजना स्थल पर स्थानांतरित कर दिया और सुरक्षा सावधानियों औऱ नियमों के सख्त पालन के साथ इन्हें चरणबद्ध तरीके से जंगल में छोड़ दिया गया. 
इसके अलावा एक योजना किन्नरसनी हिरण पार्क से कुछ और हिरणों को उसके निर्धारित क्षमता से परे पार्क में हिरण की आबादी को ध्यान में रखते हुए चिंटोनिचेलका के परियोजना स्थल पर भेजने  के लिए विचाराधीन है. 
किन्नरसनी अभयारण्य के बारे में
किन्नरसनी वन्यजीव अभयारण्य तेलंगाना के खम्मम जिले में स्थित है. यह अभयारण्य 635.40 वर्ग किलोमीटर ( 157, 010 एकड़) में फैला है. इसमें अभयारण्य के बीच में घने जंगल के द्वीपों वाला सुरम्य किन्नरसनी झील भी है. 
यह अभयारण्य चीतल, चिंकारा, चौसिंघा, सांभर, जंगली सुअर, गौड़, हायना, जैकल, तेंदुआ, स्लोथ बीयर (आलसी भालू), बाघ और ब्लैक बग जैसे जानवरों का घर है. मोर, जंगली मुर्गा, क्वेल, कोयल, तीतर, नुकतस, स्पूनबिल्स और कबूर जैसे पक्षियों की प्रजातियां अभयारण्य के आम पक्षी  हैं.

पाकिस्तान के क्रिकेट खिलाड़ी मिसबाह उल हक और शाहिद अफरीदी का एकदिवसीय क्रिकेट से संन्यास

21-MAR-2015

पाकिस्तान क्रिकेट टीम के कप्तान मिसबाह उल हक और शाहिद अफरीदी ने अंतरराष्ट्रीय एकदिवसीय क्रिकेट से 20 मार्च 2015 को संन्यास ले लिया. इन दोनों खिलाडियों ने इसकी घोषणा अंतरराष्ट्रीय एक दिवसीय क्रिकेट विश्व कप 2015 के प्रारंभ होने के पूर्व ही कर दी थी.

मिसबाह उल हक और शाहिद अफरीदी का ऑस्ट्रेलिया में आयोजित अंतरराष्ट्रीय एक दिवसीय क्रिकेट विश्व कप 2015 के क्वार्टर फाइनल में पाकिस्तान की ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 6 विकेट से पराजय के साथ ही एक दिवसीय क्रिकेट कॅरियर का अंत हुआ.

मिसबाह टेस्ट खेलते रहेंगे, जबकि अफरीदी अब सिर्फ टी20 क्रिकेट खेलेंगे.

मिसबाह उल हक का एक दिवसीय कॅरियर

मिसबाह ने कुल 162 एकदिवसीय मैचों में 43.40 की औसत से 42 अर्धशतक की सहायता से कुल 5122 रन बनाए. इनका सर्वश्रेष्ठ  स्कोर 96 रन है. इन्होंने कुल 66 कैच लिए. उन्होंने वर्ष 2001 में न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया था.

शाहिद अफरीदी का एक दिवसीय कॅरियर
कुल 398 मैच में 23.57 की औसत से 6 शतक और 39 अर्धशतक की सहायता से कुल 8064 रन बनाए. इनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 124 रन है. इन्होंने कुल 395 विकेट लिए.

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महाराष्ट्र सरकार ने गिरगांव चौपाटी का नाम स्वराज भूमि करने की घोषणा की

21-MAR-2015

 

18 मार्च 2015 को महाराष्ट्र सरकार ने गिरगांव चौपाटी का नाम वयोवृद्ध स्वतंत्रता सेनानी बाल गंगाधर तिलक को सम्मानित करने  हेतु स्वराज भूमि करने की घोषणा की है. 
गिरगांव चौपाटी मुबंई, महाराष्ट्र का सबसे पुराना और सबसे लोकप्रिय समुद्र तट है. यह मुंबई में सूर्यास्त देखने का सबसे अच्छे स्थानों में से एक है. 
नाम बदलने की मांग लोकमान्य तिलक गौरव समिति ने की थी. उनकी मांग थी लोकमान्य तिलक के दफन किए जाने वाले चौपाटी के स्थान को चिन्हित किया जाए और उसे स्वराज भूमि कहा जाना चाहिए. उनकी मृत्यु 1 अगस्त 1920 को हुई थी.
इसे चौपाटी क्यों कहा जाता था
गिरगांव तट को चौ-पटी कहा जाता था क्योंकि यहां पानी के चार चैनल मौजूद हैं. साल 1917 की किताब बॉम्बे प्लेस नेम्स एंड स्ट्रीट नेम्स के मुताबिक इसे पश्चिमी ज्वार द्वारा निर्मित बताया गया है.साल 1865 में मालाबार हिल का शिखर सम्मेलन हुआ जिसमें चौपाटी और समुद्र की ओर वाली सड़क को भरने की बात कही गई थी जो मालाबार हिल की तरफ जाती थी. यह नाम ठाणे जिले के माहिम तालुका के गांव सतपति के जैसा है, जिसमें सात धाराओं वाला एक नहर है.

हैदराबाद अतंरराष्ट्रीय हवाईअड्डे ने 2014–15 में 1 करोड़ लोगों का प्रबंध किया

21-MAR-2015

हैदराबाद के राजीव गांधी अंतरराष्ट्री हवाईअड्डे (RGIA) ने वित्त वर्ष 2014–15 में एक करोड़ लोगों का प्रबंध किया. हवाईअड्डे पर एक करोड़वें यात्री रहे चेन्नई हवाईअड्डे से पहुंचे भानु खन्ना. 
इसकी सूचना हवाईअड्डा प्राधिकरण ने 19 मार्च 2015 को जारी प्रेस विज्ञप्ति के जरिए दी. प्रेस विज्ञप्ति में यात्री यातायात और माल ढुलाई की मात्रा में हवाईअड्डे के प्रभावशाली विकास का भी उल्लेख किया गया है. 
वित्त वर्ष 2014–15 में हवाईअड्डे ने पिछले वित्त वर्ष (2013– 14) की तुलना में 20 फीसदी ट्रैफिक  बढ़ोतरी दर्ज की. इसमें 22 फीसदी विकास घरेलू यात्री यातायात और अंतरराष्ट्रीय ट्रैफिक में 15 फीसदी का विकास दर्ज किया. ट्रैफिक विकास भारत के अन्य प्रमुख हवाईअड्डों की तुलना में अधिक था. 
कार्गो के मोर्चे पर वित्त वर्ष 2014–15 के दौरान हवाईअड्डे ने 1 लाख टन भार के आंकड़े को छुआ. हवाईअड्डे पर कार्गो की क्षमता 150000 टन सालान क्षमता की है. भारत में एयर फ्रेट वॉल्यूम कंपाउंडेड एनुअल ग्रोथ रेट (चक्रवृद्दि वार्षिक वृद्धि दर– CAGR) 7 फीसदी की दर से बढ़ी, RGIN ने 2014–15 में 15 फीसदी वृद्धि दर्ज की है. 
RGIN हवाईअड्डे के बारे में 
•हवाईअड्डा 14 मार्च 2008 को शुरु किया गया था और इस पर वाणिज्यिक परिचालन 23 मार्च 2008 को शुरु हुआ. इसकी शुरुआती सालाना क्षमता ( MPPA) 12 मिलियन यात्री की थी. इसमें 40 MPPA से भी अधिक यात्रियों का प्रबंध करने की क्षमता बढ़ाने की सुविधा है. हवाईअड्डे को एयरबस A380 समेत नए बड़े विमानों (न्यू लार्ज एयरक्राफ्ट्स– NLA) को संभालने के लिहाज से डिजाइन किया गया है. 
•हवाईअड्डे का निर्माण GMR समूह द्वारा पब्लिक प्राइवट पार्टनरशिप (पीपीपी) मोड में किया  गया था. यह भारत सरकार ( 13%), तेलंगाना सरकार ( 13%) और मलेशिया एयरपोर्टस होल्डिंग्स बेरहेड (11%) के साथ भागीदारी में GMR समूह (63%) द्वारा प्रोत्साहित करने वाला संयुक्त उपक्रम है. यह देश में निजी कंपनी द्वारा बनाया गया पहला ग्रीनफिल्ड हवाईअड्डा है. 
•15 अंतरराष्ट्रीय और 5 घरेलू एयरलाइन का संचालन 16 अंतरराष्ट्रीय और 25 घरेलू स्थानों को जोड़ने के लिए किया जाता है. 
•साल 2014 के लिए एयरपोर्ट्स काउंसिल इंटरनेशनल (ACI) द्वारा कराए गए एयरपोर्ट सर्विस क्वालिटी (ASQ)सर्वे में यह हवाईअड्डा 5 से 15 मिलियन यात्री श्रेणी में विश्व के तीन शीर्ष हवाईअड्डों में शुमार है. RGIA ने अपने श्रेणी में लगातार छठे वर्ष शीर्ष तीन हवाईअड्डों में अपना स्थान बनाए रखा है  
•RGIA ने 13 मार्च, 2014  को हुए इंडियन एविएशन शो, हैदराबाद के दौरान दो पुरस्कार – सर्वश्रेष्ठ हवाईअड्डा और एक्सीलेंस इन एयरपोर्ट ऑपरेशन एंड मैनेजमेंट एट एविएशन अवार्ड्स 2014, जीते.

शस्त्र विश्वविद्यालय : उष्णकटिबंधीय घास दरभा एक इको-फ्रेंडली भोजन संरक्षक

21-MAR-2015

16 मार्च 2015 को तंजावुर के शस्त्र विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओँ ने उष्णकटिबंधीय घास दरभा को इको– फ्रेंडली भोजन संरक्षक बताया.
घास दरभा पर यह अध्ययन संयुक्त रूप से सेंटर फॉर नैनोटेक्नोलॉजी एंड एडवांस्ड बायोमटेरियल्स (CeNTAB) और शस्त्र विश्वविद्यालय के सेंटर फॉर एडवांस्ड रिसर्च इन इंडियन सिस्टम ऑफ मेडिसिन (CARISM) के  क्रमशः डॉ. पी मीरा और डॉ. पी बृन्दा की देखरेख में किया गया था. 
अध्यय के मुख्य निष्कर्ष 
दरभा घास के खमीर बनाने के गुण की खोज के क्रम में शोधकर्ताओँ ने दरभा घास, लेमन ग्रास, बरमुडा ग्रास और बैंम्बू ग्रास समेत घास के पांच उष्णकटिबंधीय प्रजातियों को गाय के दही में रखा और पाया कि यह आसानी से खमीर में बदल सकता है. 
उन्हें  दरभा घास के सम्बन्ध में जो अन्य तथ्य ज्ञात हुए वे हैं -
दरभा घास के इलेक्ट्रॉनिक माइक्रोस्कोपी ने जबरदस्त नैनो– पैटर्न और वर्गीकृत या माइक्रो संरचना दिखाया जबकि यह बात अन्य घासों में नहीं थी. 
वर्गीकृत सतह सुविधाओं (हिरैरकल सरफेस फीचर्स) में दरभा घास अकेला था जिसने बड़ी भारी संख्या में बैक्टिरिया को आकर्षित करते पाया गया. ये बैक्टिरिया दही के जमने के लिए जिम्मेदार हैं. 
दरभा का इस्तेमाल हानिकारक रसायनिक परिरक्षकों (प्रिजर्वेटिव्स) के स्थान पर प्राकृतिक खाद्य परिरक्षक के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है.

इसके अलावा दरभा घास पर वर्गीकृत नैनो पैटर्न्स स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में अनुप्रयोग खोज सकते हैं जहां जीवाणुहीन स्थितियां जरूरी होती हैं. 
वैदिक काल के दौरान दरभा घास का प्रयोग 
दरभा घास (डेस्मोटाचा बिपिन्नाटा) वैदिक शास्त्रों में पवित्र सामग्री के तौर पर माना जाता है और धार्मिक अनुष्ठानों में इसे शुद्ध करने वाला पदार्थ बताया गया है. 
ग्रहण के दौरान, दरभा घास को खाद्य वस्तुओं में खमीर उठाने के लिए डाला जाता है और ग्रहण के समाप्त होने के बाद उसे हटा लिया जाता था. 
वैदिक काल में दरभा घास का प्रयोग कीटाणुनाशक के तौर पर किया जाता था क्योंकि यह एकमात्र ऐसी घास थी जो ग्रहण के दौरान कीटाणुनाशक के रूप में इस्तेमाल की जा सकता थी. 
ग्रहण के दौरान नीले और पराबैगनी विकिरण जो अपने प्राकृतिक असंक्रमित प्रकृति के लिए जाने जाते हैं, पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध नहीं होते . 
परिणामतः ग्रहण के दौरान खाद्य उत्पादों में अनियंत्रित सूक्ष्म जीवों का विकास हो जाता है.

विदित हो कि हिन्दू संस्कृति में इस दरभा घास को दूर्वा(दूब) के नाम से जाना जाता है.

एन रामचंद्रन एएनओसी के अंतरराष्ट्रीय संबध आयोग के उपाध्यक्ष नियुक्त

21-MAR-2015

भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) के अध्यक्ष एन रामचंद्रन को 17 मार्च 2015 को राष्ट्रीय ओलंपिक समिति संघ (ANOC) के अंतरराष्ट्रीय संबंध आयोग का उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया. 
वे साल 2015 के लिए ANOC अंतरराष्ट्रीय संबंध आयोग के उपाध्यक्ष के तौर पर अपनी सेवाएं देंगे. 
रामचंद्रन के बतौर ANOC सदस्य के नियुक्ति की घोषणा ANOC अध्यक्ष शेख अहमद अल-फहद अल-सबाह ने की. 
अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति द्वारा मान्यता प्राप्त 25 राष्ट्रीय ओलंपिक समितियों वाले 14 सदस्य के आयोग में रामचंद्रन पहले भारतीय होंगे. ANOC की स्थापना 1979 में हुई थी और इसका मुख्यालय स्वीट्जरलैंड के लुसाने में है.

दुनिया भर में विश्व गौरैया दिवस मनाया गया

21-MAR-2015

20 मार्च: विश्व गौरैया दिवस
दुनिया भर में विश्व गौरैया दिवस 20 मार्च 2015 को मनाया गया. यह दिन लोगों में घरेलू गौरैया और अन्य सामान्य पक्षियों और उनकी सुरक्षा जरूरतों के प्रति जागरूकता पैदा करने के लिए मनाया जाता है. वर्ष 2014 के विश्व गौरैया दिवस का विषय- ‘राइज फॉर द स्पैरो’ रहा.


विश्व गौरैया दिवस
पहला विश्व गौरैया दिवस 2010 में मनाया गया था. हर वर्ष यह 20 मार्च को मनाया जाता है. यह नेचर फॉरेवर सोसायटी ऑफ इंडिया के साथ ईको– सिस एक्शन फाउंडेशन (फ्रांस) और कई राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय संगठनों के सहयोग से शुरु किया गया अंतरराष्ट्रीय पहल है. विश्व गौरैया दिवस का उद्देश्य विश्व के अलग– अलग हिस्सों के लोगों के लिए एक मंच प्रदान करना है जहां वे एक साथ आएं और आम जैवविविधता या प्रजातियों के संरक्षण की जरूरत के प्रति जागरूकता फैलाने में अहम भूमिका निभा सकें.
नेचर फॉरएवर सोसायटी 
नेचर फॉरएवर सोसायटी को एक भारतीय संरक्षणवादी मोहम्मद दिलावर द्वारा शुरू किया गया था. उन्होंने यह काम नासिक के अपने घर की गौरैया की मदद करने के लिए शुरू किया. उन्हें टाइम ने उनके इस काम के लिए ‘वर्ष 2008 के पर्यावरण का हीरो’ नाम दिया. 
नेचर फॉरएवर सोसायटी वर्ष 2005 से शहरी आवासों में घरेलू गौरैया और अन्य आम वनस्पति और जीव के संरक्षण के लिए काम कर रहा है.
नेचर फॉरएवर सोसायटी का यह मिशन विशेष कर शहरी क्षेत्रों में भारत के संरक्षण आदोलन में नागरिकों को शामिल करने के लिए कार्य करता है.

मार्टिन गुप्टिल आईसीसी क्रिकेट विश्व कप में दोहरा शतक बनाने वाले दूसरे क्रिकेटर बने

21-MAR-2015

न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम के बल्लेबाज मार्टिन गुप्टिल ने 21 मार्च 2015 को आईसीसी क्रिकेट विश्व कप के इतिहास का सर्वोच्च स्कोर नाबाद 237 रन बनाए.

गुप्टिल ने वेलिंगटन के वेस्टपैक स्टेडियम में आईसीसी विश्व कप-2015 के चौथे क्वार्टर फाइनल मैच में  वेस्ट इंडीज के खिलाफ मैच में यह उपलब्धि हासिल की.
मार्टिन गुप्टिल ने 163 गेंदों में 24 चौके व 11 छक्कों की मदद से नाबाद 237 रन बनाए. उन्होंने केवल 152 गेंदों में अपना दोहरा शतक पूरा किया. गुप्टिल विश्व कप इतिहास में व्यक्तिगत तौर पर सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी बन गए.

मार्टिन गुप्टिल के दोहरे शतक की सहायता से न्यूजीलैंड ने वेस्टपैक स्टेडियम में आईसीसी विश्व कप-2015 के चौथे क्वार्टर फाइनल मैच में वेस्टइंडीज के सामने 394 रनों का लक्ष्य रखा. इसके जवाब में वेस्टइंडीज की टीम 30.3 ओवर में 250 रन पर ऑल आउट हो गई.

मार्टिन गुप्टिल क्रिकेट विश्व कप के इतिहास में वेस्ट इंडीज के क्रिस गेल के बाद दोहरा शतक बनाने वाले दूसरे क्रिकेटर बन गए. क्रिस गेल ने 24 फ़रवरी 2015 को जिम्बाब्वे के खिलाफ 147 गेंदों 215 रन बनाए थे.

गुप्टिल न्यूजीलैंड की तरफ से अंतरराष्ट्रीय एकदिवसीय क्रिकेट में पहला दोहरा शतक बनाने वाले पहले खिलाड़ी बन गए.
मार्टिन गुप्टिल एकदिवसीय मैच में दोहरा शतक लगाने वाले विश्व के पांचवें बल्लेबाज बन गए और यह अंतरराष्ट्रीय एकदिवसीय इतिहास का छठा दोहरा शतक है. अन्य चार बल्लेबाजों में तीन भारतीय सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग और रोहित शर्मा (दो दोहरे शतक) और क्रिस गेल शामिल हैं. पहला एकदिवसीय दोहरा शतक सचिन तेंदुलकर ने ग्वालियर में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ बनाया था.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विश्व भारती विश्वविद्यालय के कुलाधिपति नियुक्त

21-MAR-2015

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 20 मार्च 2015 को अगले तीन वर्ष के लिए विश्व भारती विश्वविद्यालय (प. बंगाल) का कुलाधिपति नियुक्त किया गया. इस पद पर उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की जगह ली. मनमोहन सिंह ने कुछ दिन पहले इस पद से इस्तीफा दे दिया था.


विश्वविद्यालय ने अपनी एक अधिसूचना में कहा कि बतौर विश्व भारती विजिटर (परिदर्शक) राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कुलाधिपति नियुक्त किया. विश्वविद्यालय की कार्यकारी परिषद ने जुलाई 2014 में मोदी की इस पद पर नियुक्ति के लिए प्रस्ताव पारित किया था. इसके बाद यह प्रस्ताव मानव संसाधन विकास मंत्रालय को भेजा गया, वहां से इसे स्वीकृत कर लिया गया.
विदित हो कि विश्व भारती विश्वविद्यालय केंद्रीय और राष्ट्रीय महत्व का संस्थान घोषित है. यह ऐसा एकमात्र विश्वविद्यालय है, जिसका कुलाधिपति  प्रधानमंत्री को नियुक्त किया जाता है. भारत के राष्ट्रपति इस विश्वविद्यालय के परिदर्शक (विजिटर) होते हैं.

आंतकवाद विरोधी अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन जयपुर में संपन्न

21-MAR-2015

‘अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद विरोधी सम्मेलन’ जयपुर, राजस्थान में 21 मार्च 2015 को संपन्न हुआ. केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने ‘अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद विरोधी सम्मेलन’ का उद्घाटन 19 मार्च 2015 को किया.  इस तीन दिवसीय सम्मेलन का आयोजन इंडिया फाउंडेशन द्वारा पुलिस सुरक्षा और आपराधिक न्याय के सरदार पटेल विश्वविद्यालय के सहयोग से किया गया.

इस दौरान केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि मध्ययुगीन विचारधारा में विश्वास करने वाले संगठन आईएसआईएस की युवा एवं शिक्षित लोगों में अपील वैश्विक चिंता का विषय है. 
यह सम्मेलन विभिन्न सरकारी एजेंसियों, विद्वानों, सामरिक विचारकों, क्षेत्र के विशेषज्ञों और नीति निर्माताओं, शैक्षणिक और अनुसंधान संस्थानों, जो आतंकवाद विरोधी हैं, के लिए एक वैश्विक मंच है. 
इस सम्मेलन में अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद विरोधी रणनीतियों पर विचार किया गया.
भारत पिछले कई दशकों से सीमापार से आतंकवाद का सामना कर रहा है. आतंकवाद की कोई सीमा नहीं होती और आतंकवाद देशों की संप्रभुता का सम्मान नहीं करता.

मार्टिन गुप्टिल आईसीसी क्रिकेट विश्व कप में दोहरा शतक बनाने वाले दूसरे क्रिकेटर बने

21-MAR-2015

न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम के बल्लेबाज मार्टिन गुप्टिल ने 21 मार्च 2015 को आईसीसी क्रिकेट विश्व कप के इतिहास का सर्वोच्च स्कोर नाबाद 237 रन बनाए.

गुप्टिल ने वेलिंगटन के वेस्टपैक स्टेडियम में आईसीसी विश्व कप-2015 के चौथे क्वार्टर फाइनल मैच में  वेस्ट इंडीज के खिलाफ मैच में यह उपलब्धि हासिल की.
मार्टिन गुप्टिल ने 163 गेंदों में 24 चौके व 11 छक्कों की मदद से नाबाद 237 रन बनाए. उन्होंने केवल 152 गेंदों में अपना दोहरा शतक पूरा किया. गुप्टिल विश्व कप इतिहास में व्यक्तिगत तौर पर सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी बन गए.

मार्टिन गुप्टिल के दोहरे शतक की सहायता से न्यूजीलैंड ने वेस्टपैक स्टेडियम में आईसीसी विश्व कप-2015 के चौथे क्वार्टर फाइनल मैच में वेस्टइंडीज के सामने 394 रनों का लक्ष्य रखा. इसके जवाब में वेस्टइंडीज की टीम 30.3 ओवर में 250 रन पर ऑल आउट हो गई.

मार्टिन गुप्टिल क्रिकेट विश्व कप के इतिहास में वेस्ट इंडीज के क्रिस गेल के बाद दोहरा शतक बनाने वाले दूसरे क्रिकेटर बन गए. क्रिस गेल ने 24 फ़रवरी 2015 को जिम्बाब्वे के खिलाफ 147 गेंदों 215 रन बनाए थे.

गुप्टिल न्यूजीलैंड की तरफ से अंतरराष्ट्रीय एकदिवसीय क्रिकेट में पहला दोहरा शतक बनाने वाले पहले खिलाड़ी बन गए.
मार्टिन गुप्टिल एकदिवसीय मैच में दोहरा शतक लगाने वाले विश्व के पांचवें बल्लेबाज बन गए और यह अंतरराष्ट्रीय एकदिवसीय इतिहास का छठा दोहरा शतक है. अन्य चार बल्लेबाजों में तीन भारतीय सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग और रोहित शर्मा (दो दोहरे शतक) और क्रिस गेल शामिल हैं. पहला एकदिवसीय दोहरा शतक सचिन तेंदुलकर ने ग्वालियर में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ बनाया था.

जिम्बाब्वे के क्रिकेटर ब्रेंडन टेलर का अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास

21-MAR-2015

जिम्बाब्वे के क्रिकेटर ब्रेंडन टेलर ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से 14 मार्च 2015 को संन्यास ले लिया.

ब्रेंडन टेलर का ऑस्ट्रेलिया में आयोजित अंतरराष्ट्रीय एक दिवसीय क्रिकेट विश्व कप 2015 के ग्रुप 'बी' में जिम्बाब्वे की भारत के खिलाफ 6 विकेट से पराजय के साथ ही एक दिवसीय क्रिकेट कॅरियर का अंत हुआ.

टेलर ने अपने कैरियर के अंतिम मैच में भारत के खिलाफ शतक बनाया और विश्व कप में लगातार दो शतक लगाने वाले जिम्बाब्वे के पहले खिलाड़ी बने. उन्होंने 99 गेंदों में 11 चौके और 2 छक्के की साहयता से 138 रन बनाए.

ब्रेंडन टेलर

  • टेलर ने 7 मार्च को आयरलैंड के खिलाफ होबार्ट में 121 रन बनाए थे. इसके बाद उन्होंने भारत के खिलाफ 14 मार्च 2015 को शतक बनाया.
  • टेलर 23 टेस्ट और 26 ट्वेंटी-20 मैचों में जिम्बाब्वे का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं. उन्होंने 2011 विश्व कप के बाद जिम्बाब्वे टीम की कमान भी संभाली थी.
  • टेलर ने कुल 167 एकदिवसीय मैचों में 34.82 की औसत से 8 शतक और 32 अर्धशतक की सहायता से कुल 5258 रन बनाए. इनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 145 रन है. इन्होंने कुल 98 कैच लिए.
  • टेलर ने कुल 23 टेस्ट मैचों में 34.72 की औसत से 4 शतक और 7 अर्धशतक की सहायता से कुल 1493 रन बनाए. इनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 171 रन है.
  • टेलर जिम्बाब्वे की तरफ से एकदिवसीय मैचों में सर्वाधिक शतक लगाने वाले खिलाड़ी हैं.
  • टेलर जिम्बाब्वे की तरफ से एकदिवसीय मैचों में सर्वाधिक रन बनाने वालों की सूची में तीसरे स्थान पर हैं. सूचीं में पहले स्थान पर एंडी फ्लॉवर (6786) और दूसरे स्थान पर ग्रांट फ्लॉवर (6571) हैं.

राष्ट्रपति ने वर्ष 2011 और 2012 के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा पुरस्कार (खान) प्रदान किए

21-MAR-2015

राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने विज्ञान भवन नई दिल्ली में श्रम एवं रोजगार मंत्रालय द्वारा आयोजित एक समारोह में वर्ष 2011 और 2012 के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा पुरस्कार (खान) 20 मार्च 2015 प्रदान किये.
ये पुरस्कार वर्ष 2011 और वर्ष 2012 के दौरान किए गए उल्लेखनीय पेशेगत सुरक्षा उपायों के लिए संबंधित खदान प्रबंधनों को प्रदान किए गए.

राष्ट्रीय सुरक्षा पुरस्कार (खदान) 
खदानों में दुर्घटना टालने के लिए किए जाने वाले उल्लेखनीय उपायों को मान्यता देने एवं उन्हें प्रोत्साहित करने के लिए वर्ष 1982-83 में राष्ट्रीय सुरक्षा पुरस्कारों (खदान) का शुभांरभ किया गया था.
ये पुरस्कार पहली बार वर्ष 1984 में प्रदान किए गए थे. दरअसल उस वर्ष ये पुरस्कार वर्ष 1982 एवं वर्ष 1983 के लिए दिए गए थे. उसके बाद से ये पुरस्कार नियमित रूप से प्रदान किए जा रहे हैं.
पुरस्कार चयन समिति 
राष्ट्रीय सुरक्षा पुरस्कार (खान) का चयन श्रम एवं रोजगार मंत्रालय द्वारा गठित 18 सदस्यीय त्रिपक्षीय पुरस्कार समिति ने की. खान सुरक्षा महानिदेशालय (डीजीएमएस) इस समिति का अध्यक्ष हैं. डीजीएमएस का एक अन्य अधिकारी इस समिति का सदस्य सचिव है. इस समिति में खदान प्रबंधनों के 8 प्रतिनिधि और श्रमिक संगठनों के भी 8 प्रतिनिधि शामिल हैं.
विदित हो कि खदानों में कार्यरत लोगों की पेशेगत सुरक्षा के लिए खान अधिनियम, 1952 में प्रावधान किए गए हैं और इनके तहत नियम-कायदे बनाए गए हैं.

 

अमिताभ बच्चन हेपेटाइटिस बी उन्मूलन अभियान के ब्रांड एम्बेस्डर नियुक्त

21-MAR-2015

अमिताभ बच्चन 13 मार्च 2015 को भारत में केंद्र सरकार के महत्वपूर्ण सार्वजनिक समस्या हेपेटाइटिस बी उन्मूलन अभियान के ब्रांड एंबेसडर नियुक्त किए गए.

अमिताभ बच्चन को भारत में पोलियो उन्मूलन हेतु यूनीसेफ के सफल अभियान का संचालन करने के बाद भारत में हेपेटाइटिस बी उन्मूलन अभियान का ब्रांड एंबेसडर नियुक्त किया.

हेपेटाइटिस बी उन्मूलन अभियान अप्रैल 2015 में शुरू किया जाएगा. यह अभियान केंद्र सरकार के महत्वाकांक्षी बच्चे टीकाकरण कार्यक्रम मिशन इन्द्रधनुष का एक हिस्सा है.

इन्द्रधनुष मिशन का लक्ष्य उन सभी बच्चों को शामिल करना है, जो या तो रोग प्रतिरक्षित नहीं हैं अथवा डिपथीरिया, कुकुरखांसी, टिटनेश, पोलियो, क्षयरोग, चेचक, हेपाटेटीस-बी जैसी प्रतिरक्षण योग्य सात बीमारियों के विरुद्ध आंशिक तौर पर प्रतिरक्षित हैं. सरकार को वर्ष 2020 तक यह लक्ष्य हासिल करना है.

अमिताभ बच्चन वर्ष 2005 से पोलियो उन्मूलन के लिए यूनीसेफ के साथ वैश्विक राजदूत के रूप में जुड़े हुए हैं. अमिताभ को वर्ष 2002 में भारत में पोलियो के मामलों की संख्या बढ़ने के बाद पल्स पोलियो अभियान का ब्रांड एंबेसडर नियुक्त किया गया.

भारत में हेपेटाइटिस बी की स्थिति
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार हेपेटाइटिस बी हर वर्ष विश्व स्तर पर 14 लाख मौतों का जिम्मेदार है. भारत में 40 मिलियन हेपेटाइटिस बी से संक्रमित रोगी है. हर वर्ष लगभग 600000 रोगी भारतीय उपमहाद्वीप में एचबीवी (हेपेटाइटिस बी वायरस) संक्रमण से मृत्यु के शिकार हो जाते हैं.

केंद्र शासित प्रदेशों के पुलिस बल में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण देने का फैसला

21-MAR-2015

 

केंद्र सरकार ने 20 मार्च 2015 को सभी केंद्र शासित प्रदेशों के पुलिस बल में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण देने का फैसला किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में यह फैसला किया गया.

केंद्रीय कैबिनेट के इस फैसले की अधिसूचना जारी होने के बाद सभी नई भर्तियों में महिलाओं के लिए 33 फीसद आरक्षण का प्रावधान लागू हो जाएगा. यह आरक्षण केवल कांस्टेबल और सब इंस्पेक्टर स्तर पर ही लागू होगा. सब इंस्पेक्टर से ऊपर के पदों पर पहले की तरह भर्ती जारी रहेगी. जिन वर्गों को (अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और पिछड़े वर्ग) को पहले से आरक्षण मिला हुआ है, उनके कोटे में उस वर्ग की महिलाओं के लिए 33 फीसदी सीटें आरक्षित होंगी. 
विदित हो कि जस्टिस वर्मा कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में दुष्कर्म की शिकायत की जांच महिला पुलिस कर्मी द्वारा कराने की सिफारिश की थी और गृह मंत्रालय इसके अनुसार सीआरपीसी और आइपीसी में जरूरी संशोधन कर चुका है. लेकिन महिला पुलिस कर्मियों की कमी के कारण इसे पूरी तरह लागू करना संभव नहीं हो पा रहा था. इसी को ध्यान में रखते हुए महिलाओं को 33 फीसद आरक्षण देने का निर्णय लिया गया. पुलिस को महिलाओं के प्रति संवेदनशील बनाने की दिशा में यह अहम कदम साबित हो सकता है. केंद्र सरकार के इस फैसले से राज्य सरकारों पर इसे लागू करने के लिए दबाव बनेगा.

केंद्र शासित प्रदेशों के पुलिस बल में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण देने का फैसला

21-MAR-2015

केंद्र सरकार ने 20 मार्च 2015 को सभी केंद्र शासित प्रदेशों के पुलिस बल में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण देने का फैसला किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में यह फैसला किया गया.

केंद्रीय कैबिनेट के इस फैसले की अधिसूचना जारी होने के बाद सभी नई भर्तियों में महिलाओं के लिए 33 फीसद आरक्षण का प्रावधान लागू हो जाएगा. यह आरक्षण केवल कांस्टेबल और सब इंस्पेक्टर स्तर पर ही लागू होगा. सब इंस्पेक्टर से ऊपर के पदों पर पहले की तरह भर्ती जारी रहेगी. जिन वर्गों को (अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और पिछड़े वर्ग) को पहले से आरक्षण मिला हुआ है, उनके कोटे में उस वर्ग की महिलाओं के लिए 33 फीसदी सीटें आरक्षित होंगी. 
विदित हो कि जस्टिस वर्मा कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में दुष्कर्म की शिकायत की जांच महिला पुलिस कर्मी द्वारा कराने की सिफारिश की थी और गृह मंत्रालय इसके अनुसार सीआरपीसी और आइपीसी में जरूरी संशोधन कर चुका है. लेकिन महिला पुलिस कर्मियों की कमी के कारण इसे पूरी तरह लागू करना संभव नहीं हो पा रहा था. इसी को ध्यान में रखते हुए महिलाओं को 33 फीसद आरक्षण देने का निर्णय लिया गया. पुलिस को महिलाओं के प्रति संवेदनशील बनाने की दिशा में यह अहम कदम साबित हो सकता है. केंद्र सरकार के इस फैसले से राज्य सरकारों पर इसे लागू करने के लिए दबाव बनेगा.

कर्नाटक ने शेष भारत को पराजित कर ईरानी ट्रॉफी क्रिकेट टूर्नामेंट जीता

21-MAR-2015

कर्नाटक ने शेष भारत को 246 रन से हराकर ईरानी ट्रॉफी क्रिकेट टूर्नामेंट 21 मार्च 2015 को जीत लिया. कर्नाटक ने लगातार दूसरी और कुल छठी बार ईरानी कप क्रिकेट टूर्नामेंट जीता.

कनार्टक दूसरी पारी में 422 रन बनाकर आउट हो गया. मनीष पांडे 123 रन बनाकर नाबाद रहे. मनीष ने 164 गेंदों की पारी में 12 चौके और तीन छक्के लगाए. मनीष पांडे मैन आफ द मैच घोषित किए गए.

शेष भारत के सामने 403 रनों का लक्ष्य था लेकिन पूरी टीम 156 रनों पर ऑल आउट हो गई. लेग स्पिनर गोपाल ने कर्नाटक की तरफ से 39 रन देकर चार विकेट लिये. शेष भारत की तरफ से शार्दुल ठाकुर ने 86 रन देकर पांच विकेट लिये.

कर्नाटक ने पहली पारी में 244  बनाए जबकि शेष भारत पहली पारी में 264 रन पर ऑल आउट हो गई. कर्नाटक टीम के कप्तान आर विनय कुमार और शेष भारत के कप्तान मनोज तिवारी रहे.

विदित हो कि वर्ष 2014 की ईरानी ट्रॉफी कर्नाटक ने बेंगलुरू में शेष भारत को एक पारी और 222 रन से हराकर जीती थी. ईरानी ट्रॉफी पहली बार वर्ष 1959-60 में खेली गई, जिसमें मुंबई विजेता रहा और शेष भारत उप विजेता था.

कर्नाटक ने शेष भारत को पराजित कर ईरानी ट्रॉफी क्रिकेट टूर्नामेंट जीता

21-MAR-2015

कर्नाटक ने शेष भारत को 246 रन से हराकर ईरानी ट्रॉफी क्रिकेट टूर्नामेंट 21 मार्च 2015 को जीत लिया. कर्नाटक ने लगातार दूसरी और कुल छठी बार ईरानी कप क्रिकेट टूर्नामेंट जीता.

कनार्टक दूसरी पारी में 422 रन बनाकर आउट हो गया. मनीष पांडे 123 रन बनाकर नाबाद रहे. मनीष ने 164 गेंदों की पारी में 12 चौके और तीन छक्के लगाए. मनीष पांडे मैन आफ द मैच घोषित किए गए.

शेष भारत के सामने 403 रनों का लक्ष्य था लेकिन पूरी टीम 156 रनों पर ऑल आउट हो गई. लेग स्पिनर गोपाल ने कर्नाटक की तरफ से 39 रन देकर चार विकेट लिये. शेष भारत की तरफ से शार्दुल ठाकुर ने 86 रन देकर पांच विकेट लिये.

कर्नाटक ने पहली पारी में 244  बनाए जबकि शेष भारत पहली पारी में 264 रन पर ऑल आउट हो गई. कर्नाटक टीम के कप्तान आर विनय कुमार और शेष भारत के कप्तान मनोज तिवारी रहे.

विदित हो कि वर्ष 2014 की ईरानी ट्रॉफी कर्नाटक ने बेंगलुरू में शेष भारत को एक पारी और 222 रन से हराकर जीती थी. ईरानी ट्रॉफी पहली बार वर्ष 1959-60 में खेली गई, जिसमें मुंबई विजेता रहा और शेष भारत उप विजेता था.

कर्नाटक ने शेष भारत को पराजित कर ईरानी ट्रॉफी क्रिकेट टूर्नामेंट जीता

21-MAR-2015

कर्नाटक ने शेष भारत को 246 रन से हराकर ईरानी ट्रॉफी क्रिकेट टूर्नामेंट 21 मार्च 2015 को जीत लिया. कर्नाटक ने लगातार दूसरी और कुल छठी बार ईरानी कप क्रिकेट टूर्नामेंट जीता.

कनार्टक दूसरी पारी में 422 रन बनाकर आउट हो गया. मनीष पांडे 123 रन बनाकर नाबाद रहे. मनीष ने 164 गेंदों की पारी में 12 चौके और तीन छक्के लगाए. मनीष पांडे मैन आफ द मैच घोषित किए गए.

शेष भारत के सामने 403 रनों का लक्ष्य था लेकिन पूरी टीम 156 रनों पर ऑल आउट हो गई. लेग स्पिनर गोपाल ने कर्नाटक की तरफ से 39 रन देकर चार विकेट लिये. शेष भारत की तरफ से शार्दुल ठाकुर ने 86 रन देकर पांच विकेट लिये.

कर्नाटक ने पहली पारी में 244  बनाए जबकि शेष भारत पहली पारी में 264 रन पर ऑल आउट हो गई. कर्नाटक टीम के कप्तान आर विनय कुमार और शेष भारत के कप्तान मनोज तिवारी रहे.

विदित हो कि वर्ष 2014 की ईरानी ट्रॉफी कर्नाटक ने बेंगलुरू में शेष भारत को एक पारी और 222 रन से हराकर जीती थी. ईरानी ट्रॉफी पहली बार वर्ष 1959-60 में खेली गई, जिसमें मुंबई विजेता रहा और शेष भारत उप विजेता था.

कर्नाटक ने शेष भारत को पराजित कर ईरानी ट्रॉफी क्रिकेट टूर्नामेंट जीता

21-MAR-2015

कर्नाटक ने शेष भारत को 246 रन से हराकर ईरानी ट्रॉफी क्रिकेट टूर्नामेंट 21 मार्च 2015 को जीत लिया. कर्नाटक ने लगातार दूसरी और कुल छठी बार ईरानी कप क्रिकेट टूर्नामेंट जीता.

कनार्टक दूसरी पारी में 422 रन बनाकर आउट हो गया. मनीष पांडे 123 रन बनाकर नाबाद रहे. मनीष ने 164 गेंदों की पारी में 12 चौके और तीन छक्के लगाए. मनीष पांडे मैन आफ द मैच घोषित किए गए.

शेष भारत के सामने 403 रनों का लक्ष्य था लेकिन पूरी टीम 156 रनों पर ऑल आउट हो गई. लेग स्पिनर गोपाल ने कर्नाटक की तरफ से 39 रन देकर चार विकेट लिये. शेष भारत की तरफ से शार्दुल ठाकुर ने 86 रन देकर पांच विकेट लिये.

कर्नाटक ने पहली पारी में 244  बनाए जबकि शेष भारत पहली पारी में 264 रन पर ऑल आउट हो गई. कर्नाटक टीम के कप्तान आर विनय कुमार और शेष भारत के कप्तान मनोज तिवारी रहे.

विदित हो कि वर्ष 2014 की ईरानी ट्रॉफी कर्नाटक ने बेंगलुरू में शेष भारत को एक पारी और 222 रन से हराकर जीती थी. ईरानी ट्रॉफी पहली बार वर्ष 1959-60 में खेली गई, जिसमें मुंबई विजेता रहा और शेष भारत उप विजेता था.

मीरा कुमार द्वारा लिखित पुस्तक ‘इंडियन पार्लियामेंटेरी डिप्लोमेसी - स्पीकर्स पर्सपेक्टिव’ का विमोचन

21-MAR-2015

इंडियन पार्लियामेंटेरी डिप्लोमेसी - स्पीकर्स पर्सपेक्टिव : मीरा कुमार (पूर्व लोकसभा अध्यक्ष)
सुमित्रा महाजन ने पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार द्वारा लिखित पुस्तक ‘इंडियन पार्लियामेंटेरी डिप्लोमेसी - स्पीकर्स पर्सपेक्टिव’ का 19 मार्च 2015 को विमोचन किया. इस पुस्तक का प्रकाशन लोकसभा सचिवालय ने किया.

इस पुस्तक की पहली प्रति राष्ट्रपति  प्रणब मुखर्जी को राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक कार्यक्रम में लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन द्वारा प्रदान की गई.
इस पुस्तक में पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार की टिप्पणियों एवं अनुभवों को शामिल किया गया है. इसके साथ ही पुस्तक में विदेश नीति को आगे बढ़ाने और अंतरराष्ट्रीय संबंधों को मजबूत बनाने में संसदीय कूटनीति की भूमिका का भी वर्णन है.
यह पुस्तक लोकसभा अध्यक्ष और भारतीय संसदीय शिष्टमंडल के नेताओं के उनकी विदेश यात्राओं के दौरान अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनों में दिए गए भाषणों (चयनित) एवं रिपोर्टों का एक संग्रह है.

तेलंगाना के किन्नरसनी अभयारण्य के लिए पर्यावरण बहाली परियोजना की घोषणा

21-MAR-2015

18 मार्च 2014 को पलवंचा के वन्यजीव प्रबंधन ने तेलंगाना के किन्नरसनी अभयारण्य के लिए पर्यावरण -बहाली परियोजना की घोषणा की. 
60 लाख रुपयों की अनुमानित लागत के साथ परियोजना का कार्यान्वयन कोथागुडम मंडल में किन्नरसनी वन्यजीव अभयारण्य सीमाओँ के तहत 716 हेक्टेयर भूमि पर लागू की जाएगी. 
परियोजना का उद्देश्य मानवीय हस्तक्षेप की वजह से पारिस्थितिकी को हुए नुकसान की भरपाई करना और अभयारण्य में क्षतिग्रस्त पारिस्थितिकी तंत्र को बहाल करना होगा.
किन्नरसनी अभयारण्य के पारिस्थितकी को बहाल करने के क्रम में कुल 26 हिरणों को तीन विभिन्न पार्कों से पारिस्थितिकी-बहाली परियोजना स्थल पर स्थानांतरित कर दिया और सुरक्षा सावधानियों औऱ नियमों के सख्त पालन के साथ इन्हें चरणबद्ध तरीके से जंगल में छोड़ दिया गया. 
इसके अलावा एक योजना किन्नरसनी हिरण पार्क से कुछ और हिरणों को उसके निर्धारित क्षमता से परे पार्क में हिरण की आबादी को ध्यान में रखते हुए चिंटोनिचेलका के परियोजना स्थल पर भेजने  के लिए विचाराधीन है. 
किन्नरसनी अभयारण्य के बारे में
किन्नरसनी वन्यजीव अभयारण्य तेलंगाना के खम्मम जिले में स्थित है. यह अभयारण्य 635.40 वर्ग किलोमीटर ( 157, 010 एकड़) में फैला है. इसमें अभयारण्य के बीच में घने जंगल के द्वीपों वाला सुरम्य किन्नरसनी झील भी है. 
यह अभयारण्य चीतल, चिंकारा, चौसिंघा, सांभर, जंगली सुअर, गौड़, हायना, जैकल, तेंदुआ, स्लोथ बीयर (आलसी भालू), बाघ और ब्लैक बग जैसे जानवरों का घर है. मोर, जंगली मुर्गा, क्वेल, कोयल, तीतर, नुकतस, स्पूनबिल्स और कबूर जैसे पक्षियों की प्रजातियां अभयारण्य के आम पक्षी  हैं.

पाकिस्तान के क्रिकेट खिलाड़ी मिसबाह उल हक और शाहिद अफरीदी का एकदिवसीय क्रिकेट से संन्यास

21-MAR-2015

पाकिस्तान क्रिकेट टीम के कप्तान मिसबाह उल हक और शाहिद अफरीदी ने अंतरराष्ट्रीय एकदिवसीय क्रिकेट से 20 मार्च 2015 को संन्यास ले लिया. इन दोनों खिलाडियों ने इसकी घोषणा अंतरराष्ट्रीय एक दिवसीय क्रिकेट विश्व कप 2015 के प्रारंभ होने के पूर्व ही कर दी थी.

मिसबाह उल हक और शाहिद अफरीदी का ऑस्ट्रेलिया में आयोजित अंतरराष्ट्रीय एक दिवसीय क्रिकेट विश्व कप 2015 के क्वार्टर फाइनल में पाकिस्तान की ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 6 विकेट से पराजय के साथ ही एक दिवसीय क्रिकेट कॅरियर का अंत हुआ.

मिसबाह टेस्ट खेलते रहेंगे, जबकि अफरीदी अब सिर्फ टी20 क्रिकेट खेलेंगे.

मिसबाह उल हक का एक दिवसीय कॅरियर

मिसबाह ने कुल 162 एकदिवसीय मैचों में 43.40 की औसत से 42 अर्धशतक की सहायता से कुल 5122 रन बनाए. इनका सर्वश्रेष्ठ  स्कोर 96 रन है. इन्होंने कुल 66 कैच लिए. उन्होंने वर्ष 2001 में न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया था.

शाहिद अफरीदी का एक दिवसीय कॅरियर
कुल 398 मैच में 23.57 की औसत से 6 शतक और 39 अर्धशतक की सहायता से कुल 8064 रन बनाए. इनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 124 रन है. इन्होंने कुल 395 विकेट लिए.

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महाराष्ट्र सरकार ने गिरगांव चौपाटी का नाम स्वराज भूमि करने की घोषणा की

21-MAR-2015

 

18 मार्च 2015 को महाराष्ट्र सरकार ने गिरगांव चौपाटी का नाम वयोवृद्ध स्वतंत्रता सेनानी बाल गंगाधर तिलक को सम्मानित करने  हेतु स्वराज भूमि करने की घोषणा की है. 
गिरगांव चौपाटी मुबंई, महाराष्ट्र का सबसे पुराना और सबसे लोकप्रिय समुद्र तट है. यह मुंबई में सूर्यास्त देखने का सबसे अच्छे स्थानों में से एक है. 
नाम बदलने की मांग लोकमान्य तिलक गौरव समिति ने की थी. उनकी मांग थी लोकमान्य तिलक के दफन किए जाने वाले चौपाटी के स्थान को चिन्हित किया जाए और उसे स्वराज भूमि कहा जाना चाहिए. उनकी मृत्यु 1 अगस्त 1920 को हुई थी.
इसे चौपाटी क्यों कहा जाता था
गिरगांव तट को चौ-पटी कहा जाता था क्योंकि यहां पानी के चार चैनल मौजूद हैं. साल 1917 की किताब बॉम्बे प्लेस नेम्स एंड स्ट्रीट नेम्स के मुताबिक इसे पश्चिमी ज्वार द्वारा निर्मित बताया गया है.साल 1865 में मालाबार हिल का शिखर सम्मेलन हुआ जिसमें चौपाटी और समुद्र की ओर वाली सड़क को भरने की बात कही गई थी जो मालाबार हिल की तरफ जाती थी. यह नाम ठाणे जिले के माहिम तालुका के गांव सतपति के जैसा है, जिसमें सात धाराओं वाला एक नहर है.

हैदराबाद अतंरराष्ट्रीय हवाईअड्डे ने 2014–15 में 1 करोड़ लोगों का प्रबंध किया

21-MAR-2015

हैदराबाद के राजीव गांधी अंतरराष्ट्री हवाईअड्डे (RGIA) ने वित्त वर्ष 2014–15 में एक करोड़ लोगों का प्रबंध किया. हवाईअड्डे पर एक करोड़वें यात्री रहे चेन्नई हवाईअड्डे से पहुंचे भानु खन्ना. 
इसकी सूचना हवाईअड्डा प्राधिकरण ने 19 मार्च 2015 को जारी प्रेस विज्ञप्ति के जरिए दी. प्रेस विज्ञप्ति में यात्री यातायात और माल ढुलाई की मात्रा में हवाईअड्डे के प्रभावशाली विकास का भी उल्लेख किया गया है. 
वित्त वर्ष 2014–15 में हवाईअड्डे ने पिछले वित्त वर्ष (2013– 14) की तुलना में 20 फीसदी ट्रैफिक  बढ़ोतरी दर्ज की. इसमें 22 फीसदी विकास घरेलू यात्री यातायात और अंतरराष्ट्रीय ट्रैफिक में 15 फीसदी का विकास दर्ज किया. ट्रैफिक विकास भारत के अन्य प्रमुख हवाईअड्डों की तुलना में अधिक था. 
कार्गो के मोर्चे पर वित्त वर्ष 2014–15 के दौरान हवाईअड्डे ने 1 लाख टन भार के आंकड़े को छुआ. हवाईअड्डे पर कार्गो की क्षमता 150000 टन सालान क्षमता की है. भारत में एयर फ्रेट वॉल्यूम कंपाउंडेड एनुअल ग्रोथ रेट (चक्रवृद्दि वार्षिक वृद्धि दर– CAGR) 7 फीसदी की दर से बढ़ी, RGIN ने 2014–15 में 15 फीसदी वृद्धि दर्ज की है. 
RGIN हवाईअड्डे के बारे में 
•हवाईअड्डा 14 मार्च 2008 को शुरु किया गया था और इस पर वाणिज्यिक परिचालन 23 मार्च 2008 को शुरु हुआ. इसकी शुरुआती सालाना क्षमता ( MPPA) 12 मिलियन यात्री की थी. इसमें 40 MPPA से भी अधिक यात्रियों का प्रबंध करने की क्षमता बढ़ाने की सुविधा है. हवाईअड्डे को एयरबस A380 समेत नए बड़े विमानों (न्यू लार्ज एयरक्राफ्ट्स– NLA) को संभालने के लिहाज से डिजाइन किया गया है. 
•हवाईअड्डे का निर्माण GMR समूह द्वारा पब्लिक प्राइवट पार्टनरशिप (पीपीपी) मोड में किया  गया था. यह भारत सरकार ( 13%), तेलंगाना सरकार ( 13%) और मलेशिया एयरपोर्टस होल्डिंग्स बेरहेड (11%) के साथ भागीदारी में GMR समूह (63%) द्वारा प्रोत्साहित करने वाला संयुक्त उपक्रम है. यह देश में निजी कंपनी द्वारा बनाया गया पहला ग्रीनफिल्ड हवाईअड्डा है. 
•15 अंतरराष्ट्रीय और 5 घरेलू एयरलाइन का संचालन 16 अंतरराष्ट्रीय और 25 घरेलू स्थानों को जोड़ने के लिए किया जाता है. 
•साल 2014 के लिए एयरपोर्ट्स काउंसिल इंटरनेशनल (ACI) द्वारा कराए गए एयरपोर्ट सर्विस क्वालिटी (ASQ)सर्वे में यह हवाईअड्डा 5 से 15 मिलियन यात्री श्रेणी में विश्व के तीन शीर्ष हवाईअड्डों में शुमार है. RGIA ने अपने श्रेणी में लगातार छठे वर्ष शीर्ष तीन हवाईअड्डों में अपना स्थान बनाए रखा है  
•RGIA ने 13 मार्च, 2014  को हुए इंडियन एविएशन शो, हैदराबाद के दौरान दो पुरस्कार – सर्वश्रेष्ठ हवाईअड्डा और एक्सीलेंस इन एयरपोर्ट ऑपरेशन एंड मैनेजमेंट एट एविएशन अवार्ड्स 2014, जीते.

शस्त्र विश्वविद्यालय : उष्णकटिबंधीय घास दरभा एक इको-फ्रेंडली भोजन संरक्षक

21-MAR-2015

16 मार्च 2015 को तंजावुर के शस्त्र विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओँ ने उष्णकटिबंधीय घास दरभा को इको– फ्रेंडली भोजन संरक्षक बताया.
घास दरभा पर यह अध्ययन संयुक्त रूप से सेंटर फॉर नैनोटेक्नोलॉजी एंड एडवांस्ड बायोमटेरियल्स (CeNTAB) और शस्त्र विश्वविद्यालय के सेंटर फॉर एडवांस्ड रिसर्च इन इंडियन सिस्टम ऑफ मेडिसिन (CARISM) के  क्रमशः डॉ. पी मीरा और डॉ. पी बृन्दा की देखरेख में किया गया था. 
अध्यय के मुख्य निष्कर्ष 
दरभा घास के खमीर बनाने के गुण की खोज के क्रम में शोधकर्ताओँ ने दरभा घास, लेमन ग्रास, बरमुडा ग्रास और बैंम्बू ग्रास समेत घास के पांच उष्णकटिबंधीय प्रजातियों को गाय के दही में रखा और पाया कि यह आसानी से खमीर में बदल सकता है. 
उन्हें  दरभा घास के सम्बन्ध में जो अन्य तथ्य ज्ञात हुए वे हैं -
दरभा घास के इलेक्ट्रॉनिक माइक्रोस्कोपी ने जबरदस्त नैनो– पैटर्न और वर्गीकृत या माइक्रो संरचना दिखाया जबकि यह बात अन्य घासों में नहीं थी. 
वर्गीकृत सतह सुविधाओं (हिरैरकल सरफेस फीचर्स) में दरभा घास अकेला था जिसने बड़ी भारी संख्या में बैक्टिरिया को आकर्षित करते पाया गया. ये बैक्टिरिया दही के जमने के लिए जिम्मेदार हैं. 
दरभा का इस्तेमाल हानिकारक रसायनिक परिरक्षकों (प्रिजर्वेटिव्स) के स्थान पर प्राकृतिक खाद्य परिरक्षक के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है.

इसके अलावा दरभा घास पर वर्गीकृत नैनो पैटर्न्स स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में अनुप्रयोग खोज सकते हैं जहां जीवाणुहीन स्थितियां जरूरी होती हैं. 
वैदिक काल के दौरान दरभा घास का प्रयोग 
दरभा घास (डेस्मोटाचा बिपिन्नाटा) वैदिक शास्त्रों में पवित्र सामग्री के तौर पर माना जाता है और धार्मिक अनुष्ठानों में इसे शुद्ध करने वाला पदार्थ बताया गया है. 
ग्रहण के दौरान, दरभा घास को खाद्य वस्तुओं में खमीर उठाने के लिए डाला जाता है और ग्रहण के समाप्त होने के बाद उसे हटा लिया जाता था. 
वैदिक काल में दरभा घास का प्रयोग कीटाणुनाशक के तौर पर किया जाता था क्योंकि यह एकमात्र ऐसी घास थी जो ग्रहण के दौरान कीटाणुनाशक के रूप में इस्तेमाल की जा सकता थी. 
ग्रहण के दौरान नीले और पराबैगनी विकिरण जो अपने प्राकृतिक असंक्रमित प्रकृति के लिए जाने जाते हैं, पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध नहीं होते . 
परिणामतः ग्रहण के दौरान खाद्य उत्पादों में अनियंत्रित सूक्ष्म जीवों का विकास हो जाता है.

विदित हो कि हिन्दू संस्कृति में इस दरभा घास को दूर्वा(दूब) के नाम से जाना जाता है.

एन रामचंद्रन एएनओसी के अंतरराष्ट्रीय संबध आयोग के उपाध्यक्ष नियुक्त

21-MAR-2015

भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) के अध्यक्ष एन रामचंद्रन को 17 मार्च 2015 को राष्ट्रीय ओलंपिक समिति संघ (ANOC) के अंतरराष्ट्रीय संबंध आयोग का उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया. 
वे साल 2015 के लिए ANOC अंतरराष्ट्रीय संबंध आयोग के उपाध्यक्ष के तौर पर अपनी सेवाएं देंगे. 
रामचंद्रन के बतौर ANOC सदस्य के नियुक्ति की घोषणा ANOC अध्यक्ष शेख अहमद अल-फहद अल-सबाह ने की. 
अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति द्वारा मान्यता प्राप्त 25 राष्ट्रीय ओलंपिक समितियों वाले 14 सदस्य के आयोग में रामचंद्रन पहले भारतीय होंगे. ANOC की स्थापना 1979 में हुई थी और इसका मुख्यालय स्वीट्जरलैंड के लुसाने में है.

दुनिया भर में विश्व गौरैया दिवस मनाया गया

21-MAR-2015

20 मार्च: विश्व गौरैया दिवस
दुनिया भर में विश्व गौरैया दिवस 20 मार्च 2015 को मनाया गया. यह दिन लोगों में घरेलू गौरैया और अन्य सामान्य पक्षियों और उनकी सुरक्षा जरूरतों के प्रति जागरूकता पैदा करने के लिए मनाया जाता है. वर्ष 2014 के विश्व गौरैया दिवस का विषय- ‘राइज फॉर द स्पैरो’ रहा.


विश्व गौरैया दिवस
पहला विश्व गौरैया दिवस 2010 में मनाया गया था. हर वर्ष यह 20 मार्च को मनाया जाता है. यह नेचर फॉरेवर सोसायटी ऑफ इंडिया के साथ ईको– सिस एक्शन फाउंडेशन (फ्रांस) और कई राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय संगठनों के सहयोग से शुरु किया गया अंतरराष्ट्रीय पहल है. विश्व गौरैया दिवस का उद्देश्य विश्व के अलग– अलग हिस्सों के लोगों के लिए एक मंच प्रदान करना है जहां वे एक साथ आएं और आम जैवविविधता या प्रजातियों के संरक्षण की जरूरत के प्रति जागरूकता फैलाने में अहम भूमिका निभा सकें.
नेचर फॉरएवर सोसायटी 
नेचर फॉरएवर सोसायटी को एक भारतीय संरक्षणवादी मोहम्मद दिलावर द्वारा शुरू किया गया था. उन्होंने यह काम नासिक के अपने घर की गौरैया की मदद करने के लिए शुरू किया. उन्हें टाइम ने उनके इस काम के लिए ‘वर्ष 2008 के पर्यावरण का हीरो’ नाम दिया. 
नेचर फॉरएवर सोसायटी वर्ष 2005 से शहरी आवासों में घरेलू गौरैया और अन्य आम वनस्पति और जीव के संरक्षण के लिए काम कर रहा है.
नेचर फॉरएवर सोसायटी का यह मिशन विशेष कर शहरी क्षेत्रों में भारत के संरक्षण आदोलन में नागरिकों को शामिल करने के लिए कार्य करता है.

मार्टिन गुप्टिल आईसीसी क्रिकेट विश्व कप में दोहरा शतक बनाने वाले दूसरे क्रिकेटर बने

21-MAR-2015

न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम के बल्लेबाज मार्टिन गुप्टिल ने 21 मार्च 2015 को आईसीसी क्रिकेट विश्व कप के इतिहास का सर्वोच्च स्कोर नाबाद 237 रन बनाए.

गुप्टिल ने वेलिंगटन के वेस्टपैक स्टेडियम में आईसीसी विश्व कप-2015 के चौथे क्वार्टर फाइनल मैच में  वेस्ट इंडीज के खिलाफ मैच में यह उपलब्धि हासिल की.
मार्टिन गुप्टिल ने 163 गेंदों में 24 चौके व 11 छक्कों की मदद से नाबाद 237 रन बनाए. उन्होंने केवल 152 गेंदों में अपना दोहरा शतक पूरा किया. गुप्टिल विश्व कप इतिहास में व्यक्तिगत तौर पर सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी बन गए.

मार्टिन गुप्टिल के दोहरे शतक की सहायता से न्यूजीलैंड ने वेस्टपैक स्टेडियम में आईसीसी विश्व कप-2015 के चौथे क्वार्टर फाइनल मैच में वेस्टइंडीज के सामने 394 रनों का लक्ष्य रखा. इसके जवाब में वेस्टइंडीज की टीम 30.3 ओवर में 250 रन पर ऑल आउट हो गई.

मार्टिन गुप्टिल क्रिकेट विश्व कप के इतिहास में वेस्ट इंडीज के क्रिस गेल के बाद दोहरा शतक बनाने वाले दूसरे क्रिकेटर बन गए. क्रिस गेल ने 24 फ़रवरी 2015 को जिम्बाब्वे के खिलाफ 147 गेंदों 215 रन बनाए थे.

गुप्टिल न्यूजीलैंड की तरफ से अंतरराष्ट्रीय एकदिवसीय क्रिकेट में पहला दोहरा शतक बनाने वाले पहले खिलाड़ी बन गए.
मार्टिन गुप्टिल एकदिवसीय मैच में दोहरा शतक लगाने वाले विश्व के पांचवें बल्लेबाज बन गए और यह अंतरराष्ट्रीय एकदिवसीय इतिहास का छठा दोहरा शतक है. अन्य चार बल्लेबाजों में तीन भारतीय सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग और रोहित शर्मा (दो दोहरे शतक) और क्रिस गेल शामिल हैं. पहला एकदिवसीय दोहरा शतक सचिन तेंदुलकर ने ग्वालियर में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ बनाया था.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विश्व भारती विश्वविद्यालय के कुलाधिपति नियुक्त

21-MAR-2015

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 20 मार्च 2015 को अगले तीन वर्ष के लिए विश्व भारती विश्वविद्यालय (प. बंगाल) का कुलाधिपति नियुक्त किया गया. इस पद पर उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की जगह ली. मनमोहन सिंह ने कुछ दिन पहले इस पद से इस्तीफा दे दिया था.


विश्वविद्यालय ने अपनी एक अधिसूचना में कहा कि बतौर विश्व भारती विजिटर (परिदर्शक) राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कुलाधिपति नियुक्त किया. विश्वविद्यालय की कार्यकारी परिषद ने जुलाई 2014 में मोदी की इस पद पर नियुक्ति के लिए प्रस्ताव पारित किया था. इसके बाद यह प्रस्ताव मानव संसाधन विकास मंत्रालय को भेजा गया, वहां से इसे स्वीकृत कर लिया गया.
विदित हो कि विश्व भारती विश्वविद्यालय केंद्रीय और राष्ट्रीय महत्व का संस्थान घोषित है. यह ऐसा एकमात्र विश्वविद्यालय है, जिसका कुलाधिपति  प्रधानमंत्री को नियुक्त किया जाता है. भारत के राष्ट्रपति इस विश्वविद्यालय के परिदर्शक (विजिटर) होते हैं.

आंतकवाद विरोधी अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन जयपुर में संपन्न

21-MAR-2015

‘अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद विरोधी सम्मेलन’ जयपुर, राजस्थान में 21 मार्च 2015 को संपन्न हुआ. केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने ‘अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद विरोधी सम्मेलन’ का उद्घाटन 19 मार्च 2015 को किया.  इस तीन दिवसीय सम्मेलन का आयोजन इंडिया फाउंडेशन द्वारा पुलिस सुरक्षा और आपराधिक न्याय के सरदार पटेल विश्वविद्यालय के सहयोग से किया गया.

इस दौरान केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि मध्ययुगीन विचारधारा में विश्वास करने वाले संगठन आईएसआईएस की युवा एवं शिक्षित लोगों में अपील वैश्विक चिंता का विषय है. 
यह सम्मेलन विभिन्न सरकारी एजेंसियों, विद्वानों, सामरिक विचारकों, क्षेत्र के विशेषज्ञों और नीति निर्माताओं, शैक्षणिक और अनुसंधान संस्थानों, जो आतंकवाद विरोधी हैं, के लिए एक वैश्विक मंच है. 
इस सम्मेलन में अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद विरोधी रणनीतियों पर विचार किया गया.
भारत पिछले कई दशकों से सीमापार से आतंकवाद का सामना कर रहा है. आतंकवाद की कोई सीमा नहीं होती और आतंकवाद देशों की संप्रभुता का सम्मान नहीं करता.

मार्टिन गुप्टिल आईसीसी क्रिकेट विश्व कप में दोहरा शतक बनाने वाले दूसरे क्रिकेटर बने

21-MAR-2015

न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम के बल्लेबाज मार्टिन गुप्टिल ने 21 मार्च 2015 को आईसीसी क्रिकेट विश्व कप के इतिहास का सर्वोच्च स्कोर नाबाद 237 रन बनाए.

गुप्टिल ने वेलिंगटन के वेस्टपैक स्टेडियम में आईसीसी विश्व कप-2015 के चौथे क्वार्टर फाइनल मैच में  वेस्ट इंडीज के खिलाफ मैच में यह उपलब्धि हासिल की.
मार्टिन गुप्टिल ने 163 गेंदों में 24 चौके व 11 छक्कों की मदद से नाबाद 237 रन बनाए. उन्होंने केवल 152 गेंदों में अपना दोहरा शतक पूरा किया. गुप्टिल विश्व कप इतिहास में व्यक्तिगत तौर पर सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी बन गए.

मार्टिन गुप्टिल के दोहरे शतक की सहायता से न्यूजीलैंड ने वेस्टपैक स्टेडियम में आईसीसी विश्व कप-2015 के चौथे क्वार्टर फाइनल मैच में वेस्टइंडीज के सामने 394 रनों का लक्ष्य रखा. इसके जवाब में वेस्टइंडीज की टीम 30.3 ओवर में 250 रन पर ऑल आउट हो गई.

मार्टिन गुप्टिल क्रिकेट विश्व कप के इतिहास में वेस्ट इंडीज के क्रिस गेल के बाद दोहरा शतक बनाने वाले दूसरे क्रिकेटर बन गए. क्रिस गेल ने 24 फ़रवरी 2015 को जिम्बाब्वे के खिलाफ 147 गेंदों 215 रन बनाए थे.

गुप्टिल न्यूजीलैंड की तरफ से अंतरराष्ट्रीय एकदिवसीय क्रिकेट में पहला दोहरा शतक बनाने वाले पहले खिलाड़ी बन गए.
मार्टिन गुप्टिल एकदिवसीय मैच में दोहरा शतक लगाने वाले विश्व के पांचवें बल्लेबाज बन गए और यह अंतरराष्ट्रीय एकदिवसीय इतिहास का छठा दोहरा शतक है. अन्य चार बल्लेबाजों में तीन भारतीय सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग और रोहित शर्मा (दो दोहरे शतक) और क्रिस गेल शामिल हैं. पहला एकदिवसीय दोहरा शतक सचिन तेंदुलकर ने ग्वालियर में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ बनाया था.

जिम्बाब्वे के क्रिकेटर ब्रेंडन टेलर का अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास

21-MAR-2015

जिम्बाब्वे के क्रिकेटर ब्रेंडन टेलर ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से 14 मार्च 2015 को संन्यास ले लिया.

ब्रेंडन टेलर का ऑस्ट्रेलिया में आयोजित अंतरराष्ट्रीय एक दिवसीय क्रिकेट विश्व कप 2015 के ग्रुप 'बी' में जिम्बाब्वे की भारत के खिलाफ 6 विकेट से पराजय के साथ ही एक दिवसीय क्रिकेट कॅरियर का अंत हुआ.

टेलर ने अपने कैरियर के अंतिम मैच में भारत के खिलाफ शतक बनाया और विश्व कप में लगातार दो शतक लगाने वाले जिम्बाब्वे के पहले खिलाड़ी बने. उन्होंने 99 गेंदों में 11 चौके और 2 छक्के की साहयता से 138 रन बनाए.

ब्रेंडन टेलर

  • टेलर ने 7 मार्च को आयरलैंड के खिलाफ होबार्ट में 121 रन बनाए थे. इसके बाद उन्होंने भारत के खिलाफ 14 मार्च 2015 को शतक बनाया.
  • टेलर 23 टेस्ट और 26 ट्वेंटी-20 मैचों में जिम्बाब्वे का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं. उन्होंने 2011 विश्व कप के बाद जिम्बाब्वे टीम की कमान भी संभाली थी.
  • टेलर ने कुल 167 एकदिवसीय मैचों में 34.82 की औसत से 8 शतक और 32 अर्धशतक की सहायता से कुल 5258 रन बनाए. इनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 145 रन है. इन्होंने कुल 98 कैच लिए.
  • टेलर ने कुल 23 टेस्ट मैचों में 34.72 की औसत से 4 शतक और 7 अर्धशतक की सहायता से कुल 1493 रन बनाए. इनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 171 रन है.
  • टेलर जिम्बाब्वे की तरफ से एकदिवसीय मैचों में सर्वाधिक शतक लगाने वाले खिलाड़ी हैं.
  • टेलर जिम्बाब्वे की तरफ से एकदिवसीय मैचों में सर्वाधिक रन बनाने वालों की सूची में तीसरे स्थान पर हैं. सूचीं में पहले स्थान पर एंडी फ्लॉवर (6786) और दूसरे स्थान पर ग्रांट फ्लॉवर (6571) हैं.

राष्ट्रपति ने वर्ष 2011 और 2012 के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा पुरस्कार (खान) प्रदान किए

21-MAR-2015

राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने विज्ञान भवन नई दिल्ली में श्रम एवं रोजगार मंत्रालय द्वारा आयोजित एक समारोह में वर्ष 2011 और 2012 के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा पुरस्कार (खान) 20 मार्च 2015 प्रदान किये.
ये पुरस्कार वर्ष 2011 और वर्ष 2012 के दौरान किए गए उल्लेखनीय पेशेगत सुरक्षा उपायों के लिए संबंधित खदान प्रबंधनों को प्रदान किए गए.

राष्ट्रीय सुरक्षा पुरस्कार (खदान) 
खदानों में दुर्घटना टालने के लिए किए जाने वाले उल्लेखनीय उपायों को मान्यता देने एवं उन्हें प्रोत्साहित करने के लिए वर्ष 1982-83 में राष्ट्रीय सुरक्षा पुरस्कारों (खदान) का शुभांरभ किया गया था.
ये पुरस्कार पहली बार वर्ष 1984 में प्रदान किए गए थे. दरअसल उस वर्ष ये पुरस्कार वर्ष 1982 एवं वर्ष 1983 के लिए दिए गए थे. उसके बाद से ये पुरस्कार नियमित रूप से प्रदान किए जा रहे हैं.
पुरस्कार चयन समिति 
राष्ट्रीय सुरक्षा पुरस्कार (खान) का चयन श्रम एवं रोजगार मंत्रालय द्वारा गठित 18 सदस्यीय त्रिपक्षीय पुरस्कार समिति ने की. खान सुरक्षा महानिदेशालय (डीजीएमएस) इस समिति का अध्यक्ष हैं. डीजीएमएस का एक अन्य अधिकारी इस समिति का सदस्य सचिव है. इस समिति में खदान प्रबंधनों के 8 प्रतिनिधि और श्रमिक संगठनों के भी 8 प्रतिनिधि शामिल हैं.
विदित हो कि खदानों में कार्यरत लोगों की पेशेगत सुरक्षा के लिए खान अधिनियम, 1952 में प्रावधान किए गए हैं और इनके तहत नियम-कायदे बनाए गए हैं.

 

अमिताभ बच्चन हेपेटाइटिस बी उन्मूलन अभियान के ब्रांड एम्बेस्डर नियुक्त

21-MAR-2015

अमिताभ बच्चन 13 मार्च 2015 को भारत में केंद्र सरकार के महत्वपूर्ण सार्वजनिक समस्या हेपेटाइटिस बी उन्मूलन अभियान के ब्रांड एंबेसडर नियुक्त किए गए.

अमिताभ बच्चन को भारत में पोलियो उन्मूलन हेतु यूनीसेफ के सफल अभियान का संचालन करने के बाद भारत में हेपेटाइटिस बी उन्मूलन अभियान का ब्रांड एंबेसडर नियुक्त किया.

हेपेटाइटिस बी उन्मूलन अभियान अप्रैल 2015 में शुरू किया जाएगा. यह अभियान केंद्र सरकार के महत्वाकांक्षी बच्चे टीकाकरण कार्यक्रम मिशन इन्द्रधनुष का एक हिस्सा है.

इन्द्रधनुष मिशन का लक्ष्य उन सभी बच्चों को शामिल करना है, जो या तो रोग प्रतिरक्षित नहीं हैं अथवा डिपथीरिया, कुकुरखांसी, टिटनेश, पोलियो, क्षयरोग, चेचक, हेपाटेटीस-बी जैसी प्रतिरक्षण योग्य सात बीमारियों के विरुद्ध आंशिक तौर पर प्रतिरक्षित हैं. सरकार को वर्ष 2020 तक यह लक्ष्य हासिल करना है.

अमिताभ बच्चन वर्ष 2005 से पोलियो उन्मूलन के लिए यूनीसेफ के साथ वैश्विक राजदूत के रूप में जुड़े हुए हैं. अमिताभ को वर्ष 2002 में भारत में पोलियो के मामलों की संख्या बढ़ने के बाद पल्स पोलियो अभियान का ब्रांड एंबेसडर नियुक्त किया गया.

भारत में हेपेटाइटिस बी की स्थिति
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार हेपेटाइटिस बी हर वर्ष विश्व स्तर पर 14 लाख मौतों का जिम्मेदार है. भारत में 40 मिलियन हेपेटाइटिस बी से संक्रमित रोगी है. हर वर्ष लगभग 600000 रोगी भारतीय उपमहाद्वीप में एचबीवी (हेपेटाइटिस बी वायरस) संक्रमण से मृत्यु के शिकार हो जाते हैं.

केंद्र शासित प्रदेशों के पुलिस बल में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण देने का फैसला

21-MAR-2015

 

केंद्र सरकार ने 20 मार्च 2015 को सभी केंद्र शासित प्रदेशों के पुलिस बल में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण देने का फैसला किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में यह फैसला किया गया.

केंद्रीय कैबिनेट के इस फैसले की अधिसूचना जारी होने के बाद सभी नई भर्तियों में महिलाओं के लिए 33 फीसद आरक्षण का प्रावधान लागू हो जाएगा. यह आरक्षण केवल कांस्टेबल और सब इंस्पेक्टर स्तर पर ही लागू होगा. सब इंस्पेक्टर से ऊपर के पदों पर पहले की तरह भर्ती जारी रहेगी. जिन वर्गों को (अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और पिछड़े वर्ग) को पहले से आरक्षण मिला हुआ है, उनके कोटे में उस वर्ग की महिलाओं के लिए 33 फीसदी सीटें आरक्षित होंगी. 
विदित हो कि जस्टिस वर्मा कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में दुष्कर्म की शिकायत की जांच महिला पुलिस कर्मी द्वारा कराने की सिफारिश की थी और गृह मंत्रालय इसके अनुसार सीआरपीसी और आइपीसी में जरूरी संशोधन कर चुका है. लेकिन महिला पुलिस कर्मियों की कमी के कारण इसे पूरी तरह लागू करना संभव नहीं हो पा रहा था. इसी को ध्यान में रखते हुए महिलाओं को 33 फीसद आरक्षण देने का निर्णय लिया गया. पुलिस को महिलाओं के प्रति संवेदनशील बनाने की दिशा में यह अहम कदम साबित हो सकता है. केंद्र सरकार के इस फैसले से राज्य सरकारों पर इसे लागू करने के लिए दबाव बनेगा.

केंद्र शासित प्रदेशों के पुलिस बल में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण देने का फैसला

21-MAR-2015

केंद्र सरकार ने 20 मार्च 2015 को सभी केंद्र शासित प्रदेशों के पुलिस बल में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण देने का फैसला किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में यह फैसला किया गया.

केंद्रीय कैबिनेट के इस फैसले की अधिसूचना जारी होने के बाद सभी नई भर्तियों में महिलाओं के लिए 33 फीसद आरक्षण का प्रावधान लागू हो जाएगा. यह आरक्षण केवल कांस्टेबल और सब इंस्पेक्टर स्तर पर ही लागू होगा. सब इंस्पेक्टर से ऊपर के पदों पर पहले की तरह भर्ती जारी रहेगी. जिन वर्गों को (अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और पिछड़े वर्ग) को पहले से आरक्षण मिला हुआ है, उनके कोटे में उस वर्ग की महिलाओं के लिए 33 फीसदी सीटें आरक्षित होंगी. 
विदित हो कि जस्टिस वर्मा कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में दुष्कर्म की शिकायत की जांच महिला पुलिस कर्मी द्वारा कराने की सिफारिश की थी और गृह मंत्रालय इसके अनुसार सीआरपीसी और आइपीसी में जरूरी संशोधन कर चुका है. लेकिन महिला पुलिस कर्मियों की कमी के कारण इसे पूरी तरह लागू करना संभव नहीं हो पा रहा था. इसी को ध्यान में रखते हुए महिलाओं को 33 फीसद आरक्षण देने का निर्णय लिया गया. पुलिस को महिलाओं के प्रति संवेदनशील बनाने की दिशा में यह अहम कदम साबित हो सकता है. केंद्र सरकार के इस फैसले से राज्य सरकारों पर इसे लागू करने के लिए दबाव बनेगा.

कर्नाटक ने शेष भारत को पराजित कर ईरानी ट्रॉफी क्रिकेट टूर्नामेंट जीता

21-MAR-2015

कर्नाटक ने शेष भारत को 246 रन से हराकर ईरानी ट्रॉफी क्रिकेट टूर्नामेंट 21 मार्च 2015 को जीत लिया. कर्नाटक ने लगातार दूसरी और कुल छठी बार ईरानी कप क्रिकेट टूर्नामेंट जीता.

कनार्टक दूसरी पारी में 422 रन बनाकर आउट हो गया. मनीष पांडे 123 रन बनाकर नाबाद रहे. मनीष ने 164 गेंदों की पारी में 12 चौके और तीन छक्के लगाए. मनीष पांडे मैन आफ द मैच घोषित किए गए.

शेष भारत के सामने 403 रनों का लक्ष्य था लेकिन पूरी टीम 156 रनों पर ऑल आउट हो गई. लेग स्पिनर गोपाल ने कर्नाटक की तरफ से 39 रन देकर चार विकेट लिये. शेष भारत की तरफ से शार्दुल ठाकुर ने 86 रन देकर पांच विकेट लिये.

कर्नाटक ने पहली पारी में 244  बनाए जबकि शेष भारत पहली पारी में 264 रन पर ऑल आउट हो गई. कर्नाटक टीम के कप्तान आर विनय कुमार और शेष भारत के कप्तान मनोज तिवारी रहे.

विदित हो कि वर्ष 2014 की ईरानी ट्रॉफी कर्नाटक ने बेंगलुरू में शेष भारत को एक पारी और 222 रन से हराकर जीती थी. ईरानी ट्रॉफी पहली बार वर्ष 1959-60 में खेली गई, जिसमें मुंबई विजेता रहा और शेष भारत उप विजेता था.

कर्नाटक ने शेष भारत को पराजित कर ईरानी ट्रॉफी क्रिकेट टूर्नामेंट जीता

21-MAR-2015

कर्नाटक ने शेष भारत को 246 रन से हराकर ईरानी ट्रॉफी क्रिकेट टूर्नामेंट 21 मार्च 2015 को जीत लिया. कर्नाटक ने लगातार दूसरी और कुल छठी बार ईरानी कप क्रिकेट टूर्नामेंट जीता.

कनार्टक दूसरी पारी में 422 रन बनाकर आउट हो गया. मनीष पांडे 123 रन बनाकर नाबाद रहे. मनीष ने 164 गेंदों की पारी में 12 चौके और तीन छक्के लगाए. मनीष पांडे मैन आफ द मैच घोषित किए गए.

शेष भारत के सामने 403 रनों का लक्ष्य था लेकिन पूरी टीम 156 रनों पर ऑल आउट हो गई. लेग स्पिनर गोपाल ने कर्नाटक की तरफ से 39 रन देकर चार विकेट लिये. शेष भारत की तरफ से शार्दुल ठाकुर ने 86 रन देकर पांच विकेट लिये.

कर्नाटक ने पहली पारी में 244  बनाए जबकि शेष भारत पहली पारी में 264 रन पर ऑल आउट हो गई. कर्नाटक टीम के कप्तान आर विनय कुमार और शेष भारत के कप्तान मनोज तिवारी रहे.

विदित हो कि वर्ष 2014 की ईरानी ट्रॉफी कर्नाटक ने बेंगलुरू में शेष भारत को एक पारी और 222 रन से हराकर जीती थी. ईरानी ट्रॉफी पहली बार वर्ष 1959-60 में खेली गई, जिसमें मुंबई विजेता रहा और शेष भारत उप विजेता था.

कर्नाटक ने शेष भारत को पराजित कर ईरानी ट्रॉफी क्रिकेट टूर्नामेंट जीता

21-MAR-2015

कर्नाटक ने शेष भारत को 246 रन से हराकर ईरानी ट्रॉफी क्रिकेट टूर्नामेंट 21 मार्च 2015 को जीत लिया. कर्नाटक ने लगातार दूसरी और कुल छठी बार ईरानी कप क्रिकेट टूर्नामेंट जीता.

कनार्टक दूसरी पारी में 422 रन बनाकर आउट हो गया. मनीष पांडे 123 रन बनाकर नाबाद रहे. मनीष ने 164 गेंदों की पारी में 12 चौके और तीन छक्के लगाए. मनीष पांडे मैन आफ द मैच घोषित किए गए.

शेष भारत के सामने 403 रनों का लक्ष्य था लेकिन पूरी टीम 156 रनों पर ऑल आउट हो गई. लेग स्पिनर गोपाल ने कर्नाटक की तरफ से 39 रन देकर चार विकेट लिये. शेष भारत की तरफ से शार्दुल ठाकुर ने 86 रन देकर पांच विकेट लिये.

कर्नाटक ने पहली पारी में 244  बनाए जबकि शेष भारत पहली पारी में 264 रन पर ऑल आउट हो गई. कर्नाटक टीम के कप्तान आर विनय कुमार और शेष भारत के कप्तान मनोज तिवारी रहे.

विदित हो कि वर्ष 2014 की ईरानी ट्रॉफी कर्नाटक ने बेंगलुरू में शेष भारत को एक पारी और 222 रन से हराकर जीती थी. ईरानी ट्रॉफी पहली बार वर्ष 1959-60 में खेली गई, जिसमें मुंबई विजेता रहा और शेष भारत उप विजेता था.

कर्नाटक ने शेष भारत को पराजित कर ईरानी ट्रॉफी क्रिकेट टूर्नामेंट जीता

21-MAR-2015

कर्नाटक ने शेष भारत को 246 रन से हराकर ईरानी ट्रॉफी क्रिकेट टूर्नामेंट 21 मार्च 2015 को जीत लिया. कर्नाटक ने लगातार दूसरी और कुल छठी बार ईरानी कप क्रिकेट टूर्नामेंट जीता.

कनार्टक दूसरी पारी में 422 रन बनाकर आउट हो गया. मनीष पांडे 123 रन बनाकर नाबाद रहे. मनीष ने 164 गेंदों की पारी में 12 चौके और तीन छक्के लगाए. मनीष पांडे मैन आफ द मैच घोषित किए गए.

शेष भारत के सामने 403 रनों का लक्ष्य था लेकिन पूरी टीम 156 रनों पर ऑल आउट हो गई. लेग स्पिनर गोपाल ने कर्नाटक की तरफ से 39 रन देकर चार विकेट लिये. शेष भारत की तरफ से शार्दुल ठाकुर ने 86 रन देकर पांच विकेट लिये.

कर्नाटक ने पहली पारी में 244  बनाए जबकि शेष भारत पहली पारी में 264 रन पर ऑल आउट हो गई. कर्नाटक टीम के कप्तान आर विनय कुमार और शेष भारत के कप्तान मनोज तिवारी रहे.

विदित हो कि वर्ष 2014 की ईरानी ट्रॉफी कर्नाटक ने बेंगलुरू में शेष भारत को एक पारी और 222 रन से हराकर जीती थी. ईरानी ट्रॉफी पहली बार वर्ष 1959-60 में खेली गई, जिसमें मुंबई विजेता रहा और शेष भारत उप विजेता था.

मीरा कुमार द्वारा लिखित पुस्तक ‘इंडियन पार्लियामेंटेरी डिप्लोमेसी - स्पीकर्स पर्सपेक्टिव’ का विमोचन

21-MAR-2015

इंडियन पार्लियामेंटेरी डिप्लोमेसी - स्पीकर्स पर्सपेक्टिव : मीरा कुमार (पूर्व लोकसभा अध्यक्ष)
सुमित्रा महाजन ने पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार द्वारा लिखित पुस्तक ‘इंडियन पार्लियामेंटेरी डिप्लोमेसी - स्पीकर्स पर्सपेक्टिव’ का 19 मार्च 2015 को विमोचन किया. इस पुस्तक का प्रकाशन लोकसभा सचिवालय ने किया.

इस पुस्तक की पहली प्रति राष्ट्रपति  प्रणब मुखर्जी को राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक कार्यक्रम में लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन द्वारा प्रदान की गई.
इस पुस्तक में पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार की टिप्पणियों एवं अनुभवों को शामिल किया गया है. इसके साथ ही पुस्तक में विदेश नीति को आगे बढ़ाने और अंतरराष्ट्रीय संबंधों को मजबूत बनाने में संसदीय कूटनीति की भूमिका का भी वर्णन है.
यह पुस्तक लोकसभा अध्यक्ष और भारतीय संसदीय शिष्टमंडल के नेताओं के उनकी विदेश यात्राओं के दौरान अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनों में दिए गए भाषणों (चयनित) एवं रिपोर्टों का एक संग्रह है.

तेलंगाना के किन्नरसनी अभयारण्य के लिए पर्यावरण बहाली परियोजना की घोषणा

21-MAR-2015

18 मार्च 2014 को पलवंचा के वन्यजीव प्रबंधन ने तेलंगाना के किन्नरसनी अभयारण्य के लिए पर्यावरण -बहाली परियोजना की घोषणा की. 
60 लाख रुपयों की अनुमानित लागत के साथ परियोजना का कार्यान्वयन कोथागुडम मंडल में किन्नरसनी वन्यजीव अभयारण्य सीमाओँ के तहत 716 हेक्टेयर भूमि पर लागू की जाएगी. 
परियोजना का उद्देश्य मानवीय हस्तक्षेप की वजह से पारिस्थितिकी को हुए नुकसान की भरपाई करना और अभयारण्य में क्षतिग्रस्त पारिस्थितिकी तंत्र को बहाल करना होगा.
किन्नरसनी अभयारण्य के पारिस्थितकी को बहाल करने के क्रम में कुल 26 हिरणों को तीन विभिन्न पार्कों से पारिस्थितिकी-बहाली परियोजना स्थल पर स्थानांतरित कर दिया और सुरक्षा सावधानियों औऱ नियमों के सख्त पालन के साथ इन्हें चरणबद्ध तरीके से जंगल में छोड़ दिया गया. 
इसके अलावा एक योजना किन्नरसनी हिरण पार्क से कुछ और हिरणों को उसके निर्धारित क्षमता से परे पार्क में हिरण की आबादी को ध्यान में रखते हुए चिंटोनिचेलका के परियोजना स्थल पर भेजने  के लिए विचाराधीन है. 
किन्नरसनी अभयारण्य के बारे में
किन्नरसनी वन्यजीव अभयारण्य तेलंगाना के खम्मम जिले में स्थित है. यह अभयारण्य 635.40 वर्ग किलोमीटर ( 157, 010 एकड़) में फैला है. इसमें अभयारण्य के बीच में घने जंगल के द्वीपों वाला सुरम्य किन्नरसनी झील भी है. 
यह अभयारण्य चीतल, चिंकारा, चौसिंघा, सांभर, जंगली सुअर, गौड़, हायना, जैकल, तेंदुआ, स्लोथ बीयर (आलसी भालू), बाघ और ब्लैक बग जैसे जानवरों का घर है. मोर, जंगली मुर्गा, क्वेल, कोयल, तीतर, नुकतस, स्पूनबिल्स और कबूर जैसे पक्षियों की प्रजातियां अभयारण्य के आम पक्षी  हैं.

पाकिस्तान के क्रिकेट खिलाड़ी मिसबाह उल हक और शाहिद अफरीदी का एकदिवसीय क्रिकेट से संन्यास

21-MAR-2015

पाकिस्तान क्रिकेट टीम के कप्तान मिसबाह उल हक और शाहिद अफरीदी ने अंतरराष्ट्रीय एकदिवसीय क्रिकेट से 20 मार्च 2015 को संन्यास ले लिया. इन दोनों खिलाडियों ने इसकी घोषणा अंतरराष्ट्रीय एक दिवसीय क्रिकेट विश्व कप 2015 के प्रारंभ होने के पूर्व ही कर दी थी.

मिसबाह उल हक और शाहिद अफरीदी का ऑस्ट्रेलिया में आयोजित अंतरराष्ट्रीय एक दिवसीय क्रिकेट विश्व कप 2015 के क्वार्टर फाइनल में पाकिस्तान की ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 6 विकेट से पराजय के साथ ही एक दिवसीय क्रिकेट कॅरियर का अंत हुआ.

मिसबाह टेस्ट खेलते रहेंगे, जबकि अफरीदी अब सिर्फ टी20 क्रिकेट खेलेंगे.

मिसबाह उल हक का एक दिवसीय कॅरियर

मिसबाह ने कुल 162 एकदिवसीय मैचों में 43.40 की औसत से 42 अर्धशतक की सहायता से कुल 5122 रन बनाए. इनका सर्वश्रेष्ठ  स्कोर 96 रन है. इन्होंने कुल 66 कैच लिए. उन्होंने वर्ष 2001 में न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया था.

शाहिद अफरीदी का एक दिवसीय कॅरियर
कुल 398 मैच में 23.57 की औसत से 6 शतक और 39 अर्धशतक की सहायता से कुल 8064 रन बनाए. इनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 124 रन है. इन्होंने कुल 395 विकेट लिए.

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महाराष्ट्र सरकार ने गिरगांव चौपाटी का नाम स्वराज भूमि करने की घोषणा की

21-MAR-2015

 

18 मार्च 2015 को महाराष्ट्र सरकार ने गिरगांव चौपाटी का नाम वयोवृद्ध स्वतंत्रता सेनानी बाल गंगाधर तिलक को सम्मानित करने  हेतु स्वराज भूमि करने की घोषणा की है. 
गिरगांव चौपाटी मुबंई, महाराष्ट्र का सबसे पुराना और सबसे लोकप्रिय समुद्र तट है. यह मुंबई में सूर्यास्त देखने का सबसे अच्छे स्थानों में से एक है. 
नाम बदलने की मांग लोकमान्य तिलक गौरव समिति ने की थी. उनकी मांग थी लोकमान्य तिलक के दफन किए जाने वाले चौपाटी के स्थान को चिन्हित किया जाए और उसे स्वराज भूमि कहा जाना चाहिए. उनकी मृत्यु 1 अगस्त 1920 को हुई थी.
इसे चौपाटी क्यों कहा जाता था
गिरगांव तट को चौ-पटी कहा जाता था क्योंकि यहां पानी के चार चैनल मौजूद हैं. साल 1917 की किताब बॉम्बे प्लेस नेम्स एंड स्ट्रीट नेम्स के मुताबिक इसे पश्चिमी ज्वार द्वारा निर्मित बताया गया है.साल 1865 में मालाबार हिल का शिखर सम्मेलन हुआ जिसमें चौपाटी और समुद्र की ओर वाली सड़क को भरने की बात कही गई थी जो मालाबार हिल की तरफ जाती थी. यह नाम ठाणे जिले के माहिम तालुका के गांव सतपति के जैसा है, जिसमें सात धाराओं वाला एक नहर है.

हैदराबाद अतंरराष्ट्रीय हवाईअड्डे ने 2014–15 में 1 करोड़ लोगों का प्रबंध किया

21-MAR-2015

हैदराबाद के राजीव गांधी अंतरराष्ट्री हवाईअड्डे (RGIA) ने वित्त वर्ष 2014–15 में एक करोड़ लोगों का प्रबंध किया. हवाईअड्डे पर एक करोड़वें यात्री रहे चेन्नई हवाईअड्डे से पहुंचे भानु खन्ना. 
इसकी सूचना हवाईअड्डा प्राधिकरण ने 19 मार्च 2015 को जारी प्रेस विज्ञप्ति के जरिए दी. प्रेस विज्ञप्ति में यात्री यातायात और माल ढुलाई की मात्रा में हवाईअड्डे के प्रभावशाली विकास का भी उल्लेख किया गया है. 
वित्त वर्ष 2014–15 में हवाईअड्डे ने पिछले वित्त वर्ष (2013– 14) की तुलना में 20 फीसदी ट्रैफिक  बढ़ोतरी दर्ज की. इसमें 22 फीसदी विकास घरेलू यात्री यातायात और अंतरराष्ट्रीय ट्रैफिक में 15 फीसदी का विकास दर्ज किया. ट्रैफिक विकास भारत के अन्य प्रमुख हवाईअड्डों की तुलना में अधिक था. 
कार्गो के मोर्चे पर वित्त वर्ष 2014–15 के दौरान हवाईअड्डे ने 1 लाख टन भार के आंकड़े को छुआ. हवाईअड्डे पर कार्गो की क्षमता 150000 टन सालान क्षमता की है. भारत में एयर फ्रेट वॉल्यूम कंपाउंडेड एनुअल ग्रोथ रेट (चक्रवृद्दि वार्षिक वृद्धि दर– CAGR) 7 फीसदी की दर से बढ़ी, RGIN ने 2014–15 में 15 फीसदी वृद्धि दर्ज की है. 
RGIN हवाईअड्डे के बारे में 
•हवाईअड्डा 14 मार्च 2008 को शुरु किया गया था और इस पर वाणिज्यिक परिचालन 23 मार्च 2008 को शुरु हुआ. इसकी शुरुआती सालाना क्षमता ( MPPA) 12 मिलियन यात्री की थी. इसमें 40 MPPA से भी अधिक यात्रियों का प्रबंध करने की क्षमता बढ़ाने की सुविधा है. हवाईअड्डे को एयरबस A380 समेत नए बड़े विमानों (न्यू लार्ज एयरक्राफ्ट्स– NLA) को संभालने के लिहाज से डिजाइन किया गया है. 
•हवाईअड्डे का निर्माण GMR समूह द्वारा पब्लिक प्राइवट पार्टनरशिप (पीपीपी) मोड में किया  गया था. यह भारत सरकार ( 13%), तेलंगाना सरकार ( 13%) और मलेशिया एयरपोर्टस होल्डिंग्स बेरहेड (11%) के साथ भागीदारी में GMR समूह (63%) द्वारा प्रोत्साहित करने वाला संयुक्त उपक्रम है. यह देश में निजी कंपनी द्वारा बनाया गया पहला ग्रीनफिल्ड हवाईअड्डा है. 
•15 अंतरराष्ट्रीय और 5 घरेलू एयरलाइन का संचालन 16 अंतरराष्ट्रीय और 25 घरेलू स्थानों को जोड़ने के लिए किया जाता है. 
•साल 2014 के लिए एयरपोर्ट्स काउंसिल इंटरनेशनल (ACI) द्वारा कराए गए एयरपोर्ट सर्विस क्वालिटी (ASQ)सर्वे में यह हवाईअड्डा 5 से 15 मिलियन यात्री श्रेणी में विश्व के तीन शीर्ष हवाईअड्डों में शुमार है. RGIA ने अपने श्रेणी में लगातार छठे वर्ष शीर्ष तीन हवाईअड्डों में अपना स्थान बनाए रखा है  
•RGIA ने 13 मार्च, 2014  को हुए इंडियन एविएशन शो, हैदराबाद के दौरान दो पुरस्कार – सर्वश्रेष्ठ हवाईअड्डा और एक्सीलेंस इन एयरपोर्ट ऑपरेशन एंड मैनेजमेंट एट एविएशन अवार्ड्स 2014, जीते.

शस्त्र विश्वविद्यालय : उष्णकटिबंधीय घास दरभा एक इको-फ्रेंडली भोजन संरक्षक

21-MAR-2015

16 मार्च 2015 को तंजावुर के शस्त्र विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओँ ने उष्णकटिबंधीय घास दरभा को इको– फ्रेंडली भोजन संरक्षक बताया.
घास दरभा पर यह अध्ययन संयुक्त रूप से सेंटर फॉर नैनोटेक्नोलॉजी एंड एडवांस्ड बायोमटेरियल्स (CeNTAB) और शस्त्र विश्वविद्यालय के सेंटर फॉर एडवांस्ड रिसर्च इन इंडियन सिस्टम ऑफ मेडिसिन (CARISM) के  क्रमशः डॉ. पी मीरा और डॉ. पी बृन्दा की देखरेख में किया गया था. 
अध्यय के मुख्य निष्कर्ष 
दरभा घास के खमीर बनाने के गुण की खोज के क्रम में शोधकर्ताओँ ने दरभा घास, लेमन ग्रास, बरमुडा ग्रास और बैंम्बू ग्रास समेत घास के पांच उष्णकटिबंधीय प्रजातियों को गाय के दही में रखा और पाया कि यह आसानी से खमीर में बदल सकता है. 
उन्हें  दरभा घास के सम्बन्ध में जो अन्य तथ्य ज्ञात हुए वे हैं -
दरभा घास के इलेक्ट्रॉनिक माइक्रोस्कोपी ने जबरदस्त नैनो– पैटर्न और वर्गीकृत या माइक्रो संरचना दिखाया जबकि यह बात अन्य घासों में नहीं थी. 
वर्गीकृत सतह सुविधाओं (हिरैरकल सरफेस फीचर्स) में दरभा घास अकेला था जिसने बड़ी भारी संख्या में बैक्टिरिया को आकर्षित करते पाया गया. ये बैक्टिरिया दही के जमने के लिए जिम्मेदार हैं. 
दरभा का इस्तेमाल हानिकारक रसायनिक परिरक्षकों (प्रिजर्वेटिव्स) के स्थान पर प्राकृतिक खाद्य परिरक्षक के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है.

इसके अलावा दरभा घास पर वर्गीकृत नैनो पैटर्न्स स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में अनुप्रयोग खोज सकते हैं जहां जीवाणुहीन स्थितियां जरूरी होती हैं. 
वैदिक काल के दौरान दरभा घास का प्रयोग 
दरभा घास (डेस्मोटाचा बिपिन्नाटा) वैदिक शास्त्रों में पवित्र सामग्री के तौर पर माना जाता है और धार्मिक अनुष्ठानों में इसे शुद्ध करने वाला पदार्थ बताया गया है. 
ग्रहण के दौरान, दरभा घास को खाद्य वस्तुओं में खमीर उठाने के लिए डाला जाता है और ग्रहण के समाप्त होने के बाद उसे हटा लिया जाता था. 
वैदिक काल में दरभा घास का प्रयोग कीटाणुनाशक के तौर पर किया जाता था क्योंकि यह एकमात्र ऐसी घास थी जो ग्रहण के दौरान कीटाणुनाशक के रूप में इस्तेमाल की जा सकता थी. 
ग्रहण के दौरान नीले और पराबैगनी विकिरण जो अपने प्राकृतिक असंक्रमित प्रकृति के लिए जाने जाते हैं, पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध नहीं होते . 
परिणामतः ग्रहण के दौरान खाद्य उत्पादों में अनियंत्रित सूक्ष्म जीवों का विकास हो जाता है.

विदित हो कि हिन्दू संस्कृति में इस दरभा घास को दूर्वा(दूब) के नाम से जाना जाता है.

एन रामचंद्रन एएनओसी के अंतरराष्ट्रीय संबध आयोग के उपाध्यक्ष नियुक्त

21-MAR-2015

भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) के अध्यक्ष एन रामचंद्रन को 17 मार्च 2015 को राष्ट्रीय ओलंपिक समिति संघ (ANOC) के अंतरराष्ट्रीय संबंध आयोग का उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया. 
वे साल 2015 के लिए ANOC अंतरराष्ट्रीय संबंध आयोग के उपाध्यक्ष के तौर पर अपनी सेवाएं देंगे. 
रामचंद्रन के बतौर ANOC सदस्य के नियुक्ति की घोषणा ANOC अध्यक्ष शेख अहमद अल-फहद अल-सबाह ने की. 
अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति द्वारा मान्यता प्राप्त 25 राष्ट्रीय ओलंपिक समितियों वाले 14 सदस्य के आयोग में रामचंद्रन पहले भारतीय होंगे. ANOC की स्थापना 1979 में हुई थी और इसका मुख्यालय स्वीट्जरलैंड के लुसाने में है.

दुनिया भर में विश्व गौरैया दिवस मनाया गया

21-MAR-2015

20 मार्च: विश्व गौरैया दिवस
दुनिया भर में विश्व गौरैया दिवस 20 मार्च 2015 को मनाया गया. यह दिन लोगों में घरेलू गौरैया और अन्य सामान्य पक्षियों और उनकी सुरक्षा जरूरतों के प्रति जागरूकता पैदा करने के लिए मनाया जाता है. वर्ष 2014 के विश्व गौरैया दिवस का विषय- ‘राइज फॉर द स्पैरो’ रहा.


विश्व गौरैया दिवस
पहला विश्व गौरैया दिवस 2010 में मनाया गया था. हर वर्ष यह 20 मार्च को मनाया जाता है. यह नेचर फॉरेवर सोसायटी ऑफ इंडिया के साथ ईको– सिस एक्शन फाउंडेशन (फ्रांस) और कई राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय संगठनों के सहयोग से शुरु किया गया अंतरराष्ट्रीय पहल है. विश्व गौरैया दिवस का उद्देश्य विश्व के अलग– अलग हिस्सों के लोगों के लिए एक मंच प्रदान करना है जहां वे एक साथ आएं और आम जैवविविधता या प्रजातियों के संरक्षण की जरूरत के प्रति जागरूकता फैलाने में अहम भूमिका निभा सकें.
नेचर फॉरएवर सोसायटी 
नेचर फॉरएवर सोसायटी को एक भारतीय संरक्षणवादी मोहम्मद दिलावर द्वारा शुरू किया गया था. उन्होंने यह काम नासिक के अपने घर की गौरैया की मदद करने के लिए शुरू किया. उन्हें टाइम ने उनके इस काम के लिए ‘वर्ष 2008 के पर्यावरण का हीरो’ नाम दिया. 
नेचर फॉरएवर सोसायटी वर्ष 2005 से शहरी आवासों में घरेलू गौरैया और अन्य आम वनस्पति और जीव के संरक्षण के लिए काम कर रहा है.
नेचर फॉरएवर सोसायटी का यह मिशन विशेष कर शहरी क्षेत्रों में भारत के संरक्षण आदोलन में नागरिकों को शामिल करने के लिए कार्य करता है.

देहरादून-वाराणसी जनता एक्सप्रेस रायबरेली में दुर्घटनाग्रस्त

20-MAR-2015

देहरादून-वाराणसी जनता एक्सप्रेस 20 मार्च 2015 को रायबरेली (उत्तर-प्रदेश) में दुर्घटनाग्रस्त हो गई. रायबरेली के बछरावां स्टेशन के पास ट्रेन दुर्घटना में मरने वालों की संख्या 30 के आस-पास बताई गई. हादसे में 150 से ज्यादा लोग घायल हुए. यह ट्रेन देहरादून से वाराणसी जा रही थी.

रेलवे के अनुसार हादसा उस समय हुआ जब ट्रेन चालक द्वारा आपातकालीन ब्रेक लगाये जाने से रेलगाड़ी के दो डिब्बे पटरी से उतर गए.
उत्तर प्रदेश सरकार ने इस हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये मुआवजा देने का एलान किया.

फ्रांस को फीफा महिला विश्व कप-2019 की मेजबानी सौंपी गई

20-MAR-2015

फुटबाल की सर्वोच्च संस्था फीफा (अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल महासंघ) ने फीफा महिला विश्व कप-2019 की मेजबानी फ्रांस को सौंपी. इसके अलावा फ्रांस को फीफा यू-20 महिला विश्व कप-2018 की भी मेजबानीदी गई. इसकी घोषणा फीफा के अध्यक्ष सैप ब्लाटर ने 19 मार्च 2015 को की.

फीफा कार्यकारी समिति ने सर्वसम्मति से फ्रांस को मेजबान के तौर पर चुना. यद्यपि इस दौड़ में फ्रांस के अलावा दक्षिण कोरिया भी था. 
फीफा महिला विश्व कप का आयोजन वर्ष 1991 से प्रत्येक चार साल पर होता है. इसका सातवां संस्करण 6 जून 2015 से 5 जुलाई 2015 के बीच कनाडा में होगा.
विदित हो कि महिला विश्व कप-2019 के लिए फ्रांस और दक्षिण कोरिया के अलावा इंग्लैंड, न्यूजीलैंड और द. अफ्रीका ने भी मेजबानी का दावा पेश किया था लेकिन अक्टूबर 2014 में यह संख्या घटकर सिर्फदो रह गई. 
फीफा (International Federation of Association Football)
अंतरराष्ट्रीय फ़ुटबाल महासंघ (International Federation of Association Football, फेडरेशन इंटरनेशनेल डी फुटबॉल एसोसिएशन), जिसे आमतौर पर फीफा के नाम से जाना जाता है, फुटबॉल काएक अंतरराष्ट्रीय निकाय है. इसकी स्थापना 21 मई 1904 को की गई थी.  इसका मुख्यालय ज्यूरिख, स्विट्जरलैंड में स्थित है.  इसके अध्यक्ष सेप ब्लैटर हैं, जिनका चुनाव वर्ष 1998 में किया गया था. 
फीफा फुटबॉल के प्रमुख अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के संगठन और आयोजन, जिनमें सबसे उल्लेखनीय फीफा विश्व कप है के लिए जिम्मेदार है, और इसका आयोजन 1930 से कर रहा है.

खान और खनिज (विकास और विनियमन) संशोधन विधेयक 2015 कोराज्यसभा ने मंजूरी प्रदान की

20-MAR-2015

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खान और खनिज (विकास और विनियमन) संशोधन विधेयक 2015 को राज्यसभा ने 20 मार्च 2015 को मंजूरी प्रदान की. इस विधेयक के जरिये वर्ष 1957 के मूल अधिनियम में संशोधन किया गया है. केंद्र सरकार इससे पहले इस संबंध में एक अध्यादेश जारी कर चुकी है. खान और खनिज (विकास और विनियमन) संशोधन विधेयक 2015 संसद की मंजूरी के बाद उस अध्यादेश का स्थान लेगा.

खान और खनिज (विकास और विनियमन) संशोधन विधेयक 2015 को कुल 69 मतों के मुकाबले कुल 117 मतों से पारित किया गया. कांग्रेस एवं वामपंथी दलों को छोड़कर अधिकतर पार्टियों ने इस विधेयक का समर्थन किया, जबकि जनता दल यूनाइटेड (जदयू) ने यह कह कर वाकआउट किया कि वह इस प्रक्रिया का हिस्सा नहीं बनना चाहता.

इस विधेयक को लोकसभा पहले ही पारित कर चुकी है. उच्च सदन में इस विधेयक को प्रवर समिति के पास भेजा गया था. प्रवर समिति ने इसके बारे में 18 मार्च 2015 को अपनी रिपोर्ट सौंपी थी.

खान और खनिज (विकास और विनियमन) संशोधन विधेयक 2015 से संबंधित मुख्य तथ्य: 

• इस विधेयक में खनन से प्राप्त राजस्व का उपयोग स्थानीय क्षेत्र के विकास के साथ ही सरकार की विवेकाधीन शक्तियों का समाप्त करने की दिशा में पहल की गई है.
• इस विधेयक में राज्यों को कई अधिकार दिये गये हैं. इसके माध्यम से मूल अधिनियम में नयी अनुसूची जोड़ी गई है तथा बाक्साइट, चूना पत्थर, मैगनीज जैसे कुछ खनिजों को अधिसूचित खनिजों के रूप में परिभाषित किया गया है. इसमें खनन लाइसेंस की नयी श्रेणी बनाई गई है.
• इसमें खनन के बारे में पट्टे की अवधि और पट्टे को बढ़ाए जाने की रूपरेखा का उल्लेख किया गया है. इसके साथ ही साथ इसमें खान से संबंधित रियायत प्रदान करने और इससे जुड़ी नीलामी प्रणाली के बारे में बताया गया है.

कवि, लेखक और टीवी पत्रकार आलोक श्रीवास्तव 'राष्ट्रीय दुष्यंत कुमार अलंकरण' हेतु चयनित

20-MAR-2015

युवा कवि, लेखक और टीवी पत्रकार आलोक श्रीवास्तव का चयन  वर्ष 2014 के 'राष्ट्रीय दुष्यंत कुमार अलंकरण' हेतु किया गया. इसकी घोषणा 17 मार्च 2015 को भोपाल में की गई. 'राष्ट्रीय दुष्यंत कुमार अलंकरण' पाने वालों में आलोक श्रीवास्तव सबसे कम उम्र के रचनाकार हैं.

आलोक श्रीवास्तव से संबंधित मुख्य तथ्य 
• आलोक श्रीवास्तव हिंदी ग़ज़लकार, कथालेखक और टीवी पत्रकार हैं.
• हिंदी में एमए आलोक श्रीवास्तव का जन्म मध्यप्रदेश के शाजापुर में 30 दिसम्बर 1971 को हुआ. 
• वर्ष 2007 में ‘राजकमल प्रकाशन' दिल्ली से आलोक श्रीवास्तव का पहला ग़ज़ल-संग्रह ‘आमीन’ प्रकाशित हुआ.
• ‘आमीन’ मानवीय-मूल्यों और इंसानी-रिश्तों के मर्म को समझाती कविताओं का एक ग़ज़ल-संग्रह है. 
• ‘आमीन’ के बाद से ही आलोक अपने समकालीनों में ‘रिश्तों का कवि' कहे जाने लगे. 
• मध्य प्रदेश  साहित्य अकादमी के दुष्यंत कुमार पुरस्कार और रूस के अंतरराष्ट्रीय पुश्किन सम्मान से इन्हें सम्मानित किया गया.
• उर्दू के अनेक शायरों की पुस्तकों का हिंदी में संपादन कर चुके आलोक श्रीवास्तव मासिक-पत्रिका ‘अक्षर पर्व’ की साहित्यिक-वार्षिकी वर्ष 2000 और 2002 के अतिथि संपादक भी रहे.
• इंडिया टुडे और हिंदी आउटलुक के लिए स्वतंत्र रूप से फ़ीचर पत्रकारिता करने के बाद वह बतौर सीनियर सब एडिटर दैनिक भास्कर के साप्ताहिक ‘रसरंग’ और ‘मधुरिमा’ की टीम में रहे. 
• आलोक श्रीवास्तव ने टीवी पत्रकारिता की शुरुआत 2005 में इंडिया टीवी से की.
• आलोक श्रीवास्तव भारतवर्ष के अतिरिक्त अमेरिका, इंग्लैड, रूस, यूएई और कुवैत सहित अनेक देशों के मंचों पर कविता-पाठ कर चुके हैं.
• सितार वादक पंडित रविशंकर की बेटी अनुष्का शंकर के एलबम ट्रैवलर में भी आलोक के गीत शामिल किए गए हैं. जिसे ग्रैमी अवॉर्ड में नामांकित किया गया.
'राष्ट्रीय दुष्यंत कुमार अलंकरण'
राष्ट्रीय स्तर पर 'राष्ट्रीय दुष्यंत कुमार अलंकरण' की स्थापाना वर्ष 1998 में की गई थी. 'राष्ट्रीय दुष्यंत कुमार अलंकरण' प्रतिवर्ष दुष्यंत कुमार स्मारक पाण्डुलिपि संग्रहालय, भोपाल की ओर से दिया जाता है. 
प्रथम 'राष्ट्रीय दुष्यंत कुमार अलंकरण' शायर अदम गोंडवी को दिया गया था. इनके आलावा डॉ. ज्ञान चतुर्वेदी, लीलाधर मंडलोई, निदा फाज़ली, अशोक चक्रधर, चित्रा मुद्गल, राजेश जोशी, मृणाल पाण्डेय और मृदुला गर्ग भी इस पुरस्कार से सम्मानित किए जा चुके हैं.

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टाटा संस के सेवानिवृत्त अध्यक्ष रतन टाटा भारतीय रेल के नवाचार परिषद ‘कायाकल्प’ के अध्यक्ष नियुक्त

20-MAR-2015

भारत सरकार के रेल मंत्री सुरेश प्रभाकर प्रभु ने भारतीय रेल के नवाचार परिषद 'कायाकल्‍प' परिषद का 19 मार्च 2015 का गठन किया. टाटा संस के सेवानिवृत्त अध्यक्ष एवं उद्योगपति रतन टाटा को भारतीय रेल के नवाचार परिषद ‘कायाकल्प’ का अध्यक्ष नियुक्त किया गया.
कायाकल्प’ परिषद का उद्देश्‍
इस परिषद का उद्देश्‍य भारतीय रेलवे में सुधार, व्‍यापक बदलाव और उसकी बेहतरी के लिए अनूठे तरीके एवं प्रक्रियाएं सुझाना एवं भारतीय रेलवे में आधुनिकीकरण करने के लिये सुझाव देना है.
कायाकल्प’ परिषद् का गठन 
यह परिषद एक स्‍थायी निकाय होगी. अध्यक्ष के आलावा इस परिषद में अखिल भारतीय रेलकर्मी संघ (ऑल इंडिया रेलवेमेंस फेडरेशन, एआईआरएफ) के महासचिव गोपाल मिश्रा और राष्‍ट्रीय भारतीय रेलकर्मी संघ (नेशनल फेडरेशन ऑफ इंडियन रेलवे, एनएफआईआर) के महासचिव डॉ. एम. राघावैय्या भी आंरभ में इसके सदस्‍य के तौर पर रहेंगे. 
एआईआरएफ और एनएफआईआर रेल कर्मचारियों का प्रतिनिधित्‍व करने वाले दो मान्‍यता प्राप्‍त संगठन हैं.
परिषद के अन्‍य सदस्‍यों की घोषणा की जानी है. 
कायाकल्प’ परिषद् का कार्य 
कायाकल्प परिषद सभी हितधारकों एवं अन्‍य इच्‍छुक पक्षों से सलाह-मशविरा करेगी. यह रेलवे में निवेश आकर्षित करने के लिए आवश्यक बदलावों की रूपरेखा तैयार करेगी और इसे एक नया चेहरा प्रदान करने के लिए सुझाव देगी.
विदित हो कि इस परिषद के गठन के संदर्भ में रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने 26 फरवरी 2015 को संसद में रेल बजट 2015-16 पेश करते हुए घोषणा की थी. उन्होंने कहा था, "हर गतिशील संगठन को अनूठे उपाय करके अपने कामकाज के तौर-तरीकों में व्‍यापक बदलाव लाने चाहिए. नवाचार, तकनीकी विकास एवं विनिर्माण के लिए माननीय प्रधानमंत्री के विजन को ध्‍यान में रखते हुए भारतीय रेलवे 'कायाकल्‍प' के नाम से एक नवाचार परिषद के गठन का इरादा व्‍यक्‍त करती है, ताकि उसके कामकाज में नए सिरे से बदलाव आए और रेलवे में अनूठे उपाय अपनाने की भा

नोबेल पुरस्कार विजेता सर वेंकटरमन रामकृष्णन ब्रिटेन के रॉयल सोसायटी के अध्यक्ष पद हेतु चयनित

20-MAR-2015

भारतीय मूल के नोबेल पुरस्कार विजेता सर वेंकटरमन रामकृष्णन ब्रिटेन के रॉयल सोसायटी के अध्यक्ष पद हेतु चयनित किये गए. रॉयल सोसायटी की काउंसिल ने 18 मार्च 2015 को मतदान द्वारा उनके नाम की पुष्टि की. वे 1 दिसम्बर 2015 को पद संभालेंगे. वे सर पॉल नर्स का स्थान लेंगे.

तमिलनाडु के चिदम्बरम में जन्मे सर वेंकटरमन रामकृष्णन इस पद के लिए चुने गये पहले भारतीय मूल के वैज्ञानिक हैं. वेंकटरमन रामकृष्णन को वर्ष 2009 में मॉलिक्युलर बायोलॉजी में महत्वपूर्ण योगदान के लिए रसायन शास्त्र का नोबेल पुरस्कार मिला. वर्ष 2010 में उन्हें भारत सरकार की ओर से पद्म विभूषण सम्मान से सम्मानित किया गया.

लोकसभा में निरस्त और संशोधन विधेयक 2014 पारित

20-MAR-2015

18 मार्च 2015 को लोकसभा में ध्वनि मत से निरस्त और संशोधन विधेयक, 2014 पारित हो गया. बिल में आंशिक या पूर्णरूप से 35 पुरातन कानूनों को निरस्त करने का प्रयास किया गया है क्योंकि वे निष्प्रभावी और अप्रचलित हो गए थे.
35 अधिनियमों में से तीन कृत्यों को पूरी तरह से निरस्त कर दिया जाएगा. जिसमें भारतीय मत्स्य अधिनियम, 1897, विदेशी क्षेत्राधिकार अधिनियम,1947 और चीनी उपक्रम (प्रबंधन के ऊपर उठते हुए) अधिनियम,1978 शामिल हैं ..
शेष 32 मुख्य अधिनियमों में संशोधन किये जाने का प्रावधान है, जिसमें लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम,1951; हिंदू विवाह अधिनियम,1955; आनंद विवाह अधिनियम,1909; भारतीय साक्ष्य अधिनियम,1872 और अन्य अधिनियम शामिल हैं.
इससे पूर्व 8 दिसंबर,2014 को लोक सभा ने निरस्त और संशोधन (द्वितीय) विधेयक पारित किया जिसमें 90 कानूनों को निरस्त करने और दो कानूनों में संशोधन करने की मांग थी. 90 कानूनों में से 88 पूरी तरह से निरस्त किए जा चुके हैं.  
पृष्ठभूमि
केंद्र सरकार ने लोक सभा में 11 अगस्त, 2014 को इस विधेयक को पेश किया और 36 पुराने कानूनों को निरस्त करने मांग की. यह संसद में पारित नहीं किया गया और इसे 22 सितंबर, 2014 को डॉ. ई.एम. सुदर्शन नत्चिअप्पन (Natchiappan) की अध्यक्षता में संसदीय कार्मिक संबंधी स्थायी समिति, लोक शिकायत, विधि और न्याय के समक्ष भेजा गया था.
स्थायी समिति ने मैनुअल मैला ढ़ोने और शुष्क शौचालयों का निर्माण (निषेध) अधिनियम,1993 को 36 कानूनों की सूची से जिसे निरस्त कर दिया जाना प्रस्तावित था से वापस लेने की सिफारिश की.
समिति के अनुसार, मैनुअल मैला ढ़ोने के अधिनियम को निरस्त नहीं किया जा सकता क्योंकि कई राज्य इसे रोजगार के रूप में जारी रखने के खिलाफ़ संकल्प पारित कर चुके थे.
केंद्र सरकार के उद्देश्य में तेजी लाने के उद्देश से अपनी उपयोगिता खो चुके और अप्रचलित कानूनों को निरस्त करने के लिए लोकसभा में निरस्त और संशोधन विधेयक,2014 पारित किया गया . 
देश में 1741 कानून निरर्थक हो चुके हैं लेकिन फिर भी वे अभी तक अस्तित्व में बने हुए हैं.  इस संबंध में भाजपा के नेतृत्व वाली राजग सरकार ने 741 विनियोग अधिनियमों की पहचान की जिन्हें निरस्त कर दिए जाने की जरुरत है. ये कृत्य केंद्रीय वित्त मंत्रालय और रेल मंत्रालय के अधिकार क्षेत्र से संबंधित हैं.

रेल मंत्रालय ने मंत्रालय से सम्बंधित पुराने विनियोग अधिनियमों के सेट को निरस्त करने के लिए कानून मंत्रालय को अनुमति दे दी है ,वहीं वित्त मंत्रालय इस सन्दर्भ की प्रक्रिया में अपने कार्य में संलग्न है. 
20वें  विधि आयोग के अनुसार इन विनियोग अधिनियमों को निरस्त कर दिया जाना चाहिए क्योंकि ये विनियोग अधिनियम एक सीमित अवधि के लिए काम करते हैं. इसके बाद वे किसी भी अर्थ के नहीं रहकर मात्र तकनीकी रूप से क़ानून की किताबों में रहते हैं.

राष्ट्रीय हरित न्यायाधीकरण द्वारा भारतीय रेलवे को प्रदूषित करने वालों पर जुर्माना लगाने का निर्देश

20-MAR-2015

राष्ट्रीय हरित न्यायाधीकरण ने 18 मार्च 2015 को निर्देश दिया है कि जो भी व्यक्ति रेलवे संपत्ति पर कूडा कचरा फेंकेगा उसे  पांच हजार रुपये जुर्माना देने पड़ेंगे. यह फैसला खास कर उन लोगों को ध्यान में रख कर सुनाया गया है, जो रेल लाइन के किनारे रहते हैं और घर के कचरे को रेलवे लाइन पर फेंक देते हैं.
राष्ट्रीय हरित न्यायाधीकरण ने  भारतीय रेलवे के हित में एक अहम फैसला सुनाते हुए रेलवे को निर्देश दिया कि वह रेलवे प्लेटफार्मों और रेलवे पटरियों पर कूड़ा या कचड़ा फेंकते पाए जाने वाले व्यक्तियों पर 5000 रुपए का जुर्माना लगाये.
यह आदेश स्वच्छ भारत अभियान को लागू करने के उद्देश्य से  दिया गया और इसे  राष्ट्रीय हरित न्यायाधीकरण के अध्यक्ष न्यायमूर्ति स्वतंत्र कुमार की अध्यक्षता वाली पीठ द्वारा पारित किया गया.

खंडपीठ ने कहा कि रेलवे अधिकारियों का मुख्य कर्तव्य है कि वह स्टेशनों और पटरियों पर स्वच्छ पर्यावरण और स्वच्छता बनाए रखें .

निर्देश निम्न हैं:
रेल पटरियों के आसपास के 46 स्लम बस्तियों में कचरे को इकट्ठा करने के लिए सटीक स्थान की पहचान कर वहां डस्टबीन रखना.

नगर निगम के ठोस कचरे के संग्रहण और निपटान के लिए रेलवे को निर्देश जारी किया गया है कि वह इस कचड़े को इकट्ठा कर परिवहन के मध्यम से उपचार संयंत्रों में पहले कचरे को  उपचारित कर फिर इसे सीवर प्रणाली में डाले.   
प्लास्टिक उत्पादों और रेलवे पटरियों के आसपास मानव शौच की वजह से प्रदूषण को नियंत्रित करने के क्रम में स्लम बस्तियों के पास मोबाइल शौचालय स्थापित करें.
राष्ट्रीय हरित न्यायाधीकरण खंडपीठ ने यह निर्देश अधिवक्ता सलोनी सिंह और अरुष पठानिया द्वारा दायर एक याचिका जिसमें देश भर में रेलवे प्लेटफॉर्म पर प्लास्टिक उत्पादों की बिक्री पर पूर्ण पाबंदी की मांग के अतिरक्त पटरियों के आसपास लोगों द्वारा खुले में शौच पर प्रतिबंध की मांग की गई थी, की सुनवाई के दौरान जारी किए.

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त्रिपुरा जैव विविधता बोर्ड ने आर्थिक समस्याओं के निवारण हेतु एक परियोजना शुरू की

20-MAR-2015

17 मार्च 2015 को त्रिपुरा जैव विविधता बोर्ड ने आर्थिक समस्याओं के निवारण हेतु  एक परियोजना शुरू की.
परियोजना को त्रिपुरा के प्रज्ञा भवन में प्रधान मुख्य वन संरक्षक एस. तालुकदार के द्वारा शुरू किया गया.
परियोजना संरक्षण और जैव संसाधनों के सतत उपयोग के साथ उपयोग लाभ के बंटवारे के माध्यम से आजीविका और मालिकों की आर्थिक चिंताओं के परिप्रेक्ष्य में उपयोगी कड़ी होगी.
परियोजना का लक्ष्य जैव विविधता अधिनियम, 2002 और जैव विविधता नियम, 2004 के कार्यान्वयन को मजबूत करना है. इसके अतिरिक्त इसका लक्ष्य जैव संसाधनों के  वास्तविक आर्थिक मूल्यों के संबंध में विभिन्न हितधारकों के बीच जागरूकता पैदा करना भी है.

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ऑस्ट्रेलिया के पूर्व प्रधानमंत्री मैलकॉम फ्रेजर का निधन

20-MAR-2015

ऑस्ट्रेलिया के पूर्व प्रधानमंत्री एवं लिबरल पार्टी के नेता मैलकॉम फ्रेजर का 20 मार्च 2015  को निधन हो गया. वह 84 वर्ष के थे. ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री टोनी एबोट ने मैलकॉम फ्रेजर के निधन की पुष्टि की. 
मैलकॉम फ्रेजर से सम्बंधित मुख्य तथ्य 
• मैलकॉम फ्रेजर ऑस्ट्रेलिया के 22वें प्रधानमंत्री रहे. 
• वह वर्ष 1975 से 1983 तक प्रधानमंत्री रहे.
• संवैधानिक संकट के कारण एक कार्यवाहक प्रधानमंत्री के रूप में उन्हें जनादेश मिला था. 
• ऑस्ट्रेलिया के राष्ट्रीय अभिलेखागार के अनुसार फ्रेजर को राष्ट्रमंडल देशों के अंदर संबंधों में बदलाव के लिए महत्वपूर्ण भूमिका के लिए याद किया जाएगा. 
• इसके अलावा पूर्वी तथा दक्षिण पूर्वी एशियाई देशों के साथ ऑस्ट्रेलियाई संबंधों को आकार देने का श्रेय भी उन्हें ही जाता