23-24 Dec 2014 Hindi

श्याम श्रीनिवासन आईबीए के चेयरमैन नियुक्त

24-DEC-2014

फेडरल बैंक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) श्याम श्रीनिवासन को 19 दिसंबर 2014 को निजी क्षेत्र के बैंक सदस्यों (वर्ष 2014-15) के लिए पुर्नगठित 'भारतीय बैंक संगठन' (आईबीए) का चेयरमैन नियुक्त किया गया. समिति में 13 निजी बैंकों के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) शामिल हैं. समिति का मुख्य कार्य आईबीए के सदस्य 13 निजी क्षेत्र के बैंकों की विशेष जरूरतों की देखभाल करना है. इस समिति का कार्यकाल एक वर्ष का होगा.

श्याम श्रीनिवासन से संबंधित मुख्य तथ्य

श्याम श्रीनिवासन भारतीय प्रबंध संस्थान कोलकाता और क्षेत्रीय इंजीनियरिंग कालेज त्रिरुचिरापल्ली के पूर्व छात्र हैं. वे वैश्विक एग्जीक्यूटिव फोरम (शीर्ष 100 एग्जीक्यूटिव) के स्टैंडर्ड चार्टेड बैंक में वर्ष 2004 से वर्ष 2010 तक अपनी सेवाएं दे चुके हैं. सितंबर 2010 में, श्याम श्रीनिवासन ने फेडरल बैंक लिमिटेड के प्रबंध निदेशक व मुख्य कार्यकारी अधिकारी का कार्यभार संभाला, यह बैंक भारत के निजी क्षेत्र की बड़ी व्यावसायिक बैंक है. वह भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा गठित आर्थिक क्षेत्र के न्यायिक सुधारों की समिति के भी सदस्य हैं.

प्रकाश मिश्रा सीआरपीएफ के महानिदेशक नियुक्त

24-DEC-2014

वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी प्रकाश मिश्रा को 22 दिसंबर 2014 को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ ) का महानिदेशक नियुक्त किया गया. वह फरवरी 2016 तक कार्यालय में अपनी सेवाएं देंगे. उनकी नियुक्ति की पुष्टि केंद्रीय केबिनेट की नियुक्ति समिति ने की. मिश्रा अब तक केंद्रीय गृह मंत्रालय में विशेष सचिव (आंतरिक सुरक्षा ) के पद पर कार्यरत थे. सीआरपीएफ के महानिदेशक का पद 30 नवंबर 2014 से दिलीप त्रिवेदी के अपदस्थ होने के बाद से खाली था.

प्रकाश मिश्रा से संबंधित मुख्य तथ्य 
प्रकाश मिश्रा उड़ीसा कैडर के 1977 के भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस ) के अधिकारी हैं. वह जून 2012 में पुलिस महानिदेशक (डीजीपी ) बनाए गए थे. जुलाई 2012 में, वह उड़ीसा के राज्य सड़क परिवहन परिषद में चेयरमैन व प्रबंधन निदेशक नियुक्त किए गए.

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी एवं महामना पंडित मदनमोहन मालवीय को भारत रत्न देने की घोषणा

24-DEC-2014

केंद्र सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी एवं काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के संस्थापक महामना पंडित मदनमोहन मालवीय को भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान, 'भारत रत्न' से सम्मानित किए जाने की 24 दिसंबर 2014 को घोषणा की. इस पुरस्कार की घोषणा राष्ट्रपति सचिवालय द्वारा इन दोनों के जन्म दिवस (25 दिसंबर) के एक दिन पूर्व की गई.

संक्षिप्त जीवन परिचय

अटल बिहारी वाजपेयी - इनका जन्म 25 दिसंबर 1924 को ग्वालियर में हुआ. ये वर्ष 1996 (13 दिन) एवं वर्ष 1998 से 2004 तक (कुल तीन बार) भारत के प्रधानमंत्री पद पर रहे. 
महामना पंडित मदनमोहन मालवीय – इनका जन्म 25 दिसंबर 1861 को प्रयाग (इलाहाबाद) में हुआ था. इन्होंने काशी (वाराणसी) को अपनी कर्मस्थली बनाया एवं वर्ष 1916 में काशी हिन्दू विश्वविद्यालय की स्थापना की. जो वर्तमान में भारत की एक प्रमुख केंद्रीय विश्वविद्यालय है.

भारत रत्न से संबंधित मुख्य तथ्य

भारत रत्न, भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है. भारत रत्न देने की व्यवस्था 2 जनवरी 1954 को भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद ने की थी. उस समय केवल जीवित व्यक्ति को यह सम्मान दिया जाता था, लेकिन वर्ष 1955 में मरणोपरांत भी सम्मान देने का प्रावधान जोड़ दिया गया. यह सम्मान राष्ट्रीय सेवा के लिए दिया जाता है. इन सेवाओं में कला, साहित्य, विज्ञान, सार्वजनिक सेवा और खेल शामिल है. वर्ष 2013 में पहली बार खेल के क्षेत्र में नाम कमानेवालों को भी भारतरत्न देने का निर्णय हुआ और इसी कड़ी में क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर को चुना गया. वर्ष 2013 में सचिन के साथ ही साथ वैज्ञानिक सीएनआर राव को भी भारत रत्न दिया गया.

विदित हो कि एक वर्ष में अधिकतम तीन व्यक्तियों को ही भारत रत्न दिया जा सकता है. इस पदक के डिज़ाइन में तांबे के बने पीपल के पत्ते पर प्लेटिनम का चमकता सूर्य बना होता है. जिसके नीचे चाँदी में लिखा रहता है "भारत रत्न" और यह सफ़ेद फीते के साथ गले में पहना जाता है. अब तक कुल 43 लोगों को भारत रत्न दिया जा चुका है.

भाजपा आजसु गठबंधन को झारखंड विधान सभा आम चुनाव-2014 में पूर्ण बहुमत

24-DEC-2014

झारखंड आम विधान सभा चुनाव-2014 में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और उसके सहयोगी दल ऑल झारखंड स्‍टुडेंट्स यूनियन (आजसु) ने 81 सीटों वाली विधानसभा में 42 सीटें जीत कर स्‍पष्‍ट बहुमत प्राप्‍त कर लिया.  झारखंड आम विधान सभा चुनाव-2014 का परिणाम 23 दिसंबर 2014 को घोषित किया गया. 
झारखंड राज्य के गठन (15 नवंबर 2000) के बाद इस राज्य को पहली स्थायी सरकार मिलने जा रही है, क्योंकि 81 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा और ऑल झारखंड स्‍टुडेंट्स यूनियन (आजसु) के गठबंधन को 42 सीटें मिल चुकी हैं और बहुमत के लिए 41 सीटों की जरूरत थी. इसमें आजसु की पांच सीटें हैं.
झारखंड राज्य के गठन (15 नवंबर 2000) के बाद से अभीतक नौ सरकारें बनी और इस दौरान तीन बार राष्ट्रपति शासन भी लगाया गया. 
भाजपा के सहयोगी आजसु के प्रमुख और पूर्व उप मुख्यमंत्री सुदेश महतो अपने गृह क्षेत्र सिल्ली से चुनाव हार गए, जहां से वह पिछले 15 वर्ष से विधायक थे. 
सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा ने 19 सीटें जीतकर दूसरे स्‍थान पर है, जबकि सरकार में उसकी भागीदार कांग्रेस को छह सीटें प्राप्त हुई. 
भाजपा को वर्ष 2009 में हुए विधान सभा चुनाव में 18 सीटों पर विजय प्राप्त की थी. जेएमएम की सीटें 18 से बढ़कर 19 हो गईं. 
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन बरहेट से 24,087 वोट से जीते, जबकि दुमका विधान सभा क्षेत्र से वह 5,262 मतों से हार गए. 
पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी के नेतृत्व वाले जेवीएम (पी) ने आठ सीटें जीतीं. मोर्चे ने पिछले चुनाव में 11 सीटों पर विजय हासिल की थी.
भाजपा मत विभाजन में कुल 31.4% मत लेकर प्रथम स्थान पर रही.  जेएमएम को 20.5%, कांग्रेस को 10.3% और जेवीएम (पी) को 10% मत मिले. 
झारखंडविधानसभाचुनाव-2014 कापरिणाम

दलकानाम

विजयी

इंडियन नेशनल कांग्रेस

6

बहुजन समाज पार्टी

1

भारतीय जनता पार्टी

37

आजसु पार्टी

5

झारखण्ड मुक्ति मोर्चा

19

झारखण्ड विकास मोर्चा ( प्रजातांत्रिक)

8

कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्ससिस्ट-लेनिनिस्ट)(लिबरेशन)

1

जय भारत समानता पार्टी

1

झारखण्ड पार्टी

1

नवजवान संघर्ष मोर्चा

1

मार्क्सिस्‍ट कोऑर्डिनेशन

1

कुल

81

ऑनलाइन विक्रेता कंपनी स्नैपडील डॉट कॉम ने किसानों हेतु 'द एग्री स्टोर' शुरू करने की घोषणा की

24-DEC-2014

ऑनलाइन विक्रेता (ई-रिटेलिंग) कंपनी स्नैपडील डॉट कॉम ने 23 दिसंबर 2014 को किसान दिवस के अवसर पर 'द एग्री स्टोर' शुरू करने की घोषणा की. इस ऑनलाइन स्टोर से किसानों को बीज, खाद सिंचाई उपकरण के साथ - साथ अन्य कृषि का सामान उपलब्ध होगा.

स्नैपडील डॉट कॉम के अनुसार, इस स्टोर का हिन्दी ऑनलाइन संस्करण जल्द ही शुरू किया जाएगा. इससे किसानों को चुनाव करने में आसानी होगी. 
विदित हो कि वर्तमान में देश की करीब 70 प्रतिशत जनता कृषि क्षेत्र से जुड़ी है.

दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित फिल्म निर्माता के. बालचंदर का निधन

24-DEC-2014

फिल्म निर्माता कैलासम बालाचंदर (के. बालचंदर) का दिल का दौरा पड़ने से चेन्नई में 23 दिसंबर 2014 को निधन हो गया.  वह 84 वर्ष के थे. इन्होंने मुख्य रूप से तमिल फिल्मों का निर्माण किया परन्तु इसके साथ-साथ कन्नड़ और हिंदी फिल्मों का भी निर्माण किया. कैलासम बालाचंदर को केबी उपनाम से जाना जाता था.

के. बालचंदर ने कमल हसन, रजनीकांत और श्रीदेवी जैसे कलाकारों की प्रतिभा निखारने में प्रमुख भूमिका निभाई. बालाचंदर ने ‘अरंगेतरम’, ‘अवल ओरु थोडारकधाई’, रजनी और कमल हसन अभिनीत ‘अपूर्व रागनगल’, ‘अवारगल’, ‘एक दूजे के लिए’ और ‘आईना’ जैसी फिल्में बनाई थीं. 
कैलासम बालाचंदर से सम्बंधित मुख्य तथ्य 
• के. बालचंदर को वर्ष 2010 में दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया.
• वर्ष 1987 में उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया गया.
• उन्होंने वर्ष 2013 में राष्ट्रीय फिल्म अवार्ड में 9 पुरस्कार जीते.  
• कैलासम बालाचंदर ने तमिल फिल्मों में अहम विषयों को उठाया और फिल्मों में महिलाओं एवं दलितों के हितों पर ध्यान केंद्रित किया. 
• के बालचंदर ने 150 से अधिक फिल्में की हैं.

ब्रिटिश गायक जो कोकर का निधन

24-DEC-2014

एक अद्भुत कलाकार और रॉक सिंगर जो कोकर का निधन यूएस स्टेट के कोलोराडो में फेफडे़ के कैंसर के कारण हो गया. वह 70 साल के थे.  
जोन राबर्ट कोकर का जन्म शेफफील्ड में  20 मई 1914 को हुआ. 1960 में पूर्वी इंग्लैंड में पब्स में अपनी गायकी के शुरुआती समय में उन्होंने एक गैस फिटर के तौर पर काम किया. 
अपने पूरे जीवन के दौरान, कोकर ने 23 स्टूडियो एलबम और 40 एलबम जारी किए
उन्हें ब्रिटिश एंपायर के आदेश के अनुसार बंकिंघम में 2011 में अधिकारी का नाम दिया गया.
उनके 1974 का गाना यू आर सो ब्यूटीफुल को यूएस में 2013 में ऑनलाइन वोटिंग के द्वारा चैथा सबसे लोकप्रिय लव सॉन्ग चुना गया 
1983 में कोकर को उनके एक यूएस गीत व्हेयर वी बिलॉन्ग के लिए ग्रैमी अवार्ड मिला जो जेनिफर वार्नेस के साथ एक युगल गीत था, अपने बोलों के लिए इसी गीत ने 1983 में एकेडमी अवार्ड जीता. उनका आखिरी स्टूडिया एलबम फायर इट अप 2012 में रिलीज हुआ।

ज्योत्सना सूरी भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग परिसंघ (फिक्की) की अध्यक्ष निर्वाचित

24-DEC-2014

ज्योत्सना सूरी को भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग परिसंघ (फिक्की) के अध्यक्ष के रूप में निर्वाचित किया गया 
भारत होटल्स की अध्यक्ष ज्योत्सना सूरी को 20 दिसंबर 2014 को भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग परिसंघ (फिक्की) के अध्यक्ष के रूप में निर्वाचित किया गया.
उनको फिक्की की  87वीं वार्षिक आम बैठक के समापन के अवसर पर अध्यक्ष के रूप में निर्वाचित किया गया.
उन्हें एक्सप्रो इंडिया लिमिटेड और दिग्जैम लिमिटेड के अध्यक्ष सिद्धार्थ बिड़ला के उत्तराधिकारी के रूप में  चयनित किया गया. 
इसके अलावा, अंबुजा नियोटिया समूह के अध्यक्ष हर्षवर्धन नियोटिया को  वरिष्ठ उपाध्यक्ष और जाइडस कैडिला के अध्यक्ष पंकज आर पटेल को उपाध्यक्ष के रूप में निर्वाचित किया गया.
ज्योत्सना सूरी के बारे में
ज्योत्सना सूरी पिछले पांच साल से फिक्की पर्यटन समिति के अध्यक्ष के रूप में कार्य कर रही हैं और विश्व यात्रा एवं पर्यटन परिषद के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी समिति (WTTC) में  केवल अकेली भारतीय सदस्य हैं.
उनके  देखरेख में फिक्की ने वर्ष 2011 में ग्रेट घरेलू पर्यटन बाजार और वर्ष 2008 में ग्रेट इंडिया ट्रैवल बाजार कीशुरुआत की. 
उनको कई पुरस्कारों से नवाज़ा गया है जिनमें शामिलहैं  -
• ब्रिटेन वारविक विश्वविद्यालय से कानून  डॉक्टर की मानद उपाधि
• वैश्विक बाजार भ्रमण  पुरस्कार (2011)
• आतिथ्य  में लीडरशिप (Wil) एशिया पुरस्कार 2012 
हर्षवर्धन नियोटिआ के बारे में
हर्षवर्धन नियोटिआ अंबुजा  नियोटिआ समूह के अध्यक्ष हैं.उनको सामाजिक आवास में  उत्कृष्ट पहल के लिए 1999 में भारत के राष्ट्रपति द्वारा पद्मश्री से सम्मानित किया गया था.उन्हें 2005 में ऑनर अवार्ड की  वाईपीओ (YPO) विरासत पुरस्कार से भी  सम्मानित किया गया.
पंकज आर पटेल के बारे में
पंकज आर पटेल जाइडस कैडिला- कैडिला हेल्थकेयर लिमिटेड के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक हैं.वह विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान, आईआईएसईआर, कोलकाता के इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ गवर्नर्स बोर्ड के  अध्यक्ष भी हैं.
फिक्की के बारे में
भारतीयवाणिज्य और उद्योग परिसंघ (फिक्की) भारत में व्यापार संगठनों का एक संघ है.संगठन जीडी बिड़ला और पुरुषोत्तम दास ठाकुरदास द्वारा महात्मा गांधी की सलाह पर1927 में स्थापित किया गया था.
यह भारत में सबसे बड़ा, सबसे पुराना और शीर्ष व्यापार संगठन है.

भेल(BHEL)को तुर्की में ताप विद्युत परियोजना के लिए 1.69 करोड़़ यूरो का अनुबंध मिला

24-DEC-2014

सरकारी क्षेत्र की कंपनी भारत हैवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (भेल) को  22 दिसंबर 2014 को तुर्की में एक ताप विद्युत परियोजना के लिए1.69 करोड़़ यूरो (लगभग 130.8 करोड़ रुपए) का अनुबंध मिला है.यह तुर्की के ऊर्जा बाजार में भेलका पहला अनुबंध है. 
अनुबंध विद्युत उत्पादन कंपनी( EUAS) द्वारा रखा गया है जो तुर्की में सबसे बड़ी इलेक्ट्रिक पावर कंपनी है.भेल को मिले अनुबंध का उद्देश्य कार्बन उत्सर्जन की मात्रा कम करना है.
अनुबंध का विवरण

तुर्की में इन दिनों पुरानी ताप विद्युत परियोजनाओं के जीर्णोद्धार का काम तेजी से चल रहा है.भेल को तुर्की में ईपीसी (अभियांत्रिकी, खरीद एवं निर्माण) के आधार पर 430  मेगावाट ताप विद्युत परियोजना के लिये तीन इकाइयों के पुनरद्धार का अनुबंध मिला है.

अनुबंध के तहत उसे 430 मेगावाट के टंक्बिलेक ताप विद्युत परियोजना, के लिए तीन इलेक्ट्रोस्टैटिक प्रेसिपिटेटरों का निर्माण करना है. इसमें इंजीनियरिंग,खरीद और निर्माण की जिम्मेदारी भेल की होगी.

परियोजना के लिए प्रेसिपिटेटरों का निर्माण भेल की रानीपेट स्थित इकाई में किया जायेगा तथा मोटर एवं अन्य सहायक उपकरण भोपाल में और कंट्रोल बेंगलुरु की इकाई में बनाये जायेंगे.
EUAS(ईयुएस)  के बारे में
EUAS(ईयुएस) का  स्वामित्व तुर्की सरकार के पास है. यह कंपनी देश भर में बिजली  का उत्पादन एवं आपूर्ति  करती है.ऊर्जा और राज्य की आर्थिक नीतियों के अनुपालन में दक्षता और लाभप्रदता के सिद्धांतों के अनुसार बिजली उत्पन्न करने के लिए इस कंपनी को स्थापित किया गया था.

गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन की जयंती के अवसर पर राष्ट्रीय गणित दिवस मनाया गया

24-DEC-2014

भारत में  22 दिसंबर2014 को राष्ट्रीय गणित दिवस के रूप में मनाया गया.यह दिवस महान भारतीय गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन इयंगरकी जयंती के उपलक्ष में मनाया गया.इस महान भारतीय गणितज्ञ की स्मृति में हर वर्ष 22 दिसम्बर को राष्ट्रीय गणित दिवस के रूप में मनाया जाता है.22दिसम्बर को राष्ट्रीय गणित दिवस मनाये जाने की घोषणा तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह द्वारा रामानुजन की 125 वीं जयंती के अवसर पर मद्रास विश्वविद्यालय में 26 फ़रवरी 2012 को की गयी थी.  
श्रीनिवास रामानुजन् के बारे में 
•    श्रीनिवास रामानुजन् इयंगर एक महान भारतीय गणितज्ञ थे.रामानुजन का जन्म 22 दिसम्बर 1887 को भारत के दक्षिणी भूभाग में स्थित कोयंबटूर के ईरोड नामक गांव में हुआ था.वे पारंपरिक ब्राह्मण परिवार में जन्मे थे.उनकी मृत्यु 26 अप्रैल1920 हुई थी. उस समय रामानुजन की आयु मात्र 33 वर्ष थी.
•    इन्हें आधुनिक काल के महानतम गणित विचारकों में गिना जाता है.
•    इन्हें गणित में कोई विशेष प्रशिक्षण नहीं मिला, फिर भी इन्होंने विश्लेषण एवं संख्या सिद्धांत के क्षेत्रों में महत्वपूर्ण  योगदान दिए.इन्होंने खुद से गणित सीखा और अपने जीवनभर में गणित के 3,884 प्रमेयों का संकलन किया.इनमें से अधिकांश प्रमेय सही सिद्ध किये जा चुके हैं.
•    इन्होंने गणित के सहज ज्ञान और बीजगणित प्रकलन की अद्वितीय प्रतिभा के बल पर बहुत से मौलिक और अपारम्परिक परिणाम निकाले जिनसे प्रेरित शोध आज तक हो रहा है, यद्यपि इनकी कुछ खोजों को गणित मुख्यधारा में अब तक नहीं अपनाया गया है.हाल में इनके सूत्रों को क्रिस्टल-विज्ञान में प्रयुक्त किया गया है.इनके कार्य से प्रभावित गणित के क्षेत्रों में हो रहे काम के लिये रामानुजन जर्नल की स्थापना की गई है.
•    उन्हें ब्रिटिश गणितज्ञ प्रोफेसर हेरोल्ड हार्डी ने उस समय के विभिन्न प्रतिभाशाली व्यक्तियों को 100 के पैमाने पर आंका था.अधिकांश गणितज्ञों को उन्होने 100 में 35 अंक दिए और कुछ विशिष्ट व्यक्तियों को 60 अंक दिए.लेकिन उन्होंने रामानुजन को 100 में पूरे 100 अंक दिए .
•    रामानुजन के प्रमुख गणितीय कार्यों में एक है किसी संख्या के विभाजनों की संख्या ज्ञात करने के फार्मूले की खोज.उदाहरण के लिए संख्या 5 के कुल विभाजनों की संख्या 7 है.इस प्रकार: 5, 4+1, 3+2, 2+2+1, 2+1+1+1, 1+1+1+1+1. रामानुजन के फार्मूले से किसी भी संख्या के विभाजनों की संख्या ज्ञात की जा सकती है.उदाहरण के लिए संख्या 200 के कुल 3972999029388 विभाजन होते हैं. हाल ही में भौतिक जगत की नयी थ्योरी 'सुपरस्ट्रिंग थ्योरी' में इस फार्मूले का काफ़ी उपयोग हुआ है.
•    एक बार  रामानुजन से मिलने पहुंचे डॉ. हार्डी ने ऐसे ही सहज भाव से कह दिया कि 1729 एक अशुभ संख्या है. बात यह थी कि 1729= 7x13x19 में  एक गुणनखंड 13 है.यूरोप के अंधविश्वासी लोग संख्या 13 को अशुभ मानते हैं. लेकिन रामानुजन ने  जवाब दिया- नहीं, यह एक अद्भुत संख्या है. यह वह सबसे छोटी संख्या है जिसे हम दो घन संख्याओं के जोड़ से दो तरीकों में व्यक्त कर सकते है, जैसे- 1729 = 123 + 13 तथा 1729=103+93 यह संख्या बाद में  हार्डी- रामानुजन नंबर के रूप में गणित के क्षेत्र में जानी जाने लगी .
•    रामानुजन को महान गणितज्ञ उूलर एवं गोस(Euler and Gauss) के समकक्ष माना जाता है .

जापान के स्टेम सेल वैज्ञानिक हरुको नोबाकाटा ने स्टेम सेल घोटाले पर इस्तीफा दिया

23-DEC-2014

जापान के स्टेम सेल वैज्ञानिक हरुको नोबाकाटा ने स्टेम सेल घोटाले को लेकर 19 दिसम्बर 2014 को इस्तीफा दे दिया. उनके इस्तीफे को लेकर यह कारण बताया जा रहा है कि वह अपनी स्टेम सेल को सस्ता और तेजी से बनाने से संबंधित तकनीक को पुन:  दोहराने में सक्षम नही थीं. उनका शोध जनवरी 2014 में नेचर पत्रिका में प्रकाशित हुआ था.

अपने अनुसंधान में उन्होंने केवल 30 मिनट की अवधि के लिए एसिड में उन्हें भ्रूण की तरह लचीलेपन के साथ नवजात चूहों की कोशिकाओं को पुन: बनाने का दावा किया था.
इस विधि से जेनेटिक इंजीनियरिंग में उपयोग की जाने वाली मौजूदा तकनीकों में वृहद स्तर पर सुधार की संभावना थी.
इसके बाद, फरवरी 2014 में, आरआईकेईएन अनुसंधान संस्थान द्वारा की गई एक जाँच में ओबाकाटा द्वारा दिखाए गए परिणामों में से कुछ को मनगढ़ंत पाया गया.
विदित हो कि इससे पहले, कोरिया के वैज्ञानिक ह्वांग वू सुक ने मानव वयस्कों से भ्रूण के क्लोन और उनमें स्टेम सेल लाइनों को अलग करके  उनके निर्माण का दावा किया था, उन्हें इस संबंध में दोषी पाया गया था.

सूरत को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए नगर निगम ने माइक्रोसॉफ़्ट से साझेदारी की

23-DEC-2014

सूरत नगर निगम (एसएमसी)  ने  सूरत को एक स्मार्ट सिटी बनाने के लिए माइक्रोसॉफ़्ट इंडिया के साथ साझेदारी की. निगम ने इसकी घोषणा 19 दिसंबर 2014 को की. माइक्रोसॉफ़्ट के सिटी नेक्स्ट प्रोग्राम के अंतर्गत नगर एक स्मार्ट सिटी के रूप में तैयार होगा, इस योजना से नागरिक सेवाएं अधिक जिम्मेदार, पारदर्शी, प्रभावी व उपयोगी हो जाएंगी. 
माइक्रोसॉफ़्ट की साझेदारी के अंतर्गत, माइक्रोसॉफ़्ट व इसके अन्य साझेदार जल प्रबंधन, शहरी योजना और भवन निर्माण स्वीकृतियों में एसएमसी की मदद करेंगे.
इससे पहले, सूरत कई ई-गर्वेनेंस योजनाओं के लिए माइक्रोसॉफ़्ट टेक्नोलॉजी के साथ भागीदारी कर चुका है. इनमें शामिल हैं: 
• संपत्ति कर भुगतान
• जन्म मृत्यु पंजीयन 
• ग्रीविएंस रेड्रेसल तंत्र
• टीकाकरण अलर्ट तंत्र
• एप्लीकेशन टैकिंग तंत्र
• सालिड वेस्ट मैनेजमेंट तंत्र
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के केंद्रीय सत्ता में आने के बाद पूरे देश में 100 स्मार्ट शहर बनाने की घोषणा की गई.
सूरत के बारे में
• सूरत करीब 50 लाख की आबादी वाला शहर है.
• यह दुनिया का सबसे तेजी से बढ़ता शहर है.
• यह दुनिया की वह जगह है जहां विश्व के 80 प्रतिशत हीरे तैयार होते हैं.
• भारत की टेक्सटाइल की 40 प्रतिशत जरूरतें इसी शहर से पूरी होती हैं.
सूरत नगर निगम आयुक्त- मिलिंद तोरावने

58वीं राष्ट्रीय निशानेबाजी चैम्पियनशिप 2014:10 मीटर एयर राइफ़ल का स्वर्ण पदक अभिनव बिंद्रा ने जीता

23-DEC-2014

भारत के निशानेबाज अभिनव बिंद्रा ने राष्ट्रीय निशानेबाजी चैम्पियनशिप-2014 (58th National Shooting Championship) के 10 मीटर एयर राइफ़ल का स्वर्ण पदक जीता. जबकि विजय कुमार ने 25 मीटर स्टैंडर्ड पिस्टल का स्वर्ण पदक प्राप्त किया. राष्ट्रीय चैम्पियनशिप-2014 (National Shooting Championship-2014) का फाइनल मैच पुणे के बालेवाड़ी शूटिंग रेंज में 22 दिसंबर 2014 को खेला गया. क्रम में यह 58वीं राष्ट्रीय निशानेबाजी चैम्पियनशिप है.

भारत के एकमात्र व्यक्तिगत ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता 32 वर्षीय बिंद्रा 208 अंक के साथ खिताब जीतकर 10 मीटर एयर राइफल में अपने खिताब की सफलतापूर्वक रक्षा की.
लंदन 2012 ओलंपिक खेलों के रजत पदक विजेता विजय कुमार ने 58वीं राष्ट्रीय निशानेबाजी चैम्पियनशिप में 25 मीटर स्टैंडर्ड पिस्टल का स्वर्ण पदक जीता. विजय 571 अंक केसाथ 25 मीटर स्टैंडर्ड पिस्टल के नये राष्ट्रीय चैम्पियन बने. 
10 मीटर एयर राइफल वर्ग में 
10 मीटर एयर राइफल में सेना के सत्येंद्र सिंह 207.2 अंक के साथ दूसरे स्थान पर रहे जबकि हरियाणा के संजीव राजपूत ने 185 अंक के साथ कांस्य पदक हासिल किया.
टीम स्पर्धा में 
टीम स्पर्धा में आर्मी मार्क्समैनशिप यूनिट के सत्येंद्र, चैन सिंह और सी अशोक ने 1857.5 अंक के साथ स्वर्ण पदक जीता. पंजाब 1846.3 अंक के साथ दूसरे जबकि वायु सेना की टीम 1842.9 अंक के साथ तीसरे स्थान पर रही. 
25 मीटर स्टैंड पिस्टल वर्ग में 
25 मीटर स्टैंड पिस्टल में सेना के गुरप्रीत सिंह को रजत जबकि नौसेना के ओंकार सिंह को कांस्य पदक मिला.
टीम स्पर्धा 
टीम स्पर्धा में आर्मी मार्क्समैनशिप यूनिट ने 1684 अंक के साथ स्वर्ण पदक जीता जबकि सीमा सुरक्षा बल ने 1675 अंक के साथ रजत पदक हासिल किया. नौसेना ने 1665 अंक के साथ कांस्य पदक जीता.

भारत सरकार ने ‘क्लीन इंडिया ग्रीन इंडिया’ विषय के साथ वर्ष 2015 का कैलेंडर जारी किया

23-DEC-2014

केन्द्रीय वित्त, कोरपोरेट मामलों तथा सूचना एवं प्रसारण मंत्री अरुण जेटली ने ‘क्लीन इंडिया ग्रीन इंडिया’ विषय के साथ वर्ष  2015 का कैलेंडर 17 दिसंबर 2014 को जारी किया.

भारत सरकार के कैलेंडर वर्ष 2015 ने सरकार की दो अग्रणी योजनाओं- ‘स्वच्छ भारत’ तथा ‘डिजिटल इंडिया’ के मेल के लिए मंच प्रदान किया है. कैलेंडर में सरकारी पहलों की जानकारी देने के पारंपरिक और तकनीकी उपायों का मिश्रण है. एक ओर जहां ‘स्वच्छ भारत’ मिशन को पारंपरिक तरीके से विजुवल रूप में पेश किया गया है वही कैलेंडर का मोबाइल ऐप्लीकेशन ‘डिजिटल इंडिया’ के विचार को आगे ले जाने के सरकार के विजन को व्यक्त करता है.

कैलेंडर के मोबाइल ऐप से प्रधानमंत्री कार्यालय की नवीनतम ट्विट, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय का यू-ट्यूब चैनल और पीआईबी की प्रेस विज्ञप्तियां देखी जा सकती है. यह भारत सरकार की सभी वेब साइटों के लिए एक खिडकी होने के अतिरिक्त सूचनात्मक ऐप्लीकेशन इस्तेमाल करने वालों के लिए प्लानर का काम करेगा और इस पर आकाशवाणी तथा दूरदर्शन के ताजा सामाचार उपलब्ध होंगे. मोबाइल ऐप प्रांरभ में ऐंड्रॉव्यड प्लेटफॉर्म के लिए विकसित है और बाद में इसे अन्य मोबाइल प्लेटफॉर्म पर भी उपलब्ध कराया जाएगा.
वर्ष 2015 के कैलेंडर को ‘क्लीन इंडिया ग्रीन इंडिया’ विषय पर विकसित किया गया है और इसमें ‘स्वच्छता’ और पर्यावरण विषयों पर जोर है.
कैलेंडर 2015 के मुख्य तथ्य 
• कैलेंडर के जनवरी पन्ने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा स्वच्छ भारत मिशन लॉंच करते हुए दिखाया गया है. 
• फरवरी पन्ने पर स्वच्छ विद्यालय तथा बाल स्वच्छता अभियान का संदेश है.
• मार्च पृष्ठ नदियों के संरक्षण विषय पर तैयार किया गया है. 
• अप्रैल महीने का पृष्ठ स्वच्छ अस्पतालः स्वस्थ भारत विषय पर बना है. 
• मई महीने का कैलेंडर भारतीय रेल के स्वच्छता अभियान को समर्पित है.
• जून का कैलेंडर गंगा नदी के संरक्षण ‘नमामि गंगे’ विषय पर है. 
• जुलाई महीने का कैलेंडर स्वच्छ भारत आंदोलन में लोगों की सहभागिता पर है. 
• अगस्त पृष्ठ का विषय गांवों की स्वच्छता है. 
• सितंबर महीने का कैलेंडर स्वच्छ और नवीकरणीय ऊर्जा के स्रोत के रूप में सौर ऊर्जा पर है. 
• अक्टूबर के कैलेंडर में प्रदूषण मुक्त ऊर्जा स्रोत के रूप में पवन ऊर्जा को दिखाया गया है. 
• नवंबर महीने के पृष्ठ पर हिमालय श्रृंखलाओं के संरक्षण की आवश्यकता पर जोर दिया गया है. 
• दिसंबर महीने के पन्ने पर वन्य जीव संरक्षण का विषय है.

पूर्व केन्द्रीय मंत्री और कांग्रेस के नेता जी वेंकटस्वामी का निधन

23-DEC-2014

पूर्व केन्द्रीय मंत्री और कांग्रेस के नेता जी. वेंकट स्वामी (काका) का लंबी बीमारी के बाद हैदराबाद, तेलंगाना के कॉरपोरेट अस्पताल में 22 दिसंबर 2014 को निधन हो गया. वह 85 वर्ष के थे. वह काका उपनाम से भी जाने जाते थे.

जी. वेंकट स्वामी से सम्बंधित मुख्य तथ्य 
जी. वेंकट स्वामी पेड्डापल्ली निर्वाचन क्षेत्र से सात बार लोकसभा के लिए (चौथी, पांचवीं, 6वीं, 9वीं, 10वीं, 11वीं,14वीं) और दो बार (1957- 62 और 1978-84) विधानसभा के लिए निर्वाचित हुए थे.
वह पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और पूर्व प्रधान मंत्री पी वी नरसिम्हा राव के काल में केंद्रीय मंत्री भी रहे. जी. वेंकट स्वामी तत्कालीन आंध्रप्रदेश में कांग्रेस का दलित चेहरा माने जाते थे.
वह कांग्रेस कार्यकारणी समिति के सदस्य थे. उनकी पत्नी का निधन वर्ष 2006 में हो गया था. उनके परिवार में उनके दो लड़के पूर्व विधायक गद्दम विनोद और पेड्डापल्ली निर्वाचन क्षेत्र के सांसद गद्दम विवेकानंद हैं.

एटलेटिको डि कोलकाता ने इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) फुटबाल टूर्नामेंट 2014 का खिताब जीता

23-DEC-2014

एटलेटिको डि कोलकाता ने इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) फुटबाल टूर्नामेंट 2014 का खिताब 20 दिसंबर 2014 को जीता. पूर्व क्रिकेट कप्तान सौरव गांगुली की टीम एटलेटिको डि कोलकाता (एटीके) ने संघर्षपूर्ण फाइनल में पूर्व क्रिकेट कप्तान सचिन तेंदुलकर के केरला ब्लास्टर्स को 1-0 से पराजित किया. फाइनल मैच मुंबई के डी.वाई.पाटिल स्टेडियम पर खेला गया. एटलेटिको डि कोलकाता की ओर से मोहम्मद रफीक ने एक गोल किया. मोहम्मद रफीक को ‘हीरो ऑफ द मैच’ का पुरस्कार मिला.

पुरस्कार राशि 
इस जीत से पुरस्कार स्वरूप एटीके को आठ करोड़ रुपए मिले जबकि केरला ब्लास्टर्स को चार करोड़ रुपए मिले.सेमीफाइनल हारने वाली चेन्नईयिन एफसी और एफसी गोवा को डेढ़-डेढ़ करोड़ रुपए मिले.

विकटन ग्रुप के प्रमुख एस बालसुब्रमण्यन का निधन

23-DEC-2014

19 दिसंबर 2014 को विकटन ग्रुप के एस बालसुब्रमण्यन का निधन हो गया. वे 78 वर्ष के थे.
बालसुब्रमण्यन ने आनंद विकटन की सामग्री में कई क्रांतिकारी परिवर्तन किए.

उन्होंनेतमिलनाडु में छात्र  प्रतिभाओं की पहचान करने के लिए एक योजना भी शुरू की थी.और क्षेत्र के कई बड़े पत्रकार उनके द्वारा चलायी जारही योजनाओं एवं अथक परिश्रम की ही देन है. 
जब उन्होंने अपनी पत्रिका के कवर पर प्रकाशित विधायकों पर कार्टून के लिए माफी माँगने से मना कर दिया था तब  तमिलनाडु विधानसभा द्वारा बालसुब्रमण्यन को गिरफ्तार कर लिया गया और तीन दिनों के लिए जेल में बंद किया गया था 
देश भर में उनकी गिरफ़्तारी के खिलाफ  विरोध प्रदर्शन के बाद उनको रिहा कर दिया गया था. बाद में उन्होंने अपनी गलत तरीके से गिरफ्तारी के खिलाफ अदालत में एक मुकदमा भी दायर किया था. 
मद्रास उच्च न्यायालय ने बालसुब्रमण्यन के पक्ष में फैसला दिया  और यहां तक कि उनको मुआवजे से सम्मानित भी किया गया.
उनकोअपनी हरी उंगलियों के लिए जाना जाता था. वह सर्दियों की उच्च उपज वाली फसल सब्जियों की खेती में एक विशेष रुचि के साथ एक विशेषज्ञ किसान थे  इतना ही नहीं उनको  उच्च गुणवत्ता वाले जर्मन शेफर्ड कुत्तों के प्रजनन में उल्लेखनीय सफलता मिली.

दक्षिण कोरिया की संवैधानिक न्यायालय ने वामपंथी एकीकृत प्रोग्रेसिव पार्टी के विघटन का आदेश दिया

23-DEC-2014

दक्षिण कोरिया के संवैधानिक न्यायालय ने 19 दिसंबर 2014 को वामपंथी एकीकृत प्रोग्रेसिव पार्टी (UPP)के ऊपर  उत्तर कोरिया समर्थक गतिविधियों का आरोप लगाकर उसके विघटन का आदेश पारित कर दिया.
इस तरह से 1988 में स्थापित की गयी दक्षिण कोरिया की इस संवैधानिक अदालत द्वारा किसी राजनीतिक दल को समाप्त करने के आदेश का यह पहला मामला है. 
एकीकृत प्रोग्रेसिव पार्टी छोटे प्रगतिशील समूहों के विलय द्वारा 2011 में  बनायीं गयी पार्टी है इसके पांच सांसद हैं.  उन सभी को अदालत ने अपनी सीटों से अयोग्य करार दे दिया .
नवंबर 2013 में दक्षिण कोरिया के न्याय मंत्रालय ने उत्तर कोरिया  समाजवादी शैली का समर्थन और दक्षिण कोरिया के उदारवादी लोकतंत्र के लिए  खतरा उत्पन्न करने के लिए एकीकृत प्रोग्रेसिव पार्टी (UPP) को भंग करने के लिए अदालत में अर्जी दी थी. 
इससे पहले एकीकृत प्रोग्रेसिव पार्टी के सदस्यों को  कथित तौर पर कोरियाई प्रायद्वीप में एक युद्ध की स्थिति लाने एवं  दक्षिण कोरियाई सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए प्योंगयांग समर्थक विद्रोह की साजिश रचने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
हालांकि, एकीकृत प्रोग्रेसिव पार्टी के सदस्य उत्तर कोरिया के साथ  अधिक से अधिक सुलह चाहते थे. उनका आरोप है  कि साउथ कोरिया के जासूसी एजेंट मनगढ़त आरोप उनके खिलाफ गढ़ रहे है जिनका कोई आधार नहीं है.  इस झूठे षणयन्त्रो एवं जासूसी का असल मकसद पार्टी के उम्मीदवार -अब सत्तारूढ़ राष्ट्रपति- की  मदद करना है. इसी सन्दर्भ में  दिसंबर 2012 में चुनाव जीतने के लिए जासूसी एजेंसी द्वारा अवैध ऑनलाइन चुनाव प्रचार की शुरूआत की गयी थी. उनका आरोप हैकि उनके  खिलाफ जासूसी मूल मुद्दे से ध्यान भटकाने के अलावा कुछ नहीं हैं. 
टिप्पणी 
अदालत का  आदेश  दक्षिण कोरिया में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की सीमाओं को उजागर करता है.राष्ट्रपति पार्क की सरकार अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का उल्लंघन करती रहती है . अदालत के इस फैसले से दक्षिण  एवं  वामपंथ  के बीच  राजनैतिक विभाजन बढ़ सकता है.