25-26 April 2015 Hindi

प्रधानमंत्रीनरेंद्रमोदीनेहेल्थकेयरपोर्टलकाउद्घाटनकिया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 24 अप्रैल 2015 को नई दिल्ली में आयोजित सेवा क्षेत्र पर वैश्विक प्रदर्शनी में भारत के हेल्थकेयर पोर्टल का उद्घाटन किया. यह पोर्टल एक प्रामाणिक और गतिशील जानकारी का स्रोत होगा. इस पोर्टल का उपयोग वैश्विक स्तर पर किया जा सकेगा.  
वर्तमान में इस पोर्टल को 124 मान्यता प्राप्त चिकित्सा सुविधाओं से जोड़ा गया है. जिसमे 93 चिकित्सा केन्द्रों, 30 आयुर्वेद और कल्याण केंद्रों और 1 विशेष श्रेणी के केन्द्रों को शामिल किया गया है.
इनमे से 74 सुविधायें को टीयर1 शहरों में और बाकी सुविधाओं को टीयर2  शहरों में प्रदान किया गया है.
इस हेल्थकेयर पोर्टल को वेबसाईट ‘www.indiahealthcaretourism.com’ पर देखा जा सकता है.


हेल्थकेयर पोर्टल के बारे में

• यह हेल्थकेयर पोर्टल केंद्र सरकार, वाणिज्य विभाग और सेवाएं निर्यात संवर्धन परिषद के द्वारा विकसित किया गया है.
• यह पोर्टल भारत में अस्पताल और यात्रा से संबंधित जानकारी देगा.
• इस पोर्टल पर संस्थाओं द्वारा की गई मुख्य चिकित्सा और कल्याण प्रक्रियाओं को डाला गया है.
• पोर्टल पर भारत में उपचारों का लाभ, भारत के अस्पतालों में उपचार से संबंधित लागत, प्रवास पर टैरिफ विकल्प आदि की जानकारी उपलब्ध कराई गई है.

रूसऔरअर्जेंटीनाकेमध्यआर्थिकऔरऊर्जासहयोगपरसमझौता

रूस और अर्जेंटीना के मध्य 23 अप्रैल 2015 को आर्थिक और ऊर्जा सहयोग पर समझौता हुआ.
इस समझौते में अर्जेंटीना की ओर से राष्ट्रपति क्रिस्टीना फर्नांडीज डी किर्चनेर और रूस की ओर से रूसी नेता व्लादिमीर पुतिन ने भाग लिया.
समझौते पर हस्ताक्षर रूस की राजधानी मास्को में हुए.


समझौते के बारे में

•  रूस ने अर्जेंटीना की नेक्युन नदी पर पनबिजली संयंत्र स्थापित करने के लिए वित्तीय सहायता देने की घोषणा की.
•  समझौते में रूस का रोसएटम (ROSATOM) परमाणु निगम अर्जेंटीना के अटूचा में परमाणु ऊर्जा संयंत्र स्थापित करने पर सहमत हुई है.
•  रक्षा सम्बन्धी सहयोग ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए हैं.
दोनों राष्ट्रों के नेता द्विपक्षीय व्यापार में अमेरिकी डॉलर के स्थान पर अपनी राष्ट्रीय मुद्राओं के इस्तेमाल पर विचार करने के लिए सहमत हुए.

टिप्पणी

रूस ने यूक्रेन में संकट के कारण यूरोपीय संघ और अमेरिका द्वारा रूस पर लगाए गए आर्थिक प्रतिबंधों से निपटने के लिए एशिया, अफ्रीका और दक्षिण अमेरिकी देशों के प्रति अपनी नीति में परिवर्तन किया है.

दूसरी ओर अर्जेंटीना ने अमेरिका के हेज फंड में ऋण का पुनर्गठन करने के उद्देश्य से इस समझौते पर हस्ताक्षर किए.

दक्षिणीचिलीमेंकलबूकोज्वालामुखीप्रस्फूटित

दक्षिणी चिली  में  23 अप्रैल 2015 को लगभग 42 वर्षों बाद कलबूको ज्वालामुखी पुनः प्रस्फूटित हो गया. कुछ घंटों के अंतराल में यह ज्वालमुखी दो बार प्रस्फूटित हुआ जिसके कारण आकाश में राख और धुल का गुबार छा गया.
प्रस्फूटन के बाद चिली सरकार ने नजदीकी शहरों  से लोगों के निष्क्रमण का आदेश दिया है.
कलबूको ज्वालामुखी के बारे में

• यह दक्षिणी चिली के एंडीज के सबसे सक्रिय ज्वालामुखियों में से एक है. 
• यह लगभग 2015 मीटर ऊंचा है और इसमें 400 से 500 मीटर चौड़ा गड्ढा(क्रेटर ) है.
• यह चिली के 90 सक्रीय एवं  खतरनाक ज्वालामुखियों में से एक है.
• यह इससे पहले  इस ज्वालामुखी का प्रस्फूटन 1972 में हुआ था.
• विश्व में इंडोनेशिया के बाद  चिली में ही सबसे ज्यादा सक्रीय ज्वालामुखी हैं. यह दोनों ही देश ‘रेंज ऑफ़ फायर’  में आते हैं.

गोरखारेजिमेंटकीपहलीबटालियननेस्थापनाके 200 वर्षपूरेकिए

गोरखा राइफल्स की पहली बटालियन(1/1 जीआर) ने 24 अप्रैल 2015 को स्थापना के दो सौ वर्ष पूरे होने के अवसर पर पठानकोट, पंजाब में उत्सव मनाया.
स्थापना दिवस के इस अवसर पर भारत और नेपाल के सेवानिवृत्त, सेवारत और अनुभवी अधिकारियों ने समारोह में भाग लिया.
समारोह की शुरुआत बटालियन के शहीदों को याद कर के की गई.

पहली गोरखा राइफल्स बटालियन के बारे में
• पहली गोरखा राइफल्स बटालियन की स्थापना 24 अप्रैल 1815 को की गई थी.
• इस बटालियन को अब 1/3 गोरखा राइफल्स के नाम से जाना जाता है. 
• पंजाब रेजिमेंट (1761), राजपूताना राइफल्स (1775), राजपूत रेजिमेंट (1778), जाट रेजिमेंट (1795) और कुमाऊं रेजिमेंट (1813) ही उन चंद भारतीय पैदल सेना बटालियनों में से हैं जो 1/3 गोरखा रेजिमेंट के गठन से पूर्व स्थापित हुई थीं.
• पिछली दो शताब्दियों में बटालियन ने दो विश्व युद्धों सहित दुनिया भर की लड़ाइयों में अपने वीरता को साबित किया है.
• आजादी के बाद से अब तक गोरखा रेजिमेंट को कई पुरस्कार और पदक से सम्मानित किया गया है. 
• रेजिमेंट को 3 परम वीर चक्र, 33 महावीर चक्र, और 84 वीर चक्र से सम्मानित किया चुका गया है.

केंद्रसरकारनेईपीएफओकोशेयरबाजारोंमें 5% निवेशकरनेकीअनुमतिदी

केंद्र सरकार ने भारत की सेवानिवृत्ति निधि निकाय कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) को वार्षिक कोष का 5 प्रतिशत तक एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स (ईटीएफ) में निवेश करने की अनुमति दी है. जिससे इस वित्त वर्ष शेयर बाजारों में 5000 करोड़ रुपये तक का निवेश आने का अनुमान है.

श्रम मंत्रालय ने ईपीएफओ के धन के निवेश के नए तरीके को अधिसूचित कर दिया है. इसके तहत ईपीएफओ को अपना 5 प्रतिशत तक कोष ईटीएफ में निवेश करने की अनुमति दी गई है.
ईटीएफ में निवेश की शुरुआत 1 प्रतीशत से की जाएगी और इस वित्तीय वर्ष 2015-16  के अंत तक 5 प्रतीशत के लक्ष्य को प्राप्त किया जाएगा.
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) के देश भर में 5 करोड़ उपभोक्ता और 6 लाख रुपये करोड़ का कोष है.

कोस्टारिकाकातुरीआल्बाज्वालामुखीप्रस्फूटित

कोस्टा रिका का तुरीआल्बा ज्वालामुखी 24 अप्रैल 2015  को प्रस्फूटित हो गया. प्रस्फूटन के कारण आकाश में गैस और राख का गुबार छा गया. 
ज्वालामुखी प्रस्फूटन के कारण राजधानी सेन जोस के हवाई अड्डों में जहांजों की आवाजाही को रदद करना पड़ा.
यह प्रस्फूटन मध्य अमेरिका के पूर्व में दक्षिणी चिली के कालबूको ज्वालामुखी के प्रस्फूटन के बाद हुआ.

तुरीआल्बा ज्वालामुखी के बारे में

• तुरीआल्बा ज्वालामुखी 3340 मीटर (10,958 फीट) ऊँचा है.
• इस ज्वालामुखी में तीन गड्ढे(क्रेटर) हैं. सबसे बड़े क्रेटर का व्यास लगभग 50 मीटर (160 फीट) है.
• 1990 से पहले यह130 साल तक निष्क्रिय था.  
• इससे पहले यह मार्च 2015 प्रस्फूटित हुआ था.
• तुरीआल्बा ज्वालामुखी, इराजू ज्वालामुखी के निकट है और यह दोनों कोस्टा रिका के सबसे बड़े ज्वालामुखियों में से एक हैं.
• इनसे पिछले 3500 साल में कम से कम पाँच बड़े प्रस्फूटन हो चुके हैं.