25 September

भारतीयवायुसेनाद्वारामिराज-2000 सेएमआईसीएमिसाइलकासफलप्रक्षेपण

भारतीय वायुसेना द्वारा 23 सितंबर 2016 को हवा से हवा में मार करने वाली एमआईसीए मिसाइल का सफल परीक्षण किया. इसे भारतीय वायुसेना के उन्नत लड़ाकू विमान मिराज-2000 से कृत्रिम निशाने पर दागा गया.

रक्षा मंत्रालय द्वारा नई दिल्ली में जारी विज्ञप्ति के अनुसार मिसाइल ने कम ऊंचाई पर उड़ान भरने वाले और वास्तविक विमान से बहुत छोटे लक्ष्य को निशाना बनाया. 

रक्षा मंत्रालय ने कहा कि स्क्वाड्रन टाइगर्स द्वारा किये गए इस सफल परीक्षण से भारतीय वायुसेना विश्व की उन चुनिंदा वायुसेनाओं में शामिल हो गयी है जिनके पास इस तरह की विशेषता मौजूद है.


मिराज-2000

मिराज-2000 चौथी पीढ़ी का एकल इंजन वाला उन्नत लड़ाकू विमान है जिसे फ्रांस के दस्सौल्ट एविएशन द्वारा तैयार किया गया है. इसका डिज़ाइन 1970 के दशक में तैयार किया गया, उस समय इसे मिराज-III के नाम से फ्रांस की वायु सेना के लिए बनाया गया था.

उन्नत मिराज-2000 में थेल्स आरडीवाई 2 राडार, हेलमेट डिस्प्ले, नए संयंत्र, हथियार दागने की उन्नत क्षमता तथा एमआईसीए मिसाइल की क्षमता है.

लार्सेनएंडटुब्रोकावियतनामबॉर्डरगार्डकेसाथ 100 मिलियनडॉलरकाअनुबंध

लार्सेन एंड टुब्रो (एल एंड टी) ने वियतनाम बॉर्डर गार्ड डिज़ाइन के साथ 99.7 मिलियन डॉलर (लगभग 660 करोड़ रुपये) का अनुबंध हस्ताक्षरित किया. इस अनुबंध के तहत एल एंड टी उच्च गति के पेट्रोल वाहन प्रदान करेगा. अनुबंध के अनुसार एल एंड टी अगले 30 माह में 12 वाहन प्रदान करेगा.

एल एंड टी उपकरणों की आपूर्ति के साथ-साथ डिजाइन और प्रौद्योगिकी का भी हस्तांतरण करेगा ताकि वियतमान शिपयार्ड के लिए इस प्रकार के वाहनों का निर्माण किया जा सके एवं उन्हें देश की रक्षा में उपयोग किया जा सके.


उच्च गति वाले यह वाहन देश की समुद्री सीमाओं की रक्षा, संप्रभुता के लिए उपयोग किया जायेंगे. साथ ही इनसे तस्करी के रूप में अवैध गतिविधियों का पता लगाने, और खोज और बचाव अभियान के दौरान भी प्रयोग किया जा सकेगा.

एल्युमीनियम से बनाये जाने वाले इन वाहनों की लम्बाई 35 मीटर होगी तथा यह अधिकतम 35 नॉट की गति प्राप्त कर सकेंगे. इन वाहनों पर नेविगेशन और निगरानी उपकरण तथा आत्म-रक्षा के उपकरण भी लगाये जायेंगे.

भारत-रूसकासंयुक्तसैन्यअभ्यासइंद्र-2016 व्लादिवोस्तोकमेंआरंभ

भारत और रूस की सेनाओं के संयुक्त सैन्य अभ्यास इंद्र-2016 के आठवें संस्करण का रूस के व्लादिवोस्तोक में आरंभ हुआ. इस सैन्य अभ्यास का मुख्य केंद्र पहाड़ी, जंगली तथा मैदानी क्षेत्रों में आतंकवाद विरोधी अभियान है जिसे संयुक्त-राष्ट्र के अधिकृत निर्देशों के अनुसार ही आयोजित किया जा रहा है.

इस प्रकार के सैन्य अभियान से दोनों देशों के सैनिक आतंकवादी हमलों की दशा में स्वयं को बेहतर तरीके से तैयार कर सकेंगे. इसके लिये 11 दिनों का विस्तृत प्रशिक्षण कार्यक्रम तैयार किया गया है.


कुमाऊँ रेजिमेंट के ब्रिगेडियर सुकृत चड्ढा के नेतृत्व में 250 सैनिकों का दल इस अभियान में शामिल है. रूस की ओर से 59वीं मोटोराइज़ड इन्फेंट्री ब्रिगेड इसमें भाग ले रही है.

भारत एवं रूस के मध्य वर्ष 2003 से ही इंद्र सैन्य अभ्यास आयोजित किया जा रहा है जो दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों को प्रगाढ़ता प्रदान करता है. भारतीय सैन्य दल अक्टूबर 2016 के पहले सप्ताह में भारत वापिस लौटेगा.

26 September

सानियामिर्ज़ाऔरबारबरास्ट्रायकोवानेटोरेपैनपैसिफिकओपनकामहिलायुगलख़िताबजीता

भारत की टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्ज़ा और उनकी चेक जोड़ीदार बारबरा स्ट्रायकोवा ने 24 सितंबर 2016 को टोक्यो में आयोजित टोरे पैन पैसिफिक ओपन का महिला युगल ख़िताब जीता. फाइनल मुकाबले में उन्होंने चीन की खिलाड़ी चेन लियांग और ज़ाओसुआन यांग को 6-1, 6-1 से हराया.


यह सानिया और स्ट्रायकोवा द्वारा जीता गया दूसरा ख़िताब है, दोनों ने अब तक तीन मैचों में जोड़ी के रूप में खेला है. उन्होंने सिनसिनाती में अपना पहला ख़िताब जीता था.

इस जीत से जोड़ी के 470 अंक हो गये हैं जिससे यह अगली प्रतिस्पर्धाओं में अग्रणी स्थान प्राप्त करने में सफल होगी.

सानिया का चार वर्षों में यह तीसरा पैन पैसेफिक ओपन खिताब है. उन्होंने इससे पहले कारा ब्लैक को जोड़ीदार बनाकर वर्ष 2013 और 2014 में खिताब जीता था.

भारतकेवेलावनसेंथिलकुमारनेअंडर-19 एशियनजूनियरस्क्वैशखिताबजीता

भारत के वेलावन सेंथिलकुमार ने 24 सितंबर 2016 को अंडर-19 एशियन जूनियर व्यक्तिगत स्क्वैश ख़िताब जीता. कुआलालंपुर में खेले गये फाइनल मैच में उन्होंने जॉर्डन के मोहम्मद अल-सराज को 12-14, 9-11, 11-6, 11-8, 11-7 से हराया.

इंडियन स्क्वैश एकैडमी से प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे चेन्नई के यह खिलाड़ी इस ख़िताब को जीतने वाले भारत के दूसरे खिलाड़ी बने. उनसे पहले वर्ष 2010 में रवि दीक्षित ने यह ख़िताब जीता था.
इस प्रतियोगिता में विभिन्न श्रेणियों में खेल रहे 31 भारतीय खिलाड़ियों में दो और खिलाड़ियों ने ख़िताब जीते. इनमें तुषार साहनी ने अंडर-17 में रजत पदक जीता जबकि यश फडते ने अंडर-15 में कांस्य पदक जीता.

आरअश्विनसबसेतेज़ 200 टेस्टविकेटलेनेवालेपहलेभारतीयगेंदबाज़बने

भारत के ऑफ-स्पिनर गेंदबाज़ रविचंद्रन अश्विन ने 25 सितंबर 2016 को एक और उपलब्धि हासिल की जिसमें वे अपने 37वें टेस्ट मैच में 200 विकेट लेने वाले भारत के पहले तथा विश्व के दूसरे सबसे तेज़ गेंदबाज़ बने. 

कानपुर स्थित ग्रीन पार्क में भारत और न्यूज़ीलैंड के बीच खेले जा रहे टेस्ट मैच में अश्विन ने न्यूज़ीलैंड के केन विलियमसन का विकेट लेकर अपने 200 विकेट पूरे किये.

अश्विन ने टेस्ट करियर के 37वें मैच में यह उपलब्धि हासिल की. अश्विन ने पाकिस्तान के वक़ार यूनुस और ऑस्ट्रेलया के डेनिस लिली को पीछे छोड़ा. उन्होंने 200 विकेट हासिल करने के लिए 38 टेस्ट खेले थे. दक्षिण अफ्रीका के गेंदबाज़ डेल स्टेन ने 39 टेस्ट मैचों में यह उपलब्धि हासिल की.


अश्विन से पहले, नंबर 1 स्थान पर ऑस्ट्रेलिया के क्लेरी ग्रिमेट मौजूद हैं जिन्होंने 36 टेस्ट मैचों में यह उपलब्धि हासिल की.

इसके अतिरिक्त अश्विन 200 विकेट लेने वाले नौंवें भारतीय गेंदबाज़ बने. भारत के लिए सबसे अधिक विकेट हासिल करने की सूची में अनिल कुंबले पहले स्थान पर हैं, उन्होंने अपने करियर के दौरान कुल 619 विकेट लिए.

स्पाइसजेटएयरलाइन्सकेएमडीअजयसिंहमुक्केबाज़ीमहासंघकेअध्यक्षबने

स्पाइसजेट एयरलाइन्स के एमडी अजय सिंह को भारतीय मुक्केबाज़ी महासंघ (बीएफआई) का अध्यक्ष चयनित किया गया. इस पद हेतु एआईबीए ने अपनी निगरानी में चुनाव संपन्न कराए.  
मतदान अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाज संघ (एआईबीए) और खेल मंत्रालय के पर्यवेक्षकों की देखरेख में हुए 25 सितंबर को हुए. एआईबीए का प्रतिनिधित्व उसके ओसियाना क्षेत्र के उपाध्यक्ष एडगर टैनर ने किया. खेल मंत्रालय ने भारतीय खेल प्राधिकरण की सुष्मिता ज्योत्सी को अपना पर्यवेक्षक नियुक्त किया था.

मतदान के बाद अजय सिंह को 49 मत मिले, उनके प्रतिद्वंद्वी दिल्ली के रोहित जैनेंद्र जैन को मात्र 15 मत ही हासिल हुए. महाराष्ट्र के जय कोवली को महासचिव चुना गया. उन्हें 48 मत जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी गोवा के लेनी डिगामा को 12 मत मिले.

असम के हेमंत कुमार कलिता को निर्विरोध कोषाध्यक्ष चुना गया. सचिव पद की दौड़ में शामिल तीसरे उम्मीद्वार हरियाणा के राकेश ठाकरान को केवल चार मत ही हासिल हुए

अजयसिंहकेबारेमें-

  • उत्तराखंड के प्रतिनिधि 51 वर्षीय अजय सिंह मशहूर व्यवसायी हैं.
  • अजय सिंह ने 2005 में स्पाइसजेट की स्थापना की.
  • कुछ समय पूर्व स्पाइसजेट के शेयर उन्होंने बेच दिए. पिछले साल कंपनी की खराब स्थिति के कारण उन्होंने फिर से इसके शेयर खरीदकर उसे बेहतर स्थिति में ला दिया.
  • अजय उत्तराखंड मुक्केबाजी संघ में उपाध्यक्ष भी हैं.
  • अजय सिंह को भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) का समर्थन हासिल था.
  • अजय के अनुसार मुक्केबाजी को फिर से उसके पहले स्थान दुनिया में शीर्ष 10 में या फिर शीर्ष पांच में लाना उनकी प्राथमिकता में है.
  • वह शीघ्र ही मुक्केबाजी लीग और साथ ही अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगितायें शुरू कराने के प्रयास करेंगे.
  • भारतीय मुक्केबाज़ी महासंघ अधिकारिक रूप से एआईबीए से मान्यता प्राप्त करेगा.


भारतीयमुक्केबाजीमहासंघकेअन्यपदाधिकारी-

अध्यक्ष : अजय सिंह (उत्तराखंड)
महासचिव : अजय कोवली (महाराष्ट्र)
कोषाध्यक्ष : हेमंत कुमार कलिता (असम)
उपाध्यक्ष : खोइबी सलाम सिंह (पूर्वोत्तर), जान खारशिंग (पूर्व), अनिल कुमार बोहिदार (दक्षिण पूर्व), सीबी राजे (दक्षिण), अमरजीत सिंह (पश्चिम), नरेंद्र कुमार निर्वाण (पश्चिमोत्तर), राजेश भंडारी (उत्तर) और अनिल कुमार मिस्रा (मध्य)
क्षेत्रीयसचिव : स्वप्न बनर्जी (पूर्व), जीवी रवि राजू (दक्षिण पूर्व), आर गोपू (दक्षिण), राजेश देसाई (पश्चिम), दिग्विजय सिंह (उत्तर पश्चिम), संतोष कुमार दत्ता (उत्तर), राजीव कुमार सिंह (मध्य)

जीएसटीपरिषदनेछूटकीसीमाको 20 लाखरुपयेमंजूरकिया

जीएसटी परिषद ने 23 सितम्बर 2016 को छूट की सीमा को 20 लाख रुपये मंजूर किया. जीएसटी परिषद की हुए बैठक के दूसरे दिन केंद्र व राज्यों के बीच कारोबारी छूट सीमा पर सहमति बन गई है.

केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बताया कि बैठक में केंद्र और राज्यों के बीच थ्रेसहोल्डी लिमिट पर सहमति हो गई है. वित्त मंत्री ने कहा कि सभी उपकर जीएसटी में समाहित किये जायेगे.

जीएसटी के लिए कारोबार की छूट सीमा 20 लाख रुपए वार्षिक तय की गई है. जिन कारोबारियों की वार्षिक आय 20 लाख रुपए तक है, उन्हें जीएसटी के लिए कोई रजिस्ट्रेशन नहीं कराना होगा.

पूर्वोत्तर क्षेत्र और पहाड़ी राज्यों  में जीएसटी के लिए कारोबार में छूट की सीमा 10 लाख रुपए सालाना तय की गई है.

जिन कंपनियों का वार्षिक टर्नओवर 20 लाख से 1.5 करोड़ रुपए के बीच में है, उन पर लगने वाले जीएसटी का आंकलन राज्य सरकार के अधिकारी करेंगे.

जिस कारोबारियों की वार्षिक आय 1.5 करोड़ से ज्यादा के कारोबार वाले उद्योग दोहरे नियंत्रण की व्यवस्था में आएंगे, तथा बैठक में यह भी तय किया गया कि मुआवजा और जीएसटी दरें लागू करने के बाद राज्यों को होने वाले राजस्व में हुए नुकसान की भरपाई के लिए मुआवजा देने का आधार वर्ष 2015-16 होगा.