फर्राटा धावक दुती चंद ने रियो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया

भारत की शीर्ष महिला फर्राटा धावक दुती चंद ने 25 जून 2016 को महिलाओं की 100 मीटर स्पर्धा में आगामी रियो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया. कजाकिस्तान के अलमाटी में आयोजित 26वें जी. कोसोनोव मेमोरियल मीट में बीस वर्षीय दुती ने यह रिकॉर्ड कायम किया.

उन्होंने 11.30 सेकेंड का समय निकालकर रियो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया. रियो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई मार्क 11.32 सेकेंड था.


इस उपलब्धि के साथ ही ओडिशा की दुती भारत की ओर से इस प्रतिस्पर्धा के भाग लेने वाली दूसरी महिला बन गयीं.  उनसे पहले वर्ष 1980 में पीटी उषा ने ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया था.

 

चिली ने अर्जेंटीना को हराकर कोपा अमेरिका फुटबॉल ख़िताब जीता

चिली ने 26 जून 2016 को अर्जेंटीना को हारकर दूसरी बार कोपा अमेरिका ख़िताब जीता. 

दोनों टीमों द्वारा 90 मिनट के खेल में कोई गोल नहीं कर पाने पर पेनल्टी शूटआउट द्वारा निर्णय लिया गया. पेनल्टी शूटआउट में चिली ने 4-2 से अर्जेंटीना को हराया.

कोपा अमेरिका फुटबॉल टूर्नामेंट

इसे पहले साउथ अमेरिका फुटबॉल चैंपियनशिप के नाम से भी जाना जाता था. यह अंतरराष्ट्रीय पुरुष फुटबॉल टूर्नामेंट है जिसे राष्ट्रीय टीमों के बीच खेला जाता है. यह फुटबॉल के सबसे पुराने टूर्नामेंट में से एक है.

इसमें दक्षिण अमेरिका से एक चैंपियन निर्धारित किया जाता है. वर्ष 1990 से इसमें उत्तर अमेरिका एवं एशिया से भी टीमें भाग ले रही हैं.

 

नशीली दवाओं के सेवन और अवैध तस्करी के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय दिवस मनाया गया

26 जूननशीली दवाओं के सेवन और अवैध तस्करी के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय दिवस

विश्व भर में 26 जून 2016 को नशीली दवाओं के सेवन और अवैध तस्करी के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय दिवस मनाया गया. इस वर्ष का विषय था – पहले सुनें.

इस वर्ष के विषय को नशाखोरी से बचाव हेतु जारी किया गया ताकि बच्चों, युवाओं एवं उनके परिवारों को बेहतर माहौल एवं सहयोग प्रदान किया जा सके.

नशाखोरी के खिलाफ दिवस

इस अवसर पर संयुक्त राष्ट्र ड्रग्स और अपराध कार्यालय (यूएनओडीसी) द्वारा विश्व ड्रग रिपोर्ट 2016 भी जारी की गयी.

संयुक्त राष्ट्र प्रस्ताव

7 दिसम्बर 1987 को संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) द्वारा प्रस्ताव 42/112 द्वारा 26 जून को नशीली दवाओं के सेवन के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय दिवस मनाये जाने की घोषणा की गयी. इस दिवस का उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नशीली दवाओं से मुक्ति पाना है तथा समाज में सशक्तिकरण लाना है.

इस प्रस्ताव से 1987 के नशीली दवाओं के सेवन और अवैध तस्करी पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन को भी मजबूती प्राप्त हुई.

नशीली दवाओं पर संयुक्त राष्ट्र महासभा का विशेष सत्र 

अप्रैल 2016 को संयुक्त राष्ट्र ने नशीली दवाओं पर संयुक्त राष्ट्र महासभा का विशेष सत्र आमंत्रित किया. यह सत्र 2009 के पॉलिसी डॉक्यूमेंट के लिए भी महत्वपूर्ण है. इसमें नशीली दवाओं के सेवन के प्रति अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सहयोग बढ़ाने हेतु कदम उठाने का आग्रह किया गया था.

इस योजना के तहत सदस्य देशों को 2019 तक लक्ष्य हासिल करने के लिए कहा गया है.

सिफारिशें

•    मांग और आपूर्ति में कमी लाने तथा प्रतिबंधित दवाओं के उपयोग में नियंत्रण लाये जाने हेतु कदम उठाये जाने चाहिए.

•    इसमें मानव अधिकार, युवा, बच्चे, महिलाएं एवं समाज के विभिन्न वर्ग शामिल हैं. इसके अंतर्गत अंतरराष्ट्रीय सहयोग, वैकल्पिक विकास तथा मानसिक दिक्कतों जैसी चुनौतियां शामिल हैं.

•    मादक पदार्थों से संबंधित अपराधों के लिए आनुपातिक राष्ट्रीय सजा नीतियों में बदलाव तथा नशाखोरी सम्बंधित अपराधों की रोकथाम पर भी बल दिया गया है.

भारत के संदर्भ में

इस अवसर पर सीमा सुरक्षा बल की पंजाब फ्रंटियर के 65 जवानों ने डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल मोहन लाल की अध्यक्षता में जालंधर मुख्यालय से साइकिल रैली निकली. इसका उद्देश्य राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति जागरुकता फैलाना, समाज ने स्वास्थ्य के प्रति एवं नशाखोरी के खिलाफ सन्देश देना था.

 

नेपाल ने नागरिकों के अफगानिस्तान, इराक एवं सीरिया में कार्य करने पर प्रतिबन्ध लगाया

नेपाल ने 24 जून 2016 को आतंकवाद प्रभावित देशों – अफगानिस्तान, इराक, सीरिया एवं लीबिया में नागरिकों के कार्य करने पर प्रतिबन्ध लगाने की घोषणा की. इस संदर्भ में कैबिनेट स्तर की मीटिंग में निर्णय लिया गया. इससे पहले काबुल में हुए तालिबानी आत्मघाती हमले में 13 नेपाली सुरक्षाकर्मी मारे गये थे.

मारे गये नेपाली सुरक्षाकर्मी काबुल स्थित कनाडियन दूतावास में तैनात थे. 20 जून 2016 को अतंकवादियों द्वारा एक मिनीबस पर बम से हमला करके इसे अंजाम दिया गया.

नेपाल सरकार का निर्णय

•    सरकार ने नेपाल के नागरिकों को आतंकवाद प्रभावित देशों के लिए लेबर परमिट न देने का निर्णय दिया.

•    नेपाल सरकार ने अफगानिस्तान सरकार के साथ कूटनीतिक वार्ता आयोजित किये जाने का भी निर्णय लिया ताकि वहां कार्यरत नेपाली लोगों को सुरक्षा मुहैया कराई जा सके.

•    प्रभावित लोगों के परिवारों को 10 लाख नेपाली रुपये दिए जायेंगे.

•    कनाडा सरकार से भी हमले से प्रभावित लोगों के परिवारों को राहत राशि एवं सहायता दिए जाने का आह्वान किया जायेगा.

रिपोर्ट के अनुसार, मारे गये नेपाली सुरक्षाकर्मी ब्रिटिश एजेंसी द्वारा भर्ती किये गये थे. काबुल स्थित कनाडा दूतावास में 147 नेपाली नागरिक कार्यरत हैं. नेपाल सरकार ने कनाडा दूतावास में कार्यरत अन्य 24 नागरिकों को भी वापस देश में बुलाने का निर्णय लिया.

 

भारतीय निशानेबाज जीतू राय ने आईएसएसएफ विश्व कप-2016 में रजत पदक जीता

भारतीय निशानेबाज जीतू राय ने आईएसएसएफ विश्व कप में 25 जून 2016 को 10 मीटर एयर पिस्टल में रजत पदक जीता. उन्होंने तीन बार के ओलम्पिक चैम्पियन दक्षिण कोरिया के जोंगोह जिन को हराकर इस पदक पर कब्जा जमाया.

जीतू राय ने फाइनल में 199.5 का स्कोर कर रजत पदक हासिल किया. ब्राजील के फेलीपे अलमेडा वु ने कुल स्कोर 200 के साथ स्वर्ण पदक हासिल किया. जोंगोह 178.8 का स्कोर कर कांस्य पदक जीता.

जीतू राय ने 580 अंक के स्कोर से छठे स्थान से क्वालीफाई किया. ब्राजील के निशानेबाज ने सातवें स्थान से क्वालीफाई किया था. यह राय का छठा विश्व कप पदक है और इस साल दूसरा है. उन्होंने इससे पहले बैंकाक में पदक जीता था.

जीतू राय के बारे में:

•    जीतू राय मूल रूप से उत्तर प्रदेश के लखनऊ के निवासी हैं.

•    वह पिस्टल निशानेबाजी स्पर्द्धा के खिलाड़ी हैं.

•    वे भारतीय सेना के नौजवान भी हैं.

•    एक ही विश्व कप में दो पदक जीतने वाले वो प्रथम भारतीय हैं.

•    उन्होंने 2014 के एशियाई खेलों में पहले ही दिन 50 मीटर मेन्स पिस्टल राइफल स्पर्धा में भारत को पहला गोल्ड मैडल दिलाया.

•    ग्लासगो में आयोजित 2014 राष्ट्रमण्डल खेल में 28 जुलाई 2014 को 194.1 लेकर स्वर्ण पदक जीता.

विदित हो कि अंतर्राष्ट्रीय शूटिंग खेल महासंघ  द्वारा आयोजित ‘आईएसएसएफ विश्व कप’ का प्रारंभ वर्ष 1986 में हुआ. इसका आयोजन वार्षिक रूप से होता है.

 

 

प्रोफेसर संजय मित्तल वर्ष 2015 के जी डी बिड़ला पुरस्कार से सम्मानित

आईआईटी-कानपुर से संबंधित प्रोफेसर संजय मित्तल को उनके वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए वर्ष 2015 के जी डी बिड़ला पुरस्कार (घनश्यामदास बिड़ला पुरस्कार) से जून 2016 में सम्मानित किया गया.

आईआईटी-कानपुर के ऐरोस्पेस इंजीनियरिंग विभाग के प्रोफेसर संजय मित्तल को यह सम्मान उनके यंत्र विज्ञान क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान के लिए दिया गया.

प्रोफेसर संजय मित्तल से संबंधित मुख्य तथ्य: 
•    प्रोफेसर संजय मित्तल आईआईटी-कानपुर में एयरोस्पेस इंजीनियरिंग विभाग में कम्प्यूटेशनल फ्लूड डायनामिक्स के प्रोफेसर हैं.
•    उन्होंने वर्ष 1988 में आईआईटी कानपुर से अपना बीटेक पूरा किया.
•    इसके बाद, उन्होंने मिनेसोटा विश्वविद्यालय से एमएस में उपाधि प्राप्त की.
•    एक सहायक प्रोफेसर के रूप में वर्ष 1994 में वे आईआईटी कानपुर में शामिल हो गए.
•    वे विज्ञान और प्रौद्योगिकी के लिए शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार से सम्मानित हो चुके हैं.

जी डी बिड़ला पुरस्कार से संबंधित मुख्य तथ्य:
•    वैज्ञानिक अनुसंधान हेतु वर्ष 1991 में के के बिड़ला फाउंडेशन द्वारा ‘जी डी बिड़ला पुरस्कार’ स्थापित किया गया था.
•    इसे भारतीय घनश्याम दास बिड़ला के सम्मान में स्थापित किया गया.
•    यह पुरस्कार पिछले 5 वर्षों के दौरान उत्कृष्ट वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए 50 साल की उम्र से नीचे के भारतीय वैज्ञानिक को दिया जाता है.
•    यह पुरस्कार हर वर्ष दिया जाता है और इसमें चिकित्सा विज्ञान सहित विज्ञान की सभी शाखाओं को शामिल किया जाता है.
•    वर्ष 2014 का जी डी बिड़ला पुरस्कार संजीव गलांडे को दिया गया था.

 

अंजू बाबी जार्ज और पुलेला गोपीचंद को ‘खेलो इंडिया’ का सदस्य बनाया गया

भारत की एथलेटिक्स विश्व चैम्पियनशिप में एकमात्र पदक विजेता अंजू बाबी जार्ज और बैडमिंटन के मुख्य कोच पुलेला गोपीचंद को केंद्र सरकार के द्वारा देश में खेलों के विकास के लिये बनाये गये एक राष्ट्रीय कार्यक्रम ‘खेलो इंडिया’ का सदस्य बनाया गया.

खेलो इंडिया एक सात सदस्यीय समिति है जिसमें अंजू और गोपीचंद दो खिलाड़ी हैं. पूर्व आल इंग्लैंड बैडमिंटन चैम्पियन गोपीचंद राष्ट्रीय बैडमिंटन टीम के कोच हैं.

समिति की अध्यक्षता खेल सचिव राजीव यादव करेंगे.

अंजू बाबी जार्ज के बारे में:

•    अंजू बाबी जार्ज का जन्म 19 अप्रैल 1977 को केरल में हुआ.

•    वे एक एक भारतीय एथलीट है.

•    अंजू बॉबी जॉर्ज ने 2003 में पेरिस में आयोजित विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में लंबी कूद में कांस्य पदक जीता.

•    उन्होंने 2005 में आईएएएफ (IAAF) विश्व एथलेटिक्स फाइनल में उन्होंने रजत पदक जीता.

•    अंजू ने हाल में 13 अन्य सदस्यों के साथ केरल खेल परिषद के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया.

•    उन्हें 2004 में भारत के चौथे सबसे बड़े नागरिक सम्मान पद्मश्री से सम्मानित किया गया.

पुलेला गोपीचंद के बारे में:

•    पुलेला गोपीचंद का जन्म 16 नवम्बर 1973 को आन्ध्र प्रदेश में हुआ.

•    वे एक भारतीय बैडमिन्टन खिलाडी व कोच हैं.

•    उन्होंने 2001 में चीन के चेन होंग को फाइनल में 15-12,15-6 से हराते हुए ऑल इंग्लैंड ओपन बैडमिंटन चैंपियनशिप में जीत हासिल की.

•    उन्हें वर्ष 2001 के लिए राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया.

•    उन्हें 2005 में पद्म श्री से सम्मानित किया गया.

•    उन्हें वर्ष 2014 में पद्म भूषण पुरस्कार से सम्मानित किया गया.

•    गोपीचंद को द्रोणाचार्य पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है.

•    वे गोपीचंद बैडमिन्टन अकादमी चलाते हैं.

 

चीन ने प्रकाश प्रदूषण से निपटने हेतु पहला डार्क स्काई रिज़र्व आरंभ किया

चीन ने जून 2016 के चौथे सप्ताह में तिब्बत स्थित गारी प्रांत में  डार्क स्काई रिज़र्व आरंभ किया.

इसका उद्देश्य खगोलीय गणनाओं के लिए उपयुक्त स्थानों को प्रकाश प्रदूषण से बचाना है.

डार्क स्काई रिज़र्व 2500 वर्ग किलोमीटर में फैला एक विस्तृत क्षेत्र है. इसे ‘चाइना बायोडाइवर्सिटी कंजरवेशन एंड ग्रीन डेवलपमेंट फाउंडेशन’ तथा तिब्बत की क्षेत्रीय सरकार की ओर से संयुक्त रूप से आरंभ किया गया.

गारी प्रांत
•    यह तिब्बत का खगोलीय क्षेत्र है.
•    यह गार प्रांत की राजधानी है.
•    इसमें अक्साई चीन का वह क्षेत्र भी शामिल है जिस पर भारत का हक है तथा इस पर चीन द्वारा प्रशासन चलाया जा रहा है.
•    यह क्षेत्र उत्तर पूर्व तिब्बत में समुद्र तल से 4500 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है.
•    इसे प्रमुख रूप से कैलाश पर्वत अथवा सुमेरु पर्वत एवं मानसरोवर झील के लिए जाना जाता है.
•    इसे विश्व के प्रमुख खगोलीय गणना स्थलों में गिना जाता है.

डार्क स्काई रिज़र्व
•    डार्क स्काई रिज़र्व को कृत्रिम रोशनी से पूरी तरह पृथक रखा गया है.
•    इसका उद्देश्य खगोलीय गणनाओं को बल प्रदान करना है.
•    वर्ष 1999 में पहला स्थायी रिज़र्व दक्षिणी ओंटारियो स्थित मुसकोका में आरंभ किया गया.
•    क्यूबेक स्थित मोंट मेग्नटिक ऑब्जर्वेटरी को विश्व के पहले डार्क स्काई रिज़र्व के रूप में जाना जाता है.
•    अंतरराष्रीई य डार्क स्काई एसोसिएशन (आईडीए) द्वारा उटाह स्थित नेचुरल ब्रिजेज़ नेशनल मोन्यूमेंट को पहली अंतरराष्ट्रीय डार्क स्काई पार्क घोषित किया.
•    डार्क स्काई रिज़र्व के लिए रात के समय कृत्रिम रोशनी में होने वाली जंगली जानवरों की हलचल के अनुसार प्रकाश की व्यवस्था निर्धारित की जाती है.

लालचंद राजपूत अफगानिस्तान क्रिकेट टीम के मुख्य कोच नियुक्त

पूर्व भारतीय बल्लेबाज लालचंद राजपूत को 25 जून 2016 को अफगानिस्तान की राष्ट्रीय क्रिकेट टीम का मुख्य कोच नियुक्त किया गया. वे पाकिस्तान के पूर्व कप्तान इंजमाम उल हक की जगह लेंगे जिन्होंने अप्रैल में इस्तीफा दे दिया था.

राजपूत के नाम की सिफारिश बीसीसीआई ने की थी. उन्होंने इस पद के लिए पाकिस्तान के मोहम्मद यूसुफ, दक्षिण अफ्रीका के हर्शल गिब्स और वेस्टइंडीज के कोरी कोलीमोर को पछाड़ा.

वे स्कॉटलैंड, आयरलैंड और नीदरलैंड के दौरे के लिए टीम से जुड़ेंगे.

लालचंद राजपूत के बारे में:

•    लालचंद राजपूत का जन्म 18 दिसम्बर 1961 को मुंबई, महाराष्ट्र में हुआ.

•    भारत के क्रिकेट खिलाड़ी लालचंद राजपूत दाहिने हाथ के बल्लेबाज हैं.

•     राजपूत भारत की अंडर 19 क्रिकेट टीम के अलावा आईपीएल में मुंबई इंडियन्स को भी कोचिंग दे चुके हैं.

•    राजपूत तकनीकी और पेशेवर रूप से क्रिकेट के मजबूत कोच हैं.

•    राजपूत ने 1985 से 1987 के बीच भारत की ओर से दो टेस्ट और चार एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं.

•    संन्यास के बाद राजपूत मुंबई क्रिकेट संघ के संयुक्त सचिव रहे.

•    वे कोचिंग से भी जुड़े रहे और भारत की अंडर 19 और ए टीमों के साथ कोच के रूप में सफल रहे.

•    राजपूत 2007 में पहला विश्व टी20 जीतने वाली भारतीय टीम के मैनेजर भी थे.

•    उन्होंने 2008 में इंडियन प्रीमियर लीग में मुंबई इंडियन्स के कोच की भूमिका भी निभाई.

 

लियोनल मेसी ने अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल से संन्यास की घोषणा की

 

लियोनल मेसी ने 26 जून 2016 को अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल से संन्यास की घोषणा की. 

उन्होंने यह घोषणा कोपा अमेरिका के पेनल्टी शूटआउट के दौरान कोई गोल न कर पाने के बाद की. उनकी टीम, अर्जेंटीना को फाइनल मुकाबले में चिली से हार का सामना करना पड़ा.

अर्जेंटीना ने पेनल्टी के दौरान यह मैच 4-2 से गंवा दिया जबकि 90 मिनट के खेल के दौरान स्कोर 0-0 रहा था.

लियोनल मेसी

•    29 वर्षीय मेसी ने अर्जेंटीना के लिए चार फाइनल मैच खेले हैं जिसमे एक 2014 का विश्व कप फाइनल तथा तीन कोपा अमेरिका फाइनल मुकाबले हैं.


•    उन्होंने 2005 में वरिष्ठ अंतरराष्ट्रीय टीम में खेलना आरंभ किया. वे अपने देश के सबसे अधिक गोल करने वाले खिलाड़ी हैं. उन्होंने अब तक 113 मैचों में 55 गोल किये हैं.

•    वे स्पेनिश क्लब बार्सिलोना के लिए फॉरवर्ड खेलते हैं.

•    वे चार बार फीफा बैलोन्स डी’ओर जीतने वाले एकमात्र खिलाड़ी हैं. 

•    वे तीन बार यूरोपियन गोल्डन शूज़ जीतने वाले एकमात्र खिलाड़ी हैं.

•    बार्सिलोना से खेलते हुए उन्होंने आठ ला लीगा ख़िताब तथा चार यूईएफए चैंपियन लीग ख़िताब जीते.

•    उन्होंने वर्ष 2008 में अर्जेंटीना के लिए ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीता.

 

एशियाई विकास बैंक (एडीबीने पटना के पास गंगा नदी पर बन रहे पुल निर्माण के लिए 50 करोड़ डॉलर ऋण को मंजूरी दी

एशियाई विकास बैंक (एडीबी) ने 24 जून 2016 को बिहार में पटना के पास गंगा नदी पर बन रहे देश के सबसे बड़े नदी पुल निर्माण के लिए 50 करोड़ डॉलर ऋण को मंजूरी दे दी है.

बिहार की राजधानी पटना में मौजूदा महात्मा गाँधी सेतु पुल के विकल्प के रूप में गंगा नदी पर बनाए जा रहे 9.8 किलोमीटर लंबे नए पुल से 90 लाख लोगों को लाभ होगा.

नया गंगा पुल अत्याधुनिक तकनीक से बनने वाला भारत का पहला पुल होगा. पुल की डिजाइन इस तरह से तैयार की गई है कि इसकी ऊँचाई और लम्बाई का नदी पर पडऩे वाला प्रभाव कम किया जा सके.

एडीबी के ऋण और पुल के संचालन एवं प्रबंधन को सुधारने के लिए नौ लाख डॉलर के अतिरिक्त तकनीकी सहयोग के साथ ही बिहार सरकार 21.5 करोड़ डॉलर वित्त उपलब्ध कराएगी.

पुल का निर्माण कार्य दिसंबर 2020 तक बनकर तैयार होने की उम्मीद है.

महात्मा गांधी सेतु पटना से हाजीपुर को जोड़ने को लिये गंगा नदी पर उत्तर-दक्षिण की दिशा में बना एक पुल है. यह दुनिया का सबसे लम्बा, एक ही नदी पर बना सड़क पुल है.

पृष्ठभूमि:

पटना में गंगा नदी के ऊपर चार लेन वाले महात्मा गांधी सेतु का निर्माण 1980 के दशक में बिहार की राज्य सरकार ने किया था. बदहाल हालत में पहुंच चुका यह पुल उत्तर और दक्षिण बिहार के बीच बहुत ही महत्वपूर्ण कड़ी है और कई आर्थिक, साथ ही साथ सामाजिक, राजनीतिक गतिविधियों का मार्ग भी है. नेपाल और भूटान का कारोबार भी इसी संपर्क के माध्यम से होता है. सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय पिछले 15 वर्षों से इस पुल के पुनर्निर्माण के प्रयास कर रहा है, लेकिन उसके प्रयास सफल नहीं हो सके हैं. राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों द्वारा काफी अध्ययन किए जाने बाद अब यह तय किया गया कि इस पुल की मौजूदा संरचना को ढहाया जाए और उसके बाद स्टील ट्रस के साथ इसकी री-डैकिंग की जाए. तदनुसार, पटना में महात्मा गांधी सेतु की संरचना के पुनर्निर्माण के लिए विस्तृत प्राक्कलन तैयार किया गया.

 

भारत ने शंघाई सहयोग संगठन की पूर्ण सदस्यता के लिए मेमोरेंडम ऑफ़ ऑब्लिगेशन पर हस्ताक्षर किए

भारत ने शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की पूर्ण सदस्यता के लिए 24 जून 2016 को मेमोरेंडम ऑफ़ ऑब्लिगेशन पर हस्ताक्षर किए. विदेश मंत्रालय में सचिव (पूरब) सुजाता मेहता ने एससीओ सम्मेलन में दस्तावेज पर हस्ताक्षर किए जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल हुए.

पाकिस्तान को भी एससीओ के पूर्ण सदस्य के रूप में शामिल किया जा रहा है. भारत को समूह का सदस्य बनाने के लिए प्रक्रिया की शुरुआत जुलाई 2015 में उफा में हुए एससीओ सम्मेलन में हुई थी जब भारत, पाकिस्तान और ईरान को सदस्यता प्रदान करने के लिए प्रशासनिक बाधाओं को दूर कर दिया गया था.

शंघाई सहयोग संगठन:

•    शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) एक क्षेत्रीय अंतरराष्ट्रीय संगठन है.

•    इसकी स्थापना चीन, रूस, कज़ाख़स्तान, ताजिकिस्तान, किर्गिस्तान और उज़्बेकिस्तान के नेताओं द्वारा शंघाई में 15 जून 2001 को की गई थी.

•    अप्रैल 1996 में शंघाई में हुई एक बैठक में चीन, रूस, कज़ाकस्तान, किर्गिस्तान और ताजिकिस्तान आपस में एक-दूसरे के नस्लीय और धार्मिक तनावों से निबटने के लिए सहयोग करने पर राज़ी हुए थे. इसे शंघाई फ़ाइव कहा गया था.

•    जून 2001 में चीन, रूस और चार मध्य एशियाई देशों कज़ाकस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान और उज़बेकिस्तान के नेताओं ने शंघाई सहयोग संगठन शुरू किया और नस्लीय और धार्मिक चरमपंथ से निबटने और व्यापार और निवेश को बढ़ाने के लिए समझौता किया.

•    शंघाई फ़ाइव के साथ उज़बेकिस्तान के आने के बाद इस समूह को शंघाई सहयोग संगठन कहा गया.

•    रूस, चीन, कज़ाकस्तान, किर्गिस्तान, तज़ाकिस्तान और उज़बेकिस्तान एससीओ के स्थायी सदस्य देश हैं.

•    शंघाई सहयोग संगठन के छह सदस्य देशों का भूभाग यूरोशिया का 60 प्रतिशत है. यहां दुनिया के एक चौथाई लोग रहते हैं.

संगठन का मुख्य उद्देश्य:

•    आतंकवाद, अलगाववाद, उग्रवाद व मादक पदार्थों की तस्करी के विरुद्ध संघर्ष करना.

•    आर्थिक सहयोग, ऊर्जा के क्षेत्र में साझेदारी, वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक सहयोग को बढ़ावा देना.

•    मध्य एशिया में सुरक्षा चिंताओं के मद्देनज़र सहयोग बढ़ाना.

 

भारत एमटीसीआर (MTCR) का 35वां सदस्य बना

भारत 27 जून 2016 को मिसाइल प्रौद्योगिकी नियंत्रण व्यवस्था/एमटीसीआर (MTCR) का 35वां सदस्य बना. भारत की ओर से विदेश सचिव जयशंकर ने इसपर हस्ताक्षर किए.

इसके तहत भारत मिसाइल प्रौद्योगिकी नियंत्रण व्यवस्था (एमटीसीआर) में पूर्ण सदस्य के तौर पर शामिल हो गया. भारत के विदेश सचिव एस जयशंकर ने फ्रांस के राजदूत एलेग्जेंडर जीगलर, नीदरलैंड के राजदूत एल्फोनस स्टोलिंगा और लग्जमबर्ग के प्रभारी (चार्ज डी एफेयर्स) लॉरे हुबर्टी की मौजूदगी में इसके सदस्यता पत्र पर हस्ताक्षर किए.

महत्वपूर्ण तथ्य: 
•    भारत की सदस्यता का 34 सदस्य देशों ने समर्थन किया. 
•    चीन एमटीसीआर का सदस्य नहीं है.
•    अमेरिका के साथ असैन्य परमाणु संधि के बाद से ही भारत एनएसजी, एमटीसीआर, द ऑस्ट्रेलिया ग्रुप और वासेनार अरेंजमेंट जैसे निर्यात नियंत्रण समूहों में प्रवेश की कोशिश करता रहा है. 
•    ये समूह पारंपरिक, परमाणु, जैविक एवं रासायनिक हथियारों और प्रौद्योगिकियों का नियमन करते हैं.
•    एमटीसीआर की सदस्यता अब भारत को उच्च स्तरीय मिसाइल प्रौद्योगिकी खरीदने और रूस के साथ अपने साझा उपक्रमों को बढ़ाने का अवसर देगी.
•    एमटीसीआर का उद्देश्य मिसाइलों, पूर्ण रॉकेट तंत्रों, मानवरहित वायुयानों और कम से कम 300 किलोमीटर तक 500 किलो वजन का पेलोड ले जा सकने वाली प्रणालियों के प्रसार को रोकना है. 
•    इसके साथ ही इसका उद्देश्य सामूहिक जनसंहार के हथियारों की आपूर्ति के लिए बनी प्रणालियों को भी रोकना है.

 

28 June

नोकिया ने संजय मलिक को भारत ईकाई का प्रमुख बनाया

नोकिया ने 24 जून 2016 को संजय मलिक को भारतीय बाज़ार का प्रमुख घोषित किया. उनका कार्यकाल 1 अगस्त 2016 से प्रभावी होगा.

वे व्यापार विकास रणनीति तथा बेहतर ग्राहक सेवाओं के लिए अपनी सेवाएं देंगे. उनका ऑफिस गुडगांव में होगा.

मलिक इस पद पर वर्ष 2011 से आसीन संदीप गिरोत्रा का स्थान लेंगे.

संजय मलिक

•    वर्तमान में संजय मलिक नोकिया ग्लोबल सर्विसेज में नेटवर्क इम्प्लीमेंटेशन के प्रमुख हैं.

•    उन्हें कम्पनी के लिए बेहतर कार्यप्रणाली स्थापित करने तथा व्यापार में वृद्धि करने हेतु श्रेय दिया जाता है.

•    उन्होंने वर्ष 2000 में नोकिया में कार्य आरंभ किया था.

•    इससे पहले वे भारती जीसीबीटी के अध्यक्ष थे.

नोकिया

•    यह फ़िनलैंड की अंतरराष्ट्रीय कम्युनिकेशन एवं सूचना प्रसारण कम्पनी है.

•    इसकी स्थापना वर्ष 1865 में हुई थी.

•    इसका मुख्यालय युसिमा, एस्पू में स्थित है.

•    यह एक सार्वजनिक सीमित देयता कम्पनी है जो हेलसिंकी स्टॉक एक्सचेंज और न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध है.

•    फार्च्यून ग्लोबल 500 के अनुसार, यह विश्व की 274वीं (2013 के आंकड़ों के अनुसार) सबसे विशाल कम्पनी है. 

•    कम्पनी ने 2011 में माइक्रोसॉफ्ट के साथ एक समझौते के तहत विंडोज फ़ोन प्रयोग करने का अधिकार हासिल किया.

इंटरनेट ऑफ थिंग्स : एक विश्लेषण

पिछले दो वर्षों में डिजिटल स्पेस प्रमुख परिवर्तनों का साक्षी रहा है तथा उद्योग विशेषज्ञों के अनुसार  इसमें विकास जारी रहेगा. फिलवक्त डिजिटल जगत में इंटरनेट ऑफ थिंग्स की अवधारणा बहुत तेजी से विकसित हो रही है. अमेरिका, दक्षिण कोरिया तथा चीन जैसे देश तो पहले से ही इस तकनीक का लाभ उठाने की पूरी तैयारी में है. हालांकि इंटरनेट ऑफ थिंग्स के जरिये हो रहे बदलाव सिर्फ विकसित देशों तक ही सीमित नहीं है.

भारत में भी सार्वजनिक एवं निजी दोनों ही क्षेत्र प्रशासनिक विधाओं और और व्यापार को और समृद्ध बनाने के लिए कुशल और प्रभावी तरीके से उसमें सुधार हेतु तकनीक को अपनाने के लिए हमेशा तैयार है.

 

इंटरनेट ऑफ थिंग्स क्या है ?

 

इंटरनेट ऑफ थिंग्स एक वैसी नेटवर्किंग है जिसमें आपके उपयोग की सभी चीजें टेलीविजन से लेकर मोबाइल तक इंटरनेट से जुड़ी होती है. उदाहरण के लिए, अगर आप इंटरनेट ऑफ थिंग्स के दायरे में हैं तो आपका डिवाइस आपके घर और किचेन में रखे अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस को कमांड देता है.

 

इस तकनिकी से हम अपने दैनिक जीवन में इस्तेमाल कर रहे सभी पदार्थों को  डिवाइस विशिष्ट ऑपरेटिंग सिस्टम के साथ इंटरनेट से जोड़कर  स्मार्ट बनाकर उनसे मनोवांछित कार्य करा सकते हैं.

 

इन उपकरणों में सेंसर द्वारा एकत्र डेटा की बड़ी मात्रा क्लाउड पर इंटरनेट के माध्यम से दूरस्थ सर्वर पर रखे जाते हैं . इस डेटा को विभिन्न संगठनों, व्यापार,सूचना के प्रचार और प्रसार के लिए उपयोग में लाया जाएगा.

 

उदाहरण के लिए एक कार बीमा कंपनी अपनी पॉलिसी धारकों को (कार में सेंसर के माध्यम से एकत्र आकड़ों के माध्यम से )अगर उसे पता चल गया कि वह चक्रवात वाले एरिया की तरफ बढ़ रहा है तो उसे चेतावनी देकर उसे उधर जाने से मना कर सकता है.

 

इंटरनेट ऑफ थिंग्स तकनीक तीन चरणों में कार्य करती है

 

सेंसर ( जो डेटा संग्रह करता है )

 

एक एप्लीकेशन (एकत्रित डेटा के विश्लेष्ण हेतु )निर्णय लेना तथा निर्णय लेने वाले सर्वर तक डेटा का संचरण.

 

निर्णय प्रक्रिया के लिए एनालिटिकल इंजन तथा बहुत अधिक संख्या में डेटा का प्रयोग किया जाता है.

सेंसर ( जो डेटा संग्रह करता है )

इंटरनेट ऑफ थिंग्स और इसकी व्यापारिक क्षमता

 

वर्ष 2011 में पृथ्वी पर निवास कर रहे 7 बिलियन आबादी से अधिक यहां इंटरनेट से जुड़े उपकरणों की संख्या 12.5 बिलियन है. वैश्विक स्तर पर 2020 तक से जुड़े उपकरणों की संख्या 26 बिलियन से 50 बिलियन के मध्य होने की संभावना है.


इस पृष्ठभूमि में इंटरनेट ऑफ थिंग्स बेहतर (आईओट लाइफस्टाइल की दिशा में एक और कदम है जिसका जीवन की वास्तविक समस्याओं से कोई लेना-देना नहीं है पर अब हॉस्पिटल्स रोजमर्रा  के लाइफस्टाइल से जुड़ी इस टेक्नोलॉजी को लोग तेजी से अपना रहे हैं.

 

इंटरनेट ऑफ थिंग्स एक वैसी नेटवर्किंग है जिसमें आपके उपयोग की सभी चीजें (मोबाइल से लेकर टीबी तक) इंटरनेट से जुड़ी होती है. उदाहरण के लिए, अगर आप इंटरनेट ऑफ थिंग्स के दायरे में हैं तो आपका डिवाइस आपके घर और किचेन में रखे अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस को कमांड देता है. इस प्रकार यह आगामी दशकों में आईटी उद्योग और इंटरनेट का इस्तेमाल करने वाली कंपनियां इसका समुचित लाभ उठा सकती हैं.

 

इंटरनेट ऑफ थिंग्स का अनुप्रयोग

 

यह तकनीक हरित क्षेत्र,स्मार्ट ग्रिड, स्मार्ट निर्माण, औद्योगिक निगरानी, कृषि, स्मार्ट शहरों, स्वास्थ्य सेवा, कनेक्टेड घरों, टेलीमैटिक्स और आपूर्ति श्रृंखला,  वन और वन्य जीवन सुरक्षा, मोटर वाहन, प्राकृतिक आपदाओं, आदि में प्रयोग में लायी जा सकती है.

 

भारत में स्थिति क्या है?

 

केंद्र सरकार ने अक्टूबर 2014 में इंटरनेट ऑफ थिंग्स पर मसौदा नीति जारी की थी.

 

डिऔर जिटल इण्डिया स्मार्ट सिटी पहल के साथ तालमेल की परिकल्पना के साथ अप्रैल 2015 में कुछ संशोधनों के साथ इसे जारी किया गया.

 

इस नीति के तहत 2020 तक 15 बिलियन अमेरिकी डॉलर का इंटरनेट ऑफ थिंग्स उद्योग बनाने की परिकल्पना है.

 

इसके अलावा सरकार की तैयारी आईओटी सेंटर्स को भी डेवलप करने की है.

 

2020 तक आंध्रप्रदेश को मुख्य आई टी हब में परिवर्तित करने के उद्देश्य से आंध्रप्रदेश की सरकार ने भारत की पहली इंटरनेट ऑफ थिंग्स नीति 2016 को मंजूरी प्रदान की

 

यहां तक कि निजी क्षेत्र में अगस्त 2015 में रिलायंस कम्युनिकेशन लिमिटेड ने संयुक्त राज्य अमेरिका आधारित जैस्पर टेक्नोलॉजीज के साथ एक समझौता कर भारत में इंटरनेट ऑफ थिंग्स सेवाओं में प्रवेश करने की कोशिश किया.

 

उत्तर प्रदेश में सभी प्राकृतिक आपदाओं को राज्य आपदा माना जायेगा

उत्तर प्रदेश सरकार ने जून 2016 को यह घोषणा की कि सभी प्राकृतिक आपदाओं को राज्य आपदा माना जायेगा. इसमें बेमौसमी बरसात, बिजली गिरना, अत्यधिक लू चलना एवं तूफ़ान शामिल हैं.

घोषणा के अनुसार, इन आपदाओं से प्रभावित होने वाले लोगों को राज्य आपदा राहत कोष के तहत सहायता प्रदान की जाएगी.

प्रत्येक वर्ष सैंकड़ों लोग इन आपदाओं से जूझते हैं एवं सरकार द्वारा आरंभ की गयी इस पहल से इन्हें लाभ प्राप्त होने की उम्मीद है. इस संदर्भ में राज्य के सभी सम्बंधित विभागों को नोटिस भेजा जा चुका है.


इसके अतिरिक्त, राज्य के 75 जिलों में मौजूद बस स्टेशनों पर सेनेटरी नैपकिन वेंडिंग मशीन लगाई जायेगी. इस उद्देश्य की पूर्ति हेतु राज्य सरकार ऑटोमेटिक मशीनों को लगाएगी. संभवतः इसका उद्घाटन विश्व जनसँख्या दिवस पर 11 जुलाई को किया जायेगा, जिसे तीन चरणों में पूरे राज्य में लागू किया जायेगा.

 

वैज्ञानिकों ने कारगिल के पोयेन गांव में सेरीकल्चर में सफलता प्राप्त की

श्रीनगर स्थित शीतोष्ण रेशम उत्पादन अनुसंधान संस्थान के वैज्ञानिकों ने कारगिल के एक गांव में सेरीकल्चर (रेशम के कीड़े की सहायता से रेशम उत्पादन) में सफलता प्राप्त की.

इससे क्षेत्र में कोकून के उत्पादन में सहायता प्राप्त होगी. साथ ही इससे क्षेत्र में रोज़गार के अवसर बढ़ेंगे तथा ग्रामीण युवाओं के लिए आय के साधन भी विकसित होंगे.

पृष्ठभूमि

वर्ष 2015-16 के दौरान, पोयेन गांव के 31 बेरोजगार युवाओं तथा महिला किसानों को इस संदर्भ में प्रशिक्षण दिया गया. इस दौरान कारगिल जिले में पहली बार बिवोलटाइन कोकून विकसित किया गया था.

लद्दाख स्वायत्त पर्वतीय विकास परिषद के अध्यक्ष हाजी मोहम्मद हनीफा जान के निर्देशों पर इस क्षेत्र में 40 दिनों के लिए प्रशिक्षण कार्य आरंभ किया गया था. इसमें केन्द्रीय रेशम बोर्ड तथा वस्त्र मंत्रालय द्वारा भी संयुक्त रूप से भाग लिया गया.


सेरीकल्चर

•    रेशम उत्पादन के लिए रेशम के कीड़ो के पालन को सेरीकल्चर कहा जाता है.

•    बोम्बेक्स मोरी अत्यधिक रूप से प्रयोग किया जाने वाला रेशम का कीड़ा है.

•    नवपाषाण काल में चीन में सबसे पहले रेशम का उत्पादन किया गया था.

•    सेरीकल्चर ब्राज़ील, चीन, फ्रांस, भारत, इटली, जापान, कोरिया एवं रूस में वस्त्र उद्योग में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.

•    विश्व के कुल रेशम के कीड़ों के उत्पादन का 60 प्रतिशत भारत और चीन में होता है.

 

सुजॉय बोस को राष्ट्रीय निवेश एवं इन्फ्रास्ट्रक्चर फंड के सीईओ के रूप में नियुक्त किया गया

केंद्र सरकार ने सुजॉय बोस को 27 जून 2016 को नेशनल इन्वेस्टमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर फंड का सीईओ नियुक्त किया है. राष्ट्रीय निवेश एवं इन्फ्रास्ट्रक्चर फंड का इस्तेमाल कमर्शियल प्रोजेक्ट में इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के लिए किया जाता है. सुजॉय बोस के नाम पर मुहर पीएम ऑफिस से लगी है.

सुजॉय बोस:

•    बोस अभी इंफ्रास्ट्रक्चर एंड नुचेरल रिसोर्स एट इंटरनेशनल फाइनेंस कॉरपोरेशन के ग्लोबल को-हेड हैं.

•    वे पहले आईएफसी के अफ्रीकन लैटिन अमेरिकन और कैरिबियन फंड के चीफ इन्वेस्टमेंट ऑफिसर रह चुके हैं.

•    उन्होंने राइस विश्वविद्यालय से एमबीए और सेंट जेवियर्स कॉलेज, कोलकाता से वाणिज्य में स्नातक किया.

राष्ट्रीय निवेश एवं इन्फ्रास्ट्रक्चर फंड:

•    राष्ट्रीय निवेश एवं इन्फ्रास्ट्रक्चर फंड (एनआईआईएफ) की स्था्पना भारत सरकार द्वारा 40,000 करोड़ रुपये के अपेक्षि‍त प्रारंभि‍क कोष (कॉर्पस) के साथ की गई है.

•    इसका उद्देश्य घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय दोनों ही स्रोतों से निवेश को आकर्षित करना है.

•    भारत के बुनियादी ढांचागत क्षेत्र में राष्ट्रीय निवेश एवं इन्फ्रास्ट्रक्चर फंड (एनआईआईएफ) लिमिटेड और कतर निवेश प्राधिकरण (क्यूीआईए) के बीच सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किये गए.

 

श्रीलंका की संसद ने संशोधनों के साथ सूचना अधिकार विधेयक पारित किया

श्रीलंका की संसद ने दो दिन की चर्चा के बाद बिना मत विभाजन के सूचना अधिकार विधेयक 24 जून 2016 को सर्वसम्मति से पारित कर दिया. विपक्ष की ओर से लाए गए सभी संशोधनों को समिति ने स्वीकार कर शामिल कर लिया.

विधेयक का उद्देश्य-

  • विधेयक का उद्देश्य भ्रष्टाचार एवं कुशासन से ग्रस्त देश में पारदर्शिता और सुशासन बहाल करना है.
  • सूचना अधिकार आयोग की स्थापना व सम्बंधित अधिकारियों की नियुक्ति करना.
  • विषय सम्बन्धी प्रक्रिया व सम्बंधित विषयों का निर्धारण करना.
  • श्रीलंका का जन संचार मंत्रालय नए कानून को प्रभावी तरीके से लागू कराएगा.
  • नए कानून से श्रीलंका के नागरिकों की पहुंच सार्वजनिक सूचना तक हो जाएगी.
  • सूचना अधिकार विधेयक में निजी डेटा, राष्ट्रीय सुरक्षा सूचना, वित्तीय और वाणिज्यिक नीति निर्णय, बौद्धिक सम्पदा और चिकित्सकीय रिपोर्ट सम्बन्धी जानकारी शामिल नहीं हैं.
  • सूचना अधिकार सम्बन्धी पांच सदस्यीय आयोग इसकी निगरानी करेगा और सम्बंधित शिकायतों का निस्तारण करेगा.
  • संविधान सभा के अनुमोदन पर आयोग के सक्षम सदस्य सूचना अधिकार सम्बन्धी अपीलों का निस्तारण करेंगे.
  • सूचना अधिकार विधेयक के सेक्शन पांच के अनुसार देश का कोई भी नागरिक जन हित में सूचना अधिकार के तहत अपील कर सकता है.

कुछ हालातों में सूचना अधिकार के तहत सूचना  देने का प्रावधान भी विधेयक में किया गया है. जो निम्न है-

a) व्यक्तिगत जानकारी से संबंधित तथ्यों को सार्वजनिक हित से रहित माना गया है. इस सम्बन्ध में सूचना अधिकार विधेयक के तहत जानकारी नहीं दी जाएगी.
b) राज्य के रक्षा मामलों संबंधी तथ्यों की जानकारी सूचना अधिकार विधेयक के तहत जानकारी नहीं दी जाएगी.
c) अंतरराष्ट्रीय समझौतों पर गोपनीय जानकारी
d) श्रीलंका की अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाने वाले तथ्य 
e) व्यापार रहस्य
f) मेडिकल रिकॉर्ड
g) सार्वजनिक प्राधिकरण और पेशेवर के बीच बातचीत और संचार का खुलासा किए जाने की अनुमति सूचना अधिकार विधेयक का हिस्सा नहीं है. 
h) किसी भी अपराध का पता लगाने में जो तथ्य बाधा बने उन तथ्यों सम्बन्धी सूचना इस विधेयक के तहत प्रदान नहीं की जा सकती.
i) वह तथ्य जो अदालत की अवामानना का कारण बने, सम्बंधित सूचना का आदान प्रदान इस विधेयक के तहत प्रदान नहीं की जा सकती. 
j) उन तथ्यों की जानकारी भी इस विधेयक के तहत प्रदान नहीं की जा सकती जिससे संसद के विशेषाधिकारों का उल्लंघन होता हो.
k) किसी विभाग द्वारा आयोजित परीक्षा आदि सम्बन्धी सूचना जिससे परीक्षा की अखंडता प्रभावित हो इस विधेयक के दायरे में नहीं है.

  • सूचना अधिकार विधेयक के अनुसार सभी मंत्रालयों, विभाग, सार्वजनिक निगम, स्थानीय अधिकारियों, गैर सरकारी संगठन, अदालत और अधिकरण, सरकार द्वारा वित्त पोषित उच्च शिक्षण संस्थान, आदि सभी विधेयक के दायरे में आते हैं. जानकारी प्रदान करने हेतु इन सभी को रिकॉर्ड रखना होगा.
  • इलेक्ट्रॉनिक प्रारूप में भी सभी रिकॉर्ड को बना कर रखा जा सकता है.
  • प्रत्येक लोक प्राधिकरण को सूचना अधिकारियों की नियुक्ति करनी चाहिए.
  • श्रीलंका का आधिकारिक गोपनीयता का लंबा इतिहास रहा है. पिछले वर्ष राष्ट्रपति चुनाव के दौरान राष्ट्रपति मैत्रिपाला सिरीसेना ने नये कानून का वादा किया था.
  • श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे के अनुसार ऐसे कानून की कमी के चलते बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार और संदिग्ध सौदों के चलते देश को वित्तीय नुकसान हुआ.

पृष्ठभूमि-

  • संसदीय सुधार और मास मीडिया मंत्रालय द्वारा 24 मार्च 2016 को बिल संसद में पेश किया गया.
  • इससे पहले, बिल 1996 में पेश किया गया था, लेकिन, राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दों का हवाला देते हुए सरकारों द्वारा इसे पारित करने में देरी की गयी, जबकि श्रीलंका 2009 तक तमिल विद्रोहियों के साथ युद्ध की स्थिति में था.

 

यातना के शिकार लोगों के समर्थन में अंतरराष्ट्रीय दिवस मनाया गया

26 जूनयातना के शिकार लोगों के समर्थन में अंतरराष्ट्रीय दिवस

26 जून 2016 को यातना के शिकार लोगों के समर्थन में अंतरराष्ट्रीय दिवस मनाया गया. यह दिवस प्रत्येक वर्ष यातना के खिलाफ मनाया जाता है. इस दौरान यातना के शिकार लोगों के समर्थन हेतु उन्हें सम्मान प्रदान किया जाता है.

यातना के कारण व्यक्ति का व्यक्तित्व प्रभावित हो सकता है तथा उसकी गरिमा भी आहत होती है. संयुक्त राष्ट्र ने यातना के किसी भी प्रारूप की निंदा की है तथा इसे मनुष्यों द्वारा मनुष्यों पर हो रहे अभद्र व्यवहार की श्रेणी में रखा है.

यातना

अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत यातना को अपराध माना गया है. यह पूर्ण रूप से निषेध है एवं इसे किसी भी परिस्थिति में उचित नहीं ठहराया जा सकता.

यह निषेध अंतरराष्ट्रीय प्रथागत कानून का ही भाग है जिसका अर्थ है प्रत्येक अंतरराष्ट्रीय सदस्य को इसके निर्देशों को मानना होगा एवं यातना को निषेध करना होगा. यातना बड़े स्तर पर विश्व भर में फैला एक अपराध है.

संयुक्त राष्ट्र प्रस्ताव

12 दिसम्बर 1997 को संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा पारित 52/149 प्रस्ताव के अनुसार प्रत्येक वर्ष 26 जून को यातना के शिकार लोगों के समर्थन में अंतरराष्ट्रीय दिवस मनाया जायेगा. इसे यातना के संपूर्ण उन्मूलन एवं अन्य अमानवीय तथा अपमानजनक व्यव्हार के खिलाफ सहायतार्थ आरंभ किया गया.

वर्ष 2016 में यातना के शिकार के लिए संयुक्त राष्ट्र स्वैच्छिक कोष की 35वीं वर्षगांठ मनाई जा रही है. इस कोष द्वारा यातना के शिकार व्यक्तियों एवं उनके परिवारों को सहायता के लिए विशेष रूप से सहायता प्रदान की जाती है.

 

पनामा नहर को विस्तार कार्य के बाद पुनः व्यापारिक यातायात हेतु खोला गया

पनामा नहर को विस्तार के बाद 26 जून 2016 को विशाल जहाजों के लिए खोल दिया गया.

इसके विस्तार पर करीब 5.4 अरब डॉलर (करीब 36 हजार करोड़ रुपये) की लागत आई है. चीन के एक विशाल जहाज कास्को शिपिंग पनामा ने इस विस्तारित नहर का उद्घाटन किया.

करीब नौ हजार कंटेनरों के साथ इस जहाज ने नहर में प्रवेश किया.पनामा नहर के विस्तारित परियोजना:

•    नहर के विस्तार से अब पहले की तुलना में तीन गुना ज्यादा बड़े जहाज गुजर सकेंगे.

•    अमेरिका निर्मित यह नहर 1914 में खोली गई थी.

•    इसके विस्तार का काम 2007 में शुरू हुआ.

•    इससे पनामा नहर प्राधिकरण को 2021 तक सालाना 2.1 अरब डॉलर (करीब 14274 करोड़ रुपये) का राजस्व प्राप्त होने की उम्मीद है.

पनामा नहर:

•    पनामा नहर मानव निर्मित एक जलमार्ग अथवा जलयान नहर है जो पनामा में स्थित है.

•    यह प्रशांत महासागर तथा (कैरेबियन सागर होकर) अटलांटिक महासागर को जोड़ती है.

•    इस नहर की कुल लम्बाई 77.1 कि॰मी॰ है.

•    यह अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के प्रमुखतम जलमार्गों में से एक है.

•    अमेरिका के पूर्वी और पश्चिमी तटों के बीच की दूरी इस नहर से होकर गुजरने पर तकरीबन 8000 मील (12,875 कि॰मी॰) घट जाती है क्योंकि इसके न होने की स्थिति में जलपोतों को दक्षिण अमेरिका के हॉर्न अंतरीप से होकर चक्कर लगाते हुए      जाना पड़ता था.

•    इस नहर का निर्माण 14 अगस्त 1914 को पूरा हुआ और 15 अगस्त 1914 को यह जलपोतों के आवागमन हेतु खोल दी गई.

•    जब यह नहर बनी थी तब इससे लगभग 1000 जलपोत प्रतिवर्ष गुजरते थे और अब सौ वर्षों बाद इनकी संख्या लगभग 42 जलपोत प्रतिदिन हो चुकी है.

•    पनामा नहर को अमेरिकन सोसायटी ऑफ सिविल इंजीनियर्स ने आधुनिक अभियांत्रिकी के सात आश्चर्यों में स्थान दिया है.

 

भारत कॉरपोरेट धोखाधड़ी की 'मेरिट लिस्टमें तीसरे स्थान पर

अमरीकी संस्था क्रॉल इंक की ओर से 27 जून 2016 को विश्व भर में कराए गए सर्वेक्षण में पता चला है कि भारत में होने वाली कॉरपोरेट धोखाधड़ी में भ्रष्टाचार और घूस का हिस्सा 25 फ़ीसद से अधिक है.

क्रॉल और इकॉनामिस्ट इंटेलिजेंस यूनिट की ओर से कराए गए इस संयुक्त सर्वेक्षण में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की कंपनियों में काम करने वाले विश्वभर के 768 एग्जक्यूटिव ने हिस्सा लिया.

यह सर्वेक्षण साल 2015 से मार्च 2016 के दौरान किया गया.

सर्वेक्षण में शामिल तीन चौथाई लोगों ने पिछले साल अपनी कंपनियों में धोखाधड़ी का सामना करने की बात स्वीकार की. वहीं भारत में ऐसे लोगों की संख्या 80 फ़ीसद थी.

इस सर्वेक्षण में शामिल देशों में भारत उन देशों में शामिल है, जहां धोखाधड़ी की समस्या सबसे बड़ी है.रिपोर्ट की मुताबिक़ साल 2015-2016 में भारत की 80 फ़ीसद कंपनियां धोखाधड़ी का शिकार हुईं. साल 2013-2014 में ऐसी कंपनियों की संख्या 69 फ़ीसद थी.

इस दौरान 92 फ़ीसद कंपनियों में धोखाधड़ी का पता लगा.

 

स्वीडन ने विश्व की पहली इलेक्ट्रिक रोड का उद्घाटन किया

स्वीडन ने 22 जून 2016 को इलेक्ट्रिक रोड के एक खंड का उद्घाटन किया जिस पर अभी शोध किया जा रहा है. इसके साथ ही भारी वाहनों की आवाजाही के लिए इलेक्ट्रिक रोड बनाने वाला स्वीडन विश्व का पहला देश बना.

रोड ई-16 पर यह टेस्ट किया गया. इसमें एक ट्रक के ऊपर केबल लगाकर उसे हाइब्रिड इलेक्ट्रिक मोटर के साथ जोड़ा गया जिससे विद्युत् प्रवाह के साथ ट्रक को खींचा गया.

इलेक्ट्रिक रोड

•    वर्ष 2018 तक इस संदर्भ में टेस्ट चलते रहेंगे.

•    इससे इलेक्ट्रिक रोड की कार्यप्रणाली को समझने में मदद मिलेगी.

•    इससे भविष्य में इस तकनीक की उपयोगिता का पता चल सकेगा.

•    यह प्रयोग सरकार द्वारा उर्जा संरक्षण एवं 2030 तक ईंधन मुक्त वाहन प्रणाली बनाने के लक्ष्य की ओर एक कदम है.

तीन सरकारी एजेंसियां इस परियोजना के लिया पूंजी लगा रही हैं. यह कम्पनियां हैं – 

•    स्वीडिश ट्रांसपोर्ट एडमिनिस्ट्रेशन: यह सरकारी एजेंसी है तथा देश में रोड, रेल, शिपिंग तथा वायुयान प्रणाली की सुविधा मुहैया कराने का कार्य करती है. 

•    स्वीडिश एनर्जी एजेंसी: यह अक्षय उर्जा के लिए कार्यरत एजेंसी है.

•    विन्नोवा: यह स्वीडन की सरकारी एजेंसी है जो शोध एवं विकास कार्य करती है.

 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुणे में 20 स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट का शुभारंभ किया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 जून 2016 को पुणे में 14 परियोजनाओं की शुरुआत की जबकि 68 अन्य परियोजनाओं का प्रारंभ देश के अन्य हिस्सों में होगा और इन पर कुल 1770 करोड़ रुपये की लागत आएगी.

संबंधित मुख्य तथ्य:

•    स्मार्ट सिटी प्रतिस्पर्धा के पहले चरण में चुने गए 20 शहरों में स्मार्ट सिटी योजनाओं का कार्यान्वयन शुरू हो जाएगा.

•    ये परियोजनाएं अटल नवीनीकरण और शहरी परिवर्तन मिशन (अमृत) के तहत खुले एवं हरित स्थानों का विकास, सीवेज संयंत्र और जलापूर्ति, स्वच्छ भारत मिशन के तहत ठोस कचरा प्रबंधन से जुड़ी हुई हैं.

•    इस स्पर्धा का उद्देश्य सड़कों, जंक्शनों व पार्कों को डिजाइन करने में नागरिकों को शामिल करना है.

•    इंफॉर्मेशन टेक्नोदलॉजी प्रमुख आधार होगी जिसके वजह से सभी की जरूरतें बड़ी ही आसानी से पूरी हो पाएंगी.

•    स्मा र्ट सिटी में सप्लाजई और डिमांड पूरी तरह से मार्केट पर आधारित होगी.

•    स्मार्ट सिटी में डिस्ट्रिक्टप कूलिंग सिस्टाम से सभी घर एयर कंडीशन युक्तत होंगे. पानी की सप्ला्ई भी इसी तरह से की जाएगी. घरों से कचरा इकट्ठा करने के लिए भी ऑटोमेटिक सुविधा होगी.

•    स्मार्ट सिटी की अन्य् खासियतों में इंटेलिजेंट बिल्डिंग मैनेजमेंट सिस्ट म(आईबीएमएस) , सीसीटीवी कैमरे और सर्विलांस सिस्ट म शामिल है. इस शहर में प्रवेश स्मा र्ट कार्ड के जरिए ही हो पाएगा.

•    इस परियोजनाओं में आईबीएमएस के जरिए सभी घरों को लाइटिंग, वेंटीलेशन, और फिल्मर की टिकट बुक करने जैसी सुविधा भी मिलेगी.

 

प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियानगर्भवती महिलाओं के लिए स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं को बढ़ावा देने के लिए एक योजना

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान जून 2016 में शुरू किया. प्रत्येक महीने की नौ तारीख को लगनेवाले इस विशेष जांच व इलाज कैंप में सुरक्षित मातृत्व और इससे जुड़े तथ्यों से गर्भवती महिलाओं को अवगत कराते हुए महिला चिकित्सकों द्वारा उसकी जांच कराते हुए मुफ्त में इलाज किया जायेगा.प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान की मुख्य विशेषताएं:

•    गर्भवती महिला के लिए खून की जांच, पेशाब की जांच, रक्तचाप, शुगर इत्यादि जांचों सहित आवश्यक औषधियों की निशुल्क सेवाएं उपलब्ध करायी जाएंगी.

•    प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व दिवस अभियान के आयोजन से गर्भावस्था एवं प्रसव के दौरान विशेषरूप से जटिल खतरों वाली संभावित गर्भवती महिलाओं को स्वास्थ्य संबल मिलेगा.

•    इस अभियान में आनेवाली महिलाओं को अस्पताल प्रबंधन द्वारा एमसीपी कार्ड उपलब्ध कराया जायेगा, जिसे दिखा कर वह प्रत्येक महीने की नौ तारीख को अपना इलाज करा सकेंगी.

प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान का उद्देश्य:

•    इस योजना का मुख्य उद्देश्य गर्भवती महिलाओं को स्वस्थ शिशु और स्वस्थ जीवन प्रदान करना है.

•    इसका एक उद्देश्य यह भी है की गर्भवस्था के दौरान और बच्चे को जन्म देते समय माता की मृत्यु दर और शिशु की मृत्यु दर को कम किया जा सके.

•    गर्भवस्था के दौरान कोई महिला किन – किन स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित हो सकती है, इसके लिए लोगो में जागरूकता पैदा करना, भी इसका प्रमुख उद्देश्य है.

•    इस योजाना के उद्देश्यो में बच्चे के जन्म को एक सुरक्षित प्रक्रिया बनाना भी सम्मिलित किया गया है.

 

वर्ष 2016 के आईफा (IIFA) पुरस्कारों की घोषणा

वर्ष 2016 के आईफा (IIFA) पुरस्कारों की 26 जून 2016 को घोषणा की गई. स्पेन में आयोजित 17वें आईफा अवॉर्ड्स समारोह में इसकी घोषणा की गई.

वर्ष 2016 के आईफा (IIFA) पुरस्कारों में सलमान खान द्वारा अभिनीत और कबीर खान द्वारा निर्देशित 'बजरंगी भाईजान' को बेस्ट फिल्म का अवॉर्ड दिया गया. वहीं, फिल्म 'बाजीराव मस्तानी' के लिए रणवीर सिंह को बेस्ट एक्टर का अवॉर्ड और संजय लीला भंसाली को बेस्ट डायरेक्टर का अवॉर्ड मिला. दीपिका पादुकोण को फिल्म 'पिकू' के लिए बेस्ट एक्ट्रेस का अवॉर्ड दिया गया.

फिल्म 'बाजीराव मस्तानी' को सबसे ज्यादा पुरस्कार मिला. संजय लीला भंसाली और रणवीर सिंह को मिले पुरस्कारों के अलावा इसे सर्वश्रेष्ठ सिनेमोटोग्राफी (सुदीप चटर्जी), सर्वश्रेष्ठ प्रोडेक्शन डिजाइन, सर्वश्रेष्ठ कोरियोग्राफी (रेमो डिसूजा), सर्वश्रेष्ठ एक्शन और सर्वश्रेष्ठ साउंड डिजाइन का भी पुरस्कार मिला.

वहीं, फिल्म 'मसान' के लिए अभिनेता विक्की कौशल, भूमि पेदनेकर को 'दम लगाके हईशा' के लिए पुरस्कृत किया गया. जोड़ी ऑफ द ईयर अवार्ड 'हीरो' की जोड़ी सूरज पंचोली और आथिया शेट्टी को मिला.

आईफा (IIFA) पुरस्कार 2016: मुख्य तथ्य

• बेस्ट फिल्म : बजरंगी भाईजान
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बेस्ट एक्टर : रणबीर सिंह (बाजीराव मस्तानी)
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बेस्ट एक्ट्रेस : दीपिका पादुकोण (पीकू)
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बेस्ट डायरेक्टरसंजय लीला भंसाली (बाजीराव मस्तानी)
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बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस : प्रियंका चोपड़ा (बाजीराव मस्तानी)
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बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर : अनिल कपूर (दिल धड़कने दो)
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बेस्ट डेब्यू कपल अवॉर्ड : सूरज पंचोली और आथिया शेट्टी (हीरो)
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बेस्ट परफार्मेंस इन  नेगेटिव रोल : दर्शन कुमार (एनएच-10)
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बेस्ट परफॉर्मेंस इन कॉमिक रोल : दीपक डोब्रियाल (तनु वेड्स मनु रिर्टन्स)
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बेस्ट डेब्यू (फीमेल) : भूमि पेडनेकर (दम लगा के हईसा)
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वुमेन ऑफ़  ईयर : प्रियंका चोपड़ा
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बेस्ट स्टोरी : जूही चतुर्वेदी (पीकू)
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बेस्ट डेब्यू (मेल) : विकी कौशल (मसान)
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बेस्ट लिरिक्स : वरुण ग्रोवर : (दम लगा के हईसा)
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बेस्ट स्क्रीनप्ले : कबीर खानपरवेज शेखवीविजेंद्र प्रसाद (बाजीराव मस्तानी)
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बेस्ट एडिटिंग : श्रीकर प्रसाद (तलवार)
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बेस्ट प्लेबैक सिंगर (फीमेल) : मोनाली ठाकुर (मोह-मोह के धागे : दम लगा के हईसा)
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बेस्ट प्लेबैक सिंगर (मेल) : पपोन (मोह-मोह के धागे : दम लगा के हईसा)