सुनील भारती मित्तल को 2016 हार्वर्ड अल्युमिनि अवार्ड प्रदान किया गया

 

भारती एंटरप्राइजेज के संस्थापक और चेयरमैन सुनील भारती मित्तल को 26 मई 2016 को इस वर्ष के हार्वर्ड बिजनेस स्कूल अल्मनाइ अचीवमेंट पुरस्कार से नवाजा गया है.

यह पुरस्कार वर्ष 1968 से प्रत्येक वर्ष हार्वर्ड बिजनेस स्कूल के उस पूर्व विद्यार्थी को को दिया जाता है जिसने उच्च मानकों और मूल्यों को कायम रखते हुए अपनी कंपनी और समुदायों में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की हो.

कंपनी के अनुसार इस वर्ष का पुरस्कार मित्तल को दिया गया है.

पुरस्कार मिलने पर मित्तल ने हार्वर्ड बिजनेस स्कूल के प्रबंधन कार्यक्रम को श्रेय दिया जिसने उन्हें भारती एयरटेल को बनाने में मदद की.

स्कूल के डीन के सलाहकर पद पर 2010 में अपनी सेवाएं दे चुके मित्तल ने कहा कि स्कूल द्वारा विस्तार के व्यापारिक नेतृत्व देना लगातार जारी है.

 

=> एआईबीए वर्ल्ड चैम्पियन प्रतियोगिता में बॉक्सर सोनिया लाठेर ने सिल्वर मेडल जीता

 

भारतीय मुक्केबाज सोनिया लाठेर (57 किग्रा) ने 27 मई 2016 को अस्ताना (कज़ाख़स्तान) में एआईबीए महिला वर्ल्ड चैम्पियन प्रतियोगिता में सिल्वर मेडल जीता.

सोनिया लाठेर के बारे में-

  • फाइनल राउंड में उन्हें इटली की टॉप वरीय मुक्केबाज एलिसिया मेसियानो ने पराजित किया.
  • फाइनल मेडल राउंड तक पहुंचने वाली भारत की इकलौती मुक्केबाज सोनिया 1-2 से हार का सामना करना पड़ा.
  • 24 वर्षीय मुक्केबाज सोनिया लाठेर का गृह प्रदेश हरियाणा है.
  • शुरुआती दौर में वह मेसियानो को पछाड़ने में सफल रही.

एआईबीए के बारे में-

  • अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ (एआईबीए) एक गैर लाभकारी संगठन है.
  • अंतरराष्ट्रीय पूर्व फेडरेशन इंटरनेशनेल डे इसकी स्थापना 1946 में  की गयी.
  • 2006 से इसके अध्यक्ष डा चिंग कुओ वू है.
  • एआईबीए मुक्केबाजी खेल हेतु 196 सदस्य महासंघों के साथ दुनिया भर के लिए एकमात्र शासी निकाय है.
  • एआईबीए, युवाओं और अभिजात वर्ग के बीच मुक्केबाजी को विकसित करने और अर्द्ध समर्थक और समर्थक मुक्केबाजों के लिए नए अवसर पैदा करने के लिए मुक्केबाजी, पुरुषों और महिलाओं के सभी स्तरों की ओर से काम करता है.

 

 

=> सनराइजर्स हैदराबाद ने आईपीएल-9 ख़िताब जीता

 

बेंगलुरू के चिन्नास्वामी स्टेडियम में 29 मई 2016 को इंडियन प्रीमियर लीग-9 (आईपीएल) के फाइनल मुकाबले में सनराइजर्स हैदराबाद ने रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को हराकर ख़िताब जीता. 

सनराइजर्स हैदराबाद ने पहले खेलते हुए 208 रन बनाये जबकि रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की टीम 20 ओवर में 7 विकेट पर 200 रन ही बना पाई. टीम बैंगलोर की ओर से क्रिस गेल ने सबसे अधिक 38 गेंदों में 76 रन बनाए, जबकि विराट कोहली ने 35 गेंदों में 54 रन बनाए.

हैदराबाद की ओर से बेन कटिंग ने 4 ओवर में 35 रन देकर दो विकेट लिए, जबकि स्पिनर बिपुल शर्मा ने 2 ओवर में 17 रन देकर एक विकेट लिया. भुवनेश्वर कुमार को कोई विकेट नहीं मिला, लेकिन उन्होंने 4 ओवर में महज 25 रन (इकोनॉमी 6.25) दिए.

आईपीएल-9
•    सनराइजर्स हैदराबाद ने टीम के रूप में पहली बार और शहर के रूप में दूसरी बार इस ट्राफी पर कब्जा किया. 
•    हैदराबाद से पहले डेक्कन चार्जर्स नाम से टीम खेलती थी, जिसने 2009 में यह ट्रॉफी जीती थी.
•    क्रिस गेल ने ट्वंटी-20 क्रिकेट में 9000 रन बनाने का रिकॉर्ड भी अपने नाम किया. यह उपलब्धि हासिल करने वाले वह विश्व के पहले बल्लेबाज हैं. गेल अपने 254वें मैच में इस रिकॉर्ड तक पहुंचे.

आईपीएल-9 पुरस्कार
•    औरेंज कैप - विराट कोहली : 973 रन (16 मैच)
•    पर्पल कैप - भुवनेश्वर कुमार : 23 विकेट (17 मैच)
•    मोस्ट वेल्यूएबल प्लेयर - विराट कोहली : 356.5 अंक
•    सर्वाधिक छक्के - विराट कोहली : 38 छक्के 
•    फेयरप्ले अवार्ड - सनराइजर्स हैदराबाद

आईपीएल विजेता अब तक
2008 : राजस्थान रॉयल्स
2009 : हैदराबाद डैक्कन चार्जर्स
2010 : चेन्नई सुपरकिंग्स
2011 : चेन्नई सुपरकिंग्स
2012 : कोलकाता नाइटराइडर्स
2013 : मुम्बई इंडियंस
2014 : कोलकाता नाइटराइडर्स
2015 : मुम्बई इंडियंस
2016 : सनराइजर्स हैदराबाद

 

=> भारतीय लेखक अदिति कृष्णाकुमार ने स्कॉलैस्टिक एशियन बुक अवार्ड-2016 जीता

 

भारतीय लेखक अदिति कृष्णकुमार ने मई 2016 के चौथे सप्ताह में सिंगापुर में आयोजित कार्यक्रम में ‘स्कॉलैस्टिक एशियन बुक अवार्ड’ जीता. उन्हें उनके द्वारा रचित 32000 शब्दों की पाण्डुलिपि “कोडेक्स:द लॉस्ट ट्रेज़र ऑफ़ द इंडस” के लिए यह पुरस्कार दिया गया.

उन्हें इस लेखन कार्य के लिए 10000 सिगापुरी डॉलर बतौर पुरस्कार दिए गये. इस पाण्डुलिपि को स्कॉलैस्टिक एशिया द्वारा प्रकाशित किया जायेगा.

अदिति कृष्णकुमार

•    वे भारत और सिंगापुर के वित्त विभाग में कार्यरत रही हैं.

•    वे पिछले तीन वर्षों से सिंगापुर में रह रही हैं.

•    वर्तमान में वे एजेंट लीला रमन के साथ कार्यरत हैं.

•    उनकी पहली पुस्तक ‘अ होल समर लॉन्ग’ वर्ष 2012 में प्रकाशित हुई.

•    वर्ष 2014 में भी उनकी एक पाण्डुलिपि स्कॉलैस्टिक एशियन बुक अवार्ड के लिए चयनित हो चुकी है.


अन्य विजेता

•    पहला रनर अप – पुस्तक चेसिंग फ्रीडम के लिए दक्षिण कोरिया की टीना छो.

•    दूसरा रनर अप – आइलैंड गर्ल के लिए सिंगापुर की हो ली-लिंग 

स्कॉलैस्टिक एशियन बुक अवार्ड

यह पुरस्कार नेशनल बुक डेवलपमेंट काउंसिल ऑफ़ सिंगापुर एवं स्कॉलैस्टिक एशिया का संयुक्त उद्यम है. इसकी स्थापना वर्ष 1969 में की गयी, इसका उद्देश्य साहित्य एशियाइन लोगों की साहित्यिक कृतियों को प्रोत्साहन देना है.

योग्यता

यह पुरस्कार प्रत्येक दो वर्ष बाद किसी अप्रकाशित पाण्डुलिपि के लिए दिया जाता है. इसका उद्देश्य 6 से 18 वर्ष के बच्चों पर लिखे लेखों को बढ़ावा देना है. इसके लिए एशिया में रह रहे 18 वर्ष से अधिक के लेखक आवेदन कर सकते हैं.

 

=> संयुक्त राष्ट्र अंतरराष्ट्रीय शांति सैनिक दिवस-2016 मनाया गया

 

29 मईसंयुक्त राष्ट्र अंतरराष्ट्रीय शांति सैनिक दिवस

विश्व भर में 29 मई 2016 को संयुक्त राष्ट्र अंतरराष्ट्रीय शांति सैनिक दिवस मनाया गया. इस दिवस का विषय था – हमारे नायकों का सम्मान.

यह दिवस शांति सैनिकों के योगदान को सम्मान देने एवं उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए मनाया जाता है. इस दिन वर्ष 1948 से संयुक्त राष्ट्र के अधीन कार्यरत 3400 शांति सैनिकों को विश्व भर में शांति स्थापित करने हेतु अपनी जान गंवा देने पर याद किया जाता है. 

इसके अतिरिक्त संयुक्त राष्ट्र डाक प्रशासन (यूएनपीए) द्वारा इस अवसर पर छह डाक टिकटों का संग्रह जारी किया गया.

इस दिवस का उद्देश्य

•    शांति स्थापना हेतु शहीद हुए सैनिकों को याद करना एवं उन्हें सम्मान प्रदान करना.

•    सभी पुरुष एवं महिला शांति सैनिकों को श्रद्धांजलि देना एवं उनके कार्यो, जज्बे एवं समर्पण का सम्मान करना.

पृष्ठभूमि

•    इसे संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा 57/129 प्रस्ताव पारित कर के 11 दिसम्बर 2002 को अपनाया गया.

•    इसे यूक्रेनी शांति स्थापना एसोसिएशन एवं यूक्रेन सरकार के आग्रह पर अपनाया गया.

•    इसे पहली बार 2003 में मनाया गया.

•    मई 29 की तिथि को इसलिए रखा गया है क्योंकि इस दिन 1948 में संयुक्त राष्ट्र ट्रूस सुपरविज़न आर्गेनाईजेशन (यूएनटीएसओ) को अरब-इसराइल युद्ध में शांति वार्ता की निगरानी रखने के लिए निर्धारित किया गया था.

•    वर्ष 2015 का विषय था – शांति के लिए एकता.

 

=> राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने मालती ज्ञान पीठ पुरस्कार 2016 प्रदान किए

 

राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने 29 मई 2016 को राष्ट्रपति भवन में वर्ष 2016 के लिए मालती देवी ज्ञान पीठ पुरस्कार प्रदान किये.

इस सम्मान समारोह में पंजाब के 15 अध्यापकों को शिक्षा क्षेत्र में योगदान हेतु पुरस्कृत किया गया.

पुरस्कार प्राप्त करने वाले अध्यापकों को 1 लाख रूपए नगद, सर्टिफिकेट एवं मेडल प्रदान किए गये.

यह कदम इसलिए उठाया गया ताकि स्कूलों में शिक्षा का स्तर सुधार जा सके एवं कन्या छात्रों की उपस्थिति सुनिश्चित की जा सके.

मालती ज्ञान पीठ पुरस्कार

•    मालती ज्ञान पीठ पुरस्कार का आरंभ मोहिंदर सिंह सिंघले एजुकेशन एंड रिसर्च सोसाइटी द्वारा किया गया.

•    प्रसिद्ध शिक्षाविद एवं समाजसेवी मालती मोहिंदर सिंह सिंघले के सम्मान में इसकी शुरुआत की गयी.

•    प्रत्येक वर्ष पंजाब के सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को उनके योगदान के लिए यह पुरस्कार प्रदान किया जाता है.

•    जिन शिक्षकों को पहले से ही राष्ट्रीय एवं राज्य स्तर पर पुरस्कार प्राप्त हो उन्हें इस पुरस्कार हेतु चयनित नहीं किया जाता.

 

=> सीमा पूनिया ने रियो ओलंपिक हेतु क्वालीफाई किया

 

32 वर्षीय सीमा अंतिल पूनिया ने डिस्कस थ्रो में 28 मई 2016 को रियो ओलिंपिक हेतु क्वालिफ़ाई कर लिया. मूल रूप से हरियाणा निवासी एथलीट ने अमेरिका के केलिफोर्निया में चल रहे पेट यंग थ्रोअर्स क्लासिक (Young Thrower's Classic) में स्वर्ण पदक जीतकर रियो ओलंपिक में जगह बनायी. ओलिंपिक में क्वालिफ़ाई करने के लिए 61 मीटर दूर डिस्कस फेंकना था.

टूर्नामेंट में पूनिया ने 62.62 मीटर दूर डिस्कस फेंक कर ज़रुरी मानदंड हासिल किया और स्वर्ण पदक जीतने में कामयाब रही. उनकी प्रतिद्वंद्वी स्टेफिनी ब्राउन 60.50 की दूरी तक ही डिस्कस फेंक पायी.

सीमा अंतिल पूनिया के बारे में-

  • वर्ष 2015 में इंचियोन में आयोजित एशियन गेम्स में स्वर्ण पदक जीता था.
  • सीमा इससे पहले लंदन ओलंपिक 2012 और 2004 के एथेंस ओलंपिक में देश का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं. तब वह क्वालीफिकेशन राउंड पार नहीं कर पाईं थी.
  • सीमा भारत की 19वीं ट्रैक एंड फील्ड एथलीट हैं, जिन्होंने रियो ओलंपिक के लिए पात्रता हासिल की है.
  • सीमा अब तक 10 बार 61 मीटर से ज्यादा थ्रो फेंक चुकी हैं.
  • वह पांच माह से अमेरिका में रहकर अपने पति और कोच अंकुश पूनिया के साथ प्रैक्टिस कर रही है.
  • सीमा ने 2008 की ओलपिंक चैंपियन अमेरिका की स्टेफनी ब्राउन ट्रेफ्टन को भी पीछे छोड़ दिया.
  • सीमा पूनिया मूल रुप से हरियाणा के जिला सोनीपत के गांव खेवड़ की निवासी हैं. उनकी शादी मेरठ के सकौती टांडा गांव निवासी अंकुश पूनिया पुत्र तेजपाल सिंह से हुई

सीमा को मिल चुका है यश भारती पुरस्कार –

मेरठ की बहू सीमा पूनिया को प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पिछले माह यश भारती पुरस्कार से सम्मानित किया. सीमा पूनिया के अमेरिका में होने के कारण उनके ससुर तेजपाल ने लखनऊ में यह पुरस्कार ग्रहण किया था.

 

=> भारतीय अमेरिकी वैज्ञानिक अर्नब डे स्प्रिंगर थीसिस अवार्ड से सम्मानित

 

भारतीय अमेरिकी वैज्ञानिक अर्नब डे ने मई 2016 को प्रतिष्ठित स्प्रिंगर थीसिस पुरस्कार प्राप्त किया. उन्होंने यह पुरस्कार ट्यूमर शमन ए-20 के अध्ययन हेतु ट्रांसजेनिक चूहों विकसित करने के लिए प्राप्त किया.

उनके शोध को न्यूयॉर्क कोलम्बिया यूनिवर्सिटी द्वारा नामांकित किया गया.

इससे पहले उनकी मधुमेह के उपचार हेतु विकसित की गयी परियोजना को युवा अन्वेषक पुरस्कार मिल चुका है. 

उन्होंने अपन पीएचडी शोधकार्य क्रिकेटर सचिन तेंडुलकर एवं अपने शिक्षण संस्थान कोलकाता प्रेसीडेंसी कॉलेज को समर्पित किया. 

स्प्रिंगर थेसेस अवार्ड

यह पुरस्कार अंतरराष्ट्रीय प्रकाशक स्प्रिंगर द्वारा प्रदान किया जाता है. स्प्रिंगर पत्रिकाएं, पुस्तकें एवं पीएचडी शोध कार्यो को प्रकाशित करता है.

स्प्रिंगर
•    यह विश्व के सर्वश्रेष्ठ पीएचडी शोधकार्य को पुस्तक के रूप में प्रकाशित करता है, जिसका शीर्षक होता है – ‘स्प्रिंगर थीसिस:रेकोग्नाईजिंग आउटस्टैंडिंग पीएचडी रिसर्च’.
•    विजेता को 500 यूरो (555 अमेरिकी डॉलर) भी दिए जाते हैं.
•    केवल उन्हीं शोधकार्यो को तरजीह दी जाती है जिन्हें ‘सामान्य पाठकों के लिए मौलिक प्रासंगिकता’ वाला समझा जाता है.
•    शोधकार्यों को यूरोपियन मॉलिक्यूलर बायोलॉजी आर्गेनाईजेशन (ईएमबीओ) रिपोर्ट्स में भी स्थान दिया जा चुका है.

 

=> पक्के टाइगर रिजर्व ने इण्डिया बायो डायवर्सिटी अवार्ड 2016 जीता

 

पक्के टाइगर रिजर्व ने 22 मई 2016 को मुंबई में चार श्रेणियों में से एक 'इण्डिया बायो डायवर्सिटी अवार्ड 2016' प्राप्त किया. यह पार्क अरुणाचल प्रदेश के पूर्वी कामेंग जिले में है.

पक्के टाइगर रिजर्व का हॉर्नबिल नेस्ट एडोप्शन प्रोग्राम संकटग्रस्त प्रजातियों के संरक्षण श्रेणी के तहत पुरस्कार से सम्मानित किया गया.

इस के अलावा हांगकांग एनआईआईटीआईआई (Niitii), लोअर सुबानसिरी वर्ग चतुर्थ के तहत जैव विविधता प्रबंधन समिति (बीएमसी) ने पुरस्कार से सम्मानित किया.

हॉर्नबिल नेस्ट एडोप्शन प्रोग्राम-

• यह घोर आबहे सोसायटी, प्रकृति संरक्षण फाउंडेशन और राज्य वन विभागों का सहयोगी है.

• इस कार्यक्रम के तहत शहरी नागरिक पक्के टाइगर रिजर्व के आसपास हॉर्नबिल घोंसले की रक्षा करने के लिए पैसे का योगदान करते हैं.

• यह टाइगर रिजर्व के आसपास के क्षेत्रों में पाए जाने वाले चार हॉर्नबिल प्रजातियों के संरक्षण की दिशा में एक बड़ा कदम है.

इण्डिया बायो डायवर्सिटी अवार्ड- 

• ये पुरस्कार केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु मंत्रालय, राष्ट्रीय जैव विविधता प्राधिकरण (एनबीए) और संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) की संयुक्त पहल हैं.

• यह जैव विविधता के संरक्षण की दिशा में हितधारकों के योगदान को मान्यता देते हैं.

• संकटग्रस्त प्रजाति, उपयोग और लाभ के बंटवारे और जैव विविधता प्रबंधन समितियों के लिए जैविक संसाधनों, सफल मॉडल के सतत उपयोग के संरक्षण इन चार श्रेणियों ये पुरस्कार प्रदान किए जाते हैं. 

• प्रत्येक श्रेणी के विजेता को 1 लाख रुपये नकद और उप विजेता को 50000 रुपये पुरस्कार स्वरुप प्रदान किय आजाता है.

 

=> नेट शून्य ऊर्जा को बढ़ावा देने हेतु भारत ने पहला एकीकृत वेब पोर्टल लांच किया

 

केंद्रीय ऊर्जा मंत्रालय और अंतर्राष्ट्रीय विकास के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका एजेंसी (यूएसएआईडी) ने 27 मई 2016 को भारत के पहले  एकीकृत वेब पोर्टल का शुभारंभ किया. 

पोर्टल (www.nzeb.in) को भारत में नेट शून्य ऊर्जा (एनजेडईबी) (NZEB) को बढ़ावा देने और मुख्य धारा हेतु डिज़ाइन किया गया. 

पोर्टल की विशेष सुविधाएँ

• यह अपनी तरह का पहला पोर्टल है और नेट शून्य ऊर्जा बिल्डिंग के बारे में पूरी जानकारी प्रदान करता है कि जरूरत के अनुरूप किस प्रकार ऊर्जा का उत्पादन किया जाए.

• इस पोर्टल से आवश्यकता के अनुरूप प्रकाश और उपकरण, अक्षय ऊर्जा प्रौद्योगिकियों के एकीकरण, और अच्छा अभ्यास डिजाइन रणनीतियों के उपयोग के माध्यम से लगभग शून्य ऊर्जा का दर्जा हासिल करने में मदद मिलेगी.

• पोर्टल भारतीय बाजारों हेतु एनजेडईबी (NZEB) एलायंस, उद्योग की व्यापक आवश्यकता के अनुसार अत्यधिक ऊर्जा जरूरत के लिए जानकारी उपलब्ध कराएगा.

• यह पोर्टल नीति निर्माताओं, डेवलपर्स, आर्किटेक्ट, इंजीनियर, स्थिरता सलाहकार, और शिक्षा हेतु उन्हें आवश्यक जानकारी प्रदान करेगा.

नेट शून्य ऊर्जा

एक शुद्ध जीरो एनर्जी बिल्डिंग (NZEB) को भी जीरो एनर्जी बिल्डिंग के रूप में जाना जाता है, जीरो एनर्जी बिल्डिंग (ZNE), या नेट जीरो बिल्डिंग.

• शून्य ऊर्जा इमारतें एक स्मार्ट ग्रिड का हिस्सा हो सकती है. इन इमारतों के कुछ लाभ इस प्रकार हैं:

• अक्षय ऊर्जा संसाधनों के एकीकरण

• प्लग इन इलेक्ट्रिक वाहनों का एकीकरण 

• शून्य ऊर्जा अवधारणाओं का कार्यान्वयन

 

=> लक्षद्वीप चौबीस घंटे बिजली आपूर्ति पर हस्ताक्षर करने वाला पहला केंद्र शासित प्रदेश बन गया

 

केंद्र शासित प्रदेश लक्षद्वीप को सप्ताह के सातों दिन 24 घंटे बिजली उपलब्ध होगी. ऐसी सुविधा पाने वाला यह देश का पहला केन्द्र शासित प्रदेश होगा.
लक्षद्वीप प्रशासन ने बिजली मंत्रालय में सचिव पी.के. पुजारी की उपस्थित में इस आशय के दस्तावेज पर हस्ताक्षर किया.

लक्षद्वीप में सौर ऊर्जा क्षमता 2.15 मेगावाट से बढ़ाकर 8.45 मेगावाट करने का लक्ष्य है.

  • इस योजना के तहत लक्षद्वीप में केंद्रशासित प्रदेश प्रशासन द्वारा एनर्जी एफिसियेंसी सर्विसेज लिमिटेड (ईईएसएल) के जरिये एक लाख एलईडी बल्बों का वितरण किया जाएगा
  • उजाला कार्यक्रम के तहत बल्ब एवं सीएफएल वाले स्थानों पर एलईडी बल्ब लगाये जाएंगे.
  • इसके अलावा सडक़ों के किनारे लगे 3,000 लाइटों के स्थान पर भी एलईडी लाइट लगाये जाएंगे.
  • सरकार बिजली की उच्च खपत के जरिये लोगों के जीवन स्तर में सुधार लाने के लिए प्रतिबद्ध है और वर्ष 2019 तक देश के प्रत्येक परिवार को 24 घंटे बिजली उपलब्ध कराने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है.
  • इससे पहले सरकार के 24 घंटे बिजली उपलब्ध कराने वाली योजना के दस्तावेज पर 22 राज्य हस्ताक्षर कर चुके हैं.

 

 

=> हाई स्पीड टैल्गो ट्रेन का भारत में ट्रायल रन किया गया

 

नौ कोच वाली टैल्गो ट्रेन का 29 मई 2016 को उत्तर प्रदेश स्थित बरेली-मुरादाबाद रूट पर ट्रायल रन किया गया. यह परीक्षण ट्रेनों की गति बढ़ाने की रणनीति के हिस्से के तौर पर किया जा रहा है.

यह ट्रायल रन रेलवे डिजाईन स्टैण्डर्ड आर्गेनाईजेशन (आरडीएसओ) एवं स्पेनिश ट्रेन निर्माता टैल्गो द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित कराया गया.

नौ कोच वाली टैल्गो ट्रेन 4500 एचपी के डीजल इंजन के साथ 90 किलोमीटर के ट्रैक पर चलायी गयी. इसने यह दूरी एक घंटा 10 मिनट में पूरी की.

ट्रायल रन के चरण

इसे निम्नलिखित तीन चरणों में आयोजित किया जायेगा:

•    पहला चरण: बरेली-मुरादाबाद रूट

•    दूसरा चरण: मथुरा-पलवल रूट

•    तीसरा चरण: मुंबई-दिल्ली रूट

स्पेनिश ट्रेन - टैल्गो

•    यह कम वजन वाली ट्रेन है जो अधिकतम 115 किमी प्रतिघंटे की रफ़्तार से चल सकती है.

•    यह उर्जा की कम खपत करती है.

•    इसे इस प्रकार से डिजाईन किया गया है जिससे यह मोड़ आने पर भी रफ़्तार कम किये बिना चल सकती है.

•    इसमें दो एग्जीक्यूटिव क्लास कार, चार चेयर कार, एक कैंटीन, एक पावर कार एवं अंतिम कोच स्टाफ के सदस्यों के लिए हैं.

•    इससे दिल्ली से मुंबई का सफर 12 घंटे में पूरा किया जा सकता है.

•    गौरतलब है कि दिल्ली-मुंबई राजधानी एक्सप्रेस 85 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से दौड़ती है जिससे यह सफर 17 घंटे में पूरा होता है.

 

=> ए आर रहमान जापान के फुकुओका पुरस्कार-2016 से सम्मानित

 

भारत के प्रसिद्ध संगीतकार ए आर रहमान को 30 मई 2016 को जापान के शीर्ष सांस्कृतिक सम्मान ‘फुकुओका पुरस्कार-2016’ से सम्मानित किया गया. उन्हें यह पुरस्कार संगीत द्वारा एशियाई संस्कृति में उत्कृष्ट योगदान देने के लिए दिया गया.

यह पुरस्कार प्राप्त करने वाले वे 27वें व्यक्ति होंगे. इस पुरस्कार के तहत संगीतकार रहमान को "फ्राम द हार्ट- द वर्ल्ड ऑफ ए आर रहमान्स म्यूजिक" विषय पर व्याख्यान देने के लिए जापान आमंत्रित किया गया है. यह व्याख्यान सितम्बर 2016 में आयोजित होगा. यह सम्मान प्रत्येक वर्ष दिया जाता है.

फुकुओका पुरस्कार

•    जापान के फुकुओका शहर में वर्ष 1990 में इस वार्षिक पुरस्कार की स्थापना की गयी.

•    इसका मुख्यु उद्देश्य एशिया की अनोखी और विविधतापूर्ण संस्कृति को संरक्षित और प्रोत्साहित करने के लिए काम करने वाले लोगों, संगठनों और समूहों को प्रोत्साहित करना है.

 आर रहमान

•    ए आर ने मणिरत्नम की तमिल फिल्म रोजा के साथ अपने फिल्मी करियर का आगाज किया.

•    उन्होंने राम गोपाल वर्मा की फिल्म रंगीला से हिंदी सिनेमा में करियर की शुरुआत की.

•    इसके बाद उन्होंने बॉम्बे, दिल से, ताल, लगान, रंग दे बसंती, दिल्ली 6, रॉकस्टार, हाईवे और तमाशा सहित अनेक फिल्मों में अपने संगीत का हुनर दिखाया.

•    डैनी बॉयल की स्लमडॉग मिलेनियर के गीत ‘जय हो’ से रहमान ने हॉलीवुड में भी अपने संगीत का जादू बिखेरा. 

•    ‘जय हो’ को दो एकेडमी अवार्ड और एक गोल्डन ग्लोब ट्राफी प्राप्त हुए.

 

=> एलिस्टर कुक 10000 टेस्ट रन बनाने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बने

 

इंग्लैंड क्रिकेट टीम के कप्तान एलिस्टर कुक 30 मई 2016 को टेस्ट मैचों में 10,000 रन बनाने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बने.

कुक की आयु 31 वर्ष 5 माह एवं 5 दिन है, उन्होंने यह उपलब्धि श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट मैच के चौथे दिन नुवान प्रदीप की गेंद पर फ्लिक लगाकर हासिल की. यह उनका 128वां टेस्ट था.

कुक के नाबाद 47 रनों की बदौलत इंग्लैंड ने यह टेस्ट नौ विकेट से जीता.

इससे पहले यह रिकॉर्ड सचिन तेंडुलकर के नाम था, उन्होंने वर्ष 2005 में ईडन गार्डन में पाकिस्तान के खिलाफ खेलते हुए यह रिकॉर्ड बनाया था. उस समय सचिन की आयु 31 वर्ष 10 माह एवं 20 दिन थी.

टेस्ट मैचों में 10000 रन बनाने वाले खिलाड़ी
•    एलिस्टर कुक (इंग्लैंड): उन्होंने 30 मई 2016 को 31 वर्ष 5 माह एवं 5 दिन की आयु में यह रिकॉर्ड बनाया.

 

•    सचिन तेंडुलकर (भारत): उन्होंने 16 मार्च 2005 को 31 वर्ष 10 माह एवं 20 दिन की आयु में यह रिकॉर्ड बनाया.

•    जैक्स कालिस (दक्षिण अफ्रीका): उन्होंने 27 फरवरी 2009 को 33 वर्ष 4 माह 11 दिन में यह रिकॉर्ड बनाया.

•    रिकी पॉन्टिंग (ऑस्ट्रेलिया): उन्होंने 30 मई 2008 को 33 वर्ष 5 माह एवं 11 दिन की उम्र में यह रिकॉर्ड बनाया.

•    महेला जयवर्धने (श्रीलंका): उन्होंने 26 दिसम्बर 2011 को 34 वर्ष 6 माह एवं 29 दिनों में यह रिकॉर्ड बनाया.

कुक यह रिकॉर्ड बनाने वाले 12वें खिलाड़ी एवं दूसरे ओपनर हैं. उनसे पहले सचिन पहले ओपनर थे.

अन्य 10 खिलाड़ी हैं – एलेन बॉर्डर, ब्रेन लारा, राहुल द्रविड़, कुमार संगकारा, सुनील गावसकर, रिकी पॉन्टिंग, महेला जयवर्धने, जैक्स कालिस, शिवनारायण चन्द्रपॉल एवं स्टीव वॉ.

 

=> लुईस हैमिलटन ने मोनाको एफग्रां प्री रेस जीती

 

लुईस हैमिलटन ने 29 मई 2016 को मोनाको एफ1 ग्रां प्री रेस जीती. उन्होंने रेड बुल के डेनियल रिकार्डो को पीछे छोड़ते हुए यह रेस जीती.

इस रेस का आयोजन सर्किट डी मोनाको में हुआ. यह 2016 सीजन का छठा राउंड था.

लुईस हैमिलटन

•    लुईस हैमिलटन इंग्लैंड के फार्मूला वन ड्राईवर हैं.

•    वे मर्सडीज़ एएमजी पेट्रोनास के लिए खेलते हैं.

•    वे 2008, 2014 एवं 2015 में विश्व चैंपियन रह चुके हैं.

•    वर्ष 2007 में फार्मूला वन के अपने पहले सीजन में खेलते हुए उन्होने कई रिकॉर्ड बनाये.

•    वे फार्मूला वन चैंपियनशिप जीतने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बने. कुछ वर्ष उपरांत सेबेस्टियन वेटेल ने यह रिकॉर्ड तोड़ा. 

•    2014 में उन्होंने दूसरा विश्व ख़िताब जीता, इसी वर्ष उन्हें बीबीसी स्पोर्ट्स पर्सनालिटी ऑफ़ द इयर ख़िताब मिला.

•    उन्होंने प्रत्येक सीजन में एक रेस जीती है, ऐसा करने वाले वह एकमात्र खिलाड़ी हैं.

मोनाको ग्रां प्री

•    यह रेस प्रत्येक वर्ष मोनाको सर्किट में आयोजित की जाती है.

•    इसका आयोजन वर्ष 1929 से किया जा रहा है.

•    यह विश्व की सबसे महत्वपूर्ण एवं प्रसिद्ध ऑटोमोबाइल रेसों में से एक है.

•    यह रेस मोनाको के संकरे सर्किट में आयोजित की जाती है.

•    यह एकमात्र ग्रां प्री रेस सर्किट है जहां 305 किलोमीटर के न्यूनतम सर्किट को भी नहीं माना गया है. 

•    वर्ष 2015 में यह रेस निको रोसबर्ग ने जीती थी.

 

=> सूखे की वर्तमान स्थिति और मोदी सरकार द्वारा उठाए गए कदम

 

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, मानसून के चार महीने–जून से सितंबर के दौरान अगर वर्षा अपने दीर्घकालीक  औसत से 10 फीसदी कम होती है, तो इसे सूखा मानसून घोषित किया जाएगा. 
ला नीना की अनुकूल भूमिका की वजह से इस वर्ष भारतीय मानसून के सामान्य रहने की भविष्यवाणी की गई है. बीते दो वर्षों में भारतीय उपमाहाद्वीप में कम वर्षा हुई है जिससे देश के कई हिस्सों में सूखा पड़ा और लाखों ग्रामीण लोगों का जीवन प्रभावित हुआ. 
केरल और पुणे के वैज्ञानिकों द्वारा किए गए अध्ययन के अनुसार मध्य एशिया के उपर के वातावरण के लगातार ठंडा होने से 2020 और 2049 के बीच सूखे की आवृत्ति को बढ़ाएगा. 

सूखे की वर्तमान स्थिति : गंभीर तथ्य 

• वर्ष 2015-16 में 11 राज्यों के 266 जिलों को सूखा प्रभावित घोषित किया गया था. उनमें से, 70 फीसदी से ज्यादा जिले 8 राज्यों में थे. 
• सूखा प्रभावित 11 राज्य थे– उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडीशा, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, महाराष्ट्र, कर्नाटक, गुजरात और झारखंड. 
• छत्तीसगढ़ और कर्नाटक दोनों ही राज्यों में 93 फीसदी जिले सूखा प्रभावित थे. इसके बाद झारखंड का स्थान आता है जहां 92 फीसदी जिले सूखा प्रभावित थे. ओडीशा और मध्य प्रदेश, इन दोनों राज्यों में 90 फीसदी जिले सूखा प्रभावित थे. 
• पूर्ण संख्या के मामले में उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक जिले (50) सूखा प्रभावित थे. इसके बाद मध्य प्रदेश (46) का स्थान है. पांच अन्य राज्यों में 20 से अधिक जिले सूखा प्रभावित थे. 
• सूखे की वर्तमान स्थिति ने इन 266 जिलों में 300 मिलियन से अधिक लोगों के जीवन को प्रभावित किया है. 
• वर्ष 2015–16 में खाद्यान्न उत्पादन बीते 5 वर्षों के औसत उत्पादन की तुलना में कमी आई है. 
• 2010-11 और 2014-15 के बीच औसत खाद्यान्न उत्पादन 255.59 मिलियन टन था जबकि 2015–16 में अनुमानित उत्पादन 253.16 टन की है. 

सरकार द्वारा उठाए गए कदम

बजट 2016-17 में की गई घोषणाएं 

• सूखा प्रभावित इलाकों में प्रत्येक ब्लॉक को दीन दयाल अंत्योदय मिशन के तहत गहन (इंटेंसिव) ब्लॉक माना जाएगा. 
• जल संरक्षण और प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन को सुनिश्चित करने के लिए महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के तहत क्लस्टर फैसिलिटेशन टीम्स (सीएफटी) बनाई जाएंगी. 
• एनडीआरएफ से सहायता : वर्ष 2015-16 में कई राज्यों ने राष्ट्रीय आपदा राहत कोष (एनडीआरएफ) से वित्तीय सहायता की मांग करते हुए सूखे पर अनुरोध प्रस्तुत किया. 
• सूखा प्रभावित 10 राज्यों में सूखे की स्थिति में राहत पहुंचाने के लिए एनडीआरएफ से करीब 13500 करोड़ रुपये मंजूर किए गए. 
• महाराष्ट्र को सबसे अधिक धनराशि (3049 करोड़ रुपये) दी गई थी. इसके बाद कर्नाटक का स्थान है जिसे  2263 करोड़ रुपये दिए गए. 
• बहु आजीविका को बढ़ावा देने के लिए स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) के गठन में तेजी लाई जाएगी. 

कृषक समुदाय को सहायता 

सूखे के दौरान कृषक समुदाय सबसे बुरी तरह प्रभावित होता है. इस पृष्ठभूमि में केंद्र सरकार ने मार्च 2015 में दुखी किसानों को दिए जाने वाले मुआवजे से संबंधित नियमों में संशोधन किया है. संशोधित नियम हैं–
i.  अब तक किसानों की अप्रत्याशित मौसम की वजह से उनकी फसल का 50 फीसदी या उससे अधिक का नुकसान होने पर इनपुट सब्सिडी दी जाती थी लेकिन अब ऐसी स्थिति में 33 फीसदी फसल के खराब होने पर भी सब्सिडी दी जाएगी. 
ii. दुखी किसानों को दी जाने वाली मौजूदा इनपुट सब्सिडी में 50 फीसदी का इजाफा किया गया है. 
iii.इसके अलावा सूखा समेत अप्रत्याशित संकट के समय किसानों की सुरक्षा को देखते हुए प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को मंजूर किया गया है. 

सूखा प्रबंधन की सहायता करने में सक्षम कार्यक्रम

• राष्ट्रीय जलविज्ञान परियोजना : अप्रैल 2016 में केंद्रीय कैबिनेट ने करीब 3700 करोड़ रुपयों के अनुमानित लागत से राष्ट्रीय जलविज्ञान परियोजना (एनएचपी) को मंजूरी दी है. 
• परियोजना सूचना प्रणालियों के इस्तेमाल और रिमोट सेंसिंग समेत नवीनतम प्रौद्योगिकियों को अपनाकर जल संसाधन प्रबंधन में सरकारी एजेंसियों की क्षमता निर्माण करना चाहता है. 
• नीरांचल नेशनल वाटरशीड प्रोजेक्ट : केंद्रीय कैबिनेट ने 2142 करोड़ रुपयों के कुल बजट के साथ अक्टूबर 2015 में इसे मंजूरी दी थी जिसमें से भारत 1071 करोड़ रुपयों का खर्च उठाएगा और बाकी का 50 फीसदी लगात विश्व बैंक वहन करेगी. 
• यह जलविज्ञान और जल प्रबंधन, कृषि उत्पादन प्रणाली, क्षमता निर्माण और निगरानी एवं मूल्यांकन में प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना की मदद करेगा. 
• तकनीकी सहायता के माध्यम से परियोजना एकीकृत वाटरशीड प्रबंधन कार्यक्रम (आईडब्ल्यूएमपी) का समर्थन करना चाहती है ताकि वृद्धिशील संरक्षण नतीजों और कृषि पैदावार में सुधार हो. 
• प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना : इसे केंद्र सरकार ने 2015 और  2020 के अवधि के बीच 50000 करोड़ रुपयों से अधिक के परिव्यय के साथ जुलाई 2015 में मंजूर किया था. 
• योजना जल प्रबंधन की मौजूदा योजनाओं को समर्थन प्रदान कर जल के प्रयोग में दक्षता लाना चाहती है. 
• सुनिश्चित सिंचाई (हर खेत को पानी) के तहत इसका उद्देश्य कृषियोग्य क्षेत्र का विस्तार करना और पानी की बर्बादी को कम करने के लिए खेतों में पानी के उपयोग दक्षता में सुधार लाना है.

 

=> चाड के पूर्व राष्ट्रपति हिसेन हैब्रे को उम्रक़ैद

 

अफ्रीकी देश चाड के पूर्व तानाशाह हिसेन हैब्रे को वॉर क्राइम के लिए 30 मई 2016 को उम्रकैद की सजा सुनाई गई. कोर्ट ने हैब्रे को रेप, यौन उत्पीड़न और 40,000 हत्याओं का आदेश देने के दोषी ठहराया. पूर्व राष्ट्रपति हिसेन हाब्रे को मानवता के ख़िलाफ़ अपराध का दोषी पाया गया.

सेनेगल की राज़धानी डकार में अफ़्रीकी संघ समर्थित एक अदालत ने ये फ़ैसला सुनाया. उन्हें फ़ैसले के ख़िलाफ़ अपील करने के लिए 15 दिन का समय दिया गया है.

  • किसी अफ्रीकी देश के पूर्व राष्ट्रपति के खिलाफ कोर्ट का यह पहला फैसला है.
  • हिसेन हाब्रे 1982 से 1990 तक चाड के शासक रहे.
  • हाब्रे पर आरोप है कि उन्होंने आठ साल के शासन काल में 40 हज़ार लोगों का कत्ल करवाया.

हिसेन हाब्रे की सुनवाई

 

  • पीड़ितों की वकील जैकलीन माउदेनिया के अनुसार पूरे अफ़्रीका में इस फ़ैसले से बेहद ख़ुशी है क्योंकि हमने पूरे विश्व में और ख़ास तौर से चाड में संदेश दिया कि तानाशाहों का क्या अंजाम होता है.
  • अदालत ने हाब्रे को दुष्कर्म, यौन दास बनाने, आत्महत्या के लिए उकसाने, व्यापक तौर पर मानव तस्करी, अपहरण, उत्पीड़न तथा युद्ध अपराधों में दोषी पाया
  • हाब्रे ने पूरी सुनवाई के दौरान अदालत की वैधता पर ही सवाल उठाए और अपने ऊपर लगे तमाम आरोपों से इनकार किया.
  • मामले की सुनवाई 20 जुलाई, 2015 को अफ्रीकन स्पेशल कोर्ट में शुरू हुई थी, जो 56 दिनों तक चली.
  • इस दौरान 93 गवाहों से जिरह की गई.
  • हाब्रे को उसके शासनकाल के समय में अमरीका का समर्थन हासिल था.

अफ्रीकन स्पेशल कोर्ट के बारे में-

  • अफ्रीकन स्पेशल कोर्ट की स्थापना अफ्रीकी संघ ने की है, जिसके अधिकार क्षेत्र को हाब्रे ने चुनौती दी थी.
  • अर्जी में अदालत के अभियोजक सेनेगल के एंबे फाल ने जस्टिस से चाड के पूर्व राष्ट्रपति को आजीवन कारावास की सजा देने का आग्रह किया था.
  • उन्होंने हाब्रे की संपत्ति को जब्त करने का आदेश देने का भी अदालत से आग्रह किया.

 

 

=> कृषि सूखे के निदान हेतु प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई नई योजना का शुभारम्भ

 

सिंचाई जल प्रबंधन को बेहतर बनाने और कृषि भूमि को पर्याप्त पानी उपलब्ध कराने हेतु नई योजना प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना का शुभारम्भ किया गया है. इस योजना का उद्देश्य सिंचाई क्षेत्र में निवेश को तर्कसंगत बनाना और पानी के दुरूपयोग को रोकना है.

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल के आर्थिक मामलों की समिति-सीसीई ने 31 मई 2016 को नई योजना कृषि प्रधानमंत्री सिंचाई योजना को मंजूरी दी.

इस योजना में पांच सालों के लिए पचास हजार करोड़ रुपये की राशि का प्रावधान किया गया है.

मौजूदा वित्तीय वर्ष के लिए पांच हजार तीन सौ करोड़ आवंटित किए गए हैं.

प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना का मुख्य उद्देश्य-

  • सिंचाई में निवेश में एकरूपता लाना, हर खेत को पानी के तहत कृषि योग्य क्षेत्र का विस्तार करने के लिए खेतों में ही जल के इस्तेमाल करने की दक्षता को बढ़ाना.
  • पानी के अपव्यय को कम करने के तरीके ईजाद करना.
  • इसके अलावा इसके जरिए सिंचाई में निवेश को आकर्षित करने का भी प्रयास किया गया है.
  • केन्द्र सरकार ने महाराष्ट्र सरकार को विदर्भ और माराठ वाड़ा के किसानों द्वारा आत्महत्या की आशंका के दृष्टिगत और सूखा ग्रस्त क्षेत्रों हेतु एक सौ बत्तीस परियोजनाओं के लिए करीब 71 अरब 88 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया है.
  • एक सौ बत्तीस परियोजनाओं में से 98 विदर्भ और 34 मराठवाड़ा के लिए होंगी.
  • देश में कुल 14 दशमलव दो करोड़ हेक्टेयर कृषि योग्य भूमि से 65 प्रतिशत में सिंचाई सुविधा नहीं है.

 

=> चीन पहला हैक प्रूफ क्वांटम कम्युनिकेशन सेटेलाईट प्रक्षेपित करेगा

 

क्वांटम कम्युनिकेशन सेटेलाईट मई 2016 में चर्चा में था क्योंकि चीनी विज्ञान एकेडमी (सीएएस) के अनुसार चीन जुलाई 2016 में अपना प्रायोगिक क्वांटम कम्युनिकेशन सेटेलाईट प्रक्षेपित करेगा. 

इससे चीन पहला देश होगा जिसके सेटेलाईट अन्तरिक्ष से एनकोडेड सूचना भेजेंगे जिसे हैक नहीं किया जा सकता.

इस परियोजना से संचार व्यवस्था में क्रन्तिकारी परिवर्तन आ सकते हैं. इस परियोजना में सेटेलाईट प्रक्षेपण एवं चार बिल्डिंगों का निर्माण शामिल है. इसके अतिरिक्त एक अन्तरिक्ष क्वांटम टेलिपोर्टेशन का भी विकास किया जायेगा.

सेटेलाईट परियोजना के मुख्य बिंदु
•    चीन वर्ष 2030 तक इस सेटेलाईट को छोड़ने की योजना बना रहा है.
•    यह अपना स्वयं का क्वांटम सूचना शेयरिंग नेटवर्क बना रहा है ताकि राष्ट्रीय डिफेंस एंड सिक्यूरिटी में भी इसका प्रयोग किया जा सके.
•    इससे पृथ्वी पर मौजूद दो क्वांटम ऑप्टिकल लिंक्स के बीच संपर्क स्थापित किया जा सकता है.
•    चीनी वैज्ञानिकों को क्वांटम सेटेलाईट विकसित करने में पांच वर्ष का समय लगा.
•    इसे चीन के जिउक्वान सेटलाईट लॉन्च सेंटर से छोड़ा जायेगा. 

पृष्ठभूमि
क्वांटम सेटेलाईट अन्तरिक्ष विज्ञान के लिए सामरिक प्राथमिकता कार्यक्रम के तहत प्रक्षेपित किया जायेगा. इस पर रिसर्च की शुरुआत चीन में 2011 में की गयी. चीन पहले ही वर्ष 2015 में डार्क मैटर सेटेलाईट प्रक्षेपित कर चुका है. इसके बाद अप्रैल 2016 में माइक्रो ग्रेविटी सेटेलाईट एसजे-10 प्रक्षेपित किया गया. वर्ष 2016 के मध्य में अन्तरिक्ष में न्यूट्रोन 
तारों एवं ब्लैक होल्स के शोध के लिए सेटेलाईट छोड़ा जायेगा.

क्वांटम कम्युनिकेशन
•    यह अल्ट्रा-हाई सिक्यूरिटी पर आधारित है, इसका डुप्लीकेट अथवा इसमें दी गयी सूचनाओं को पृथक नहीं किया जा सकता.
•    यदि कोई सूचना डिकोड करने की कोशिश करता है तो यह इन्क्रीप्शन बदल देगा जिससे सूचना पाने वाले को प्रणाली से की गयी छेड़छाड़ का पता लग जायेगा.
•    अमेरिकी  वैज्ञानिक डेविड वाइनलैंड एवं फ्रांस के सर्ज हरोच को क्वांटम पार्टिकल्स की खोज हेतु वर्ष 2012 में नोबल पुरस्कार से सम्मानित किया गया.

 

=> सुनील लांबा नौसेना के 21वें प्रमुख बने

 

एडमिरल सुनील लांबा ने 31 मई 2016 को नौसेना प्रमुख का पदभार ग्रहण कर लिया है. नौवहन एवं निर्देशन में विशेषज्ञ 58 वर्षीय लांबा का नौसेना प्रमुख पद पर कार्यकाल 31 मई 2019 यानि तीन वर्ष तक के लिए होगा. 6 मई, 2016 को सरकार ने सुनील लांबा को नौसेना की कमान संभालने का फैसला किया.

लांबा एडमिरल आर के धवन का स्थान लेंगे जो सेवानिवृत्त हो रहे हैं. डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज के छात्र रह चुके लांबा नौसेना प्रमुख बनने वाले 21 वें भारतीय होंगे.

प्रथम दो नौसेना प्रमुख ब्रिटिश थे.

सुनील लांबा के बारे में-

  • सुनील लांबा ने कॉलेज ऑफ डिफेंस मैनेजमेंट, सिकंदराबाद में संकाय सदस्य के रूप में सेवा दी
  • तीन दशक से अधिक समय के करियर में समृद्ध ऑपरेशनल एवं स्टाफ अनुभव रखने वाले लांबा ने जंगी जहाज आईएनएस सिंधुदुर्ग और फ्रिगेट आईएनएस दुनागिरि पर नेविगेटिंग अधिकारी के तौर पर सेवाएं दी है.
  • वे अग्रिम पंक्ति के चार जंगी जहाजों की कमान संभाल चुके हैं.
  • जिनमें आईएनएस काकीनाडा, आईएनएस हिमगिरि और आईएनएस रणविजय और आईएनएस मुंबई शामिल है.
  • लांबा पश्चिमी बेड़े के फ्लीट ऑपरेशन ऑफिसर और दक्षिणी एवं पूर्वी नौसेना कमान के चीफ ऑफ स्टाफ का काम भी कर चुके हैं.
  • वह पश्चिमी नौसेना कमान का प्रमुख नियुक्त किए जाने से पहले दक्षिणी नौसेना कमान के कमांडर इन चीफ थे.
  • उन्हें परम विशिष्ट सेवा पदक और अति विशिष्ट सेवा पदक से भी सम्मानित किया जा चुका है.

 

 

 

=> पतंजलि योग पीठ यूपी में 1000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी

 

यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में एक आयुर्वेद विवि व अस्पताल की स्थापना की जाएगी. इससे क्षेत्र के करीब एक लाख लोगों को रोजगार मिलेगा. यह घोषणा आचार्य बालकृष्ण ने 31 मई 2016 को ग्रेटर नोएडा में की.

आचार्य बालकृष्ण ने इस परियोजना के लिए यमुना प्राधिकरण के सीईओ डा. अरुणवीर सिंह के सामने सात सौ एकड़ जमीन का प्रस्ताव रखा है. 
योग पीठ की तरफ से जमीन हेतु प्राधिकरण में आवेदन किया जाएगा.

  • प्राधिकरण अधिकारियों ने परियोजना हेतु जमीन सेक्टर 22 ई और 24 में प्रस्तावित की है.
  • बालकृष्ण के अनुसार यमुना किनारे 400 एकड़ जमीन नेचरोपैथी के लिए चाहिए.
  • प्राधिकरण सीईओ डा. अरुणवीर के अनुसार योग पीठ की स्वीकृति के बाद  भूमि अधिग्रहण कर आवंटन कर दिया जाएगा.
  • आचार्य बालकृष्ण के अनुसार हरिद्वार में योग पीठ का विस्तार नही हो पा रहा है.
  • योग पीठ अब उत्तराखंड से बाहर निवेश करेगा.
    • यमुना प्राधिकरण क्षेत्र की अन्य शहरो से बेहतर कनेक्टविटी के कारण यह पहली पंसद है.
    • यमुना एक्सप्रेस वे, पैरिफेरल हाईवे, दिल्ली-मुंबई इंडस्ट्रीयल कॉरिडोर, पाली-पल्ला रेलवे स्टेशन, नोएडा, ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस वे आदि के चलते यहां से अन्य शहरों के लिए कनेक्टिविटी अच्छी है.
    • इससे योग पीठ का अपने उत्पादों को मध्यप्रदेश, राजस्थान, बिहार, हरियाणा व उत्तर प्रदेश में आसानी से पहुंचाया जा सकेगा.
    • योग पीठ यहां पर एक आयुर्वेद विश्व विद्यालय, एक अस्पताल, दिव्य फार्मेसी, पंतजलि ग्रामोउद्योग, एक नेचुरोपैथी केंद्र खोलने की योजना बना रहा है.