नीडा नामक तूफ़ान के कारण चीन के दापेंग पेनिन्सुला में भूस्खलन

नीडा नामक तूफ़ान के कारण चीन के दापेंग पेनिन्सुला के नजदीक स्थित गुआंगडोंग में 2 अगस्त 2016 को भूस्खलन हुआ. 

नीडा के कारण चीन के हाँगकाँग में भारी तबाही हुई, यह क्षेत्र दापेंग पेनिन्सुला से 42 किलोमीटर दूर स्थित है.

हाँगकाँग वेधशाला के अनुसार नीडा की हवाएं 145 किलोमीटर प्रति घंटा तक थीं. यह हाँगकाँग की ओर बढ़ने के दौरान समतल भूमि से टकराकर धीमा हो गया.

चीनी राज्य समुद्रीय प्रशासन ने इस तूफ़ान के चलते चीन के सबसे बड़े चेतावनी चिन्ह रेड अलर्ट को जारी किया.

चेतावनी

•    सरकार ने निचले क्षेत्रों में भारी बाढ़ की चेतावनी जारी की.

•    गुआंगडोंग प्रांत में रहे रहे लोगों हेतु सरकार ने चेतावनी जारी करते हुए उन्हें हिदायत दी कि वे अगले कुछ दिनों के लिए भोजन एवं अन्य आवश्यक सामग्री का भंडार जुटा लें.

•    लोगों को राहत दिए जाने हेतु अस्थायी राहत शिविर बनाये गये हैं.

•    सैंकडों रेल सेवाएं एवं विमान सेवाओं को तूफ़ान के चलते रद्द कर दिया गया है.

 

 

हरमनप्रीत कौर डब्ल्यूबीबीएल से जुड़ने वाली पहली भारतीय महिला क्रिकेटर बनीं


भारतीय महिला क्रिकेट टीम की उप-कप्तान और स्टार ऑलराउंडर हरमनप्रीत कौर ने 30 जुलाई 2016 को ऑस्ट्रेलियाई महिला बिग बैश टी20 लीग (डब्ल्यूबीबीएल) से जुड़ने वाली पहली भारतीय महिला क्रिकेटर बन गई हैं.

ऑलराउंडर हरमनप्रीत कौर ने वर्ष 2016-17 सत्र के लिए डब्ल्यूबीबीएल चैंपियन सिडनी थंडर के साथ करार किया है. डब्ल्यूबीबीएल महिला क्रिकेट खिलाड़ियों के लिए अच्छा मंच है.

हरमनप्रीत कौर से संबंधित मुख्य तथ्य:

•    हरमनप्रीत कौर का जन्म 8 मार्च 1989 को पंजाब में हुआ.

•    हरमनप्रीत कौर ने वर्ष 2009 में पाकिस्तान के विरुद्ध एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया.

•    हरमनप्रीत कौर भारतीय महिला क्रिकेट टीम में मध्यक्रम की बल्लेबाज हैं.

•    हरमनप्रीत कौर को बांग्लादेश के विरुद्ध अप्रैल 2013  में क्रिकेट श्रृंखला के लिए भारतीय महिला क्रिकेट टीम का कप्तान नियुक्त किया गया था.

•    हरमनप्रीत ने अब तक भारत की ओर से दो टेस्ट, 55 वनडे और 61 टी20 मैच खेले हैं.

•    हरमनप्रीत कौन ने अंतरराष्ट्रीय टी20 में 22 से अधिक की औसत से 992 रन बनाए हैं.

 

ओलंपिक खिलाड़ियों के उत्साहवर्धन हेतु वॉल ऑफ़ विशेज़ अभियान आरंभ

खेल मंत्री विजय गोयल ने 2 अगस्त 2016 को इंडिया गेट लॉन में वॉल ऑफ़ विशेज़ नामक अभियान आरंभ किया. इसका उद्देश्य रियो ओलंपिक में भाग ले रहे खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन करना तथा देश में ओलंपिक खेलों के प्रति रूचि जगाना था. इस अवसर पर ओलंपिक पदक विजेता मुक्केबाज एम सी मैरी कॉम भी मौजूद थीं.

रियो ओलंपिक का आयोजन 5 अगस्त से 21 अगस्त तक होगा.


इसके अतिरिक्त भारतीय दल को शुभकामनाएं देने के लिए एक डिजिटल अभियान भी लांच किया गया. उन्होंने लोगों से, विशेषकर युवाओं से अधिकाधिक संख्या में इंडिया गेट पहुंचने का आग्रह किया.

इस अभियान का आरंभ रन फॉर रियो नामक कार्यक्रम के पश्चात् किया गया, जिसका आयोजन खेल एवं युवा मामलों के मंत्रालय द्वारा 31 जुलाई 2016 को किया गया था. इस वर्ष भारत 120 खिलाड़ियों का दल ओलंपिक खेलों में भाग लेने के लिए भेज रहा है.

 

चैतन्य पादुकोण द्वारा लिखित पुस्तक 'आर डी बर्मनियापंचमेमोयर्सका लोकार्पण

आर डी बर्मनियापंचमेमोयर्सचैतन्य पादुकोण

चैतन्य पादुकोण द्वारा लिखित पुस्तक आर डी बर्मनिया: पंचमेमोयर्स का जुलाई 2016 में लोकार्पण किया गया. यह पुस्तक महान संगीतकार राहुल देव बर्मन के जीवन पर प्रकाश डालती है.

इसमें कहा गया है कि बर्मन इस प्रकार के संगीत को ज्यादा पसंद नहीं करते थे जो डिस्को अथवा पब में सुनाई पड़ता है. उनका मानना था कि इस प्रकार का संगीत लम्बे समय तक लोगों के बीच नहीं टिकता, जबकि उनके गाये गीतों को आज भी डिस्को एवं पबों में सुना जा सकता है.

इस पुस्तक में उनके जीवन की विभिन्न घटनाओं, उदाहरणों, चर्चाओं एवं चित्रों का संग्रह है जिससे यह पुस्तक आर डी बर्मन के प्रशंसकों के बीच प्रसिद्ध हो सकती है.

इसके अतिरिक्त पुस्तक में पंचमदा को भी विभिन्न संस्मरणों द्वारा श्रद्धांजलि दी गयी है जिसमे अमिताभ बच्चन, लता मंगेशकर, आशा भोंसले, ऋषि कपूर, ए आर रहमान, जीनत अमान, संजय लीला भंसाली, हरिहरन, सोनू निगम, शेखर कपूर, महेश भट्ट, बाबुल सुप्रियो आदि द्वारा साझा की गयी जानकारी शामिल है.


चैतन्य पादुकोण

•    चैतन्य डी पादुकोण जाने-माने बॉलीवुड फिल्म एवं संगीत समीक्षक हैं.

•    उन्हें के ए अब्बास मेमोरियल गोल्ड मेडल मिल चुका है, यह पुरस्कार उन्हें अमिताभ बच्चन ने प्रदान किया था.

•    वर्ष 2012 में उन्हें प्रतिष्ठित दादासाहेब फाल्के पुरस्कार द्वारा सम्मानित किया गया.

 

भारतीय अमेरिकी प्रोफेसर ब्रज बी काचरु का निधन

प्रसिद्ध भारतीय-अमेरिकी भाषाविद ब्रज बी काचरु का 29 जुलाई 2016 को इलेनॉइस स्थित अर्बना में निधन हो गया. वे 84 वर्ष के थे.

काचरु ने ‘वर्ल्ड इंग्लिशेस’ शब्द का आरंभ किया था. वे कश्मीरी में प्रकाशित उनके अध्ययन के कारण भी प्रसिद्ध थे.

ब्रज बी काचरु

•    15 मई 1931 को श्रीनगर में जन्मे काचरु ने विश्व अंग्रेजी में अहम योगदान दिया है.

•    उन्होंने विश्व इंग्लिश एवं कश्मीरी भाषा में शोध किया एवं उनकी विभिन्न पुस्तकें भी प्रकाशित हुईं.

•    यूनिवर्सिटी ऑफ़ इलेनॉइस के भाषा विभाग में वे 1968 से 1979 तक अध्यक्ष पद पर रहे.

•    वर्ष 1985 से 1991 में उन्होंने अंतरराष्ट्रीय भाषा विभाग में अंग्रेजी भाषा विभाग की अध्यक्षता की.


•    वे जून 1996 से जनवरी 2000 तक वे सेंटर फॉर एडवांस्ड स्टडी के निदेशक भी रहे.

•    वर्ष 1984 में वे अमेरिकी भाषा विज्ञान सोसाइटी में डायरेक्टर पद पर नियुक्त किये गये.

•    वर्ष 1997 से 1999 तक वे इंटरनेशनल एसोसिएशन ऑफ वर्ल्ड इंग्लिशेस के अध्यक्ष भी रहे.

•    उन्होंने 25 से अधिक पुस्तकों एवं 100 से अधिक शोध पत्रों का संपादन किया.

•    उनके द्वारा लिखित ‘द अल्केमी ऑफ़ इंग्लिश: द स्प्रेड, फंक्शन्स एंड मॉडल्स ऑफ़ नॉन-नेटिव इंग्लिशेस’ नामक पुस्तक को काफी प्रसिद्धी हासिल हुई.

•    कैंब्रिज हिस्ट्री ऑफ़ इंग्लिश लैंग्वेज में वे संपादक रहे.

 

 

भारतीय रेलवे के 35 खिलाडियों का रियो ओलंपिक में चयन

ब्राजील के रियो में आयोजित होने वाले 31वें ओलंपिक खेलों में भारतीय रेल के 35 खिलाड़ी भाग लेंगे. रियो ओलंपिक 5 अगस्‍त 2016 से 21 अगस्‍त 2016 तक संपन्न होंगे.

रेलवे  खिलाडियों के बारे में-

  • पूरे भारतीय ओलंपिक दल में एक तिहाई खिलाड़ी रेलवे के हैं.
  • इसके साथ ही भारतीय रेल विभिन्‍न खेल संगठनों में सबसे अधिक योगदान करने वाला संगठन हो गया है.
  • लगभग संपूर्ण भारतीय महिला हॉकी टीम और भारोत्तोलन टीम में रेलवे खिलाडि़यों की संख्या सर्वाधिक है.
  • लंदन ओलंपिक 2012 में कुल 81 भारतीय एथलिटों में से रेलवे के 12 एथलिट  शामिल हुए थे.
  • रियो ओलंपिक में 35 से अधिक रेलवे खिलाडि़यों का शामिल होना रेलवे की समृद्ध खेल विरासत के परिचायक है.
  • इस वर्ष की अनेक राष्‍ट्रीय स्‍पर्धाओं में रेलवे के खिला‍ड़ी चैम्पियन हुए.
  • रेलवे के खिलाडि़यों ने हाल में गुवाहाटी में आयोजित दक्षिणी एशियाई खेलों में अपना शानदार प्रदर्शन दिखाया.
  • दक्षिण एशियाई खेलों में रेलवे के 81 स्‍पर्धियों में से 76 पदक विजेता रहे.
  • रियो ओलंपिक दल में रेलवे के कुल 35 खिलाडियों में 25 महिला खिलाड़ी हैं.

रियो ओलंपिक- 2016 में भाग लेने वाले रेलवे के खिलाड़ी: -

तीरंदाजी
1. लक्ष्‍मीरानी माझी
2. एल.बोमबयाल देवी

एथलेटिक्
3. मनप्रीत कौर (शॉटपुट) (डीएमडब्‍ल्‍यू)
4. ललिता बाबर (300एम स्‍टीपचेस) (सीआर)
5. टींटू लुका (800 मी) (एसआर)
6. सुधा सिंह (मैराथन) (सीआर)
7. ओपी जयशा (मैराथन) (ईआर)
8. खुशबीर कौर (वाक) (एनआर)
9. दुत्‍ती चंद (100 मी) (सीआर)
10. ललित माथुर (4x400 मी.रिले)
11. रनजीत महेश्‍वरी (ट्रीपल जम्‍प)

मुक्केबाजी
12. मनोज कुमार  (मुक्‍केबाजी पुरुष-64 किलोग्राम)

शूटिंग
13. आयोनिका पाउल (10एम एयर राइफल)

कुश्ती
14. हरदीप सिंह (ग्रीको-रोमन)
15. विनेश फोगट और
16. साक्षी मलिक (फ्री स्‍टाइल)
17. प्रवीण राना

तैराकी
18. सजन प्रकाश

भारोत्तोलन
19. साइकोम मीराभाई चानू
20. सतीश कुमार

हॉकी महिला
21. रजनी
22. सुनिता  लकड़ा
23. दीपिका
24. सु‍शीला चानू पुखरंबम
25. नमिता टोप्‍पो
26. दीप ग्रेस एक्‍का
27. रेणुका यादव
28. लिलिमा मिंज
29. नवजोत कौर
30. मोनिका
31. पूनम रानी
32. वंदना कटारिया
33. अनुराधा देवी कोकछोग
34. निक्‍की प्रधान

हॉकी पुरुष
35. चिगंलेनसाना सिंह

कोच
1. सीआर कुमार  (हॉकी महिला)
2. हेलेन मैरी (हॉकी महिला)
3. पीटी उषा (एथलेटिक्‍स)
4. कुलदीप मलिक (कुश्‍ती)
5. विजय शर्मा (भारोत्‍तोलन)
6. जगदीप होंडा (मुक्‍केबाजी

 

अनीता गोपालन पेन/हेम ट्रांसलेशन फंड ग्रांट-2016 पुरस्कार से सम्मानित

अनुवादक एवं कलाकार अनीता गोपालन 25 जुलाई 2016 को पेन/हेम ट्रांसलेशन फंड ग्रांट-2016 पुरस्कार से सम्मानित की गयीं. उन्हें यह सम्मान हिंदी के उपन्यास सिमसिम का अंग्रेजी अनुवाद करने हेतु दिया गया.

गोपालन दूसरी भारतीय लेखक हैं जिन्हें यह पुरस्कार दिया गया.

सिमसिम गीत चतुर्वेदी द्वारा लिखित पुरस्कृत उपन्यास है जिसका प्रकाशन 2008 में हुआ था. इसे हिंदी फिक्शन के कारण जाना जाता है.

सिमसिम की कहानी मुंबई में स्थित एक लाइब्रेरी पर आधारित है जिसकी हालत दिन-प्रतिदिन ख़राब होती जा रही है. पुस्तक में भारत को दो तरह की विचारधारा, पारंपरिक एवं कॉरपोरेट लालच, के बीच फंसा हुआ दिखाया गया है.

अनीता गोपालन

•    अनीता अनुवादक एवं कलाकार हैं.

•    उन्होंने बिट्स पिलानी से कंप्यूटर विज्ञान एवं गणित में स्नातक किया.

•    वे भारत, ऑस्ट्रेलिया, न्यूज़ीलैण्ड, सिंगापुर एवं मध्य-पूर्व खाड़ी देशों में 14 वर्षों तक बैंकिंग टेक्नोलॉजी में कार्यरत रहीं. 

•    उन्होंने गीत चतुर्वेदी द्वारा लिखित कविताओं का अंग्रेजी में अनुवाद किया.

पेन/हेम ट्रांसलेशन फंड ग्रांट

•    पेन/हेम ट्रांसलेशन फंड ग्रांट की स्थापना वर्ष 2003 में पेन अमेरिकन सेंटर द्वारा की गयी.

•    इसकी स्थापना प्रसिद्ध साहित्यिक अनुवादक मिशेल हेनरी हेम द्वारा 730000 अमेरिकी डॉलर की पुरस्कार राशि से किया गया. 

•    इसे पहले पेन ट्रांसलेशन फंड ग्रांट्स के नाम से जाना जाता था जिसे बाद में हेम ट्रांसलेशन फंड ग्रांट्स के नाम से जाना जाने लगा. 

•    इसका उद्देश्य स्थानीय भाषा से अंग्रेजी में अनुवाद किये गये साहित्य को प्रोत्साहन देना है.

•    यह पुरस्कार प्रत्येक वर्ष अनुवाद की क्वालिटी तथा उसके महत्व के कारण प्रदान किया जाता है.

 

पश्चिम बंगाल का नाम परिवर्तित करने को लेकर राज्य कैबिनेट की मंजूरी

पश्चिम बंगाल का नाम परिवर्तित करने को लेकर  2 अगस्त 2016 को राज्य कैबिनेट की मंजूरी मिल गई है. राज्य सचिवालय में ममता बनर्जी मंत्रिमंडल की बैठक हुई जिसमें सर्वसम्मति से पश्चिम बंगाल का नाम बदलकर बांग्ला भाषा में ‘बोंगो’ अथवा ‘बांग्ला’ करने और इग्लिश में ‘बेंगाल’ करने के प्रस्ताव को मंजूर कर लिया गया.

शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने बताया कि 26 अगस्त को विधानसभा का विशेष सत्र शुरु हो रहा है. इस दौरान नाम परिवर्तन के प्रस्ताव को सर्वदलीय बैठक में पेश किया जाएगा। इस पर विधानसभा के विशेष सत्र में 27 व 28 अगस्त को चर्चा होगी और फिर नाम परिवर्तन के प्रस्ताव को आगे केंद्र के समक्ष भेजने का निर्णय लिया जाएगा.

नाम बदलने का कारण:

•    नाम में 'डब्ल्यू' होने के कारण किसी भी स्टेट लेवल सम्मेलन में पश्चिम बंगाल के स्पीकर्स का नंबर आखिर में आता है, जिसके कारण उन्हें अपनी बात रखने के लिए कम समय मिलता है.

•    ओड़िशा जैसे दूसरे राज्यों और मुंबई, बेंगलुरु, चेन्नई जैसे शहरों का उदहारण दिया गया.

गौरतलब है कि आजादी के वक्त बंगाल दो भागों में बंट गया था, पश्चिम बंगाल और पूर्वी बंगाल. विभाजन के समय पश्चिम बंगाल भारत के हिस्से में आया जबकि पूर्वी बंगाल पाकिस्तान के हिस्से में चला गया. सन 1971 की लड़ाई में पाकिस्तान दो टुकड़ों में बंट गया और पूर्वी बंगाल उससे अलग होकर बांग्लादेश बन गया.

 

भाजपा संसदीय बोर्ड ने गुजरात की मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल का इस्तीफा स्वीकार किया

गुजरात की मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल का इस्तीफा 3 अगस्त 2016 को भाजपा संसदीय बोर्ड ने स्वीकार कर लिया है. वे गुजरात के राज्यपाल ओ.पी. कोहली को अपना इस्तीफा सौंपेगी.

अगला मुख्यमंत्री चयन के लिए राज्य में पार्टी विधायकों की बैठक होगी और उसमें केंद्रीय पर्यवेक्षक के रूप वरिष्ठ नेता नितिन गडकरी व पार्टी महासचिव सरोज पांडेय शामिल होंगे.

इनकी उपस्थिति में पार्टी का अगला नेता चुना जायेगा. आनंदीबेन पटेल ने 18 साल तक गुजरात के मंत्री व मुख्यमंत्री के रूप में अपनी सेवा दी है.

आनंदीबेन पटेल के बारे में:

•    आनंदीबेन पटेल का 21 नवम्बर 1941 को हुआ था.

•    वे 22 मई 2014 को गुजरात की पहली महिला मुख्यमंत्री बनी.

•    वे वर्ष 1987 में भाजपा में शामिल हुई.

•    वे 1998 से 2007 तक गुजरात सरकार में काबीना मंत्री के तौर पर शिक्षा मंत्रालय, उच्च और तकनीकी शिक्षा, महिला एवं बाल कल्याण, खेल, युवा एवं सांस्कृतिक मंत्री के तौर पर कार्यभार संभाली.

•    वे वर्ष 2007 से 2014 में मुख्यमंत्री बनने तक सड़क और भवन निर्माण, राजस्व, शहरी विकास और शहरी आवास, महिला एवं बाल कल्याण, आपदा प्रबंधन और राजस्व मंत्री का कार्य संभालती रहीं.

•    उन्हें 1994 में राज्यसभा के लिए मनोनीत किया गया था.

•    उन्होंने 1994 में बिजिंग में चतुर्थ विश्व महिला सम्मेलन में भारत का नेतृत्व किया.

•    वे 1970 में अहमदाबाद के मोहनीबा कन्या विद्यालय में प्राथमिक शिक्षक के रूप में कार्य किया.

•    उन्हे वर्ष 1987 में "वीरता पुरस्कार" से भी नवाजा जा चुका है.

 

बिलासपुर में देश के पहले हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज की स्थापना

केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर में हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज की स्थापना हेतु हिमाचल प्रदेश सरकार तथा एनटीपीसी और एनएचपीसी के साथ जुलाई के अंतिम सप्ताह में विशेष समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए.

हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज के बारे में-

  • हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज की परिकल्पना वर्ष 2009 में की गई थी.
  • यह हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज देश में पहला कॉलेज होगा.
  • हाइड्रो इंजीनियरिंग को समर्पित विशेषज्ञ इंजीनियरिंग कॉलेज स्थापित करने की यह पहल न सिर्फ अपने देश में, बल्कि संभवत: विश्व भर में अनोखी है.
  • बिलासपुर में पहले हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज की स्थापना से क्षेत्रीय विकास को बढ़ावा मिलेगा.
  • स्थानीय शिक्षित युवाओं के लिए रोजगार के और अधिक अवसर उपलब्ध होंगे.

 

  • एनटीपीसी और एनएचपीसी को विशेषज्ञ कार्यबल उपलब्ध कराए जाएंगे.
  • भारत सरकार के केंद्रीय विद्युत, कोयला, नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा तथा खान राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार), पीयूष गोयल, हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्य मंत्री प्रेम कुमार धूमल तथा हिमाचल प्रदेश के मंत्री जी. एस. बाली की उपस्थिति में समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए.
  • इस संस्थान की स्थापना से विशेषज्ञ तकनीकी मानव संसाधन के सृजन में मदद मिलेगी.
  • भविष्य की अन्य हाइड्रो परियोजनाओं की विशिष्ट आवश्यकता के अनुकूल यहाँ से देश सेवा करने वाल कार्यबल तैयार किया जाएगा.
  • हिमालय क्षेत्र में हाइड्रो पॉवर के निर्माण में सिविल, हाइड्रोलॉजी, मैकेनिकल, इलैक्ट्रिकल इंजीनियरिंग आदि जैसे इंजीनियरिंग के विविध क्षेत्रों के तकनीकी कौशल के संयोजन की आवश्यकता होती है.
  • इससे हिमाचल प्रदेश के स्थानीय शिक्षित युवाओं हेतु रोजगार के अधिक अवसर उपलब्ध होंगे.
  • देश की कुल हाइड्रो पॉवर क्षमता का 35% लगभग 20,000 मेगावाट से अधिक भाग हिमाचल प्रदेश राज्य में ही उत्पादित किया जाता है.

 

मलेशिया में राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद कानून लागू किया गया

मलेशिया में बढ़ते आंतकवाद के खतरे से निपटने के लिए 1 अगस्त 2016 को राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद कानून लागू कर दिया गया. इसका इस्तेमाल राजनीतिक विरोधियों को चुप करने में किया जा सकता है.

यह कानून देश के प्रधानमंत्री को ऐसे सुरक्षा क्षेत्र निर्धारित करने की अनुमति देता है, जहां तैनात सुरक्षा बल बगैर वारंट के लोगों, वाहनों और इमारतों की तलाशी ले सकते हैं.

कानून में कर्फ्यू लगाने और बिना किसी आरोप के ही संदिग्ध को हिरासत में लेने की भी अनुमति दी गई है.

वर्तमान सुरक्षा जरूरतों और जेहादी आंतकवाद के लिए इस कानून को जरूरी बताते हुए इसका बचाव किया था.

हालांकि दक्षिणपूर्व एशिया के लिए संयुक्त राष्ट्र कार्यालय और मानवाधिकार समूहों सहित अंतर्राष्ट्रीय संगठनों ने इस नए कानून के खतरों से भी आगाह किया है.

नजीब सरकार ने अक्सर शांतिपूर्ण असहमतियों को दबाने के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा कानूनों को लागू किया है.

 

पुष्प कमल प्रचंड नेपाल के नए प्रधानमंत्री चुने गए

नेपाल में कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल (माओवादी सेंटर) के अध्यक्ष पुष्प कमल दहल 'प्रचंड' को 3 अगस्त 2016 को नेपाल का 24वां प्रधानमंत्री चुना गया. 
सीपीएन माओवादी पार्टी के प्रेसिडेंट प्रचंड पीएम पद के लिए अकेले कैंडिडेट थे.

  • उनके विरोध में कोई नहीं था.
  • लोकसभा अध्यक्ष ओनसारी घरती मागर के अनुसार 595 सदस्यीय संसद में कुल 573 मत पड़े.
  • जिनमें प्रचंड के पक्ष में 363 और विरोध में 210 मत थे.
  • नेपाली कांग्रेस के अध्यक्ष शेर बहादुर देवबा ने सीपीएन-माओवादी सेंटर के प्रमुख प्रचंड की उम्मीदवारी का प्रस्ताव दिया.
  • माओवादी नेता कृष्ण बहादुर महारा ने इसका समर्थन किया.

दूसरी बार प्रधानमंत्री बने प्रचंड-

  • नेपाल की संसद की सबसे बड़ी पार्टी नेपाली कांग्रेस और तराई के क्षेत्रीय राजनीतिक गुट मधेसी मोर्चा के समर्थन से प्रचंड की जीत सुनिश्चित हुई.
  • प्रचंड इसके साथ ही आठ साल बाद दूसरी बार प्रधानमंत्री बने हैं.
  • सबसे पहले वह 2008 में प्रधानमंत्री बने थे.
  • कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल और नेपाल कांग्रेस के सपोर्ट वापस लेने के बाद पीएम केपी शर्मा ओली ने 24 जुलाई को इस्तीफा दे दिया.
  • इसके बावजूद संसद में संविधान के मुताबिक वोटिंग हुई.
  • नेपाल की सीपीएन माओवादी पार्टी के प्रेसिडेंट प्रचंड ने पीएम पद के लिए 2 अगस्त 2016 को नॉमिनेशन दाखिल किया था.
  • प्रचंड की सीपीएन-माओवादी सेंटर और नेपाली कांग्रेस ने मधेसी पार्टियों के साथ तीन सूत्रीय समझौते पर साइन किया था.
  • इसके चलते आंदोलनकारी मधेसी पार्टियों ने भी प्रचंड के नाम का सपोर्ट किया.

क्यों पड़ी इलेक्शन की जरूरत-

  • कुछ दिन पहले कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल और नेपाल कांग्रेस ने सीपीएन-यूएमएल की सरकार से सपोर्ट वापस लेने का एलान किया.
  • राष्ट्रपति की ओर से सरकार के गठन के लिए दी गई समयसीमा खत्म हो गई थी.

 

उत्तर कोरिया द्वारा पहली बार जापान के जलक्षेत्र में मिसाइल परीक्षण किया

उत्तर कोरिया ने 3 अगस्त 2016 को पहली बार जापान के नियंत्रण वाले जलक्षेत्र में एक बैलेस्टिक मिसाइल परीक्षण किया. अमेरिका तथा दक्षिण कोरिया के साथ उसका तनाव और बढ़ गया.

मिसाइल प्रक्षेपण ऐसे समय हुआ है जब उत्तर कोरिया ने दक्षिण कोरिया में एक अत्याधुनिक अमेरिकी मिसाइल रोधी प्रणाली की प्रस्तावित तैनाती पर भौतिक कार्रवाई की धमकी दी थी.

इसके अलावा कुछ हफ्तों में दक्षिण कोरिया और अमेरिका का संयुक्त सैन्य युद्धाभ्यास शुरू होना है. मिसाइल जापान के उत्तरी तट से करीब 250 किलोमीटर दूर जापान सागर में देश के विशेष आर्थिक क्षेत्र के भीतर जाकर गिरी.

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के उन प्रस्तावों का साफ उल्लंघन बताया जिनमें उत्तर कोरिया पर बैलेस्टिक मिसाइल तकनीक के उपयोग पर पाबंदी लगाई गई है.

यह पहली बार है जब उत्तर कोरिया की मिसाइल सीधे जापानी जलक्षेत्र में दागी गई है. इससे पहले 1998 में दूसरे चरण की मध्यम दूरी की मिसाइल जापान के उपर से दागी गई जो जापान के प्रशांत महासागर के तट पर विशेष आर्थिक क्षेत्र के अंदर आगर गिरी थी.

उत्तर कोरिया द्वारा जनवरी 2016 में किये गये चौथे परमाणु परीक्षण के बाद संयुक्त राष्ट्र ने उस पर कई प्रतिबंध लगाये थे लेकिन उनका उल्लंघन कर वह इस साल कई परमाणु परीक्षण कर चुका है.

इससे पहले 19 जुलाई 2016 को उसने तीन बैलेस्टिक मिसाइल छोड़े थे जिसमें एक रोडोंग भी था.

 

भेल ने छत्तीसगढ़ में 500 मेगावाट मारवा थर्मल पावर स्टेशन लोकार्पण किया


सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी भेल ने तीन अगस्त 2016 को छत्तीसगढ़ में मारवा थर्मल पावर स्टेशन में 500 मेगावाट की दूसरी ताप इकाई का शुभारम्भ किया. 

बिजली उपकरण विनिर्माता की नियामकीय सूचना के अनुसार ‘‘भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (भेल) ने छत्तीसगढ़ में मारवा थर्मल पावर स्टेशन में 500 मेगावाट की दूसरी इकाई का परिचालन शुरू किया है.

छत्तीसगढ़ के जंजगीर-चंपा जिले में स्थित मारवा टीपीएस की स्थापना छत्तीसगढ़ स्टेट पावर जेनरेशन कंपनी ने की.

मारवा टीपीएस में पहली इकाई भी भेल नहीं चालू की.

भेल का शेयर बीएसई में 2.41 प्रतिश गिरकर 135.40 रुपए पर चल रहा था.

भेल के बारे में -

  • भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (बीएचइएल या भेल) भारत में सार्वजनिक क्षेत्र की इंजीनियरिंग व विनिर्माण क्षेत्र की बड़ी कंपनी है.
  • भारत में ऊर्जा संबंधी मूलभूत संरचना क्षेत्र में बीएचईएल विशालतम इंजीनियरिंग एवं विनिर्माण उद्यम है.
  • बीएचईएल की स्थापना हुए 5० वर्ष से अधिक समय बीत चुके है.
  • कम्पनी १९७१-७२ से निरन्तर लाभ अर्जित कर रही है और १९७६-७७ से लाभांश का भुगतान कर रही है।
  • बीएचईएल ३० प्रमुख उत्पाद समूहों के अंतर्गत १८० से अधिक उत्पादों का विनिर्माण करता है.
  • विद्युत उत्पादन एवं पारेषण, उद्योग, परिवहन, दूरसंचार, नवीकरण योग्य ऊर्जा आदि जैसे भारती अर्थव्यवस्था के प्रमुख क्षेत्रों की पूर्ति करता है.
  • बीएचईएल के १५ विनिर्माण प्रभागों, पावर सेक्टर के ४ क्षेत्रीय केन्द्रों, १५० से अधिक परियोजना साइटों, ८ सेवा केन्द्रों और १८ क्षेत्रीय कार्यालयों का व्यापक नेटवर्क कम्पनी को अपने ग्राहकों की शीघ्रता से सेवा करने और उन्हें दक्षता के साथ एवं प्रतिस्पर्धात्मक मूल्यों पर उपयुक्त उत्पाद, प्रणालियों और सेवाएं उपलब्ध कराने में समर्थ करता है.
  • इसके उत्पादों की गुणवत्ता का उच्च स्तर और विश्वसनीयता, इसके अपने अनुसंधान और विकास केन्द्रों में विकसित प्रौद्योगिकियों के साथ विश्व की अग्रणी कम्पनियों से सर्वोत्तम प्रौद्योगिकियों में से कुछ को प्राप्त करके और अनुकूल बनाकर अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप डिजाइन, इंजीनियरिंग और विनिर्माण पर बल द्ने के कारण है.
  • बीएचईएल ने गुणवत्ता प्रबंधन प्रणाली (आईएसओ-९००१), पर्यावरण प्रबंधन प्रणाली (आईएसओ-१४००१) और व्यावसायिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा प्रबंधन प्रणाली (ओएचएसएएस १८००१) के लिए प्रमाणन प्राप्त कर चुका है तथा समग्र गुणवत्ता प्रबंधन के मार्ग पर अग्रसर है.

 

भारतवंशी श्रीनिवासन न्यूयार्क के मुख्य डिजिटल अधिकारी बने

न्यूयार्क के मेयर बिल डे ब्लासिओ ने 02 अगस्त 2016 को प्रसिद्ध भारतवंशी श्रीनिवासन डिजिटल मीडिया विशेषज्ञ का नाम नामित किया है.
नियुक्ति का उद्देश्य तकनीक के जरिए स्थानीय सरकार तक पहुंच बढाने और इसके तकनीकी पारिस्थितिक तंत्र का समर्थन करना है.

श्रीनिवासन के बारे में -

  • इससे पहले वह नामी मेट्रोपोलिटन म्यूजियम ऑफ आर्ट में प्रथम प्रमुख डिजिटल अधिकारी के साथ ही कोलंबिया यूनिवर्सिटी में भी रह चुके हैं.
  • मेयर कार्यालय के अनुसार मेयर की ओर से 2015 में लोक सूचना और संचार (सीओपीआईसी) पर आयोग में उनकी नियुक्ति हुयी.
  • इसमें उन्होंने शहर की सूचना हासिल करने में लोगों की मदद की थी.
  • पहुंच बढ़ाने और शहर का आंकड़ा के वितरण में नयी संचार तकनीक के प्रयोग के लिए रणनीति विकसित करने में भी सहायता की.
  • अपनी नयी भूमिका में श्रीनिवासन शहर में तकनीकी पहलों तक पहुंच बढ़ाने, तकनीकी समुदाय तक संपर्क बढ़ाने तथा प्रत्यक्ष शहर डिजिटल नीति के लिए काम करेंगे.

 

4 August

संसद ने राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थानविज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान (संशोधनविधेयक, 2016 पारित किया

संसद ने 02 अगस्त 2016 को राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी, विज्ञान शिक्षा और अनुसंधान (संशोधन) विधेयक 2016 पारित कर दिया. 
लोकसभा इस विधेयक को पहले ही पारित कर चुकी है. राज्यसभा ने भी इसे पारित कर दिया.

विधेयक के बारे में-

  • विधेयक में आंध्र प्रदेश में राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) की स्थापना एवं उसे राष्ट्रीय महत्व के संस्थान का दर्जा प्रदान करने वाले एक विधेयक को आज संसद की मंजूरी मिल गयी.
  • यह संस्थान पहले से ही अस्थाई परिसर में संचालित किया जा रहा है.
  • आंध्र प्रदेश में स्थित राष्ट्रीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईआईटी) के लिए इस वर्ष 40 करोड रुपये का बजटीय प्रावधान किया गया है.
  • दो महीने में विस्तृत परियोजना रिपोर्ट आने पर आवश्यक धनराशि जारी की जायेगी.
  • मंत्री जावड़ेकर के अनुसार ‘गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के संदर्भ में उच्च शिक्षा वित्त पोषण पहल को आगे बढ़ाया गया है. इसके लिए बजटीय प्रावधान किया गया है.
  • विधेयक में आधारभूत ढांचे के विकास के लिए वित्तीय प्रावधान किये गए हैं. जिसमें से 40 प्रतिशत राशि अनुसंधान एवं नवोन्मेष के लिए खर्च होगी.

 

  • सरकार आईआईटी-पाल नाम की एक सुविधा लेकर आई है.
  • इसके तहत जेईई की परीक्षा ऑनलाइन देने वाले अभ्यर्थियों को नि:शुल्क कोचिंग जैसी सुविधाएं मिलेंगी.
  • आईआईटी, एनआईटी में एससी, एसटी, ओबीसी की फीस पूरी तरह से माफ है.
  • एनआईटी संस्थानों में शिक्षकों के 25 प्रतिशत पद खाली हैं और सभी जगह रिक्तियों को भरने के प्रयास किए जा रहे हैं.
  • इन संस्थानों के लिए 2013..14 में 2,100 करोड़ रुपये का बजट था. 2014..15 में 2,300 करोड़ रुपये, 2015..16 में 2,500 करोड़ रुपये का बजट और इस वर्ष के लिए 2645 करोड़ रुपये का बजट है.
  • संशोधन के बाद यह विधेयक राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी विज्ञान शिक्षा अनुसंधान संस्थान अधिनियम 2007 का स्थान लेगा.
  • राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी विज्ञान शिक्षा अनुसंधान संस्थान अधिनियम 2007 कुछ प्रौद्योगिकी संस्थाओं को राष्ट्रीय महत्व का संस्थान घोषित करने का उपबंध करता है,
  • इंजीनियरिंग, प्रौद्योगिकी, प्रबंधन, शिक्षा, विज्ञान और कला शाखाओं में अनुदेशों एवं अनुसंधान का प्रावधन करता है.
  • इसके साथ ही ऐसी शाखाओं में शिक्षण को अग्रसर करने और जानकारी के प्रसार का प्रावधान करता है.

 

भास्कर खुल्बे प्रधानमंत्री के सचिव नियुक्त

वरिष्ठ आईएएस अधिकारी भास्कर खुलबे को 1 अगस्त 2016 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का सचिव नियुक्त किया गया है. वे प्रधानमंत्री कार्यालय में अतिरिक्त सचिव थे.

भास्कर खुल्बे के बारे में:

•    नैनीताल निवासी भास्कर पश्चिम बंगाल कैडर के आईएएस अधिकारी हैं.

•    वे प्रधानमंत्री कार्यालय में वर्ष 2014 से एडिशनल सेक्रेटरी के रूप में सेवा दे रहे.

•    भास्कर खुल्बे की शिक्षा-दीक्षा नैनीताल से हुई.

•    उन्होंने वर्ष 1980 में कुमाऊं विवि के डीएसबी परिसर से बीएससी किया.

•    उन्हें 1983 बैच के आईएएस भास्कर को बंगाल कैडर मिला.

•    उन्हें पहली नियुक्ति वेस्ट बंगाल फिशरीज कॉरपोरेशन में मिली.

•    इसके बाद उन्हें डिपार्टमेंट ऑफ पर्सनेल (डीओपी) में तैनाती मिली.

•    बाद में वे पश्चिम बंगाल के रेजीडेंट कमिश्नर के रूप में दिल्ली में कार्यरत रहे.

•    वे कैबिनेट सचिवालय से जुडे कामकाज और सरकार के विशेष क्षेत्रों को देखते हैं.

 

जीएसटी विधेयक राज्यसभा में बहुमत से पारित हुआ

बहुप्रतीक्षित वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) संशोधन विधेयक 3 अगस्त 2016 को राज्यसभा में पारित हुआ. 

विधयेक पारित होने के लिए दो तिहाई मतों की आवश्यकता के स्थान पर सभी 197 सांसदों ने पक्ष में वोट डाला. इससे पहले राज्यसभा में जीएसटी बिल पर लंबी चर्चा हुई.

राज्यसभा में जीएसटी के लिए संविधान संशोधन बिल (122वें संशोधन) को राज्यसभा में पारित किया गया. वस्तु व सेवा कर (जीएसटी) प्रणाली से काले धन पर नियंत्रण लगाया जा सकेगा तथा प्रभावी कराधान प्रणाली का मार्ग प्रशस्त होगा. 

इसे अप्रैल 2017 से लागू किया जायेगा.

विधेयक में किये गये संशोधन

•    राज्यों के बीच व्यापार पर 1 प्रतिशत अतिरिक्त टैक्स नहीं लगेगा. मूल विधेयक में राज्यों के बीच व्यापार पर 3 वर्ष तक 1 प्रतिशत अतिरिक्त टैक्स लगता था.

•    जीएसटी से नुकसान होने पर अब 5 वर्ष तक 100 प्रतिशत मुआवजा मिलेगा. मूल विधेयक में 3 वर्ष तक 100 प्रतिशत, चौथे साल में 75 प्रतिशत और 5वें वर्ष में 50 प्रतिशत मुआवजे का प्रस्ताव था.

यह भी पढ़ेंकेन्द्रीय मंत्रिमंडल ने जीएसटी विधेयक में संशोंधनों को मंजूरी दी


•    विवाद सुलझाने के लिए नयी व्यवस्था की गई है, जिसमें राज्यों को पहले की तुलना में अधिक अधिकार दिए गये हैं. पहले विवाद सुलझाने की व्यवस्था मतदान आधारित थी, जिसमें दो-तिहाई वोट राज्यों के पास और एक तिहाई केंद्र के पास थे.

•    विधेयक में जीएसटी के मूल सिद्धांत को परिभाषित करने वाला एक नया प्रावधान जोड़ा जाएगा, जिसमें राज्यों और आम लोगों को नुकसान नहीं होने का आश्वासन दिया जाएगा.

जीएसटी विधेयक के कानून बनने की प्रक्रिया

संविधान संशोधन विधेयक पर संसद के दोनों सदनों की स्वीकृति के पश्चात् कम से कम 15 राज्यों की विधानसभाओं की मंजूरी आवश्यक है. इसके बाद राष्ट्रपति इस पर हस्ताक्षर करेंगे, जिससे ये कानून बनेगा. इसके बाद केंद्र सरकार को सेंट्रल जीएसटी और राज्य सरकारों को स्टेट जीएसटी से जुड़े कानून बनाने होंगे. केंद्र सरकार को इंटिग्रेटेड जीएसटी के लिए अलग से कानून बनाना होगा. यह सारी प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही जीएसटी के नियम बनाए जाएंगे.

केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने सड़क सुरक्षा में सुधार संबंधी विधेयक को मंजूरी दी

केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 03 अगस्त 2016 को देश में सड़क सुरक्षा में सुधार हेतु बहुप्रतीक्षित मोटर वाहन संशोधन विधेयक 2016 को मंजूरी दे दी. विधेयक में यातायात के नियमों का उल्‍लंघन करने पर भारी जुर्माना लगाने का प्रावधान किया गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में यह मंजूरी दी गई.

यह प्रस्ताव 18 राज्यों के परिवहन मंत्रियों की सिफारिश पर तैयार किया गया.

मोटर वाहन संशोधन विधेयक के मुख्य प्रावधान-

  • विधेयक में नाबालिग बच्‍चों द्वारा वाहन चलाने, नशे में गाड़ी चलाने और बिना लाइसेंस गाड़ी चलाने जैसे अपराधों के लिए कड़े दंड के प्रावधान किए गए हैं.
  • शराब पीकर गाड़ी चलाते पकड़े गए तो 10,000 रुपए तक का जुर्माना हो सकता है.
  • दुर्घटना में मौत होने पर दस लाख रुपए तक का मुआवजा देना पड़ेगा.
  • हिट एंड रन मामले में दो लाख रुपए का हर्जाना देना होगा.
  • निर्धारित गति से तेज गाड़ी चलाने पर 1,000 रुपए से 4,000 तक के जुर्माने का भी प्रावधान है.
  • बच्चे द्वारा गाड़ी दुर्घटना के मामले में उसके अभिभावक या गाड़ी मालिक दोषी होंगे. उस पर 25,000 रु. का जुर्माना, तीन साल की जेल हो सकती है.
  • गाड़ी का रजिस्ट्रेशन भी रद्द होगा.
  • बिना बीमा गाड़ी चलाने पर 2,000 रु. जुर्माना और/या तीन महीने की जेल
  • ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने पर अब 100 रुपए की जगह 500 रुपए का जुर्माना होगा.
  • आदेश नहीं मानने पर अब न्यूनतम जुर्माना 500 रुपए की जगह 2000 रुपए होगा.
  • लाइसेंस की शर्तें तोड़ने पर एक लाख रुपए वसूले जाएंगे. बिना लाइसेंस गाड़ी चलाने पर 5000 रुपए जुर्माना.
  • अयोग्य घोषित होने के बावजूद गाड़ी चलाने पर न्यूनतम 10,000 रुपए जुर्माना.
  • खतरनाक तरीके से गाड़ी चलाने पर अब न्यूनतम 1000 रुपए की जगह 5000 रुपए का जुर्माना होगा.
  • ड़ी ओवरलोड होने पर 20,000 रुपए का जुर्माना होगा.
  • सीट बैल्ट नहीं लगाने पर 1000 रुपए का जुर्माना होगा और ड्राइविंग लाइसेंस तीन महीने के लिए निलंबित होगा.
  • हैलमेट नहीं लगाने पर 1000 रुपए का जुर्माना होगा और ड्राइविंग लाइसेंस तीन महीने के लिए निलंबित होगा.
  • भ्रष्टाचार रोकने हेतु ट्रांसपोर्ट वाहनों की अक्टूबर 2018 से ऑटोमेटेड फिटनेस टेस्टिंग होगी.
  • वर्तमान मोटर वाहन कानून में 223 सेक्शन हैं. इनमें से इस विधेयक में 68 में संशोधन और 28 नए सेक्शन जोड़ने का प्रावधान किया गया है.

 

सुधांशु मणि इंटीग्रल कोच फैक्ट्री के महाप्रबंधक नियुक्त

सुधांशु मणि को 3 अगस्त 2016 को इंटीग्रल कोच फैक्ट्री के महाप्रबंधक नियुक्त किया गया. मणि ने रेल व्हील फैक्टरी, येलाहंका, बेंगलुरू में मुख्य यांत्रिक इंजीनियर के रूप में भी काम किये है.

सुधांशु मणि के बारे में:

•    सुधांशु मणि मैकेनिकल इंजीनियर्स के भारतीय रेल सेवा के 1979 बैच से है.

•    उन्हें भारतीय रेलवे में 36 वर्ष का अनुभव है.

•    उन्हें कार्यशाला प्रबंधन जैसे क्षेत्रों में भी काम किया है.

•    उन्होंने सलाहकार (मंत्री) के रूप में बर्लिन, भारतीय दूतावास, जर्मनी में काम किया है.

इंटीग्रल कोच फैक्टरी के बारे में:

•    इंटीग्रल कोच फैक्ट्री रेल चेन्नई, तमिलनाडु में स्थित है.

•    यह फैक्ट्री ट्रेन के डिब्बों का निर्माण करता है.

•    इसे 1952 में स्थापित किया गया था.

•    यह 2 अक्टूबर 1955 को उत्पादन शुरू कर दिया.

•    यह फैक्ट्री भारतीय रेल द्वारा संचालित है.

 

नोबल पुरस्कार विजेता मिस्र के वैज्ञानिक अहमद हसन ज़ेवेल का निधन

वर्ष 1999 के नोबल केमिस्ट्री पुरस्कार विजेता मिस्र-अमेरिका के वैज्ञानिक अहमद ज़ेवेल का अमेरिका में 2 अगस्त 2016 को निधन हो गया. वे 70 वर्ष के थे.

उन्होंने फेमोकेमिस्ट्री में दिए गये उनके योगदान के कारण नोबल पुरस्कार दिया गया. उन्होंने 10-15 सेकेंड के लिए होने वाले केमिकल रिएक्शन पर गहन अध्ययन किया था.

अहमद हसन ज़ेवेल

•    उनका जन्म 26 फरवरी 1946 को हुआ तथा उन्हें फेमटोकेमिस्ट्री का जनक भी माना जाता है.

•    वे कैलिफ़ोर्निया इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी में केमिस्ट्री के प्रोफेसर थे.

•    वे राष्ट्रपति ओबामा के विज्ञान सलाहकार थे एवं नोबल पुरस्कार प्राप्त करने वाले पहले अरब वैज्ञानिक थे.

•    उन्होंने एलेग्जेंड्रिया यूनिवर्सिटी से विज्ञान विषय के अंतर्गत केमिस्ट्री में स्नातकोतर डिग्री प्राप्त की.


•    उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ़ पेन्सिल्वेनिया से पीएचडी डिग्री की. 

•    उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ़ कैलिफोर्निया से पोस्ट-डॉक्टरल डिग्री हासिल की.

•    उन्हें 1976 में कैलिफ़ोर्निया इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी में फैकल्टी का स्थान मिला.

•    वे 1982 में अमेरिका के नागरिक बने.

•    उन्होंने 2013 में यूनाइटेड नेशन्स साइंटिफिक एडवाइजरी बोर्ड ज्वाइन किया. 

•    उन्होंने शोध संबंधी 600 से अधिक लेख लिखे एवं उनकी 16 पुस्तकें भी प्रकाशित हुईं.

उन्हें विभिन्न पुरस्कारों से सम्मानित किया गया –

1.    मिस्र ऑर्डर ऑफ़ द ग्रैंड कॉलर ऑफ़ द नील

2.    वुल्फ प्राइज इन केमिस्ट्री (1993)

3.    द ओथमर गोल्ड मेडल (2009)

4.    अमेरिकन केमिकल सोसाइटी द्वारा द प्रिस्टली मेडल

5.    रॉयल सोसाइटी द्वारा डेवी मेडल (2011)

6.    उन्हें 2001 में रॉयल सोसाइटी का विदेश सदस्य भी नियुक्त किया गया.

 

टाटा इंटरनेशनल ने दीपक प्रेमनारायण को गैर कार्यकारी निदेशक नियुक्त किया

वैश्विक कारोबार एवं वितरण कंपनी टाटा इंटरनेशनल लिमिटेड ने दीपक प्रेमनारायण को एक अगस्त 2016 से कंपनी का गैर-कार्यकारी निदेशक नियुक्त किया.

अरूण कुमार वोरा 14 अगस्त 2016 को कंपनी में लंबी पारी खेलने के बाद निदेशक के पद से सेवानिवृत्त हो रहे हैं. प्रेमनारायण की नियुक्ति 1 अगस्त 2016 से प्रभावी हो गई है.

दीपक प्रेमनारायण टाटा इंटरनेशनल के डायरेक्टर अरुण कुमार वोरा का स्थान का लेंगे. 

प्रेमनारायण के बारे में-

  • प्रेमनारायण रीयल एस्टेट, संपत्ति प्रबंधन और वित्तीय सेवा के क्षेत्र में काम करने वाले आईसीएस समूह के संस्थापक और कार्यकारी चेयरमैन हैं.
  • प्रेमनारायण को भारत एवं अफ्रीकी देशों में विभिन्न क्षेत्रों में काम करने का अनुभव है
  • इससे पहले वह नोएडा टोल ब्रिज कंपनी लिमिटेड, दक्षिण अफ्रीका के फस्र्टरैंड बैंक और ट्रायंगल रियल एस्टेट इंडिया फंड के निदेशक रह चुके हैं

टाटा इंटरनेशनल लिमिटेड के बारे में-

टाटा समूह की सहयोगी इकाई टाटा इंटरनेशनल लिमिटेड धातु, लेदर एवं लेदर उत्पाद तथा खनिज क्षेत्र की अग्रणी कम्पनी है.
कंपनी का मुख्यालय मुंबई में है.

 

राष्ट्रीय पर्यटन पुरस्कार 2014-15 प्रदान किये गये

लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने 30 जुलाई 2016 को वर्ष 2014-15 के लिए राष्ट्रीय पर्यटन पुरस्कार प्रदान किये. यह पुरस्कार विभिन्न यात्रा, पर्यटन एवं सेवाप्रदाता कम्पनियों को दिए गये.

इस श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ राज्य/केंद्र शासित प्रदेश का पुरस्कार मध्य प्रदेश को दिया गया. गुजरात एवं कर्नाटक को दूसरा और तीसरा पुरस्कार मिला.

दूसरी ओर, अमेरिकन पत्रकार स्टेफनी पियरसन को सर्वश्रेष्ठ विदेशी पत्रकार का पुरस्कार दिया गया. उन्हें उनके द्वारा केरल पर आधारित बनाई गयी फिल्म ‘द ग्रेट हेवन’ के लिए यह पुरस्कार दिया गया.

पुरस्कार सूची:

श्रेणी

विजेता

अंग्रेजी में उत्कृष्ट प्रकाशन

केरल सरकार के पर्यटन विभाग द्वारा जारी की गयी कॉफ़ी टेबल बुक, ‘केरल एंड द स्पाइस रूट’

अंग्रेजी के अतिरिक्त विदेशी भाषा में उत्कृष्ट प्रकाशन

केरल सरकार के पर्यटन विभाग द्वारा जारी जर्मन भाषा में जारी ‘द बैकवाटर्स” नामक पुस्तिका

सर्वश्रेष्ठ पर्यटन फिल्म

दमन एवं दीव पर्यटन विभाग द्वारा बनाई गयी फिल्म ‘इलहा डे कामा’.

सर्वश्रेष्ठ फिल्म सहायक राज्य

गुजरात

सर्वश्रेष्ठ हवाई अड्डा

छत्रपति शिवाजी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा, मुंबई

सर्वश्रेष्ठ टूरिस्ट फ्रेंडली रेलवे स्टेशन

सवाई माधोपुर रेलवे स्टेशन, राजस्थान

सर्वश्रेष्ठ एतिहासिक शहर

वारंगल, तेलंगाना

विकलांगों के अनुकूल सर्वश्रेष्ठ स्मारक

अमरकंटक, मध्य प्रदेश

 

फोर्ब्स पत्रिका ने अमेरिका के शीर्ष संपत्ति सलाहकारों की सूची जारी की

फोर्ब्स पत्रिका ने अगस्त 2016 के पहले सप्ताह में अमेरिका के शीर्ष संपत्ति सलाहकारों की सूची जारी की.

इस सूची में राज शर्मा और अश चोपड़ा 17वें और 129वें स्थान पर हैं ओर दोनों ही निजी बैंकिंग और निवेश समूह - मेरिल लिंच में काम करते हैं. इधर मेरिल लिंच के ही सनी कोठारी 176वें स्थान पर हैं जबकि मार्गन स्टैनली वेल्थ मैनेजमेंट के राजू पाठक 184वें स्थान पर हैं.

फोर्ब्स की इस सूची में 200 सलाहकार शामिल हैं जो सामूहिक रूप से 675 अरब डालर का प्रबंधन करते हैं जिनके ग्राहकों में सिलिकॉन वैली के अरबपतियों से लेकर वाल स्ट्रीट की मशहूर हस्तियां और छोटे कारोबारी तथा परिसंपत्तियां तक शामिल हैं.

ज्यादातर संपत्ति कड़ी मेहनत, बेहतरीन कारोबारी फैसलों या सोच-समझकर किए गए निवेश से हासिल होती है. लेकिन एक बार पैसा बन जाए तो इसे दूसरी पीढ़ी तक पहुंचाना सबसे बड़ा लक्ष्य हो जाता है. यहीं संपत्ति सलाहकारों की जरूरत होती है.

 

वैज्ञानिकों ने डीएनए एवं आरएनए के बीच मुख्य अंतर की पहचान की

अगस्त 2016 के पहले सप्ताह में वैज्ञानिकों द्वारा किये गये शोध में उन्होंने डीएनए एवं आरएनए में अंतर का पता लगाया. 

इसमें वैज्ञानिकों ने पाया कि आरएनए, डीएनए परिवार का पुरातन मॉलीक्यूल है. उन्होंने पाया कि डीएनए यदि स्वयं में कुछ बदलाव लाता है तो यह अपने को पृथक कर लेता है. इस अध्ययन के प्रमुख शोधकर्ता ड्यूक यूनिवर्सिटी के हाशिम अल-हाशिमी हैं. 

वैज्ञानिकों के अनुसार इस शोध से डीएनए एवं आरएनए आधारभूत अंतर का पता चलता है. शोध के अनुसार डीएनए अलग-अलग आकार का हो सकता है तथा स्वयं को ए, जी, सी एवं टी नामक जेनेटिक कोड में परिवर्तित कर सकता है. इसके भिन्न, आरएनए एक कठोर प्रक्रिया है यह अलग होने पर पूरी तरह टूट जाती है.


1 अगस्त 2016 को पत्रिका नेचर स्ट्रक्चरल एंड मॉलिक्यूल बायोलॉजी में प्रकाशित शोध में डीएनए डबल हेलिक्स की डायनामिक संरचना के बारे में बताया गया. इस शोध के बाद पाठ्यक्रमों में डीएनए एवं आरएनए की संरचना के बारे में पुनः जानकारी प्रकाशित करनी होगी.

इससे पहले हुए शोधों के अनुसार डीएनए डबल हेलिक्स में एक प्रतिशत हूगस्टीन आधार युग्म का माना जाता था.