3-4Feb 2016 hindi

निजी इक्विटी फंड के लिए एनआईआईएफ ने रुसनानो ओजेएससी के साथ समझौता किया

2 फरवरी 2016 को नेशनल इन्वेस्टमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर फंड (एनआईआईएफ) लिमि. ने रुस के रुसनानो ओजेएससी के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया. भारत में परियोजनाओं में संयुक्त निवेश के कार्यान्वयन हेतु रुस– भारत उच्च प्रौद्योगिकी निजी इक्विटी फंड के लिए यह समझौता किया गया है. दोनों पक्षों ने विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग और भारत में उच्च– तकनीकी निवेश सुविधा मुहैया कराने पर सहमति जताई.

आपसी सहयोग को बढ़ाने के उद्देश्य से ये एक संयुक्त कार्य समूह का भी गठन करेंगें और समझौते में दिए गए सिद्धांतों के आधार पर निश्चित समझौते के विकास पर काम भी करेंगे.

नेशनलइन्वेस्टमेंटएंडइंफ्रास्ट्रक्चरफंड (एनआईआईएफलिमिकेबारेमें

केंद्र सरकार ने एनआईआईएफ की स्थापना भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के तहत श्रेणी II के वैकल्पिक निवेश कोष (एआईएफ) के तौर पर की थी.  यह सरकार के योगदान से वित्त पोषित होता है और इसमें विदेशी एवं घरेलू रणनीति एंकर भागीदारों दोनों से इक्विटी साझेदार बनने की उम्मीद है. इसमें सरकार की हिस्सेदारी 49 फीसदी की होगी.

एनआईआईएफ का प्रारंभिक अधिकृत कोष 40,000करोड़ रुपयों का है, जिसमें समय– समय पर बढ़ोतरी की जा सकती है.

एनआईआईएफ का उद्देश्य भारत में रुकी हुई परियोजनाओं और राष्ट्रीय महत्व की अन्य परियोजनाओं समेत ग्रीनफिल्ड और ब्राउनफील्ड दोनों ही क्षेत्र के वाणिज्यिक रूप से व्यवहार्य परियोजनाओं में संरचनात्मक विकास के माध्यम से मुख्य रुप से आर्थिक प्रभाव को अधिकतम बनाना है.

रुसनानोकेबारेमें

यह एक रूसी विकासात्मक संस्थान है. इसकी रूची भारत में विनिर्माण औद्योगिक उद्यमों की स्थापना वाली परियोजनाओं समेत उच्च प्रौद्योगिकी एवं रक्षा के क्षेत्र की परियोजनाओं में निवेश करना है.

पीआईओ कारोबारी कैंब्रिज स्कूल के बोर्ड अध्यक्ष नामित

भारतीय मूल के ब्रिटिश कारोबारी लॉर्ड करण बिलिमोरिया को तीन फरवरी को प्रतिष्ठित कैंब्रिज जज बिजनेस स्कूल के सलाहकार बोर्ड का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है. 54 वर्षीय बिलिमोरिया को यह बड़ी जिम्मेदारी दी गई है.

ब्रिटिशकारोबारीलॉर्डकरणबिलिमोरियाकेबारेमें-

  • वह कोबरा बीयर के संस्थापक एवं चेयरमैन हैं तथा हाउस ऑफ लॉर्डस में निर्दलीय पीयर हैं.
  • हैदराबाद में पैदा हुए और उस्मानिया विश्वविद्यालय से शिक्षित बिलिमोरिया काफी समय पहले लंदन चले गए थे और यहां कैंब्रिज विश्वविद्यालय में कानून की पढ़ाई की.
  • वह एक क्वालीफाइड चार्टर्ड अकाउंटैंट भी हैं.
  • साल 1989 में कोबरा बीयर की स्थापना के बाद से वह वाणिज्य एवं उद्योग जगत में कई जिम्मेदारियां संभाल चुके हैं.
  • कैंब्रिज जज बिजनेस स्कूल कैंब्रिज विश्वविद्यालय के तहत आता है.
  • इसकी स्थापना 1954 में की गई थी.

महाराष्ट्र सरकार ने आर्थिक रूप से पिछड़े दलित उद्यमियों के लिए डॉ बाबा साहेब अम्बेडकर विशेष सामूहिक प्रोत्साहन योजना की घोषणा की

03-FEB-2016

महाराष्‍ट्र मंत्रिमंडल ने 03 फरवरी 2016 को आर्थिक रूप से पिछड़े दलित उद्यमियों के लिए भारत रत्‍न डॉ बाबा साहेब अम्‍बेडकर विशेष सामूहिक प्रोत्‍साहन योजना की घोषणा की है.

भारतरत्डॉबाबासाहेबअम्बेडकरविशेषसामूहिकप्रोत्साहनयोजनाकेबारेमें-

  • योजना के तहत दलित उद्यमियों को मौजूदा सामूहिक प्रोत्‍साहन योजना 2013 के अलावा भी विशेष सुविधाएं दी जाएंगी.
  • योजना में एक परिवार का सिर्फ एक सदस्‍य ही ऋण ले सकेगा.
  • स्‍टार्ट अप कंपनी को 10 प्रतिशत अतिरिक्‍त प्रोत्‍साहन राशि भी दी जाएगी.
  • इस परियोजना के अंतर्गत दलित व्यापारियों को लघु और मझौले उद्यम करने के लिए महाराष्ट्र इंडस्ट्रियल डवेलपमेंट कारपोरेशन यानी एम.आई.डी.सी. द्वारा दी जाने वाली ज़मीन में बीस प्रतिशत प्लॉट आरक्षित किए जाएंगे.
  • इन व्यापारियों को व्यापार करने के लिए एम.आई.डी.सी. क्षेत्र में तीस प्रतिशत की छूट से तथा अन्य क्षेत्रों में बीस प्रतिशत की छूट से प्लॉट आवंटित किए जाएंगे.
  • जिन अनुसूचित जाति और जनजाति के व्यापारियों ने किसी उद्योग में सौ प्रतिशत निवेश किया है उन्हें इस परियोजना का लाभ मिलेगा.

नयी दिल्ली में होगा एशिया में वृद्धि के प्रभावी कारकों पर आईएमएफ का सम्मेलन

अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) भारत सरकार के साथ मिल कर मार्च  महीने में नयी दिल्ली में एशिया के आर्थिक प्रदर्शन को लेकर उच्च स्तरीय सम्मेलन का आयोजन करेगा. यह घोषणा आईएमएफ ने तीन फरवरी को की.

सम्मेलनकेमुख्यमुद्दे-

  • सम्मेलन में इस क्षेत्र की अगले चरण की नीतिगत चुनौतियों की पड़ताल और रोजगार सृजन तथा असमानता कम करने वाली वृद्धि के उपायों पर चर्चा की जाएगी.
  • भारत सरकार के सह-आयोजन वाला यह समारोह नयी दिल्ली में 11 से 13 मार्च के बीच होगा.
  • इसमें एशिया के मजबूत आर्थिक प्रदर्शन, झटकों को सहने की बेहतर क्षमता और इस क्षेत्र की आर्थिक नीति की चुनौतियां का जायजा लिया जाएगा.Hindi eBook December 2015
  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और आईएमएफ की प्रबंध निदेशक किस्टीन लेगार्ड इस सम्मेलन को संबोधित करेंगे.
  • एशियाई उभरते बाजार और विकासशील अर्थव्यवस्थाएं सफलता के अगले चरण में प्रवेश कर रही हैं, उनके सामने प्रमुख चुनौती यह है कि इस क्षेत्र की उच्च वृद्धि कैसे बरकरार रखी जाए. इस पर चर्चा की जाएगी.
  • रोजगार भी बढाने, असमानता कम करने, बुनियादी ढांचा एवं मानव पूंजी विकास बढाने और अन्य वृद्धि परक सुधारों का भी कार्यान्वयन हो’ यह भी सम्मलेन में चर्चा का विषय रहेगा.
  • इसके अलावा सम्मेलन जिन प्रमुख मुद्दों पर विचार होगा उनमें वृद्धि के प्रभावी कारक, आय में असमानता, जनांकिकीय बदलाव, स्त्री-पुरष असमानता, बुनियादी ढांचा निवेश, जलवायु परिवर्तन, पूंजी प्रवाह प्रबंधन और वित्तीय समावेश शामिल है.
  • एशियाई उभरते बाजार और विकासशील अर्थव्यवस्थाएं सफलता के अगले चरण में प्रवेश कर रही हैं, उनके सामने प्रमुख चुनौती यह है कि इस क्षेत्र की उच्च वृद्धि कैसे बरकरार रखी जाए. इस पर चर्चा की जाएगी.
  • रोजगार भी बढाने, असमानता कम करने, बुनियादी ढांचा एवं मानव पूंजी विकास बढाने और अन्य वृद्धि परक सुधारों का भी कार्यान्वयन हो’ यह भी सम्मलेन में चर्चा का विषय रहेगा.
  • इसके अलावा सम्मेलन जिन प्रमुख मुद्दों पर विचार होगा उनमें वृद्धि के प्रभावी कारक, आय में असमानता, जनांकिकीय बदलाव, स्त्री-पुरष असमानता, बुनियादी ढांचा निवेश, जलवायु परिवर्तन, पूंजी प्रवाह प्रबंधन और वित्तीय समावेश शामिल है.

कर नीतियों में सुधार के लिए केंद्र सरकार ने दो पैनलों की स्थापना की

फरवरी 2016 में केंद्र सरकार ने प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष कर नीति को प्रशासन में अनुकूल और कारगर बनाने के लिए दो नई समितियों का गठन किया.

येसमितियांहैं

कर नीति अनुसंधान इकाई (टैक्स पॉलिसी रिसर्च यूनिट– टीपीआरयू)

कर नीति परिषद ( टैक्स पॉलिसी काउंसिल– टीपीयू)

करनीतिपरिषदकीमुख्यविशेषताएं-

  • टीपीसी के अध्यक्ष वित्त मंत्री अरुण जेटली होंगे.
  • यह टीपीआरयू से मिली जानकारी के आधार पर कराधान के लिए व्यापक नीति उपायों का सुझाव देगा.
  • परिषद प्रकृति से सलाहकार के जैसा होगा जो कराधान के लिए मुख्य नीतिगत फैसलों में सरकार की मदद करेगा.
  • टीपीसी में नौं सदस्य होंगे– वित्त राज्य मंत्री, नीति आयोग के उपाध्यक्ष, वाणिज्य मंत्री, मुख्य आर्थिक सलाहकार और वित्त सचिव. इसमें राजस्व विभाग, आर्थिक मामले  का विभाग (डीईए),औद्योगिक नीति एवं संवर्धन (डीआईपीपी) विभाग और वाणिज्य मंत्रालय के सचिव भी होंगे.

करनीतिअनुसंधानइकाई (टैक्सपॉलिसीरिसर्चयूनिट– टीपीआरयूकीविशेषताएं

  • केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) और केंद्रीय आबकारी एवं कस्टम बोर्ड (सीबीईसी) द्वारा निर्दिष्ट किसी भी प्रकार के वित्तीय या कर नीति की जांच और विश्लेषण करने वाली इकाई होगी टीपीआरयू.
  • यह कराधान के विभिन्न मुद्दों पर नीति पत्र और पृष्ठभूमि पत्रों को तैयार करेगा और प्रसारित करेगा.
  • टीपीआरयू में सीबीडीटी, सीबीईसी के अधिकारियों समेत अर्थशास्त्री, सांख्यिकीविद्, शोधकर्ता और विधि विशेषज्ञ होंगे. यह नई समितियां पार्थसारथी शोम पैनल द्वारा कर सुधारों पर की गई अनुशंसाओं पर बनाई गईं हैं.

राजस्थान इलेक्ट्रोनिक्स एंड इंस्ट्रूमेंटस् लिमिटेड को केंद्रीय उपक्रम का दर्जा प्रदान किया गया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में 3 फरवरी 2016 को केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में जयपुर की कंपनी राजस्थान इलेक्ट्रोनिक्स एंड इंस्ट्रूमेंटस् लिमिटेड को उसकी मातृत्व कंपनी  इंस्ट्रूमेंटेशन लिमिटेड से अलग करके केंद्रीय उपक्रम के रूप में परिवर्तित का निर्णय किया गया. इसके फैसले के बाद राजस्थान इलेक्ट्रोनिक्स एंड इंस्ट्रूमेंटस् लिमिटेड को उसकी मातृत्व कंपनी इंस्ट्रूमेंटेशन लिमिटेड से अलग कर दिया जाएगा आैर यह कंपनी केंद्रीय भारी उद्योग  मंत्रालय के अधीन एक केंद्रीय उपक्रम होगी.

राजस्थानइलेक्ट्रोनिक्सएंडइंस्ट्रूमेंटस्लिमिटेडकेबारेमें

• राजस्थान इलेक्ट्रानिक्स एंड इंस्ट्रूमेंट्स लिमिटेड (आर.ई.आइ.एल.), राजस्थान के इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग के बीच एक प्रमुख स्थान है.

• कंपनी को 1997 में इसके अच्छे सभी दौर प्रदर्शन और उत्कृष्ट उत्पादों की वजह से, भारत के सार्वजनिक उद्यम विभाग , उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा एक"मिनी रत्न "     का दर्जा प्रदान किया गया था. • इसे 31 जुलाई 1998 प्रभावी रूप में एक आईएसओ 9001 फर्म से प्रमाणित किया गया. इस कम्पनी द्वारा व्यापार के क्षेत्र में निम्नलिखित क्षेत्रों में विनिर्माण और इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों/सेवाओं के विपणन का विस्तार होता है. • कृषि डेयरी क्षेत्र • सौर फोटोवोल्टिक क्षेत्र • औद्योगिक इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर • सूचना प्रौद्योगिकी

रेलवे से जुड़ी विभिन्न बुनियादी ढांचागत परियोजनाओं हेतु राज्यों के साथ मिलकर संयुक्त उद्यम के गठन को कैबिनेट की मंजूरी

राज्यों में रेलवे से जुड़ी विभिन्न बुनियादी ढांचागत परियोजनाओं को शुरू करने के लिए संसाधन जुटाने हेतु राज्य सरकारों के साथ मिलकर संयुक्त उद्यम कंपनियों के गठन को केंद्रीय कैबिनेट ने 3 फरवरी 2016 को अपनी मंजूरी दी.

मुख्यतथ्य:

•    संयुक्त उद्यम कंपनियों का गठन रेल मंत्रालय और संबंधित राज्य सरकारों की इक्विटी भागीदारी के साथ किया जाएगा. •    हर संयुक्त उद्यम (जेवी) के पास 100 करोड़ रुपये की आरंभिक चुकता पूंजी होगी, जो शुरू की जाने वाली परियोजनाओं की संख्या पर आधारित होगी. •    रेल मंत्रालय की आरंभिक चुकता पूंजी हर राज्य  के लिए 50 करोड़ रुपये तक सीमित होगी.  •    परियोजनाओं के लिए और ज्यादा धनराशि/इक्विटी डालने का काम परियोजना को मंजूरी मिलने और उपयुक्त सक्षम प्राधिकारी के स्तर पर उसके वित्त पोषण के बाद किया जाएगा. •    संयुक्त उद्यम अन्य हितधारकों जैसे कि बैंकों, बंदरगाहों, सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रमों, खनन कंपनियों इत्यादि द्वारा इक्विटी अंशभागिता के साथ परियोजना विशेष के लिए एसपीवी का भी गठन कर सकेगा. •    संयुक्त उद्यम के गठन की व्यवस्था से वित्तीय भागीदारी और निर्णय लेने की प्रक्रिया दोनों ही लिहाज से रेल परियोजनाओं में राज्य सरकारों की अपेक्षाकृत ज्यादा भागीदारी सुनिश्चित होगी.

•    इससे त्वरित वैधानिक मंजूरियां पाने के साथ-साथ भूमि अधिग्रहण में भी आसानी होगी. यात्रा कर रहे लोगों के अलावा विभिन्न सीमेंट, इस्पात, विद्युत संयंत्रों इत्यादि को अपने कच्चे माल एवं तैयार उत्पादों की ढुलाई के लिए आवश्यपक रेल संपर्क प्राप्तु होगा.

विदित हो कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल (कैबिनेट) ने राज्यों में रेलवे से जुड़ी विभिन्न बुनियादी ढांचागत परियोजनाओं को शुरू करने के लिए संयुक्त उद्यम कंपनियों के गठन को अपनी मंजूरी दी.

कांग्रेस के वयोवृद्ध नेता बलराम जाखड़ का निधन

कांग्रेस के वयोवृद्ध नेता एवं पूर्व लोकसभा अध्यक्ष बलराम जाखड़ का 03 फरवरी 2016 को निधन हो गया. वह 92 वर्ष के थे.

  • जाखड़ 1980 से 1989 तक लोकसभा अध्यक्ष रहे.
  • उन्होंने संसद संग्रहालय की स्थापना में योगदान दिया.
  • पूर्व प्रधानमंत्री नरसिंहा राव की कैबिनेट में कृषि मंत्री के तौर पर भी अपनी सेवाएं दीं.
  • जाखड़ 30 जून 2004 से 30 मई 2009 तक मध्य प्रदेश के राज्यपाल रहे.
  • किसान समुदाय के हित के लिए उन्होंने योगदान दिया.
  • जाखड़ 1973 से 1977 के बीच पंजाब में निगम, सिंचाई एवं ऊर्जा उप मंत्री रहे.
  • वह 1977 और 1979 के बीच विधानसभा में विपक्ष के नेता भी रहे.
  • जाखड़ 1980 में सातवें लोकसभा चुनावों में पहली बार सांसद चुने गए.उन्हें इसके बाद 1984, 1991 और 1998 में सांसद चुना गया.
  • वह 1980 में लोकसभा अध्यक्ष बने और उन्होंने 1989 तक दो कार्यकालों के लिए अध्यक्ष के तौर पर अपनी सेवाएं दीं.
  • इस दौरान उन्होंने सदन के कार्यों के स्वचालन एवं कम्प्यूटरीकरण में अहम भूमिका निभाई.
  • जाखड़ ने भारत के विधायी निकायों के पीठासीन अधिकारियों के सम्मेलन की स्थायी समिति, कार्य मंत्रणा समिति, नियम समिति और सामान्य प्रयोजन समिति की भी अध्यक्षता की.
  • वह 1990 में अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के महासचिव बने और वह 1992 से कांग्रेस कार्य समिति के सदस्य बने.

सुप्रीम कोर्ट ने पीएसीएल की संपत्ति बेचने के लिए लोढ़ा समिति को नियुक्त किया

सुप्रीम कोर्ट ने 2 फरवरी 2016 को पर्ल्स एग्रोटेक कारपोरेशन लिमिटेड (पीएसीएल) की संपत्ति बेचने तथा निवेशकों को 49 हज़ार करोड़ रुपये लौटाने के लिए पूर्व मुख्य न्यायाधीश आरएम लोढ़ा समिति को नियुक्त किया. निवेशकों ने इस फर्म में सामूहिक निवेश योजना के तहत निवेश किया था जिसे भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने गैरकानूनी ठहराया है. जस्टिस अनिल दवे की बेंच के अनुसार पीएसीएल द्वारा अधिकृत विभिन्न स्थलों को सेबी को सौंपा जाना चाहिए. कोर्ट ने निर्देश में कहा कि सेबी इन संपत्तियों को बेचने के लिए उचित कदम उठाएगी.

यह भी कहा गया कि पैनल संपत्ति बेचने के तरीके को स्वयं निर्धारित करेगी लेकिन वह नीलामी के जरिये बेची जाएगी.

यह भी कहा गया कि पीएसीएल पब्लिक से किसी प्रकार की कोई संपत्ति ग्रहण नहीं करेगा तथा अदालत द्वारा ही संपत्ति बेची जाएगी. इस मामले पर अगली सुनवाई 2 अगस्त 2016 को होगी. इससे पहले, सेबी ने एक रिफंड ऑर्डर भी जारी किया जिसमे पीएसीएल की सहयोगी कम्पनियों को दोषी ठहराते हुए जनता से गलत तरीके से पूंजी जुटाने का आरोप लगाया है. इस संबंध में पीएसीएल ग्राहकों एवं कर्मचारी संघ द्वारा याचिका दायर की गयी जिसमें कंपनी पर 500 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का आरोप लगाया गया.

पाकिस्तान के सबसे बुजुर्ग क्रिकेटर इसरार अली का निधन

03-FEB-2016

देश के बंटवारे से पहले भारत में करियर शुरू करने वाले पाकिस्तान के सबसे बुजुर्ग पाक क्रिकेटर इसरार अली का 1 फरवरी 2016 को निधन हो गया.

बंटवारे के बाद पाकिस्तान क्रिकेट टीम जब पहली बार भारत दौरे पर आयी थी, तब इसरार उस टीम का हिस्सा थे. उन्होंने पाकिस्तान के लिए चार टेस्ट मैच जबकि 40 प्रथम श्रेणी मैच खेले.

विदित हो कि इसरार ने अपना क्रिकेटिंग करियर वर्ष 1946-47 में पंजाब में शुरू किया था. 1952 में भारत और पाकिस्तान के बीच खेले गए दो टेस्ट क्रिकेट मैचों में भेजी गई पाकिस्तान के पहली टेस्ट टीम के सदस्य रहे अली एक ऑल-राउंडर थे. वह 60 साल पहले पाकिस्तान के पहले टेस्ट में भी खेल चुके थे.

मेजर जनरल मेनन संयुक्त राष्ट्र मुक्ति पर्यवेक्षक सेना के अध्यक्ष नियुक्त

भारत के मेजर जनरल जय शंकर मेनन को संयुक्त राष्ट्र के मुक्ति पर्यवेक्षक सेना के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया है. उन्हें संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून द्वारा 2 फरवरी 2016 को नियुक्त किया गया. उन्हें नेपाल के लेफ्टिनेंट जनरल पूरन चन्द्र थापा के स्थान पर नियुक्त किया गया है जिनका कार्यकाल 7 फरवरी 2016 को समाप्त हो रहा है. मेनन राष्ट्रीय एवं अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर अपने अनुभव को साझा करेंगे.  इससे पहले 2012 एवं 2013 में वे इन्फैंट्री डिवीजन के जनरल कमांडिंग ऑफिसर रह चुके थे. वे रेजिमेंटल प्रशिक्षण केन्द्र के कमांडेंट ब्रिगेड कमांडर और बटालियन कमांडर भी रह चुके हैं.

उन्होंने अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर भी विभिन्न पदों पर कार्य किया है, वे 1993 में संयुक्त राष्ट्र में मोज़ाम्बिंक ऑपरेशन के पर्यवेक्षक थे तथा 2007 से 2009 तक वे लेबनान में भारतीय फ़ौज के अंतरिम कमांडर थे.

संयुक्तराष्ट्रपर्यवेक्षकसेना इसकी स्थापना 31 मई 1974 को सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव 350 (1974) के तहत की गयी. इस सेना द्वारा गोलन में हस्तक्षेप के बाद इज़राइल और सीरिया की सेनाओं ने वापिस आने का निर्णय लिया. तब से यह सेना सीरिया एवं इज़राइल के बीच सीज़फायर के लिए काम कर रही है.

आर सुभाष रेड्डी, गुजरात उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश नियुक्त

न्यायाधीश  रमयगिरी सुभाष रेड्डी को 3 फरवरी 2016 को गुजरात उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया गया. वर्तमान में न्यायधीश जयंत एम पटेल, गुजरात उच्च न्यायालय के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश हैं. आर सुभाष रेड्डी वर्तमान में हैदराबाद उच्च न्यायालय में तेलंगाना और आंध्र प्रदेश राज्य के मुख्य न्ययाधीश के पद पर कार्यरत हैं. सुभाष रेड्डी को 2 दिसंबर 2012 को आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश का कार्यभार सौंपा गया.

उन्हें आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय के एडवोकेट एसोसिएशन 2001-2002 का अध्यक्ष चुना गया.

अपने कैरियर में उन्होंने सिविल, आपराधिक, संवैधानिक और लगभग सभी क्षेत्रों में अभ्यास किया है. रेड्डी ने यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ लॉ, उस्मानिया विश्वविद्यालय, हैदराबाद से कानून की डिग्री प्राप्त की है.

केरल ने 61वीं राष्ट्रीय स्कूल एथलेटिक्स चैम्पियनशिप जीती

03-FEB-2016

केरल ने 2 फ़रवरी 2016 को 61वीं राष्ट्रीय स्कूल एथलेटिक्स चैम्पियनशिप जीती.

इस चैम्पियनशिप का आयोजन 29 जनवरी 2016 से 2 फ़रवरी 2016 के मध्य कोझिकोड में ओलंपियन रहमान स्टेडियम, केरल में आयोजित किया गया था.

यह 19वीं बार है जब केरल इस प्रतियोगिता का चैंपियन बना है. प्रतियोगिता में केरल ने 306 अंक 39 स्वर्ण, 29 रजत और 17 कांस्य पदक अर्जित किए.

दूसरी ओर तमिलनाडु में 116 अंक 11 स्वर्ण, 8 रजत और 13 कांस्य पदक जीतने के साथ दूसरे स्थान पर रहा.

महाराष्ट्र 101 अंकों के साथ तीसरे स्थान पर रहा.

उर्दू लेखक इंतज़ार हुसैन का निधन

उर्दू कथा लेखक, उपन्यासकार, कवि और स्तंभकार इंतज़ार हुसैन का 2 फरवरी 2016 को पाकिस्तान के लाहौर में निधन हो गया.

वह 93 वर्ष के थे.

वह पहले पाकिस्तानी और उर्दू लेखक जिसे प्रतिष्ठित मैन बुकर अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार के लिए नामित किया गया था.

इंतज़ारहुसैनकेबारेमें

• उनका जनम 7 दिसंबर 1923 को भारत में उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले में डिबाई नामक स्थान पर हुआ था.  • उन्होंने वर्ष 1946 मेरठ महाविद्यालय से उर्दू में स्नातक किया और वर्ष 1947 में लाहौर चले गए. • उन्होंने कहा कि विभिन्न समाचार पत्रों में पत्रकार के रूप में कार्य किया और वर्ष और वर्ष 1988 में 'डेली मशरीक' समाचारपत्र से सेवानिवृत्त हुए. • उनकी प्रसिद्ध पुस्तकों में कंकरी, गली कूचे, शेर–ए-अफ़सोस, दीन और दास्तां, पिंजरा और शहर ज़ाद के नाम,शामिल हैं. पुरस्कारएवंसम्मान • उन्हें वर्ष 2014 में फ्रांस सरकार द्वारा 'ऑफिसर ऑफ़ द ऑर्डर ऑफ़ आर्ट्स एंड लेटर’ कला से सम्मानित किया गया. • वर्ष 2013  में उन्हें उपन्यास के लिए मैन बुकर अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार के लिए अंतिम दस लोगों की सूची में नामित किया गया ऐसा करने वाले वह पहले पाकिस्तानी और पहले उर्दू लेखक थे.

अखिल भारतीय फुटबाल महासंघ ने चार टीमों को निलंबित किया

अखिल भारतीय फुटबाल महासंघ (एआईएफएफ) ने 2 फरवरी 2016 को सब जूनियर राष्ट्रीय चैम्पियनशिप 2015-16 से चार टीमों को निलंबित करने का निर्णय लिया. यह टीमें हैं - पंजाब, चंडीगढ़, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश. इन सभी टीमों को टीम में तय उम्र से अधिक के खिलाड़ियों को शामिल करने के लिए चैम्पियनशिप से निकाला गया. एआईएफएफ द्वारा जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया कि खिलाड़ियों की उम्र से संबंधित धोखाधड़ी को रोकने के लिए एआईएफएफ ने दो सदस्यीय टीम का गठन किया है जिसमें एक चिकित्सक शामिल है.

सब-जूनियर राष्ट्रीय फुटबॉल चैम्पियनशिप के प्रत्येक स्थल पर जाकर की गई जांच में पाया गया कि प्रत्येक टीम के एक-एक खिलाड़ी की उम्र प्रतियोगिता के नियमानुसार अधिक थी.

उम्र से संबंधित धोखाधड़ी के लिए एआईएफएफ द्वारा शून्य सहिष्णुता की नीति के तहत चारों टीमों को चैम्पियनशिप से बाहर कर दिया गया. इन चारों टीमों पर एआईएफएफ के नियमों के अनुसार अन्य अनुशासनात्मक कार्रवाई भी की जाएगी.

भारत एवं ब्रुनेई के मध्य तीन समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर

03-FEB-2016

भारत एवं ब्रुनेई ने 2 फरवरी 2016 को द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने हेतु तीन समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किये. यह समझौते ब्रुनेई की राजधानी बांदर सेरी बेगावन में उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी की तीन दिवसीय यात्रा के दौरान किये गये.

तीनसमझौताज्ञापन

•    स्वास्थ्य क्षेत्र पर समझौता ज्ञापन : इसका उद्देश्य तकनीकी, वैज्ञानिक, वित्तीय और मानव संसाधन क्षेत्र सहित दोनों देशों के बीच स्वास्थ्य, शिक्षा एवं अनुसंधान के लिए साझेदारी बढ़ाना करना है.

•    रक्षा क्षेत्र में समझौता ज्ञापन : इसका उद्देश्य दोनों देशों के बीच रक्षा क्षेत्र में सहयोग बढ़ाना है. वर्तमान में दोनों देश नेवी जहाज, वरिष्ठ मिलिट्री अफसरों के प्रशिक्षण को साझा कर रहे हैं. •    युवा एवं खेल मामलों पर समझौता ज्ञापन : इससे दोनों देशों के बीच खेल एवं खिलाड़ियों के लिए सुविधाएं उपलब्ध कराने एवं उन्हें उत्तम प्रशिक्षण सुविधाएं उपलब्ध कराना शामिल है. इसके अतिरिक्त उपराष्ट्रपति ने ब्रुनेई के सुल्तान हाजी हसनल बोल्किया मुईज़दिन वदाउल्लाह से मुलाकात की तथा वे सुल्तान ओमर अली सैफुद्दीन की मस्जिद पर भी गये.

सरोज कुमार झा विश्व बैंक में उच्च पद पर नियुक्त

भारतीय नागरिक सरोज कुमार झा को एक फरवरी को विश्व बैंक में महत्वपूर्ण पद पर भंगुरता (Fragility), संघर्ष (Conflict) और हिंसा (Violence) समूह के लिए वरिष्ठ निदेशक के रूप में नियुक्त किया गया है.

  • सरोज कुमार झा बैंक के अध्यक्ष जिम योंग किम की कमजोर, संघर्ष और हिंसक मामले हल करने में उनकी मदद करेंगे.
  • सरोज कुमार झा भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान कानपुर से पढ़े हुए हैं.
  • वह 2012 की फरवरी से लेकर पिछले सप्ताह तक अल्माटी में स्थित मध्य एशिया के लिए विश्व बैंक के क्षेत्रीय निदेशक रहे.
  • झा ने विश्व बैंक में कमजोरी, संघर्ष और हिंसा समूह के लिए वरिष्ठ निदेशक का पद भार एक फरवरी को ग्रहण किया.
  • विश्व बैंक के अध्यक्ष जिम योंग किम ने इन्हें बैंक समूह और सहयोगियों के साथ निकट सहयोग करते हुए, कमजोरी, संघर्ष और हिंसा जैसी चुनौतियों से निपटने के लिए रणनीतिक नेतृत्व तैयार करने का कार्यभार सौंपा है.

सरोजकुमारझाकेबारेमें-

• सरोज कुमार झा ने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) कानपुर से सिविल इंजीनियरिंग के साथ साथ विकास अर्थशास्त्र में डिग्री प्राप्त की है. • सतत विकास नेटवर्क में एक वरिष्ठ इन्फ्रास्ट्रक्चर विशेषज्ञ के रूप में वे  2005 में विश्व बैंक से जुड़े रहे.  • वह सार्वजनिक क्षेत्र के प्रबंधन, बुनियादी ढांचे के वित्तपोषण, प्राकृतिक संसाधनों के प्रबंधन, प्राकृतिक आपदा रोकथाम और पर्यावरणीय स्थिरता के क्षेत्र में एक वरिष्ठ कार्यकारी के रूप में भारत सरकार और संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) के साथ महत्वपूर्ण अनुभव रखते हैं • दुनिया के विभिन्न क्षेत्रों में क्षेत्रीय सहयोग के क्षेत्र में नवाचारों, सामाजिक सुरक्षा जाल, और शिकायत निवारण तंत्र का श्रेय भी उन्हें दिया जाता है. • आपदा न्यूनीकरण और वसूली, आपदा निवारण और बाद आपदा वसूली के संचालन जो अब दुनिया के सबसे बड़े वैश्विक कोष है, में ग्लोबल सुविधा प्रमुख के रूप में कार्य किया. • कई वैश्विक भयावह आपदाओं के लिए अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया के प्रयासों का उन्होंने नेतृत्व किया.

जय कुमार गर्ग कारपोरेशन बैंक के सीईओ एवं एमडी नियुक्त

केंद्र सरकार ने 1 फरवरी 2016 को जय कुमार गर्ग को तीन वर्ष के लिए कारपोरेशन बैंक का प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी नियुक्त किया. उन्होंने 1 फरवरी 2016 को यह पद ग्रहण किया, उन्होंने एस आर बंसल का स्थान लिया जो 31 जनवरी 2016 को सेवानिवृत हुए.

जयकुमारगर्ग

•    गर्ग चार्टड अकाउंटेंट हैं एवं वे इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ बैंकिंग एंड फाइनेंस के सदस्य भी हैं. •    इससे पहले वे यूको बैंक में कार्यकारी निदेशक के रूप में कार्यरत थे. •    उन्होंने 1986 में कारपोरेशन बैंक से अपने करियर की शुरुआत की. •    उन्हें क्रेडिट मैनेजमेंट, रिकवरी, फोरेक्स ऑपरेशन, रिटेल बैंकिंग एवं एडमिनिस्ट्रेशन में वृहद अनुभव प्राप्त है. कारपोरेशनबैंक •    यह एक पब्लिक सेक्टर बैंक है जिसका मुख्यालय मंग्लुरु में है. •    इसकी स्थापना 12 मार्च 1906 को उडुपि में खान बहादुर हाजी अब्दुल्ला एवं हाजी कासिम साहब बहादुर द्वारा की गयी. •    यह दक्षिण भारत में मद्रास प्रांत का एक प्रमुख बैंकिंग इंस्टिट्यूशन था.

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने क्रेडिट पॉलिसी की घोषणा की

03-FEB-2016

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने 2 फरवरी 2016 को अपने नए क्रेडिट पॉलिसी की घोषणा की. नए क्रेडिट पॉलिसी में रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया है. ये पूर्व की 6.75 फीसदी पर ही बरकरार रहेगी. रिजर्व रेपो दर भी बिना किसी बदलाव के 5.75 प्रतिशत पर बनी रहेगी.

मुख्यतथ्य:

•    आरबीआई ने अपने नए क्रेडिट पॉलिसी में वर्ष 2017 तक महंगाई दर 5 फीसदी रहने का अनुमान जताया है. •    नकद आरक्षित अनुपात (सीआरआर) में भी कोई बदलाव नहीं किया गया है और यह चार प्रतिशत पर कायम है. •    आरबीआई की घोषणा के तुरंत बाद देश के शेयर बाजार में गिरावट दर्ज की गई. बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स में 55 अंक की गिरावट दर्ज की गई. •    विदेशी बाजारों में अन्य मुद्राओं के मुकाबले डॉलर में कमजोरी से रुपये को समर्थन मिला. विदित हो कि रेपो दर वह दर होती है, जिस पर रिजर्व बैंक वाणिज्यिक बैंकों को अल्प अवधि के लिए ऋण देता है, जबकि रिजर्व रेपो वह दर होती है, जो रिजर्व बैंक वाणिज्यिक बैंकों को लघु अवधि के लिए जमा राशि पर ब्याज के रूप में देता है.

पहला अंतरराष्ट्रीय शतरंज टूर्नामेंट अगरतला में सम्पन्न

पहला अंतरराष्ट्रीय शतरंज टूर्नामेंट 2 फरवरी 2016 को अगरतला में सम्पन्न हो गया.  इस पांच दिवसीय टूर्नामेंट का आयोजन ऑल त्रिपुरा पेरेंट्स चेस फोरम ने खेजुरबागन स्थित शहीद भगत सिंह यूथ हॉस्टल में किया था.

यह इस राज्य का पहला बड़ा शतरंज टूर्नामेंट था इसमें पश्चिम बंगाल, मणिपुर, असम, मिजोरम, दिल्ली और पंजाब जैसे विभिन्न अन्य राज्यों से लगभग 139 खिलाड़ियों ने भाग  लिया. टूर्नामेंट का मुख्य उद्देश्य खिलाड़ियों को मार्गदर्शन प्रदान करन और इस खेल में कैरियर बनाने के लिए प्रोत्साहित करना और युवा पीढ़ी के बीच शतरंज के प्रसार को बढ़ावा देना, राज्य  में शतरंज के बुनियादी ढांचे को प्रोत्साहित करना और स्थानीय खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाना है.

ज्ञात हो त्रिपुरा देश का तीसरा सबसे छोटा राज्य है इसकी लगभग एक-तिहाई आबादी अनुसूचित जनजाती से है.

समापन समारोह के दौरान विजेताओं को त्रिपुरा के युवा मामले और खेल मंत्री जाहिद चौधरी ने सम्मानित किया.

राज्य के स्थानीय दिग्गज शतरंज खिलाड़ीप्रसेनजीतदत्ता पहले स्थान पर रहे और चैंपियन बने. पुरस्कार के रूप में उन्हें 30000 रुपए प्रदान किए गए.

प्रतियोगिता के परिणाम के अनुसार रेटिंग अखिल भारतीय शतरंज संघ द्वारा जारी की जाएगी.

पंजाब नेशनल बैंक को प्रधानमंत्री जनधन योजना हेतु सर्वोच्च बैंक का पुरस्कार

प्रधानमंत्री जन धन योजना के सबसे सफल कार्यान्वन लिए भारत की प्रमुख सार्वजानिक बैंक ‘पंजाब नेशनल बैंक’ (पीएनबी) को फरवरी 2016 के प्रथम सप्ताह में सर्वोत्तम बैंक के पुरस्कार से पुरस्कृत किया गया.

पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) को बड़े बैंकों में सीएसआर व कारोबार दायित्व के लिए सर्वश्रेष्ठ बैंक तथा एमएसएमई बैंक के लिए रनरअप बैंक चुना गया.

उपरोक्त पुरस्कार समारोह केंद्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम के चैंबर (सीआइएमएसएमई) ने आयोजित किया था. सर्वोत्तम बैंक का पुरस्कार पंजाब नेशनल बैंक के कार्यकारी निदेशक डॉ. राम एस संगापुरे ने ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल व सीआइएमएसएमई के अध्यक्ष मुकेश गुप्ता से प्राप्त किया.

सीसीईए ने आईएल से आरईआईएल को हटाने और स्वतंत्र सीपीएसई बनाने की मंजूरी दी

04-FEB-2016

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीईए) ने 3 फरवरी 2016 को जयपुर की राजस्थान इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इंस्ट्रूमेंट्स लिमिटेड (आरईआईएल को इसकी मूल कंपनी इंट्र्मेंटेशन लिमिटेड (आईएल) से अलग करने और भारी उद्योग विभाग के तहत सार्वजनिक क्षेत्र का एक स्वतंत्र उद्यम (सीपीएसई) बनाने की मंजूरी दे दी.

केंद्र सरकार आईएल की 51 फीसदी हिस्सेदारी खरीदेगी. 31 मार्च 2015 को यह 77.09 रुपये प्रति शेयर के अंकित मूल्य पर 10 रुपये के अंकित मूल्य पर 6247500 शेयर के करीब होगा.

निष्पक्ष मूल्यांकन 48.16 करोड़ रुपए तक आता है. इससे आरईआईएल को अपनी क्षमता के अनुरूप विकास करने में मदद मिलेगी. इससे आरईआईएल को उपलब्ध व्यापार अवसरों का लाभ उठाने और अपने विस्तार के लिए पूंजी बाजारों तक पहुंच बनाने में अधिक स्वतंत्रता मिलेगी.

राजस्थानइलेक्ट्रॉनिक्सएंडइंस्ट्रूमेंट्सलिमिटेड (आरईआईएलकेबारेमें-

• 40 लाख रुपयों की प्राधिकृत और प्रदत्त पूंजी के साथ इसकी स्थापना 1981 में हुई थी.

• राजस्थान के इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग में इसका प्रमुख स्थान है.  • यह आईएल और राजस्थान स्टेट इंडस्ट्रीयल डेवलपमेंट एंड इन्वेस्टमेंट कॉरपोरेशन, जयपुर (आरआईआईसीओ) की संयुक्त उद्यम कंपनी है.  • साल 1997 में केंद्रीय उद्योग मंत्रालय के तहत सार्वजनिक उद्यम विभाग द्वारा इसे मिनी रत्न का दर्जा दिया गया था.  • इसके व्यापार क्षेत्र में कृषि– दुग्ध क्षेत्र, सौर फोटोवॉल्टिक क्षेत्र, औद्योगिक इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र, सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों और सेवाओं के विनिर्माण और विपणन शामिल है.

राजस्थानइलेक्ट्रॉनिक्सएंडइंस्ट्रूमेंट्सलिमिटेड (आरईआईएलकेबारेमें-

• 40 लाख रुपयों की प्राधिकृत और प्रदत्त पूंजी के साथ इसकी स्थापना 1981 में हुई थी.

• राजस्थान के इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग में इसका प्रमुख स्थान है.

• यह आईएल और राजस्थान स्टेट इंडस्ट्रीयल डेवलपमेंट एंड इन्वेस्टमेंट कॉरपोरेशन, जयपुर (आरआईआईसीओ) की संयुक्त उद्यम कंपनी है.  • साल 1997 में केंद्रीय उद्योग मंत्रालय के तहत सार्वजनिक उद्यम विभाग द्वारा इसे मिनी रत्न का दर्जा दिया गया था.  • इसके व्यापार क्षेत्र में कृषि– दुग्ध क्षेत्र, सौर फोटोवॉल्टिक क्षेत्र, औद्योगिक इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र, सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों और सेवाओं के विनिर्माण और विपणन शामिल है.

रिलायंस डिफेंस, बैंगलोर स्थित एयरोस्पेस में नवाचार और अनुसंधान के लिए धीरूभाई अंबानी केंद्र स्थापित करेगा

रिलायंस डिफेंस लिमिटेड (रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड की सहयोगी ईकाई) बेंगलुरु स्थित एयरोस्पेस में नवाचार और अनुसंधान के लिए धीरूभाई अंबानी केंद्र स्थापित करेगा.

इस संबंध में अनिल धीरूभाई अंबानी ग्रुप की ओर से चेयरमैन अनिल अम्बानी ने 3 फरवरी 2016 को इन्वेस्ट कर्नाटक 2016 में घोषणा की. यह भारत में किसी निजी कंपनी द्वारा स्थापित किया जाने वाला पहला उद्यम होगा जिसमें विश्व स्तरीय अनुसंधान, विकास कार्य एवं नवाचार को बढ़ावा दिया जाएगा. इससे 1500 से अधिक रोज़गार के अवसर पैदा होंगे.

यह केंद्र ज्ञान आधारित प्रौद्योगिकी उद्यम होगा जो कि एयरोस्पेस के लिए वैश्विक कार्य करेगा.

केंद्र की स्थापना के लिए सरकार स्वदेशी डिजाइन, विकास और विनिर्माण के लिए भी प्रोत्साहन दिया है, इससे मेक इन इंडिया एवं स्किल इंडिया योजनाओं को भी बल मिलेगा.

हैदराबाद स्थित दवा कंपनी भारत बायोटेक ने जीका वायरस का टीका बना लेने की घोषणा की

हैदराबाद स्थित भारत की प्रमुख दवा कंपनी ‘भारत बायोटेक’ ने 3 फरवरी 2016 को जीका वायरस का टीका/वैक्सीन बना लेने की घोषणा की. कंपनी की ओर से भारत बायोटेक की प्रमुख कृष्णा इला ने इसकी घोषणा की.

भारत बायोटेक की उपरोक्त घोषणा को वैश्विक स्तर पर विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा करार दिए गए जीका वायरस के खिलाफ भारत की बड़ी सफलता के रूप में देखा जा रहा है. भारत बायोटेक ने दूसरे देश से जीका वायरस मंगाकर हैदराबाद में इसके दो टीके तैयार किए हैं. अभी किसी जानवर या इंसान पर वैक्सीन का परीक्षण होना बाकी है.

मुख्यतथ्य: •    जीका वायरस से संबंधित बीमारी में बच्चों के मस्तिष्क का पूरा विकास नहीं हो पाता और उनका सिर सामान्य से छोटा रह जाता है. •    विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया के 23 देशों में यह वायरस फैल चुका है.  •    ब्राजील इससे सबसे ज्यादा प्रभावित देश है. वर्ष 2015 से अब तक वहां पर जीका के चलते 3,530 माइक्रोसिफेली ग्रस्त बचों का जन्म हो चुका है. •     विश्व स्वास्थ्य संगठन ने जनवरी 2016 में इसे वैश्विक आपदा घोषित किया.

विदित हो कि जीका वायरस पर दुनिया के कई देशों में शोध चल रहा है और कई बड़ी कंपनियां अभी अनुसंधान के प्राथमिक स्तर पर है.

टीसीएस आईटी क्षेत्र में दुनिया की सबसे ताकतवर ब्रांड

भारत की शीर्ष बहुराष्ट्रीय कंपनी टीसीएस को आईटी सर्विसेज उद्योग में दुनिया के सबसे ताकतवर ब्रांड के रूप में आंका गया है. दुनिया की प्रमुख ब्रांड वैल्युएशन फर्म “ब्रांड फाइनेंस’ ने 02 फरवरी 2016 को वर्ष 2016 की सालाना रिपोर्ट में यह बात कही. यह रिपोर्ट प्रति वर्ष जारी की जाती है.

  • कंपनियों को यह स्‍कोरिंग कई मापदंडों के आधार पर दी जाती है, जिसमें फैमिलिअरिटी, लॉयल्‍टी, स्‍टाफ सेटिसफैक्‍शन और कॉरपोरेट रेप्‍यूटेशन जैसे मापदंड प्रमुख हैं
  • रिपोर्ट में दुनिया का सबसे ताकतवर और मूल्यवान ब्रांड तय करने के लिए हजारों ब्रांड का विश्लेषण किया है.
  • इसमें लोगों में अच्छी जानकारी, लॉयल्टी, प्रमोशन, कर्मचारियों की संतुष्टि और प्रतिष्ठा जैसी बातों के आधार पर टीसीएस को 100 में से 78.3 अंक और “एए+’ रेटिंग दी गई है
  • ब्रांड फाइनेंस के सीईओ के अनुसार टीसीएस का ग्राहकों पर ध्यान देना इसकी हाल की सफलता का मुख्य आधार है.
  • उपलब्ध डाटा के अनुसार कंपनी ने ब्रांड इन्वेस्टमेंट और कर्मचारियों की संतुष्टि पर भी काफी अधिक अंक हासिल किए हैं.
  • कम्पनी आईटी सर्विसेज उद्योग में प्रमुख ताकत बन कर उभरी है.
  • टीसीएस इस सेक्टर का सबसे ताकतवर ब्रांड बना है.
  • सभी उद्योगों की बात करें तो फर्म ने 2016 के लिए वॉल्ट डिज्नी को दुनिया का सबसे ताकतवर ब्रांड और एपल को दुनिया का सबसे मूल्यवान ब्रांड आंका है.

छहसालसेउद्योगकासबसेतेजीसेबढ़नेवालाब्रांड-

  • ब्रांड फाइनेंस के मुताबिक टीसीएस पिछले छह साल से सबसे तेजी से बढ़ने वाला आईटी ब्रांड है.
  • इस दौरान कंपनी की ग्रोथ रेट 286 फीसदी रही है.
  • टीसीएस की कुल ब्रांड वैल्यू 2010 में 2.34 अरब डॉलर थी. यह 2016 आते-आते बढ़कर 63 हजार करोड़ रु. तक पहुंच गई. यानि छह साल में ब्रांड वैल्यू 300 फीसदी बढ़ी है.

ब्रांडकीमजबूतीकेलिएउठाएकदम-

  • टीसीएस ने अपने ब्रांड को मजबूत करने के लिए एक साल में कई रणनीतिक पहल की हैं.
  • जिसमें ब्रांडिंग, पब्लिक रिलेशन, स्पॉन्सरशिप, एम्पलॉयर ब्रांड और कम्युनिटी प्रोग्राम्स शामिल हैं.
  • इसके लिए कंपनी को 2015 के दौरान दुनियाभर में 30 ज्यादा पुरस्कारों से नवाजा गया है.
  • टीसीएस की मार्केट कैप 4.8 लाख करोड़ रु. है. साथ ही 300 फीसदी की दर से बढ़ रही है.
  • 2010 में कंपनी की ब्रांड वैल्यू 2.34 अरब डॉलर थी. जो 2016 में बढकर 9.4 अरब डॉलर हो गयी है.

यहभीपढ़ें-

कंप्यूटर साइंस फॉर ऑल योजना में टीसीएस, इंफोसिस और विप्रो भी शामिल

मणिपुरी डाक्यूमेंट्री फुम शैंग ने एमआईएफएफ-2016 गोल्डन कोंच अवार्ड जीता

मणिपुरी डाक्यूमेंट्री फिल्म ‘फुम शैंग’ ने 3 फरवरी 2016 को 14 वें मुंबई अन्तरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल (एमआईएफएफ 2016) में सर्वश्रेष्ठ डाक्यूमेंट्री श्रेणी के तहत गोल्डन कोंच पुरस्कार प्राप्त किया. इसका निर्देशन होबम पबन कुमार ने किया है. 52 मिनट की इस फिल्म में उत्तर पूर्व की नदी लोकटक लेक की समस्याओं को दर्शाया गया है. इस नदी पर तैरते हुए मैदान हैं जिस पर यहां के मछुआरों ने अपने निवास स्थल बना लिए हैं, इसे फुमदी कहा जाता है. पबन कुमार को महाराष्ट्र के गवर्नर चेन्नामनानी विद्यासागर एवं राज्य संस्कृति मंत्री विनोद तावड़े द्वारा गोल्डन कोंच पुरस्कार प्रदान किया गया. इसमें 3 लाख रुपये एवं प्रशस्ति पत्र शामिल है. स्विस फिल्म ‘माय नेम इज़ साल्ट’ तथा एक अन्य भारतीय फिल्म ‘प्लेसबो’ को संयुक्त रूप से गोल्डन कोंच पुरस्कार दिया गया. ‘माय नेम इज़ साल्ट’ का निर्देशन फरीदा पाचा द्वारा किया गया है, यह फिल्म लोगों द्वारा कच्छ में नमक के मैदानों तक हज़ारों लोगों की यात्रा पर बनाई गयी है. इसे सर्वश्रेष्ठ सिनेमोटोग्राफी का भी पुरस्कार दिया गया. प्लेसबो कुछ छात्रों के तनाव और दबाव के दौरान किये गए अध्ययन को दर्शाती है.

एमआईएफएफ-2016

•    देबांजन नंदी की एनीमेशन फिल्म ‘छाया’ को सर्वश्रेष्ठ एनीमेशन फिल्म का पुरस्कार दिया गया. •    मुंबई के फ़िल्मकार देवाशीष मखीजा की फिल्म ‘अगली बार’ को सर्वश्रेष्ठ लघु अवधि फिल्म चुना गया. •    सर्वश्रेष्ठ पदार्पण करने वाली फिल्म के लिए दिया जाने वाला दादासाहेब फाल्के पुरस्कार कोपेनहेगन के फ़िल्मकार नितेश अंजन की फिल्म ‘फार फ्रॉम होम’ को दिया गया. एमआईएफएफ •    पहला अन्तरराष्ट्रीय मुंबई फिल्म महोत्सव 1990 में आयोजित किया गया था. •    इसे महाराष्ट्र सरकार एवं भारतीय डाक्यूमेंट्री प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन द्वारा आयोजित किया जाता है. इसे प्रत्येक वर्ष मुंबई में ही आयोजित किया जाता है. •    एमआईएफएफ डाक्यूमेंट्री, एनीमेशन, लघु फिल्म श्रेणी में एक प्रतिष्ठित समारोह है जो लिपजिंग, बर्लिन, क्राकोव एवं टेम्पेरे फिल्म फेस्टिवल के समकक्ष है.

विश्वस्तर पर ‘वी कैन,आई कैन’ विषय के साथ विश्व कैंसर दिवस मनाया गया

फ़रवरीविश्वकैंसरदिवस

विश्वस्तर पर 4 फरवरी 2016 को विश्व कैंसर दिवस मनाया गया. इस वर्ष इस दिवस का विषय ‘वी कैन.आई कैन’ निर्धारित किया गया.

विश्व कैंसर दिवस कैंसर के खिलाफ लड़ाई में विश्व की जनसंख्या को एकत्रित करता है.

विश्व कैंसर दिवस 2016-2018 लोगों से यह अपील करता है की वह कैसे सामूहिक और व्यक्तिगत रूप से कैंसर जैसे वैश्विक भार को कम करने में सहयोग कर सकते हैं.

वर्तमान में विश्वस्तर पर  82 लाख लोगों की मृत्यु हर वर्ष कैंसर से होती है, जिनमें से 4 लाख लोग 30 से 69 वर्ष की आयु वर्ग से सम्बंधित होते हैं.

विश्व कैंसर दिवस यूनियन फॉर इंटरनेशनल कैंसर कंट्रोल की एक पहल है जिसका उद्देश्य विश्व की आबादी को कैंसर के खिलाफ जंग में एकजुट करना और इस बीमारी के बारे में    लोगों को जागरूक करना है.

इस दिवस का उद्देश्य वर्ष 2020 तक कैंसर से होने वाली मृत्यु को कम करना है.

यूनियन फॉर इंटरनेशनल कैंसर कंट्रोल की स्थापना 1933 में जेनेवा में हुई थी वर्तमान में 155 देशों के 800 से अधिक संगठन इसके सदस्य हैं.

केंद्र सरकार ने वन रैंक वन पेंशन योजना (ओआरओपी) के कार्यान्व्यन की घोषणा की

केंद्र सरकार ने 3 फरवरी 2016 को एक रैंक एक पेंशन (ओआरओपी) योजना के कार्यान्व्यन की घोषणा की. इसका लाभ 18 लाख से अधिक पूर्व सैनिकों तथा युद्ध विधवाओं को मिलेगा.

वनरैंकवनपेंशनयोजना (ओआरओपीकेकार्यान्व्यनसेसंबंधितमुख्यतथ्य:

•    वर्तमान दर पर ओआरओपी के कार्यान्व यन खाते में वार्षिक आवर्ती वित्‍तीय अनुमान लगभग 7,500 करोड़ रूपए है. •    ओआरओपी के के तहत 1 जुलाई 2014 से 31 दिसंबर 2015 तक बकाया राशि लगभग 10,900 करोड़ रूपए होगी. •    जेसीओ/ओआर को ओआरओपी के खाते पर कुल खर्च का 86 प्रतिशत लाभ मिलेगा. •    ओआरओपी के अंतर्गत बकाया राशि का भुगतान और पेंशन में संशोधन पेंशन संवितरण प्राधिकारियों द्वारा चार किश्तों  में प्रदान की जाएगी, लेकिन पारिवारिक पेंशनरों और वीरता पुरस्काार पाने वाले पेंशनरों को बकाया राशि एक किश्ते में ही दी जाएगी. •    रक्षा बजट में पेंशन के लिए कुल बढ़ोतरी का अनुमान लगाया गया है. यह 54,000 करोड़ रूपए (बजट अनुमान 2015-16) से बढ़कर करीब 65,000 करोड़ रूपए (प्रस्ता्वित बजट अनुमान 2016-17) होने का अनुमान है. इस प्रकार रक्षा पेंशन परिव्यकय में करीब 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी होगी. विदित हो कि भारत सरकार ने नवंबर 2015 में एक रैंक एक पेंशन (ओआरओपी) लागू करने का ऐतिहासिक फैसला लिया. इससे 42 वर्ष के बाद रक्षा कर्मियों की लंबी मांग को पूरी की गई.

बेनिन में लासा बुखार से नौ लोगों की मृत्यु

लासा बुखार वर्ष 2016 के फरवरी माह में तब चर्चा में आया जब पश्चिमी अफ्रीकी देश बेनिन में नौ लोगों की इस बुखार से संधिग्ध मौत हो गई.

यह बिमारी उस समय चर्चा में आई है जब विश्व पहले से जीका वायरस के लिए एलर्ट पर है, जिसकी अब तक कोई दवा उपलब्ध नहीं है.

बेनिन के चिकित्सा विभाग के अनुसार लासा बुखार के अब तक 20 संधिग्ध मामले मिले हैं जिनमे से 9 लोगों की मृत्यु हो गई है.

लासा बुखार का पहला मामला उत्तरी कौनटनों के तिकौरो नामक शहर के सेंट मार्टिन डे पपने अस्पताल में दर्ज किया गया.

यूएन एजेंसी के अनुसार इस संक्रमण के इलाज के लिए प्रयुक्त होने वाले ‘रिबविरिन’ नामक ड्रग्स को कौनटनों और तिकौरो शहरों में भेज दिया गया है.

इससे पूर्व बेनिन में वर्ष 2014 के अक्टूबर माह में लासा बुखार का ममला पाया गया था.

लासाबुखारकेबारेमें

• लासा बुखार एक तीव्र वायरल रक्तस्रावी बिमारी है, यह बीमारी लासा विषाणु के कारण होती है. यह एरीना वायरस श्रेणी का विषाणु है. • लासा बुखार का सम्बन्ध मारबर्ग और इबोला परिवार से है जिसमें संक्रमण के साथ बुखार, उल्टी और रक्तस्राव होता है. • इसका नाम उत्तरी नाइजीरिया के ‘लासा’ नामक शहर के नाम के आधार पर ही रखा गया  जहाँ यह सबसे पहली बार वर्ष 1969 में पाया गया. • लासा बुखार एक जूनोटिक बीमारी भी है जिसका अर्थ है कि मनुष्य, संक्रमित जानवरों के संपर्क में आने से भी हो सकता है. • यह विषाणु संक्रमित व्यक्ति के मूत्र ,मल से या संक्रमित व्यक्ति के शरीर के तरल पदार्थ से दूषित भोजन या घरेलू वस्तुओं के सीधे संपर्क में आने के माध्यम से या चूहों के माध्यम से फैलता है. • लासा बुखार का इनक्यूबेशन पीरियड इबोला की तरह ही 6 से 21 दिन का है.

चिक्तिसा

वर्तमान में लासा बुखार से रक्षा के लिए कोई टीका उपलब्ध नहीं है. परन्तु यदि शुरवाती अवस्था में एंटी वायरल ड्रग्स रिबविरिन दिया जाए तो इसे नियंत्रित किया जा सकता है.

अल्फाबेट इंक विश्व की सबसे अधिक मूल्यवान कंपनी बनी

2 फरवरी 2016 को अल्फाबेट इंक के शेयर 3 प्रतिशत उच्च स्तर पर खुले जिससे इसने एप्पल इंक को पीछे छोड़ दिया. इससे पहले 1 फरवरी 2016 को अल्फाबेट ने अपनी वार्षिक आय की रिपोर्ट जारी की जिसमें कंपनी की बढ़ोतरी दर्ज की गयी. 1 फरवरी 2016 को अल्फाबेट का मूल्य 570 बिलियन यूएस डॉलर रहा तथा एप्पल का मूल्य 535 बिलियन यूएस डॉलर. 2 फरवरी 2016 को एप्पल के शेयर 1 प्रतिशत गिरावट के साथ खुले. अल्फाबेट इंक ने चौथी तिमाही में 4.9 बिलियन अमेरिकी डॉलर अर्जित किये जबकि उसका लाभ 21.3 बिलियन अमेरिकी डॉलर था.

अल्फाबेटइंक

•    यह एक अमेरिकी कंपनी है जिसे गूगल की पेरेंट कंपनी के रूप में वर्ष 2015 में स्थापित किया गया. इसमें गूगल के अतिरिक्त इसी समूह की अन्य विभिन्न कम्पनियां भी शामिल हैं. •    इसका मुख्यालय कैलिफ़ोर्निया में स्थित है तथा इसके संस्थापक हैं – लैरी पेज तथा सेर्गेय ब्रिन. •    2 अक्टूबर 2015 को गूगल को इसमें शामिल किया गया. •    लैरी पेज अल्फाबेट के सीईओ बने जबकि सुंदर पिचाई गूगल के सीईओ नियुक्त किये गये. •    गूगल के स्टॉक को अल्फाबेट के स्टॉक में परिवर्तित कर दिया गया.

न्यायमूर्ति आर. सुभाष रेड्डी गुजरात उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश नियुक्त

राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने 3 फरवरी 2016 को न्यायमूर्ति आर. सुभाष रेड्डी को गुजरात उच्च न्यायालय का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया. उऩकी नियुक्ति उनके कार्यभार ग्रहण करने की तिथि से प्रभावी होगी.

राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने भारत के संविधान के अधिनियम 233 द्वारा प्रदत्त अधिकारों का उपयोग करते हुए न्यायमूर्ति आर. सुभाष रेड्डी को गुजरात उच्च न्यायालय का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया. न्यायमूर्ति रेड्डी इसके पूर्व तेलंगाना एवं आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय, हैदराबाद में न्यायाधीश पद पर कार्यरत थे.

विदित हो कि भारत के संविधान के अनुच्छेद 217 (1) के प्रावधानों के अनुसार भारत का राष्ट्रपति भारत के मुख्य न्यायाधीश और राज्य के राज्यपाल से परामर्श के बाद उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश की नियुक्ति करता है.

मशीन से काटे जा सकने वाली काबुली चने की पहली किस्म NbeG 47 जारी की गयी

04-FEB-2016

4 फरवरी 2016 को आंध्र प्रदेश में काबुली चने की मशीन से काटे जा सकने वाली पहली किस्म NbeG 47 को जारी किया गया. इसे इंटरनेशनल क्रॉप्स रिसर्च इंस्टीट्यूट फॉर द सेमी–एरिड–ट्रॉपिक्स (इक्रिसैट) ने जारी किया.  2.25 टन काबुली चने की कटाई की सामान्य प्रक्रिया में तीन दिन लगते हैं जबकि नई किस्म को मानक मशीनों द्वारा सिर्फ 75 मिनटों में काटा जा सकेगा. ऐसा काबुली चने की लंबी प्रजाति के प्रजनन से संभव किया गया है जो मशीन से कटाई के लिए उपयुक्त है और यह लागत प्रभावी भी होगा.

भारत के  अन्य हिस्सों जैसे उत्तर प्रदेश, पंजाब, मध्य प्रदेश और कर्नाटक में मशीन से काटे जा सकने वाले काबुली चने की प्रजातियों को विकसित करने के शोध प्रयास चल रहे हैं.

काबुलीचनेकीप्रजाति NbeG 47 केबारेमें • इस नई प्रजाति को डेवलपिंग चिकपी वेराइटीज सुटेबल फॉर मशीन हार्वेस्टिंग एंड टॉलरेन्ट टू हर्बीसाइड्स शीर्षक वाली परियोजना के माध्यम से विकसित किया गया था.  • इसे केंद्रीय कृषि मंत्रालय के राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन के तहत कृषि एवं समन्वय विभाग के सहयोग से वित्त पोषित किया गया था.  • इसे खेतों में मजदूरों की कमी और कड़ी मेहनत खासकर महिला मजदूरों के लिए, को कम करने हेकु विकसित किया गया था.  • इसे आंध्र प्रदेश के अनंतपुर जिले के खेतों में उगाया गया था.  • इस प्रजाति को आचार्य एन जी रंगा कृषि विश्वविद्यालय में काबुली चने के प्रजनन के लिए मुख्य वैज्ञानिक डॉक्टर वीरा जयलक्ष्मी ने इक्रीसैट के सहयोग से किया था.  • इस प्रजाति को विकसित करने के लिए प्रजनन सामग्री और तकनीकी सहयोग इक्रीसैट ने मुहैया कराया था.  • यह मजदूरों खासकर महिलाओँ के स्वास्थ्य के लिए बेहतर है क्योंकि इसमें एसिड की उच्च मात्रा होती है और फसल के रख–रखाव में दर्दभरा सूजन हो जाता है.  • इस नई प्रजाति की पैदावर प्रति हेक्टेयर 2.25 टन होगी बशर्ते पौधों के लिए बताई गई दूरी का पालन किया जाए. मौजूदा किस्म जेजी 11 की पैदावार प्रति हेक्टेयर 1.275 से 2.5 टन है.  • यह असमय वर्षा और मौसम संबंधी अन्य चरम परिस्थितियों में पकी हुई फसल के बर्बाद होने के जोखिम को कम करेगा.  इक्रीसैटकेबारेमें • इंटरनेशनल क्रॉप्स रिसर्च इंस्टीट्यूट फॉर द सेमी–एरिड– ट्रॉपिक्स (इक्रिसैट) की स्थापना 1972 में फोर्ड और रॉकफेल्लर फाउंडेशन द्वारा बुलाए गए संघटनों के संघ ने किया था.  • इसके चार्टर पर फूड एंड एग्रीकल्चर ऑर्गेनाइजेशन ऑफ द यूनाइटेड नेशंस (एफएओ) और यूनाइटेड नेशंस डेवलपमेंट प्रोग्राम (यूएनडीपी) द्वारा हस्ताक्षर किया गया था.  • यह एक अंतरराष्ट्रीय संगठन है जो ग्रामीण विकास के लिए कृषि अनुसंधान करती है और इसका मुख्यालय हैदराबाद, तेलंगाना में है.  • अपने स्थापना के बाद से भारत ने इक्रीसैट को भारतीय सीमा में काम करने वाले संयुक्त संगठन को विशेष दर्जा प्रदान किया है जिसकी वजह से इक्रीसैट विशेष छूट और कर विशेषाधिकारों का पात्र बना है.  • इसका प्रबंधन अंतरराष्ट्रीय शासी बोर्ड के समग्र मार्गदर्शन में एक पूर्ण कालिक महानिदेशक करते हैं.

गमेसा इंडिया ने अतरिया पावर के साथ पवन ऊर्जा परियोजना पर काम करने के लिए समझौता किया

अक्षय ऊर्जा कंपनी गमेसा इंडिया ने तीन फरवरी को मध्य प्रदेश में 50 मेगावाट क्षमता की पवन ऊर्जा परियोजना लगाने के लिये अतरिया पावर से आर्डर हासिल किया है.

गमेसा इंडिया के अनुसार ‘‘गमेसा इंडिया को अतरिया पावर से 50 मेगावाट क्षमता की पवन ऊर्जा परियोजना लगाने का आर्डर मिला है. इसे मध्य प्रदेश के कुकरू विंड फार्म में 31 मार्च 2016 तक लगाया जाएगा.

गमेसाइंडियाकेबारेमें -

  • पवन ऊर्जा के क्षेत्र में वैश्विक कंपनी गमेसा स्पेन की प्रमुख ऊर्जा कंपनी है.
  • कंपनी 2004 में वैश्विक स्तर पर इस कारोबार से बाहर हो गई थी.
  • गमेसा ने दोबारा सौर ऊर्जा क्षेत्र में प्रवेश किया है.
  • गमेसा इंडिया के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक रमेश कायमल हैं.
  • ब्राजील, भारत, मैक्सिको, में पवन ऊर्जा क्षेत्र में कंपनी का कारोबार है.
  • ऊर्जा संकट के मद्देनजर सरकार अक्षय ऊर्जा को बढ़ावा देने की पहल कर रही है
  • वैश्विक कंपनी गमेसा विश्वास जीतने, ग्राहक आधार बनाने, अपेक्षित कौशल हासिल करने, विनिर्माण और अनुसंधान एवं विकास क्षमता बढ़ाने पर जोर दे रही है.
  • पवन ऊर्जा क्षेत्र में कुल 750 गीगावॉट की क्षमता में से महज 3.8 गीगावॉट का इस्तेमाल हो रहा है.
  • गमेसा को तमिलनाडु में भी 10 मेगावॉट पवन ऊर्जा परियोजना के ऑर्डर दिए गए हैं.
  • गमेसा माइक्रो-ग्रिड के जरिये ग्रामीण विद्युतीकरण क्षेत्र में मौजूद संभावनाओं का दोहन करना चाहते हैं.

सारंगी वादक पंडित राम नारायण को भीमसेन जोशी पुरस्कार के लिए चयनित किया गया

सारंगी वादक उस्ताद पंडित राम नारायण को 3 फरवरी 2016 को प्रख्यात भारत रत्न पंडित भीमसेन जोशी शास्त्रीय संगीत पुरस्कार 2015-16 के लिए चुना गया. उनका चयन महाराष्ट्र सांस्कृतिक मामलों के मंत्री विनोद तावडे द्वारा मुंबई में किया गया.

पंडितरामनारायण

•    पंडित राम नारायण ने सारंगी वादन को भारत में विशेष स्थान दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई तथा अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर भी उन्होंने विभिन्न उपलब्धियां हासिल की हैं. •    वर्ष 1944 में ऑल इंडिया रेडियो ने उन्हें वोकलिस्ट के रूप में नियुक्त किया. •    वे 1947 में बंटवारे के बाद भारत आ गये और 1949 में भारतीय फिल्म उद्योग में अपना योगदान देने लगे. •    1956 में उन्होंने एकल कलाकार के रूप में कार्य करना आरंभ कर दिया. •    उन्होंने एकल एलबम्स द्वारा अमेरिका एवं यूरोप में 1960 में टूर करना आरंभ किया. •    उन्हें वर्ष 2005 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया. भीमसेनजोशीपुरस्कार •    भारत रत्न भीमसेन जोशी शास्त्रीय संगीत पुरस्कार एक वार्षिक पुरस्कार है जिसे महाराष्ट्र सरकार द्वारा प्रदान किया जाता है. •    इसे शास्त्रीय संगीत में अभूतपूर्व योगदान देने वाले व्यक्ति को दिया जाता है. •    इसमें 5 लाख रुपये नगद, एक ट्रॉफी तथा एक प्रशस्ति पत्र दिया जाता है.

अरुणा सेठी भारतीय लागत लेखा सेवा की पहली महिला प्रमुख नियुक्त

अरुणा सेठी, प्रधान सलाहकार (लागत) 1 फरवरी 2016 को भारतीय लागत लेखा सेवा की अध्यक्ष नियुक्त की गईं.

इस नियुक्ति के साथ इस पद को धारण करने वाली वह पहली महिला अधिकारी बन गईं हैं. इस नियुक्ति से पूर्व अरुणा सेठी ने उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय, कंपनी मामलों के मंत्रालय, वित्त मंत्रालय, व्यय विभाग, वाणिज्य एवं उद्योग, रक्षा मंत्रालय के मंत्रालय में भी   अपनि सेवा दी है.

भारतीयलागतलेखासेवाकेबारेमें

• यह भारत सरकार के छह संगठित लेखा सेवाओं में से एक है.

• और सेवाओं की तुलना में यह एक नवीन लेखा सेवा है जिसका गठन वर्ष 1978 में किया गया.

गुजरात के पूर्व मुख्य सचिव डीजे पांडियन एआईआईबी के उपाध्यक्ष नियुक्त

04-FEB-2016

गुजरात के पूर्व मुख्य सचिव डी जगथीसा पांडियन को 3 फरवरी 2016 को एशियन इन्फ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट बैंक का चीफ इन्वेस्टमेंट ऑफिसर और वाइस प्रेसिडेंट नियुक्त किया गया  है.

डीजगथीसापांडियनकेबारेमें

• जगथीसा पांडियन को कई वर्षों का प्रशासनिक और कॉर्पोरेट अनुभव है. • डी जे पांडियन, आईएएस मद्रास विश्वविद्यालय से एमबीए हैं. • उन्होंने वर्ष 1995 से 1997 तक वाशिंगटन डी.सी. में विश्व बैंक के साथ प्रतिनियुक्ति पर कार्य किया है. • पांडियन ने ऊर्जा और पेट्रोरसायन विभाग के अपर मुख्य सचिव के रूप में भजी सेवा दी है. • इसके अतिरिक्त वह उद्योग एवं खान विभाग में अपर मुख्य सचिव भी रहे हैं. • वह गुजरात ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड, गुजरात राज्य विद्युत निगम लिमिटेड और गुजरात एनर्जी ट्रांसमिशन निगम लिमिटेड के अध्यक्ष पर भी कार्य कर चुके हैं.

पेसिफ़िक-रिम देशों ने ट्रांस पेसिफ़िक पार्टनरशिप समझौते पर हस्ताक्षर किये

सभी 12 पेसिफ़िक-रिम देशों ने 4 फरवरी 2016 को अमेरिका की अगुवाई में न्यूज़ीलैण्ड में ट्रांस पेसिफ़िक पार्टनरशिप (टीपीपी) समझौता किया. यह विश्व के सबसे बड़े व्यापारिक समझौतों में से एक है. इस पर न्यूज़ीलैण्ड के प्रधानमंत्री जॉन की एवं अमेरिकी व्यापारिक प्रतिनिधि माइक फ्रोमन द्वारा हस्ताक्षर किये गये.

इसमें सभी 12 देशों को इस क्षेत्र में निवेश करने के विशेषाधिकार दिए जायेंगे जो कि वैश्विक अर्थव्यवस्था का 40 प्रतिशत है. समझौते पर ऑस्ट्रेलिया, ब्रुनेई, कनाडा, चिली, जापान, मलेशिया, मेक्सिको, न्यूजीलैंड, पेरू, सिंगापुर, संयुक्त राज्य अमेरिका और वियतनाम द्वारा हस्ताक्षर किए गए.

टीपीपी पर इससे पहले अक्टूबर 2015 में पांच वर्ष तक बातचीत होने पर सहमति व्यक्त की गयी थी. हस्ताक्षर के पश्चात् सभी सदस्य दो वर्ष के भीतर अंतिम मंजूरी प्राप्त करेंगे. यह समझौता अमेरिका में कांग्रेस में लंबित होने के बावजूद पारित हो गया. अमेरिका की अगुवाई में हुए इस समझौते को राष्ट्रपति बराक ओबामा की ओर से एक बड़ा कदम भी बताया गया है जिसका प्रभाव नवम्बर 2016 में होने वाले राष्ट्रपति चुनावों में देखने को मिल सकता है.

भारत-जर्मनी विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी केन्द्र की अवधि को विस्तारित करने से संबंधित संयुक्त घोषणा पत्र जारी

भारत और जर्मनी के बीच भारत-जर्मनी विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी केन्द्र (आईजीएसटीसी) की अवधि को वर्ष 2017 से बढ़ा कर वर्ष 2022 तक विस्तारित करने के लिए संयुक्त घोषणा पत्र 3 फरवरी 2016 को जारी की गई.

मुख्यतथ्य:

•    यह घोषणा पत्र द्विपक्षीय आईजीएसटीसी की अवधि को 2017 से पांच वर्ष और अधिक विस्तारित कर 2022 तक किए जाने से संबंधित है. •    इसमें प्रत्येक पक्ष द्वारा वित्त पोषण आवंटन को दो मिलियन यूरो प्रति वर्ष से बढ़ाकर अधिकतम चार मिलियन यूरो प्रति वर्ष किए जाने का प्रावधान है. •    प्रतिबद्ध वित्त पोषण औद्योगिक महत्व की सहयोगात्मक अनुसंधान साझेदारियों के समर्थन के लिए गतिविधि समरूप वित्त पोषण के सिद्धांतों पर आधारित होगा. •    दोनों देशों के शिक्षा क्षेत्र एवं उद्योग से जुड़ी संयुक्त अनुसंधान परियोजनाओं का लक्ष्य नए वैज्ञानिक ज्ञान आधार का सृजन करना तथा प्रौद्योगिकी विकास एवं उन्हें प्रयुक्त करने के लिए अनुसंधान परिणामों का उपयोग करना होगा. •    यह नया घोषणा पत्र आईजीएसटीसी को दोनों देशों की प्रयोगशालाओं, शिक्षा क्षेत्र एवं उद्योग के बीच सहयोग के जरिए औद्योगिक महत्व के अनुसंधान एवं प्रौद्योगिक सहयोग को और अधिक बढ़ाने, उन्हें मजबूत करने तथा बेहतर बनाने में सक्षम होगा. •    आईजीएसटीसी भारत एवं जर्मनी की अनुसंधान प्रयोगशालाओं एवं उद्योग (2+2 योजना) से जुड़ी चुनी हुई आरएंडडी परियोजनाओं का समर्थन एवं वित्त पोषण करेगा तथा सहयोगात्मक औद्योगिक आरएंडडी परियोजनाओं को आगे बढ़ाने के लिए संसाधनों को जुटाने में मदद करेगा. पृष्ठभूमिः

आईजीएसटीसी की स्थापना अक्टूबर 2007 में दोनों देशों की सरकारों के बीच एक समझौते के तहत की गई थी और इसने 2011 से संचालन प्रारंभ कर दिया था. वर्तमान में आईजीएसटीसी a) उन्नत विनिर्माण b) जैव चिकित्सकीय उपकरण एवं स्वास्थ्य देखभाल c) नैनोटेक्नोलॉजी, d) ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग e) वाटर सेंसर्स f)क्लीन एनर्जी टेक्नोलॉजी एवं g) सूचना तथा कम्प्यूटिंग टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में कार्यरत है.

तितली को एफएससीसी में सर्वश्रेष्ठ विदेशी फिल्म अवार्ड दिया गया

भारतीय फिल्म निर्माता कनु बहल द्वारा निर्देशित तितली को 1 फरवरी 2016 को फ्रेंच सिंडिकेट ऑफ़ सिनेमा क्रिटिक्स-2016 (एफएससीसी) द्वारा सर्वश्रेष्ठ विदेशी फिल्म का अवार्ड दिया गया. इससे पहले तितली विभिन्न फिल्म फेस्टिवल्स में अवार्ड जीत चुकी है जिसमें बोर्डोक्स, हवाई, न्यूयॉर्क, टर्की एवं स्पेन फिल्म फेस्टिवल शामिल हैं.

तितली

•    यह वर्ष 2015 में कनु बहल द्वारा लिखित एवं निर्देशित फिल्म है. इसे दिबाकर बेनर्जी प्रोडक्शन्स प्राइवेट लिमिटेड एवं आदित्य चोपड़ा द्वारा यश राज फिल्म्स के बैनर तले लॉन्च किया गया.  •    इसमें रणवीर शौरी, अमित सिआल, शशांक अरोड़ा, ललित बहल एवं शिवानी रघुवंशी मुख्य भूमिकाओं में हैं. •     इसकी कहानी एक परिवार के सदस्यों द्वारा समाज की सच्चाई को दर्शाया गया है. फ्रेंचसिंडिकेटऑफ़सिनेमाक्रिटिक्स •    इसमें प्रत्येक वर्ष चार पुरस्कार दिए जाते हैं – सर्वश्रेष्ठ फ्रेंच फिल्म, सर्वश्रेष्ठ अन्तरराष्ट्रीय फिल्म, सर्वश्रेष्ठ विदेशी फिल्म एवं सर्वश्रेष्ठ लघु फिल्म. •    यह प्रत्येक वर्ष इंटरनेशनल क्रिटिक्स वीक भी आयोजित करता है जो कांस फिल्म फेस्टिवल के समकक्ष माना जाता है.

रूस ने भारत को एमआई-17 हेलीकॉप्टरों की अंतिम खेप सौंपी

रूस ने 03 फरवरी 2016 को भारत को तीन एमआई-17वी-5 सैन्य मालवाहक हेलीकॉप्टरों की अंतिम खेप सौंप दी. वह 48 ऐसे हेलीकॉप्टरों के एक अन्य सौदे को अंतिम रूप देने की तैयारी भी कर रहा है.

  • रोस्टेक स्टेट कॉरपोरेशन कंपनी रोसोबोरोनएक्सपोर्ट के साथ समझौतों के तहत भारत को कजान हेलीकॉप्टर प्लांट की ओर से निर्मित एमआई-17वी-5 हेलीकॉप्टरों की 151 इकाई की आपूर्ति होनी थी.
  • रशियन हेलीकॉप्टर्स के महानिदेशक अलेक्सांद्र मिखेयेव के अनुसार भारत रशियन हेलीकॉप्टर्स के लिए प्रमुख बाजारों में से एक है और दक्षिणपूर्व एशिया में रूसी हेलीकॉप्टरों का सबसे बड़े संचालक है. देश में 400 से ज्यादा वाहन संचालित हो रहे हैं.

2008 मेंकियागयाथाकरार-

  • रोसोबोरोनएक्सपोर्ट ने भारतको 80 एमआई-17वी-5 कीआपूर्तिकरनेकेलिए 2008 मेंकरारकियाथा.
  • आपूर्ति कायहकाम 2011-2013 मेंपूराहोगया.
  • इसके बाद 2012-13 मेंवायुसेनागृहमंत्रालयऔरप्रधानमंत्रीकार्यालयकीजरूरतोंकोपूराकरनेकेलिएकुल 71 एमआई-17वी-5 कीआपूर्तिकरनेकेलिएकरारकिएगए.

एमआई-17वी-5 केबारेमें-

  • भारतकोजिनएमआई-17वी-5 कीआपूर्तिकीगईहैवेएमआई-8-17 केप्रौद्योगिकीयरूपसेसर्वाधिकविकसितहेलीकॉप्टरहैं.
  • प्रत्येकभारतीयएमआई-17वी-5 मेंएकजटिलनैविगेशनऔरइलेक्ट्रॉनिकडिस्प्लेकेएनईआई-8 है.
  • भारतकोमिलेहेलीकॉप्टरोंमेंविभिन्नसूचनाप्रणालियोंकोकमकरकेचारमल्टी-फंक्शनडिस्प्लेमेंसमेटागयाहै.
  • इससेचालकदलकाकामबहुतआसानहोजाताहै.
  • रोस्टेकस्टेटकारपोरेशनकेअनुसारइनहेलीकॉप्टरोंमेंसंयुग्मीप्रणालियों (कंजुगेटसिस्टमकेसभीसेंसरोंसेसूचनाएकएकलमोनिटरस्क्रीनपरपेशकियाजाताहैजिससेउड़ानपूर्वजांचखासीआसानहोजातीहैऔरचालकदलकाकामभीआसानहोजाताजाताहै.

अबतक 400 हेलीकॉप्टरदेचुकारूस-

  • रूसद्वारानिर्मितअबतककरीब 400 हेलीकॉप्टरकाइस्तेमालभारतकरहै.
  • इनमेंमआई-4 के 110 हेलीकॉप्टरएमआई-8 के 128 औरएमआई-17 के 160 हेलीकॉप्टरशामिलहैं.

आरबीआई के पूर्व डिप्टी गवर्नर एस एस तारापोर का निधन

भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के पूर्व डिप्टी गवर्नर एसएस तारापोर का 2 फ़रवरी 2016 को मुंबई में निधन हो गया.

वह 80 वर्ष के थे.

उन्हें मुद्रास्फीति और पूंजी खाता परिवर्तनीयता के क्षेत्र में अपने विचारों के लिए जाना जाता था.

एसएसतारापोरकेबारेमें

•  एसएस तारापोर वर्ष 1961 में अनुसंधान अधिकारी के रूप में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया में शामिल हुए. •  वह भारतीय रिजर्व बैंक से वर्ष 1996 में डिप्टी गवर्नर के पद से सेवानिवृत्त हुए.  •  सेवानिवृत्त होने के बाद उन्होंने पूर्ण पूंजी खाता परिवर्तनीयता पर गठित दो समितियों की अध्यक्षता की.  •  उन्होंने वर्ष 1958 में शेफील्ड विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में बीए किया और लंदन विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में स्नातकोत्तर की डिग्री प्राप्त की.

राष्ट्रपति ने जनरल राजेन्द्र छेत्री को भारतीय सेना के जनरल की मानद रैंक प्रदान की

भारत के राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने 03 फरवरी 2016 को नेपाली सेना के सेनाध्यक्ष प्रख्यात त्रिसहकति-पट्टा जनरल राजेन्द्र छेत्री को उनकी सराहनीय सैन्य क्षमता एवं भारत के साथ  नेपाल के दीर्घकालिक एवं मैत्रीपूर्ण संबंध को बढ़ावा देने में उनके योगदान के लिए भारतीय सेना के जनरल की मानद रैंक प्रदान की. जनरल राजेन्द्र छेत्री ने भारत और नेपाल की सेनाओं के बीच तथा विश्व की अन्य सेनाओं के साथ भी सद्भावना एवं आपसी समझ पर आधारित मित्रता के वर्तमान संबंध को बढ़ावा  देने में योगदान दिया है. जनरल छेत्री ने भारत, पाकिस्तान और चीन से सैन्य प्रशिक्षण प्राप्त किया है. जनरल राजेंद्र छेत्री को संयुक्त राष्ट्र के लिए विभिन्न अभियानों में उल्लेखनीय योगदान के लिए दो अमेरिकी सेना पदक और चार अलग-अलग संयुक्त राष्ट्र (यूएन) पदक से  सम्मानित किया जा चुका है.

जनरल राजेंद्र छेत्री को वर्ष 1985 में लेबनान में यूनिफिल का कमांडर नियुक्त किया गया था.

जनरल राजेंद्र छेत्री को 10 सितंबर  2015 को नेपाल के सेना प्रमुख के रूप में नियुक्त किया गया था. उन्हें वर्ष 1978 में राजदल(आर्टिलरी) बटालियन में शामिल किया गया था. जनरल राजेंद्र छेत्री ने एक विश्लेषक के रूप में राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालय (नेपाल) में भी अपनी सेवा दी है.