समविषम योजना और दिल्ली में प्रदूषण


03-MAY-2016

विश्व स्वास्थ्य संगठन की हालिया रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर है. दुनिया का पांचवे मेगाशहर के रूप में जानी जानी वाली दिल्ली की आबादी 258 लाख है और यह लगातार बढ़ रही है. एक अध्ययन के अनुसार इस बढ़ोतरी के साथ यहां की सड़कों पर चलने वाले वाहनों की संख्या जो 2010 में 4.7 मिलियन थी वह 2030 तक 26 मिलियन हो जाएगी. वर्ष 2001 से 2011 के दौरान दिल्ली में बिजली की कुल खपत में 57 फीसदी का इजाफा हुआ था.
प्रदूषण को कम करने के उद्देश्य से दिल्ली सरकार ने 15 अप्रैल 2016 से 30 अप्रैल 2016 तक सम– विषम योजना (ऑड– ईवन स्कीम) का दूसरा चरण लागू किया था.
1 जनवरी से 15 जनवरी 2016 तक चले इस योजना के पहले चरण को जबरदस्त सफलता मिली थी, योजना का उद्देश्य शहर की सड़कों पर वाहनों के प्रदूषण और यातायात की भीड़ को कम करना था.
इस योजना के तहत विषम संख्या के पंजीकरण वाले चार–पहिया वाहन विषम तारीखों को और सम संख्या के पंजीकरण वाले सम तारीखों को सड़कों पर आएंगी. यह नियम सुबह 8 बजे से शाम के 8 बजे तक लागू रहेगा. हालांकि यह योजना रविवारों को लागू नहीं होगी.
इसके अलावा योजना के तहत, राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, केंद्रीय मंत्रियों और अन्य वीआईपी की गाड़ियों को शामिल नहीं किया गया. इसके अलावा, महिलाओँ द्वारा चलाए जाने वाली गाड़ियों, आपातकालीन वाहनों, सीएनजी वाहनों और यूनिफॉर्म में स्कूली बच्चों को ले जाने वाली कारों को भी इस नियम के दायरे से बाहर रखा जाएगा.
सम– विषम योजना के नियम दिल्ली के मुख्यमंत्री और उनके मंत्रिमंडलीय सहयोगियों पर लागू होंगें. नियम का उल्लंघन करने पर 2000 रुपयों का जुर्माना लगाया जाएगा.
दूसरे चरण को सफल बनाने के लिए राज्य सरकार ने 5000 से अधिक नागरिक रक्षा स्वयंसेवकों को विभिन्न यातायात बिन्दुओं पर तैनात किया है जो लोगों को योजना के नियमों का पालन करने के लिए प्रोत्साहित करेंगे .



क्या दिल्ली में वायु प्रदूषण कम हुआ?


राष्ट्रीय हरित अधिकरण (National Green Tribunal (NGT)) के निर्देश पर सीपीसीबी द्वारा किए गए एक अध्ययन के अनुसार सम– विषम योजना के दूसरे चरण के दौरान वायु प्रदूषकों में कोई कमी नहीं आई.
इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट ने 30 अप्रैल को पूछा कि क्यों आप सरकार की बहुचर्चित यातायात राशन योजना राजधानी में प्रदूषण के स्तर को कम करने में सक्षम नहीं हुई और परिवेशी वायु गुणवत्ता के मानकों को प्राप्त करने के लिए उठाए गए कदम काम क्यों नहीं आए.


इस संबंध में आईए प्रासंगिक आंकड़ों पर गौर करें -
ओजोन


सफर (SAFAR) के आंकड़ों के अनुसार 15 अप्रैल से 30 अप्रैल के बीच सम– विषम योजना के अंतिम दिन यानि 30 अप्रैल को ओजन का स्तर जिसे वैज्ञानिकों ने दिल्ली में गर्मियों का सबसे महत्वपूर्ण प्रदूषक बताया है, 88 पार्ट प्रति बिलियन या 176 माइक्रोग्राम्स प्रति घन मीटर (µg/m³) था. 1– 15 अप्रैल के दौरान तुलना की जाए तो 6 अप्रैल को ओजोन का स्तर 60 पार्ट प्रति बिलियन या 120 µg/m³ था.
24 अप्रैल को ओजोन का स्तर 75 पार्ट प्रति बिलियन या 150 µg/m³ पर पहुंच गया, यह इस योजना के तहत पिछले दिन के मुकाबले पहला सबसे तेज उछाल रहा. 23 अप्रैल को इसका स्तर 62 पार्ट प्रति बिलियन या 124 µg/m³ था.
इस आंकड़ों को अप्रैल 2015 के आंकड़ों से तुलना करने वाले वैज्ञानिकों के अनुसार पिछले वर्ष 24 अप्रैल को लगभग ऐसी ही स्थिति थी.ओजोन का स्तर 90 पार्ट प्रति बिलियन या 180 µg/m³ था, अप्रैल 15–30 के बीच सबसे अधिक.


पार्टिकुलेट मैटर (पीएम)– 1


सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च ( सफर– SAFAR ) ने भी बारीक PM 1 या 1 माइक्रॉन से छोटे आकार वाले कणों की निगरानी की.ये कण फेफड़ों के ऊतकों और हृदय मार्ग में बहुत गहरे बैठ जाने के लिए जाने जाते हैं.
आंकड़े बताते हैं कि अप्रैल 15–30 के बीच PM 1 का स्तर 30 अप्रैल को करीब 78 µg/m³ था, जबकि 1–5 अप्रैल के बीच PM 1 का स्तर 3 अप्रैल को करीब 70 µg/m³ दर्ज किया गया था. 
PM 2.5
वैज्ञानिकों के अनुसार PM 2.5 प्रदूषक सीधे वाहनों के दहन के साथ जुड़ा हुआ है. इसमें 2.5 माइक्रॉन्स से छोटे आकार वाले सभी कण आते हैं.SAFAR के अनुसार अप्रैल 15–30 के बीच PM 2.5 का स्तर अप्रैल 30 को सबसे अधिक रहा और यह 190 µg/m³ पर पहुंच गया. वर्ष 2015 में इसी तारीख को दर्ज किए गए अपने स्तर से यह लगभग दुगुना था.
इस वर्ष 1–15 अप्रैल के बीच, सम– विषम योजना शुरु होने से तुरंत पहले, 3 अप्रैल को PM 2.5 का स्तर 137 µg/m³ दर्ज किया गया था. PM 10
दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण केंद्र (डीपीसीसी) का 10 माइक्रॉन्स से छोटे आकार वाले बड़े कणों के लिए आंकड़ा जो वाहन और अन्य प्रकार के प्रदूषण जैसे सड़क की धूल, कचरे और अन्य प्रकार की आग से निकलने वाला धुंआ से संबंधित है, अप्रैल 2016 के अंतिम सप्ताह के दौरान इसमें सबसे अधिक तेजी दिखाई दी.
दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण केंद्र (डीपीसीसी) के भूतपूर्व सदस्य सचिव डॉ. बी. सेनगुप्ता के अनुसार 2016 में PM 10 के स्तरों में कथित बढ़ोतरी तापमान में अचानक हुई बढ़ोतरी से लगने वाली आग से संबंधित हो सकता है.



वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई– AQI)



एक्यूआई के दैनिक सारांश के अनुसार दिल्ली के सात स्टेशनों से 23– 28 अप्रैल 2016 के बीच एक्यूआई में लगातार वृद्धि हुई और यह 262 से 332 हो गया. 29 और 30 अप्रैल को एक्यूआई में मामूली गिरावट दिखी और यह क्रमशः 314 और 316 दर्ज किया गया.



प्रदूषण क्यों नहीं कम हुआ ?


सबसे पहले 2015 के आंकडे से 2016 में प्रदूषकों के स्तरों के आंकड़ों की तुलना करते समय ध्यान रखा जाना चाहिए. सेंटर फॉर साइंस एंड इंवायरमेंट (सीएसई) की अनुमिता रॉयचौधरी का कहना है,"  चूंकि गर्मी के प्रदूषकों का पैटर्न सर्दियों के प्रदूषकों के पैटर्न से अलग होता है और इसमें सिर्फ पार्टिकुलेट्स का ही योगदान नहीं होता.वर्ष 2015 में इस अवधि के दौरान काफी वर्षा हुई थी, जिसकी वजह से प्रदूषकों का स्तर कम हुआ था".
दूसरी बात योजना का प्रभाव अल्प–कालिक आधार पर नहीं आंका जाना चाहिए. योजना का प्रभाव गर्मी के पूरे मौसम के साथ 15 दिनों की तुलना करने के बाद ही वैज्ञानिक तरीके से आंका जा सकता है.
तीसरी बात जैसा की चीन के अनुभव से दुनिया को पता चला कि अकेले सम– विषम योजना से प्रदूषण को कम करने का उद्देश्य पूरा नहीं किया जा सकता. इसके लिए अन्य उपाय भी करने होंगे जैसे– कुशल परिवहन नीति के साथ योजना की सख्ती से निगरानी.
चौथी बात पहले चरण के अनुभव के बाद कई लोगों ने सम– विषम कैब बुक किया. इसकी वजह से सड़कों पर कैब की संख्या बढ़ी और इसकी वजह से सड़कें जाम हुईं और वायु प्रदूषण पर योजना का बहुत कम प्रभाव पड़ा.
पांचवीं बात आईआईटी कानपुर द्वारा किए गए अध्ययन के अनुसार प्रदूषण स्रोतों के पदानुक्रम में वाहनों का स्थान चौथा है. ये वाहन दिल्ली की हवा में PM 2.5 में 20 फीसदी और PM 10 में 9 फीसदी का योगदान करते हैं.
शहर का सबसे बड़ा प्रदूषक सड़क की धूल है. PM 2.5 में 38 फीसदी और PM 10 में 56 फीसदी इसका ही योगदान होता है. दोपहिया वाहन, जिन्हें सम– विषम नियम के दायरे से बाहर रखा गया था, वाहनों द्वारा होने वाले सभी PM 10 और PM 2.5 में 33 फीसदी योगदान करते हैं.


निष्कर्ष


सम– विषम योजना प्रभावी रही या नहीं इस बात को एक तरफ रख दें तो यह निश्चित है कि इस योजना ने न सिर्फ दिल्ली बल्कि पूरे भारत में अपना प्रभाव छोड़ा है. जैसे अप्रैल 2016 में मनाली प्रशासन ने मनाली– लेह राजमार्ग पर यातायात कम करने के लिए सम–विषम लागू करने का फैसला किया था. इसलिए सम–विषम योजना की ट्रायल अवधि ने देश पर एक से अधिक तरीके से प्रभाव डाला है.


भारतीय रेलवे ने हरियाणा एवं पंजाब के साथ रेलवे ट्रैक के दोनों ओर पेड़ लगाने हेतु समझौता किया


03-MAY-2016
भारतीय रेलवे ने 2 मई 2016 को हरियाणा एवं पंजाब के वन विभाग से एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये जिसके तहत रेलवे ट्रैक के दोनों ओर पेड़ लगाए जायेंगे.
इस समझौता ज्ञापन पर मुख्य अभियंता/पीएंड डी पंकज सक्सेना एवं उत्तर रेलवे की ओर से डॉ अमरिंदर कौर ने हस्ताक्षर किये.
इस समझौते का उद्देश्य इस सीज़न में पांच लाख पेड़ लगाना है.

समझौते के मुख्य बिंदु

इस समझौते से रेलवे की जमीन पर निम्नलिखित कदम उठाये जायेंगे:
•    रेलवे ग्रीन इंडिया मिशन में योगदान दे सकेगा.
•    वन विभाग पेड़ों को लगाने, काटने एवं उनकी देखभाल में सहयोगी भूमिका निभाएगा.
•    रेलवे ट्रैक के दोनों ओर, रेलवे कार्यों को बिना बाधित किये, पेड़ लगाए जायेंगे. यह पेड़ वन विभाग के अधिकारियों द्वारा लगाये जायेंगे तथा इस क्षेत्र को संरक्षित वन घोषित नहीं किया जायेगा.
•    इससे रेलवे की जमीन पर अवैध कब्जे को भी रोका जा सकेगा.
सभी क्षेत्रीय रेलवे विभागों को उनके क्षेत्र के सम्बंधित वन विभाग के साथ इसी तरह के समझौते करने के लिए कहा गया है.


हरमीत कौर ढिल्लों अमेरिका की रिपब्लिकन पार्टी में अहम पद पर नियुक्त


03-MAY-2016
भारतीय अमेरिकी सिख महिला हरमीत कौर ढिल्लो को अमेरिका की रिपब्लिकन पार्टी में अहम पद पर नियुक्त किया गया.  
चंडीगढ़ में जन्मी हरमीत कौर ढिल्लों को 1 मई 2016 को हाल ही में बनाई गयी रिपब्लिकन नेशनल कमिटी की महिला समिति का सदस्य बनाया गया. 
इससे पहले वे कैलिफोर्निया जीओपी की उपाध्यक्ष थीं. वे कैलिफोर्निया रिपब्लिकन पार्टी की उपाध्यक्ष बनने वाली पहली महिला हैं.



हरमीत कौर ढिल्लों


•    वे जानी-मानी वकील हैं. सैंतालिस वर्षीय ढिल्लों का जन्म भारत में हुआ लेकिन वे उत्तर कैरोलिना में पली-बढीं.
•    वे बोर्डरूम एडवाइजर एवं वकील भी रह चुकी हैं. इसके अतिरिक्त उनके विभिन्न कॉरपोरेट एवं औद्योगिक क्लाइंट्स हैं.
•    उन्हें थॉमसन/वेस्ट पब्लिशिंग द्वारा नॉर्थन कैलिफोर्निया के सुपर लॉयर की उपाधि से भी सम्मानित किया गया.
•    उन्होंने अपने अनुभवों एवं विभिन्न कार्यक्षेत्रों में प्रैक्टिस करने के उपरांत वर्ष 2006 में अपनी लॉ फर्म आरंभ की.
•    उनका लीगल करियर न्याय आधारित मुद्दों, कानूनी चुनौतियों से निपटने एवं लोगों की सहायता तथा जटिल मुद्दों को सुलझाने से भरा रहा है.
•    ढिल्लों ने न्यूयॉर्क, लंदन सैन फ्रांसिस्को खाड़ी क्षेत्र में कानूनी अभ्यास किया एवं उनके केन्द्रीय विषयों में वाणिज्यिक मुकदमेबाजी और मध्यस्थता शामिल रहे हैं. जटिल विवादों, बौद्धिक संपदा आदि मुद्दों पर उनकी विशेष रूचि रही है.


लीसेस्टर सिटिज जेमी वर्डी वर्ष 2016 हेतु एफडब्ल्यूए (FWA) फ़ुटबॉलर नामित


03-MAY-2016
फुटबॉल के मैदान में फॉरवर्ड स्ट्राइक खेलने वाले लीसेस्टर सिटी जेमी वर्डी को 2 मई 2016 को फुटबॉल राइटर्स एसोसिएशन (FWA) ने वर्ष 2015-16 हेतु फ़ुटबॉलर नामित किया. 12 मई 2016 को उन्हें लंदन में आयोजित रात्रिभोज में यह प्रतिष्ठित एफडब्ल्यूए (FWA) पुरस्कार प्रदान किया जाएगा.
इस पुरस्कार से 1948 के बाद से अब तक विभिन्न व्यक्तियों को सम्मानित किया जा चुका है.
इस वर्ष 36 प्रतिशत मतदान के साथ 19 वर्षीय स्ट्राइकर लीसेस्टर सिटिज, यह प्रतिष्ठित (FWA) पुरस्कार जीतने वाले पहले खिलाड़ी बन गए.
इसके साथ ही वह पूर्व विजेताओं बॉबी मूर, जॉर्ज बेस्ट, एरिक कैंटोना, थियरी हेनरी और क्रिस्टियानो रोनाल्डो क्लब में शामिल हो गए.

वर्डी ने इस खेल सत्र में 34 प्रीमियर लीग मैचों में 22 गोल किए.
उनके बाद उनकी टीम में रियाद महरेज़ (द्वितीय) और एन गोलों कांटे (तृतीय) का स्थान है.
अप्रैल 2016 में पीएफए ने महरेज़ को वर्ष का सर्वश्रेष्ठ फुटबॉलर  चुना.
यह पहली बार हुआ कि एक ही क्लब से दो खिलाड़ियों एवर्टन के नेविल साउथॉल और 1985 में पीटर रीड ने दोनों पुरस्कार का दावा किया है.


उद्योगपति विजय माल्या का राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा


03-MAY-2016
उद्योगपति विजय माल्या ने  2 मई 2016 को राज्यसभा के निर्दलीय सदस्य से अपना इस्तीफा सदन की आचार संहिता समिति को सौंप दिया.
माल्या का यह राज्यसभा में दूसरा कार्यकाल था जो 1 जुलाई 2016 को खत्म होने वाला था.
इससे पहले विदेश मंत्रालय ने प्रवर्तन निदेशालय की सिफ़ारिश पर माल्या का पासपोर्ट निलंबित कर दिया था.
माल्या पर विभिन्न बैंकों का लगभग 7800 करोड़ रुपए बकाया है और वे इस मामले में डिफॉल्टर घोषित किये जा चुके हैं.


विजय माल्या के बारे मे:


• वे यूबी समूह और किंगफिशर एयरलाइंस के अध्यक्ष व उद्योगपति विट्ठल माल्या के बेटे हैं.
• उन्होंने 2005 में किंगफिशर एयरलाइंस की स्थापना की.
• वे इंडियन प्रीमियर लीग की रॉयल चेलेंजर्स बंगलौर टीम के फ्रैंचाइज़ी होल्डर है.
• माल्या की युनाइटेड ब्रुअरीस कोलकाता के ईस्ट बंगाल और मोहन बागान फुटबॉल क्लब के प्रायोजक हैं.


लीसेस्टर सिटी ने 132 साल में पहली बार इंग्लिश प्रीमियर लीग का

खिताब जीता


03-MAY-2016


लीसेस्टर सिटी ने 2 मई 2016 को लंदन में इंग्लिश प्रीमियर लीग फुटबाल टूर्नामेंट का खिताब जीता. 132 साल के इतिहास में लीसेस्टर ने यह खिताब पहली बार जीता.
यह खिताब लीसेस्टर ने बीना फाइनल मैच खेले ही तब जीत लिया जब टोटेनहैम और पूर्व चैम्पियन चेल्सी के बीच खेला जा रहा मैच 2-2 की बराबरी पर ख़त्म हुआ. फाइनल से पहले अभी दो मैच शेष थे.
चेल्सी के ड्रा ने इसके साथ ही लीसेस्टर के मैनेजर क्लाडियो रानियेरी को उनके करियर में पहला लीग खिताब भी दिला दिया. क्लाडियो को 12 साल पहले चेल्सी ने बख्रास्त किया था.
लीसेस्टर को 7 मई 2016 को घरेलू मैदान पर एवर्टन की मेजबानी के दौरान ट्राफी सौंपी जाएगी.


भारतीय क्रिकेटर रोहित शर्मा 'हबलोट वॉचके ब्रांड एंबेसडर बने


03-MAY-2016
भारतीय बल्लेबाज रोहित शर्मा 2 मई 2016 को विश्व की मशहूर घड़ी कंपनी हबलोट के ब्रांड एंबेसडर नामित किये गए. वह आस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान माइकल क्लार्क के बाद इस ब्रांड से जुड़ने वाले दूसरे क्रिकेटर हैं.


'हबलोट वॉच' के बारे मे:


• द हबलोट कंपनी की स्थापना 1980 मे हुई.
• द हबलोट की कीमत करीब 31 करोड़ रुपये है.
• इस वॉच में करीब 1200 डायमंड्स लगे हुए होते हैं.
• ये डायमंड्स 140 कैरेट के होते हैं.
रोहित शर्मा के बारे में:
• रोहित गुरूनाथ शर्मा का जन्म 30 अप्रैल 1987 में हुआ.
• रोहित ने अपने टेस्ट करियर की शुरुवात वेस्ट इंडीज के खिलाफ किया.
• रोहित ने अपने टेस्ट करियर के पहले ही दो पारियों में शतक लगाया, ऐसा करने वाले वह पाचवे बल्लेबाज़ है.
• वे एक-दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय खेलो में एक ही पारी में दो दोहरा शतक मारने वाले पहले बल्लेबाज़ है.
• एक-दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय खेलो में उनका सर्वाधिक स्कोर 264 का है, जो उन्होंने श्री लंका के खिलाफ कोलकाता के ईडन गार्डन्स में बनाये थे.


अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस मनाया गया


03-MAY-2016
विश्व भर में 1 मई 2016 को अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस मनाया गया. वर्ष 2016 को मनाये गये मजदूर दिवस का विषय था – अंतरराष्ट्रीय मजदूर आंदोलन का जश्न. इसे अंतरराष्ट्रीय वर्कर दिवस एवं मई दिवस के नाम से भी जाना जाता है.

यह विषय तेजी से बदलती वैश्विक आर्थिक व्यवस्था में आर्थिक संबंधों में विशेष अहमियत रखता है.

इस दिवस की अहमियत को समझते हुए लगभग 80 प्रतिशत देशों ने इस दिन राष्ट्रीय अवकाश घोषित किया है.

उत्पादन के चार प्रमुख श्रेणियों में मजदूर एक विशेष वर्ग है, यह चार श्रेणियां हैं – भूमि, पूंजी, संगठन एवं मजदूर.

आर्थिक प्रगति के लिए प्रभावशाली मजदूरों का होना आवश्यक है. मई दिवस मजदूरों के लाभ हेतु विभिन्न कल्याणकारी कार्यों की ओर इंगित करता है.


पृष्ठभूमि


•    यह दिवस संगठित अथवा असंगठित क्षेत्रों के कामगारों एवं मजदूरों द्वारा मनाया जाता है.
•    इस तिथि का चयन समाजवादी और साम्यवादी राजनीतिक दलों के संगठन सेकंड इंटरनेशनल द्वारा किया गया. उस समय 4 मई 1886 के दिन शिकागो में हेयमार्किट अफेयर मनाने के लिए यह दिन निर्धारित किया गया.
•    19वीं सदी के शुरुआत में मजदूरों के लिए आठ घंटे काम और बेहतर सुविधाओं की बहाली की गयी. 
•    ब्रिटेन में 1847 में हुए प्रदर्शन के बाद आंदोलनकारियों को सफलता प्राप्त हुई. 1 मई 1886 को हेयमार्किट  में हुए धरना प्रदर्शन में चार मजदूरों की मृत्यु हुई.


प्रतिस्पर्धा आयोग ने फ्यूचर कंज्यूमर एंटरप्राइज ब्लैक रिवर समझौते

को मंजूरी दी


03-MAY-2016
प्रतिस्पर्धा आयोग ने दो मई 2016 को फ्यूचर समूह की कंपनी फ्यूचर कंज्यूमर एंटरप्राइज लि. (एफसीईएल) और ब्लैक रिवर के मध्य समझौते को स्वीकृति प्रदान की.
प्रतिस्पर्धा आयोग ने एफसीईएल को 300 करोड़ रुपये मूल्य के अनिवार्य परिवर्तनीय डिबेंचर (सीसीडी) तथा शेयर ब्लैक रिवर को जारी करने की अनुमति भी दे दी.
• दोनों इकाइयों के मध्य जनवरी में इसके लिये समझौता किया गया. 
• एफसीईएल के अनुसार इस कदम का मकसद विस्तार एवं कारोबारी पहल का वित्त पोषण करना आदि है.


कंपनी फ्यूचर कंज्यूमर एंटरप्राइज लि. (एफसीईएल) के बारे में-


• एफसीईएल के कर्ता धर्ता किशोर बियाणी हैं.
• एफसीईएल रोजमर्रा के उपयोग के सामान, खाद्य वस्तुएं तथा किराने के सामान की खरीद और ब्रांडिंग के कारोबार से जुड़ी है.



ब्लैक रिवर के बारे में-

 


• ब्लैक रिवर-2, ब्लैक रिवर फूड-2 एलपी की पूर्ण अनुषंगी है.
• कंपनी खाद्य उद्योग तथा कृषि कारोबार मूल्य श्रृंखला में निवेश में विशेषज्ञता रखती है और उसका जोर उभरते बाजारों पर है.
• एफसीईसीएल ने इस समझौते की घोषणा जनवरी में की थी. 
• एफसीईसीएल बंबई शेयर बाजार को दी सूचना में कहा था कि उसने ब्लैक रिवर 2 के साथ निवेश समझौता किया है.
• इसके तह
त 301.50 करोड़ रपये का सीसीडी तथा इक्विटी जारी किया जाना है.


रिलायंस ने रक्षा क्षेत्र में 15 नए औद्योगिक लाइसेंस हेतु समझौता

किया


03-MAY-2016
रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटिड की अनुसंगी रिलायंस डिफेन्स ने अप्रैल माह के अंतिम सप्ताह में रक्षा क्षेत्र में 15 औद्योगिक लाइसेंस हेतु समझौता किया.
• समझौता के तहत कम्पनी भारी हथियार, सशस्त्र वाहन, गोला-बारूद, इलेक्ट्रॉ निक वारफेयर सिस्टम, यूएवी तथा निर्देशित ऊर्जा हथियार प्रणाली जैसे विभिन्न प्रकार के उच्च प्रौद्योगिकी वाले उपकरण बनाएगी.

• कम्पनी के पास इस क्षेत्र ने पहले से ही 10 लाइसेंस मौजूद हैं. 
• नए समझौता, 15 लाइसेंस में 10 जमीनी प्रणाली, 3 नौसेना से जुड़ी प्रणाली और 2 नई टेक्नोलॉजी से सम्बंधित है.
• रिलायंस डिफेन्स के पास अब 25 औद्योगिक लाइसेंस है.
• औद्योगिक लाइसेंस की यह संख्या रक्षा क्षेत्र में सर्वाधिक परमिट संख्या बतायी जा रही है.


सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली-एनसीआर में डीजल से चलने वाली टैक्सियों पर

पूर्ण प्रतिबंध लगाया


03-MAY-2016
सुप्रीम कोर्ट ने 30 अप्रैल 2016 को दिल्ली- एनसीआर में डीजल कारो को फेज आउट करने से संबंधित समय सीमा को बढ़ाने से मना करते हुए, 1 मई 2016 से दिल्ली-एनसीआर में डीजल से चलने वाली टैक्सियों पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया.
डीजल कार को फेज आउट करने की समय सीमा पहले 1 अप्रैल 2016 निर्धारित की गयी थी. लेकिन बाद में इसे एक महीने के लिए बढ़ा दिया गया था जिससे की निजी कार समय रहते सीएनजी संचालित कार अपना सके.
हालाँकि, इस मामले में मुख्य न्यायाधीश जस्टिस टी एस ठाकुर की खंडपीठ ने दिल्ली पुलिस और दिल्ली जल बोर्ड को डीजल वाहनों को खरीदने की छूट दी है.
सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली पुलिस को 2000 सीसी या इससे ज्यादा के 190 डीजल वाहनों पर ग्रीन सेस लगाकर खरीदने की अनुमति दी है.
कोर्ट ने दिल्ली जल बोर्ड को भी डीजल से चलने वाले टैंकरों को खरीदने की अनुमति दी है. साथ ही दिल्ली जल बोर्ड को ग्रीन सेस से भी छूट दी गई है. हालांकि इन्हें ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी के पास अपने वाहनों का रजिस्ट्रेशन करवाना होगा.


मेडिकल काउंसिल ऑफ़ इंडिया में सुधार हेतु सुप्रीम कोर्ट ने आर एम

लोढ़ा समिति का गठन किया


04-MAY-2016

सुप्रीम कोर्ट ने 2 मई 2016 को पूर्व मुख्य न्यायाधीश आर एम लोढ़ा की अध्यक्षता में मेडिकल काउंसिल ऑफ़ इंडिया (एमसीआई) के कामकाज में देखरेख हेतु तीन सदसीय समिति का गठन किया. यह भारत के चिकित्सा क्षेत्र में नियामक संस्था है.

इस समिति में पूर्व नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) विनोद राय एवं डॉ एस के सरीन भी शामिल हैं.

पांच जजों की बेंच ने संविधान के अनुच्छेद-142 के तहत सुप्रीम कोर्ट को दिए गए अधिकार का प्रयोग करते हुए इस समिति कमेटी का गठन किया.

अदालत ने संसदीय स्थायी समिति की रिपोर्ट एवं विभिन्न सरकारी पैनलों की रिपोर्ट के अनुसार एमसीआई को गलत कार्यों में लिप्त पाया गया.

कोर्ट के अनुसार एमसीआई  का गठन देश में मेडिकल सेवाओं की बेहतरी के लिए किया गया एवं वह अपनी जिम्मेदारी निभाने में नाकाम रहा है. 

सुप्रीम कोर्ट के अनुसार एमसीआई द्वारा अपनी मूलभूत जिम्मेदारी को भी नहीं निभा पाने के कारण जो मेडिकल प्रोफेशनल आ रहे हैं वे उनके लिए पूरी तरह तैयार नहीं हैं. यही वजह है कि यह लोग प्राइमरी हेल्थ सेंटर या जिला स्तर पर उपयुक्त नहीं हैं.

इससे पहले, आर एम लोढ़ा पैनल को वर्ष 2013 में इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) एवं बीसीसीआई में हुए सट्टेबाजी प्रकरण में जांच के लिए नियुक्त किया गया था.

अनुच्छेद-142

दरअसल संविधान के अनुच्छेद-142 में सुप्रीम कोर्ट को यह अधिकार दिया गया है कि जब सरकार किसी दायित्व का निर्वहन करने में नाकाम रहती है तो सुप्रीम कोर्ट उस पर फैसला सुना सकता है. इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने इसी अधिकार का इस्तेमाल करते हुए यूपी में लोकायुक्त नियुक्त किया था.

 

जेएसडब्ल्यू एनर्जी लिमिटेड, जिंदल पावर लिमिटेड के 1,000

मेगावाट पावर प्लांट का अधिग्रहण करेगी

 

04-MAY-2016

सज्जन जिंदल की कंपनी जेएसडब्ल्यू एनर्जी लिमिटेड ने 3 मई 2016 को नवीन जिंदल की पॉवर प्लांट जिंदल पावर लिमिटेड, छत्तीसगढ़ के 1,000 मेगावाट की परियोजना का अधिग्रहण करने की घोषणा की.

  • यह सौदा करीब 6,500 करोड़ रुपए में किया गया है.
  • जेएसपीएल के स्टील और पावर बिजनेस पर कोयले की कमी के चलते बुरा असर पड़ा है.
  • इससे कंपनी पर लगातार कर्ज का दबाव बढ़ता जा रहा है.

 

बिक्री का कारण-

 

  • फाइनेंशियल ईयर 2015 तक जेएसपीएल पर 45,500 करोड़ रुपए का कंसॉलिडेटेड कर्ज था.
  • जिंदल पावर लिमिटेड पर जिंदल स्टील एंड पावर लिमिटेड (जेएसपीएल) का मालिकाना हक है, जो सज्जन के छोटे भाई नवीन जिंदल की फ्लैगशिप कंपनी है.
  • स्टील के दाम में गिरावट और कर्ज बढ़ने के चलते जेएसपीएल को कैश की कमी का सामना करना पड़ रहा है.
  • डील के तहत इस प्लांट का कुछ कर्ज जेएसडब्ल्यू पर शिफ्ट हो जाएगा.
  • जेएसडब्ल्यू एनर्जी लिमिटेड जेएसपीएल को कुछ कैश का भुगतान भी करेगी.


जिंदल पावर लिमिटेड इंडिपेंडेंट पावर प्लांट के बारे में-

 

जिंदल पावर लिमिटेड इंडिपेंडेंट पावर प्लांट कमीशन करने वाली प्राइवेट सेक्टर की 2007 में देश की पहली कंपनी थी.
उसकी कुल प्रॉडक्शन क्षमता 3,400 मेगावाट है.
इसमें 1,000 मेगावाट का छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में स्थित प्लांट भी है.
इसी राज्य में 2,400 मेगावॉट का एक और प्लांट तमनार में है.
सज्जन जिंदल ग्रुप के साथ सिर्फ रायगढ़ प्लांट का सौदा हो रहा है.


गूगल ने भारतीय मूल के उद्यमी के स्टार्टअप का अधिग्रहण किया


04-MAY-2016

तकनीकी क्षेत्र की कंपनी गूगल ने 3 मई 2016 को भारतीय मूल के एक उद्यमी द्वारा शुरू किए गए टेक्नॉलॉजी स्टार्टअप का अधिग्रहण किया है. टोरंटो आधारित सिनर्जीस के संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी उद्यमी वरुण मल्होत्रा ने 2013 में यह स्टार्टअप गूगल ऐप्स की ट्रेनिंग देने के लक्ष्य के साथ शुरू किया था.
यह अधिग्रहण गूगल द्वारा अपने ग्राहकों को गूगल ऐप्स प्रशिक्षण का दायरा बढ़ाने की योजना के तहत किया गया है.
गूगल के बारे में-
• गूगल एक अमरीकी बहुराष्ट्रीय सार्वजनिक कम्पनी है. जिसने इंटरनेट सर्च, क्लाउड कंप्युटिंग और विज्ञापन तंत्र में पूंजी लगाई है.

• यह इन्टरनेट पर आधारित कई सेवाएँ और उत्पाद बनाता तथा विकसित करता है यह मुनाफा मुख्यतया अपने विज्ञापन प्रोग्राम ऐडवर्ड्स (AdWords) से कमाती है.
• यह कम्पनी स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय से पीएचडी के दो छात्र लैरी पेज और सर्गेई ब्रिन द्वारा संस्थापित की गयी थी.
• इन्हें प्रायः "गूगल गाइस" के नाम से सम्बोधित किया जाता है.
• सितम्बर 4, 1998 को इसे एक निजी -आयोजित कम्पनी में निगमित किया गया.
• इसका पहला सार्वजनिक कार्य/सेवा 19 अगस्त 2004 को प्रारम्भ हुआ.
• इसी दिन लैरी पेज, सर्जी ब्रिन और एरिक स्ख्मिड्ट ने गूगल में अगले बीस वर्षों (2024) तक एक साथ कार्य करने की रजामंदी की.
• कम्पनी का शुरूआत से ही "विश्व में ज्ञान को व्यवस्थित तथा सर्वत्र उपलब्ध और लाभप्रद करना" कथित मिशन रहा है.
• कम्पनी का गैर-कार्यालयीन नारा, जोकि गूगल इन्जीनियर पौल बुखीट ने निकाला था, है – "डोन्ट बी इवल (बुरा न बनें)
• सन 2006 से कंपनी का मुख्यालय माउंटेन व्यू, कैलिफोर्निया में है.

 

भेल ने मध्य प्रदेश में 600 मेगावाट ताप विद्युत संयंत्र का शुभारम्भ

किया


04-MAY-2016
भारत हैवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (भेल) ने 3 मई 2016 को मध्य प्रदेश में 600 मेगावाट की कोयला आधारित ताप विद्युत संयंत्र परियोजना का शुभारम्भ किया. यह परियोजना ‘‘मध्य प्रदेश के सिवनी जिले में 600 मेगावाट क्षमता की झाबुआ तापीय विद्युत परियोजना चालू की गई.
’’ इस परियोजना को झाबुआ पावर लिमिटेड (जेपीएल) ने विकसित किया है जो अवंता पावर एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (एपीआईएल) की अनुषंगी कंपनी है.  एपीआईएल की यह दूसरी परियोजना है.
इससे पहले भेल ने एपीआईएल की छत्तीसगढ़ में रायपुर स्थित 600 मेगावाट क्षमता की परियोजना को टीपीपी ने चालू किया था. इसके अलावा मध्यप्रदेश के गाडरवारा में एनटीपीसी के लिए 800 मेगावाट की परियोजना भेल द्वारा क्रियान्वित की जा रही हैं. जिनमें दो सुपरक्रिटिकल इकाइयां है. 

 

भारत हैवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (भेल)


• यह 1964 में स्थापित की गयी और पूरी तरह से केंद्र सरकार के स्वामित्व वाली कंपनी है.
• 2013 में इसे महारत्न कंपनी का दर्जा प्रदान किया गया.

• यह भारत में अपनी तरह की सबसे बड़ी इंजीनियरिंग और विनिर्माण कंपनी है.
• यह कम्पनी अनुबंध की परिकल्पना की डिजाइन, इंजीनियरिंग, विनिर्माण, आपूर्ति, निर्माण और भाप टरबाइन, जनरेटर और बायलर कमीशन के क्षेत्र में काम की करती है. इसके अलावा इलेक्ट्रिकल्स, नियंत्रण और इंस्ट्रूमेंटेशन और इलेक्ट्रोस्टैटिक प्रेसिपिटेटर्स एसोसिएटेड कम्पनियाँ है.

 

वैज्ञानिकों ने विश्व का सबसे छोटा इंजन विकसित किया


04-MAY-2016
कैंब्रिज विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने विश्व के सबसे छोटे इंजन का विकास किया. इस अध्ययन का प्रकाशन पीएनएएस जर्नल में 2 मई 2016 को हुआ.
प्रकाश से चलने वाला यह इंजन छोटे मशीनों के विकास में मददगार साबित हो सकता है. यह आकार में एक मीटर के मात्र कुछ अरबवें हिस्सें के बराबर है.
इस शोध की अगुआई करने वाले कैवेंडिश प्रयोगशाला के प्रोफेसर जेरेमी बॉमबर्ग ने इस उपकरण का नाम ऐंट रखा है.

नैनो-इंजन से संबंधित मुख्य तथ्य:


• इससे पानी के अंदर दिशा की पहचान करने, आसपास के वातावरण को समझने या जीवित कोशिकाओं में प्रविष्ट कराकर बीमारियों से लड़ने में मदद मिल सकती है.
• इस उपकरण का निर्माण सोने के छोटे आवेशित कणों से किया गया है.
• जब लेजर की मदद से नैनो-इंजन को एक निश्चित तापमान तक गर्म किया जाता है तो यह सेकेण्ड के कुछ हिस्सों में ही बहुत मात्रा में प्रत्यास्थ ऊर्जा एकत्रित कर लेता है.
• उपकरण को गर्म करने पर पॉलीमर पानी ग्रहण कर लेता है और फैल जाता है एवं सोने के छोटे कण स्प्रिंग की तरह मजबूती एवं तेजी से फैल जाते हैं.
• बहुत अधिक बल का प्रयोग करने में सक्षम है.


किशोर बियानी को भारती रिटेल के प्रबंध निदेशक नियुक्त किया गया


04-MAY-2016
फ्यूचर समूह के प्रमुख कार्यकारी किशोर बियानी को 3 मई 2016 को भारती रिटेल का प्रबंध निदेशक नियुक्त किया गया.
दोनों कंपनियों के बीच पिछले वर्ष हुए विलय समझौते के बाद बोर्ड पुनर्गठन के तहत यह घोषणा की गई.
इसके अतिरिक्त फ्यूचर समूह के निदेशक राकेश बियानी को भी भारती रिटेल का संयुक्त प्रबंध निदेशक नियुक्त किया गया है.

भारती रिटेल का नाम बाद में फ्यूचर रिटेल लिमिटेड रखा जाएगा और इसे शेयर बाजार पर सूचीबद्ध किया जाएगा.
मई 2015 में फ्यूचर समूह ने अपनी प्रतिद्वंदी भारती रिटेल का विलय करने पर सहमति जताई थी. विलय का 750 करोड़ रुपये का यह सौदा पूरी तरह से शेयरों के लेनदेन पर आधारित है.
इनके विलय से 15,000 करोड़ रुपये के कारोबार वाली एक बड़ी सुपरमार्केट श्रृंखला तैयार होगी.


रेल मंत्रालय ने रेल परियोजनाओं की निगरानी हेतु प्रोजेक्ट मैनेजमेंट एंड इन्फोरमेशन सिस्टम लॉन्च किया


04-MAY-2016
रेल मंत्री सुरेश प्रभाकर प्रभु ने 3 मई 2016 को रेल भवन में आयोजित एक समारोह में ई-सहायक परियोजना प्रोजेक्ट मैनेजमेंट एंड इन्फोरमेशन सिस्टरम (पीएमआईएस) लॉन्च किया.
भारतीय रेल की बड़ी परियोजनाओं की समुचित निगरानी और प्रबंधन समय की मांग है. पीएमआईएस प्रणाली जारी परियोजनाओं के बारे में सभी जानकारी रखेंगी और इससे परियोजना पूरी करने के समय में कमी आएगी.

नई एप्लीकेशन से परियोजना में विलंब के लिए जिम्मेदारी निर्धारित करने में मदद मिलेगी, वहीं दूसरी ओर परियोजनाओं के समय से/समय से पहले पूरा करने के लिए अधिकारियों को पुरस्कृत किया जाएगा.
वर्तमान में पीएमआईएस को ऊधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक परियोजना में लागू किया गया है. देश भर की सभी बड़ी परियोजनाओं को इस एप्लिकेशन से जोड़ा जाएगा.
यह एप्लीकेशन निश्चित रूप से परियोजना पूरी होने के समय में कमी लाने में सहायक होगा और इससे धन की बचत होगी. रेलवे को आर्थिक दृष्टि से लाभ होगा.

 

एयर मार्शल पीपी खांडेकर वायु सेना मुख्‍यालय में एयर ऑफिसर-इन-

चार्ज मेंटिनेंस के पद पर नियुक्त


04-MAY-2016
एयर मार्शल पीपी खांडेकर ने 2 मई, 2016 को वायु सेना मुख्यालय, नई दिल्ली  में एयर ऑफिसर-इन-चार्ज मेंटिनेंस के रूप में कार्यभार ग्रहण कर लिया. उन्हें त्रिस्तरीय तकनीकी प्रशिक्षण संस्थारन- एमआईएलआईटी का पहला कमांडेंड और निदेशक होने का गौरव प्राप्त है.
• वीएनआईटी नागपुर से स्नातक एयर मार्शल खांडेकर 25 जुलाई 1977 को एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग (इलेक्ट्रो निक्सन) स्ट्रीम के जरिए वायु सेना में शामिल हुए.
• उन्होंने एनआईटीआईई मुंबई से औद्योगिकी इंजीनियरिंग में पोस्ट ग्रेजुएट तथा  रक्षा और सामरिक अध्ययन में मद्रास विश्वविद्यालय से विज्ञान में मास्टर की डिग्री हासिल की.
• एयर मार्शल खांडेकर आईटीई के फेलो हैं तथा एईएसआई, आईआईई, सीईएनजेओडब्यूएस तथा सीएसआई के सदस्य हैं.
• वह एसयू-7, मिग-23 जैसे विमानों को उड़ाने के पर्याप्त अनुभवी है.
• वह एयरफोर्स स्टेशन हाई ग्राउंड्स और एयरफोर्स स्टेशन कानपुर की कमान संभाल चुके हैं. एमसी मुख्यालय, आईडीएस मुख्यालय तथा वायु सेना मुख्यालय में प्रतिष्ठित पदों पर रह चुके हैं.
• एयर मार्शल खांडेकर वायु सेना मुख्यायलय में ऑपरेशनल कमांड और एसीएएस (रख-रखाव योजना) के सीनियर मेंटिनेंस स्टॉफ ऑफिसर के पद पर कार्य कर चुके हैं.
• एओएम का पद ग्रहण करने से पहले वे मेंटिनेंस कमांड के मुख्यालय में सीनियर मेंटिनेंस स्टाफ ऑफिसर थे.
एयर मार्शल पीपी खांडेकर एजिंग एयरक्राफ्ट के लिए रणनीति का ब्लू प्रिंट, सी-412 परिप्रेक्ष्य, जीवन विस्तार कार्यक्रम तथा भारत की विदेश नीति जैसे विषयों पर राष्ट्रीय सेमिनार और एईएसआई अध्याय में पेपर प्रस्तुत कर चुके हैं. वर्तमान में वे डीम्ड विश्वविद्यालय के साथ डीआईएटी में पीएचडी कर रहे हैं.

एयर मार्शल खांडेकर की पत्नी श्रीमती मनीषा खांडेकर भी एयर फोर्स स्टेशन हाई ग्राउंड्स, एयर फोर्स स्टेशन कानपुर में एएफडब्यूडब्यू्ए (एल) की अध्यक्ष रह चुकी हैं


राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने 63वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार प्रदान किए


04-MAY-2016
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने 03 मई 2016 को नई दिल्ली‍ में आयोजित समारोह में वर्ष 2015 हेतु 63वें नेशनल फिल्म अवॉर्ड "राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार" प्रदान किये.
गैर-कथा फिल्म श्रेणी में 21 और कथा फिल्मों के वर्ग में 51 पुरस्कार दिये गये. सिनेमा पर सर्वोत्तम लेखन हेतु तीन पुरस्कार प्रदान किए गए.
मनोज कुमार को दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड से सम्मानित किया गया. अमिताभ बच्चन को बेस्ट एक्टर अवॉर्ड, कंगना रनोट को बेस्ट एक्ट्रेस अवॉर्ड से सम्मानित किया गया.

• कथा फिल्म वर्ग में सर्वश्रेष्ठ कथा फिल्म  का पुरस्कार बाहुबली को दिया गया.
• पूर्ण मनोरंजन के लिए सर्वश्रेष्ठ लोकप्रिय फिल्म का पुरस्काकर हिंदी फिल्म बजरंगी भाईजान को दिया गया.
• 'पीकू' से लेकर 'तनु वेड्स मनु रिटर्न्स', 'बाजीराव मस्तानी', 'बजरंगी भाईजान', 'दम लगा के हइशा', 'बाहूबली' जैसी कमर्शियली कामयाब फिल्मों का अवॉर्ड हेतु चुना गया.
• सामाजिक मुद्दों के मामले में सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार निर्णायकम ने जीता.
• संजय लीला भंसाली को उनकी फिल्म बाजीराव मस्तानी के लिए सर्वश्रेष्ठ निर्देशक के प्रस्ताव से सम्मांनित किया गया.
• फिल्म 'बाजीराव मस्तानी' को बेस्ट डायरेक्टर, बेस्ट स्पोटिंग एक्ट्रेस, बेस्ट कोरियोग्राफर, बेस्ट कॉस्टयूम, बेस्ट सिनेमटोग्राफी सहित कई अवार्ड्स हेतु चुना गया.
• संजय लीला भंसाली को 'बाजीराव मस्तानी' के लिए बेस्ट डायरेक्टर अवॉर्ड से सम्मानित किया गया.
• अमिताभ बच्चंन को फिल्म पीकू में उनके अभिनय के सर्वश्रेष्ठ अभिनेता और कंगना रानोत को तनु वेड्स मनु रिर्टन्सल के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के पुरस्का्र से सम्मानित किया गया.
• सर्वश्रेष्ठ बाल फिल्म पुरस्कार हेतु हिंदी फिल्म दुरंतो को चुना गया.
• बेस्ट हिंदी फिल्म आयुष्मान खुराना की फिल्म 'दम लगा के हईशा' चुनी गयी.


दादा साहेब फाल्के पुरस्कार के बारे में


दादा साहेब फल्के पुरस्कार भारतीय सिनेमा के विकास में उत्कृष्ट योगदान देनेवालों को भारत सरकार द्वारा दिया जाता है. इसके तहत एक स्वर्ण कमल, एक शॉल और 10 लाख रुपये प्रदान किए जाते हैं.

 

 

एनआरडीसी ने घर सोधोन के वाणिज्यिकरण हेतु समझौते पर

हस्ताक्षर किए


04-MAY-2016
विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अंतर्गत राष्ट्रीय अनुसंधान विकास निगम (एनआरडीसी) ने 3 मई 2016 को घर सोधोन-रेशम के कीड़ों के रहने के लिए कीटाणुनाशक कमरा तथा उपकरण के वाणिज्यिकरण के लिए मेसर्स नबग्राम रेशम शिल्प उन्नयन कोऑपरेटिव सोसायटी लिमिटेड के सचिव सौम्य दीप्ता मजूमदार तथा मैसर्स दरियापुर ग्रामीण विकास सोसायटी के अध्यक्ष मोहम्म द अजमल, कालिया चक (पश्चिम बंगाल) के साथ लाइसेंस समझौता किया.

 

घर सोधोन के बारे में:

 

•    कीटाणुनाशक कमरा कपड़ा मंत्रालय के केन्द्रीय सिल्क बोर्ड का अंगीभूत अनुसंधान संस्थान केन्द्रीय शिल्प अनुसंधान तथा प्रशिक्षण संस्थान (सीएसआरटीआई), बेरहमपुर (पश्चिम बंगाल) में विकसित किया गया है.
•    घर सोधोन यूजर अनुकूल और गैर-क्षयकारी कीटाणुनाशक कमरा है और इसमें श्रम, जल, बिजली तथा स्प्रे मशीनों की आवश्यकता नहीं है.
•    पश्चिम बंगाल, ओडिशा तथा झारखंड के सिल्क किसानों में इसकी लोकप्रियता बढ़ रही है.
•    एनआरडीसी की यह पहल मेक इन इंडिया’ तथा ‘स्टासर्टअप इंडिया’ मिशन में सहायक है.

  • इसके अतिरिक्त, एनआरडीसी ने सत्यभामा विश्वविद्यालय, चेन्नई के साथ आईपी प्रोटेक्शन तथा अपनी वैज्ञानिक और प्रौ़द्योगिकी विकास के प्रौद्योगिकी वाणिज्यिकरण के लिए समझौता किया है. सत्यभामा विश्वविद्यालय चेन्नई का नेतृत्व कुलपति डॉ. बी.शीला रानी ने किया. इस समझौते के साथ दोनों संगठन समाज को बेहतर बनाने के लिए मिलकर अनुसंधान कार्य करेंगे.

 

मार्क सेल्बी ने विश्व स्नूकर चैंपियनशिप प्रतियोगिता जीती


04-MAY-2016
इंग्लैंड के विश्व नंबर 1 खिलाड़ी मार्क सेल्बी ने 2 मई 2016 को विश्व स्नूकर चैंपियनशिप प्रतियोगिता जीती. शेफील्ड में खेले गये फाइनल मुकाबले में सेल्बी ने चीन के डिंग जुन्हुई को 18-14 से हराकर यह ख़िताब जीता. 

इस जीत से सेल्बी ने डिंग के इस ख़िताब को जीतकर एशिया के पहले खिलाड़ी होने के सपने को भी तोड़ दिया.

यह सेल्बी द्वारा जीती गयी इस वर्ष की दूसरी ट्रॉफी है, इससे पहले उन्होंने गदिनिया ओपन में ख़िताब जीता था. 

यह सेल्बी का दूसरा विश्व स्नूकर ख़िताब है, उन्होंने वर्ष 2014 में रॉनी ओ सुलिवन को हराकर पहला ख़िताब जीता था. इस जीत के साथ वह स्टीव डेविस, हेन्द्री, जॉन हिग्गिंस, मार्क विलियम्स एवं रॉनी ओ सुलिवन की सूची में शामिल हो गये जिन्होंने वर्ष 1977 से शेफील्ड में आरंभ हुई इस प्रतियोगिता में दो-दो ख़िताब जीते हैं.

सेल्बी द्वारा जीते गये ख़िताब


•    2008: वेल्श ओपन में रॉनी ओ सुलिवन को 9-8 से हराया.
•    2011: मार्क विलियम्स को शंघाई मास्टर्स में 10-9 से हराया.
•    2012: शौन मर्फी को 10-6 से हराकर यूके चैंपियनशिप जीती.
•    2014: रॉनी ओ सुलिवन को 18-14 से हराकर विश्व चैंपियनशिप जीती.
•    2015: जर्मन मास्टर्स एवं चाइना ओपन ख़िताब जीता.
•    2016: दूसरा विश्व चैंपियनशिप ख़िताब जीता.
•    इसके अतिरिक्त उन्होंने 2008, 2010 एवं 2013 में मास्टर्स, इनविटेशन प्रतियोगिताए भी जीती.

 

 

केंद्रीय वाणिज्य मंत्रालय ने एक्जिम एनालाइटिक्स डैशबोर्ड लांच किया

 

04-MAY-2016
वाणिज्य एवं उद्योग राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) निर्मला सीतारमण ने 3 मई 2016 को निर्यात-आयात डेटा के लिए एक्जिम एनालाइटिक्स डैशबोर्ड लांच किया.
यह एक पोर्टल है जो बेहद आसानी से उपयोग में लाये जाने वाले इस डैशबोर्ड से आम जनता को भारत में व्यापार प्रदर्शन से जुड़े तथ्यों के बारे में सटीक जानकारी हासिल करने में मदद मिलेगी.


उपर्युक्त डैशबोर्ड भारत से निर्यात-आयात पर ग्राफिक संग्रह पेश करता है जैसे की:


•    देश का निर्यात कारोबार विगत वर्षों के दौरान कैसा रहा है?
•    कौन-कौन से निर्यात गंतव्य हैं?
•    किन-किन वस्तुओं का निर्यात किया जा रहा है?
•    किन-किन बंदरगाहों-अंतर्देशीय, समुद्री बंदरगाहों अथवा हवाई अड्डों से निर्यात किया जा रहा है?
उच्च प्राथमिकता के मद्देनजर निर्यात-आयात पर डैशबोर्ड से छोटे एवं नये कारोबारियों को सीधे सरकारी स्रोतों से प्राप्त होने वाली विश्वसनीय सूचनाओं के आधार पर वैश्विक व्यापार में कदम रखने में मदद मिलेगी.

 

 

ऑस्ट्रेलियाई उद्यमी क्रेग राइट ने बिटकॉइन के निर्माता होने का दावा

किया

 


04-MAY-2016
ऑस्ट्रेलियन उद्यमी क्रेग स्टीवन राईट ने 2 मई 2016 को सार्वजनिक रूप स्वयं को डिजिटल क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन का निर्माता घोषित किया. उन्होंने दावा किया कि वे छद्म नाम, सातोशी नकामोतो, से बिटकॉइन का संचालन कर रहे थे.
राइट ने बीबीसी, द इकोनॉमिस्ट एवं जी क्यू के साथ साक्षात्कार में मुद्रा का जनक होने का दावा किया. उन्हें दिसम्बर 2015 में पहली बार वायर्ड पत्रिका द्वारा बिटकॉइन के संस्थापक के रूप में दिखाया गया. 
उद्यमी ने अपने दावे का समर्थन करते हुए तकनीकी साक्ष्य भी प्रस्तुत किये. बिटकॉइन समुदाय के सदस्यों एवं इसकी मुख्य टीम ने भी राईट के दावे का समर्थन किया.


क्रेग स्टीवन राईट

•    राईट ने ब्रिसबेन स्थित पडुआ कॉलेज से 1987 में स्नातक डिग्री हासिल की.
•    वे कंप्यूटर साइंस के लेक्चरर रहे एवं चार्ल्स स्टर्ट यूनिवर्सिटी में शोधकर्ता भी रहे, यहीं से उन्होंने दूसरी पीएचडी डिग्री हासिल की.
•    उन्होंने 18 एसएएनएस इंस्टिट्यूट कोर्सेज़ उत्तीर्ण किये एवं जीआईएसी सर्टिफिकेट प्राप्त करने वाले विश्व के पहले व्यक्ति बने. 
•    उन्होंने विभिन्न पुस्तकों को लिखा अथवा उन्हें लिखने में सहयोगी भूमिका निभाई जिनमें आईटी रेगुलेटरी एंड स्टैण्डर्ड कंप्लायंस हैंडबुक शामिल है.
•    उन्होंने विभिन्न सूचना प्रोदयोगिकी कम्पनियों के लिए काम किया जिनमें ओज़ेडईमेल, के-मार्ट एवं ऑस्ट्रेलियन सिक्योरिटीज़ एक्सचेंज तथा महिंद्रा एंड महिंद्रा शामिल हैं.
•    वे तकनीकी फर्म हॉटवायर प्रीमटीव इंटेलिजेंस ग्रुप के सीईओ रह चुके हैं. हॉटवायर ने डेनारियुज़ बैंक स्थापित किये जाने की योजना बनाई जो विश्व का पहला बिट कॉइन बैंक होगा. 
•    उन्होंने क्रिप्टोकरेंसी कंपनी डीमॉर्गन लिमिटेड की स्थापना की जिसे बतौर टैक्स 54 मिलियन डॉलर प्राप्त हुए.



बिटकॉइन


•    यह एक डिजिटल मुद्रा एवं भुगतान विधि है.
•    इसमें उपभोक्ता आपस में बिना किसी बिचौलिए के लेन-देन कर सकते हैं.
•    यह लेनदेन नेटवर्क नोड्स द्वारा सत्यापित किया गया एवं ब्लॉक चेन द्वारा सार्वजनिक रूप से वितरित श्रृंखला है.

 

समीर चड्ढा केपीएमजी इंडिया के सीईओ एवं पार्टनर नियुक्त

 


04-MAY-2016
समीर चड्ढा 3 मई 2016 को केपीएमजी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड का मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) नियुक्त किया गया.

चड्ढा ने बार्क्ले शेयर्ड सर्विसेज़ के बाद केपीएमजी ग्लोबल सर्विसेज़ (केजीएस) ज्वाइन किया. वे बार्क्ले में मुख्य कार्यकारी अधिकारी थे



समीर चड्ढा


•    वे पिछले 25 वर्षों से विभिन्न अग्रणी सगठनों में काम कर चुके हैं जिनमे फाइनेंशियल एवं उपभोक्ता सेवाएं शामिल हैं.
•    उन्होंने नेस्ले इंडिया से अपने करियर की शुरुआत की.
•    बार्क्ले से पहले उन्होंने बैंक ऑफ़ अमेरिका, फर्स्ट सोर्स सोल्यूशन्स एवं लेहमन ब्रदर्स में काम किया.
•    वे पेशे से चार्टेड एकाउंटेंट थे एवं उन्होंने श्रीराम कॉलेज ऑफ़ कॉमर्स (दिल्ली विश्वविद्यालय) से स्नातक डिग्री प्राप्त की.

 

 

केपीएमजी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड

 

  • •    केपीएमजी की भारत में 1993 में स्थापना की गयी.
    •    केपीएमजी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड व्यापारिक परामर्श सेवाएं, टैक्स एवं नियामक सेवाएं प्रदान करता है.
    •    इसके भारत में मुंबई, पुणे, दिल्ली, कोलकाता, चेन्नई, बेंगलुरु, हैदराबाद, कोच्ची, चंडीगढ़ एवं अहमदाबाद में ऑफिस हैं.