भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआईने 10 सीमेंट कंपनियों पर जुर्माना लगाया

भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) ने 31 अगस्त 2016 को 10 सीमेंट कंपनियों पर आपस में साठगांठ करने को लेकर 6,700 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया. सीमेंट मैनुफैक्चर्स एसोसिएशन (सीएमए) को दंडित करने के अलावा भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) ने सभी इकाइयों को भविष्य में बाजार में सीमेंट की कीमतों, उत्पादन और आपूर्ति को लेकर समझौता या व्यवस्था से जुड़ी गतिविधियों में शामिल होने से रोका है.

भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआईद्वारा लगाया गया जुर्माना:

एसीसी सीमेंट पर 1,147.59 करोड़ रुपये, जबकि जयप्रकाश एसोसिएट्स लि. तथा अल्ट्राटेक पर क्रमश: 1,323.60 करोड़ रुपये और 1,175.49 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया है.

सेंचुरी पर 274 करोड़ रुपये, इंडिया सीमेंट्स पर 187.48 करोड़ रुपये, जेके सीमेंट्स पर 128.54 करोड़ रुपये, जेके सीमेंट पर 128.54 करोड़ रुपये, लाफार्ज पर 490 करोड़ रुपये, रामको पर 258.63 करोड़ रुपये, एसीएल पर 1,163.91 करोड़ रुपये तथा बिनानी पर 167.32 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया है.

 

माजुली सबसे बड़े नदी द्वीप के रूप में गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में शामिल

गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स ने असम के माजुली को 1 सितंबर 2016 को विश्व के सबसे बड़े नदी द्वीप के रूप में दर्ज किया.

यह द्वीप ब्रहमपुत्र नदी में स्थित है.

गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के अनुसार, यह द्वीप पिछले 30-40 वर्षों में बाढ़ के कारण लगभग एक तिहाई भू-भाग खो चुका है.


माजुली

•    इसका कुल क्षेत्रफल लगभग 1250 वर्ग किलोमीटर था. यह परिधि इसके शुरुआती समयकाल में थी. 

•    वर्ष 2014 में यह क्षेत्रफल केवल 352 वर्ग किलोमीटर रह गया.

•    इस द्वीप का निर्माण ब्रहमपुत्र नदी के दक्षिण में हुआ तथा इसके उत्तर में खेरकुटिया नदी द्वारा इसका निर्माण हुआ.

•    इस द्वीप तक जोरहाट से नाव द्वारा पहुंचा जा सकता है.

•    इसका निर्माण ब्रहमपुत्र नदी द्वारा रुख मोड़ने से हुआ.

 

केंद्र सरकार ने एआईआर पर बलूच भाषा में कार्यक्रम के शुभारम्भ को मंजूरी प्रदान की

केंद्र सरकार ने एआईआर पर बलूच भाषा में कार्यक्रम शुभारम्भ करने को  मंजूरी प्रदान कर दी है. देश भर में रेडियो का प्रसारण करने वाले ऑल इंडिया रेडियो (एआईआर) पर अब जल्द ही बलूच भाषा में नियमित कार्यक्रम का शुभारम्भ कर दिया जाएगा.

सरकार ने बलूच भाषा में कार्यक्रम बनाने वाली ऑल इंडिया रेडियो की इकाई के विस्तार पर कार्य आरम्भ कर दिया है.

एआईआर पर बलूच भाषा कार्यक्रम-

वर्तमान में एआईआर समाचार और सम-सामयिकी से जुड़ी दैनिक बुलेटिन पेश करती है.
एआईआर पर बलूची सेवा 1974 में शुरू की गई थी.
विस्तार के तहत वर्तमान में संचालित 10 मिनट की मौजूदा न्यूज बुलेटिन की अवधि बढ़ाई जाएगी. 
सरकारी प्रसारणकर्ता ऑल इंडिया रेडियो लगभग सभी भारतीय भाषाओं में कार्यक्रम प्रसारित करता है.
वहीं बलूच भाषा में कार्यक्रम प्रसारित करने से बलूचिस्तानी लोगों को मनोरंजन उपलब्ध होगा.

बलूचिस्तान के बारे में-

बलूचिस्तान पाकिस्तान के दक्षिण-पश्चिम में स्थित है. 
यह पाकिस्तान के कुल क्षेत्रफल का लगभग आधा है. 
यह पाकिस्तान का बहुत पिछड़ा-ग़रीब क्षेत्र है, लेकिन खनिज के क्षेत्र में समृद्ध है. 
जिसका लाभ बलूची जनता को नहीं मिल पा रहा है. 
1948 से ही बलूचिस्तान की जनता आज़ादी के लिए संघर्ष कर रही है.  सेना-सरकारी नौकरियों में बलूचियों पर रोक लगा रखी है.

 

भारत एवं मिस्र के मध्य समुद्री परिवहन हेतु समझौता

भारत एवं मिस्र के मध्य 2 सितंबर 2016 को समुद्री परिवहन हेतु समझौता किया गया. इस समझौते से दोनों देश यह सुनिश्चित कर सकेंगे कि समुद्री क्षेत्र का परिवहन के लिए ही नहीं बल्कि नौसेनिक बेड़े के लिए भी उपयोग किया जा सकता है.

यह समझौता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह एल-सीसी के नई दिल्ली दौरे के दौरान किया गया. राष्ट्रपति सीसी भारत के तीन दिन के दौरे पर आये हैं.


पृष्ठभूमि

इससे पहले अक्टूबर 2015 में केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने मिस्र और भारत के मध्य समुद्री परिवहन के लिए समझौते को मंजूरी प्रदान की थी. इसमें यह निर्धारित किया गया था कि स्थान एवं तिथि द्विपक्षीय मंजूरी से तय की जाएगी.

इस प्रस्ताव पर दोनों देशों के मध्य सहयोग बढ़ाने एवं समुद्री परिवहन क्षेत्र में सतत विकास कार्यो के लिए आपसी तालमेल हेतु हस्ताक्षर किये गये.

इसके अतिरिक्त, दोनों देशों ने वर्ष 2017 में ‘इंडिया बाय द नील फेस्टिवल’ आयोजित कराने का निर्णय लिया. यह आयोजन भारत की स्वतंत्रता की 70वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आयोजित किया जायेगा. इसके अतिरिक्त ‘ईजिप्ट बाय द गंगा’ नामक कार्यक्रम भी वर्ष 2017 में आयोजित कराया जायेगा.

 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा जम्मू एवं कश्मीर में खेल गतिविधियों के लिए विशेष पैकेज की घोषणा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2 सितंबर 2016 को युवाओं को खेलों से जोड़ने हेतु जम्मू एवं कश्मीर में सकारात्मक खेल गतिविधियों के लिए 200 करोड़ रुपये के विशेष पैकेज की घोषणा की.

पैकेज की विशेषताएं

•    इस पैकेज के तहत राज्य के सभी जिलों में इंडोर स्पोर्टिंग हॉल बनाए जायेंगे ताकि शीत ऋतु में युवा इन हॉलों में खेल सकें. 

•    श्रीनगर और जम्मू में स्थित दो स्टेडियमों का दर्जा बढ़ाकर अंतरराष्ट्रीय स्तर का करने की योजना भी बनाई गयी है.

•    पैकेज के तहत पूंछ, राजौरी और उधमपुर में स्थित स्टेडियमों का दर्जा भी बढ़ाया जाएगा.

 


•    जल क्रीड़ा की सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए 6 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है.

जम्मू एवं कश्मीर में खेल गतिविधियां

युवाओं को खेल गतिविधियों से जोड़ने के लिए जम्मू और कश्मीर राज्य खेल परिषद द्वारा “स्पोर्ट फोर ऑल” कार्यक्रम का क्रियान्वयन किया जा रहा है. इस कार्यक्रम के तहत फुटबॉल तथा अन्य लोकप्रिय खेलों के विकास के लिए ग्रामीण स्तर पर प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है. इस तरह की ग्रामीण प्रतियोगिताओं के आयोजन के लिए जम्मू और कश्मीर राज्य खेल परिषद को पांच करोड़ रुपये दिए गए हैं.

 

4 September

पहला ब्रिक्स फिल्म समारोह नई दिल्ली में आयोजित

पहला ब्रिक्स फिल्म समारोह 2 सितंबर 2016 से सिरीफोर्ट ऑडिटोरियम, नई दिल्ली में आयोजित किया गया. राज्य सूचना एवं प्रसारण मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर ने इस समारोह का उद्घाटन किया.

पांच दिन तक चलने वाले इस समारोह का उद्देश्य सदस्य देशों के फिल्म उद्योग को एक-दूसरे देश में मंच प्रदान करना है ताकि इससे सिनेमा, संस्कृति एवं शैली के क्षेत्र में सहयोग को बढ़ावा दिया जा सके.

ब्रिक्स फिल्म समारोह

•    ब्रिक्स फिल्म समारोह का उद्देश्य वैचारिक समानता एवं लोगों के बीच सामंजस्य स्थापित करना है. इसमें ब्रिक्स देश – ब्राज़ील, रूस, भारत, चीन एवं दक्षिण अफ्रीका भाग ले रहे हैं.

•    फिल्म समारोह का उद्घाटन मलयालम फिल्म वीरम से हुआ.


•    समारोह का अंत चीनी फिल्म स्किपट्रेस से होगा जिसमें जैकी चेन ने अभिनय किया है एवं रेंनी हार्लिन इसके निर्देशक हैं.

•    पांच दिनों तक चलने वाले इस समारोह में 20 फिल्मे प्रदर्शित की जायेंगी जिसमें प्रत्येक देश से 4 फ़िल्में होंगी.

•    यह समारोह 6 सितंबर 2016 को समाप्त होगा.

 

ग्रीनलैंड रॉक्स में 3.7 बिलियन वर्ष पुराने जीवाश्म खोजे गये

वैज्ञानिकों की टीम ने ग्रीनलैंड क्षेत्र में इसुआ ग्रीनस्टोन बेल्ट में विश्व के सबसे पुराने स्ट्रोमेटोलाईट जीवाश्मों की खोज की. इसमें 3.7 बिलियन वर्ष पुरानी अवसादी चट्टानें शामिल हैं. इस संदर्भ में 31 अगस्त 2016 को पत्रिका नेचर में जानकारी प्रकाशित की गयी.

ऑस्ट्रेलियन यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर एलेन नटमैन की अध्यक्षता में की गयी इस खोज द्वारा इससे पहले की गयी खोज का रिकॉर्ड टूट गया. इससे पहले 220 मिलियन वर्ष पुराने जीवाश्मों की खोज की गयी थी.

इसुआ स्ट्रोमेटोलाईट जीवाश्मों द्वारा पृथ्वी पर प्राचीनतम समय में जीवनकाल को समझने में सहायता मिलेगी. वैज्ञानिकों का मानना है कि इससे मंगल ग्रह की जटिलताओं को समझने में भी सहायता मिलेगी.


अध्ययन

•    ऑस्ट्रेलियन शोधकर्ताओं ने जुलाई 2012 में ग्रीनलैंड के क्षेत्र इसुआ में अध्ययन करते समय यह खोज की.

•    एक दिन फील्ड में कार्य करते समय उन्होंने इस क्षेत्र पर ध्यान दिया एवं शोध आरंभ किया.

•    इसके अतिरिक्त, शोधकर्ताओं पाया कि यह चार सेंटीमीटर ऊंची शंक्वाकार संरचनाएं हैं.

•    स्ट्रोमेटोलाईट किसी माइक्रोबियल मैट जैसी दिखने वाली संरचना होती है. शोधकर्ताओं ने इस संरचनाओं का अध्ययन किया एवं पाया कि यह 3.7 बिलियन वर्ष पुरानी हैं.

•    रेडियोमीट्रिक डेटिंग की सहायता से वैज्ञानिकों ने पत्थरों की आयु का पता लगाया.

स्ट्रोमेटोलाईट 

•    उन जीवाश्मों को स्ट्रोमेटोलाईट कहा जाता है जो प्राचीनतम काल से उथले पानी में विकसित होती हैं.

•    यह परत-दर-परत विकसित होती है जो देखने में मैट जैसी दिखती है.

•    समय के साथ, यह विभिन्न आकार एवं आकृतियों में नज़र आ सकती है. यह बड़ी विशाल, छोटी चट्टान अथवा नुकीली शंकुकार चट्टान भी हो सकती है.

•    वैज्ञानिकों का मानना है कि स्ट्रोमेटोलाईट विश्व के सबसे पुराने पर्वत से भी पहले की कृति है.