7-8 JULY 2016

वन एमजी टेक्नोलॉजीज़ ने लैब एग्रीगेटर मेड का अधिग्रहण किया

ऑनलाइन हेल्थकेयर स्टार्ट-अप वन एमजी टेक्नोलॉजीज़ प्राइवेट लिमिटेड ने 4 जुलाई 2016 को लैब एग्रीगेटर मेड के अधिग्रहण की घोषणा की.

इसका उद्देश्य वन एमजी टेक्नोलॉजीज़ के प्रदर्शन में सुधार लाना था. अधिग्रहण की राशि सार्वजानिक नहीं की गयी.

यह सौदा वन एमजी द्वारा एक निवेशक, मेवरिक कैपिटल वेंचर्स के साथ 100 करोड़ का सौदा होने के बाद किया गया.

वन एमजी टेक्नोलॉजीज़

•    यह दवाओं का एक ऑनलाइन स्टोर है.
•    यह डॉक्टरों से मिलने का समय एवं टेस्ट के लिए बुकिंग भी करवाता है.

•    इसका दावा है कि 6 मिलियन लोगों ने एप्प डाउनलोड किया है एवं लगभग 80 मिलियन लोग प्रतिवर्ष इस प्लेटफार्म पर आते हैं.

•    इसके पास एक लाख से अधिक दवाओं का डाटाबेस है तथा यह उनके साइड-इफेक्ट्स के बारे में भी जानकारी देता है.

•    इसके प्लेटफार्म पर उपभोक्ता विभिन्न ब्रांड्स की दवाओं के मूल्य की तुलना भी कर सकते हैं.

•    इसकी स्थापना इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी बॉम्बे के स्नातक अर्पित कोठारी एवं कार्नेगी मेलोन से पढ़े अनुराग मुंदढा द्वारा की गयी.

•    यह मुंबई, इंदौर, भोपाल, नागपुर, बेंगुलुरु एवं जयपुर से संचालित होती है.

वित्त वर्ष की व्यावहारिकता परखने के लिए आचार्य समिति का गठन किया गया

केंद्र सरकार ने 6 जुलाई 2016 को नए वित्त वर्ष की व्यावहारिकता परखने के लिए एक समिति का गठन किया.

चार सदसीय समिति की अध्यक्षता मुख्य आर्थिक सलाहकार शंकर आचार्य करेंगे. इस समिति को 31 दिसम्बर 2016 तक अपनी रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा गया है.

इस समिति के अन्य सदस्य हैं – पूर्व कैबिनेट सचिव केएम चंद्रशेखर, पूर्व वित्त सचिव पीवी राजारमन, पॉलिसी रिसर्च केंद्र के वरिष्ठ वक्ता डॉ राजीव कुमार.

समिति के कार्य

•    समिति केंद्र और राज्य सरकारों की प्राप्तियों और व्यय के सटीक आकलन की दृष्टि से वित्त वर्ष की उपयुक्तता, विभिन्न कृषि फसलों के अंतराल, कार्यकारी सत्र (वर्किंग सीजन) और कारोबार पर इसके प्रभावों के बारे में विचार विमर्श करेगी.

•    समिति को कहा गया है कि वह इन सभी विषयों पर विचार करने के बाद देश के लिए उपयुक्त नया वित्त वर्ष शुरु करने की तारीख की सिफारिश कर सकती है.

•    समिति यह भी बताएगी कि वित्त वर्ष में बदलाव कब से किया जाए और जब तक नया वित्त वर्ष शुरु न हो तब तक कर तथा अन्य मामलों के संबंध में क्या व्यवस्था अपनायी जाए.

पृष्ठभूमि

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली एनडीए की पहली सरकार ने शाम को बजट पेश किए जाने की परंपरा बदली थी. वर्ष 2000 से पहले तक अंग्रेजों की परंपरा का पालन करते हुए आजादी के बाद से ही सरकार अपना बजट फरवरी की अंतिम तारीख को शाम साढ़े पांज बजे पेश करती रही है लेकिन वर्ष 2000 में वाजपेयी सरकार ने इस परंपरा को समाप्त कर प्रात: 11 बजे संसद में बजट पेश करना शुरू किया. इसके पीछे यही तर्क दिया गया था कि देश की अपनी परिस्थितियों के अनुसार बजट पेश करने का वक्त निर्धारित करना चाहिए. यही तर्क वित्त वर्ष में बदलाव को लेकर भी दिया गया.

ट्राई ने रियल टाइम मोबाइल इन्टरनेट स्पीड मापने हेतु मायस्पीड एप्प आरंभ किया

टेलिकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया (ट्राई) ने 5 जुलाई 2016 को रियल टाइम मोबाइल इन्टरनेट स्पीड मापने हेतु मायस्पीड नामक एप्प आरंभ किया.

इसका उद्देश्य ग्राहक को उसके क्षेत्र में बेहतर मोबाइल ऑपरेटर की पहचान करवाना है. यह डिजिटल इंडिया के तहत आरंभ किया गया पहला एप्प है जिससे धीमी इन्टरनेट स्पीड को नियंत्रित किया जा सकेगा.

पोर्टल की विशेषताएं

•    मायस्पीड एप्प निःशुल्क डाउनलोड किया जा सकता है जो एंड्राइड स्मार्टफ़ोन के लिए उपलब्ध है.

•    यह फोन में 23 एमबी का स्थान लेता है.

•    इसका इंटरफेस बिना किसी रुकावट के उपयोग किया जा सकता है.

•    ग्राफ़िक्स में मायस्पीड अन्य स्पीड टेस्टिंग एप्प की तरह ही बेहतर दिखाई देता है.

•    इसके माध्यम से ग्राहक खराब मोबाइल नेटवर्क का ट्राई के पास शिकायत कर सकता है जिससे ऑपरेटर सेवा की क्वालिटी सुधार सकता है.

•    उपभोक्ता अपने 3जी एवं 4जी मोबाइल कनेक्शनों पर इन्टरनेट स्पीड जांच सकेंगे.

•    इससे उपभोक्ता कवरेज, डाटा स्पीड एवं नेटवर्क सूचना प्राप्त कर सकता है.

•    यह एप्प एक प्रकार का क्राउड सोर्सिंग प्लेटफार्म है जहां सभी मोबाइल ऑपरेटरों के नेटवर्क परफॉरमेंस को जांचा जा सकता है.

नाडा ने वाडा, एएसएडीए के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किये

अपने डोपिंग निरोधक कार्यक्रम को बढावा देने के लिये राष्ट्रीय डोपिंग निरोधक एजेंसी (नाडा) ने 5 जुलाई 2016 को आस्ट्रेलियाई डोपिंग निरोधक एजेंसी और वैश्विक ईकाई वाडा (विश्व  डोपिंग निरोधक एजेंसी) के साथ दो साल के सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किये हैं.

एमओयू के मुख्य तथ्य-

  • नाडा, एएसएडीए और विश्व डोपिंग निरोधक एजेंसी ने मिलकर विस्तृत प्रोजेक्ट तैयारी किया है.
  • इसके तहत भारत अधिक प्रभावी डोपिंग निरोधक कार्यक्रम लागू करेगा जो वाडा की आचार संहिता के अनुरूप होगा.
  • इसमें टेस्ट और नतीजों के प्रबंधन का ढांचा, समय पर अपील की प्रक्रियायें और एजेंसी के ढांचे की समीक्षा की जायेगी.
  • नाडा के महानिदेशक नवीन अग्रवाल के अनुसार इस अनुबंध के बाद पाक साफ खिलाड़ियों के अधिकारों की रक्षा की जा सकेगी.
  • 2018 गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेलों तक इस साझेदारी के जरिये डोपिंग निरोधक क्षमताओं में इजाफा होगा.

नाडा के बारे में-

  • राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) भारत में 1890 के सोसायटी पंजीकरण अधिनियम के अंतर्गत पंजीकृत एक संस्था है. इसकी स्थापना 24 नवंबर, 2005 को की गयी. यह भारत में खिलाडियों के डोप मुक्त खेल के लिए  उत्तरदायी है.
  • यह समाज के प्राथमिक उद्देश्यों, वाडा कोड के अनुसार डोपिंग रोधी नियमों को लागू करने, विनियमित डोप नियंत्रण कार्यक्रम बनाने, डोपिंग और इसके दुष्परिणामों के बारे में शिक्षा और अनुसंधान, जागरूकता को बढ़ावा देती है.

वाडा के बारे में-

वाडा डोपिंग मुक्त खेल हेतु विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी है. इसका मिशन दुनिया भर में डोपिंग मुक्त खेल का नेतृत्व करना है.

भारत एवं मॉरिशस के मध्य ग्रामीण विकास एवं गरीबी उन्मूलन हेतु समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर

केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने 5 जुलाई 2016 को भारत एवं मॉरिशस के मध्य ग्रामीण विकास एवं गरीबी उन्मूलन हेतु समझौता ज्ञापन को मंजूरी प्रदान की.

इस समझौता ज्ञापन से मॉरिशस के प्रधानमंत्री कार्यालय के तहत कार्यरत राष्ट्रीय विकास ईकाई एवं भारत के ग्रामीण विकास मंत्रालय के बीच तालमेल स्थापित किया जा सकेगा.

यह समझौता ज्ञापन हस्ताक्षर की तिथि से ही लागू माना जायेगा.

विशेषताएं

•    यह समझौता ज्ञापन दोनों देशों को आपसी लाभ के आधार पर ग्रामीण विकास और क्षमता निर्माण के क्षेत्र में सहयोग हेतु प्रोत्साहित करेगा.

•    ग्रामीण विकास में सहयोग हेतु एक संयुक्त समिति बनाई जाएगी जिसमें दोनों देशों के प्रतिनिधि शामिल होंगे.

•    समझौता ज्ञापन के तहत, दोनों देशों ने समन्वय और उचित तकनीकी सहयोग की सुविधा के लिए सहमति व्यक्त की जिसमें निम्नलिखित विषय शामिल हैं –


i.    इस समझौता ज्ञापन के उद्देश्यों को पूरा करने में सहायक भारतीय विशेषज्ञ संस्थाओं का उपयोग करने की छूट.

ii.    ग्रामीण विकास के क्षेत्र में सहयोग हेतु प्रासंगिक सूचना एवं पत्रों का आदान-प्रदान. इसमंं वैज्ञानिक एवं तकनीकी सूचना एवं नीतियों की जानकारी आदि भी शामिल होगी.

iii.    दोनों देश आपसी हितों के मुद्दों की जानकारी भी साझा करेंगे.

पृष्ठभूमि

यह समझौता ज्ञापन दोनों देशों के लिए इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि दोनों ही देशों की जनसंख्या का एक बड़ा भाग गरीबी में रह रहा है. समाज का यह तबका जीवनयापन के लिए कृषि पर निर्भर है.

भारत और मॉरिशस के मध्य गरीबी उन्मूलन के लिए संयुक्त प्रयास किये जाने हेतु एजेंडा काफी समय से चर्चा में था

केंद्रीय मंत्रिमंडल ने किसानों को ब्याज छूट योजना की मंजूरी दी

केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 5 जुलाई 2016 को चालू वित्त वर्ष 2016-17 में किसानों को चार फीसदी ब्याज दर पर ऋण देने की योजना को मंजूरी दे दी है. इसके लिए 18276 करोड़ रुपए का आवंटन किया गया है.

इस योजना के तहत सरकारी बैंक, निजी बैंक, सहकारी बैंक और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक एक साल की अवधि के लिए 3 लाख रुपए तक का अल्पकालिक कृषि ऋण देंगे.

योजना की मुख्य विशेषताएं:

•    केंद्र सरकार अल्पावधि फसल ऋण के लिए सभी किसानों को प्रति वर्ष 5% की छूट देगी जिससे इस ऋण के लिए 4 प्रतिशत ब्याज का भुगतान करना होगा.

•    यदि किसान एक साल में ऋण का भुगतान करने में विफल रहेंगे, उन्हें ब्याज में मात्र 2% की छूट मिलेगी.

•    ऋण सभी फसलों के लिए होगा और छोटे किसान जो छह महीने तक के लिए ऋण लेंगें उन्हें ब्याज में 2% की छूट मिलेगी और उन्हें ऋण पर 7% ब्याज देना होगा.

•    प्राकृतिक आपदा प्रभावित किसानों के ऋण पुनर्गठन के मामले में पहले साल में 2% ब्याज छूट मिलेगी.

•    प्राकृतिक आपदा प्रभावित किसानों को राहत पहुंचाने के उद्देश्य से रिजर्व बैंक ने भी बैंकों को बीमा की रसीद कृषि ऋण देने एवं पुराने ऋणों को पुनर्गठित करने के निर्देश दिए थे.

नासा ने न्यू होराईजन्स मिशन को क्विपर बेल्ट तक बढाया

नेशनल एयरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (नासा) ने जुलाई 2016 के पहले सप्ताह में 2014 MU69 को क्विपर बेल्ट में गहरी रहस्यमय वस्तु की जांच हेतु नए होराईजन्स मिशन को मंजूरी दे दी है.

मिशन 2014 MU69 क्विपर बेल्ट पर रहस्यमयी ज्ञात वस्तु का पता लगाएगा. 

नासा के वैज्ञानिकों की आशा के अनुरूप न्यू होराईजन्स 2014 MU69, 31 दिसम्बर 2018 या 01 जनवरी 2019 तक  तक पहुंच जाएगा.

2014 MU69 के बारे में- 

• 2014 MU69 एक प्राचीन वस्तु है. जिसे सौर प्रणाली का प्रारंभिक ब्लॉकों निर्माता  समझा जाता है.

• मिशन अगस्त 2015 हेतु इसे न्यू होराईजन्स लक्ष्य के रूप में चयनित किया गया. 

• अक्टूबर और नवंबर 2015 में चार कोर्स परिवर्तित करने के बाद न्यू होराईजन्स 2014 MU69 की राह पर है.

• हबल टीमों द्वारा शुरू में 2014 MU69 को PT1 और न्यू होराईजन्स को  1110113Y नाम दिया गया. 

• इसकी खोज 26 जून 2014 को एक प्रारंभिक सर्वेक्षण के दौरान हबल स्पेस टेलीस्कोप का उपयोग कर न्यू होराईजन्स के लिए एक उपयुक्त क्विपर बेल्ट लक्ष्य को खोजने हेतु की गयी. 

• अंतरिक्ष यान लांच करने के बाद फ्लाईबाई के लिए 2014 MU69 को लक्ष्य करना पहला उद्देश्य था. 

न्यू होराईजन्स के बारे में-

• न्यू होराईजन्स अन्तर्ग्रहीय एक अनुसन्धान है जो नासा के नई सीमा कार्यक्रम के तहत शुरू किया गया था.

• इसका निर्माण एस एलन स्टर्न के नेतृत्व में उनकी टीम ने जॉन्स हॉपकिन्स विश्वविद्यालय एप्लाइड फिजिक्स प्रयोगशाला (एपीएल) और दक्षिण पश्चिम अनुसंधान संस्थान (एसडबल्यूआरआई) में किया. 

• इसका प्राथमिक उद्देश्य प्लूटो प्रणाली का फ्लाईबाई अध्ययन करना था. इसका दूसरा उद्देश्य भी फ्लाईबाई का अध्ययन और एक या एक से अधिक अन्य क्विपर बेल्ट वस्तुओं (केबीओएस) (KBOs) का अध्ययन है. 
• न्यू होराईजन्स केप केनवरल एयर फोर्स स्टेशन से 19 जनवरी 2006 को लांच किया गया.

• यह प्रति सेकंड 16.26 किलोमीटर की रफ्तार के साथ पृथ्वी और सौर प्रक्षेपवक्र में सीधे लांच किया गया

गेरार्डो मार्टिनो ने अर्जेंटीना फुटबॉल टीम के कोच पद से इस्तीफा दिया

गेरार्डो मार्टिनो ने 6 जुलाई 2016 को अर्जेंटीना फुटबॉल संघ की वित्तीय स्थिति और आगामी ओलंपिक की तैयारियों के अभाव का हवाला देकर राष्ट्रीय टीम के कोच के पद से इस्तीफा दे दिया.

अर्जेंटीना ने उनकी जगह 1986 विश्व कप विजेता टीम के डिफेंडर और युवा टीम के कोच जूलियो ओलार्टिकोचिया को नया कोच बनाने का ऐलान किया है.

गेरार्डो मार्टिनो के बारे में:

•    गेरार्डो मार्टिनो का जन्म 20 नवम्बर 1962 को अर्जेंटीना में हुआ.

•    गेरार्डो मार्टिनो को फुटबॉल में एक बहुत ही उच्च दबाव और आक्रामक शैली में खेलने के लिए जाना जाता है.

•    मार्टिनो ने फरवरी 2007 में पराग्वे फुटबॉल टीम के प्रमुख कोच बने थे.

•    वे वर्ष 2014 में विश्व कप फाइनल में जर्मनी के हाथों हार के बाद अर्जेंटीना फुटबॉल टीम के कोच बने थे.

दीपक सिंघल उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव के रूप में नियुक्त

उत्तर प्रदेश सरकार ने 6 जुलाई 2016 को वरिष्ठ आईएएस अधिकारी दीपक सिंघल को मुख्य सचिव नियुक्त किया. इससे पहले राज्य के कृषि उत्पादन आयुक्त (एपीसी) प्रवीर कुमार कार्यवाहक मुख्य सचिव के तौर पर काम कर रहे थे.

दीपक सिंघल को प्रदेश सरकार ने पिकप अध्यक्ष और स्थानीय आयुक्त नई दिल्ली का भी चार्ज दिया गया है.

दीपक सिंघल के बारे में:

•    दीपक सिंघल का जन्म 25 मई 1959 को उत्तर प्रदेश में हुआ.

•    उन्होंने मैकेनिकल में इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की है.

•    इसके अलावा इंडस्ट्रीयल इंजीनियरिंग में पीजी डिप्लोमा हैं.

•    वे कई महत्वपूर्ण जिलों के डीएम और मेरठ, बरेली के कमिश्नर पदों पर भी रहे हैं.

•    सिंघल ने 2006 और 2011 के बीच केंद्रीय प्रतिनियुक्ति भी थे.

•    वे महत्वपूर्ण पदों जैसे-सिंचाई, गृह, ऊर्जा, वाणिज्य कर विभागों के प्रमुख सचिव एवं सचिव तथा आयुक्त रह चुके हैं.

•    दीपक सिंघल मुख्यमंत्री के दो बड़े ड्रीम प्रोजेक्ट को भी हैंडल कर रहे. जिसमें गोमती रिवर फ्रंट और बुंदेलखंड तालाब योजना शामिल है.

केंद्र सरकार ने नेशनल ग्रीन राजमार्ग मिशन शुरू किया

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने 1 जुलाई 2016 को नई दिल्ली में नेशनल ग्रीन राजमार्ग मिशन (एनआरएचएम) का शुभारंभ किया. 1500 किलोमीटर लंबे राजमार्गों पर शुरुआती पौधरोपण की शुरुआत की गयी.

यह काम लगभग 300 करोड़ रुपए की लागत से किया जाएगा.

नेशनल ग्रीन राजमार्ग मिशन की मुख्य विशेषताएं:

•    इस मिशन के तहत सरकार की 5000 करोड़ रुपए की अनुमानित लागत से राष्ट्रीय राजमार्गों पर हरित शामियाना उपलब्ध कराने की योजना है.

•    यह 2019 तक सड़क निर्माण पर पांच लाख करोड़ रुपए की अनुमानित लागत का 1% है.

•    ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बल देने के लिए इसे नरेगा से संबद्ध किया जा सकता है.

•    1,500 किलोमीटर के लिए योजना में 15,000 लोगों को रोजगार मिलेगा.

•    आईओसी ने एनएच 31 को पौधारोपण व पेड़ों की देखभाल करेगा.

•    3,000 किलोमीटर लंबे राष्ट्रीय राजमार्गों के पौधारोपण का काम जुलाई 2016 तक पूरा कर लिया जाएगा.

•    समुदाय, किसानों, एनजीओ, निजी क्षेत्रों, सरकारी एजेंसियों और वन विभाग की भागीदारी से इको-फ्रेंडली एनएच का विकास किया जाएगा.

•    इस नीति को लागू होने से न केवल बड़े पैमाने पर रोजगार पैदा होंगे, बल्कि आर्थिक विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान मिलेगा.

ओडिशा के पुरी में जगन्नाथ रथ यात्रा का शुभारम्भ

धार्मिक महोत्सवों में सबसे प्रमुख तथा महत्त्वपूर्ण दस दिवसीय महोत्सव का 06 जुलाई 2016 को शुभारम्भ हो गया. भगवान् जगन्नाथ की रथयात्रा प्रति वर्ष आषाढ़ मास शुक्ल पक्ष की द्वितीया को आरम्भ होती है. इस यात्रा को 'गुण्डीय यात्रा' भी कहा जाता है. 'गुंडीचा मंदिर' भगवान की मौसी का घर है, जहां विश्वकर्मा ने तीनों देव प्रतिमाओं का निर्माण किया. इसे 'गुंडीचा बाड़ी' भी कहते हैं. 

इसकी तैयारी अक्षय तृतीया से श्रीकृष्ण, बलराम और सुभद्रा के रथों के निर्माण से शुरू हो जाती है. भारत के चार पवित्र धामों में से एक पुरी के 800 वर्ष पुराने मंदिर में योगेश्वर श्रीकृष्ण जगन्नाथ रूप में विराजते हैं. साथ ही यहाँ बलभद्र एवं सुभद्रा भी हैं.

वर्तमान रथयात्रा में जगन्नाथ की दशावतारों में पूजा होती है. उनमें विष्णु, कृष्ण और वामन और बुद्ध हैं. चलते समय रथ शब्द करता है. सबसे आगे बलराम का रथ 'तलध्वज' चलता है. उसके पीछे सुभद्रा का रथ 'पद्मध्वज' अंत में जगन्नाथ जी का रथ 'गरुड़ध्वज' या 'कपिलध्वज' होता है. दसवें दिन इस यात्रा का समापन हो जाता है.

पुरी का मंदिर-
उच्चस्तरीय नक़्क़ाशी और भव्यता लिए यह मंदिर भक्तों की आस्था केंद्र है. मन्दिर में तीन मूर्तियाँ हैं- जिनमे भगवान जगन्नाथ, बलभद्र, व उनकी बहन सुभद्रा की काष्ठ निर्मित मूर्तियाँ हैं. यह मूर्तियाँ आदिवासी मुखाकृति के साथ अधिक सौम्यता रखती हैं. पुरी का मुख्य मंदिर बारहवीं सदी में राजा अनंतवर्मन के शासनकाल के समय बनाया. उसके बाद जगन्नाथ जी के 120 मंदिर बनाए गए.

इतिहास
पौराणिक कथाओं के अनुसार 'राजा इन्द्रद्युम्न' भगवान जगन्नाथ को 'शबर राजा' से यहां लेकर आये तथा उन्होंने मूल मंदिर का निर्माण कराया. इसका कब निर्माण हुआ और यह कब नष्ट हो गया इस बारे में कुछ स्पष्ट नहीं है. वर्तमान 65 मीटर ऊंचे मंदिर का निर्माण 12वीं शताब्दी में चोल 'गंगदेव' तथा 'अनंग भीमदेव' ने कराया.

प्रथाएँ
यात्रा आरंभ होने से पहले पूर्व राजाओं के वंशज पारंपरिक ढंग से सोने के हत्थे वाली झाडू से ठाकुर जी के प्रस्थान मार्ग को बुहारते हैं. सुभद्रा के द्वारिका भ्रमण की इच्छा पूर्ण करने के उद्देश्य से श्रीकृष्ण व बलराम ने अलग रथों में बैठकर रथयात्रा करवाई थी. सुभद्रा की नगर भ्रमण की स्मृति में यह रथयात्रा पुरी में हर वर्ष आयोजित की जाती है.

बाहुड़ा यात्रा
आषाढ़ शुक्ल दशमी को जगन्नाथ जी की वापसी यात्रा शुरू होती है. इसे बाहुड़ा यात्रा कहते हैं. शाम से पूर्व ही रथ जगन्नाथ मंदिर तक पहुंच जाते हैं. जहां एक दिन प्रतिमाएं भक्तों के दर्शन के लिए रथ में ही रखी रहती हैं. अगले दिन प्रतिमाओं को मंत्रोच्चार के साथ मंदिर के गर्भगृह में पुन: स्थापित कर दिया जाता है. आगामी एकादशी के दिन मन्दिर के द्वार देवी- देवताओं हेतु खोल दिए जाते हैं. इनका शृंगार विभिन्न आभूषणों व शुद्ध स्वर्ण से किया जाता है. इस धार्मिक कार्य को 'सुनबेसा' कहा जाता है. रथ का मेला वृन्दावन, उत्तर प्रदेश में भी आयोजित किया जाता है.

रथ का निर्माण
भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा के लिए रथों का निर्माण लकड़ियों से होता है। इसमें कोई भी कील या काँटा, किसी भी धातु का नहीं लगाया जाता.

टेरेंटुला की नयी प्रजाति का नाम नोबल विजेता गाब्रेल ग्रेशिया मार्क्विस के नाम रखा गया

वैज्ञानिकों ने टेरेंटुला (मकड़ी की प्रजाति) का नाम 1982 के साहित्य में नोबल पुरस्कार विजेता गाब्रेल ग्रेशिया मार्क्विस के नाम पर कानकुआमो मार्क्वेजी रखा. 

यह मकड़ी कैरिबियन कोलम्बिया पहाड़ी क्षेत्र में बड़ी संख्या में पायी जाती थी. इसका नाम मार्क्विस को श्रद्धांजलि देने के उद्देश्य से रखा गया.

इसकी खोज उरुग्वे एवं कोलंबिया के वैज्ञानिकों द्वारा की गयी जिसकी अध्यक्षता कार्लोस पेरेफैन ने की.

कानकुआमो मार्क्वेजी

•    यह मकड़ी अपनी सुरक्षा के लिए जहरीले नुकीले बाल छोड़ती है जो शिकारी की आँख और त्वचा में घुस जाते हैं.

•    इसका आकार दिखने में भयानक लगता है. इसका शरीर तीन सेंटीमीटर लम्बा, तीन सेंटीमीटर लम्बी टांगें तथा कुल मिलकर यह 3.5 इंच के आकार की मकड़ी है.

•    यह पहाड़ी क्षेत्र के 2200 मीटर की ऊंचाई पर पायी गयी. यह अधिकतर वर्षा तथा ठंड वाले क्षेत्र में पाई जाती है.

•    कानकुआमो कोलंबिया क्षेत्र की एक जाति है. यह सियरा नवादा डी सांता मारिया के पूर्वी स्लोप में निवास करती है. 

•    टेरेंटुला प्रजाति की इस मकड़ी की अब तक लगभग 900 मकड़ियों की पहचान की जा चुकी है.

गाब्रेल मार्क्विस

•    वे कोलंबिया के उपन्यासकार, लघु कथा लेखक, पटकथा लेखक एवं पत्रकार थे.

•    उन्हें उपन्यास वन हंड्रेड इयर्स ऑफ़ सॉलीट्यूड के लिए 1982 में नोबल पुरस्कार दिया गया.

•    उनका जन्म 6 मार्च 1927 को कोलम्बिया के उत्तरी तट पर स्थित आराकाटाका में हुआ.

•    उन्हें यथार्थ से जुड़े मुद्दों से सम्बंधित उपन्यास लिखे.

•    उनका निधन 87 वर्ष की आयु में अप्रैल 2014 में मेक्सिको में हुआ.

नयी प्रजातियों एवं जीवों की खोज के संबंध में पत्रिका ज़ूकीज़ में जानकारी प्रकाशित की गयी.

दीपा करमाकर को अंतरराष्ट्रीय जिमनास्टिक्स फेडरेशन द्वारा ‘वर्ल्ड क्लास जिमनास्ट’ के रूप में नामित किया गया

भारतीय जिमनास्ट दीपा करमाकर को अंतरराष्ट्रीय जिमनास्टिक्स फेडरेशन द्वारा ‘वर्ल्ड क्लास जिमनास्ट’ के रूप में नामित किया गया.

इससे सम्बंधित अधिकारिक पुष्टि पत्र जिमनास्टिक महासंघ द्वारा 6 जुलाई 2016 को जारी किया गया. वे इस सम्मान को प्राप्त करने वाली पहली भारतीय जिमनास्ट बन गयी.

दीपा करमाकर के बारे में:

•    दीपा का जन्म 9 अगस्त 1993 में अगरतला में हुआ.

•    उन्होंने 2014 में ग्लासगो में आयोजित कॉमनवेल्थ खेलों में कांस्य पदक जीता.

•    यह किसी भी भारतीय महिला जिमनास्ट द्वारा अर्जित पहला पदक था.

•    वे विश्व की पांच सबसे अधिक अंक अर्जित करने वाली महिला खिलाड़ियों में शामिल हैं.

•    उन्होंने डिफिकलटी में 7.000, एग्जीक्यूशन में 8.100 एवं पेनल्टी में 0.1 अंक अर्जित किये हैं.

•    उन्होंने एशियन जिम्नास्टिक चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता तथा 2015 के विश्व आर्टिस्टिक जिम्नास्टिक चैंपियनशिप में पांचवां स्थान हासिल किया. यह दोनों स्थान भारत के लिए पहली बार अर्जित किये गये.

•    वर्ष 2010 से 2014 तक पांच बार राष्ट्रीय विजेता रह चुकीं है.

•    उन्हें अगस्त 2015 में अर्जुन पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चूका है.

केंद्र सरकार ने नमामि गंगे के तहत देश भर में 231 परियोजनाओं का शुभारम्भ किया

नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत केंद्र सरकार ने 07 जुलाई 2016 को उत्‍तराखंड, उत्‍तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, हरियाणा और दिल्‍ली में 231 परियोजनाओं का शुभारम्भ किया. जल संसाधन मंत्री उमा भारती ने हरिद्वार से मुख्‍य कार्यक्रम का उद्घाटन किया.

प्रारंभ में यह योजना 104 स्थानों पर सभी पांच गंगा बेसिन वाले राज्यों में शुरू की गयी. सरकार ने 2018 तक गंगोत्री से गंगासागर तक गंगा की सफाई का लक्ष्य रखा है. सरकार का इरादा नदी में प्रदूषण के स्तर की निगरानी हेतु एक ऐप भी विकसित करने का है.

परियोजना के मुख्य बिंदु-

  • डेढ़ हजार करोड़ के ढाई सौ प्रोजेक्‍ट 100 स्थानों पर आरम्भ किए गए हैं.
  • सफाई परियोजनाओं में घाटों का नवीनीकरण, शवदाह स्थलों और मल प्रवाह ढांचे को आधुनिक बनाने का काम किया जाएगा. इसके अलावा वृक्षारोपण, जल निकासी, कचरा प्रबंधन और जैव विविधता संरक्षण के कार्यक्रम भी चलाए जाएंगे.
  • देश के 13 भारतीय प्रौद्यstrong>ोगिकी संस्‍थानों ने ऐसे 5-5 गांवों का विकास करने की जिम्‍मेदारी ली हैं
  • इन गांवों के 328 सरपंचों को अब तक पंजाब के सींचेवाल गांव ले जाया गया है जहां उन्‍होंने सींचेवाल के विकास की जानकारी ली.
  • गंगा किनारे ऋषिकेश, देहरादून, नरोरा, इलाहाबाद, वाराणासी, भागलपुर, साहिबगंज और बैरकपुर में आठ जैव विविधता संरक्षण केंद्रों का विकास किया जाएगा
  • राष्‍ट्रीय स्‍वच्‍छ गंगा मिशन घाटी आधारित समग्र दृष्टिकोण अपनाते हुए राष्‍ट्रीय गंगा नदी प्राधिकरण के अंतर्गत आने वाले पांच राज्‍यों में प्रदूषण नियंत्रण, जलीय संसाधन संरक्षण और संस्‍थागत विकास परियोजनाओं को संचालन किया जाएगा.

गंगा किनारे प्रदेश स्तर परयोजना-

  • उत्तराखंड के देहरादून, गढ़वाल, टिहरी गढ़वाल, रूद्रप्रयाग और चमोली जिलों के विभिन्न स्थानों पर इस तरह की 47 परियोजनाएं शुरू की जाएंगी.
  • नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत 20 परियोजनाएं पश्चिम बंगाल के उत्‍तरी 24 परगना, नदिया, दक्षिण 24 परगना और हावड़ा जिलों में शुरू की जाएंगी.
  • बिहार के बक्‍सर, वैशाली, सारण, पटना और भागलपुर जिलों में 26 परियोजनाएं शुरू की जाएगी.
  • उत्‍तर प्रदेश के अमरोहा, बिजनौर, हापुड़, मुजफ्फरनगर, मेरठ, मथुरा, इलाहाबाद, वाराणासी, फरूखाबाद और कानपुर जिलों में 112 परियोजनाएं शुरू की जाएंगी.
  • गंगा ग्राम योजना के पहले चरण में गंगा के तट पर बसे 400 गांवों का विकास किया जाएगा.
  • गंगा के किनारे बसे शहरों एवं 1657 ग्राम पंचायतों के ग्राम प्रधानों के साथ जन जागरूकता बढ़ाने के लिए राष्‍ट्रीय स्‍वच्‍छ गंगा मिशन द्वारा नियमित संवाद किया जा रहा है.

निर्मलता का फेज वन 2016 अक्तूबर, निर्मलता का फेज टू 2018 अक्तूबर और किसानों की सहमति मिलने के बाद नदी का मूल तत्व अविरलता 2020 तक संभावित है.

जी लर्न ने देबशंकर मुखोपाध्याय को सीईओ नियुक्त किया

एस्सेल समूह की शिक्षा शाखा, जी लर्न ने 6 जुलाई 2016 को देबशंकर मुखोपाध्याय को मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) नियुक्त किया. 

एस्सेल समूह के बारे में-

एस्सेल समूह मीडिया, पैकेजिंग, मनोरंजन, शिक्षा आदि में संपत्ति की एक विविध पोर्टफोलियो के साथ भारत के सबसे प्रमुख व्यापारिक में से एक है.

देबशंकर मुखोपाध्याय के बारे में-

• देबशंकर मुखोपाध्याय दक्षिण एशिया में शैक्षिक और वित्तीय क्षेत्रों में 20 वर्ष से अधिक के अनुभवी है.

• जी लर्न में नियुक्ति से पहले वह मणिपाल ग्लोबल एजुकेशन सर्विसेज में शैक्षिक बिक्री, वित्तीय सेवा और बीमा के प्रमुख थे.

• उन्होंने मैक्स लाइफ इंश्योरेंस, वेस्टर्न यूनियन, स्कोलिस्टिक भारत, जी इंटरएक्टिव लर्निंग सिस्टम्स और डीएचएल वर्ल्डवाइड के साथ भी अपनी सेवाएं साझा की.

जी लर्न के बारे में- 

• शिक्षा के क्षेत्र में जी लर्न भारत की अग्रणी कंपनी है.

• एशिया की नंबर 1 (K-12) के 12 स्कूलों की प्री-स्कूल नेटवर्क श्रृंखला, माउंट लिटेरा, जी स्कूल और किडजी जी लर्न द्वारा ही संचालित की जाती है.

• (K-12) के 12 स्कूल की श्रृंखला माउंट लिटेरा, जी स्कूल को 2015 में भारतीय शैक्षिक कांग्रेस द्वारा सम्मानित किया गया.