7 October

मारिया शारापोवा का डोपिंग प्रतिबंध दो साल से घटकर 15 महीने हुआ

मारिया शारापोवा का डोपिंग प्रतिबंध 4 अक्टूबर 2016 को दो साल से घटाकर 15 महीने कर दिया गया. खेल पंचाट ने शारापोवा पर लगे निलंबन में नौ महीने की कटौती की है.

शारापोवा को जनवरी 2016 में आस्ट्रेलिया ओपन के दौरान मेलडोनियम के लिए पाजीटिव पाया गया था. पांच बार की ग्रैंडस्लैम विजेता और विश्व की पूर्व नंबर एक खिलाड़ी शारापोवा को पाजीटिव टेस्ट के बाद अंतरराष्ट्रीय टेनिस महासंघ द्वारा दो साल का प्रतिबंध लगा दिया गया था.

मारिया शारापोवा अप्रैल 2017 में टेनिस कोर्ट में वापसी करेगी और फ्रेंच ओपन के साथ ग्रैंडस्लैम में खेल सकती है. खेल पंचाट के पैनल ने पाया कि पाजीटिव टेस्ट के लिए शारापोवा की भी कुछ गलती है लेकिन कहा कि 15 महीने का प्रतिबंध पर्याप्त था.

मारिया शारापोवा:

•    मारिया शारापोवा का जन्म 19 अप्रैल 1987 में साइबेरिया स्थित रूस में हुआ.

•    उन्हें अगस्त 2005 में विश्व की नम्बर 1 खिलाड़ी घोषित किया गया.

•    मारिया ने वर्ष 2008 में ऑस्ट्रेलियन ओपन ख़िताब जीता.

•    उन्होंने वर्ष 2012 में फ्रेंच ओपन जीता.

•    वे वर्ष 2004 में विम्बल्डन तथा वर्ष 2006 में अमेरिकन ओपन विजेता रहीं.

डोपिंग क्या है?

डोपिंग का अर्थ है कि खिलाड़ियों द्वारा उन पदार्थों का सेवन करना जो उनकी शारीरिक क्षमता बढ़ाने में सहायता करता है. वे इससे अपनी क्षमता से ज्यादा अच्छा प्रदर्शन करते हैं. डोपिंग के अंतर्गत 5 प्रकार के ड्रग्स को प्रतिबंधित किया गया है. इनमें सबसे सामान्य स्टिमुलैंट्स और हॉर्मोन्स हैं.

इनका सेवन करने से व्यक्ति के शरीर में कई साइड इफेक्ट के भी खतरे होते हैं. इसलिए इन्हें खेल शासी निकायों द्वारा प्रतिबंधित किया गया है.

कैसे पता करेगें कि खिलाड़ी ने डोपिंग की है?

डोपिंग की जांच के लिए खिलाड़ी के शरीर में एक लंबे समय से स्थापित तकनीकी मास स्पेक्ट्रोमेट्रीका का प्रयोग किया किया जाता है. इसके अंतर्गत खिलाड़ी के यूरिन सैंपल को आयोनाइज करने के लिए इलेक्टॉन्स से फायर किया जाता है इससे अणुओं को चार्ज्ड पदार्थ में परिवर्ति कर दिया जाता है इलेक्ट्रॉन्स को जोड़कर और हटाकर देखा जाता है. जितने भी पदार्थ होते है उन सबमें एक सबसे अलग फिंगरप्रिंट होता है. जैसा कि वैज्ञानिकों को पहले से ही कई स्टेरॉइड्स का भार पता होता है इसलिए वे तुरंत पहचान जाते हैं कि डोपिंग वाला सेंपल कौन सा है.

 

पूर्व पुर्तगाली प्रधानमंत्री एंटोनियो गुतेरस संयुक्त राष्ट्र के अगले महासचिव हेतु चयनित

पूर्व पुर्तगाली प्रधानमंत्री एंटोनियो गुतेरस को 5 अक्टूबर 2016 को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद द्वारा सर्वसम्मति से संयुक्त राष्ट्र का अगला महासचिव चुने जाने हेतु चयनित किया गया.  

गुतेरस 1 जनवरी 2017 को बान की मून का स्थान लेंगे. 

सुरक्षा परिषद् के 15 सदस्य देशों का यह निर्णय 193 सदस्य देशों वाली महासभा की सहमति के लिए भेजा जायेगा. 

एंटोनियो गुतेरस

•    एंटोनियो मनुएल डी ओलिवेरा गुतेरस एक पुर्तगाली राजनीतिज्ञ हैं.

•    वे 1995 से 2002 तक पुर्तगाल के प्रधानमंत्री रहे.

•    वे सोशलिस्ट इंटरनेशनल के लिए कुछ समय तक प्रेसिडेंट भी रहे.

•    उन्होंने जून 2005 से दिसम्बर 2015 तक संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी उच्चायुक्त के रूप में भी कार्य किया.


संयुक्त राष्ट्र महासचिव

•    संयुक्त राष्ट्र महासचिव, संयुक्त राष्ट्र सचिवालय का प्रमुख होता है.

•    महासचिव संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता और संयुक्त राष्ट्र के नेता के रूप में कार्य करता है.

•    महासचिव का यह कार्य संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अध्याय XV (अनुच्छेद 97 से 101) में बताया गया है.

•    महासचिव की नियुक्ति सुरक्षा परिषद की स्वीकृति के पश्चात् महासभा द्वारा 5 वर्ष के लिए की जाती है.

•    महासचिव के कर्तव्यों में अंतरराष्ट्रीय मुद्दों को शांति पूर्वक सुलझाना, विश्व शांति एवं विकास के लिए प्रयासरत रहना, अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनों द्वारा विश्व में सन्देश प्रसारित करना तथा ज्वलंत मुद्दों पर सदस्य राष्ट्रों की सरकारों से बातचीत करना आदि शामिल है.

राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने विश्व सतत विकास शिखर सम्मेलन का उद्घाटन किया

राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने 6 अक्टूबर 2016 को पहला विश्व सतत विकास शिखर सम्मेलन (डब्ल्यूएसडीएस) का नई दिल्ली में उद्घाटन किया.

इस शिखर सम्मेलन का शीर्षक है – 2015 से आगे: लोग, ग्रह तथा विकास. इस शिखर सम्मेलन का आयोजन ऊर्जा और संसाधन संस्थान (टेरी) द्वारा किया जा रहा है.

विश्व सतत विकास शिखर सम्मेलन

•    यह सम्मेलन टेरी द्वारा आयोजित दिल्ली सतत विकास शिखर सम्मेलन से प्रेरणा लेकर आरंभ किया गया है.

•    इस सम्मेलन में नोबल पुरस्कार विजेता, राजनीतिज्ञ, विभिन्न संस्थानों के विद्वान तथा सतत विकास से सम्बंधित एजेंसियों के प्रतिनिधियों को एक मंच पर शामिल किया जाता है.

•    इसका उद्देश्य वैश्विक समुदाय के लाभ के लिए दीर्घकालीन समाधान प्रदान करना है.

विश्व सतत विकास शिखर सम्मेलन के घटक

•    विश्व सीईओ सतत विकास शिखर सम्मेलन: यह विश्व के बिज़नस लीडर्स को एक मंच पर लाकर वैश्विक पर्यावरण मुद्दों को सुलझाने के लिए अवसर प्रदान करता है.

•    थीमैटिक ट्रैक्स: यह क्षेत्रीय विशेषज्ञों द्वारा उस क्षेत्र विशेष की पर्यावरणीय समस्याओं को सुलझाने के लिए दिशा प्रदान करता है.

•    मीडिया संवर्धन: यह विश्वभर के पत्रकारों को जलवायु परिवर्तन तथा सतत विकास के मुद्दों से अवगत कराता है तथा इस दिशा में उन्हें उनके कर्तव्यों का बोध कराता है.

•    युवा लीडर सम्मेलन: इसमें विश्व भर के युवाओं को सतत विकास के लिए एक प्लेटफार्म प्रदान किया जाता है जिसमें उन्हें विकास सम्बंधित अवधारणाओं, वास्तविकताओं तथा पर्यावरणीय समस्याओं को सुलझाने में उन्हें योगदान से उन्हें अवगत कराता है. 

•    ग्रीनोवेशन प्रदर्शनी: इसमें विश्व भर से अक्षय उर्जा, कचरा प्रबंधन, सतत निर्माण, सतत परिवहन तथा जल प्रबंधन हेतु तकनीकों का प्रदर्शन किया जाता है. इसमें विश्वभर से प्रतिभागी हिस्सा लेते हैं.

समुद्री तूफान मैथ्यू से फ्लोरिडा और जॉर्जिया में आपातकाल घोषित

कैरिबियन देश हैती में समुद्री तूफ़ान मैथ्यू से हुई भारी जान-माल की हानि के बाद यह 7 अक्टूबर 2016 को अमेरिका के फ्लोरिडा तथा जॉर्जिया राज्यों में पंहुचा. हैती में 339 लोगों की मृत्यु के बाद फ्लोरिडा और जॉर्जिया में सरकार द्वारा आपातकाल घोषित कर दिया गया. इसके तहत लोगों को घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिया कहा गया है.  

इस आपातकालीन स्थिति में 15 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जायेगा. अमेरिकी मौसम विभाग द्वारा प्रसारित जानकारी के अनुसार मैथ्यू तूफान में 230 किलोमीटर प्रति घंटे से चल रही हवाओं से स्थिति भयावह हो चुकी है.

इस तूफान से में अधिकतर मछली पालन में कार्यरत लोग, तिबुरोन प्रायद्वीप तथा समुद्री किनारे रहने वाले लोग क्षति के शिकार हुए. संयुक्त राष्ट्र अधिकारियों को सूचित करते हुए बताया गया है कि मैथ्यू से हैती में 80 प्रतिशत घर ध्वस्त हो गये जिनमें सात लाख से अधिक लोग रहते थे.

फ्लोरिडा के गवर्नर रिक स्कॉट ने मैथ्यू तूफान के चलते पूरे राज्य में आपातकाल की घोषणा करते हुए इसे गंभीरता से लेने का आग्रह किया है.

ऐसे निर्धारित होते हैं तूफानों के नाम

समुद्री तूफ़ान अथवा चक्रवात के लिए विशेष नाम दिए जाते हैं ताकि चेतावनी जारी करने में आसानी हो सके एवं सूचना प्रसारित करने में भी आसानी हो सके. विश्वभर में दिए जाने वाले तूफानों के नामों के लिए एक विशेष प्रक्रिया निर्धारित की गयी है जिसके लिए अंतरराष्ट्रीय मौसम विज्ञान संगठन ने कुछ मानक तय किये हैं.

•    वास्तविक नियम बनाये जाने से पूर्व 20वीं शताब्दी के आरंभ में चक्रवातों का नाम ऑस्ट्रेलियन मौसम विज्ञानियों द्वारा भ्रष्ट नेताओं के नाम पर रखा जाता था.

•    इसके पश्चात् द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान अमेरिकी नौसेना एवं मौसम विभाग अधिकारियों द्वारा अपनी पत्नियों एवं प्रेमिकाओं के नाम पर चक्रवातों के नाम रखे जाने लगे.

•    इसके बाद अंतरराष्ट्रीय मौसम विज्ञान संगठन द्वारा नियम तय करते हुए छह सूचियां बनाई गयीं जिसमें प्रत्येक सूची में 21 नाम दिए गये.

•    इन सूचियों में अंग्रेजी के अल्फाबेट के हर वर्ण से नाम दिए गये हैं लेकिन इसमें Q, U, X, Y और Z को शामिल नहीं किया गया.

•    नियमों के अनुसार तूफानों के नाम छोटे होने चाहिए एवं इसकी भाषा अंग्रेजी, स्पेनिश या फ्रेंच होनी चाहिए. 

•    साथ ही यह भी निर्धारित किया गया कि इसमें उत्तरी अमेरिकी एवं कैरेबियन भाषा का प्रयोग नहीं किया जाना चाहिए.

•    देश में एक बार सूची के नाम पूरे हो जाने पर उसे छह वर्ष बाद दोहराया जाता है. 

•    जिन तूफानों से सबसे अधिक हानि हुई होती है उन्हें दोबारा यह नाम नहीं दिया जाता ताकि उसे याद रखने में आसानी हो.

•    यह प्रयास किया जाता है कि कम से कम 25 वर्षों तक नाम दोहराए न जायें.

 

निशानेबाज जीतू राय ने विश्व कप में सिल्वर मैडल जीता

भारतीय निशानेबाज जीतू राय ने 6 अक्टूबर 2016 को बोलोग्ना, इटली में आयोजित आईएसएसएफ विश्व कप में सिल्वर मैडल जीता. सिल्वर मैडल उन्होंने फाइनल की 50 मीटर पिस्टल स्पर्धा जीता है.

  • चीन की वेई पैंग पिस्टल स्पर्धा में प्रथम स्थान पर रही. 29 वर्षीय जीतू को दूसरे स्थान के साथ सिल्वेर मैडल मिला.
  • जीतू ने 188.8 स्कोर किया और चीन के वेई पैंग (190.6) के बाद दूसरे स्थान पर रहे.
  • तीसरे स्थान पर रहे इटली के जियुसेपे गियाडरेनो ने कांस्य पदक हासिल किया.

निशानेबाज जीतू राय के बारे में-

  • जीतू ने मारीबोर विश्व कप 2014 में बनाए गए अपने पिछले राष्ट्रीय रिकॉर्ड स्कोर की भी बराबरी की.
  • इससे पहले जीतू ने अजरबेजान के बाकू में विश्व कप में दस मीटर एयर पिस्टल में रजत पदक जीता.
  • जीतू को रियो ओलिंपिक में पदकों के लिए भारत की ओर से बड़ा दावेदार माना जा रहा था. लेकिन वो रियो में कोई पदक हासिल करने से चूक गए.
  • रियो ओलंपिक 2016 में वह पुरुषों की 10 मीटर पिस्टल स्पर्धा के फाइनल में आठवें स्थान पर रहे.
  • इंचियन एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक विजेता के नाम इससे पहले वर्ल्ड कप के चार पदक हैं.

प्रतियोगिता के बारे में-

  • वर्ल्ड कप फ़ाइनल के पोडियम पर रियो ओलिंपिक का कोई पदक विजेता नहीं है.
  • आईएसएसएफ विश्व कप फाइनल प्रतियोगिता वार्षिक कैलेंडर के साथ ही  समाप्त होने वाली प्रतियोगिता है.
  • इस प्रतियोगिता में द. कोरिया के वर्ल्ड नंबर 1 और रियो ओलिंपिक के स्वर्ण पदक विजेता जोन्गोह जिन के अलावा दुनिया के टॉप 10 शूटर्स ने हिस्सा लिया.

 

कावेरी बेसिन की स्थिति के आकलन के लिए एक उच्च स्तरीय तकनीकी दल का गठन

जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण मंत्रालय ने 5 अक्टूबर 2016 को कावेरी बेसिन की स्थिति के आकलन करने के लिए एक उच्च स्तरीय तकनीकी दल का गठन किया.

केंद्रीय जल आयोग के अध्यक्ष जी.एस. झा उच्च स्तरीय तकनीकी दल के अध्यक्ष हैं. यह टीम 17 अक्टूबर 2016 को सुप्रीम कोर्ट में अपना रिपोर्ट सौंपेगी.

उच्च स्तरीय तकनीकी दल के अन्य सदस्यों में सीडब्ल्यूसी के सदस्य एस. मसूद हुसैन, सीडब्ल्यूसी हैदराबाद तथा तमिलनाडु और कर्नाटक राज्यों के मुख्य सचिव या उनके प्रतिनिधि, कृष्णा एवं गोदावरी बेसिन संगठन के चीफ इंजीनियर आर. के. गुप्ता तथा तमिलनाडु, कर्नाटक, केरल और केन्द्र शासित प्रदेश पुडुचेरी से एक-एक चीफ इंजीनियर शामिल है.

उच्च स्तरीय तकनीकी दल का गठन कावेरी बेसिन की वास्तविक स्थिति के आकलन के लिए बेसिन का दौरा करने के उद्देश्य से किया गया है.

हालांकि सुप्रीम कोर्ट के 4 अक्टूबर 2016 को दिये गये आदेश के अनुपालन में उच्च स्तरीय तकनीकी दल का गठन किया गया है

केंद्रीय मंत्रिमंडल ने तमिलनाडु में भारत के पहले मेडीपार्क की स्थापना को स्वीकृति दी

केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 5 अक्टूबर 2016 को स्पेशल पर्पज व्हीकल के माध्यम से एक चिकित्सा उपकरणों के विनिर्माण पार्क (मेडीपार्क/Medipark) की स्थापना को स्वीकृति प्रदान की. मेडीपार्क की स्थापना चेन्नई के बाहरी इलाके चेंगलपट्टू, कांचीपुरम जिला, तमिलनाडु में की जाएगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आज हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में इस आशय की स्वीकृति दी गयी.

इस प्रयोजन हेतु स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के अधीन सार्वजनिक क्षेत्र की कम्पनी मिनी रत्न एचएलएल लाइफकेयर लिमिटेड, को चेंगलपट्टू में 330.10 एकड़ भूमि पट्टा पर आवंटित की गयी है. इस परियोजना हेतु एक संयुक्त कंपनी की स्थापना होगी जिसमें एचएलएल की हिस्सेदारी 50 प्रतिशत से अधिक होगी.

मेडीपार्क की मुख्य विशेषताएं-

  • यह देश के चिकित्सा प्रौद्योगिकी क्षेत्र में पहला निर्माण क्षेत्र होगा.
  • इसका उद्देश्य अत्याधुनिक उत्पादों के घरेलू निर्माण और इनकी कम लागत को बढ़ावा देना है.
  • मेडीपार्क परियोजना का काम कई चरणों में पूरा किया जाएगा.
  • इसके पूरा होने में सात वर्ष का समय लगेगा.
  • प्रथम चरण में भौतिक बुनियादी ढांचे को विकसित किया जाएगा.
  • दूसरे चरण में विभिन्न विभागों की सहायता से अनुदान और ज्ञान प्रबंधन केंद्र विकसित किए जाएंगे.
  • तीसरे वर्ष से प्लॉट लीज पर दिए जाएंगे.
  • मेडीपार्क चिकित्सा उपकरणों और प्रौद्योगिकी क्षेत्र और देश में संबद्ध विषयों के विकास के लिए योगदान देगा.
  • एचएलएल चिकित्सा उपकरण और उपकरणों हेतु विनिर्माण इकाइयां स्थापित करने के इच्छुक निवेशकों के लिए एक पारदर्शी बोली प्रक्रिया के माध्यम से, निवेशकों के लिए भूमि उपलब्ध कराएगा.
  • प्रारंभिक चरण में, चिकित्सा उपकरण और उपकरण से सम्बंधित उद्यमियों को रियायती दर पर उद्योग विनिर्माण हेतु भूमि उपलब्ध करी जाएगी.
  • इससे स्वदेशी और घरेलू उद्योग के विकास हेतु एक मजबूत आधार बनेगा. आयात पर निर्भरता कम की जाएगी और अत्याधुनिक बुनियादी ढांचा प्रौद्योगिकी का विकास होगा.

 

पाकिस्तान में ऑनर किलिंग के खिलाफ विधेयक पारित

पाकिस्तान संसद के संयुक्त सत्र में 6 अक्टूबर 2016 को दो विधेयक पारित किये गये. इनमे पहले विधेयक के अंतर्गत ऑनर के नाम पर हत्या किये जाने के खिलाफ कानून लाया गया. दूसरा, अपराधियों की डीएनए द्वारा पहचान करके उन्हें सज़ा दिलाना.

दोनों विधेयकों के शीर्षक हैं - आपराधिक कानून संशोधन (ऑनर के नाम पर किये जाने वाले अपराध) अधिनियम 2016 एवं बलात्कार विरोधी (अपराधिक कानून संशोधन) अधिनियम 2016.

ऑनर किलिंग के खिलाफ विधेयक

इसके अनुसार, ऑनर किलिंग में शामिल परिवार के लोगों को अनिवार्य रूप से आजीवन कारावास (25 वर्ष) की सज़ा दी जाएगी. वर्तमान कानूनों के तहत, दोषी परिवार वालों को पीड़ित परिवार से मिली माफ़ी के बाद कोई सज़ा नहीं दी जाती थी. लेकिन नये कानून के तहत यदि पीड़ित परिवार माफ़ी भी दे देगा तो भी आजीवन कारावास अनिवार्य होगा, इस माफ़ी से केवल फांसी की सज़ा से छूट प्राप्त होगी.

बलात्कार विरोधी विधेयक

विधायिका द्वारा पारित कानून में आरोपी की पहचान हेतु डीएनए टेस्ट को अनिवार्य कर दिया गया. एक अन्य संशोधन में पुलिस स्टेशन में किये जाने वाले बलात्कार की स्थिति में तथा नाबालिक एवं मानसिक रूप से दिव्यांग के साथ होने वाले बलात्कार में सज़ा की अवधि बढाई गयी. इस संशोधन द्वारा सेक्स वर्कर्स को भी बलात्कार के खिलाफ सुरक्षा प्रदान की गयी है. 

हाल ही में हुए एक अध्ययन के अनुसार केवल 2 प्रतिशत बलात्कार मामलों में ही सुनवाई होती है जबकि 98 प्रतिशत मामलों में कोई सुनवाई नहीं होती. अब तक जांच में डीएनए टेस्ट नहीं किये जाते थे जिसके चलते अपराधियों को उचित दंड नहीं दिया जाता था.

दोनों ही विधेयक सीनेटर सुघरा इमाम द्वारा प्रस्तुत किये गये एवं इन्हें आमसहमति से पारित कर दिया गया. इमाम की सेवा अवधि समाप्त होने के पश्चात् फराहतुल्लाह बाबर द्वारा इसे संयुक्त अधिवेशन में प्रस्तुत किया गया. 

पाकिस्तान के मानव अधिकार आयोग के अनुसार वर्ष 2015 में लगभग 1100 महिलाओं को उनके परिजनों द्वारा ऑनर के नाम पर मार डाला गया जबकि बहुत से मामलों में रिपोर्ट भी दर्ज नहीं कराई जाती इसलिए उनके आंकड़े भी उपलब्ध नहीं हैं.

वेंकैया नायडू ने मोदीज मिडास टच इन फॉरेन पॉलिसी नामक पुस्तक का विमोचन किया

केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री वेंकैया नायडू ने 4 अक्टूबर 2016 को नई दिल्ली में पूर्व राजदूत सुरेंद्र कुमार द्वारा लिखित एक पुस्तक 'मोदीज मिडास टच इन फॉरेन पॉलिसी' का विमोचन किया. यह पुस्तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर लिखी गयी है.

मोदीज मिडास टच इन फॉरेन पॉलिसी में लेखक ने प्रधान मंत्री मोदी के 2 साल के कार्यकाल के दौरान लिए गए महत्वपूर्ण विदेश निति निर्णयों की चर्चा की है.
इन निर्णयों ने कैसे भारत को विश्व में एक सम्मानजनक दर्जा प्रदान किया है इसक पुस्तक में सविस्तार वर्णन किया गया है.


पुस्तक के बारे में- 

• पुस्तक में पिछले ढाई साल के दौरान प्रधानमंत्री मोदी द्वारा विदेश नीति के संचालन पर छोड़ी गयी अमिट छाप और प्रगति का सविस्तार वर्णन किय गया है.

• मोदीज मिडास टच इन फॉरेन पॉलिसी में विभिन्न नीतिगत पहलों जो भारत के विकास की दृष्टि से महत्वपूर्ण है और भारत का आर्थिक रूप से विकासशील से विकसित राष्ट्र के रूप में निएमान करती पर ध्यान केन्द्रित किया गया है.

• पुस्तक की रूपरेखा में लोकतंत्र, जनसांख्यिकी और मांग के 3 डी के सम्मिलन पर चर्चा की गयी है. कैसे प्रधानमंत्री ने भारत को तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था और दुनिया में सबसे बड़े प्रत्यक्ष विदेशी निवेश गंतव्य के रूप में स्थापित किया.

सिक्किम के मुख्यमंत्री पवन चामलिंग सतत विकास नेतृत्व पुरस्कार से सम्मानित

राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने 6 अक्टूबर 2016 को सिक्किम के मुख्यमंत्री पवन चामलिंग को सतत विकास नेतृत्व पुरस्कार से सम्मानित किया.

नई दिल्ली के विज्ञान भवन में ऊर्जा एवं संसाधन संस्थान द्वारा आयोजित विश्व सतत विकास सम्मेलन में यह पुरस्कार से सम्मानित किया गया.

पवन चामलिंग को सिक्किम को पूर्ण रूप से जैविक राज्य बनाने के लिए किए गए प्रयासों के लिए सम्मानित किया गया.

सिक्किम से संबंधित मुख्य तथ्य:

सिक्किम भारत का पहला राज्य है, जिसे वर्ष 2016 में पूर्ण जैविक राज्य का आधिकारिक दर्जा दिया गया था.

सिक्किम की करीब 75,000 हेक्टेयर भूमि को प्रमाणित जैविक भूमि में परिवर्तित किया जा चुका है. भारत के कुल 12.4 लाख टन जैविक उत्पादन में से 80,000 टन जैविक उत्पादन सिक्किम में होता है. राज्य में सार्वजनिक स्थलों पर धूम्रपान पर भी प्रतिबंध है.

पवन चामलिंग ने कई हरित पहल की हैं. पूरे राज्य में वर्ष 1995 में पान मसाले/गुटके पर रोक लगा दी गई थी. सार्वजनिक नालियों और सीवरेज में नष्ट न होने वाला कचरा फेंकने के निषेध पर वर्ष 1997 में एक कानून पारित किया गया था.

बिहार शराबबंदी कानून: सुप्रीम कोर्ट ने पटना हाई कोर्ट के फैसले पर रोक लगाई

बिहार सरकार द्वारा राज्य में लागू शराबबंदी कानून का सुप्रीम कोर्ट ने  समर्थन किया है. कुछ समय पूर्व पटना उच्च न्यायालय ने बिहार शराबबंदी कानून को यह कहकर खारिज कर दिया था कि इस कानून में मौलिक अधिकारों का उल्लंघन किया गया है.

पटना उच्च न्यायालय के आदेश के निर्णय के विरुद्ध बिहार सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी. बिहार में इस साल 5 अप्रैल से ही शराबबंदी लागू है.

शराबबंदी कानून का विरोध-

  • बिहार सरकार के शराबबंदी कानून के कुछ प्रावधानों को लेकर समाजसेवी और राजनीतिक दल भी इसका विरोध कर रहे थे. इसी सम्बन्ध में उच्च न्यायालय में याचिका दायर की गयी.
  • पटना उच्च न्यायालय ने शराबबंदी कानून को असंवैधानिक बताकर रद्द कर दिया था.
  • राज्य सरकार ने शराब मिलने पर पूरे परिवार को जेल भेजने जैसे कानून पारित किए थे.
  • बेहद सख्त माने जा रहे बिहार उत्पाद (संशोधन) विधेयक 2016 में शराब (जहरीली) पीने से हुई मौत के मामले में फांसी का प्रावधान किया गया था.

पटना उच्च न्यायालय ने बिहार शराबबंदी कानून रद्द किया

दो अक्टूबर को लागू हो गया नया शराबबंदी कानून-

  • दो अक्टूबर को बिहार कैबिनेट ने बैठक में एक बार फिर शराबबंदी को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समेत सभी मंत्रियों ने संकल्प लिया और पूरे राज्य में इस कानून का नोटिफिकेशन जारी कर दिया.

पृष्ठभूमि-

  • बिहार सरकार का शराबबंदी कानून सरकार ने 5 अप्रैल को लागू किया.
  • इसमें नीतीश सरकार ने देसी शराब के बनाने से लेकर उसके बिक्री और इस्तेमाल पर रोक लगा दी.
  • आरम्भ में केवल देसी शराब पर रोक थी बाद में सभी प्रकार की शराब की बिक्री को प्रतिबन्धित कर दिया गया.
  • 5 अप्रैल को नीतीश कुमार सरकार ने राज्य में पूर्ण शराबबंदी लागू कर दी.

8 October

राजस्‍थान सरकार ने पर्यटन प्रोत्साहन हेतु सिंगापुर के साथ समझौता किया

राजस्‍थान में पर्यटन को प्रोत्साहित करने हेतु राज्य सरकार ने सिंगापुर के साथ समझौता किया है. प्रदेश की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सीएन लूंग की मौजूदगी में होटल उदय विलास में दो महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए.

प्रथम समझौता पत्र पर इंटरनेशनल इन्टरप्राइजेज सिंगापुर के एसीईओ टैन सून किम तथा राजस्थान सरकार के आवास एवं शहरी विकास विभाग के प्रमुख शासन सचिव मुकेश कुमार शर्मा ने हस्ताक्षर किए. द्वितीय समझौता पत्र पर सिंगापुर कार्पोरेशन इन्टरप्राइजेज के सीईओ श्री कांग वे मुन तथा राज्य की पर्यटन सचिव रोली सिंह ने हस्ताक्षर किए.

समझौते पर उदयपुर के होटल उदयविलास में इंटरनेशनल इंटरप्राइजेज सिंगापुर और राजस्थान सरकार के टूरिज्म एंड अरबन सोल्यूशन्स और टूरिज्म एंड कनेक्टिविटी केपिसिटी बिल्डिंग प्रोग्राम हेतु यूडीएच एवं सिंगापुर कॉपरेशन एंटरप्राइजेज ने हस्ताक्षर किए.

  • मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और सिंगापुर के पीएम ने सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर टूरिज्म ट्रेनिंग का शुभारंभ किया.
  • यह टूरिज्म ट्रेनिंग केंद्र सुखाड़िया विश्वविद्यालय परिसर में सिंगापुर सरकार के सहयोग से स्थापित किया गया है.
  • इस सेंटर में अन्तरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप टूरिज्म विकास हेतु पांच कोर्स संचालित किए जाएंगे.

समझौता का उद्देश्य-

  • समझौता पर्यटन एवं संरचनात्मक विकास के क्षेत्र में सहयोग एवं प्रोत्साहन हेतु किया गया है.
  • समझौते से जयपुर से चांगी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के बीच बेहतर कनेक्टिविटी व ज्यादा फ्लाइट्स से नई संभावनाएं विकसित होंगी.
  • पर्यटन विभाग को राज्य मे पर्यटकों की सुख-सुविधाएं बढ़ाने एवं पर्यटन क्षेत्र की विकास गतिविधियों में सिगापुर की कम्पनियां सहयोग प्रदान करेंगी.
  • राजस्थान को अंतर्राष्ट्रीय पर्यटक गंतव्य के रुप में स्थापित किया जाएगा.
  • राजस्थान की राजधानी जयपुर को स्मार्ट सिटी के रुप में विकसित करने हेतु सिंगापुर एवं राजस्थान अब मिलकर कार्य करेंगे.

पृष्ठ भूमि-

  • इंटरनेशनल इन्टरप्राइजेज अपने सहयोग संस्थानों के माध्यम से राज्य में सोलर ऊर्जा के विकास एवं दूषित जल के प्रबंधन के क्षेत्र में पूर्व से ही सहयोग कर रहा है.
  • हाल ही में सिंगापुर की स्कूट एयरलाइन द्वारा जयपुर के लिए सीधी हवाई सेवा की शुरुआत की गयी है.

इंदिरा गांधी हवाई अड्डे का टीटर्मिनल देश में पहली प्लैटिनम ग्रीन एयरपोर्ट बिल्डिंग घोषित

दिल्ली अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट लिमिटेड (डायल) ने 6 अक्टूबर 2016 को घोषणा की कि टी3 टर्मिनल ने इंडियन ग्रीन बिल्डिंग काउंसिल (आईजीबीसी) द्वारा प्लैटिनम रेटिंग प्राप्त कर ली है.

आईजीबीसी के 14वें ग्रीन बिल्डिंग सम्मेलन में आईजीबीसी द्वारा डायल के सीओओ डगलस वेबस्टर एवं प्रोजेक्ट निदेशक रॉय सेबेस्टियन को प्रशस्ति पत्र तथा भेंट स्वरूप स्मृति चिन्ह प्रदान किया. यह कार्यक्रम मुंबई में आयोजित किया गया.

इस पुरस्कार स्वरुप इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई हड्डा (आईजीआई) प्लैटिनम सम्मान पाने वाला पहला हवाई अड्डा बना. इससे पहले एयरपोर्ट्स काउंसिल इंटरनेशनल (एसीआई) द्वारा आईजीआई को कार्बन न्यूट्रल हवाई अड्डा घोषित किया गया.

इंडियन ग्रीन बिल्डिंग काउंसिल

•    इंडियन ग्रीन बिल्डिंग काउंसिल, भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) का ही भाग है. इसे 2001 में स्थापित किया गया.

•    परिषद का लक्ष्य 2025 तक भारत में किये जाने वाले निर्माण को पर्यावरण की दृष्टि से विकसित करना है.

•    यह परिषद विभिन्न सेवाएं प्रदान करता है जिसमे ग्रीन बिल्डिंग रेटिंग, सर्टिफिकेशन सर्विसेज एवं ग्रीन बिल्डिंग ट्रेनिंग कार्यक्रम शामिल हैं.

•    यह परिषद ग्रीन बिल्डिंग सम्मेलन का भी आयोजन कराती है. यह इसका वार्षिक सम्मेलन है.

कबड्डी विश्व कप 2016 का अहमदाबाद में शुभारंभ

भारत के अहमदाबाद में 7 अक्टूबर 2016 से अंतरराष्ट्रीय कबड्डी विश्व कप का शुभारंभ हो गया. कबड्डी विश्व कप में विश्व भर की कुल 12 टीमें हिस्सा ले रही हैं.

कबड्डी विश्व कप में भारत के अलावा इंग्लैंड,अमेरिका, बांग्लादेश, जापान, दक्षिण कोरिया, अर्जेंटीना, पोलैंड, ऑस्ट्रेलिया, ईरान, थाईलैंड और केन्या की टीमें हिस्सा ले रही है.

भारत के सर्जिकल स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान के साथ तनाव को लेकर पाकिस्तान को टूर्नामेंट में भाग लेने के लिए न्योता नहीं भेजा गया है. जिसके चलते पाकिस्तान इस विश्व कप में भाग नहीं ले रहा है.

ये विश्व कप 7 से 22 अक्टूबर 2016 तक चलेगा. कबड्डी विश्व कप में सभी मैच राउंड रॉबिन लीग के आधार पर खेले जाने हैं. भारत अपने पहले मैच का मुकाबला दक्षिण कोरिया से करेगा.

भारतीय टीम की अगुआई अनूप कुमार करेंगे. रॉबिन लीग राउंड की टॉप चार टीमें सेमीफाइनल में खेलेंगी. इसके बाद फाइनल खेला जाएगा. भारत को इस बार भी खिताब का प्रबल दावेदार माना जा रहा है.
कबड्डी वर्ल्ड कप 2016 के सभी मैच अहमदाबाद के 'द एरीना बाय ट्रांसस्टेडिया' स्टेडियम में खेले जाएंगे. अभी तक खेले गए सभी विश्व कपों में भारत ही विजेता बना है. वहीं पाकिस्तान 4 बार उप विजेता रहा है.

 

ब्रिक्स देशों का पहला ट्रेड फेयर 12 अक्‍टूबर से दिल्ली में आयोजित किया जाएगा

आर्थिक साझेदारी हेतु ब्रिक्‍स रणनीति को बढ़ावा देने के उद्देश्य से नई दिल्‍ली में 12 से 14 अक्‍टूबर तक ब्रिक्‍स व्‍यापार मेला आयोजित किया जाएगा. 13 अक्टूबर को ब्रिक्‍स बिजनेस फोरम और 14 अक्टूबर को ब्रिक्‍स व्‍यापार परिषद के आयोजन से ब्रिक्‍स देशों को आपसी व्यापार में मदद मिलेगी.

ब्रिक्स के पहले ट्रेड फेयर और एग्जिबिशन के बाद गोवा में 15 और 16 अक्टूबर को ब्रिक्स का पॉलिटिकल समिट आयोजित किया जाएगा. सम्मेलन में ब्रिक्स देशों के वित्त, व्यापार, शिक्षा, कृषि, संचार, श्रम और स्वास्थ्य मंत्री, कार्यकारी समूहों और वरिष्ठ अधिकारी स्तर के लोग हिस्सा लेंगे. सम्मेलन का उद्घाटन उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी करेंगे और इसमें एक हजार से अधिक प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे.

ब्रिक्‍स देशों के बारे में-

  • ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका की उभरती हुई अर्थव्‍यवस्था का समूह- ब्रिक्‍स अपने गठन के एक दशक के बाद एक शक्तिशाली वैश्विक आर्थिक गुट के रूप में उभरा है.
  • ब्रिक्स देशों के सम्मेलन में BIMSTEC (बीआईएमएसटीईसी) के सदस्य देश बांग्लादेश, भूटान, म्यामार, नेपाल, श्रीलंका और थाईलैंड भी हिस्सा ले रहे हैं.
  • वैश्विक और क्षेत्रीय मुद्दों तथा चुनौतियों से निपटने में ब्रिक्‍स एक गंभीर, प्रतिस्‍पर्धी और जिम्‍मेदार समूह बन गया है.
  • विश्‍व से ब्रिक्‍स देशों में वस्‍तुओं का आयात 2012 के 2.95 ट्रिलियन डॉलर से बढकर 2014 में 3.03 ट्रिलियन डॉलर हो गया.
  • ब्रिक्‍स देशों से वस्‍तुओं का निर्यात 2012 के 3.2 ट्रिलियन डॉलर से बढ़कर 2014 में 3.47 ट्रिलियन डॉलर हो गया.
  • 2012 में अंतर-ब्रिक्‍स व्‍यापार 281.4 बिलियन डॉलर था, जो 2014 में बढ़कर 297 बिलियन डॉलर तक हो गया.
  • ब्रिक्‍स देशों के बीच व्‍यापार उनके कुल वैश्विक व्‍यापार के पांच प्रतिशत से भी कम है.

ब्रिक्‍स का उद्देश्य-

  • इस समूह का प्रमुख एजेंडा वैश्विक शासन ढांचे में सुधार करना है.
  • जिसका प्रभाव बदलते हुए वैश्विक परिदृश्‍य पर पड़ेगा. जहां उभरती हुई अर्थव्‍यवस्‍थओं की बड़ी भूमिका है.
  • ब्रिक्‍स अर्थव्‍यवस्‍थाओं का एक और एजेंडा बहुपक्षीय व्‍यापारिक पद्धति को स्थिर बनाए रखने हेतु अंतर्राष्‍ट्रीय समुदाय के साथ कार्य करना है.

 

गौतम लाहिड़ी प्रेस क्लब ऑफ इंडिया के अध्यक्ष निर्वाचित

वरिष्ठ पत्रकार गौतम लाहिड़ी को प्रेस क्लब आफ इंडिया का नया अध्यक्ष तथा विनय कुमार को महासचिव चुना गया है. प्रेस क्लब आफ इंडिया के पदाधिकारियों तथा कार्यकारिणी हेतु एक अक्टूबर 2016 को चुनाव आयोजित किए गए थे. मतगणना 04 अक्टूबर 2016 सुबह आरम्भ की गयी.

मतगणना के घोषित परिणामों के अनुसार मनोरंजन भारती उपाध्यक्ष, जॉमी थॉमस संयुक्त सचिव तथा अरुण कुमार जोशी कोषाध्यक्ष निर्वाचित किए गए.
अध्यक्ष पद हेतु पांच उम्मीदवारों के बीच मुकाबला था.

  • जिसमें 684 मतों के साथ गौतम लाहिड़ी पहले और पी.पी. बालाचंद्रन 529 मतों के साथ दूसरे स्थान पर रहे.
  • उपाध्यक्ष पद पर 732 मतों के साथ मनोरंजन भारती विजयी घोषित किए गए.
  • प्रेस क्लब में अहम महासचिव पद पर चुने गये विनय कुमार को 580, संयुक्त सचिव जॉमी थॉमस को 618 तथा कोषाध्यक्ष पद के लिये अरुण कुमार जोशी को 607 मत मिले.

क्लब की कार्यकारिणी में चुने गये 16 सदस्यों में अनिता चौधरी, अंजली भाटिया, औरंगजेब नक्शबंदी , दिनेश तिवारी, जी. कृष्ण मोहन राव, ज्योतिका ग्रोवर, कल्यान बरूआ, मनन कुमार, महुआ चटर्जी, नीरज ठाकुर, राकेश नेगी, रवि बत्रा, समृधि भटनागर, संजय सिंह, सुधी रंजन सेन और विजय शंकर चतुर्वेदी शामिल हैं.

 

कोलंबिया के राष्ट्रपति जुआन मैनुअल सांतोस नोबल शांति पुरस्कार हेतु नामित

कोलंबिया के राष्ट्रपति जुआन मैनुअल सांतोस हाल ही में नोबल शांति पुरस्कार हेतु नामित किया गया. नॉर्वे की राजधानी ओस्लो में पुरस्कार की घोषणा की गई. यह पुरस्कार 10 दिसंबर 2016 को दिए जाएंगे.

राष्ट्रपति जुआन मैनुअल सांतोस ने 50 साल से जारी गृह युद्ध को समाप्त करने में अहम भूमिका निभाई है. फार्क विद्रोहियों के साथ हाल ही में एक ऐतिहासिक समझौता हुआ था, हालांकि वहां की जनता ने जनमत संग्रह में इसे नकार दिया है.

कोलंबिया के गृह युद्ध में करीब ढाई लाख लोगों की मौत हो गई थी और करीब 60 लाख लोगों को बेघर होना पड़ा है.

जुआन मैनुअल सांतोस से संबंधित मुख्य तथ्य:

•    जुआन मैनुअल सांतोस कोलंबिया के 32वें राष्ट्रपति हैं.

•    वे वर्ष 2010 में कोलंबिया के राष्ट्रपति बने थे.

•    वे इससे पहले वर्ष 2006 से 2009 तक रक्षा मंत्री रहे.

•    वे वर्ष 1969 में नेवी ऑफिसर बने और वर्ष 1971 तक नेवी में सेवाएं दीं.

•    उन्होंने वर्ष 1991 से वर्ष 1994 तक कोलंबिया के फॉरेन ट्रेड मिनिस्टर के तौर काम किया.

•    वे वर्ष 1994 में गुड गर्वनमेंट फाउंडेशन को शुरू किये.

•    वे 19 जुलाई 2006 को कोलंबिया के रक्षा मंत्री बनें.

•    उन्होंने कोलंबिया के राष्ट्रपति बनने के बाद गुरिल्ला संगठन फार्क के साथ बातचीत की प्रक्रिया शुरू की.

•    उन्होंने 27 अगस्त 2012 से फार्क के साथ शांति वार्ता शुरू किया.