9-10 JAN 2016 HINDI

रसायन एवं उर्वरक मंत्री द्वारा इंडिया फॉर्मा पुरस्कार

वितरित

09-JAN-2016

केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री अनंत कुमार ने 7 जनवरी 2016 को बेंगलुरू में पहले इंडिया फॉर्मा पुरस्कार प्रदान किये. 
औषधि विभाग भारतीय फॉर्मा और चिकित्सीय उपकरणों के उद्योगों को प्रेरित करने के लिए उत्कृष्ट कार्य करने वाले फॉर्मा उद्योग समूहों को यह पुरस्कार प्रदान करता है.
इंडिया फॉर्मा पुरस्कार

पुरस्कारकीश्रेणी

कंपनीकानाम

ओवरऑल इंडिया फॉर्मा एक्‍सीलेंस अवार्ड

कैडिला हेल्‍थकेयर लिमिटेड

इंडिया फॉर्मा लीडर अवार्ड

श्री ग्‍लेन सलदाना, चेयरमेन एवं प्रबंध निदेशक, ग्‍लेनमार्क फॉर्मास्‍युटिकल लिमिटेड

इंडिया फॉर्मा कंपनी ऑफ द ईयर अवार्ड

ल्‍यूपिन लिमिटेड

इंडिया फॉर्मा बल्‍क ड्रग कंपनी ऑफ द ईयर अवार्ड

एसएमएस फॉर्मास्‍युटिकल लिमिटेड

इंडिया फॉर्मा इन्‍वोशन ऑफ द ईयर अवार्ड

कैडिला हेल्‍थकेयर लिमिटेड

इंडिया फॉर्मा रिसर्च एंड डेवलेपमेंट अचीवमेंट अवार्ड

सन फॉर्मास्‍युटिकल इं‍डस्‍ट्री लिमिटेड

इंडिया फॉर्मा  कॉर्पोरेट सोशल रिस्‍पान्‍सबिलिटी प्रोग्राम ऑफ द ईयर

एबोट इंडिया लिमिटेड

इंडिया फॉर्मा मेडिकल डिवाइस कंपनी ऑफ द ईयर अवार्ड

हरसोरिया हेल्‍थकेयर प्राइवेट लिमिटेड

इंडिया फॉर्मा एक्‍सपोर्ट कंपनी ऑफ द ईयर

केमस फॉर्मा प्राइवेट लिमिटेड

इंडिया फॉर्मा बल्‍क ड्रग एक्‍सपोर्ट कंपनी ऑफ द ईयर

एसएमएस फॉर्मास्‍युटिकल लिमिटेड

इंडिया फॉर्मा मेडिकल डिवाइस एक्‍सपोर्ट कंपनी ऑफ द ईयर अवार्ड

स्‍कोप मेडिकल डिवाइसेज़ प्राइवेट लिमिटेड

स्‍पेशल अवार्ड : फॉर्मा पीएसयू कंपनी ऑफ द ईयर अवार्ड

कर्नाटक एंटीबायोटिक्‍स एंड फॉर्मास्‍युटिकल्‍स लिमिटेड, औषधि विभाग के तहत आने वाला एक पीएसयू

 

कैलाश सत्यार्थी की पुस्तक ‘आजाद बचपन की ओर’ का लोकार्पण

09-JAN-2016

नोबल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी की पुस्तक ‘आजाद बचपन की ओर’ का लोकार्पण 7 जनवरी 2016 को नई दिल्ली स्थित इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में हुआ. इस पुस्तक का लोकार्पण सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश न्यायमूर्ति दीपक मिश्र द्वारा किया गया. प्रभात प्रकाशन से प्रकाशित यह पुस्तक सत्यार्थी के चुंनिंदा लेखों का संग्रह है.

विदित हो कि अस्सी के दशक के बाद से पिछले कुछ वर्षों तक लिखे गए सत्यार्थी के इन लेखों ने बाल मजदूरी, बाल दुर्व्यापार, बाल दास्तां, यौन उत्पीड़न, अशिक्षा आदि विषयों को सैद्धांतिक और व्यावहारिक आधार दिया. ये बच्चों के अधिकारों से संबंधित विषयों पर लिखे गए सबसे शुरुआती लेख हैं. ये लेख ऐसे ऐतिहासिक दस्तावेज भी हैं, जिन्होंने भारत में ही नहीं, दुनिया भर में बाल अधिकारों के आंदोलन को जन्म दिया.

कैलाशसत्यार्थी से संबंधित मुख्य तथ्य:

कैलाश सत्यार्थी का जन्म 11 जनवरी 1954 को मध्य-प्रदेश के विदिशा में हुआ. वे बाल अधिकार कार्यकर्ता और बाल-श्रम के विरुद्ध पक्षधर रहे हैं. उन्होंने वर्ष 1980  में बचपन बचाओ आन्दोलन की स्थापना की, जिसके बाद से वे विश्व भर के 144 देशों के 83 000 से अधिक बच्चों के अधिकारों की रक्षा के लिए कार्य कर चुके हैं. सत्यार्थी के कार्यों के कारण ही वर्ष 1999 में अंतरराष्ट्रीय श्रम संघ द्वारा बाल श्रम की निकृष्टतम श्रेणियों पर संधि सं॰ 182 को अंगीकृत किया गया, जो अब दुनियाभर की सरकारों के लिए इस क्षेत्र में एक प्रमुख मार्गनिर्देशक है.

उनके कार्यों को विभिन्न राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय सम्मानों व पुरुस्कारों द्वारा सम्मानित किया गया है. इन पुरुस्कारों में वर्ष 2014 का नोबेल शान्ति पुरस्कार भी शामिल है, जो उन्हें पाकिस्तान की नारी शिक्षा कार्यकर्ता मलाला युसुफ़ज़ई के साथ सम्मिलित रूप से प्रदान किया गया.

भानुमूर्ति बीएम विप्रो के नए सीओओ नियुक्त

09-JAN-2016

देश की तीसरी सबसे बड़ी साफ्टवेयर सेवा फर्म  विप्रो ने 8 जनवरी 2016 को भानुमूर्ति बीएम को विप्रो के नए अध्यक्ष व  सीओओ के रूप में नियुक्त किया.कंपनी ने एक नयी इकाई- मार्केटिंग, इन्नोवेशन एंड टेक्नोलाजी(एमआईटी) भी बनाई है जिसकी अध्यक्षता विप्रो के ग्लोबल इंफ्रास्ट्रक्चर सर्विसेज(जीआईएस) के प्रमुख जी.के. प्रसन्न करेंगे.

ये दोनों नियुक्तियां एक फरवरी से प्रभावी होंगी.

भानु और जीके प्रसन्न दोनों ही अबिदाली जेड नीमचवाला को रिपोर्ट करेंगे जो एक फरवरी से मुख्य कार्यकारी अधिकारी व बोर्ड सदस्य का प्रभार संभाल रहे हैं.

भानु ने राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी), वारंगल से इंजीनियरिंग की है और भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम), अहमदाबाद से एमबीए की डिग्री प्राप्त की है.

क्विकर ने ऑनलाइन रीअल स्टेट पोर्टल कॉमन फ्लोर

डॉट कॉम (Commonfloor.com) का अधिग्रहण

किया

09-JAN-2016

क्विकर ने 7 जनवरी 2016 को प्रोपर्टी (संपत्ति) खोज वेबसाइट कॉमन फ्लोर डॉट कॉम (Commonfloor.com) के अधिग्रहण की घोषणा की. इस अधिग्रहण में राशि की घोषणा नहीं की गयी है. यह अधिग्रहण शेयरों की बहुलता के आधार पर शेयर एक्सचेंज के माध्यम से किया गया है.

  • क्विकर ने वित्तीय संकट में टाइगर ग्लोबल प्रबंधन एलएलसी (LLC) के माध्यम से वेबसाइट को खरीदा है.
  • शेयर स्वैप अनुपात के आधार पर बाद में क्विकर के लिए यह सौदा 1.5 अरब अमरीकी डॉलर का होगा.
  • विलय अगले दो से तीन महीनों में पूरा हो जाने की उम्मीद है. कॉमन फ्लोर (Commonfloor) क्विकर के 30 लाख उपभोक्ताओं की पहुँच में होगा, इसका सीधा लाभ क्विकर को मिलेगा. क्विकर होम्स को कॉमन फ्लोर (CommonFloor) के संरचित डेटा और डोमेन विशेषज्ञ का लाभ मिलेगा.

क्विकर के बारे में-

• क्विकर एक भारतीय वर्गीकृत विज्ञापन प्लेटफोर्म है.
• यह 2008 में प्रणय चुलेट  द्वारा स्थापित किया गया था.
• इसका बंगलौर में मुख्यालय है. 
• इस तरह इसकी मोबाइल फोन, घरेलू सामान, कारों, अचल संपत्ति, रोजगार, सेवाओं और शिक्षा के रूप में विभिन्न श्रेणियों में भारत में 1000 से अधिक शहरों में लिस्टिंग है. 
कॉमन फ्लोर डॉट कॉम (CommonFloor.com) के  बारे में-
• कॉमन फ्लोर डॉट कॉम (CommonFloor.com) आईआईटी रुड़की और जेएसएसएटीए के तीन कंप्यूटर विज्ञान स्नातकों द्वारा 2007 में स्थापित किया गया भारतीय रियल एस्टेट पोर्टल है.
• 8 जनवरी 2015 को कॉमन फ्लोर (CommonFloor) ने गूगल से धन प्राप्त किया.

सीट्रिप ने मेकमाईट्रिप में 18 करोड़ डॉलर का निवेश

किया

10-JAN-2016

यात्रा वेबसाइट सीट्रिप डॉट कॉम ने 08 जनवरी 2016 को भारतीय ऑनलाइन यात्रा कंपनी मेकमाईट्रिप में 18 करोड़ डॉलर का निवेश किया है

सीट्रिप डॉट कॉम के अनुसार यह सौदा परिवर्तनीय बांड के तौर पर किया गया.

सीट्रिप डॉट कॉम के मुख्य कार्यकारी लियांग जियांजांग का इरादा भारत में 'निवेश के साथ आनलाइन यात्रा बाजार में जगह बनाना है.

सरकारी एजेंसी शिन्ह्वा और मेकमाइट्रिप के मुख्य कार्यकारी दीप कालरा के अनुसार इस भागीदारी से दोनों कंपनियों को फायदा होगा क्योंकि चीन और भारत के ऑनलाइन पर्यटन में कई समानता है

मेकमाईट्रिपकेबारेमें-

मेकमाईट्रिप, भारत की सबसे बड़ा ऑनलाइन यात्रा एजेंट है जिसकी स्थापना 2000 में हुई थी.

मेकमाईट्रिप, अंतरराष्ट्रीय और घरेलू हवाई टिकट, छुट्टी संकुल और होटल, घरेलू बस और रेल टिकट, निजी कार और टैक्सी किराया, बी 2 बी और संबद्ध सेवाओं के लिए काम करती है.

अजीम प्रेमजी बने भारत के सबसे बड़े दानी

10-JAN-2016

चीन की कारोबारी पत्रिका हुरुन द्वारा 07 जनवरी 2016 को जारी रिपोर्ट के अनुसार विप्रो कंपनी के संस्थापक अजीम प्रेमजी ने शिक्षा के प्रचार प्रसार के लिए 27514 करोड़ रुपए दान किए.

सूचना प्रौद्योगिकी के अलावा विभिन्न कारोबार में अपनी धाक रखने वाले विप्रो कंपनी के संस्थापक अजीम प्रेमजी ने शिक्षा के प्रचार-प्रसार के लिए 27514 करोड़ रुपए दान करके पिछले वर्ष देश के दानियों की सूची में अव्वल रहे.
चीन की कारोबारी पत्रिका हुरुन द्वारा 'भारतीय दानी' की सूची में अजीम प्रेमजी के बाद सार्वजनिक नीति, शिक्षा और शहरी गवर्नेंस पर 2404 करोड़ रुपए के दान के साथ नंदन रोहिणी निलकेणी दूसरे व उद्यमियों को प्रोत्साहन देने के साथ ही सामाजिक विकास एवं शिक्षा के लिए 1322 करोड़ रुपए दान देकर इंफोसिस के संस्थापक एन नारायण मूर्ति इस परिवार में तीसरे स्थान पर रहे.

अजीम प्रेमजी फाउंडेशन देश में शिक्षा के विकास के उद्देश्य से आठ राज्यों के साढ़े तीन लाख से अधिक स्कूलों के लिए काम कर रहा है.

पेट्रोलियम सहित विभिन्न क्षेत्रों में कारोबार करने वाली दिग्गज कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी देश के सर्वाधिक अमीर है. वर्ष 2015 में उन्होंने स्वास्थ्य क्षेत्र में 345 करोड़ रुपए दान किया और दानियों की सूची में छठे स्थान पर रहे.

हुरुन की रिपोर्ट के अनुसार शीर्ष 10 भारतीय दानवीरों में 1238 करोड़ रुपए का दान करके सूचना प्रौद्योगिक एवं सेवा क्षेत्र की देश की दूसरी बड़ी कंपनी इंफोसिस के सह-संस्थापक दिनेश चौथे स्थान पर है.

535 करोड़ रुपए के साथ एचसीएल के संस्थापक एवं अध्यक्ष शिव नादर पांचवें स्थान पर रहे.

इसके अलावा 326 करोड़ रुपए का दान देकर सलाह सेवा एवं शैक्षणिक प्रबंधन क्षेत्र की कंपनी जीईएमएस एजुकेशन के संस्थापक एवं अध्यक्ष सनी वैरकी एवं दान वीर परिवार में सातवें, 158 करोड़ रुपए के साथ यूटीवी समूह के संस्थापक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी रॉनी स्क्रीववाला आठवें, 139 करोड़ रुपए के साथ बजाज समूह के अध्यक्ष राहुल बजाज नौवें और 96 करोड़ रुपए दान करके निर्माण क्षेत्र की कंपनी शपूरजी पलोनजी समूह के अध्यक्ष पलोनजी मिस्त्री 10वें स्थान पर रहे.

इस सूची में 12 नयी हस्तियां शामिल हुईं जबकि 26 सूची से बाहर हो गए है.

35 करोड़ रुपए दान देकर इंफोसिस के 32 वर्षीय रोहन मूर्ति देश के युवा दानकर्ता बन गए हैं.

सबसे उम्रदराज दानी 86 वर्षीय पलोनजी मिस्त्री को बताया गया है.

अज़ीमप्रेमजीकेबारेमे-

  • मूल रूप से व्यापारी अजीम हाशिम प्रेमजी का जन्म 24 जुलाई 1945 को मुम्बई में के भारतीय परिवार में हुआ.
  • उनके पिता एम०एच० हाशम प्रेमजी ने उनका विवाह यास्मीन प्रेमजी के साथ किया.
  • फ़ोर्ब्स की (2015) की रिपोर्ट के अनुसार उनका कारोबार 17.5 बिलियन डॉलर की संपत्ति का है.
  • वे व्यवसायी, परोपकारी और सॉफ्टवेयर उद्योग विप्रो लिमिटेड के अध्यक्ष है.
  • वे विविधीकरण और विकास के साथ चार दशकों से कंपनी का मार्गदर्शन कर रहे हैं.

उर्जित पटेल तीन साल के लिए पुन: भारतीय रिजर्व बैंक

के डिप्टी गवर्नर नियुक्त

10-JAN-2016

केंद्र सरकार ने 8 जनवरी 2016 को उर्जित पटेल को तीन साल की अवधि के लिये पुन: रिजर्व बैंक का डिप्टी गवर्नर नियुक्त किया है. यह उनका दूसरा कार्यकाल होगा. इससे पहले किसी भी डिप्टी गवर्नर को दूसरा कार्यकाल नहीं मिला.

पटेल ने 11 जनवरी 2013 को आरबीआई में में सेवा भार ग्रहण किया.

उर्जित पटेल की अध्यक्षता में गठित समिति ने ही मौद्रिक नीति समिति का मार्ग प्रशस्त किया.

उन्होंने येल विश्वविद्यालय से अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष में डॉक्टरेट की उपाधि भी  हासिल की.

उनकी नियुक्ति 11 जनवरी 2016 को पदभार संभालने के बाद तीन साल के लिये या अगले आदेश तक के लिये की गयी है.

केंद्रीय बैंक के गवर्नर रघुराम राजन और पटेल पूर्व में वॉशिंगटन में अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष के लिये साथ साथ काम कर चुके हैं.

पटेल चौथे डिप्टी गवर्नर हैं, इससे पहले तीन अन्य एचआर खान, आर गांधी और एसएस मुंद्रा रहे हैं.

रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन ने अपने कार्यकाल के पहले ही दिन एक समिति गठित की जिसका अध्यक्ष उर्जित पटेल को बनाया गया.

समिति की रिपोर्ट के अनुसार जिसमें रिजर्व बैंक को मुद्रास्फीति के लक्ष्य के साथ केन्द्रीय बैंक बनाने की वकालत की गई.

इस सम्बन्ध में पटेल पैनल की सिफारिशों को पिछले साल फरवरी में सरकार और रिजर्व बैंक के बीच एक समझौते पर हस्ताक्षर के साथ ही स्वीकार कर लिया गया.

उर्जितपटेलकेबारेमें-

• उर्जित पटेल एक अर्थशास्त्री है. जो मुद्रास्फीति पर कार्य करने में विशेषज्ञ हैं.
• वह शोध पत्र डायनेमिक्स ऑफ़ इन्फ्लेशन के लेखक है, पुस्तक मे उन्होंने गंगाधर दर्भा, प्रवर्तन निदेशालय, नोमुरा के साथ: भारत की मुद्रास्फीति प्रक्रिया पर डीकोडिंग की है.
• साल 1990 और 1995 के बीच वह अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के साथ काम कर चुके हैं.
• वह भारतीय रिजर्व बैंक के लिए अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष से 1996-1997 से प्रतिनियुक्ति पर रहे और ऋण बाजार, बैंकिंग क्षेत्र में सुधार, पेंशन फंड सुधार, वास्तविक विनिमय दर को निशाना बनाने और विदेशी मुद्रा बाजार के विकास के विकास के बारे में सलाह प्रदान की. 
• पटेल बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप के साथ सलाहकार और आईडीएफसी के प्रबंधन समिति में भी रहे ऐसा पहली बार हुआ कि लगभग 10 साल तक वे इस पद पर रहे.

26 जनवरी परेड में पहली बार भाग लेगी विदेशी सेना की

रेजीमेंट

10-JAN-2016

इस वर्ष गणतंत्र दिवस पर पहली बार राजपथ पर विदेशी सेना की टुकड़ी भी भारतीय सैनिकों के साथ मार्च करेगी. यह टुकड़ी फ्रांस के सैनिकों की होगी. 
गणतंत्र दिवस पर फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वां ओलांद मुख्य अतिथि होंगे.

फ्रांस की सातवीं बख्तरबंद ब्रिगेड की 35वीं इनफेन्ट्री रेजीमेंट के 56 जवान परेड की तैयारी के लिए भारत में शक्ति 2016 दल के साथ संयुक्त सैनिक अभ्यास में भाग ले रहे हैं.

यह अभ्यास 08 जनवरी 2015 से राजस्थान में शुरू

हुआ है.

गणतंत्र दिवस परेड में हिस्सा लेने के लिये कुछ और सैनिक भी फ्रांस से आएंगे.

1950 के बाद पहली बार 26 जनवरी को विदेशी सेना की रेजीमेंट परेड में भाग लेगी.

इससे पहले भारत की तीनों सेनाओं (जल सेना, थल सेना, वायु सेवा) के जवान 14 जुलाई 2009, बैस्ताइल डे पर मराठा लाइट इन्फेंट्री के जवान पेरिस फ्रांस जाकर वहां के कार्यक्रम में भाग ले चुके हैं.

बैस्ताइल दिवस (फ्रांस के राष्ट्रीय दिवस) 14 जुलाई को हर साल मनाया जाता है. फ्रांस के राष्ट्रीय दिवस 14 जुलाई 1789, फ्रांसीसी क्रांति की प्रतीकात्मक शुरुआत की गई है.