9-10 March 2015 Hindi

लोकसभाकेपूर्वसदस्यसदाशिवरावदादोबामांडलिकका 83 वर्षकीआयुमेंनिधन

10-MAR-2015

लोकसभा के पूर्व सदस्य सदाशिवराव दादोबा मांडलिक का 10 मार्च 2015 को 83 वर्ष की आयु में निधन हो गया. वे राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) से जुड़े थे. सदाशिवराव 15वीं लोकसभा में कोल्हापुर निर्वाचन क्षेत्र से सासंद चुने गए थे.

सदाशिवराव दादोबा मांडलिक 12वीं लोकसभा, 13 वीं लोकसभा और 14वीं लोकसभा के भी सदस्य रहे थे. वे वर्ष 1985, 1990 और 1995 के दौरान महाराष्ट्र विधान सभा के सदस्य थे और उन्होंने कगल निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया था.

मांडलिक ने वर्ष 1993 में महाराष्ट्र सरकार में शिक्षा और सिंचाई मंत्री के रूप में भी कार्य किया.

केंद्रसरकारनेबालिकाशिक्षाकोआगेबढ़ानेकेलिएडिजिटलजेंडरएटलसजारीकिया

10-MAR-2015

मानव संसाधन विकास मंत्रालय (MoHRD) ने 9 मार्च 2015 को बालिका शिक्षा को आगे बढ़ाने के लिए एक वेब आधारित उपकरण डिजिटल जेंडर एटलस जारी किया. डिजिटल जेंडर एटलस का स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग द्वारा अनावरण किया गया.

इस वेब आधारित उपकरण को संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनिसेफ) के समर्थन से विकसित किया गया. इस उपकरण से अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और मुस्लिम अल्पसंख्यकों लड़कियों की शिक्षा के बारे में आंकडे प्राप्त करने में मदद मिलेगी.

यह एटलस तीन वर्षों में अलग-अलग लिंग संबंधी संकेतक के तुलनात्मक विश्लेषण प्रदान करता है, जिससे यह भी पता चल सकेगा कि सरकार की योजनाएं कितनी लागू हो पाती है और किन इलाकों में और ध्यान देने की जरूरत है. इस एटलस से सरकार को भविष्य में योजनाएं बनाने, फंड को खर्च करने की प्राथमिकता तय करने और कार्यक्रमों को लागू करने में भी मदद मिलेगी.

यह राज्य, जिला और ब्लॉक स्तर पर उपयोगकर्ता को भौगोलिक और संख्यात्मक डेटा उपलब्ध कराने हेतु सक्षम बनाता है और प्राथमिक, उच्च प्राथमिक और माध्यमिक स्तर पर लड़कियों की शिक्षा के बारे में जानकारी देता है.

भारतमेंबालिकाशिक्षा
भारत ने लड़कियों के प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्तर पर स्कूल में दाखिले की उच्च दर हासिल की. हालांकि, माध्यमिक स्तर पर लड़कियों के दाखिले की दर निम्न है.
उच्च प्राथमिक में कुल नामांकन में लड़कियों का प्रतिनिधित्व 48.66 प्रतिशत है, जबकि माध्यमिक स्तर में यह 47.29 प्रतिशत है.

जर्मनप्रोफेसरबेक-सिकिंगरनेरेपकीसमस्याकेकारणएकभारतीयछात्रकाइंटर्नशिपअनुरोधखारिजकिया

10-MAR-2015

जर्मन प्रोफेसर एनेट जी बेक-सिकिंगर 9 मार्च 2015 को भारत में बलात्कार की समस्या का हवाला देते हुए एक भारतीय छात्र की इंटर्नशिप के अनुरोध को अस्वीकार कर दिये जाने के कारण सुर्खियों में रहे.

एनेट जी बेक-सिकिंगर फ्री स्टेट ऑफ सेक्सोनी स्थित लीपजिग विश्वविद्यालय में बायोकेमिस्ट्री की प्रोफेसर हैं.

प्रोफेसर बेक सिकिंगर ने इंटर्नशिप आवेदन को खारिज करते हुए कहा कि वह इंटर्नशिप के लिए किसी भी भारतीय छात्र को स्वीकार नहीं कर सकती. हम लोगों ने भारत में बलात्कार की समस्या के बारे में काफ़ी सुना है, जिसका समर्थन मैं नहीं कर सकती.

दिल्ली में जर्मनी की राजदूत माइकल श्टाइनर ने प्रोफेसर एनेटे बेक-सिकिंगर को पत्र भेजकर भारतीय पुरूष छात्रों के लिए खिलाफ़ की गई उनकी टिप्पणी की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि भारत बलात्कारियों का देश नहीं है.

वीरप्पामोइलीवर्ष 2014 केसरस्वतीसम्मानकेलिएचयनित

10-MAR-2015

पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एम वीरप्पा मोइली को उनकी कन्नड़ कविता रामायण महान्वेषण के लिए 9 मार्च 2015 को वर्ष 2014 के सरस्वती सम्मान के लिए चुना गया.

पाँच खंडों में विभाजित रामायण महान्वेषण कन्नड़ में वर्ष 2007 में प्रकाशित हुआ था. बाद में कविता का अंग्रेजी, हिंदी, तेलुगु और तमिल में अनुवाद किया गया.

भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश आर सी लाहोटी की अध्यक्षता में विद्वानों और लेखकों के 13 सदस्यीय पैनल ने वीरप्पा मोइली के कन्नड महाकाव्य श्री रामायण महान्वेषण को वर्ष 2014 के 24वें सरस्वती सम्मान के लिए चुना.

मरपादीवीरप्पामोइलीकेबारेमें
•    वह कर्नाटक से कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता है.
•    वे वर्ष 1992 से 1994 के बीच कर्नाटक के मुख्यमंत्री रहे हैं.
•    मोइली को पिछली यूपीए सरकार में पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस, कारपोरेट मामलों, विधि और न्याय जैसे कई मंत्रालयों के वहन का दायित्व दिया गया था.
•    वीरप्पा मोइली का जन्म 12 जनवरी 1940 को कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ जिला में हुआ था.
•    75 वर्षीय मोइली कन्नड़ के एक प्रसिद्ध लेखक हैं. वे चार उपन्यास, कविता के तीन संग्रह, नाटकों और कई निबंध लिख चुके हैं.
•   उनकेउपन्यासोंमेंशामिलहैं
a)    कोट्टा: (कन्नड़ और हिंदी दोनों में टेलीफिल्म्स)
b)    तेंबारे: (अंग्रेजी में अनुवादित)
c)    सुलीगली:  टाइफून
d)    सागरादीप: ओशियन लैंप 
• उनकीकविताओंमेंशामिलहैं
a)    हालु जेनु मथते
b)    नदयाली समारा
c)    यक्षाप्रसने
•    मोइली चार खंडों में विभाजित अंग्रेजी पुस्तक अनलीसिंग इंडिया के लेखक है.
सरस्वतीसम्मानकेबारेमें
सरस्वती सम्मान भारत के संविधान की आठवीं अनुसूची में सूचीबद्ध भारतीय भाषाओं में उत्कृष्ट गद्य या कविता साहित्यिक कृतियों की मान्यता के लिए दिया जाता है. यह एक वार्षिक पुरस्कार है. यह सम्मान पिछले 10 वर्षों की साहित्यिक कृतियों के लिए दिया जाता है.

केके बिरला फाउंडेशन ने वर्ष 1991 में सरस्वती सम्मान की स्थापना की थी और पहला सम्मान डॉ. हरिवंश राय बच्चन को उनकी आत्मकथात्मक कृति ‘दशद्वार से सोपान तक’ के लिए दिया गया था. सरस्वती सम्मान के अंतर्गत एक प्रशस्ति पत्र, स्मृति चिह्न और 10 लाख रुपये का चेक देकर सम्मानित किया जाता है.

केके बिरला फाउंडेशन ने साहित्य के क्षेत्र में तीन पुरस्कारों की स्थापना की है. इसमें सरस्वती सम्मान, व्यास सम्मान (हिंदी के लिए) और बिहारी पुरस्कार (हिन्दी और राजस्थान के राजस्थानी लेखकों के लिए) हैं.

वर्ष 2013 का सरस्वती सम्मान 23 सितंबर 2014 को प्रसिद्ध हिन्दी लेखक गोविंद मिश्रा को वर्ष 2008 में प्रकाशित उनके उपन्यास ‘धूल पौधों पर’ के लिए दिया गया था. सरस्वती सम्मान 2012 का पुरस्कार 2 अगस्त 2013 को मलयालम कवयित्री सुगाथा कुमारी को मलयालम में कविताओं के संग्रह के लिए दिया गया था.

राष्ट्रपतिनेस्त्रीशक्तिपुरस्कारऔरनारीशक्तिपुरस्कार 2014 प्रदानकिए

10-MAR-2015

भारत के राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने 8 मार्च 2015 को साल 2014 के लिए स्त्री शक्ति पुरस्कार और नारी शक्ति पुरस्कार प्रदान किए. ये पुरस्कार अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति भवन में हुए एक समारोह में दिए गए.

स्त्री शक्ति पुरस्कार हर वर्ष महिलाओं के प्रयास एवं असाधारण योगदान के क्षेत्र में काम करने वाली छह महिलाओँ को दिया जाता है. पुरस्कार के तहत तीन लाख रुपये नकद और एक प्रशस्ति पत्र दिया जाता है.

स्त्रीशक्तिपुरस्कार 2014 कीविजेता

पुरस्कार

विजेता

कारण

रानी लक्ष्मीबाई पुरस्कार

सीमा प्रकाश, मध्य प्रदेश

साल 2000 से मध्य प्रदेश के कमजोर और उपेक्षित समुदायों खास तौर पर राज्य के कोर्कू जनजाति के लिए काम करने  हेतु

रानी रुद्रम्मा देवी पुरस्कार

आस्था संस्थान (एनजीओ), राजस्थान

महिलाओं के अधिकारों, लिंग मुख्यधारा, महिलाओं के आदिवासी अधिकारों, खाद्य सुरक्षा, पारदर्शिता से संबंधित मुद्दे और काम करने का अधिकार एवं अन्य .

माता जीजाबाई पुरस्कार

चंद्रप्रभा बोके, महाराष्ट्र

ये एक सामाजिक कार्यकर्ता हैं और 1960 से ग्रामीण इलाकों में काम कर रही हैं. ये बेसहारा, तलाकशुदा, अक्षम महिलाओं और अनाथ बच्चों के पुनर्वास  और सशक्तिकरण के क्षेत्र में काम करती हैं.

कान्नगी पुरस्कार

डॉ. पी भानुमति, केरल

एसोसिएशन फॉर मेंटली हैंडिकैप्ड एडल्ट्स (एएचएमए) जो कि गरीब बेसहारा मानसिक विकलांग वयस्कों के लिए 1996 से काम कर रहा है, की संस्थापक होने के कारण.

रानी गाईडिनलीयू झीलैंग पुरस्कार

सिस्टर मारिओला, राजस्थान

साल 1997 से अजमेर जेल, राजस्थान के कैदियों के साथ काम करने के लिए और बिना दीवारों की जेलों के लिए पैरवी करने हेतु.

देवी अहिल्याबाई होल्कर पुरस्कार

अन्याय रहित जिंदगी (एनजीओ), गोवा

यह संगठन 1997 से वाणिज्यिक यौन शोषण के लिए व्यक्तियों की तस्करी का मुकाबला करने की दिशा में काम कर रहा है.

नारी शक्ति पुरस्कार सबसे पहले 2015 में दिए गए और इस पुरस्कार के तहत एक लाख रुपये नकद और एक प्रशस्ति पत्र दिया गया. इसका गठन केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने किया है. यह आठ महिलाओँ को विशेष क्षेत्रों में उनके व्यक्तिगत योगदान को मान्यता प्रदान करने के लिए दिया जाया करेगा. 
नारी शक्ति पुरस्कार 2014 की विजेता हैं– रश्मि आनंद, दिल्ली; नंदिता कृष्णा, तमिलनाडु; डॉ. लक्ष्मी गौतम, उत्तर प्रदेश; लतिका ठुकराल, हरियाणा; डॉ. शैललक्ष्मी बालिजेपल्ली, तमिलनाडु; नेहा कृपाल, दिल्ली; पी कौशल्या, तमिलनाडु और डॉ. स्वराज विद्वान, उत्तराखंड.

अश्विनमित्तलवॉलमार्टइंडियाप्राइवेटलिमिटेडकेमुख्यवित्तीयअधिकारी (सीएफओनियुक्त

10-MAR-2015

7 मार्च 2015 को अश्विन मित्तल वॉलमार्ट इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य वित्तीय अधिकारी (सीएफओ) नियुक्त किए गए. वे जिल एंडरसन का स्थान लेंगें. 
इसके अलावा वॉलमार्ट इंडिया ने अपने रियल एस्टेट एवं बिजनेस डेवलपमेंट के लिए जेवियर रोजो को बतौर प्रमुख नियुक्त किया है. जेवियर भंडार नियोजन (स्टोर प्लानिंग) एवं रियल एस्टेट, डिजाइन एवं निर्माण कार्य की जिम्मेदारी संभालेंगे. 
अश्विन मित्तल ने 2007 में वित्तीय नियोजन एवं विश्लेषण के प्रमुख के तौर पर वॉलमार्ट में शामिल हुए थे. उसके बाद से उन्होंने कंपनी के कई प्रमुख पदों पर अपनी सेवाएं दीं, इनमें प्रमुख– व्यापार वित्त एवं रणनीति (बिजनेस फाइनेंस एंड स्ट्रैटेजी), मुख्य व्यापार विकास अधिकारी और डिप्टी सीएफओ के पद शामिल हैं. 
अश्विन मित्तल एक योग्य चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए) हैं और यम रेस्टूरंट्स और सिलिकन ग्राफिक्स क्रे समेत बहुराष्ट्रीय कंपनियों में काम करने का उनके पास 25 वर्षों का अनुभव है.

रीलंकाई क्रिकेटर कुमार संगकारा ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा की

10-MAR-2015

8 मार्च 2015 को श्रीलंका के भूतपूर्व क्रिकेट कप्तान और बल्लेबाज कुमार संगकारा ने टेस्ट क्रिकेट से अपने संन्यास लेने की घोषणा कर दी. वे अगस्त 2015 में भारत के खिलाफ होने वाले तीन टेस्ट मैचों की श्रृंखला के बाद संन्यास लेंगे. 
संगकारा एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट और ट्वेंटी– 20 क्रिकेट से पहले ही संन्यास ले चुके हैं. साल 2014 में श्रीलंका के टी20 विश्व कप जीतने के बाद उन्होंने ट्वेंटी– 20 क्रिकेट से संन्यास ले लिया था. जबकि, आईसीसी विश्व कप 2015 के बाद वे एकदिवसीय क्रिकेट से भी संन्यास ले लेंगे. 
संगकारा, टेस्ट क्रिकेट में पांचवे सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं. उन्होंने 58.66 के औसत से 130 टेस्ट मैचों में 12203 रन बनाएं हैं. 
कुमारसंगकारा 
•अब तक के अपने करिअर में उन्होंने, 130 मैचों में 38 शतक और 129 मैचों में 51 अर्द्ध शतक लगाएं हैं. 
•आईसीसी विश्व कप 2015 में कुमार संगकारा ने किसी भी विश्व कप के मैचों में लगातार तीन मैचों में शतक बनाने वाले पहले बल्लेबाज होने का रिकॉर्ड बनाया है. 
•साल 2011, आईसीसी अवार्ड्स समारोह में उन्हों एकदिवसीय क्रिकेटर ऑफ द ईयर का पुरस्कार के लिए नामांकित किया गया था और साल 2012 में उन्हें विस्डन क्रिकेटर ऑफ द ईयर से सम्मानित किया गया था. 
•29 जनवरी 2015 को संगकारा  श्रीलंका के क्रिकेटर सनथ जयसूर्या द्वारा बनाए गए 13430 रनों के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ते हुए एक दिवसीय क्रिकेट में सबसे अधिक रन बनाने वाले श्रीलंकाई क्रिकेटर बन गए थे.

हरियाणामेंआपकीबेटीहमारीबेटीयोजनाकाशुभारंभ

10-MAR-2015

8 मार्च 2015 को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने बालिकाओं के लिए 'आपकी बेटी हमारी बेटी' योजना का शुभारंभ किया. योजना को शुरु करने का उद्देश्य राज्य में बाल लिंगानुपात में हो रही गिरावट की समस्या से निपटना है. 
योजना की घोषणा पंचकुला में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर राज्य-स्तरीय समारोह के दौरान की गई. खट्टर ने योजना का शुभारंभ 22 जनवरी 2015 के बाद जन्मीं छह बालिकाओं की माताओं में से हर एक को 21000 रुपए का चेक दे कर किया. 
योजनाकीमुख्यविशेषताएं
•योजना के तहत 22 जनवरी 2015 को या उसके बाद जन्मी अनुसूचित जाति और गरीबी रेखा से नीचे के परिवारों (बीपीएल ) की पहली बालिका 21000 रुपये प्राप्त करने की हकदार होंगी. 
•सभी परिवारों में 22 जनवरी 2015 के बाद जन्मी दूसरी बालिका को भी यही धनराशि दी जाएगी. 
•उन परिवारों में जहां जुड़वां बेटियां या दो से अधिक बेटियां जन्म लेंगीं वे सभी, प्रत्येक बालिका 21000रुपये प्राप्त करेंगी. 
•योजना को राज्य के ग्रामीण और शहरी दोनों ही क्षेत्रों में लागू किया जाएगा. इसमें अनुसूचित जाति और बीपीएल परिवारों में 22 जनवरी 2015 के बाद जन्मी सभी पहली और दूसरी बालिका को कवर किया जाएगा. 
समारोहमेंशुरुकीगईअन्ययोजनाएं
•हरियाणा कन्या कोषः राज्य में बालिकाओँ और महिलाओं के कल्याण एवं विकास हेतु. 
•मल्टी सेक्टोरल न्यूट्रिशन प्रोग्राम (बहु सेक्टर पोषण कार्यक्रम): इस कार्यक्रम के तहत मेवात, फतेहाबाद, नारनौल, पलवल और कैथल जिलों में मातृ एवं बाल पोषण सम्बन्धी  मामलों को कवर किया जाएगा. 
समारोहकेदौरानकीगईअन्यघोषणाएं
•इंदिरा गांधी महिला शक्ति पुरस्कार की धनराशि एक लाख रुपये से बढ़ा कर 1.5 लाख रुपये कर दी गई. 
•बहन शन्नो देवी अवार्ड की धनराशि 51000 रुपयों से बढ़ाकर एक लाख रुपये कर दी गई. 
•लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड की धनराशि 21000 रुपयों से बढ़ाकर 51000 रुपए कर दी गई. 
•अन्य महिला उपलब्धि पुरस्कार (वुमेन अचीवर अवार्ड) की धनराशि 21000 रुपयों से बढ़ाकर 51000 रुपए कर दी गई. 
राज्यमेंलिंगानुपातमेंसुधारलानेकेलिएसम्मानितकिएगएजिले
पानीपत (चार लाख रुपयों का पहला पुरस्कार), जिंद ( दो लाख रुपयों का दूसरा पुरसकार), रोहतक (दो लाख रुपयों का तीसरा पुरस्कार) और सोनीपत ( दो लाख रुपयों का चौथा पुरस्कार), इन चार जिलों को साल 2014 में लिंगानुपात में सुधार लाने के लिए सम्मानित किया गया. 
पानीपत को साल 2013 के प्रति 1000 लड़कों पर 851 लड़कियों की तुलना में साल 2014 में 1000 लड़कों पर 892 लड़कियां दर्ज करने के लिए पहला पुरस्कार दिया गया था. जिंद ने साल 2013 के 859 की तुलना में लिंगानुपात 891 पंजीकृत कराया, रोहतक ने साल 2013 के 847 की तुलना में 879 और जिला सोनीपत ने साल 2013 के 824 की तुलना में 847 पंजीकरण कराया.

पहलीभारत-नेपालमैत्रीमोटररैलीइंडियागेटपरसमाप्तहुई

10-MAR-2015

8 मार्च 2015 को पहली भारत-नेपाल मैत्री मोटर रैली नई दिल्ली के इंडिया गेट पर समाप्त हो गई. रैली का उद्देश्य भारत औऱ नेपाल के बीच द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करना और सड़क सुरक्षा का संदेश देना था. 
27 फरवरी 2015 को इस रैली को पुरी, ओडीशा से झंडी दिखाकर रवाना किया गया. दस दिनों तक चली इस रैली में दोनों देशों के करीब चौबीस टीमों के 90 प्रतिभागियों ने 3060 किलोमीटर की दूरी तय की. 
इस समारोह को यादगार बनाने के लिए इंडिया गेट पर पुरानी कारों  (विंटेज कार) की प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया था. रैली का मार्ग था-पुरी, कोणार्क, धोली, भुवनेश्वर, बारीपाड़ा, रायरंगापुर( ओडीशा); जमशेदपुर, रांची (झारखंड); बोधगया, राजगीर, बख्तियारपुर, पटना, मुजफ्फरपुर, फारबीसगंज, जोगबनी (बिहार); बिराटनगर, धारन, बारडीबास, धौलीखेल, काठमांडू, पोखरन, लुम्बिनी, धानगाधी (नेपाल); नई दिल्ली

भारत-नेपालसंयुक्तसैन्यअभ्याससूर्यकिरण-VIII नेपालकेसालझण्डीमेंसंपन्न

09-MAR-2015

भारत-नेपाल संयुक्त सैन्य अभ्यास सूर्य किरण-VIII नेपाल के सालझण्डी में 7 मार्च 2015 को संपन्न हो गया. यह सैन्य अभ्यास 23 फरवरी 2015 को शुरु हुआ था.

दो सप्ताह तक चलने वाला यह सैन्य अभ्यास दोनों देशों के राष्ट्रीय ध्वज फहराने के साथ शुरू हुआ. नेपाली सैन्य टुकड़ी का नेतृत्व नेपाली सेना के इंफैन्ट्री डिविजन द्वारा किया गया जबकि भारतीय सैन्य टुकड़ी का नेतृत्व गरूड़ डिविजन की पर्वतीय ब्रिगेड के सैनिकों द्वारा किया गया.

उद्देश्य
इस अभ्यास का उद्देश्य पहाड़ी और जंगली क्षेत्रों में विद्रोही और आतंकवादी कार्रवाइयों से निपटना तथा महामारी, संक्रामक रोगों और मानवीय सहायता की विभिन्न अन्य स्थितियों के दौरान कार्रवाई करने सहित मानवीय सहायता और आपदा राहत के विभिन्न पहलुओं का अभ्यास करना है. अभ्यास में विमानन स्थितियों और पर्यावरण संरक्षण को भी शामिल किया गया.

कैरोलिनामारिननेऑलइंग्लैंडबैडमिंटनचैंपियनशिप 2015 काख़िताबजीता

09-MAR-2015

स्पेन की महिला बैडमिंटन खिलाड़ी कैरोलिना मारिन ने भारत की बैडमिंटन खिलाड़ी सायना नेहवाल को पराजित कर ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन चैंपियनशिप 2015 का ख़िताब जीता. फ़ाइनल मैच बर्मिंघम में 8 मार्च 2015 को खेला गया.

इस हार के बावजूद भी लंदन ओलंपिक में कांस्य पदक विजेता सायना नेहवाल ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन चैंपियनशिप के फ़ाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला बैडमिन्टन खिलाड़ी बन गईं. ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन चैंपियनशिप के इतिहास में किसी भारतीय महिला खिलाड़ी ने यह खिताब नहीं जीता है. पुरुष वर्ग में इस टूर्नामेंट का खिताब पुलेला गोपीचंद (2001) और प्रकाश पादुकोण (1980) ने जीता है.

सायना नेहवाल वर्ष 2007 से ऑल इंग्लैंड ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन चैंपियनशिप में खेल रही है. वह इससे पहले कभी कैरोलिना से नहीं हारी थीं. इस फ़ाइनल से पहले सायना नेहवाल ऑल इंग्लैंड ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन चैंपियनशिप के सेमीफाइनल में वर्ष 2010 और वर्ष 2013 में पराजित हुईं.

सायना नेहवाल ने कुल 16 अंतरराष्ट्रीय खिताब जीते हैं. सायना नेहवाल ने जनवरी 2015 में लखनऊ में सैयद मोदी अंतरराष्ट्रीय चैंपियनशिप के फाइनल में कैरोलिना को हराकर खिताब जीता था.

यूएसटीग्लोबलनेतिरुवनंतपुरमसिटीपुलिसकेलिएवूमंससेफ़्टीएप्पआईसेफलॉन्चकिया

09-MAR-2015

यूएसटीग्लोबलनेतिरुवनंतपुरमसिटीपुलिसकेलिएवूमंससेफ़्टीएप्पआईसेफलॉन्चकिया

09-MAR-2015

यूएसटी ग्लोबल ने 6 मार्च 2015 को वूमंस सेफ़्टी एप्प आईसेफ (isafe)  लॉन्च किया. यह एप्प आगामी अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 8 मार्च से पहले लाया गया.

तिरुवनंतपुरम स्थित गवर्नमेंट कॉलेज फ़ॉर वुमन में आला पुलिस व अन्य सरकारी अधिकारियों की उपस्थिति में यह एप्प तिरुवनंतपुरम सिटी पुलिस के लिए लॉन्च किया गया. इस एप्प से महिलाएँ अपने मोबाइल फोन की वॉल्यूम रॉकर (डाउन) की को देर तक दबाये रखकर अथवा पेनिक बटन के प्रयोग से पुलिस कंट्रोल रूम को इंस्टेंट अलर्ट भेज सकेंगी. पुलिस कंट्रोल रूम को इस अलर्ट की सूचना मोबाइल के आएमईआई (imei) नंबर, सब्स्क्राइबर आईडी व स्थान सहित मिल जायेगी. इससे पुलिस तुरंत सहायता पहुंचाने के लिए पीड़ित के स्थान से निकटवर्ती पुलिस सीआरवी (कंट्रोल रूम वाहन) को रवाना कर पायेगी. आईसेफ द्वारा कंट्रोल रूम में एक बार अलर्ट मिलते ही परिस्थिति को अपने नियंत्रण में लेने तक उसकी पोज़ीशन को ट्रेक किया जा सकता है. पोज़ीशन को कंट्रोल रूम में पुलिस व एप्प पर भी देखा जा सकता है.

यह एप्प आईसेफ यूएसटी ग्लोबल द्वारा पहले लाये गये एप्प का भाग है जिसे कुछ माह पहले तिरुवनंतपुरम सिटी पुलिस के लिए विकसित किया गया था. एप्प वर्तमान में एन्ड्रोइड के लिए उपलब्ध है एवं जल्दी ही इसे अन्य प्लेटफ़ॉर्म्स पर उपलब्ध करा दिया जाएगा. यूएसटी ग्लोबल अन्य राज्यों के पुलिस बलों के लिए भी यह सॉल्यूशन उपलब्ध कराये जाने की योजना बना रहा है.

यूएसटी ग्लोबल ने 6 मार्च 2015 को वूमंस सेफ़्टी एप्प आईसेफ (isafe)  लॉन्च किया. यह एप्प आगामी अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 8 मार्च से पहले लाया गया.

तिरुवनंतपुरम स्थित गवर्नमेंट कॉलेज फ़ॉर वुमन में आला पुलिस व अन्य सरकारी अधिकारियों की उपस्थिति में यह एप्प तिरुवनंतपुरम सिटी पुलिस के लिए लॉन्च किया गया. इस एप्प से महिलाएँ अपने मोबाइल फोन की वॉल्यूम रॉकर (डाउन) की को देर तक दबाये रखकर अथवा पेनिक बटन के प्रयोग से पुलिस कंट्रोल रूम को इंस्टेंट अलर्ट भेज सकेंगी. पुलिस कंट्रोल रूम को इस अलर्ट की सूचना मोबाइल के आएमईआई (imei) नंबर, सब्स्क्राइबर आईडी व स्थान सहित मिल जायेगी. इससे पुलिस तुरंत सहायता पहुंचाने के लिए पीड़ित के स्थान से निकटवर्ती पुलिस सीआरवी (कंट्रोल रूम वाहन) को रवाना कर पायेगी. आईसेफ द्वारा कंट्रोल रूम में एक बार अलर्ट मिलते ही परिस्थिति को अपने नियंत्रण में लेने तक उसकी पोज़ीशन को ट्रेक किया जा सकता है. पोज़ीशन को कंट्रोल रूम में पुलिस व एप्प पर भी देखा जा सकता है.

यह एप्प आईसेफ यूएसटी ग्लोबल द्वारा पहले लाये गये एप्प का भाग है जिसे कुछ माह पहले तिरुवनंतपुरम सिटी पुलिस के लिए विकसित किया गया था. एप्प वर्तमान में एन्ड्रोइड के लिए उपलब्ध है एवं जल्दी ही इसे अन्य प्लेटफ़ॉर्म्स पर उपलब्ध करा दिया जाएगा. यूएसटी ग्लोबल अन्य राज्यों के पुलिस बलों के लिए भी यह सॉल्यूशन उपलब्ध कराये जाने की योजना बना रहा है.

यूएसटी ग्लोबल ने 6 मार्च 2015 को वूमंस सेफ़्टी एप्प आईसेफ (isafe)  लॉन्च किया. यह एप्प आगामी अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 8 मार्च से पहले लाया गया.

तिरुवनंतपुरम स्थित गवर्नमेंट कॉलेज फ़ॉर वुमन में आला पुलिस व अन्य सरकारी अधिकारियों की उपस्थिति में यह एप्प तिरुवनंतपुरम सिटी पुलिस के लिए लॉन्च किया गया. इस एप्प से महिलाएँ अपने मोबाइल फोन की वॉल्यूम रॉकर (डाउन) की को देर तक दबाये रखकर अथवा पेनिक बटन के प्रयोग से पुलिस कंट्रोल रूम को इंस्टेंट अलर्ट भेज सकेंगी. पुलिस कंट्रोल रूम को इस अलर्ट की सूचना मोबाइल के आएमईआई (imei) नंबर, सब्स्क्राइबर आईडी व स्थान सहित मिल जायेगी. इससे पुलिस तुरंत सहायता पहुंचाने के लिए पीड़ित के स्थान से निकटवर्ती पुलिस सीआरवी (कंट्रोल रूम वाहन) को रवाना कर पायेगी. आईसेफ द्वारा कंट्रोल रूम में एक बार अलर्ट मिलते ही परिस्थिति को अपने नियंत्रण में लेने तक उसकी पोज़ीशन को ट्रेक किया जा सकता है. पोज़ीशन को कंट्रोल रूम में पुलिस व एप्प पर भी देखा जा सकता है.

यह एप्प आईसेफ यूएसटी ग्लोबल द्वारा पहले लाये गये एप्प का भाग है जिसे कुछ माह पहले तिरुवनंतपुरम सिटी पुलिस के लिए विकसित किया गया था. एप्प वर्तमान में एन्ड्रोइड के लिए उपलब्ध है एवं जल्दी ही इसे अन्य प्लेटफ़ॉर्म्स पर उपलब्ध करा दिया जाएगा. यूएसटी ग्लोबल अन्य राज्यों के पुलिस बलों के लिए भी यह सॉल्यूशन उपलब्ध कराये जाने की योजना बना रहा है.

इंडियनपीपुल्सथियेटरएसोसिएशनकेराष्ट्रीयमहासचिवएवंरंगकर्मीजितेंद्ररघुवंशीकानिधन

09-MAR-2015

रंगमंच कर्मी जितेंद्र रघुवंशी का दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में स्वाइन फ्लू से 7 मार्च 2015 को निधन हो गया. वे 65वर्ष के थे. जितेंद्र रघुवंशी वर्ष 2014 तक आगरा विश्वविद्यालय में विदेशी भाषा विभाग के विभागाध्यक्ष और भाकपा के सक्रिय सदस्य थे.

जितेंद्र रघुवंशी इंडियन पीपुल्स थियेटर एसोसिएशन (इप्टा) के राष्ट्रीय महासचिव रहे. उनके परिवार में उनकी पत्नी भावना, एक बेटा और एक बेटी है.

कोलकातानगरनिगमनेदेशकेपहलेलेखागारअमलहोमडिजिटलऑरकाइवकीशुरुआतकी

09-MAR-2015

कोलकाता नगर निगम ने पश्चिम बंगाल में गत चार सौ वर्षो (16वीं सदी) के इतिहास को संरक्षित करने के लिए ‘अमल होम डिजिटल ऑरकाइव’ की शुरुआत 7 मार्च 2015 को की.

इसका उद्देश्य भारत के स्वतंत्रता संघर्ष और वर्ष 1947 से पहले के दौर के बारे में महात्मा गांधी, रविंद्रनाथ टैगोर और नेताजी सुभाष चंद्र बोस द्वारा लिखे गए ऐतिहासिक पत्रों को संरक्षित करना है.

अमल होम डिजिटल ऑरकाइव देश का ऐसा पहला लेखागार है. इसे कोलकाता नगर निगम द्वारा विकसित किया गया. इस लेखागार में 16वीं सदी की ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी से लेकर अंग्रेजी शासन, स्वतंत्रता संग्राम की लड़ाई के अलावा उन दिनों घटने वाली प्रमुख घटनाओं का संकलन करने की योजना है.

इस लेखागार में महात्मा गांधी, रविंद्रनाथ टैगोर तथा नेताजी सुभाष चंद्र बोस जैसी महान विभूतियों के पत्रों, दुर्लभ छायाचित्रों, लेखनी तथा संदेशों आदि का संकलन किया जाएगा.

कलकत्ता नगर निगम के गजट का प्रकाशन वर्ष 1924 से हो रहा है. इसमें भारत के स्वतंत्रता संग्राम की विषय वस्तु की जानकारी मिलती है. इस गजट के संस्थापक के नाम पर लेखागार का नाम अमल होम रखा गया है.

इस्लामिकस्टेटग्रुपनेइराकमेंप्राचीनशहरनीमरूदकोनष्टकिया

09-MAR-2015

प्राचीनशहरनीमरूदइराकइस्लामिकस्टेटग्रुपआईएसआईएसनेनष्टकिया

इराक का प्राचीन शहर नीमरूद आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट ग्रुप आईएसआईएस द्वारा नष्ट किए जाने के कारण 6 मार्च 2015 को सुर्खियों में रहा. असीरियन काल के शहर नीमरूद का विकास ईसा से 13 सदी पूर्व में हुआ था. नीमरूद टिगरिस नदी के किनारे स्थित है.

वर्ष 1988 में एक शाही कब्र से सोने के आभूषण, गहने और कीमती पत्थरों का संग्रह प्राप्त हुआ था, जिसे 20वीं सदी की सबसे बड़ी पुरातात्विक खोज में से एक माना जाता है.

संयुक्त राष्ट्र ने आइएस द्वारा ऐतिहासिक धरोहरों को नष्ट किए जाने की घटना को युद्ध अपराध करार दिया. संयुक्त राष्ट्र के सांस्कृतिक विभाग यूनेस्को की प्रमुख इरीना बोकोवा ने प्राचीन शहर नीमरूद के नष्ट किए जाने की निंदा की.

सायनाऑलइंग्लैंडबैडमिंटनटूर्नामेंटकेफाइनलमेंपहुंचनेवालीपहलीभारतीयमहिलाखिलाड़ीबनीं

09-MAR-2015

भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी सायना नेहवाल ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन टूर्नामेंट 2015 के पहले सेमीफाइनल में चीन की खिलाड़ी सुन यू को 21- 13, 21-13 से पराजित कर फाइनल में पहुंची. ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन टूर्नामेंट का सेमी फाइनल मैच बर्मिंघम में 7 मार्च 2015 को खेला गया.

ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन टूर्नामेंट 2015 के फाइनल मैच में साइना नेहवाल स्पेन की कैरोलिना मारिन से 21-16, 14-21, 7-21 से हार गई.
टूर्नामेंट के सेमी फाइनल मैच में जीत के साथ ही ओलंपिक कांस्य पदक विजेता सायना नेहवाल ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचने वाली तीसरी भारतीय खिलाड़ी एवं पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बन गईं. इनसे पहले प्रकाश पादुकोण वर्ष 1980 और वर्ष 1981 में फाइनल में पहुंचे थे तथा वर्ष 1980 में विजेता रहे. राष्ट्रीय कोच पुलेला गोपीचंद वर्ष 2001 में इस टूर्नामेंट में विजेता बने थे.

इससे पहले तीसरी वरीयता प्राप्त सायना नेहवाल ने क्वार्टर फाइनल में पांचवीं वरीयता प्राप्त चीन की वांग यिहान को 21-19,21-6 से पराजित किया. यिहान पर सायना की यह दूसरी जीत है. इससे पहले सायना ने यिहान को वर्ष 2012 में डेनमार्क ओपन में हराया था.

सायना नेहवाल का फाइनल में छठी वरीयता प्राप्त स्पेन की कैरोलिना मारिन के साथ मुकाबला हुआ जिन्होंने दूसरे सेमीफाइनल में सातवीं वरीयता प्राप्त चीनी ताइपे की तेई जू यग को 40 मिनट में 21-18, 21-11 से हराया.


सायनानेहवालसेसंबंधितमुख्यतथ्य
• महिला बैडमिंटन खिलाड़ी सायना नेहवाल हैदराबाद की हैं.
• सायना नेहवाल ने वर्ष 2015 में मारिन को हराकर सैयद मोदी टूर्नामेंट 2015 का खिताब जीता. 
• भारत की महिला बैडमिंटन खिलाड़ी सायना नेहवाल ने लंदन ओलंपिक 2012 में महिला बैडमिंटन एकल स्पर्धा में कांस्य पदक जीता.
• सायना नेहवाल ने 16 नवंबर 2014 को चाइना ओपन सुपर सीरीज बैडमिंटन टूर्नामेंट में महिला एकल का खिताब जीता.
• सायना नेहवाल ने वर्ष 2011 और वर्ष 2012 में स्विस ओपन ग्रां पी गोल्ड टूर्नामेंट का खिताब जीता था
• भारत के चुनाव आयोग ने राष्ट्रीय यूथ आइकॉन के रूप में बैडमिंटन खिलाड़ी सायना नेहवाल का 22 जनवरी 2013 को चयन किया.
• सायना नेहवाल ने डेनमार्क ओपन सुपर सीरीज का खिताब वर्ष 2012 में जीता.

विश्वभरमें 8 मार्चकोअंतरराष्ट्रीयमहिलादिवसमनायागया

09-MAR-2015

मार्चअंतरराष्ट्रीयमहिलादिवस

विश्वभर में 8 मार्च 2015 को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया गया. वर्ष 2015 के अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस में पेईचिंग घोषणा और कार्रवाई मंच पर विशेष जोर दिया गया. दुनियाभर में प्रतिवर्ष 8 मार्च को महिलाओं की उपलब्धियां सामने लाकर सरकारें, स्वयंसेवी और अन्य संगठन महिलाओं के लिए समानता पर जोर देते हैं.

भारत के केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने वर्ष 2015 के अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस को ‘सुरक्षित मातृत्व दिवस’ के रूप में मनाने का निर्णय लिया. इस अवसर पर तीन दिन का राष्ट्रव्यापी अभियान शुरू किया गया. इसके तहत देश भर में गर्भवती महिलाओं के साथ-साथ सभी महिलाओं की चिकित्सा जांच नि:शुल्क की जाएगी. इस अवसर पर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने राष्ट्रपति भवन में वर्ष 2014 के लिए स्त्री शक्ति पुरस्कार और नारी शक्ति पुरस्कार प्रदान किए.

सुनीलसभरवालपुनअंतर्राष्ट्रीयमुद्राकोषकेवैकल्पिककार्यकारीनिदेशकपदहेतुनामित

09-MAR-2015

स्वतंत्र भारतीय-अमेरिकी निवेशक सुनील सभरवाल को पुन: अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष का वैकल्पिक कार्यकारी निदेशक बनाया गया है. 04 मार्च 2015 को अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने उन्हें इस पद के लिये दूसरी बार नामित किया. पहली बार वर्ष 2014 के अप्रैल में उन्हें इस पद के लिये नामित किया गया था. 
सुनील सभरवाल वर्ष 1992 से ही कई महत्तवपूर्ण पदों पर रह चुके हैं. वर्ष 1992 से 1996 तक उन्होंने यूरोपियन बैंक फॉर रिकंस्ट्रक्शन एंड डेवलपमेंट में मुख्य बैंकर के तौर पर कार्य किया. वर्ष 1997 से 2003 तक वो जी ई कैपिटल में विभिन्न पदों पर रहे जिनमें प्रबंध निदेशक का पद भी शामिल है.
वर्ष 2011 से 2013 तक सुनील सभरवाल ने ई-वाणिज्य भुगतान सेवाओं की यूरोपीय कम्पनी ओगोन के बोर्ड़ के अध्यक्ष के पद पर कार्य किया. वर्ष 2003 से 2006 तक उन्होंने फर्स्ट डाटा कोर्पोरेशन/वेस्टर्न यूनियन के रणनैतिक निवेशों के उच्च उपाध्यक्ष के बतौर कार्य किया.

कोलकाता नगर निगम ने देश के पहले लेखागार अमल होम डिजिटल ऑरकाइव की शुरुआत की

09-MAR-2015

कोलकाता नगर निगम ने पश्चिम बंगाल में गत चार सौ वर्षो (16वीं सदी) के इतिहास को संरक्षित करने के लिए ‘अमल होम डिजिटल ऑरकाइव’ की शुरुआत 7 मार्च 2015 को की.

इसका उद्देश्य भारत के स्वतंत्रता संघर्ष और वर्ष 1947 से पहले के दौर के बारे में महात्मा गांधी, रविंद्रनाथ टैगोर और नेताजी सुभाष चंद्र बोस द्वारा लिखे गए ऐतिहासिक पत्रों को संरक्षित करना है.

अमल होम डिजिटल ऑरकाइव देश का ऐसा पहला लेखागार है. इसे कोलकाता नगर निगम द्वारा विकसित किया गया. इस लेखागार में 16वीं सदी की ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी से लेकर अंग्रेजी शासन, स्वतंत्रता संग्राम की लड़ाई के अलावा उन दिनों घटने वाली प्रमुख घटनाओं का संकलन करने की योजना है.

इस लेखागार में महात्मा गांधी, रविंद्रनाथ टैगोर तथा नेताजी सुभाष चंद्र बोस जैसी महान विभूतियों के पत्रों, दुर्लभ छायाचित्रों, लेखनी तथा संदेशों आदि का संकलन किया जाएगा.

कलकत्ता नगर निगम के गजट का प्रकाशन वर्ष 1924 से हो रहा है. इसमें भारत के स्वतंत्रता संग्राम की विषय वस्तु की जानकारी मिलती है. इस गजट के संस्थापक के नाम पर लेखागार का नाम अमल होम रखा गया है.

इंडियनपीपुल्सथियेटरएसोसिएशनकेराष्ट्रीयमहासचिवएवंरंगकर्मीजितेंद्ररघुवंशीकानिधन

09-MAR-2015

रंगमंच कर्मी जितेंद्र रघुवंशी का दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में स्वाइन फ्लू से 7 मार्च 2015 को निधन हो गया. वे 65वर्ष के थे. जितेंद्र रघुवंशी वर्ष 2014 तक आगरा विश्वविद्यालय में विदेशी भाषा विभाग के विभागाध्यक्ष और भाकपा के सक्रिय सदस्य थे.

जितेंद्र रघुवंशी इंडियन पीपुल्स थियेटर एसोसिएशन (इप्टा) के राष्ट्रीय महासचिव रहे. उनके परिवार में उनकी पत्नी भावना, एक बेटा और एक बेटी है.

श्रीलंकानेचीनकेकोलंबोपोर्टसिटीपरियोजनापरअस्थायीतौरपररोकलगादी

09-MAR-2015

श्रीलंका सरकार ने 5 मार्च 2015 को चीन द्वारा कोलंबो में पोर्ट सिटी परियोजना के तहत चल रहे निर्माण कार्य पर अस्थायी रूप से रोक लगा दी है. 
श्रीलंकाई प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे की अध्यक्षता वाली कैबिनेट की बैठक में यह निर्णय कैबिनेट की उप-समिति की अंतरिम रिपोर्ट के आधार पर ली गयी.
कैबिनेट की इस उप-समिति की नियुक्ति सरकार द्वारा इस परियोजना की समीक्षा के लिये की गयी थी. 
समिति द्वारा सौंपी गयी अंतरिम रिपोर्ट में यह बात सामने आयी कि चीन के साथ हस्ताक्षरित इस बड़े रियल एस्टेट सौदे में उचित प्रक्रियाओं का पालन नहीं किया गया और इसका क्रियान्वयन भी सम्बन्धित संस्थानों की आवश्यक सहमति के बगैर ही किया गया. 
कोलंबो सिटी परियोजना के बारे में 
•कोलंबो सिटी परियोजना चीन द्वारा श्रीलंका में एकमात्र सबसे बड़ी प्रत्यक्ष विदेश निवेश है. इस परियोजना का उद्घाटन वर्ष 2014 के सितम्बर में चीनी राष्ट्रपति जी जिनपिंग ने की थी. 
•उस समय श्रीलंका की ओर से इस परियोजना को मंजूरी तत्कालीन राष्ट्रपति महिंद्रा राजपक्षे ने दी थी. इसके तहत समुद्र की 233 हेक्टेयर जमीन 99 वर्षों की लीज़ पर पोर्ट सिटी बनाने के लिये दी गयी थी. 
•इस परियोजना के तहत चीनी कम्पनी को इसे वाणिज्यिक और मनोरंजन हब के रूप में विकसित करना था जिसमें शॉपिंग मॉल, जल क्रीड़ा, गोल्फ, होटल, अपॉर्टमेंट्स और मेरिना शामिल थीं.

आउटलुकपत्रिकाकेसंस्थापकसंपादकविनोदमेहताकानिधन

09-MAR-2015

वरिष्ठ पत्रकार और आउटलुक पत्रिका के संस्थापक संपादक विनोद मेहता का दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में 8 मार्च 2015 को निधन हो गया. वह 73 वर्ष के थे. विनोद मेहता अंग्रेजी के पत्रकार थे और अंग्रेजी में लिखना ज्यादा पसंद करते थे.निधन के समय वे आउटलुक पत्रिका के एडिटोरियल चेयरमैन के रूप में कार्यरत थे.
विनोदमेहतासेसंबंधितमुख्यतथ्य
• विनोद मेहता ने वर्ष 2011 में आत्मकथा ‘लखनऊ ब्वाय’ लिखी.
• उन्होंने  पुस्तक ‘एडिटर अनप्लग्ड’ लिखी लेकिन दिसम्बर 2014 में इसके लोकार्पण में हिस्सा नहीं ले सके.
• मेहता ने एक गली के कुत्ते को गोद  लिया था जिसका नाम ‘एडिटर’ रखा था.
• विनोद मेहता को 9 फरवरी 2015 को उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा यश भारती पुरस्कार 2015 से सम्मानित किया गया.
• उन्होंने फिल्म अभिनेत्री मीना कुमारी और संजय गांधी की जीवनी लिखी.
• मेहता प्रतिष्ठित संपादक थे जिन्होंने सफलतापूर्वक ‘संडे आब्जर्वर, ‘इंडियन पोस्ट’, ‘द इंडिपेंडेंट’, द पायनियर (दिल्ली संस्करण) और फिर आउटलुक की शुरुआत की. 
•  मेहता तीन वर्ष के थे जब विभाजन के बाद वह अपने परिवार के साथ भारत आए.
•  उनका परिवार लखनऊ में बस गया जहां से उन्होंने स्कूली शिक्षा और फिर बीए की डिग्री हासिल की. 
•   वर्ष 1974 में उन्होंने डेबोनियर का संपादन किया. 
• उन्होंने  दिल्ली में ‘द पायनियर’ अखबार का दिल्ली संस्करण भी पेश किया.
• वर्ष 2001 में उनके लेखों का संकलन ‘मिस्टर एडिटर : हाउ क्लोज आर यू टू द पीएम’ प्रकाशित हुआ.