14 April Article (UPSC)

सिएरालियोनमेंसार्वजनिकइबोलास्वास्थ्यआपातकालघोषित

सिएरा लियोन के राष्ट्रपति अर्नेसट बाई कारोमा ने 30 जुलाई 2014 को सिएरा लियोन में घातक इबोला प्रकोप से निपटने के लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल की घोषणा की. इबोला से अब तक सिएरा लियोन में करीब 233 लोगों की जान जा चुकी है.

संयुक्त राष्ट्र के अनुमान के मुताबिक फरवरी 2014 से अब तक इबोला से पश्चिम अफ्रीका में 729 लोगों की मौत हो चुकी है. यह प्रकोप दुनिया का अब तक का दर्ज किया गया सबसे बड़ा प्रकोप है और अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों के साथ इससे तीन अफ्रीकी राजधानियों मोनरोविया (लाइबेरिया), फ्रीटाउन (सिएरा लियोन) और कोनाक्री (गिनी) संक्रमित हैं.

इबोला के मामले सबसे पहले मार्च 2014 में गिनी में सामने आए. उसके बाद यह लाइबेरिया और सिएरा लियोन की सीमाओं में भी फैल गया.

डब्ल्यूएचओने 100 मिलियनअमेरिकीडॉलरकेप्रतिक्रियाप्लानकीघोषणाकी

इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख और इबोला प्रकोप से प्रभावित पश्चिमी अफ्रिकी देशों के नेताओं ने 100 मिलियन अमेरिकी डॉलर के रेस्पांस प्लान की घोषणा करने का फैसला किया है.

इबोला के प्रकोप और लगातार बढ़ रहे खतरे ने डब्ल्यूएचओ और गिनी, लाइबेरिया एवं सिएरा लियोन को अपने प्रयासों को नए स्तर पर ले जाने के लिए विवश किया है. इसके लिए संसाधनों में वृद्धि, देश में चिकित्सा विशेषज्ञों, क्षेत्रीय तैयारीयों और समन्वय की आवश्यकता होगी.

डब्ल्यूएचओकीनईयोजनाकेमहत्वपूर्णतत्वहैं

  • प्रभावी, साक्ष्य आधारित प्रकोप नियंत्रण उपायों के जरिए प्रभावित देशों में प्रसार को रोकना.
  • महामारी से लड़ने वाली तैयारियों को मजबूत बनाकर और प्रतिक्रिया उपायों के जरिए इबोला को जोखिम वाले पड़ोसी देशों में फैलने से रोकना.

अन्यघटनाक्रममें

  • सेशेल्स ने इबोला वायरल से घबराकर सिएरा लियोन के खिलाफ राष्ट्रीय क्वालिफायर वाले वर्ष 2015 के अफ्रीका कप को रद्द कर दिया है.
  • नाइजीरिया को इबोला ग्रस्त इलाकों से आने वाले यात्रियों के तापमान की स्क्रीनिंग करने का आदेश दिया गया है और साथ ही लागोस में पहला इबोला मामला पहुंचने से रोकने के लिए अफ्रीकी एयरलाइन को निलंबित करने को भी कहा गया है.
  • इसके अलावा, अमेरिका के राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थानों ने कहा है कि वे संभावित टीके का परीक्षण सितंबर 2014 से शुरु करेंगे.

इबोला– वायरस

  • इबोला संक्रमित व्यक्ति के शरीर के तरल पदार्थ के साथ मानव संपर्क की वजह से फैलता है.
  • आरंभिक फ्लू जैसे लक्षण आंखों या मसूड़ों में बाहरी रक्तस्राव की वजह बन सकते हैं और आंतरिक रक्तस्राव भी हो सकता है जिससे अंग काम करना बंद कर देते हैं.
  • मृत्यु दर 90% तक पहुंच सकती है.
  • उष्मायन अवधि 2 से 21 दिनों की है.
  • इसके लिए कोई टीका या इलाज उपलब्ध नहीं है.
  • डायरिया या दस्त के मरीजों को फिर ले जलयोजित (रिहाइड्रेटिंग) करने जैसी सहायक देखभाल से मरीजों को ठीक करने में मदद मिल सकती है.
  • इस वायरस का प्राकृतिक होस्ट फ्रूट बैट्स को माना जा रहा है.

केंद्रीयरक्षामंत्रालयनेसशस्त्रबलोंकोरोल्सरॉयसकेसाथव्यापारकरनेकीअनुमतिदी

केंद्रीय रक्षा मंत्रालय ने 3 अगस्त  2014 को सशस्त्र बलों को रोल्स रॉयस के साथ आवश्यक वस्तुओं से संबंधित व्यापार करने की अनुमति दी.

केन्द्रीय रक्षा मंत्रालय का निर्णय तब आया जब अटॉर्नी जर्नल मुकुल रोहतगी ने इस बात को सुनिश्चित किया कि भारतीय वायु सेना और भारतीय नेवी रोल्स रॉयस से आवश्यकतानुसार रखरखाव और संचालन हेतु मदद ले सकती है, लेकिन इस बात को सुनिश्चित करते हुए कि इससे दोनों देशों की रक्षा संबंधों पर कोई असर नहीं पड़े.

इसके अलावा, इस तरह के सी -130 जे सुपर हरक्यूलिस विमान, सी किंग मल्टी रोल हेलीकाप्टर, हॉक जेट ट्रेनर और जगुआर लड़ाकू विमान रोल्स रॉयस के इंजन से उन्नत हैं.

इसलिए, वे अपने अभियान को जारी रखने हेतु फर्म से आवश्यक उपकरणों को खरीदेंगे.

पृष्ठभूमि
मार्च 2014 में, केंद्रीय रक्षा मंत्रालय ने ब्रिटिश इंजन निर्माता रोल्स रॉयस के हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) साथ किये गये सभी अनुबंधों को भ्रष्टाचार के आरोपों के कारण रोक दिया गया था.

इस अनुबंध में, रोल्स - रॉयस को वर्ष 2007-2011 के दौरान एचएएल को ट्रेनर विमान के लिए विमान के इंजन की आपूर्ति करनी है. यह अनुबंध 10000 करोड़ रुपए का है.

सीबीआई ने अनुबंध के आरोपो में रोल्स रॉयस द्वारा बाहरी व्यावसायिक सलाहकार और बिचौलियों का हस्तक्षेप पाया.

राष्ट्रपतिभवनमेंनयासंग्रहालयजनताकेलिएखोलागया

राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने 1 अगस्त 2014 को राष्ट्रपति भवन में जनता के लिए नए दृश्य श्रव्य संग्रहालय का उद्घाटन किया. यह संग्रहालय देश के राष्ट्रपति कार्यालय के इतिहास की जानकारी देगा.

प्रणब मुखर्जी के राष्ट्रपति के रुप में दूसरा वर्ष पूरा करने के अवसर पर संग्रहालय का उद्घाटन किया गया.

इस संग्रहालय की स्थापना राष्ट्रपति भवन में उस स्थान पर की गई है जहां पहले अस्तबल था और पारंपरिक बग्गियां रखी जाती थीं. यह संग्रहालय श्रव्य दृश्य वीडियो एनिमेशन के माध्यम से राष्ट्रपति भवन की ऐतिहासिक इमारत से लोगों को अवगत कराएगा.

नएराष्ट्रपतिभवनसंग्रहालयमेंसार्वजनिकप्रदर्शनकेलिएउपलब्धवस्तुएँशामिलहैं.

  • अश्वारोही योद्धा.
  • वायसराय के निवास के लिए सर एडविन लुटियन द्वारा डिजाइन किये गये फर्नीचर के नमूने.
  • परंपरागत कोच, राष्ट्रपति के अंगरक्षकों की तस्वीरें.
  • उन्नीसवीं शताब्दी की पेंटिंग.
  • पिछले राष्ट्रपतियों को देश विदेश से मिले उपहार आदि.
  • आगंतुकों के लिए निर्धारित दिन और किराया

यह संग्रहालय राजपत्रित अवकाश को छोड़कर 9:00 बजे से 04:00 तक हर शुक्रवार, शनिवार और रविवार को जनता के लिए खुला रहेगा. पहले तीन महीनों के लिए संग्रहालय के लिए प्रवेश नि:शुल्क होगा. मदर टेरेसा क्रीसेंट रोड पर गेट नंबर 30 आगंतुकों के प्रवेश और निकास के लिए चुना गया है.

एक नवंबर 2014 से, आगंतुकों को प्रति व्यक्ति 25 रुपए का शुल्क अदा करना होगा (12 वर्ष से कम उम्र के बच्चों का प्रवेश नि:शुल्क होगा).
इस शुल्क का उपयोग राष्ट्रपति भवन में जनता के सेवाओं में सुधार के लिए किया जायेगा.

मानवसंसाधनविकासमंत्रालयनेयूजीसीकीस्थितिकीसमीक्षाकरनेकेलिएहरिगौतमसमितिकागठनकिया

मानव संसाधन विकास (एचआरडी) मंत्रालय ने 3 अगस्त 2014 को के विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) की वर्तमान स्थिति की समीक्षा करने के लिए चार सदस्यीय समिति का गठन किया. समिति का गठन पूर्व यूजीसी चेयरमैन हरि गौतम की अध्यक्षता में किया गया.

बीएचयू के विधि विभाग के पूर्व प्रमुख प्रो. सीएम जरीवाला और जेएनयू के पूर्व समकुलपति प्रो. कपिल कपूर को इसका सदस्य बनाया गया है. समिति के सदस्य सचिव मानव संसाधन विकास मंत्रालय के संयुक्त सचिव (उच्च शिक्षा) आरपी सिसोदिया हैं. समिति को अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए छह महीने का समय दिया गया है.

समिति उद्देश्यों को पूरा करने के क्रम में बेहतर प्रदर्शन को प्राप्त करने के लिए पैनल के पुनर्गठन और पुर्नसंरचना करने के उपायों का सुझाव देगा.

समिति के अंतर्गत 14 अलग ध्येयों को रखा गया है जिनमे यूजीसी  के उन नए मानकों को निर्धारित करना भी है जो विश्वविद्यायों में शिक्षा के स्तर एवं सु-समन्वय को निर्धारित करेगा. साथ ही इसी क्षेत्र में कमजोरीयों की पहचान कर उस पर अतिशीघ्र कार्य करेगा.

यूजीसी देश में उच्च शिक्षा की सर्वोच्च नियामक संस्था है. यह आयोग औपचारिक रूप से वर्ष 1956 में संसद के अधिनियम द्वारा स्थापित किया गया था. यह देश में विश्वविद्यालय शिक्षा में समन्वय, दृढ़ संकल्प और मानकों को बनाए रखने की सांविधिक निकाय है. 

भारत में उच्च शिक्षा क्षेत्र के 726 विश्वविद्यालयों में लगभग 28 लाख छात्रों और लगभग 38,000 कॉलेजों के साथ संस्थानों की संख्या और छात्रों की संख्या से दूसरा सबसे बड़ा के मामले में दुनिया में सबसे बड़ी में से एक के रूप में उभरा है.

आज देश में 726 विश्वविद्यालय और 38 हजार कॉलेज हैं. इनमें पढ़ने वाले छात्रों की संख्या दो करोड़ 80 लाख है. 
भारत में उच्च शिक्षा क्षेत्र संस्थानों की संख्या के हिसाब से दुनिया में सबसे बड़े देश के रूप में उभरा है और छात्रों की संख्या के हिसाब से दूसरा सबसे बड़ा देश है.

20वांराष्ट्रमंडलखेल 2014: भारतकीपदकसूची

ग्लासगो (स्कॉटलैंड) में 3 अगस्त 2014 को संपन्न 20वें राष्ट्रमंडल खेल 2014 में भारतीय खिलाड़ियों ने कुल 64 पदक जीता एवं पांचवे स्थान पर रहे. इसमें 15 स्वर्ण, 30 रजत और 19 कांस्य पदक शामिल हैं. प्रथम चार स्थान पर क्रमशः इंग्लैंड (174 पदक), ऑस्ट्रेलिया (137 पदक), कनाडा (82 पदक) एवं स्कॉटलैंड (53 पदक) रहे.

भारतकीपदकसूची
(स्वर्णपदक)
1.    संजीता चानू (भारोत्तोलन )
2.    सुखेन डे (भारोत्तोलन )
3.    सतीश शिवलिंगम (भारोत्तोलन)
4.    अभिनव बिंद्रा (निशानेबाजी)
5.    अपूर्वी चंदेला (निशानेबाजी)
6.    राही सरनोबत (निशानेबाजी)
7.    जीतू राय (निशानेबाजी)
8.    अमित कुमार (कुश्ती)
9.    विनेश फोगट (कुश्ती)
10.    सुशील कुमार (कुश्ती)
11.    बबीता कुमारी (कुश्ती)
12.    योगेश्वर दत्त (कुश्ती)
13.    विकास गौड़ा (चक्का फेंक)
14.    दीपिका पल्लीकल व जोशना चिनप्पा (स्क्वॉश)
15.    पी कश्यप (बैडमिंटन)

(रजतपदक)
1.    मीराबाई चानू (भारोत्तोलन)
2.    संतोषी मात्सा (भारोत्तोलन)
3.    सुशीला लिक्माबाम (जूडो)
4.    नवजोत चाना (जूडो)
5.    मलायका गोयल (निशानेबाजी)
6.    प्रकाश नांजप्पा (निशानेबाजी)
7.    अयोनिका पॉल (निशानेबाजी)
8.    अनीसा सैयद (निशानेबाजी)
9.    श्रेयसी सिंह (निशानेबाजी)
10.    रवि कातुलू (भारोत्तोलन)
11.    गुरपाल सिंह (निशानेबाजी)
12.    गगन नारंग (निशानेबाजी)
13.    विकास ठाकुर (भारोत्तोलन)
14.    हरप्रीत सिंह (निशानेबाजी)
15.    संजीव राजपूत (निशानेबाजी)
16.    राजीव तोमर (कुश्ती)
17.    ललिता कुमारी (कुश्ती )
18.    बजरंग (कुश्ती)
19.    साक्षी मलिक (कुश्ती)
20.    सत्यव्रत कादियान (कुश्ती )
21.    गीतिका जाखड़ (कुश्ती )
22.    सीमा पूनिया (डिस्कस थ्रो)
23.    अचंत शरत कमल और एंथोनी अमलराज (टेबल टेनिस)
24.    लैशराम देवेंद्रो मुक्केबाजी)
25.    देवेंद्रो सरिता (मुक्केबाजी)
26.    मनदीप जांगड़ा (मुक्केबाजी)
27.    विजेंद्र सिंह (मुक्केबाजी)
28.    राजिंदर रहेलू (पावरलिफ्टिंग)
29.    ज्वाला व अश्वटनीपोनप्पा (बैडमिंटन)
30.    पुरुष हॉकी टीम

(कांस्यपदक)
1.    गणेश माली (भारोत्तोलन)
2.    कल्पना (जूडो)
3.    स्वाति सिंह (भारोत्तोलन)
4.    राजविंदर कौर (जूडो)
5.    ओंकार ओटारी (भारोत्तोलन)
6.    मुहम्मद असब (निशानेबाजी)
7.    पूनम यादव (भारोत्तोलन)
8.    मानवजीत सिंह संधू (निशानेबाजी)
9.    गगन नारंग (निशानेबाजी)
10.    लज्जा गोस्वामी (निशानेबाजी)
11.    चंद्रकांत माली (भारोत्तोलन)
12.    नवजोत कौर (कुश्ती)
13.    दीपा करमाकर ( जिम्नास्टिक)
14.    पवन कुमार (कुश्ती)
15.    पिंकी जांगड़ा (मुक्केबाजी)
16.    सकीना खातून (पावरलिफ्टिंग)
17.    पीवी सिंधू (बैंडमिंटन)
18.    आरवी गुरुसाइदत्त (बैंडमिंटन)
19.    अरपिंदर सिंह (ट्रिपल जंप)

विदित हो कि वर्ष 2010 में दिल्ली में संपन्न 19वें राष्ट्रमंडल खेल में भारत ने 38 स्वर्ण, 27 रजत और 36 कांस्य पदक जीते थे एवं पदकों की सूची में दूसरे स्थान पर रहा था.

प्रधानमंत्रीनरेंद्रमोदीनेनेपालस्थितपशुपतिनाथमंदिरमेंपूजाकी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेपाल की अपनी दो दिवसीय यात्रा के दौरान 4 अगस्त 2014 को काठमांडू में स्थित भगवन शिव से सम्बंधित प्राचीन पशुपतिनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना की. मोदी की विशेष पूजा में 150 पुजारियों ने हिस्सा लिया, जिसके दौरान प्रधानमंत्री ने रूद्राभिषेक और पंच अमृत स्नान सम्पन्न किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पशुपतिनाथ मंदिर ट्रस्ट को 2500 किलोग्राम चंदन दान किया.

पशुपतिनाथमंदिरसेसंबंधितमुख्यतथ्य

पशुपतिनाथ मंदिर नेपाल की राजधानी काठमांडू से तीन किलोमीटर उत्तर पश्चिम में देवपाटन गांव में बागमती नदी के तट पर स्थित है. यह मंदिर भगवान शिव के पशुपति स्वरूप को समर्पित है. इस मंदिर में सदियों से यह परंपरा रही है कि यहां चार पुजारी और एक मुख्य पुजारी दक्षिण भारत के ब्राह्मणों में से रखे जाते हैं.

किंवदंतियों के अनुसार मंदिर का निर्माण सोमदेव राजवंश के राजा पशुप्रेक्ष ने तीसरी सदी ईसा पूर्व में कराया था, लेकिन पहले ऐतिहासिक रिकॉर्ड 13वीं शताब्दी के हैं. पाशुपत सम्प्रदाय इसकी स्थापना से जुड़ा माना जाता है. मूल मंदिर कई बार नष्ट हुआ. इसका वर्तमान स्वरूप नेपाल नरेश भूपलेंद्र मल्ला के कार्यकाल में सन 1697 में प्रदान किया गया.

20वांराष्ट्रमंडलखेल 2014: बैडमिंटनकेपुरुषएकलमेंपीकश्यपकोस्वर्णपदक

ग्लासगो (स्कॉटलैंड) में आयोजित 20वें राष्ट्रमंडल खेल 2014 में 3 अगस्त 2014 को भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी पी कश्यप ने बैडमिंटन के पुरुष एकल स्पर्धा का स्वर्ण पदक जीता. किसी भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी द्वारा 32 वर्ष बाद इस स्पर्धा का स्वर्ण पदक जीता गया. पी कश्यप ने पुरुष एकल के खिताबी मुकाबले में सिंगापुर के डेरेक वोंग को 21-14 , 11-21, 21-19 से पराजित किया.

विदित हो कि मूल रूप से हैदराबाद के रहने वाले 27 वर्षीय खिलाड़ी पी कश्यप, इस जीत के साथ ही महान भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी प्रकाश पादुकोण और दिवंगत सैयद मोदी की श्रेणी में शामिल हो गए, जिन्होंने पूर्व में यह खिताब जीता था. पादुकोण ने वर्ष 1978 के  कनाडा कॉमनवेल्थ गेम्स में पुरुष एकल का स्वर्ण पदक जीता था, जबकि चार वर्ष बाद (वर्ष 1982) ब्रिस्बेन (ऑस्ट्रेलिया) में सैयद मोदी ने इसमें जीत दर्ज की थी. पी कश्यप को वर्तमान में विश्व पुरुष बैडमिंटन रैंकिंग में 22वां स्थान प्राप्त है.

सर्वोच्चन्यायालयनेआपराधिकन्यायवितरणप्रणालीफास्टट्रैककरनेकेप्रस्तावकेनिर्देशदिए

भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने 1 अगस्त 2014 को देश में आपराधिक न्याय वितरण प्रणाली फास्ट ट्रैक करने के प्रस्ताव के लिए केंद्र सरकार के निर्देश दिए. सरकार को एक महीने के भीतर राज्यों के साथ परामर्श करके प्रस्ताव प्रस्तुत करने की जरूरत है. यह अवलोकन मुख्य न्यायाधीश आरएम लोढ़ा के नेतृत्व में सुप्रीम कोर्ट के बेंच में शामिल न्यायमूर्ति कुरियन जोसेफ और न्यायमूर्ति रोहिंटन एफ नरीमन ने किया.

शीर्ष अदालत ने देश में आपराधिक न्याय प्रणाली की असंतोषजनक गति देखने के बाद केंद्र सरकार को प्रस्ताव के लिए कहा.

सर्वोच्च न्यायालय ने माना है कि देश में न्याय पाने की प्रक्रिया बेहद धीमी और चिंताजनक है. लोढा ने अफसोस जताते हुए कहा कि क्रिमिनल जस्टिस सिस्टम उस गति से नहीं चल रहा है जैसा कि वे चाहते हैं. लेकिन वे अदालतें नहीं गठित कर सकते क्योंकि उनकी अपनी सीमाएं हैं. कोर्ट ने अटार्नी जनरल से कहा कि वे सरकार से कहें कि सरकार तत्काल राज्यों के विधि सचिव व मुख्य सचिवों की बैठक बुलाए और त्वरित न्याय प्रदान करने के लिए वैज्ञानिक तौर तरीके की नीति तैयार करे.

भारतीय जेलों में बंद पाकिस्तानी कैदियों की स्वदेश वापसी से संबंधित जनहित याचिका की सुनवाई करते हुए सर्वोच्च न्यायालय ने इस प्रस्ताव के लिए कहा.

भारतमेंलंबितमामले
सर्वोच्च न्यायालय में मामले - 60000 
उच्च न्यायालयों में मामले - 44 लाख 
निचली अदालतों में मामले - 2.68 लाख

सरकारकारवैया
दूसरी ओर, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में गृह मंत्री राजनाथ सिंह और कानून मंत्री रवि शंकर प्रसाद को सांसदों और विधायकों के खिलाफ आपराधिक मामलों को सालभर में सुलझाने के लिए ब्लूप्रिंट बनाने के निर्देश दिये. वर्तमान में भारत के नेताओं के खिलाफ 2000 मामले न्यायालयों में लंबित हैं.

कोर्ट का कहना था कि नेताओं को एक विशेष श्रेणी में नहीं रखा जाना चाहिए. कोर्ट ने कहा कि सांसदों के मामलों का जल्द निपटारा इसलिए संभव नहीं है क्योंकि महिलाओं और वरिष्ठ नागरिकों के खिलाफ लंबित मामलों की सुनवाई सांसदों के मुकाबले ज्यादा तेजी से करने की जरूरत है.

पंजाबकेकिसानोंकोजमीनमुहैयाकरानेकेघानाकेप्रस्तावपरपंजाबसरकारसहमत

पंजाब के उप मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल 31 जुलाई 2014 को पंजाब के किसानों को भूमि मुहैया कराने के घाना के प्रस्ताव पर सहमत हुए. इस प्रस्ताव के तहत घाना की सरकार कृषि गतिविधियों के लिए पंजाब के किसानों को लंबी अवधि के लिए पट्टे पर उपजाऊ भूमि की पेशकश की.

यह प्रस्ताव चंडीगढ़ में घाना के प्रतिनिधिमंडल उप ऊर्जा और पेट्रोलियम मंत्री बेंजामिन डगाड़ू और उप मुख्यमंत्री के के नेतृत्व में किया गया था. 
पंजाब के मंत्री ने घाना के मंत्री को आश्वासन दिया कि पंजाब सरकार पूरी परियोजना का अध्ययन करने के लिए अधिकारियों की उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल के साथ ही पंजाब कृषि विश्वविद्यालय (पीएयू), लुधियाना के विशेषज्ञों को घाना भेजेगा.

राज्य सरकार ने घाना में किसानों को शुरू में बसने के लिए 20000 से 25000 एकड़ जमीन देने का आश्वासन दिया. घाना के मंत्री डगाड़ू ने पंजाब के साथ सार्थक व्यापार संबंधों को आरंभ करने हेतु लुधियाना में व्यवसाय परामर्शदाता की नियुक्ति की भी घोषणा की. घाना का मानना है कि पंजाब ही कृषि आधारित अर्थव्यवस्था बनने में उसकी सहायता कर सकता है.

घाना के मंत्री ने कहा कि, “पंजाब घाना के लिए तैयार माल का भी निर्यात कर सकता है. पंजाब के उद्यमी देश में विनिर्माण सुविधाओं को शुरू करने के लिए घाना की यात्रा कर सकते हैं और वे विभिन्न खनिज, इमारती लकड़ी, तेल, कोको, ताड़ के तेल मछली और कपास जैसे घाना के प्राकृतिक संसाधनों का लाभ ले सकते हैं”.

मध्यप्रदेशपुलिसमेंमहिलाओंहेतु 30 प्रतिशतआरक्षणकीघोषणा

मध्य प्रदेश सरकार ने 3 अगस्त 2014 को ‘मध्य प्रदेश पुलिस’ में महिलाओं हेतु 30 प्रतिशत आरक्षण की घोषणा की. पहले यह आरक्षण 10 प्रतिशत था. मध्य प्रदेश राज्य सरकार की ओर से इसकी घोषणा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने की. यह घोषणा केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी द्वारा राज्यों से पुलिस में महिलाओं हेतु 33 प्रतिशत आरक्षण देने की मांग के सन्दर्भ में की गई.

विदित हो कि गुजरात सरकार से प्रेरित केंद्रीय महिला और बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने सभी राज्य सरकारों से पुलिस में महिलाओं को 33 फीसद आरक्षण देने का आग्रह किया है ताकि महिलाओं के खिलाफ यौन हिंसा और अपराध के मामलों से प्रभावी तरीके से निपटा जा सके. इस सन्दर्भ में महिला और बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखा. इसके पूर्व जुलाई 2014 में गुजरात की मुख्यमंत्री आनंदीबेन ने राज्य पुलिस बल में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण देने की घोषणा की थी.

प्रसिद्धगिटारवादकडिकवैगनरका 71 वर्षकीआयुमेंनिधन

एलिस कूपर के प्रसिद्ध रॉक गिटारवादक डिक वैगनर का एरिज़ोना में स्कॉटडेल हेल्थकेयर मेडिकल सेंटर में 30 जुलाई 2014 को 71 वर्ष की आयु में निधन हो गया. 
वह दो सप्ताह से श्वांस संबंधी बीमारी का सामना कर रहे थे. वह एक गीतकार और लेखक भी थे.

डिकवैगनरकेबारेमें

  • डिक वैगनर को पीटर गैब्रियल, लो रीड, एरोस्मिथ और किस्स जैसे बैंडों में गिटारवादक के रूप में जाना जाता हैं.
  • वर्ष 2004 में वह एरिजोना चले गये और फाउंटेन हिल्स में रहने लगे.
  • डिक वैगनर ने 1960 के दशक में डेट्रायट क्षेत्र के बोसमैन बैंड के गठन के साथ रॉक गिटारवादक के रूप में अपना कैरियर शुरू किया.
  • डिक वैगनर ओनली वोमैन ब्लीड, डिपार्टमेंट ऑफ यूथ, आई नेवर क्राई, गो टू हेल और फ्रॉम द इनसाइड जैसी कूपर की धुनों के सह गीतकार थे.
  • डिक वैगनर का जन्म आयोवा में 14 दिसंबर 1942 को हुआ था. उनका पालन-पोषण मिशिगन क्षेत्र के सेगीनाव में हुआ था.

अरुणाचल प्रदेश जिला योजना समिति (संशोधन) विधेयक, 2014 विधानसभा में पारित

अरुणाचल प्रदेश के राज्य विधानसभा ने 31 जुलाई 2014 को अरुणाचल प्रदेश जिला योजना समिति (संशोधन) विधेयक, 2014 पारित किया. इस विधेयक के द्वारा पंचायतों और नगर पालिकाओं के लिए जिलों की योजना प्रक्रिया में भागीदारी करने हेतु मार्ग बनाया गया है. यह विधेयक राज्यपाल के अनुमोदन के बाद एक अधिनियम बन जाएगा.

टाउन प्लानिंग और शहरी स्थानीय निकाय मंत्री पेमा खांडू ने 25 जुलाई 2014 को सदन में विधेयक पेश किया. यह बिल ध्वनि मत से पारित किया गया.

इस विधेयक का उद्देश्य जिला योजना समिति का गठन करने और जिलों में पंचायतों और नगर पालिकाओं द्वारा तैयार योजना को मजबूत करना है. इस विधेयक का उद्देश्य जिलों के लिए पांच साल की भावी योजना और विकास योजना का प्रारूप तैयार करना है. यह विधेयक जिला योजना की अध्यक्ष बनाने हेतु जिला परिषदों अध्यक्ष के लिए एक प्रस्ताव है.

इस संशोधन लोकतांत्रिक प्रणाली के माध्यम से जमीनी स्तर पर विकास की प्रक्रिया में लोगों को शामिल करके शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों का एकीकरण और प्रभावी विकास सुनिश्चित होगा.

इसके अलावा, अरुणाचल विधानसभा में 25 जुलाई 2014 को आठ दिवसीय बजट सत्र के उद्घाटन दिवस पर दो अन्य विधेयकों की भूमिका पर भी विचार किया गया.

अन्य दो विधेयक थे.

  • अरूणाचलप्रदेशगैरकानूनीगतिविधि (रोकथामविधेयक 2004 - गृह मंत्री टांगा ब्यालिंग द्वारा शुरू किया गया है और राज्य में व्यक्तियों और संगठनों द्वारा बंद और हड़ताल जैसी कुछ अवैध गतिविधियों की प्रभावी रोकथाम में मदद मिलेगी.
  • अरुणाचल प्रदेश राज्य आवास बोर्ड विधेयक 2014 - टाउन प्लानिंग और शहरी स्थानीय निकाय मंत्री प्रेमा खांडू द्वारा शुरू किया गया.

राजीव गांधी राष्ट्रीय सद्भावना पुरस्कार 2014 हेतु फिल्म निर्माता एवं निर्देशक मुजफ्फर अली का चयन

फिल्म निर्माता एवं निर्देशक मुजफ्फर अली को वर्ष 2014 के राजीव गांधी राष्ट्रीय सद्भावना पुरस्कार के लिए चुना गया. इनके चयन का निर्णय राजीव गांधी राष्ट्रीय सद्भावना पुरस्कार सलाहकार समिति की बैठक में 31 जुलाई 2014 को लिया गया. क्रम में यह 22वां राजीव गांधी राष्ट्रीय सद्भावना पुरस्कार है. यह पुरस्कार 20 अगस्त 2014 को दिवंगत प्रधानमंत्री राजीव गांधी की जयंती पर नई दिल्ली के जवाहर भवन में आयोजित विशेष समारोह में सोनिया गांधी द्वारा प्रदान किया जाना है.

सामाजिक कार्यकर्ता और सूफी कवि मुजफ्फर अली को यह पुरस्कार कौमी एकता, शांति और सद्भावना के क्षेत्र में उनके द्वारा किए उत्कृष्ट योगदान के लिए दिया जाना है.

21वां राजीव गांधी राष्ट्रीय सद्भावना पुरस्कार सरोद वादक अमजद अली खां को जबकि प्रथम राजीव गांधी राष्ट्रीय सद्भावना पुरस्कार मदर टेरेसा को प्रदान किया गया.

राजीव गांधी राष्ट्रीय सद्भावना पुरस्कार
इस पुरस्कार के तहत विजेता को 5 लाख रुपए नकद एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाता है. राजीव गांधी राष्ट्रीय सदभावना पुरस्कार की स्थापना अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने राजीव गांधी द्वारा शांति, सांप्रदायिक सौहार्द और हिंसा के खिलाफ लड़ाई को प्रोत्साहन देने में उनके योगदान की स्मृति में वर्ष 1992 में की थी. यह पुरस्कार अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी द्वारा प्रतिवर्ष राजीव गांधी के जन्मदिन 20 अगस्त को दिया जाता है. इस दिन (20 अगस्त) को सद्भावना दिवस के रूप में मनाया जाता है.

यह पुरस्कार इसके पहले मदर टेरेसा, बिस्मिल्ला खां, लता मंगेशकर, सुनील दत्त, दिलीप कुमार, कपिला वात्स्यायन, मौलाना वहीउद्दीन खान, गौतम भाई, तीस्ता सीतलवाड़ और हर्ष मंदर (संयुक्त), मुहम्मद युनुस, हितेश्वर सैकिया और सुभद्रा जोशी (संयुक्त), जगन नाथ कौल, एसएन सुब्बाराव, स्वामी अग्निवेश और मदारी मोईदीन (संयुक्त), केआर नारायणन, निर्मला देशपांडे, हेमदत्त और एन राधाकृष्णन, डीआर मेहता, सरोद वादक अमजद अली खां को दिया जा चुका है.


मुजफ्फर अली 
मुजफ्फर अली  का जन्म उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में हुआ था. मुजफ्फर अली ने उमराव जान, गमन, अंजुमन, खिजां सहित डेढ़ दर्जन से अधिक फिल्मों का निर्देशन किया. उन्हें वर्ष 2005 में पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया था.

उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार नेहचल संधू ने इस्तीफा दिया

उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार नेहचल संधू ने 30 जुलाई 2014 को इस्तीफा दिया. उनका इस्तीफा 31 जुलाई 2014 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा स्वीकार कर लिया गया.

संधू को मार्च 2013 में तीन साल के कार्यकाल के लिए उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार नियुक्त किया गया. वह वर्ष 2010 और 2012 के बीच खुफिया ब्यूरो के निदेशक थे. वह बिहार कैडर के वर्ष 1973 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं.

राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के बारे में
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद का मुख्य कार्यकारी होता है और उसका मुख्य कार्य प्रधानमंत्री को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर सलाह देना होता है.

पूर्वविदेशमंत्रीकुंवरनटवरसिंहकीआत्मकथा : वनलाइफइजनॉटइनफ

'वनलाइफइजनॉटइनफ': कुंवरनटवरसिंह

'वन लाइफ इज नॉट इनफ' (One Life Is Not Enough) नामक पुस्तक पूर्व विदेश मंत्री कुंवर नटवर सिंह द्वारा लिखित उनकी एक आत्मकथा है. इस पुस्तक ('वन लाइफ इज नॉट इनफ') में वर्ष 2004 में सोनिया गांधी के प्रधानमंत्री पद से इनकार करने के कारणों का ब्यौरा दिया गया है. 'वन लाइफ इज नॉट इनफ' में सोनिया गांधी और तत्कालीन प्रधानमंत्री पीवी नरसिंह राव के संबंधों की चर्चा की गयी है.


कुंवर नटवर सिंह के अनुसार राजीव गांधी होते, तो मेरे साथ वह नहीं होता, जो सोनिया ने किया.मैंने मनमोहन सिंह को 'बिना रीढ़ का' कहकर सही किया.

कुंवरनटवरसिंहसेसंबंधितमुख्यतथ्य
कुंवर नटवर सिंह एक भारतीय राजनीतिज्ञ हैं. उनका चयन भारतीय विदेश सेवा के लिए हुआ था. वह यूपीए सरकार में वर्ष 2004–2005 में विदेशमंत्री रहे. परन्तु उन्हें वर्ष 2005 में तेल के बदले अनाज घोटाले में नाम आने के बाद इस्तीफा देना पड़ा था। इसके बाद 2008 में उन्होंने कांग्रेस छोड़ दी.

कुंवर नटवर सिंह को भारत सरकार द्वारा सन 1984 में प्रशासकीय सेवा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए पद्मभूषण से सम्मानित किया गया. 

प्रमुखपुस्तकें
महाराजा सूरज मल, 1707-1763: हिज लाइफ एंड टाइम्स

 

एसएसमुंद्रानेभारतीयरिजर्वबैंककेचौथेडिप्टीगवर्नरकेरूपमेंकार्यभारसंभाला

सुभाष शिओरत्न मुंद्रा ने 31 जुलाई 2014 को भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के चौथे डिप्टी गवर्नर के रूप में कार्यभार संभाला. भारत सरकार ने 30 जुलाई 2014 को कार्यभार संभालने की तिथि से तीन साल के लिए भारतीय रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर के रूप में मुंद्रा के नियुक्ति की अधिसूचना दी.

इस नियुक्ति के साथ, मुंद्रा बैंकिंग पर्यवेक्षण, मुद्रा प्रबंधन, वित्तीय स्थिरता, ग्रामीण ऋण, ग्राहक सेवा और रिजर्व बैंक के मानव संसाधन एवं सुरक्षा देखेंगे.

अप्रैल 2014 में स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेने वाले के सी चक्रवर्ती के स्थान पर एस एस मुंद्रा को नियुक्त किया गया. चक्रवर्ती ने अपने पांच साल के कार्यकाल के पूरे होने से दो महीने पहले ही उप राज्यपाल के पद से इस्तीफा दे दिया.

भारतीय रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर के रूप में नियुक्त किये जाने से पहले एस एस मुंद्रा देश में दूसरे सबसे बड़े बैंक ऑफ बड़ौदा के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक थे.

सुभाषशिओरत्नमुंद्राकेबारेमें

  • एस एस मुंद्रा ने मार्च 1977 में बैंक ऑफ बड़ौदा में परिवीक्षाधीन अधिकारी के रूप में अपने कैरियर की शुरुआत की.
  • 37 वर्ष के अपने लंबे कैरियर में उन्होंने कई पदों पर कार्य किया.

a) बैंक ऑफ बड़ौदा के यूरोपीय परिचालन के प्रमुख (यूके)

b) यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के कार्यकारी निदेशक

c) जनवरी 2013 से बैंक ऑफ बड़ौदा के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक 

मुंद्रा ने कई बहु आयामी कंपनियों के बोर्ड पर सेवा की. 
a) क्लियरिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (सीसीआईएल) 
b) सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज (इंडिया) लिमिटेड (सीडीएसएल) 
c) बॉब एसेट मैनेजमेंट कंपनी 
d) इंडिया इन्फ्रास्ट्रक्चर फाइनेंस कॉरपोरेशन (यूके) लिमिटेड (आईआईएफसीएल) 
e) स्टार यूनियन दाई-इची लाइफ इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड 
f)  नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड

  • वह भारतीय बैंक संघ (आईबीए) द्वारा गठित वित्तीय समावेशन की समिति के अध्यक्ष थे.
  • मुंद्रा ने भारतीय बैंक संघ और भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा गठित बैंकिंग और वित्तीय क्षेत्र से संबंधित कई समितियों के सदस्य के रूप में सेवा की.
  • वह वाणिज्य और सीएआईआईबी में स्नातकोत्तर है.
  • सुभाष शिओरत्न मुंद्रा का जन्म 18 जुलाई 1954 को हुआ था

20वांराष्ट्रमंडलखेल 2014: कुश्तीप्रतियोगितामेंयोगेश्वरदत्तऔरबबिताकुमारीनेस्वर्णपदकजीता

ग्लासगो (स्कॉटलैंड) में आयोजित 20वें राष्ट्रमंडल खेल 2014 के कुश्ती प्रतियोगिता में 31 जुलाई 2014 को भारत के योगेश्वर दत्त और बबिता कुमारी ने स्वर्ण पदक जीता . मूल रूप से सोनीपत (हरियाणा) के निवासी योगेश्वर ने पुरुषों के 65 किग्रा भार वर्ग के फाइनल में कनाडा के जेवॉन बालफोर को एकतरफा मुकाबले में हराया. वहीं, मूल रूप से भिवानी (हरियाणा) की निवासी बबिता कुमारी ने 55 किग्रा महिला भार वर्ग के फाइनल में कनाडा की ब्रिटनी लेवरडुरे को पराजित किया. योगेश्वर दत्त, लंदन ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता भी रह चुके हैं.
विदित हो कि भारत ने अभी तक कुश्ती में पांच स्वर्ण, छह रजत और दो कांस्य पदक सहित कुल 13 पदक जीते हैं.

दीपाकरमाकरराष्ट्रमंडलखेलोंमेंपदकजीतनेवालीपहलीभारतीयमहिलाजिमनास्टबनीं

दीपा करमाकर (त्रिपुरा, भारत) ने 20वें राष्ट्रमंडल खेलों (2014, Glasgow Commonwealth Games ) की कलात्मक जिमनास्टिक की महिला वॉल्ट स्पर्धा में कांस्य पदक 31 जुलाई 2014 को जीता. इस जीत के साथ ही दीपा करमाकर राष्ट्रमंडल खेलों में पदक जीतने वाली दूसरी भारतीय जिमनास्ट एवं पहली भारतीय महिला जिमनास्ट बन गईं.


दीपा ने एसएसई हाइड्रो कांप्लेक्स में हुए स्पर्धा के फाइनल मुकाबले में 14.366 का औसत स्कोर हासिल किया.

इस प्रतियोगिता का स्वर्ण पदक इंग्लैण्ड की क्लाउडिया फ्रैगापेन ने जबकि कनाडा की एल्साबेथ ब्लैक ने रजत पदक ने जीता.

विदित हो कि इससे पहले वर्ष 2010 में भारत की राजधानी नई दिल्ली में आयोजित 19वें राष्ट्रमंडल खेलों में आशीष कुमार ने  वाल्ट में रजत और फ्लोर स्पर्धा में कांस्य पदक जीतकर राष्ट्रमंडल खेलों में पदक जीतने वाले पहले भारतीय जिम्नास्ट बने थे.

गैस मूल्य निर्धारण फार्मूले की समीक्षा हेतु सुरेश प्रभु समिति का गठन

केंद्र सरकार ने 24 जुलाई 2014 को गैस मूल्य निर्धारण फार्मूले की समीक्षा के लिए सुरेश प्रभु समिति गठित करने का फैसला किया. सुरेश प्रभु अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार के अधीन पूर्व केंद्रीय ऊर्जा मंत्री है.

इस समिति में सेंटर फॉर पॉलिसी रिसर्च के अध्यक्ष प्रताप भानु मेहता और इसी संस्थान के विबेक देबरॉय भी शामिल होंगे.

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडल की बैठक में गत 25 जून को रंगराजन समिति के फॉर्मूले के आधार पर गैस मूल्य तय करने के फैसले को 30 सितंबर तक के लिए स्थगित कर दिया गया था. इस फॉर्मूले के आधार पर प्राकृतिक गैस के दाम करीब दोगुने होकर 8.4 डॉलर प्रति इकाई हो जाते. सरकार ने कहा कि वह पूरे मामले की व्यापक समीक्षा के बाद ही कोई फैसला करेगी.

रेमनमैगसेसेपुरस्कार 2014 कीघोषणा

फिलीपींस की राजधानी मनीला में 31 जुलाई 2014 को ‘रेमन मैगसेसे पुरस्कार 2014’ की घोषणा की गई. बेहतर समाज निर्माण में योगदान हेतु कुल छह लोगों को विभिन्न वर्ग के अंतर्गत इस पुरस्कार हेतु चुना गया. इन लोगों को 31 अगस्त 2014 को मनीला में एक पुरस्कार समारोह में रेमन मैगसेसे पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा. पुरस्कारों की घोषणा रैमन मैग्सेसे पुरस्कार फाउन्डेशन ट्रस्टी बोर्ड के रेमन मैगसेसे पुरस्कार समिति द्वारा की गई.

रेमनमैगसेसेपुरस्कार 2014 केविजेतओंकीसूची
1. हु शुली (चीन)- चीन की बिजनेस पत्रिका काइजिंग के संस्थापक और संपादक 61 वर्षीय हु शुली अपनी खोजी पत्रिकारिता के लिए जाने जाते हैं.
2. वांग कांफा (चीन)- पेशे से वकील 55 वर्षीय वांग कांफा ‘सेंटर फॉर लीगल असिस्टेंस टू पॉल्युशन विक्टिम्स’ के संस्थापक हैं. कांफा ने पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए कई शक्तिशाली उद्योगपतियों से लोहा लिया तथा पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने वाली योजनाओं को उन्होंने अदालत में चुनौती दी.
3. सउर मार्लिना मानुरुंग (इंडोनेशिया)- एंथ्रोपोलॉजिस्ट.
4. ओमारा खान मसौदी (अफगानिस्तान)- नेशनल म्यूजियम ऑफ अफगानिस्तान के निदेशक.
5. रैंडी हालासन (फिलीपीन)- अध्यापक.
6. द सिटिजंस फाउंडेशन (पाकिस्तान)- एक गैर सरकारी संस्था.

रेमनमैगसेसेपुरस्कारसेसम्बंधितमुख्यतथ्य
रैमन मैगसेसे पुरस्कार की शुरुआत वर्ष 1957 में की गई थी. इसे एशिया के नोबेल पुरस्कार के नाम से भी जाना जाता है. यह पुरस्कार फिलीपींस के तीसरे राष्ट्रपति रेमन मैग्सेसे की याद में प्रत्येक वर्ष प्रदान किया जाता है. रैमन मैग्सेसे की एक विमान दुर्घटना में वर्ष 1957 में मृत्यु  हो गई थी. यह पुरस्कार प्रतिवर्ष मनीला में उनके जन्म दिन 31 अगस्त को दिया जाता है. पुरस्कार के तौर में विजेताओं को 50000 डॉलर की राशि प्रदान की जाती है. यह पुरस्कार रैमन मैग्सेसे पुरस्कार फाउन्डेशन ट्रस्टी बोर्ड द्वारा प्रदान किया जाता है. रैमन मैगसेसे पुरस्कार प्रति वर्ष कुल छः श्रेणियों में दिया जाता है:
1. सरकारी सेवा (Government Service)
2. जन सेवा (Public Service)
3. सामुदायिक नेतृत्व (Community Leadership)
4. पत्रकारिता, साहित्य, और सर्जनात्मक संचार कला (Journalism, Literature and Creative Communication Arts)
5. शांति और अंतरराष्ट्रीय समझ (Peace and International Understanding)
6. उभरता हुआ नेतृत्व (Emergent Leadership)

विदित हो कि अब तक कुल 45 भारतीय नागरिकों को विभिन्न वर्गों के अंतर्गत रेमन मैगसेसे पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है.

क्रम

वर्ष

प्राप्तकर्ता

क्षेत्र

1

1958

विनोबा भावे

सामुदायिक नेतृत्व

2

1959

सी. डी. देशमुख

शासकीय सेवा

3

1961

अमिताभ चौधरी

पत्रकारिता, साहित्य तथा सृजनात्मक संवाद कला

4

1962

मदर टेरेसा

अंतर्राष्ट्रीय सद्भाव

5

1963

दारा एन.खुरोदी

सामुदायिक नेतृत्व

6

1963

त्रिभुवनदास के.पटेल

सामुदायिक नेतृत्व

7

1963

वर्गीज़ कुरीयन

सामुदायिक नेतृत्व

8

1965

जयप्रकाश नारायण

जनसेवा

9

1966

कमला देवी चटोपाध्याय

सामुदायिक नेतृत्व

9

1967

सत्यजीत रे

पत्रकारिता, साहित्य तथा सृजनात्मक संप्रेषण कला

10

1971

एम. एस. स्वामीनाथन

सामुदायिक नेतृत्व

11

1974

एम.एस.सुब्बलक्ष्मी

जनसेवा

12

1975

बी. जी. वर्गीज़

पत्रकारिता, साहित्य तथा सृजनात्मक संप्रेषण कला

13

1976

शम्भु मित्रा

पत्रकारिता, साहित्य तथा सृजनात्मक संप्रेषण कला

14

1977

इला रमेश भट्ट

सामुदायिक नेतृत्व

15

1979

राजनकांत अरोल

सामुदायिक नेतृत्व

16

1979

माबेला अरोल

सामुदायिक नेतृत्व

17

1981

गौर किशोर घोष

पत्रकारिता, साहित्य तथा सृजनात्मक संप्रेषण कला

18

1981

प्रमोद करण सेठी

सामुदायिक नेतृत्व

19

1982

चण्डी प्रसाद भट्ट

सामुदायिक नेतृत्व

20

1982

मनीभाई देसाई

जनसेवा

21

1982

अरुण शौरी

पत्रकारिता, साहित्य तथा सृजनात्मक संप्रेषण कला

22

1984

आर. के. लक्ष्मण

पत्रकारिता, साहित्य तथा सृजनात्मक संप्रेषण कला

23

1985

मुरलीधर देवीदास आमटे (बाबा आम्टे)

जनसेवा

24

1989

लक्ष्मीचंद जैन

जनसेवा

25

1991

के. वी. सुबन्ना

पत्रकारिता, साहित्य तथा सृजनात्मक संप्रेषण कला

26

1992

पंडित रविशंकर

पत्रकारिता, साहित्य तथा सृजनात्मक संप्रेषण कला

27

1993

बानू कोयाजी

जनसेवा

28

1994

किरण बेदी

शासकीय सेवा

29

1996

टी. एन. शेषण

शासकीय सेवा

30

1996

पांडुरंग अठावले

सामुदायिक नेतृत्व

31

1997

महेश चन्द्र मेहता

जनसेवा

32

1997

महाश्वेता देवी

साहित्य, पत्रकारिता तथा सृजनात्मक संप्रेषण कला

33

2000

जॉकिन अर्पुथम

शांति और अंतर्राष्ट्रीय समझौता

34

2000

अरुणा रॉय

सामुदायिक नेतृत्व

35

2001

राजेंद्र सिंह

सामुदायिक नेतृत्व

36

2002

संदीप पांडेय

आपातकालीन नेतृत्व

37

2003

शांता सिन्हा

सामुदायिक नेतृत्व

38

2003

जेम्स माइकल लिंगदोह

शासकीय सेवा

39

2003

लक्ष्मीनारायण रामदास

शांति और अंतर्राष्ट्रीय समझौता

40

2005

वी. शांता

जनसेवा

41

2006

अरविंद केजरीवाल

आपातकालीन नेतृत्व

42

2007

पी. साईनाथ

साहित्य, पत्रकारिता तथा सृजनात्मक संप्रेषण कला

43

2011

नीलिमा मिश्रा

आपातकालीन नेतृत्व

44

2011

हरीश हांडे

 

45

2012

कुलांदेई फ्रांकिस

मेरठ अग्निकांड की जांच हेतु सेवानिवृत्त न्यायाधीश एसबी सिन्हा की अध्यक्षता में आयोग का गठन

सर्वोच्च न्यायालय ने वर्ष 2006 में मेरठ अग्निकांड की जांच के लिए सेवानिवृत्त न्यायाधीश न्यायमूर्ति एसबी सिन्हा की अध्यक्षता में एक सदस्यीय आयोग का गठन 31 जुलाई 2014 को किया. इस अग्निकांड में 60 लोगों की मौत हो गयी थी. आयोग को 31 जनवरी 2015 तक अपनी रिपोर्ट देनी है.


सर्वोच्च न्यायालय ने उत्तर प्रदेश सरकार को मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख रूपये और गंभीर रूप से घायलों को दो-दो लाख रुपये की अंतरिम सहायता देने का भी निर्देश दिया.

न्यायमूर्ति एसबी सिन्हा (सत्य ब्रत सिन्हा) वर्ष 2002 से 2009 तक सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश रहे. इनका जन्म धनबाद झारखंड में हुआ था.

विदित हो कि 10 अप्रैल 2006 की शाम मेरठ (उत्तर प्रदेश) के विक्टोरिया पार्क में एक इलेक्ट्रॉनिक उपभोक्ता मेले में शॉर्ट सर्किट के कारण आग लग गयी थी.

20वां राष्ट्रमंडल खेल 2014: चक्का फेंक में विकास गौडा ने स्वर्ण पदक जीता

ग्लासगो (स्कॉटलैंड) में आयोजित 20वें राष्ट्रमंडल खेल 2014 के पुरुषों के ‘चक्का फेंक’ (Discus throw) मुकाबलों में भारतीय खिलाड़ी विकास गौडा ने 31 जुलाई 2014 को स्वर्ण पदक जीता. उन्होंने 63.64 मीटर का थ्रो फेंककर पहला स्थान हासिल किया. पुरुषों के ‘चक्का फेंक’ मुकाबलों में साइप्रस के एपोटोरोस पारेलिस 63.32 मीटर का थ्रो फेंककर दूसरे स्थान पर रहे जबकि जमैका के जे मोर्गन (62.34 मीटर का थ्रो) ने कांस्य पदक हासिल किया.


विदित हो कि इसके पूर्व पुणे में आयोजित एशियाई एथलेटिक्स चैम्पियनशिप (2013) में गौडा ने स्वर्ण पदक जीता था. वहीं, वर्ष 2010 के 19वें दिल्ली राष्ट्रमंडल खेलों में उन्होंने रजत पदक जीता था.

प्रख्यात हिंदी साहित्यकार मधुकर सिंह का 87 वर्ष की आयु में निधन

प्रख्यात हिन्दी साहित्यकार मधुकर सिंह का 21 जुलाई 2014 को भोजपुर जिले के गांव धारहरा में अपने निवास पर 87 वर्ष की आयु में निधन हो गया. 
वह वर्ष 2007 में ही लकवाग्रस्त हो गये थे. उनके परिवार में तीन बेटियां और तीन बेटे हैं.

मधुकर सिंह के बारे में

  • मधुकर सिंह का जन्म 2 जनवरी 1934 को पं. बंगाल के मिदनापुर में हुआ था.
  • मधुकर सिंह ने बड़े पैमाने पर ग्रामीण दलित मजदूरों और किसानों के बारे में लिखा था.
  • वर्ष 1960 के अंत में वह नक्सल आंदोलन से प्रभावित थे.

मधुकर सिंह को दिये गये पुरस्कार और सम्मान.

क) सोवियत लैंड नेहरू पुरस्कार 
ख) बिहार सरकार का प्रतिष्ठित जननायक कर्पूरी ठाकुर साहित्य पुरस्कार 
ग) उदयराज पुरस्कार

मधुकर सिंह की रचनायें 
उपन्यास : ‘सोनभद्र की राधा’, ‘सबसे बड़ा छल’, सीताराम नमस्कार’, ‘सहदेव राम का इस्तीफा’, ‘जंगली सुअर’, ‘मेरे गाँव के लोग’, ‘समकाल’, ‘कथा कहो कुंती माई’, ‘अगिन देवी’, ‘अर्जुन जिंदा है’, ‘बाजत अनहद ढोल’, ‘बेनीमाधो तिवारी की पतोह’, ‘जगदीश कभी नहीं मरते’ उन्नीस उपन्यास.

कथा संग्रह : ‘पूरा सन्नाटा’, ‘भाई का जख्म’, ‘अगनु कापड़’, ‘पहला पाठ’, ‘असाढ़ का पहला दिन’, ‘पाठशाला’, ‘माई’, ‘पहली मुक्ति’, ‘माइकल जैक्सन की टोपी’ समेत दस कहानी संग्रह. उन्होंने कई कहानी संकलनों का संपादन भी किया था.

नाटक : ‘लाखो’, ‘सुबह के लिए’, ‘बाबूजी का पासबुक’ व ‘कुतुब बाजार’.

दुनियाभरकेजंगलोंमेंसिर्फ 3200 बाघवर्ल्डवाइडफंडरिपोर्ट

स्विट्जरलैंड स्थित ‘वर्ल्ड वाइड फंड’ (डब्ल्यूडब्ल्यूएफ) द्वारा 29 जुलाई 2014 को जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, वर्तमान में दुनियाभर के जंगलों में सिर्फ 3200 बाघ बचे हैं. इस रिपोर्ट के अनुसार, 100 वर्ष पहले दुनियाभर के जंगलों में 100000 बाघ हुआ करते थे.

डब्ल्यूडब्ल्यूएफ ने इस रिपोर्ट को जारी करने के साथ ही बाघों के बहुलता वाले 13 देशों- भारत, बांग्लादेश, भूटान, चीन, कंबोडिया, इंडोनेशिया, लाओस, मलेशिया, म्यांमार, नेपाल, रूस, थाईलैंड और वियतनाम द्वारा बाघ संरक्षण की दिशा में किए जा रहे प्रयासों में मदद करने की पेशकश भी की. डब्ल्यूडब्ल्यूएफ ने अपनी इस रिपोर्ट में यह चेतावनी भी दी है कि, शिकार और आवास की समस्या के कारण एशियाई बाघ वनों से विलुप्त हो सकते हैं, यदि इस दिशा में सुधार हेतु आवश्यक कदम न उठाये गए.

इस रिपोर्ट के अनुसार, जनवरी 2000 से लेकर अप्रैल 2014 के बीच पूरे एशिया में कम से कम 1590 बाघों के अंग जब्त किए गए, जिन्हें पारंपरिक औषधियों में लिए मारा गया था. डब्ल्यूडब्ल्यूएफ के रिपोर्ट में यह माना गया है कि भारत, नेपाल और रूस के जंगलों में मौजूद बाघों के आंकड़े तो उसके पास हैं, लेकिन म्यांमार, कंबोडिया, चीन, इंडोनेशिया, लाओस, मलेशिया और थाईलैंड का सम्पूर्ण आंकड़ा उपलब्ध नहीं हैं.

विदित हो कि स्विट्जरलैंड स्थित वर्ल्ड वाइड फंड (डब्ल्यूडब्ल्यूएफ) पर्यावरणवाद एवं पारिस्थितिकी संरक्षण के क्षेत्र में कार्यरत एक अंतरराष्ट्रीय गैर सरकारी संस्था है. इसकी स्थापना वर्ष 1961 में हुई.