Current Affaires 15-16 Sep 2015 Hindi

9 दिसंबर, अंतर्राष्ट्रीय नरसंहार स्मरणोत्सव दिवस के रूप में घोषित

संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 11 सितंबर 2015 को उस प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान की जिसके अंतर्गत 9 दिसंबर को जनसंहार के शिकार लोगों की गरिमा तथा इस अपराध की रोकथाम की स्मृति में अंतरराष्ट्रीय दिवस, के रूप में मनाया जाएगा.
यह प्रस्ताव आर्मीनिया द्वारा लाया गया था. इस प्रस्ताव का उद्देश्य विश्व में नरसंहार के शिकार लोगों को याद करना, उनका सम्मान करना है, भविष्य में लोगों की नरसंहार से रक्षा करना और नरसंहार के खिलाफ लोगों को जागरूक करना है.
यह प्रस्ताव 193 सदस्यीय सदन द्वारा स्वीकार किया गया. यह प्रस्ताव सदन के प्रत्येक सदस्य को यह जिम्मेदारी देता है की वह अपने देश की जनसंख्या की नरसंहार से रक्षा करे.
दिसम्बरकाहीचयनक्यों ?
संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा 9 दिसम्बर को ही जनसंहार के शिकार लोगों की गरिमा तथा इस अपराध की रोकथाम की स्मृति में अंतरराष्ट्रीय दिवस, मनाने के पीछे कारण यह है कि यह दिन 1948 के नरसंहार सम्मेलन पर हस्ताक्षर की वर्षगाँठ को  प्रस्तुत करता है.
यह सम्मेलन मानवीय मुद्दों का समाधान करने के लिए पहली बार संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन में आयोजित किया गया था.

नरसंहार

संयुक्त राष्ट्र ने नरसंहार को किसी राष्ट्र, धर्म और समुदाय विशेष के खिलाफ किए गए अपराध के रूप में परिभाषित किया गया है.

पुलित्जर पुरस्कार विजेता नाटककार फ्रैंक डी गिलरॉय का निधन

प्रसिद्ध अमेरिकन नाटककार एवं निर्देशक फ्रैंक डी गिलरॉय का 12 सितंबर 2015 को न्यूयॉर्क स्थित मोनोरे में लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया. वे 89 वर्ष के थे. उनके परिवार में उनकी पत्नी तथा पांच नाती-पोते हैं.
वर्ष 1965 में उन्होंने अपने नाटक ‘द सब्जेक्ट वॉज़ रोज़ेज़’ के नाट्य रूपांतर के लिए प्रतिष्ठित पुलित्जर पुरस्कार प्राप्त किया. यह नाटक मई 1964 में ब्रॉडवे में प्रदर्शित किया गया. इसमें भाग लेने वाले कलाकार थे, जैक अल्बर्टसन, आइरीन डेली तथा मार्टिन शीन. गिलरॉय ने वर्ष 1965 में ‘द सब्जेक्ट वॉज़ रोज़ेज़’ के लिए टोनी अवार्ड फॉर बेस्ट प्ले भी प्राप्त किया.
इसके पश्चात् उन्होंने वर्ष 1968 में अल्बर्टसन और पेट्रीसिया नील अभिनीत फिल्म के लिए एक पटकथा लिखी थी. इसके परिणामस्वरूप दोनों अभिनेताओं ने ऑस्कर नामांकन अर्जित किया.


उन्होंने टेलीविज़न और बड़े परदे के लिए फिल्मों का निर्देशन भी किया जिसमें वर्ष 1971 की ‘डेस्पेरेट कैरैक्टर’ विशेष रूप से उल्लेखनीय है. नाटक लेखन से पहले गिलरॉय वर्ष 1943 से 1946 तक सेना में सेवारत रहे.  
गिलरॉय का जन्म अक्टूबर 1925 में संयुक्त राज्य अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में हुआ था.

भारतवर्ष में 14 सितंबर को ‘हिन्दी दिवस’ मनाया गया

14 सितंबरहिंदीदिवस
भारत में 14 सितंबर 2015  को हिन्दी दिवस के रूप में मनाया गया. इस दिवस का उद्देश्य भारत की मातृभाषा को बढ़ावा देना और देश एवं विश्व स्तर पर इसके महत्व पर प्रकाश डालना है.
इस वर्ष हिन्दी दिवस के उपलक्ष पर  भारत के राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक समारोह में विभिन्न श्रेणियों के अंतर्गत राजभाषा पुरस्कार प्रदान किए.
यह पुरस्कार भारत के गृह मंत्रालय के राजभाषा विभाग द्वारा स्थापित किए गए थे. यह विभाग प्रत्येक वर्ष हिंदी भाषा के क्षेत्र में उन मंत्रालयों, विभागों और राष्ट्रीयकृत बैंकों और अन्य लोगों का चयन करते हैं जिन्होंने हिंदी भाषा के क्षेत्र अपना योगदान दिया है.
हिंदीदिवसकेबारेमें

राष्ट्रीय हिंदी दिवस भारत में प्रतिवर्ष मनाया जाता है. हिंदी दिवस 14 सितंबर 1949 को इसलिए मनाया जाता है क्योंकि इस दिन भारत की संविधान सभा ने देवनागरी लिपि में लिखी हिंदी को संघ की राजभाषा के रूप में को मान्यता दी थी.

हिन्दीकेबारेमें
एक भाषा के रूप में हिंदी विश्व में चौथी सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है. सिर्फ भारत में ही 258 मिलियन लोगों द्वारा हिन्दी को एक मातृभाषा के रूप में उपयोग किया जाता है. इसके अतिरिक्त हिंदी दिल्ली, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़, हिमाचल प्रदेश, चंडीगढ़, बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश, हरियाणा, और राजस्थान में रहने वाले ज्यादातर लोगों के लिए देशीय भाषा है.
एशिया के बाहर, हिंदी फिजी की आधिकारिक भाषा है. फिजी के संविधान में तीन आधिकारिक भाषाओं को स्थान दिया गया है अंग्रेजी, फ़ीजी और हिंदी.
वहां बोली जाने वाली हिंदी को फिजी बात या फिजी हिन्दी के रूप में जाना जाता है.

हिन्दीभाषाकेलिएसंवैधानिकप्रावधान
संघ की राजभाषा नीति का उल्लेख संविधान के अनुच्छेद 120 (भाग -5), अनुच्छेद 210 (भाग -6), धारा 343, 344 में और 348 से 351 में किया गया है.
संविधान के भाग 17(अनुच्छेद 343 से 351 तक) में संघ और राज्यों की राजभाषा निर्धारित किया गया है.

विश्व हिंदी सम्मेलन भोपाल में सम्पन्न

विश्व हिंदी सम्मेलन वर्ष 1975 से विश्व के विभिन्न देशों में आयोजित किए जाते रहे हैं. वर्ष 2015 में दसवें विश्व हिंदी सम्मेलन का आयोजन 10 से 12 सितंबरतक भारत मेंमध्यप्रदेश राज्य के भोपाल शहर में आयोजित किया गया. दसवें विश्व हिंदी सम्मेलन को भारत में आयोजित करने का निर्णय सितंबर 2012 में दक्षिण अफ्रीका के जोहांसबर्ग शहर में आयोजित नौवें विश्व हिंदी सम्मेलन में लिया गया था.
विश्व हिंदी सम्मेलन की संकल्पना राष्ट्रभाषा प्रचार समिति, वर्धा द्वारा 1973 में की गई थी. संकल्पना के फलस्वरूप, राष्ट्रभाषा प्रचार समिति, वर्धा के तत्वावधान में प्रथम विश्व हिंदी सम्मेलन 10–12 जनवरी 1975 को नागपुर, भारत में आयोजित किया गया था.
विश्व हिंदी सम्मेलनों के प्रमुख लक्ष्य- हिंदी भाषा का प्रचार एवं प्रसार करना, इसे विश्व भाषा के रूप में स्थापित करना, हिंदी को शिक्षा का अग्रणी एवं महत्वपूर्ण माध्यम बनाना तथा विदेशी और भारतीय मूल के निवासियों द्वारा किए जा रहे अनुसंधान एवं सृजित साहित्य में हिंदी भाषा के प्रयोग को बढ़ावा देना.
इस "लोगो" में दिखता अंक "१०" दसवें विश्व हिंदी सम्मेलन को दर्शाता है. लोगो” में दिखाया गया मयूर भारत का राष्ट्रीय पक्षी है जिसके चमकते अनोखे और अनूठे पंख भारतवर्ष की विविध एवं रंग-बिरंगी परंपराओं तथा संस्कृति के प्रतीक हैं. चूंकि यह सम्मेलन ‘भोपाल’ में होने वाला है, इसलिए अंक "१०" के अंदर समाए ग्लोब में विशिष्ट रूप से भोपाल को दर्शाया गया है. यह लोगो एक प्रतियोगिता के माध्यम से निर्धारित किया गया था इस प्रतियोगिता की ईनाम राशी 50000 थी. इस प्रतियोगिता की विजेता बंगलुरु की सुश्री ख्यातिगुप्ता थी.
• दसवें विश्व हिंदी सम्मेलन के लिए विदेशमंत्रालय नोडलमंत्रालयथा.मध्यप्रदेशभागीदारराज्य था. 
• इस सम्मेलन का मुख्य विषय "हिंदीजगत : विस्तारएवंसंभावनाएँ" है.
• दसवें विश्व हिंदी सम्मेलन के हिंदी गान के रचयिता महेशश्रीवास्तव हैं.
• सम्मेलन की अधिकारिक वेबसाईट का लोकार्पण 16 मई 2015 को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज द्वारा किया गया.
विश्व हिंदी सम्मेलन की वभिन्न झलकियाँ देखने के लिए माखन लाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्विद्यालय के छात्रों ने एंड्राइडएप्प ‘दृष्यमान विकसित किया.


अबतकआयोजितकिएगएविश्वहिंदीसम्मेलन
• प्रथम विश्व हिंदी सम्मेलन (10-12 जनवरी, 1975)  - नागपुर, भारत
• द्वितीय विश्व हिंदी सम्मेलन(28-30 अगस्त, 1976) - मॉरीशस
• तृतीय विश्व हिंदी सम्मेलन (28-30 अक्टूबर, 1983) – नई दिल्ली, भारत
• चतुर्थ विश्व हिंदी सम्मेलन (02-04 दिसम्बर, 1993) - मॉरीशस
• पांचवाँ विश्व हिंदी सम्मेलन (04-08 अप्रैल, 1996)  - ट्रिनिडाड एवं टोबेगो
• छठा विश्व हिंदी सम्मेलन (14-18 सितंबर, 1999)  - यू. के.
• सातवाँ विश्व हिंदी सम्मेलन (06-09 जून, 2003)  - सूरीनाम
• आठवाँ विश्व हिंदी सम्मेलन (13-15 जुलाई, 2007)  - अमरीका
• नौवाँ विश्व हिंदी सम्मेलन (22-24 सितंबर, 2012) - दक्षिण अफ्रीका
• दसवां विश्व हिंदी सम्मेलन (10-12 सितंबर, 2015) – भोपाल, भारत

रेल मंत्रालय राजभाषा कीर्ति पुरस्कार से सम्मानित

राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने रेल मंत्रालय को 14 सितंबर 2015 को ‘राजभाषा कीर्ति पुरस्कार’ से सम्मानित किया. रेल मंत्रालय को यह (तृतीय) पुरस्कार वर्ष 2014-15 के दौरान हिंदी में श्रेष्ठ कार्य के लिए दिया गया.

हिंदी दिवस के अवसर पर राजभाषा नीति के श्रेष्ठ कार्यान्वयन के लिए रेल मंत्रालय को यह पुरस्कार प्रदान किया गया. रेल मंत्रालय की ओर से अध्यक्ष, रेलवे बोर्ड ए.के. मित्तल ने यह पुरस्कार राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से प्राप्त किया.

विदित हो कि प्रतिवर्ष 14 सितंबर को हिंदी दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति द्वारा हिंदी में श्रेष्ठ कार्य के लिए राजभाषा कीर्ति पुरस्कार प्रदान किया जाता है.

नेपाल संविधान सभा द्वारा देश को हिंदू राष्ट्र बनाने का प्रस्ताव खारिज

नेपाल संविधान सभा ने नेपाल को हिंदू राष्ट्र घोषित करने के प्रस्ताव को 14 सितंबर 2015 को बहुमत मतदान से ठुकरा दिया. यह घोषित किया गया कि हिंदू बहुल नेपाल धर्मनिरपेक्ष बना रहेगा.
हिंदू राष्ट्र समर्थक समूह राष्ट्रीय प्रजातांत्रिक पार्टी नेपाल (आरपीपी-एन) की ओर से यह प्रस्ताव पेश किया गया था जिसमें संविधान में संशोधन द्वारा नेपाल को हिंदू राष्ट्र का दर्जा दिए जाने बात की गई थी. आरपीपी-एन के अध्यक्ष कमल थापा ने अनुच्छेद चार में संशोधन का प्रस्ताव दिया था.
601 सदस्यीय संविधान सभा में दो तिहाई से अधिक सदस्यों ने बहुमत द्वारा इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया. प्रस्ताव के पक्ष में केवल 21 मत डाले गये जबकि मत विभाजन के लिए 61 सदस्यों के समर्थन की आवश्यकता होती है.

पृष्ठभूमि

नेपाल एक हिन्दू बहुल राष्ट्र है जिसे वर्ष वर्ष 2006 में राजशाही के अंत के बाद वर्ष 2007 में धर्मनिरपेक्ष घोषित किया गया. इसे 15 जनवरी 2007 को अंतरिम संविधान के तहत एक धर्मनिरपेक्ष राज्य के रूप में परिभाषित किया गया था. इसके तहत किसी भी व्यक्ति को कोई भी धर्म अपनाने की स्वतंत्रता प्रदान की गयी है.

वर्ष 1990 के संविधान में, जो 15 जनवरी 2007 तक प्रभावी था, में नेपाल को हिन्दू राष्ट्र कहा गया है जबकि इसमें हिन्दू को बतौर अधिकारिक धर्म नहीं बताया गया.

भारतीय रिजर्व बैंक ने सहारा इंडिया का एनबीएफसी के रूप में रजिस्ट्रेशन रद्द किया

भारतीय रिजर्व बैंक ने 14 सितंबर 2015 को सहारा इंडिया फाइनेंशियल कॉरपोरेशन का गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनी (एनबीएफसी) के रूप में रजिस्ट्रेशन रद्द कर दिया. पंजीकरण प्रमाणपत्र रद्द होने के बाद यह कंपनी रिजर्व बैंक कानून, 1934 की धारा 45-आई के उपबंध (ए) के तहत गैर बैंकिंग वित्तीय कारोबार नहीं कर पाएगी.

भारतीय रिजर्व बैंक के उपरोक्त निणर्य के अनुसार, लखनऊ स्थित सहारा इंडिया फाइनेंशियल कॉरपोरेशन की एनबीएफसी कंपनी के रूप में लाइसेंस 3 सितंबर 2015 से रद्द माना जाएगा. इसका रजिस्ट्रेबशन दिसंबर,1998 में हुआ था.

विदित हो कि इससे पहले जुलाई में भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने सहारा इंडिया म्यूचुअल फंड का रजिस्ट्रे शन रद्द करते हुए कहा था कि यह अब इस कारोबार के लिए उपयुक्त नहीं है. सेबी ने इसके कारोबार का परिचालन किसी दूसरे म्युचुअल फंड को स्थानांतरित करने का आदेश दिया था. सेबी ने सहारा समूह की उस कंपनी के पोर्टफोलियो प्रबंधन के लाइसेंस को भी रद्द कर दिया था. सहारा समूह के मुखिया सुब्रत राय 4 मार्च 2014 से जेल में हैं. सहारा समूह लंबे समय से सेबी के साथ निवेशकों का हजारों करोड़ रुपये लौटाने के मामले में सहारा समूह का बाजार विनियामक सेबी के साथ लम्बे समय से विवाद है.

उ.प्र. के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने हिंदी के विद्वानों को सम्मानित किया

उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने 14 सितम्बर 2015 को हिंदी दिवस के अवसर पर उत्तर प्रदेश हिंदी संसथान, लखनऊ में हिंदी भाषा के क्षेत्र में योगदान देने वाले विद्वानों को वभिन्न पुरस्कारों से सम्मानित किया. 
समारोह के दौरान मुख्यमंत्री ने केदारनाथसिंह को 5 लाख रुपए का चेक, उत्तरीय, प्रशस्ति पत्र तथा गंगा जी की प्रतिमा देकर भारतभारतीसम्मानसे अलंकृत किया. जबकि मृदुलागर्ग को 4 लाख रुपए का चेक, उत्तरीय, प्रशस्ति पत्र तथा गंगा जी की प्रतिमा देकरलोहियासाहित्यसम्मानप्रदान किया गया.
हिंदी दिवस के अवसर पर दिए गए पुरस्कार की सूची निम्नलिखित है 
हिंदीगौरवसम्मान– विनोद कुमार शुक्ल 
• महात्मागांधीसाहित्यसम्मान – डॉ. कृष्ण बिहारी मिश्र 
• दीनदयालउपाध्यायसाहित्यसम्मान – डॉ. अभिराज राजेन्द्र मिश्र  
• अवन्तीबईसाहित्यसम्मान- डॉ. राम कृष्ण राजपूत 
• राजर्षिपुरषोत्तमदासटंडनसम्मान – कर्नाटक हिंदी प्रचार समिति, बंगलूरू
उपर्युक्त सभी विजाताओं को 4 लाख रुपए का चेक, उत्तरीय, प्रशस्ति पत्र तथा गंगा जी की प्रतिमा से सम्मानित किया गया. 
• लोकभूषणसम्मान – राधा गोविन्द पाठक 
• कलाभूषणसम्मान – वेदा राकेश 
• विद्याभूषणसम्मान – ओम प्रकाश मिश्र
पत्रकारिताभूषणसम्मान– विष्णु  नागर 
• प्रवासीभारतीयहिंदीभूषणसम्मान- पुष्पा सक्सेना (यू.एस.ए) 
• बालसाहित्यभारतीसम्मान– चक्रधर नलिनी 
• मधुलिमयेसाहित्यसम्मान – भाल चन्द्र तिवारी 
उपर्युक्त सभी विजाताओं को 2 लाख रुपए का चेक, उत्तरीय, प्रशस्ति पत्र तथा गंगा जी की प्रतिमा से सम्मानित किया गया.

हिंदीविदेशप्रसारसम्मान के अंतर्गत डॉ. हेमचन्द्र सुन्दर(मॉरिशस) और सुरेश चन्द्र शुक्ल को 1 लाख रुपए का चेक, उत्तरीय, प्रशस्ति पत्र तथा गंगा जी की प्रतिमा से सम्मानित किया गया. 
इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री ने साहित्यभूषणसम्मान के विजेताओं को 2 लाख रुपए का चेक उत्तरीय, प्रशस्ति पत्र तथा गंगा जी की प्रतिमा से सम्मानित किया गया. 
पुस्तकोंकेलिएसम्मान

रवि शंकर पाण्डेय को उनकी पुस्तक भूखकेभूगोलमेंके लिए निरालापुरस्कार’ से सम्मनित किया गया जबकि गज़ाल जैगम मधुबनमेंराधिका पुस्तक के लिएमहादेवीवर्मापुरस्कार .

वर्ष 2014-15 हेतु राजभाषा पुरस्कार सूची

राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने हिन्दी दिवस के अवसर पर 14 सितंबर 2015 को नई दिल्ली  में आयोजित एक कार्यक्रम में वर्ष 2014-15 हेतु राजभाषा पुरस्कार प्रदान किया.

विदित हो कि प्रतिवर्ष 14 सितंबर को हिंदी दिवस के अवसर पर भारत के राष्ट्रपति द्वारा हिंदी में श्रेष्ठ कार्य/प्रसार के लिए ‘राजभाषा कीर्ति पुरस्कार’ प्रदान किया जाता है.
वर्ष 2014-15 हेतुराजभाषापुरस्कारसूचीकीविस्तृतजानकारीहेतुक्लिक करें

इंग्लैंड के पूर्व टेस्ट कप्तान ब्रायन क्लोस का निधन

इंग्लैंड की ओर से सबसे कम उम्र में टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण करने वाले पूर्व कप्तान ब्रायन क्लोस का 84 वर्ष की उम्र में ब्रेडफोर्ड में 13 सितंबर 2015 को निधन हो गया.

क्लोस ने वर्ष 1949 में न्यूजीलैंड के खिलाफ 18 वर्ष और 149 दिनों की उम्र में टेस्ट पदार्पण किया था. वह वर्तमान में भी टेस्ट पदार्पण करने वाले इंग्लैंड के सबसे युवा खिलाड़ी हैं.

उन्होंने वर्ष 1949 से 1976 के बीच अपने करियर में 22 टेस्ट मैच खेले जिनमें से सात टेस्ट में इंग्लैंड की कप्तानी की. उनके नेतृत्व में यार्कशायर ने चार काउंटी खिताब जीते. क्लोस ने 22 टेस्ट मैचों में 25.34 की औसत और चार अर्धशतकों की बदौलत 887 रन बनाए. उनका सर्वोच्च स्कोर 70 रन रहा.

क्लोस ने प्रथम श्रेणी करियर में 52 शतक की मदद से लगभग 35000 रन बनाए जिसमें 198 रन उनका सर्वोच्च स्कोर रहा. उन्होंने अपनी आफ स्पिन गेंदबाजी से 1171 प्रथम श्रेणी विकेट भी हासिल किए और 800 से अधिक कैच लिए.

फ्लायड मेवेदर ने लगातार 49वीं जीत दर्ज करने के बाद संन्यास की घोषणा की

फ्लायड मेवेदर ने 13 सितम्बर 2015 को लास वेगास में आंद्रे बर्टो को हराकर अपने करियर की लगातार 49वीं जीत दर्ज की. 38 वर्षीय इस खिलाड़ी ने मैच समाप्ति के पश्चात् मुक्केबाजी से संन्यास की घोषणा भी की. 
12 राउंड के इस मुकाबले को मेवेदर ने 117-111, 118-110 तथा 120-108 से यह मैच जीता. इससे पहले जुलाई 2015 में मेवेदर ने फिलिपिन्स के मैनी पेक्वे को हराया था.


इसके साथ ही मेवेदर की जीत का रिकॉर्ड 49-0 हो गया. उन्होंने अपने बॉक्सिंग करियर में एक भी फाइट नहीं हारी. जीत के साथ ही मेवेदर ने अपने रिटायरमेंट का औपचारिक एलान भी कर दिया. इस मैच के साथ ही मेवेदर के 19वर्ष लम्बे बॉक्सिंग करियर का समापन हुआ.
इससे पहले हेविवेट मुक्केबाज रॉकी मरसियो ने 49-0 की जीत का रिकॉर्ड बनाया था. मेवेदर ने अपने डब्ल्यूबीए और डब्ल्यूबीसी खिताब भी बरकरार रखे.

फ्रांस के निकोलस माहुत और पियरे ह्यूज हर्बट ने अमेरिकी ओपन का पुरुष युगल खिताब जीता

फ्रांस के टेनिस खिलाड़ी निकोलस माहुत और पियरे ह्यूज हर्बट ने अमेरिकी ओपन का पुरुष युगल खिताब जीत लिया. माहुत और हर्बट की 12वीं वरीय जोड़ी ने 12 सितंबर 2015 को खेले गए फाइनल मुकाबले में ब्रिटेन के जेमी मरे और आस्ट्रेलिया के जान पियर्स को सीधे सेटों में 6-4, 6-4 से पराजित किया.

इससे पहले वर्ष 2014 का अमेरिकी ओपन टेनिस के पुरुष युगल खिताब अमेरिकी जुड़वां बंधु माइक और बॉब ब्रायन ने स्पेन के मार्क लोपेज और मार्सेल ग्रेनोलर्स को 6-3 6-4 से हराकर जीता था.

गौरतलब है कि इटली की फ्लाविया पेनेटा ने 12 सितंबर 2015 को इटली की रोबर्टा विंसी को 7-6 (7-4), 6-2 से हराकर अमेरिकी ओपन का महिला एकल खिताब जीता था.
अमेरिकीओपनटेनिसटूर्नामेंट 2015 काविवरण

पुरुषएकल

  • विजेता: सर्बिया के नोवाक जोकोविच
  • उपविजेतास्विट्जरलैंड के रोजर फेडरर

महिलाएकल

  • विजेता: इटली की फ्लाविया पेनेटा
  • उपविजेता: इटली की रोबर्टा विंसी

पुरुषयुगल

  • विजेता: फ्रांस के निकोलस माहुत और पियरे ह्यूज हर्बट
  • उपविजेताब्रिटेन के जेमी मरे और आस्ट्रेलिया के जान पियर्स

महिलायुगल

  • विजेताभारत की सानिया मिर्जा और स्विट्जरलैंड की मार्टिना हिंगिस
  • उपविजेता: ऑस्ट्रेलिया की केसी डेलाक्वा और कजाकिस्तान की यारोस्लावा श्वेदोवा

मिश्रितयुगल

  • विजेता: भारत के लिएंडर पेस और स्विट्जरलैंड की मार्टिना हिंगिस 
    उपविजेता: अमेरिका के बेथनी मैटक सैंड्स और सैम क्वेरी

ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री टोनी एबॉट को पार्टी के आंतरिक चुनाव द्वारा सत्ता से निष्कासित किया गया

ऑस्ट्रेलियन प्रधानमंत्री टोनी एबॉट को पार्टी के आंतरिक चुनावों द्वारा 14 सितंबर 2015 को सत्ता से निष्कासित कर दिया गया. लिबरल पार्टी की संसदीय बैठक में यह निर्णय लिया गया.
यह निर्णय पार्टी के आंतरिक चुनावों के पश्चात् लिया गया जिसमें वे मैलकम टर्नबुल से हार गये. इस चुनाव में एबॉट को 44 मत प्राप्त हुए जबकि टर्नबुल ने 54 वोट प्राप्त किये.
इसके परिणामस्वरूप टर्नबुल, ऑस्ट्रेलिया के पूर्व संचार मंत्री, वर्ष 2013 से अब तक ऑस्ट्रेलिया के चौथे प्रधानमंत्री के रूप में पदभार ग्रहण करेंगे. वह देश के 29वें प्रधानमंत्री होंगे. 
विदेश मंत्री जूली बिशप लिबरल पार्टी की डिप्टी लीडर रहेंगी. बिशप को 70 वोट प्राप्त हुए जबकि उनके प्रतिद्वंदी केविन एंड्रूयज़ को 30 वोट मिले.
यह चुनाव टर्नबुल द्वारा यह आरोप लगाये जाने के बाद कराये गये जिसमें उन्होंने टोनी एबॉट को असमर्थ बताते हुए देश की आर्थिक प्रगति के लिए नए नेतृत्व की बात कही थी. टोनी एबॉट को चुनौती देने से पहले टर्नबुल ने कैबिनेट से त्यागपत्र दे दिया था.


ऑस्ट्रेलियाई पार्लियामेंट सिस्टम के अनुसार प्रधानमंत्री का चुनाव मतदाता प्रत्यक्ष रूप से नहीं करते बल्कि वह संसद में पार्टी या गठबंधन के नेता के रूप में कार्य करता है.
जॉन होवार्ड ऑस्ट्रेलिया के अंतिम प्रधानमंत्री थे जिन्होंने अपना कार्यकाल पूर्ण किया. उन्होंने वर्ष 2007 में सत्ता छोड़ी थी. उसी वर्ष केविन रड निर्वाचित किये गये लेकिन उनकी ही पार्टी के अन्य सदस्य जूलिया गिल्लार्ड द्वारा निष्कासित कर दिए गये तथा वे ऑस्ट्रेलिया की पहली महिला प्रधानमत्री बनीं.
इसके पश्चात्, जूलिया गिल्लार्ड को रड द्वारा वर्ष 2013 में निष्कासित किया गया. बाद में टोनी एबॉट की लिबरल पार्टी तथा नेशनल पार्टी के गठबंधन ने आम चुनाव जीत कर सत्ता प्राप्त की.

मैल्कम टर्नबुल ने ऑस्ट्रेलिया के 29वें प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली

मैल्कम टर्नबुल ने 15 सितंबर 2015 को ऑस्ट्रेलिया के 29वें प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली. गवर्नर-जनरल पीटर कॉसग्रोव ने टर्नबुल को शपथ दिलाई. टर्नबुल पिछले 8 वर्ष में देश के पांचवें प्रधानमंत्री है.

इसके साथ, ऑस्ट्रेलिया के पूर्व संचार मंत्री टर्नबुल वर्ष 2013 के बाद से ऑस्ट्रेलिया के चौथे प्रधानमंत्री हैं. टर्नबुल ने लिबरल पार्टी के आंतरिक मतदान में टोनी एबट को हराया. इस मतदान में टर्नबुल को 54 और एबट को 44 वोट मिले.
मैल्कमटर्नबुलबारेमें
•    मैल्कम ने वर्ष 1980 में कानूनी अभ्यास शुरू करने से पहले पत्रकार के रूप में काम किया.
•    वर्ष 1987 में मैल्कम ने अपनी निवेश बैंकिंग फर्म की स्थापना की और उस समय औजइमेल लिमिटेड (OzEmail Ltd.) लिमिटेड सहित कई ऑस्ट्रेलियाई कंपनियों की स्थापना में भूमिका निभाई.
•    उनका राजनीतिक कैरियर 2004 में उस समय शुरू हुआ; जब उन्हें वेंटवर्थ के सदस्य के रूप में संसद में निर्वाचित किया गया. वह विदेश मंत्रालय, रक्षा और व्यापार की संयुक्त स्थायी समिति में शामिल हुए.
•    मैल्कम सितंबर 2013 से सितंबर 2015 तक ऑस्ट्रेलिया के संचार मंत्री रहे.

भारतीय बाजार नियामक संस्था ‘सेबी’ ने इंडिगो के आईपीओ को मंजूरी दी

भारतीय बाजार नियामक संस्था ‘सेबी’ ने इंडिगो के आईपीओ को जारी करने हेतु 11 सितंबर 2015 को अपनी मंजूरी दी.

उपरोक्त निर्णय के तहत निजी क्षेत्र की विमानन इकाई इंडिगो की मूल कंपनी इंटर ग्लोब एविएशन को बाजार नियामक सेबी से 2500 करोड़ रुपये के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) को मंजूरी दी गई. इस प्रस्तावित पेशकश के तहत कंपनी की 1,272 करोड़ रुपये मूल्य के नये शेयर जारी करने की योजना है. इतनी ही राशि मौजूदा शेयरधारकों द्वारा 3.01 करोड़ तक शेयर बिक्री के जरिये जुटायी जाएगी.
विदित हो कि इंटर ग्लोब एविएशन ने आईपीओ के जरिये 2500 करोड़ रुपये जुटाने के बारे में विवरण पुस्तिका जून 2015 में भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) सेबी के पास जमा किया था. इंटर ग्लोब एविएशन, इंडिगो ब्रांड से विमानन कंपनी का परिचालन करती है.

भारतीय कलारीप्पयाट्टू संघ को क्षेत्रीय खेल महासंघ के रूप में मान्यता

युवा मामले और खेल मंत्रालय ने क्षेत्रीय महत्व वालें खेलों के प्रसार को बढ़ावा और स्वीकृति प्रदान करने के उद्देश्य से 14 सितंबर 2015 को भारतीय कलारीप्पयाट्टू महासंघ को तत्काल प्रभाव से क्षेत्रीय खेल महासंघ (आरएसएफ) के रूप में मान्यता प्रदान की.

इस मान्यता का उद्देश्य भारत में कलारीप्पयाट्टू खेल के विकास और संवर्धन को बढ़ावा देने के लिए भारतीय कलारीप्पयाट्टू फेडरेशन (आईकेएफ) को प्रमुख भूमिका सौंपना है.

कलारीपयाट्टूकेबारेमें

  • कलारीपयाट्टू एक प्रकार की मार्शल आर्ट है, जो भारत के दक्षिणी राज्य केरल और तमिलनाडु के कुछ भागों में प्रदर्शित की जाती है.
  • कलरीपायट्टु में कलारी शब्द संगम साहित्य से प्राप्त किया गया है, जिसका अर्थ युद्ध और युद्ध के मैदान दोनों का वर्णन करना है. इसे विश्व की सबसे प्राचीन मार्शल आर्ट माना जाता है.

जलवायु परिवर्तन संबंधित मुद्दों पर लाइक माइंडेड विकासशील देशों की बैठक नई दिल्ली में आयोजित

जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर लाइक माइंडेड विकासशील देशों (एलएमडीसी) की दो दिवसीय बैठक 14 सितंबर से 15 सितंबर 2015 को नई दिल्ली में आयोजित की गयी. यह भारत में एलएमडीसी देशों की पहली बैठक थी.
इस बैठक का उद्देश्य कॉन्फ्रेंस ऑफ़ पार्टीज़-21 (सीओपी-21) की यूएनएफसीसीसी के तहत दिसम्बर 2015 में आयोजित होने वाली बैठक के लिए उनके बीच विनिमय, समन्वय और तालमेल बिठाना था.
यूएनएफसीसीसी का अर्थ है जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क कन्वेंशन.
सीओपी-21 का प्राथमिक उद्देश्य वर्ष 2020 के बाद जलवायु परिवर्तन के लिए उठाये जाने वाले ठोस कदम है. दोहा क्योटो प्रोटोकॉल संशोधन वर्ष 2020 में समाप्त होने वाला है.


लाइकमाइंडेडविकासशीलदेश
•    यह जलवायु परिवर्तन संबंधित मुद्दों को विश्व स्तर पर उठाते हैं.
•    इसमें 12 देश अर्जेंटीना, बोलीविया, क्यूबा, चीन, इक्वाडोर, अल साल्वाडोर, मलेशिया, ईरान, निकारागुआ, सऊदी अरब, वियतनाम, वेनेजुएला तथा साउथ सेंटर एवं थर्ड वर्ल्ड नेटवर्क के देश शामिल हैं.
•    यह देश विश्व की कुल जनसंख्या की 50 प्रतिशत आबादी का प्रतिनिधित्व करते हैं

भारत के दो शिक्षा संस्थान ‘वर्ल्ड टॉप-200’ रैंकिंग में शामिल

भारत के दो शिक्षा संस्थान को क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग के ‘वर्ल्ड टॉप-200’ में शामिल किया गया है. जिसमें इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस (IISc), बंगलुरु एवं इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (IIT), दिल्ली शामिल है. क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग द्वारा इसकी घोषणा सितंबर 2015 के दूसरे सप्ताह में की गई.

इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस (IISc), बंगलुरु को रैंकिंग लिस्ट में 147वां स्थान मिला है. वहीं, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (IIT), दिल्ली 179वें नंबर पर है. पिछले साल आईआईटी को 235वां रैंक हासिल हुआ था.

विदित हो कि क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग के मुताबिक वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग में भारत के 14 इंस्टीट्यूट्स शामिल हैं. वहीं, आधे इंस्टूट्यूट्स 400 रैकिंग के अंदर हैं. मैसाचुसेट्स इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी (MIT) दुनिया के टॉप यूनिवर्सिटी में पहले नंबर पर है. दूसरे स्थान पर हार्वर्ड यूनिवर्सिटी है. तीसरा स्थान स्टैनफोर्ड और कैंब्रिज यूनिवर्सिटी को मिला है. दुनिया में लंदन एक ऐसा शहर है, जिसकी चार यूनिवर्सिटी टॉप-50 में शामिल है. दुनिया के कुल 34 देशों के यूनिवर्स्टीज को टॉप-200 में स्थान मिला है. अमेरिका की 49, UK की 30, नीदरलैंड की 12, जर्मनी की 11 और चीन की 7 यूनिवर्सिटीज इस लिस्ट में शामिल हैं.

16 sept.

राज्यों द्वारा व्यापार के क्षेत्र में सुधार के मूल्यांकन पर रिपोर्ट जारी

व्यापार के क्षेत्र में सुधार के लिए ‘ऐसेसएमेंट ऑफ़ स्टेट इम्प्लीमेंटेशन ऑफ़ बिज़नस रिफार्म’ शीर्षक से एक रिपोर्ट 14 सितंबर 2015 को जारी की गई.
यह रिपोर्ट संयुक्त रूप से औद्योगिक नीति एवं संवर्धन विभाग (डीआईपीपी), विश्व बैंक समूह और केपीएमजी, भारतीय उद्योग परिसंघ और फिक्की द्वारा जारी की गई. 
इस रिपोर्ट में जनवरी 2015 से जून 2015 तक विभिन्न राज्यों की सरकार द्वारा 98 पॉइंट एक्शन प्लान के आधार पर किए गए व्यापार सुधार का मूल्यांकन किया गया है. 98 पॉइंट एक्शन प्लान वर्ष 2014 के दिसम्बर माह में विभिन्न राज्यों एवं संघ शासित राज्यों और औद्योगिक नीति एवं संवर्धन विभाग द्वारा निर्धारित किया गया था.


रिपोर्ट के अनुसर प्रथम दस राज्य जिन्होंने ने 98 पॉइंट एक्शन प्लान लागू किया है

स्थान

राज्य

सरकार

1

गुजरात

71.14 प्रतिशत

2

आंध्र प्रदेश

70.12 प्रतिशत

3

झारखण्ड

63.09 प्रतिशत

4

छत्तीसगढ़

62.45 प्रतिशत

5

मध्य प्रदेश

62.00 प्रतिशत

6

राजस्थान

61.04 प्रतिशत

7

उड़ीसा

52.12 प्रतिशत

8

महाराष्ट्र

49.43 प्रतिशत

9

कर्नाटक

48.50 प्रतिशत

10

उत्तर प्रदेश

47.37 प्रतिशत

रिपोर्ट के अनुसार -

• आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, गुजरात, झारखंड, मध्य प्रदेश, ओडिशा और राजस्थान के आकलन में अध्ययन 98 सूत्रीय कार्य योजना के व्यापार सुधारों के 50 प्रतिशत से अधिक को लागू किया है.
• गुजरात इस सूची में शीर्ष स्थान पर है.
• कर्नाटक, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश शीर्ष 10 राज्यों में है.
• कोई भी राज्य प्लान के 75 प्रतिशत या उससे अधिक प्रस्तावों को लागू नहीं कर सका.
• पंजाब व्यवसाय स्थापित करने के क्षेत्र में प्रथम स्थान पर है क्योंकि पंजाब ने पंजीकरण और लाइसेंस के लिए एक ऑनलाइन एकल खिड़की प्रणाली की सुविधा शरू की है जो देश की अधिकतम नियामक सेवाओं को कवर करता है.
• गुजरात, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र ने बिजली, पानी और सीवेज कनेक्शन जैसी आधारिक संरचना के क्षेत्र में सर्वोच्च स्थान प्राप्त किया है.
• कर्नाटक ने पंजीयन और कर प्रक्रियाओं के पालन पर सर्वोच्च अंक प्राप्त किया.
• झारखंड ने निरीक्षण क्षेत्र में शीर्ष स्थान प्राप्त किया है.
• राज्यों ने वैट और सीएसटी के लिए ई-पंजीकरण के क्षेत्र में अच्छी प्रगति की है, विभिन्न राज्यों ने टेक्स रिटर्न की ऑनलाइन भुगतान और फाइलिंग को अनुमति प्रदान की है.
• 29 राज्यों ने वैट की ऑनलाइन भुगतान की सुविधा को और 28 राज्यों ने सीएसटी की ऑनलाइन भुगतान की सुविधा को अनुमति प्रदान की है.
• 25 राज्यों ने वैट पंजीकरण के लिए समय-सीमा को निर्धारित किया है और 21 राज्यों ने  सीएसटी पंजीकरण के लिए समय-सीमा को निर्धारित किया है.

डिजिटलीकरण को बढ़ावा देने के क्रम में एनएक्सटी डिजिटल– हेडएण्ड इन द स्काई प्लेटफ़ॉर्म का शुभारम्भ

केंद्रीय वित्त एवं कारपोरेट मामलों और सूचना एवं प्रसारण मंत्री  अरुण जेटली ने 16 सितम्बर 2015 को डिजिटलीकरण पहल के अंतर्गत ‘हेडएण्ड इन द स्काई’ (हिट्स) डिजिटल प्लेटफोर्म का शुभारम्भ किया यह प्लेटफार्म हिन्दुजा समूह के ब्रांड नाम एनएक्सटी डिजिटल के तहत शुरू किया गया है.
इस सुविधा के मध्यम से उपभोक्ता अपनी इक्षानुसार राष्ट्रीय, अंतर्राष्ट्रीय और क्षेत्रीय विषयों के लगभग 500 चैनलों का लाभ ले सकेंगे. इसके अतिरिक्त यह सेवा ई-एप्लीकेशन और लाइव टीवी जैसे नए अनुभव उपभोक्ता को प्रदान करेगा. 
वर्तमान में आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, महाराष्ट्र, पंजाब और कर्नाटकराज्य केग्राहक अपनी पसंद के इन चैनलों का लाभ उठा सकते हैं और भविष्य में और राज्यों में भी यह सुविधा को विस्तारित किया जाएगा. 
इस प्लेटफ़ॉर्म से डिजिटल इण्डिया इनिशिएटिव और मेक इन इण्डिया पहल को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है.


एनएक्सटीडिजिटलकेबारेमें
एनएक्सटी डिजिटल एक एमपीईजी 4 सेवा है जिसका उद्देश्य केबल ऑपरेटरों और ग्राहकों को डिजिटल सेवा प्रदान करना है. यह एक ऐसी तकनीकी है जिसके मध्यम से उपभोक्ता मोबाइल और टेबलेट जैसे उपकरणों पर भी टीवी सेवा का लाभ उठा सकेंगे. इसके अतिरिक्त इस तकनीक के मध्यम से दूर दराज के इलाकों में आपात स्थिति में सूचना का प्रसार करना भी आसन होगा. 
एनएक्सटी डिजिटल द्वारा डिजाइन किया गया विशेष उपकरण कोप(केबल ओपरेटर प्रेमिसेस इक्विपमेंट) देश के केबल ओपेरटरों को एनालॉग सेवा समाप्त कर डिजिटल सेवा प्रदान करने में सक्षम बनाएगा. 
इस तकनीक के विकास से केबल ऑपरेटरों को अपना व्यवसाय नए स्तर पर ले जाने का मौका मिलेगा और भारत के 120 मिलियन घरों को डिजिटल टीवी का एक नया अनुभव प्राप्त होगा.

हंगरी द्वारा दस हजार शरणार्थियों को गिरफ्तार करने के बाद देश में आपातकाल लागू

हंगरी ने 15 सितम्बर 2015 को सर्बिया से अवैध रूप से सीमा पार कर देश में प्रवेश करने के कारण दस हजार शरणार्थियों को गिरफ्तार करने के बाद देश में आपातकाल लागू कर दिया.
हंगरी ने शरणार्थियों के प्रवेश पर रोक लगाते हुए सर्बिया से लगी अपनी दक्षिणी सीमा सील कर दी है तथा सीमा में प्रवेश करने वाले शरणार्थियों को निकालने की चेतावनी भी जारी की गयी है. देश में आने वाले हजारों शरणार्थियों को देखते हुए रेलवे सेवा भी बंद कर दी गई है.


गौरतलब है कि हंगरी आने वाले शरणार्थियों में सबसे ज्यादा संख्या सीरियाई नागरिकों की है, जो वर्ष 2011 से जारी गृहयुद्ध के चलते देश से पलायन कर रहे हैं.
हंगरी के अधिकारियों ने सर्बिया की सीमा पर स्थित सात प्रवेश स्थलों को बंद कर दिया था. इस वर्ष अब तक लगभग दो लाख प्रवासी हंगरी में प्रवेश कर चुके हैं.

16 सितम्बर: ओजोन परत के संरक्षण के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस

16 सितम्बर:ओजोनपरतकेसंरक्षणकेलिएअंतर्राष्ट्रीयदिवस

इस दिवस के लिए वर्ष 2015 का विषय: 30 Years of Healing the Ozone Together - "Ozone: All there is between you and UV”
‘ओजोन परत के संरक्षण के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस’ को ‘विश्व ओजोन दिवस’ के रूप में भी जाना जाता है यह प्रत्येक वर्ष 16 सितम्बर को मनाया जाता है. 
वर्ष 2015 के लिए इस दिवस का विषय “30 इयर ऑफ़ हीलिंग द ओजोन टूगैदर” है. इस विषय को एक नारे ‘आल देयर इस बिटवीन यू एण्ड यूवी” से पूर्ण किया गया है.
वर्ष 2015, ओजोन परत की संरक्षण के लिए किए गए ‘वियना कन्वेंशन’ सम्मेलन की 30वीं वर्षगांठ को प्रदर्शित करता है.


ओजोनपरतकेसंरक्षणकेलिएअंतर्राष्ट्रीयदिवस’ केबारेमें
वर्ष 1994 में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 16 सितंबर को ‘ओजोन परत के संरक्षण के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस’ के रूप में मनाने की घोषणा की.
इस दिन ओजोन परत के संरक्षण के लिए वर्ष 1987 में बनाए गए मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल पर हस्ताक्षर किया गया था. इस दिवस का उद्देश्य लोगों को ओजोन परत के महत्व के प्रति जागरूक करना है. 

ओज़ोनलेयरकेबारेमें
ओजोन परत पृथ्वी के वायुमंडल में एक परत है जिसमे ओजोन गैस की सघनता अपेक्षाकृत अधिक होती है. इसे ‘O3’ से प्रदर्शित किया जाता है. यह परत सूर्य की उच्च आवृत्ति की पराबैंगनी किरणों (UV RADIATIONS) की अधिकतम मात्रा अवशोषित कर लेती है, जो पृथ्वी पर जीवन के लिये हानिकारक है.

ओजोन परत को कमजोर करने वाली गैसों को निकालने वाले उत्पादों का नियंत्रित उपयोग करके न सिर्फ ओजोन पारत को संरक्षित किया जा सकता है बल्कि जलवायु परिवर्तन जैसी जटिल समस्या से भी निपटा जा सकता है.

किसानों को मनरेगा के तहत अतिरिक्त 50 दिन का काम मिलेगा

केंद्र सरकार द्वारा 14 सितंबर 2015 को लिए गए निर्णय के अनुसार वित्तीय वर्ष 2015-16 में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) योजना के तहत सूखाग्रस्त क्षेत्रों में अकुशल कामगारों को नियमित काम के अतिरिक्त 50 दिन का काम प्रदान किया जाएगा. यह काम उन गरीब किसानों को राहत देने के लिए प्रदान किया जाएगा, जो देश के विभिन्न भागों में कम मानसूनी वर्षा के कारण प्रभावित हुए हैं.

वर्तमान में  मनरेगा के तहत ग्रामीण जॉब कार्ड धारकों को सूखा या प्राकृतिक आपदा ग्रस्त क्षेत्रों में 100 दिनों का काम दिया जाता है. राज्य सरकारों से परामर्श के बाद सूखा प्रभावित क्षेत्र को अधिसूचित किया जाएगा.
देश भर में मानसूनी वर्षा 16 प्रतिशत कम होने के बाद यह निर्णय लिया गया. मानसून में कमी खरीफ की फसल और ग्रामीण आय को प्रभावित कर सकती है.
केंद्र सरकार का यह कदम राज्य सरकारों को सूखा प्रभावित क्षेत्रों में ग्रामीण गरीबों को अतिरिक्त रोजगार उपलब्ध कराने की अनुमति देगा.
इससे पहले सरकार ने किसानों की खड़ी फसलों को बचाने में मदद करने के लिए डीजल सब्सिडी योजना की घोषणा की थी. इसके साथ ही सरकार ने यह भी घोषणा की कि सूखा प्रभावित क्षेत्रों में बागवानी फसलों को फिर से जीवंत करने के लिए मृदा जल प्रतिबल के लिए उपयुक्त इनपुट उपाय किए जाएं.
यह भी निर्णय लिया गया कि सूखाग्रस्त ब्लॉकों में पशुधन पर सूखे के प्रतिकूल प्रभाव को कम करने के लिए चारे के उत्पादन हेतु अतिरिक्त उपायों के लिए सहायता प्रदान की जाय.
इसके अलावा  केंद्र सरकार ने 600 जिलों में फसल आपात योजना के लिए  राष्ट्रीय कृषि विकास योजना और अन्य केंद्र प्रायोजित योजनाओं को लचीला बना दिया है.

भारतीय रिजर्व बैंक का नेपाल राष्ट्र बैंक के साथ समझौता

भारतीय रिजर्व बैंक ने निगरानी सूचनाओं के आदान-प्रदान के लिए नेपाल राष्ट्र बैंक के साथ 14 सितंबर 2015 को समझौते पर हस्ताक्षर किए.

केंद्रीय बैंक ने निगरानी सहयोग और निगरानी सूचना के आदान-प्रदान के लिये नेपाल राष्ट्र बैंक एनआरबी के साथ सहमति पत्र एमओयू पर हस्ताक्षर किए. इस समझौते पर एनआरबी के कार्यकारी निदेशक नारायण पौडेल तथा रिजर्व बैंक के कार्यकारी निदेशक मीना हेमचं ने हस्ताक्षर किए.
नेपालराष्ट्रबैंक
नेपाल राष्ट्र बैंक नेपाल का केंद्रीय बैंक है. यह नेपाल में बैंकों और वित्तीय संस्थाओं की देखरेख करता है और मौद्रिक नीति को निर्देशित करता है. नेपाल राष्ट्र बैंक विदेशी मुद्रा विनिमय दर और देश के विदेशी मुद्रा भंडार की देखरेख करने के साथ ही विदेशी मुद्रा नीति को भी नियंत्रित करता है.

मध्य प्रदेश सरकार ने पेटलावद में हुए धमाकों की जांच हेतु आयोग का गठन किया

मध्य प्रदेश सरकार ने पेटलावद में हुए धमाकों की जांच हेतु 15 सितंबर 2015 को एक सदस्यीय आयोग का गठन किया. उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश न्यायमूर्ति अर्येन्द्र कुमार सक्सेना इस आयोग के अध्यक्ष नियुक्त किये गये हैं.
आयोग का मुख्यालय इंदौर में होगा जबकि आयोग 3 महीने में अपनी रिपोर्ट सौंपेगा.
यह आयोग धमाकों के कारण एवं परिस्थितियों का पता लगाएगा. साथ ही आयोग यह भी जांच करेगा कि इस धमाके के लिए मकान मालिक अथवा किरायेदार में से कौन उत्तरदायी है तथा उन्होंने घर में विस्फोटक रखने हेतु उपयुक्त लाइसेंस लिया था या नहीं.
आयोग यह भी देखेगा कि यदि इस भवन के खिलाफ अवैध भंडारण की शिकायत दर्ज की गयी थी तो उस पर कोई कार्यवाही क्यों नही की गयी. भविष्य में इस प्रकार के हादसों से बचने हेतु उपाय भी सुझाए जायेंगे.


पेटलावदधमाके
मध्य प्रदेश के झाबुआ इलाके में स्थित पेटलावद नगर में 12 सितम्बर 2015 को एक घर में खनन हेतु अवैध रूप से रखी गई जिलेटिन की छड़ों में हुए इन धमाकों में लगभग 89 लोग मारे गये थे तथा 100 से अधिक घायल हो गये थे.
विस्फोट के लिए विस्फोटकों के संग्रहण के साथ-साथ रसोई गैस सिलेंडर में विस्फोट को उत्तरदायी माना जा रहा है.

अंतर्राष्ट्रीय लोकतंत्र दिवस

वर्ष 2015 काविषय : स्पेसफॉरसिविलसोसाइटी

संयुक्त राष्ट्र महासभा ने वर्ष 2007 में एक प्रस्ताव पारित किया, इस प्रस्ताव संख्या ए/62/7(2007) के तहत संयुक्त राष्ट्र द्वारा देशों की सरकारों को लोकतंत्र को मजबूत करने वाले राष्ट्रीय कार्यक्रमों के लिए प्रोत्साहित किया गया और प्रत्येक वर्ष 15 सितंबर को अंतर्राष्ट्रीय लोकतंत्र दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की .

वर्ष 2015 के लिए इस दिवस का विषय ‘स्पेस फॉर सिविल सोसाइटी’ है.


लोकतंत्रक्याहै ?
लोकतंत्र का अर्थ सिर्फ लोगों का, लोगों के द्वारा और लोगों के लिए, नहीं है. इसका व्यापक अर्थ सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक लोकतंत्र  है. एक देश सही रूप में तभी लोकतांत्रिक है यदि देश में रहने वाले सभी लोगों को समान सामजिक आवसर और प्रतिष्ठा प्राप्त हो, जब देश के सभी लोगों को सामान आर्थिक अवसर मिलें और  देश के सभी लोगों को राजनीति में समान भागीदारी प्राप्त हो. 
इस वर्ष से पूर्व सिविल सोसाइटी का इतना महत्व नहीं था क्योंकि अब विश्व नए विकास के एजेंडे को लागू करने के लिए तैयार हैं. परन्तु समय के साथ विश्व के कई देशों में कार्य कर रही सिविल सोसाइटीस के लिए स्थान संकुचित होता जा रहा है क्योंकि विश्व के कई देश इन गैर सरकारी संगठनों की क्षमता कम करने की दिशा में अंकुश लगा रहे हैं. 
इसलिए इस वर्ष का विषय ‘स्पेस फॉर सिविल सोसाइटी’ चुना गया है. जो कीविश्व की सरकारों के लिए एक रिमाइंडर है जो यह बताता है की सही अर्थ में सफलता और स्थिर लोकतंत्र तब है जब सिविल सोसायटी और सरकारें एकीकृत रूप से एक लक्ष्य के लिए कार्य करें.

अभिनेता अनुपम खेर कैलिफॉर्निया की विधायिका द्वारा ‘मान्यता प्रमाण पत्र’ से सम्मानित

बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता अनुपम खेर को 15 सितंबर 2015 को कैलिफॉर्निया (अमेरिका) की विधायिका द्वारा ‘मान्यता प्रमाण पत्र’ से सम्मानित किया गया. अनुपम खेर को कश्मीरी हिंदुओं की मदद के प्रति उनके समर्पण को देखते हुए कैलिफॉर्निया की विधायिका ने ‘मान्यता प्रमाण पत्र’ से सम्मानित किया.

विदित हो कि अनुपम खेर सितंबर 2015 में अपने नाटक ‘मेरा वो मतलब नहीं था’ के लिए अमेरिका और कनाडा के दौरे पर थे. उन्हें अमेरिकी प्रांत टेक्सॉस में ‘सम्मानित अतिथि’ बनाया गया था और 10 सितंबर 2015 को लॉस वेगास में ‘अनुपम खेर दिवस’ घोषित किया गया था.

बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ‘यूनाइटेड नेशंस चैंपियंस ऑफ द अर्थ’ पुरस्कार के लिए चयनित

बांग्लादेश में जलवायु परिवर्तन से संबंधित प्रयासों के लिये प्रधानमंत्री शेख हसीना को 14 सितंबर 2015 को 'यूनाइटेड नेशंस चैंपियंस ऑफ द अर्थ' पुरस्कार के लिए चयनित किया गया. 
यह पुरस्कार संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (यूएनईपी) द्वारा प्रदान किया जाता है. यूएनईपी द्वारा जारी एक घोषणा पत्र में कहा गया, "बांग्लादेश की प्रधानमंत्री के तौर पर अपनी सेवाएं देते हुए शेख हसीना ने यह साबित किया है कि जलवायु परिवर्तन की समस्या से निपटने में निवेश करने से सामाजिक और आर्थिक विकास को हासिल करने में भी सहायता मिलती है."
यूएनईपी ने कहा कि बांग्लादेश विश्व की सर्वाधिक जनसंख्या वाले देशों में शामिल है, जहां लगभग 16 लाख लोग रहते हैं. यह उन देशों में शामिल है जहां जलवायु परिवर्तन के कारण सर्वाधिक नुकसान होने का खतरा है. चक्रवात, बाढ़ और सूखा लंबे समय से देश के इतिहास का हिस्सा रहे हैं.


बांग्लादेश विश्व का पहला देश है जिसने देश में क्लाइमेट चेंज ट्रस्ट फंड स्थापित किया है. बांग्लादेशी सरकार मौजूदा समय में अपने वार्षिक बजट का छह से सात प्रतिशत भाग (लगभग एक अरब डॉलर) जलवायु परिवर्तन अनुकूलन के लिए अलग रखती है, जिसमें से मात्र 25 फीसदी सहायता अंतरराष्ट्रीय दान से प्राप्त होती है.
यह पुरस्कार स्थाई विकास शिखर सम्मेलन की समाप्ति पर 27 सितंबर को एक विशेष समारोह में न्यूयॉर्क में प्रदान किये जाएंगे. 
शेख हसीना ने अतिरिक्त नेशनल ज्योग्राफिक सोसाइटी, ब्राज़ील की कॉस्मेटिक फर्म नेचुरा तथा दक्षिण अफ्रीका के ब्लैक मैम्बा एंटी-पोचिंग यूनिट को भी पुरस्कार से सम्मानित किया जायेगा.

नरसिंह पंचम यादव ने विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता

नरसिंह पंचम यादव ने लास वेगास, संयुक्त राज्य अमेरिका में आयोजित विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में 13 सितंबर 2015 को पुरुषों की 74 किलोग्राम फ्रीस्टाइल स्पर्धा में कांस्य पदक जीता.

सेमीफाइनल में मंगोलिया के उनुरबात पुरेवजाव से हारने के बाद, कांस्य पदक के प्लेऑफ मुकाबले में नरसिंह ने फ्रांस के जेलिमखान खादजिएव को 12-8 से हराया. नरसिंह ने पहले दौर में इजरायल के हानोक राचामिन को 14-2 से और फिर तुर्की के सोनेर देमित्रास को 4-3 से हराया. इसके बाद नरसिंह ने क्यूबा के लोपेज अजूकी को 16-5 से हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया.

इसके साथ नरसिंह ने वर्ष 2016 के रियो ओलम्पिक के लिए क्वालीफाई कर लिया. यह पहला मौका है जब किसी भारतीय पहलवान ने विश्व चैम्पियनशिप में पदक जीतते हुए ओलम्पिक के लिए क्वालिफाई किया. नरसिंह ने इससे पहले वर्ष 2014 के एशियाई खेलों और वर्ष 2015 के एशियाई चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता था.

हालांकि, यह अब भी निश्चित नहीं है कि वर्ष 2016 के रियो ओलम्पिक में भारत का प्रतिनिधित्व कौन करेगा. नियमों के अनुसार ओलिंपिक कोटा देश का होता है इसे हासिल करने वाले पहलवान का नहीं होता है.

नरसिंह के अलावा, दो ओलंपिक पदक विजेता सुशील कुमार भी इस श्रेणी में भारत का प्रतिनिधित्व करने के मजबूत दावेदार है. गौरतलब है कि सुशील कुमार ने चोटिल होने के कारण विश्व कुश्ती प्रतियोगिता में भाग नहीं लिया था और इसी कारण नरसिंह लास वेगास गए थे.

भारतीय मूल के अशोक अलेक्जेंडर श्रीधरन बॉन शहर के मेयर निर्वाचित

अशोक अलेक्जेंडर श्रीधरन 14 सितंबर 2015 को जर्मनी में बॉन शहर के मेयर के रूप में निर्वाचित होने वाले भारतीय मूल (पीआईओ) के पहले व्यक्ति बन गए.

वह 21 अक्तूबर 2015 को बॉन के निवर्तमान मेयर जुआर्गेन न्यमटश से शहर प्रशासन की कमान संभालेंगे. श्रीधरन के पिता प्रवासी भारतीय हैं और उनकी मां जर्मन हैं. श्रीधरन के  पिता 1950 के दशक में भारतीय राजनयिक के पद पर जर्मनी आए. वर्ष 1965 में अशोक श्रीधरन का जन्म हुआ था.

जर्मनी की पूर्व राजधानी बॉन में 21 वर्ष बाद सीडीयू पार्टी यानि क्रिस्चियन डेमोक्रेटिक यूनियन ने जीत हासिल की. अब तक यहां एसपीडी यानि सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी के ही उम्मीदवार मेयर के पद पर रहे. सीडीयू चांसलर अंगेला मैर्केल की पार्टी है. सीडीयू के अशोक अलेक्जेंडर श्रीधरन को चुनावों में 50.06 प्रतिशत वोटों के साथ जीत हासिल हुई.

बॉन जर्मनी का 18वां सबसे अधिक आबादी वाला शहर है और जर्मनी के एकीकरण से पहले यह पश्चिमी जर्मनी की राजधानी थीं.

वी केयर सोलर ने संयुक्त राष्ट्र का एक मिलियन डॉलर का ‘पावरिंग द फ्यूचर वी वांट’ अनुदान जीता

वी केयर सोलर ने 14 सितम्बर 2015 को संयुक्त राष्ट्र आर्थिक और सामाजिक विभाग (डीईएसए) द्वारा प्रदान किये जाने वाले 1 मिलियन अमेरिकी डॉलर राशि के अनुदान ‘पावरिंग द फ्यूचर वी वांट’ को जीता.  
डॉ. लौरा सेशेल, वी केयर सोलर के सह-संस्थापक, ने संयुक्त राष्ट्र के न्यूयॉर्क स्थित मुख्यालय में यह पुरस्कार ग्रहण किया. 
वी केयर सोलर, कम कीमत पर अक्षय ऊर्जा प्रदान करता है. यह जिन क्षेत्रों में बिजली नहीं है वहां एक मेडिकल उपकरण भी प्रदान करता है जो मातृ एवं शिशु को जन्म के समय होने वाली जटिलताओं से बचने में सहायता प्रदान करता है.


इसके अतरिक्त, अक्षय उर्जा प्रदान करने वाली कंपनी मसदर ने विशेष पुरस्कार प्राप्त किया. बीवाईडी, विद्युत् चालित वाहन बनाने वाली कंपनी को विशेष मान्यता हेतु चयनित किया गया.
पावरिंगफ्यूचरवीवांट’ अनुदान
पावरिंग द फ्यूचर वी वांट अनुदान संयुक्त राष्ट्र के आर्थिक और सामाजिक विभाग तथा चाइना एनर्जी फंड कमेटी (सीईएफसी) के सहयोग द्वारा प्रदान किया जाता है. चाइना एनर्जी फंड कमेटी हॉगकॉंग आधारित एक गैर सरकारी संस्था है जो संयुक्त राष्ट्र आर्थिक और सामाजिक परिषद के साथ परामर्शदाता भूमिका में कार्य करता है.
इस अनुदान के तहत अक्षय उर्जा को बढ़ाने एवं अन्य विकास कार्यों के लिए एक मिलियन अमेरिकी डॉलर की राशि प्रदान की जाती है. यह अनुदान किसी व्यक्ति, संस्था अथवा साझेदारी को उसकी उपलब्धियों के आधार पर दिया जाता है.

वरिष्ठ पत्रकार कृष्ण मोहन झा की गीत रचना ‘शान बढ़ाने आया हूं’ का विमोचन

केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं आधिकारिता मंत्री थावर चंद्र गहलोत ने वरिष्ठ पत्रकार कृष्णमोहन झा की गीत रचना ‘शान बढ़ाने आया हूं’ का 15 सितम्बर 2015 को विमोचन किया.

विदित हो कि भारत के वर्तमान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के व्यक्तित्व और कृतित्व पर आधारित एवं ‘सिनेमोत्व-फिल्मोत्सव’ मुम्बाई द्वारा तैयार ‘शान बढ़ाने आया हूं’ के गीत की रचना मध्यप्रदेश के वरिष्ठ पत्रकार कृष्णमोहन झा ने की है. देश के प्रसिद्ध गायक एवं संगीतकार अमित शरद त्रिवेदी ने इस गीत में अपने स्वर दिये है. यह गीत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अब तक के राजनितिक सफर और उनकी भावी योजनाओं पर प्रकाश डालता है. 
विमोचन के दौरान गीत के रचयिता कृष्ण मोहन झा ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सवा साल के कार्यकाल के बारे में एक समीक्षात्मक पुस्तक ‘यशस्वी मोदी’ भेट की. इस पुस्तक का प्रकाशन मुदित पब्लिकेशन्स भोपाल द्वारा किया गया है.

भारतीय मूल की सांसद सीमा मल्होत्रा ब्रिटेन में शैडो चीफ सेक्रेटरी फॉर ट्रेजरी नियुक्त

भारतीय मूल की ब्रिटिश सांसद सीमा मल्होत्रा और लिजा नंदी को 16 सितंबर 2015 को ब्रिटेन में लेबर पार्टी के नवनिर्वाचित नेता जेरेमी कार्बिन के शैडो मंत्रालय के रुप में नियुक्त किया गया.

सीमा मल्होत्रा को शैडो चीफ सेक्रेटरी फॉर ट्रेजरी, जबकि लिजा नंदी को शैडो सेक्रेटरी फॉर एनर्जी एंड क्लाइमेट चेंज नियुक्त किया गया.

43 वर्षीय सीमा मल्होत्रा, तत्कालीन सांसद एलन कीन (कंजर्वेटिव) की मृत्यु के बाद 2011 में आयोजित किए गए उपचुनाव में फेल्टहैम और हेस्टन की लंदन सीट से सांसद बनीं. तत्कालीन लेबर नेता एड मिलिबैंड ने उन्हें महिलाओं एवं लड़कियों के खिलाफ हिंसा रोकने के लिए अगस्त 2014 में शैडो मिनिस्टर की नवसृजित जिम्मेदारी सौंपी थी. वह शैडो ट्रेजरी टीम में शैडो चांसलर जॉन मैकडोनल की सहायक होंगी.

36 वर्षीय लिसा नंदी ब्रिटेन की लेबर पार्टी की राजनीतिज्ञ है. वह 2010 के आम चुनाव के बाद से, ग्रेटर मैनचेस्टर में विगान निर्वाचन क्षेत्र से संसद की सदस्य (सांसद) है. वह वामपंथी थिंक टैंक रनीमेडे ट्रस्ट (Runnymede Trust) ट्रस्ट के संस्थापक और उसके पहले निदेशक भारतीय मार्क्सवादी दीपक नंदी की बेटी है.
शैडोमंत्रालयक्याहै?
शैडो मंत्रिमंडल राजनीतिज्ञों का एक समूह होता है, जो अपनी पार्टी में एक राजनीतिक पद धारण करता है. लेकिन यह पार्टी (जो है, एक विपक्षी पार्टी) सरकार में नहीं होती है. शैडो मंत्रिमंडल का सदस्य एक शैडो मंत्री होता है और उसे विपक्ष का नेता कहा जाता है.

ऑस्ट्रेलिया में सबसे लंबी महाद्वीपीय ज्वालामुखियों की श्रृंखला मिली

ऑस्ट्रेलियन नेशनल यूनिवर्सिटी के पृथ्वी वैज्ञानिक रोड्री डेविस के नेतृत्व में वैज्ञानिकों की एक टीम ने पूर्वी ऑस्ट्रेलिया में 2000 किमी से अधिक भाग में फैली दुनिया की सबसे लंबी महाद्वीपीय ज्वालामुखियों की श्रृंखला खोजी. इस प्राचीन ज्वालामुखी श्रृंखला का निर्माण 3.30 करोड़ वर्ष पहले ऑस्ट्रेलिया के उत्तर-उत्तर पूर्व की ओर खिसकने से हुआ था.

यह खोज 14 सितंबर 2015 को जर्नल नेचर पत्रिका में प्रकाशित की गई. ज्वालामुखी की यह प्राचीन श्रृंखला दक्षिण-पश्चिम में स्थित मध्य क्वींसलैंड तट के केप हिल्सबोरो से विकटोरिया के कोस्ग्रोव तक फैली है.

कोस्ग्रोव हॉटस्पाट नाम का यह ट्रैक उत्तरी अमेरिकी महाद्वीप में स्थित प्रसिद्ध येलोस्टोन हॉटस्पॉट ट्रैक से तीन गुना बड़ा है.  ऑस्ट्रेलिया के उत्तर-उत्तरपूर्व में खिसक जाने से अब यह बास स्ट्रेट में स्थित है.

ऑस्ट्रेलिया पृथ्वी पर सरकने की गतिविधियों से सर्वाधिक प्रभावित होने वाला देश है. यह हर वर्ष 7 सेंटीमीटर इंडोनेशिया की ओर खिसक जाता है.

भारतीय मूल की स्वेथा प्रभाकरन व्हाइट हाउस द्वारा चैंपियंस ऑफ़ चेंज पुरस्कार से सम्मानित

भारतीय मूल की 15 वर्षीय किशोरी स्वेथा प्रभाकरन को 15 सितम्बर 2015 को अमेरिका में व्हाइट हाउस द्वारा चैंपियंस ऑफ़ चेंज पुरस्कार से सम्मानित किया गया. उसे यह पुरस्कार एक विशेष कार्यक्रम द्वारा अपने समुदाय को सशक्त बनाने के कारण प्रदान किया गया.
थॉमस जेफरसन हाई स्कूल फॉर साइंस एंड टेक्नोलॉजी की छात्रा स्वेथा प्रभाकरन उन 11 महिलाओं में शामिल है, जिन्हें अपने समुदायों को सशक्त बनाने के लिए "चैंपियंस ऑफ चेंज" पुरस्कार के लिए चुना गया.
स्वेथा 'एवरीबडी कोड नाऊ’ नामक गैर सरकारी संस्था की संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं जो अगली पीढ़ी के युवाओं को इंजीनियर, वैज्ञानिक और उद्यमी बनने के लिए सशक्त बनाने का काम करता है.


स्वेथा के निर्देशन के तहत इस संस्था ने सैकड़ों छात्रों को अपनी संस्था के बारे में बताया और स्कूलों की एसटीईएम (विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित) गतिविधियों के लिए हजारों डॉलर एकत्र किए. स्वेथा के माता-पिता 1998 में तमिलनाडु से अमेरिका आ गए थे. 
चैंपियंसऑफ़चेंजपुरस्कार
यह पुरस्कार उन अमेरिकी लोगों को प्रदान किया जाता है जिन्होंने अपने असाधारण प्रयासों से अपने समुदाय को शिक्षित करने अथवा उसे सशक्त बनाने में ठोस कदम उठाये हों. व्हाइट हाउस प्रत्येक वर्ष यह पुरस्कार प्रदान करता है.

पेंटागन ने भारत के साथ रक्षा संबंधों में मजबूती लाने हेतु पहला विशेष प्रकोष्ठ आईआरआरसी स्थापित किया

आईआरआरसी : इंडिया रैपिड रिएक्शन सेल
आईआरआरसी शब्द संक्षेप सितंबर 2015 में चर्चा में था. आईआरआरसी का अर्थ है इंडिया रैपिड रिएक्शन सेल जिसकी स्थापना जनवरी 2015 को पेंटागन द्वारा रक्षा व्यापार तथा तकनीकी पहल (डीटीटीआई) को बढ़ावा देने हेतु की गयी.
आईआरआरसी पेंटागन द्वारा स्थापित देश में पहला स्पेशल सेल है. इसके अध्यक्ष कीथ वेबस्टर हैं. वे इंटरनेशनल को-ऑपरेशन ऑफिस ऑफ़ अंडर सेक्रेटरी ऑफ़ डिफेंस एंड एक्वीसिशन, टेक्नोलॉजी एंड लोजिस्टिक्स के डायरेक्टर हैं.


यह सेल अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा द्वारा गणतंत्र दिवस 2015 के अवसर पर भारत में जारी संयुक्त वक्तव्य के बाद गठित किया गया. ओबामा भारतीय गणतंत्र दिवस पर भारत आने वाले पहले अमेरिकी राष्ट्रपति हैं.
इसकी स्थापना के बाद से ही यह सेल डीटीआईआई परियोजनाओं को गति प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है. डीटीआईआई का गठन वर्ष 2012 में अमेरिकी रक्षा सचिव लीओन पनेटा द्वारा तत्कालीन उप रक्षा सचिव एशटन कार्टर को दिए गये निर्देश के उपरांत किया गया था. 
डीटीआईआई सैन्य उपकरणों के सह-निर्माण में छह मुख्य परियोजनाओं सहयोग भूमिका चाहता है. इसमें निम्न बिंदु भी शामिल हैं : 
नेक्स्ट जनरेशन मानव रहित हवाई वाहन.
रॉल ऑन, रॉल ऑफ इंटेलीजेंस रिकॉर्ड रखने वाले मोड्यूल विकसित करना.
मोबाइल इलेक्ट्रिक हाइब्रिड पॉवर स्रोत.
एक समान सुरक्षा वृद्धि-2 (केमिकल, बायोलॉजिकल आक्रमण के दौरान सैनिकों की सुरक्षा)

महाराष्ट्र में सिर्फ मराठा भाषियों को ऑटो रिक्शा परमिट जारी करने का फैसला

महाराष्ट्र सरकार ने महाराष्ट्र में सिर्फ मराठा भाषियों को ऑटो रिक्शा परमिट जारी करने का 15 सितंबर 2015 को निर्देश दिया. महाराष्ट्र के परिवहन मंत्री दिवाकर रावते ने 15 सितंबर 2015 को मुंबई में इसकी घोषणा की.

उपरोक्त निर्णय के तहत महाराष्ट्र सरकार ने यह तय किया है कि 1 नवंबर 2015 से सिर्फ मराठी बोलने वाले को ही ऑटो रिक्शा का परमिट जारी किया जायेगा.

विदित हो कि 1 नवंबर 2015 से मुंबई में 1 लाख नए ऑटो रिक्शा लाइसेंस जारी होने हैं. जिसके लिए होने वाले टेस्ट परीक्षा में मराठी भाषा ज्ञान को भी परखा जायेगा.

केंद्र सरकार ने जल एजेंसियों के पुनर्गठन हेतु मिहिर शाह समिति का गठन किया

जल संसाधन मंत्रालय ने 11 सितंबर  2015 को केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) और केंद्रीय भूजल बोर्ड (केंद्रीय भूमि जल बोर्ड) के पुनर्गठन हेतु सात सदस्यीय सलाहकार समिति का गठन किया. 
विशेषज्ञ समिति का नेतृत्व योजना आयोग के पूर्व सदस्य मिहिर शाह करेंगे.
देश में जल संसाधनों के सर्वोत्कृष्ट विकास हेतु सुझाव देने के लिए समिति को दायित्व सौंपा गया है.
इस प्रक्रिया में  समिति नदी बेसिन नियोजन के रूप में विस्तृत मानचित्र जिसमे मानचित्रण और जलीय चट्टानी पर्त के निस्र्पक शामिल होंगे, के बारे में भी जानकारी देगी. 
भविष्य में, यह समिति जल संसाधन नियोजन, उन्हें बढाने और बजट पर काम करेगी.
समिति के गठन के साथ यह उम्मीद भी की जाने लगी है कि ज्यादातर प्रदूषित भारतीय नदियों के कायाकल्प का समय आ गया है.
समिति को अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए तीन महीने का समय दिया गया है.