Current Affaires 23-24 Sep 2015 Hindi

टाटा ट्रस्ट ने एनड्रायड डेवलपर नैनो डिग्रीज कार्यक्रम के शुभारंभ की घोषणा की

सर्च इंजन गूगल और टाटा ट्रस्ट ने उडासिटी के सहयोग से भारतीय छात्रों को एनड्रायड डेवलपमेंट में  शिक्षित करने के लिए 21 सितंबर, 2015 को एक कार्यक्रम का शुभारंभ किया.
कार्यक्रम के एक भाग के रूप में 1000 योग्य छात्रों को गूगल और टाटा ट्रस्ट द्वारा छात्रवृत्ति प्रदान की जाएगी. छात्रों को एनड्रायड  डेवलपर नैनो डिग्रीज द्वारा सम्मानित किया जायेगा.
इस छात्रवृत्ति कार्यक्रम की घोषणा का उद्देश्य उच्च गुणवत्ता वाले मोबाइल डेवलपर्स के एक केंद्र के रूप में भारत को विकसित करना है.

उडासिटी एंड्रॉयड नैनोडिग्री कार्यक्रम नए कौशल सीखने में मदद करने के लिए बनाया गया एक शिक्षा क्रेडेंशियल है.
इसमें उडासिटी द्वारा परियोजना समीक्षा, सदस्यता और कैरियर सेवाओं को भी शामिल किया गया है.
यह कार्यक्रम वर्तमान में नामांकन के लिए खुला है. कोर्स की अवधि औसत 6 से 9 महीने है.इस कार्यक्रम पर 9800 रुपये की लागत आएगी. पाठ्यक्रम के पूरा होने पर ट्यूशन फीस का 50 प्रतिशत वापस कर दिया जायेगा.

बंधुआ श्रमिकों के पुनर्वास के लिए संशोधित केंद्र प्रायोजित योजना का प्रस्ताव जारी

केन्द्रीय श्रम और रोजगार मंत्रालय ने 22 सितंबर  2015 को बंधुआ श्रमिकों के पुनर्वास के लिए संशोधित केंद्र प्रायोजित योजना का प्रस्ताव जारी किया.
संशोधित योजना में वर्ष 1978 की मूल योजना के साथ जुड़े विसंगतियों जैसे कम पुनर्वास पैकेज, विशेष श्रेणी के लाभार्थियों के लिए प्रावधानों में कमी, निगरानी की कमी, आदि का समाधान किया गया है.


संशोधितयोजनाकीविशेषताएं
• यह एक केन्द्रीय क्षेत्र योजना (सीएसएस) योजना होगी जबकी मूल योजना केंद्रीय प्रायोजित योजना (सीएसएस) थी. इसलिए केंद्र सरकार इस योजना के अंतर्गत पूरा खर्च वहन करेगी.
• पुनर्वास पैकेज के रूप में वयस्क पुरुष लाभार्थी को 1 लाख रुपए प्रदान किया जाएगा. 
• अनाथ बच्चों, बालिकाओं और विशेष वर्ग के अन्य लाभार्थियों जो भीख या वेश्यावृत्ति जैसी समस्याओं से निकलें है उनके लिए यह पैकेज 2 लाख रुपए है.
• विकलांग लोगों के लिए पैकेज 3 लाख रुपए है.
• बंधुआ मजदूरों के सर्वेक्षण के लिए प्रति संवेदनशील जिले को 4.50 लाख रुपए की सहायता राशि प्रदान की जाएगी. 
• जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से प्रत्येक राज्य को अधिकतम 10 लाख रुपये प्रदान किए जाएंगे.

नासा द्वारा क्षुद्रग्रह पुनर्निर्देशन मिशन के अंतर्गत स्पेस शॉटगन का विकास

नेशनल एयरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (नासा) क्षुद्रग्रहों और अन्य अंतरिक्ष चट्टानों की क्षमता का परीक्षण करने के लिए एक स्पेस शॉटगन विकसित कर रहा है.
यह घोषणा ब्रुकलीन आधारित हनीबी रोबोटिक्स ने वर्ष 2015 के सितम्बर माह के तीसरे सप्ताह में की. नासा, हनीबी रोबोटिक्स के साथ संयुक्त र्रोप से इस शॉटगन को विकसित कर रहा है. यह नासा के क्षुद्रग्रह पुनर्निर्देशन मिशन का हिस्सा है. 
क्षुद्रग्रहपुनर्निर्देशनमिशनकीविशेषताएं
• यह नासा का क्षुद्रग्रह सम्बन्धी पहला रोबोटिक मिशन है. इस मिशन के तहत क्षुद्रग्रह की सतह से नमूनों को इकठ्ठा किया जाएगा और क्षुद्रग्रहों को चंद्रमा के चारों ओर कक्षा में पुनर्निर्देशित किया जाएगा.
• विदित हो प्रायः यह क्षुद्रग्रह अंतरिक्ष में अव्यवस्थित तरह से विचरण करते हैं. 
• इस परीक्षण से सौर मंडल और पृथ्वी की जन्म ने जानकारी प्राप्त की जा सकेगी. 
• मिशन के हिस्से के रूप में एक अंतरिक्ष यान वर्ष 2020 तक लॉन्च किया जाएगा. 
• इसके साथ ही इस खोज के साथ क्षुद्रगृह से पृथ्वी को होने वाली क्षति को भी कम किया जा सकता है. 
• यह विकास भविष्य में मार्स मिशन में भी मदद करेगा.


क्षुद्रग्रहपुनर्निर्देशनमिशनमार्समिशनमेंकैसेमददकरेगा ?
वर्तमान में किसी आपातकाल स्थिति में प्रक्षेपित किए गए उपग्रह के पास रुकने का एक मात्र साधन स्पेस स्टेशन है. जो पृथ्वी से 400 किमी की दूरी पर है अतः मार्स जैसे लम्बी दूरी के मिशन के लिए यह दूरी और बढ़ जाएगी. परन्तु क्षुद्रग्रह को ग्रह की कक्षा में निर्देशित करके उसका प्रयोग स्पेस स्टेशन की तरह किया जा सकता है.

जॉन टी चैंबर्स अमेरिका-भारत व्यापार परिषद के अध्यक्ष निर्वाचित

सिस्को के कार्यकारी अध्यक्ष जॉन टी चैंबर्स 21 सितंबर 2015 को अमेरिका-भारत व्यापार परिषद (यूएसआईबीसी) के नए अध्यक्ष निर्वाचित किए गाए. 
यह घोषणा यूएसआईबीसी के 40वें लीडरशिप शिखर सम्मेलन में की गई. वह मास्टरकार्ड के अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी अजय बंगा का स्थान लेंगे. बंगा का चार वर्षों का कार्यकाल 31 दिसम्बर 2015 को समाप्त हो जाएगा और चैंबर्स 1 जनवरी 2016 से अपना कार्यभार ग्रहण करेंगे


अमेरिका-भारतव्यापारपरिषद (यूएसआईबीसी)
• इस परिषद का उद्देश्य भारत और अमेरिका के बीच वाणिज्यिक और आर्थिक संबंधों को मजबूत करना है. 
• यह परिषद वर्ष 1975 में संयुक्त राज्य अमेरिका और भारत सरकार के अनुरोध पर स्थापित की गई थी. 
• यह भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका के मध्य सबसे बड़ा द्वीपक्षीय व्यापार संघ. 
• वर्तमान में मुकेश अघी इस परिषद के अध्यक्ष.

भारत जर्मनी उच्च शिक्षा सहभागिता कार्यक्रम के पूर्ववर्ती समझौता दस्तादवेज में संशोधन को मंजूरी

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्याक्षता में 22 सितम्बर 2015 मंत्रिमण्डल ने ‘भारत-जर्मनी उच्च शिक्षा सहभागिता’ कार्यक्रम के क्रियान्वयन संबंधी पूर्ववर्ती समझौता-दस्तावेज में संशोधन को मंजूरी प्रदान की है.  इस संशोधन के लिए भारत और जर्मनी के बीच संयुक्त घोषणा-पत्र (जेडीआई) पर हस्ताक्षर करने को मंजूरी प्रदान की गई है. 
संयुक्त घोषणा-पत्र पर हस्ताक्षर होने के साथ कार्यक्रम के शीर्षक से ‘स्ट्रैूटेजिक’ शब्द हटा लिया जायेगा और उसके स्थान पर ‘इंडो-जर्मन पार्टनरशिप इन हायर एजुकेशन’ दर्ज किया जायेगा.


इसके अलावा कार्यक्रम की वित्तपोषण अवधि भी 2015-19 से बदल कर 2016-20 (01 जुलाई, 2016 से 30 जून, 2020 तक) की जायेगी.
संयुक्तग घोषणा-पत्र के जरिये भारत और जर्मनी के बीच उच्च शिक्षा संस्थानों के आपसी संबंध मजबूत होंगे और शिक्षा, अनुसंधान और कौशल विकास जैसे क्षेत्रों में बहुत उन्नति होगी.
समझौते से फैकल्टी विकास को भी फायदा होगा और भारत के लिए महत्व्पूर्ण क्षेत्रों में अनुसंधान कार्य में वृद्धि होगी.

विश्व गैंडा दिवस : 22 सितम्बर

विश्व स्तर पर 22 सितम्बर 2015 को विश्व गैंडा दिवस मनाया गया. यह दिवस विशेष रूप से गैंडे की पाँच प्रजातियों के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए मनाया जाता है. यह पाँच प्रजातियाँ हैं काला , सफेद, एक श्रंगी एवं सुमात्रा और जावा राइनो.
विश्व गैंडा दिवस की सर्वप्रथम घोषणा वर्ष 2010 में डब्ल्यूडब्ल्यूएफ-दक्षिण अफ्रीका द्वारा की गई थी. 
भारत में इस दिन, काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान (असम), मानस राष्ट्रीय उद्यान (असम) और लाओखोवा बुराचपोरी (असम) में जागरूकता कार्यक्रमों चलाया गया.


सेव द राइनो संगठन के अनुसार वर्तमान में विश्व में 29000 गैंडे हैं. यह संख्या वर्ष 1970 में 70000 थी. 
इनमे से काले गैंडों की संख्या 5055, सफ़ेद गैंडों की संख्या 20405, एक श्रंगी गैंडों की 3333, सुमात्रा गैंडों की संख्या 100 और जावा गैंडों की संख्या 61 है.
इसके अतिरिक्त ओएल पेजेता कन्जर्वेंसी केन्या में ‘सूडान’ नाम का सिर्फ एक सफ़ेद गैंडा है.

भारतीय तटरक्षक बल ने स्वदेशी जहाज अपूर्व और सी–421 को नव सेना डॉक में शामिल किया

21 सितंबर 2015 को भारतीय तटरक्षक बल (आईसीजी) ने देश में बने जहाजों अपूर्व और सी–421 को मुबई के नौसेना डॉक पर शामिल कर लिया.

इन्हें फ्लैग ऑफिसर पश्चिमी नौसेना कमान के प्रमुख एसपीएस चीमा ने शामिल किया.

इन जहाजों को शामिल किए जाने से अरब सागर के तट के साथ समुद्री सुरक्षा को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है.

आईसीजीएसअपूर्वकीविशेषताएं

यह 50 मीटर लंबा तेज गश्ती पोत (एफपीवी) है.

यह 317 टन को विस्थापित करता है और 33 नॉट्स की अधिकतम गति पर चल सकता है.

इसमें नवीनतम हथियार, उन्नत संचार एवं नौवहन उपकरण लगे हैं जो इसे अलग-अलग प्रकार के तटीय निगरानी,पाबंदी, राहत एवं बचाव और चिकित्सा निकास मिशनों के लिए आदर्श मंच प्रदान करता है.

यह तटरक्षक जिला मुख्यालय सं. 11 के कमांडर के प्रशासनिक और परिचालन नियंत्रण में गोवा में रहेगा.

आईसीजीएससी-421 कीविशेषताएं

यह पानी जेट चालित पोत है.

यह आईबी श्रृंखला का 27वां पोत है जिसे एल एंड टी लिमिटेड ने बनाया है और यह 45 नॉट्स के अधिकतम गति पर चल सकता है.

इसमें मध्यम दूरी तक मार कर सकने वाले हथियार लगे हैं, जहाज को तट के करीब और उथले पानी में काम करने के लिए डिजाइन किया गया है.

यह तटरक्षक जिला मुख्यालय सं. 12 के कमांडर के प्रशासनिक और परिचालन नियंत्रण में अंध्रोट (एलएंडएम द्वीप) में रहेगा.

केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय कूटलेखन मसौदा नीति जारी किया

सितंबर 2015 के चौथे सप्ताह में इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी विभाग (DeitY) ने राष्ट्रीय कूटलेखन मसौदा नीति जारी कर दिया. 
इस नीति का उद्देश्य सरकारी एजेंसियों, व्यापारों एवं नागरिकों के बीच साइबर स्पेस में अधिक सुरक्षित संचार एवं वित्तीय लेन–देन के लिए कूटलेखन प्रौद्योगिकियों और उत्पादों के इस्तेमाल को बढ़ावा देना है. 
इस मसौदा नीति का प्रारूप सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, 2000 की धारा 84 ए और धारा 69, जो कूटलेखन और विकोडन के तरीकों की व्यवस्था के बारे में है, के तहत बनाया गया है.

राष्ट्रीयकूटलेखननीतिमसौदाकीविशेषताएं

इसका विजन साइबर स्पेस में राष्ट्रीय स्तर पर महत्वपूर्ण सूचना प्रणालियों और नेटवर्क समेत लोगों, व्यापारों, सरकार के लिए सुरक्षित सूचना माहौल और लेनेदेन को सक्षम बनाना है. 
उभरते वैश्वकि डिजिटल अर्थव्यवस्था के समकालिक होना, सुरक्षा सुनिश्ति करने और डाटा की गोपनीयता हेतु कूटलेखन के उपयोग को प्रोत्साहित करना और सरकार समेत सभी लोगों द्वारा डिजिटल हस्ताक्षर का व्यापक उपयोग, इसके उद्देश्य हैं. 
यह सभी केंद्रीय और राज्य सरकार के विभागों, सांविधिक संगठनों, कार्यकारी निकायों, व्यापारों और वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों, अकादमिक संस्थानों, सरकारी कर्मचारियों और नागरिकों पर लागू है. 
यह इसके तहत कवर किए जाने वाली एजेंसियों और व्यक्तियों के बीच भंडारण एवं संचार के कूटलेखन के उपयोग को प्रोत्साहित करता है. 
नीति के तहत केंद्र और राज्य सरकार के विभागों के अलावा सभी संगठनों और नागरिकों को लेन–देन की तारीख से 90 दिनों तक टेक्स्ट सूचना को रखना चाहिए और कानून प्रवर्तन एजेंसियों द्वारा मांगे जाने पर इन्हें दिखाना चाहिए.

हालांकि, बड़े पैमाने पर इस्तेमाल किए जाने वाले कूटलेखन उत्पादों, सोशल मीडियो एप्लीकेशंस जैसे फेसबुक, ट्विटर आदि और एसएसएल/ टीएलएस कूटलेखन उत्पाद का उपयोग इंटरनेट बैंकिंग और भुगतान गेटवे, ई– कॉमर्स और पासवर्ड आधारित लेन–देन में किया जाता है, इन्हें इस दायरे से बाहर रखा गया है. 
कूटलेखन उत्पादों के सभी विक्रेताओं को उनका उत्पाद नामित सरकारी एजेंसी से पंजीकृत करना होगा. 
सरकार समय–समय पर पंजीकृत कूटलेखित उत्पादों की सूची, विक्रेताओँ द्वार सुरक्षा दावों की जिम्मेदारी लिए बगैर, जारी करेगी. 
कूटलेखन, हैशिंग और अन्य गूढलेखी (क्रिप्टोग्राफिक) फंग्शंस के विकास और स्वदेशी एल्गोरिद्म और उत्पादों के निर्माण के लिए अनुसंधान और विकास कार्यक्रम शुरु किए जाएंगे. 
क्रिप्टोग्राफी के क्षेत्र में तकनीकी विकास की निगरानी तकनीकी परामर्श समिति करेगी. समिति कूटलेखन नीतियों और प्रौद्योगिकियों के सभी पहलुओं पर उचित सिफारिशें भी देगी.

67 वें प्राइमटाइम एम्मी अवार्ड्स में गेम ऑफ़ थ्रोंस ने 12 पुरस्कार जीते

कैलिफोर्निया के लॉस एंजिल्स के माइक्रोसॉफ्ट थियेटर में 20 सितंबर 2015 को आयोजित 67 वें प्राइमटाइम एम्मी अवार्ड्स में प्रसिद्ध अमेरिकी कल्पना नाटक टीवी श्रृंखला गेम ऑफ़ थ्रोंस ने अभूतपूर्व 12 पुरस्कार जीते.

इस टीवी श्रृंखला ने पहली बार सर्वश्रेष्ठ लोकप्रिय नाटक का ख़िताब जीता.
गेम्सऑफ़थ्रोंसद्वाराजीतेगएपुरस्कार
सर्वश्रेष्ठ नाटक श्रृंखला
सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता (पीटर डिंकलेज)
ड्रामा सीरीज में उत्कृष्ट लेखन
ड्रामा सीरीज में उत्कृष्ट प्रदर्शन 
सिंगल कैमरा सीरिज के लिए उत्कृष्ट मेकअप 
ड्रामा सीरीज के लिए उत्कृष्ट सिंगल कैमरा पिक्चर एडिटिंग
समकालीन या काल्पनिक कथा कार्यक्रम के लिए उत्कृष्ट प्रोडक्शन डिजाइन (एक घंटा या अधिक)
श्रृंखला के लिए उत्कृष्ट ध्वनि संपादन
पटकथा श्रृंखला के लिए उत्कृष्ट ध्वनि समिश्रण 
उत्कृष्ट विशेष दृश्य प्रभाव
ड्रामा सीरीज के लिए उत्कृष्ट स्टंट समन्वय
ड्रामा सीरीज़ के लिए उत्कृष्ट कास्टिंग

गेमऑफ़थ्रोंसकेबारेमें
इस प्रसिद्ध नाटक का निर्माण एचबीओ के लिए शो रनर डेविड बेनिओफ़ और डीबी वेइस ने किया. इस शो का शीर्षक जॉर्ज आर आर मार्टिन के काल्पनिक उपन्यास श्रृंखला बर्फ और आग के गीत से लिया गया है.
17 अप्रैल 2011 को यह शो एचबीओ पर प्रारंभ किया गया था. 14 जून 2015 को इसने अपना पांचवां सत्र पूरा किया.

ज़ैन खान भारतीय मोटर स्पोर्ट्स क्लब संघ के अध्यक्ष निर्वाचित

ज़ैन खान 22 सितंबर 2015 को सर्वसम्मति से भारतीय मोटर स्पोर्ट्स क्लब संघ (एफएमएससीआई) के अध्यक्ष के रूप में निर्वाचित किये गये. तत्कालीन अध्यक्ष भरत राज की 15 अगस्त को आकस्मिक मृत्यु के बाद उनकी नियुक्ति आवश्यक थी.
खान हैदराबाद के निवासी हैं तथा पश्चिमी भारत ऑटोमोबाइल एसोसिएशन का प्रतिनिधित्व करते हैं. खेलों में उनका काफी वर्षों से अनुभव रहा है तथा भारत में खेलों में तकनीकी सहायता करने में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा है.
खेल के विकास, प्रशिक्षण तथा मैदानी समझ के कारण खान रैली के बारे में व्यापक ज्ञान रखते हैं. उन्हें अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर भी वृहद अनुभव प्राप्त है.
मोटरस्पोर्ट्सक्लबसंघ (एफएमएससीआई)


एफएमएससीआई की स्थापना वर्ष 1971 में पांच क्लबों द्वारा देश में मोटर स्पोर्ट्स को बढ़ावा देने हेतु की गयी.
यह भारतीय कंपनी अधिनियम 1956 की धारा 25 के तहत पंजीकृत एक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी है.
इसे राष्ट्रीय खेल महासंघ (एनएसएफ) के रूप में भारत सरकार से मान्यता प्राप्त है.
इसका मुख्य कार्य, मोटरस्पोर्ट्स के विभिन्न प्रकारों के लिए खेल के नियमों का निर्माण करना, प्रतियोगिता लाइसेंस जारी करना, मोटर स्पोर्ट्स प्रतिस्पर्धा आयोजित करने के लिए क्लब को अनुमति देना, प्रशिक्षण तथा नियुक्तियां करना तथा भारतीय मोटरस्पोर्ट्स को अंतरराष्ट्रीय सुविधाएं उपलब्ध कराना है.

एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक विजेता फुटबॉल खिलाड़ी प्रशांत सिन्हा का निधन

पूर्व भारतीय फुटबॉल खिलाड़ी और वर्ष 1962 में एशियाई खेलों का स्वर्ण पदक जीतने वाली टीम के सदस्य प्रशांत सिन्हा का 22 सितंबर 2015 को कोलकाता के अस्पताल में निधन हो गया. वे 77 वर्ष के थे.
उनके परिवार में बेटी सोनाली और दामाद प्रतीक शामिल हैं. वह पिछले लम्बे समय से पीजी अस्पताल में भर्ती थे तथा कोमा में थे.


सिन्हा ने वर्ष 1962 के एशियाई खेलों के दौरान सेमीफाइनल और फाइनल मुकाबलों में राष्ट्रीय टीम के लिए खेला था. वे वर्ष 1964 की उस भारतीय टीम का हिस्सा थे जो इज़राइल के खिलाफ फाइनल में हारने के बाद एशिया कप में उप विजेता रही थी.
सिन्हा ने 1964  से 1971 तक ईस्ट बंगाल की ओर से भी खेला.

आदित्य बिरला समूह द्वारा ऑस्ट्रेलियाई कॉपर खान को 10.75 मिलियन डॉलर में बेचने की घोषणा

आदित्य बिरला मिनरल लिमिटेड (एबीएमएल) ने 21 सितम्बर 2015 को क्वींसलैंड, ऑस्ट्रेलिया में अपने बंद पड़े बिरला माउंट गॉर्डन (बीएमजी) कॉपर खान, लाइट हाउस मिनरल होल्डिंग को 10.75 मिलियन डॉलर में बेचने की घोषणा की है.


समझौता की नियम एवं शर्तों के मुताबिक आहरण के पूरा होने पर लाइट हाउस मिनरल होल्डिंग्स 05 मिलियन ऑस्ट्रेलियाई डॉलर एबीएमएल को नकद देगी.

भविष्य में 10 मिलियन ऑस्ट्रेलियाई डॉलर नकद एबीएमएल को दिए जाएंगे, यदि तीन महीने तक लंदन मेटल एक्सचेंज में कॉपर का डिलीवरी कोटेड मूल्य औसतन 4.20 मिलियन ऑस्ट्रेलियाई डॉलर प्रति पोंड के हिसाब से कम से कम 6 महीने तक स्थिर रहता है.
आदित्यबिरलामिनरलकेबारेमें
ताम्बे के खनन और उसके विस्तार के लिए कार्यरत आदित्य बिरला मिनरल लिमिटेड, आदित्य बिरला समूह की ऑस्ट्रलियन इकाई है. एबीएमएल का हिंडालको इंडस्ट्री में 51  प्रतिशत का शेयर है.

हिंदी के प्रसिद्ध लेखक डॉ कमल किशोर गोयनका 24वें व्यास सम्मान से पुरस्कृत

प्रसिद्ध हिंदी लेखक डॉ कमल किशोर गोयनका को 22 सितंबर 2015 को वर्ष 2014 के लिए 24वें व्यास सम्मान से पुरस्कृत किया गया. उन्हें उनकी रचना ‘प्रेमचंद की कहानियों का काल क्रमानुसार अध्ययन’ के लिए सम्मानित किया गया.
गोयनका का कार्य हिंदी साहित्य के महान लेखक मुंशी प्रेमचंद द्वारा लिखी गयी रचनाओं का एक महत्वपूर्ण विश्लेषण है.
उन्हें हिंदी के जाने-माने लेखक प्रोफेसर विश्वनाथ प्रसाद तिवारी द्वारा 2.5 लाख रुपये की नगद राशि तथा एक प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया गया.
व्याससम्मान


•    यह पुरस्कार वर्ष 1991 में के के बिड़ला फाउंडेशन द्वारा आरंभ किया गया. यह पिछले 10 वर्षों के दौरान हिंदी में प्रकाशित उत्कृष्ट साहित्यिक कार्यों के लिए दिया जाता है.
•    राम विलास शर्मा इस पुरस्कार को प्राप्त करने वाले पहले लेखक थे जिन्होंने ‘भारत के प्राचीन भाषा परिवार और हिंदी’ के लिए वर्ष 1991 में यह पुरस्कार प्राप्त किया.
•    विश्वनाथ त्रिपाठी ने वर्ष 2013 में यह पुरस्कार हिंदी साहित्य जगत के विद्वान आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी की जीवनी ‘व्योमकेश दरवेश’ के लिए यह पुरस्कार प्राप्त किया. वर्ष 2012 में नरेंद्र कोहली को ‘ना भूतो ना भविष्यति’ के लिए सम्मानित किया गया एवं वर्ष 2011 में रामदरश मिश्रा को उनकी कविता संग्रह ‘आम के पत्ते’ के लिए सम्मानित किया गया.

ओईसीडी ने अन्तरराष्ट्रीय प्रवासन आउटलुक 2015 जारी किया

आर्थिक सहयोग और विकास संगठन (ओईसीडी) ने 22 सितंबर 2015 को अन्तरराष्ट्रीय प्रवासन आउटलुक 2015 जारी किया.
इसे ओईसीडी देशों तथा कुछ गैर सदस्य देशों में होने वाले प्रवास के आधार पर विश्लेषण करने के उपरांत तैयार किया गया.
इसके अतिरिक्त, यह रिपोर्ट ओईसीडी देशों में प्रवासियों के लिए मौजूद रोज़गार बाज़ार के विकास पर भी प्रकाश डालती है.
अन्तरराष्ट्रीयप्रवासनआउटलुक 2015 कीविशेषताएं
अधिकतर ओईसीडी देशों में प्रवास तेज़ी से बढ़ रहा है. इस प्रवास में वर्ष 2007 के बाद पहली बार तेज़ी से वृद्धि दर्ज की गयी तथा वर्ष 2014 में ओईसीडी देशों में 4.3 मिलियन स्थायी प्रवास के संकट में वृद्धि देखी गयी.
जर्मनी आव्रजन के क्षेत्र में दूसरे स्थान पर अपनी स्थिति मजबूत कर रहा है जबकि आव्रजन संख्या में संयुक्त राज्य अमेरिका पहले स्थान पर है.
ओईसीडी देशों में प्रत्येक 10 अप्रवासियों में एक चीनी तथा 4.4 प्रतिशत भारतीय हैं.


कुल मिलाकर, वर्ष 2011-14 के दौरान ओईसीडी क्षेत्र में आप्रवासियों की औसत रोजगार दर में 1.3 प्रतिशत की वृद्धि हुई तथा देश की आबादी में 0.5 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गयी.
वर्ष 2014 में ओईसीडी देशों में शरण की मांग ऐतिहासिक उच्च स्तर पर पहुंची जबकि वर्ष 2015 में भी यह मांग बढ़ती रहेगी.
वर्ष 2000-01 एवं 2010-11 के बीच बहुत से डॉक्टर एवं नर्सों ने ओईसीडी देशों में अप्रवास किया. भारत जैसे स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं में गंभीर की कमी के साथ जूझ रहे देश से 80 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि के साथ अप्रवासन दर्ज हुआ.

 

ओडिशाकीललिताप्रसिदाश्रीपदश्रीसाईनेकम्युनिटीइम्पैक्टअवार्डजीता

ओडिशा के कोरापुट जिले की कक्षा नौ की छात्रा ललिता प्रसिदा श्रीपद श्रीसाई ने 22 सितंबर 2015 को कैलिफ़ोर्निया में आयोजित पांचवे गूगल साइंस फेयर में प्रतिष्ठित कम्युनिटी इम्पैक्ट अवार्ड प्राप्त किया.
ललिता ओडिशा के कोरापुट में स्थित डीपीएस दमनजोदी की छात्रा है. उसे यह पुरस्कार कम लागत वाले जैव-शोषक आधारित वॉटर प्यूरिफायर बनाने के कारण दिया गया. इसमें पानी को स्वच्छ बनाने के लिए कार्बन अणुओं की विभिन्न परतों का प्रयोग किया गया.
पुरस्कार के रूप में 13 वर्षीय ललिता ने 10,000 अमेरिकी डॉलर की राशि बतौर इनाम जीती. उसे अपने प्रोजेक्ट के लिए अगले एक वर्ष तक गूगल से सहायता प्राप्त होगी.


पांचवेवार्षिकगूगलसाइंसफेयरकेविजेता
ग्रैंड प्राइज़ – ओलिविया हॉलीसे (16), संयुक्त राज्य अमेरिका
कम्युनिटी इम्पैक्ट अवार्ड -  ललिता प्रसिदा श्रीपद श्रीसाई (13), भारत
वर्जिन गैलेक्टिक पायनियर अवार्ड – प्रणव शिवकुमार (15), संयुक्त राज्य अमेरिका
लेगो एजुकेशन बिल्डर अवार्ड – अनुरुद्ध गणेशन (15), संयुक्त राज्य अमेरिका 
गूगल टेक्नोलॉजिकल अवार्ड – गिरीश कुमार (17), सिंगापुर
इनक्यूबेटर अवार्ड – ईलीयट सर्रे (14), फ्रांस
साइंटिफिक अमेरिकन इनोवेटर अवार्ड – कर्टिन नीतीयंदनम (14), यूनाइटेड किंगडम
नेशनल ज्योग्राफिक एक्स्प्लोरर अवार्ड – दीपिका कुरुप (17), संयुक्त राज्य अमेरिका

गूगलसाइंसफेयर

गूगल साइंस फेयर एक ऑनलाइन विज्ञान प्रतियोगिता है जिसे गूगल, नेशनल ज्योग्राफिक, गैलेक्टिक, लेगो, वर्जिन एवं साइंटिफिक अमेरिकन द्वारा प्रायोजित किया जाता है. यह प्रतियोगिता 13 से 18 वर्ष के छात्रों के लिए विश्व स्तर पर आयोजित की जाती है. पहला गूगल साइंस फेयर अवार्ड कार्यक्रम जुलाई 2011 में आयोजित किया गया था.

चांगे-5 : लुनार मिशन का पूर्वाभ्यास चीन में संपन्न

चांगे-5 : चीन की एकमात्र चन्द्रमा से वापसी सैंपल अभियान है जो कि अभी विकास के दौर में है और इस पर कार्य जारी है.


पिछले दिनों  21  सितम्बर 2015  को यह अभियान तब सुर्ख़ियों में आया जब चीन ने 'मार्च-5 ' राकेट का जिसे  लेकर चाँद पर जाने वाला है तिआंजिन बंदरगाह पर रिहर्सल किया.
प्रक्षेपण स्थल होने वाला यह यह पहला अभ्यास सत्र था . इसके तहत मिशन पर जाने वाले वाले राकेट के आलावा इसकी  जांच पर भी फोकस किया गया . 
स्वचालित सैंपलिंग को सम्पन करने वाला चांगे-5 चीन की प्रथम तकनीक है.इसके तहत एक मानव रहित यान चन्द्रमा के सतह से करीब 400000  किलोमीटर पर पहुंचेगा और बिना किसी लांच साइट के चन्द्रमा के सतह के ऊपर रहेगा. 
चांगे-5 केबारेमें


यह चीन का चन्द्रमा से एकमात्र सैंपल वापसी मिशन है. 
चीन का चन्द्रमा की देवी 'चांगे' के नाम पर इस मिशन का नाम रखा गया है. 
इसे सैंपल वापसी मिशन कहा गया है क्योंकि यह चन्द्रमा के सतह से कम  से कम 2  किलोग्राम वहां की मिटटी और चट्टान के नमूने के साथ धरती पर लौटेगा. 
यह अभियान अभी विकास के दौर में है और संभवतः 2017 में चन्द्रमा की धरती पर उतरेगा. 
यह लम्बे मार्च-5  राकेट से युक्त होगा जो कि इसे लांच करेगा. 
" मार्च-5 " का पहला ट्रायल उड़ान 2016 में  किये जाने की उम्मीद है. 
यह राकेट करीब 14  टन वजन के पेलोड को जीओस्टेशनरी कक्षा  में पहुंचाएगा.

भारतीय टेक्नोलॉजी उद्योग द्वारा यूएस इकोनॉमी पर दिए गए योगदान पर नैसकॉम ने रिपोर्ट जारी की

केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री निर्मला  सीतारमण ने 21  सितम्बर 2015  को भारतीय टेक्नोलॉजी उद्योग द्वारा यूएसए इकोनॉमी में दिए गए योगदान पर नैसकॉम पर रिपोर्ट यूएसए वाशिंगटन में जारी किया. भारत और यूएस के बीच सामरिक और वाणिज्यिक हितों के वार्ता से अलग यह रिपोर्ट जारी किया गया.


यह यूएस– भारत की रणनीतिक और वाणिज्यिक साझा वार्ता से अलग जारी की गयी.


उक्त रिपोर्ट,  इन तथ्यों के सकारात्मक प्रभाव को मापने का कार्य करती है कि भारतीय  आईटी  बीपीएम कंपनियों द्वारा यूएस में निवेश को  आखिर  किस प्रकार से प्रभावित किया है. रिपोर्ट  खास तौर पर यूएसए के इकॉनमी में  रोजगार सृजन, करों के योगदानों और सबसे ज्यादा वाणिज्यिक घरानो के सामाजिक उत्तरदायित्व पर पड़ने वाले  प्रभाव पर प्रकाश डालती है.

रिपोर्ट के खास तथ्य 
भारतीय आईटी-बीपीएम ( इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी-बिज़नेस प्रोसेस मैनेजमेंट ) के निर्यात के लिए लिए यूएसए एक बहुत बड़ा बाजार है. 
वर्तमान में, भारतीय आई टी उद्योग यूएसए में करीब 411000  प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगारों का सृजन करता है. 
भारतीय आईटी कंपनियों  ने  2011 और 2013 के बीच यूएसए में 2  बिलियन यूएस डॉलर का निवेश किया है.
इसने 2011 और  2015  के बीच यूएसए के संघीय, राज्यों और स्थानीय करों के रूप में करीब 22 .5  मिलियन यू एस डॉलर दिया है. 
जबकि 2011 और  2014  के बीच यूएस में  प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगारों के  सृजन के रूप में भारतीय आई टी उद्द्योग के योगदानो से वार्षिक रूप से 10  प्रतिशत वृद्धि दर्ज किया है, इस दौरान औसत रोजगार वृद्धि दर केवल 1.7 प्रतिशत रही थी. 
120000 से अधिक  अमेरिकन लोगों के जीवन को सीएसआर पहल ने संवारा है. 
फार्च्यून के 500  कंपनियों से करीब 90  प्रतिशत से अधिक और करीब हजारों दूसरे अमेरिकन व्ययसाइयों को   भारतीय आई टी कम्पनियाँ ऑपरेशनल सपोर्ट प्रदान करती है.

भारतीय आई टी कम्पनियाँ यूएस नेशनल और विदेशी कामगारों को समान मजदूरी प्रदान करती है. 
यूएसए में कुशल प्रतिभाओं की कमी लगातार जारी है और आशंका है कि यह बढ़कर 2022  तक करीब 445000  कम्प्यूटर प्रोफेशनल  की कमी के रूप में सामने आ सकता है.

नैसकॉम के बारे में

इन एएसएससीओ एम का मतलब नेशनल एसोसिएशन ऑफ़ सॉफ्टवेयर एंड सर्विसेज कंपनी होता है. वास्तव में यह भारतीय इनफार्मेशन  टेक्नोलॉजी और बिज़नेस प्रोसेस आउटसोर्सिंग उद्योग के एसोसिएशन को प्रदर्शित करता है. 
यह सॉफ्टवेयर और सर्विसेज के व्यापार को बढ़ने का काम करती है साथ ही यह सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी में प्रगति और अनुसन्धान को बढ़ावा देने का कार्य करती है. 
वर्तमान में बी वी आर मोहन रेड्डी इसके अध्यक्ष है.


नेपाल की संसद ने नए संविधान को मंजूरी दी

सात वर्षों के श्रमसाध्य प्रयासों और विचार– विमर्श के बाद नेपाल की संविधान सभा ने 16 सितंबर 2015 को नए संविधान को मंजूरी दे दी और संविधान मसौदा की प्रस्तावना का समर्थन किया. संविधान का अनुच्छेद 301 संविधान के शीर्षक और लागू होने की तिथि को परिभाषित करता है.

601 सदस्यों वाले विधानसभा में 507-25 मतों से पास होने वाला नया संविधान देश को सात संघीय प्रांतों में विभाजित करता है.


नेपाली कांग्रेस, सीपीएन– यूएमएल और यूसीपीएन माओवादी के सांसदों ने संविधान के मसौदा का सर्मथन किया, हालांकि जातीय अल्पसंख्यक समूहों ने प्रातों के गठन, सीमाओं और आकार के आधार पर इसका विरोध किया.


हिन्दू– समर्थक और राजशाही राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी नेपाल समर्थक करीब 25 सांसदों ने विधेयक के खिलाफ वोट डाला.


अधिकांश मधेसी पार्टियां जिनकी कुल संख्या 60 है, ने छोटी विपक्षी पार्टियों समेत मतदान प्रक्रिया का बहिष्कार किया.


सांसदों द्वारा हस्ताक्षर किए जाने के बाद विधेयक नेपाल का नया चार्टर बन जाएगा और संविधान सभा के अध्यक्ष सुभाष नेमवांग इसकी पुष्टि करेंगे. इस काम के 20 सितंबर 2015 को किए जाने की संभावना है.


इस पुष्टिकरण के बाद राष्ट्रपति राम बरन यादव जनता द्वारा निर्वाचित संप्रभु देश के माध्यम से नए संविधान के लागू होने की घोषणा करेंगे

विकलांगों हेतु स्वावलंबन स्वास्थ्य बीमा योजना के समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर

विकलांगों के सशक्तिकरण विभाग (डीईपीडब्ल्यूडी), विकलांग सशक्तिकरण ट्रस्ट फंड, सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय (एमओएसजे एंड ई) ने न्यू इंडिया एश्योरेंस कंपनी लिमिटेड के साथ 21 सितम्बर 2015 को एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए.
सहमति पत्र के अनुसार स्वावलंबन स्वास्थ्य बीमा योजना का उद्देश्य विकलांग व्यक्तियों को सस्ती स्वास्थ्य बीमा योजना (पीडब्ल्यूडीएस)  प्रदान करना है. इसका उद्देश्य सामान्य स्वास्थ्य की स्थिति और विकलांग व्यक्तियों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार करना भी है.


योजनाकीमुख्यविशेषताएं

बीमा योजना पीडब्ल्यूडी लाभार्थी, पति या पत्नी और दो बच्चों के लिए व्यापक कवर प्रदान करेगा.
पूरी उम्र के लिए बीमा का एक एकल प्रीमियम होगा.
इस योजना से 18 वर्ष से 65 वर्ष के बीच आयु वर्ग और प्रति वर्ष कम से कम 300000 रुपए की पारिवारिक आय के लाभार्थी लाभ उठा सकते हैं.
योजना फैमिली फ्लोटर के रूप में भी प्रति वर्ष 200000 रुपए तक का स्वास्थ्य बीमा कवर प्रदान करेगा.
समझौता ज्ञापन के तहत न्यू इंडिया एश्योरेंस कंपनी लिमिटेड अस्पतालों का नेटवर्क बनाएगी, जो बीमित व्यक्ति को  कैश लेस उपचार प्रदान करेंगे. 
योजना को सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय (एमओएसजे एंड ई) और विकलांगों के सशक्तिकरण विभाग (डीईपीडब्ल्यूडी) की देख रेख में राष्ट्रीय संस्थानों और समग्र क्षेत्रीय केंद्रों की सक्रिय भागीदारी (सीआरसी) के माध्यम से लागू किया जाएगा.

24 sept

दूरसंचार कंपनी यूनिनॉर ने अपना नाम बदलकर नाम टेलीनॉर किया

देश की अग्रणी मोबाइल सेवा प्रदाता कंपनी यूनिनॉर ने 23 सितम्बर 2015 को अब अपना नाम बदलकर टेलीनॉर रखने की घोषणा की.
पिछले वर्ष नॉर्वे आधारित टेलीनॉर समूह ने भारतीय इकाई में अपनी हिस्सेदारी बढ़ा कर 100% कर ली थी. इस सन्दर्भ में इस माह की शुरुआत में कम्पनी ने अपना नाम टेलीविंग्स कम्युनिकेशंस सर्विसेज से बदलकर टेलीनॉर (भारत) करने का फैसला किया है. 
इसके साथ ही कम्पनी ने अपनी ब्रांड छवि ‘सबसे सस्ता’ को  बनाए रखने की भी घोषणा की है. इसके अतिरिक्त अब कम्पनी नई टैग लाइन “अब लाइफ़ फुल पैसा वसूल” का उपयोग करेगी. जिसके लिए कम्पनी द्वारा कई अभियान भी चलाए जाएंगे.

भविष्य को ध्यान में रखते हुए पुरे नेटवर्क का नवीनीकरण किया जाएगा. इसके अतिरिक्त अब कॉल ड्रॉप के लिए कम्पनी की ओर से प्रतिपूर्ति स्थानीय, एसटीडी और आईएसडी - सभी कॉल्स के लिए दी जाएगी. 
कम्पनी अपने ग्राहकों के लिए बेस्ट टेरिफ और नेट प्लान ले कर आएगी और रॉकेट रिचार्ज सेवा को पुनर्व्यवस्थित किया जाएगा.

दिल्ली सरकार ने स्लम रीहैबिलेशन एण्ड रिलोकेशन पालिसी, 2015 जारी की

मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल की अध्यक्षता में 22 सितम्बर 2015 को दिल्ली सचिवालय में दिल्ली शहरी आश्रय सुधर बोर्ड की 13वीं बैठक आयोजित हुई. बैठक में जेजे कालोनियों के लिए स्लम रीहैबिलेशन एण्ड रिलोकेशन पालिसी, 2015 जारी की गई. 
बैठक में यह तय किया गया की जेजे कालोनियों के लोगों के लिए इन सीटू पुनर्वास नीति पर ध्यान केन्द्रित किया जाएगा.

इसके अतिरिक्त यह स्पष्ट किया गया की लोगों को दूसरे स्थान पर निम्न परिस्थितियों में ही पुनर्वासित किया जाएगा –
1. न्ययालय का आदेश
2. गलियों, सड़को या फुटपाथ आदि में अतिक्रमण
3. विशेष सार्वजनिक परियोजना के लिए आवश्यकता
इसके अतिरिक्त दिल्ली में अब नई झुग्गी बस्तियां बनाने की अनुमति नहीं दी जाएगी.

फोर्ब्स इण्डिया मैगजीन ने भारत के 100 धनी व्यक्तियों की सूची जारी की

फोर्ब्स इण्डिया मैगजीन ने 23 सितम्बर 2015 को भारत के 100 धनी व्यक्तियों की सूची जारी की. सूची के अनुसार लगातार 9वीं बार मुकेश अम्बानी भारत के सबसे धनी व्यक्ति चुने गाए हैं. वर्तमान में मुकेश अम्बानी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक (एमडी) हैं इसके अतिरिक्त वह आरआईएल के सबसे बड़े शेयरधारक भी हैं.
विदित हो रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड, टीसीएस के बाद भारत की दूसरी सबसे मूल्यवान कम्पनी है.

सूची के अनुसार मुकेश अम्बानी के पास 18.9 बिलियन डॉलर की कुल समाप्ति है. भारत के सभी धनी लोगों की कुल सम्पति 345 बिलियन डॉलर है जो वर्ष 2014 में 346 बिलियन डॉलर थी.  फ्लिपकर्ट प्रमुख सचिन और बिन्नी बंसल को पहली बार इस सूची में स्थान मिला है. इसी तरह इंडिगो के सह सम्पादक राकेश गंगवाल भी पहली बार इस सूची में शामिल हुए हैं.

राहुल रवैल ने ऑस्कर जूरी की सदस्यता से इस्तीफा दिया

फिल्म निर्देशक राहुल रवैल ने 23 सितंबर 2015 को भारत की ऑस्कर जूरी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने भारत की ऑस्कर जूरी के अध्यक्ष अमोल पालेकर के साथ मतभेदों के कारण इस्तीफ़ा दिया.
राहुल रवैल सहित 17 सदस्यीय जूरी ने सामूहिक रूप से ऑस्कर के लिए भारत की आधिकारिक प्रविष्टि के रूप में फिल्म 'कोर्ट' का चयन किया था.
88वें अकादमी पुरस्कार में सर्वश्रेष्ठ विदेशी भाषा की फिल्म श्रेणी में भारत की आधिकारिक प्रविष्टि के रूप में 'कोर्ट' के चयन की घोषणा के उपरांत रवैल ने इस्तीफे की घोषणा की.


नवोदित निर्देशक चैतन्य ताम्हडे द्वारा निर्देशित 'कोर्ट' अदालत कक्ष की एक मराठी कहानी है.
फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया (एफएफआई) ने वर्ष 2015 प्रारंभ में अमोल पालेकर को जूरी का अध्यक्ष नियुक्त किया था. यही संस्था प्रतिष्ठित अकादमी पुरस्कारों के लिए सर्वश्रेष्ठ विदेशी फिल्म श्रेणी में देश की आधिकारिक फिल्म का चयन करती है.
ऑस्कर पुरस्कार समारोह वर्ष 2016 में लॉस एंजेलिस में 28 फरवरी को आयोजित किया जायेगा.

इंदिरा नूयी और शोभना भरतिया अमेरिका-भारत व्यापार परिषद के वैश्विक नेतृत्व पुरस्कार 2015 से सम्मानित

पेप्सीको की प्रमुख इंदिरा नूयी और हिंदुस्तान टाइम्स समूह की चेयरपर्सन शोभना भरतिया को अमेरिका-भारत व्यापार परिषद (यूएसआईबीसी) के वैश्विक नेतृत्व पुरस्कार 2015 से सम्मानित किया गया.

उन्हें यह पुरस्कार वैश्विक अर्थव्यवस्था में समावेशी क्षेत्र में किये गये उनके उल्लेखनीय कार्य, वैश्विक अर्थव्यवस्था के प्रति उनकी प्रतिबद्धता और महिलाओं में अग्रणी भूमिका निभाने के लिए प्रदान किया गया.

इसके अलावा, प्रसिद्ध भारतीय-अमेरिकी कलाकार नटवर भावसर कलात्मक उपलब्धि के लिए आर्टिस्टिक अचीवमेंट पुरस्कार से सम्मानित किया गया. उन्हें भावात्मक अभिव्यंजनावाद और रंग-क्षेत्र चित्रकला के लिए जाना जाता है.

अमेरिका-भारतव्यापारपरिषद (यूएसआईबीसी)
अमेरिका भारत व्यापार परिषद (यूएसआईबीसी) वर्ष 1975 में स्थापित अमेरिका में भारतीय और अमेरिकी कंपनियों का शीर्ष एडवोकेसी संगठन है. इस परिषद का उद्देश्य भारत और अमेरिका के बीच वाणिज्यिक और आर्थिक संबंधों को मजबूत करना है.

यह परिषद वर्ष 1975 में संयुक्त राज्य अमेरिका और भारत सरकार के अनुरोध पर स्थापित की गई थी. यह भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका के मध्य सबसे बड़ा द्वीपक्षीय व्यापार संघ हैं. वर्तमान में मुकेश अघी इस परिषद के अध्यक्ष हैं.

फॉक्सवैगन के सीईओ मार्टिन विंटरकॉर्न ने इस्तीफा दिया

जर्मन कारण निर्माता कंपनी फॉक्सवैगन के सीईओ मार्टिन विंटरकॉर्न ने 23 सितंबर 2015 को पद से इस्तीफे की घोषणा की. उन्होंने कंपनी द्वारा प्रदूषण जांच घोटाले के विवाद के कारण यह इस्तीफा दिया.
अमेरिकी इन्वायरन्मेंट रेगुलरिटी बॉडीज (ई पी ए) द्वारा इस गड़बड़ी को पकड़े जाने से कंपनी सितंबर 2015 में चर्चा में रही. फॉक्सवैगन ने यह माना था कि उसने विश्व भर में बिक चुकीं गाड़ियों में ऐसा सॉफ्टवेयर लगाया गया था जो प्रदूषण परीक्षण के दौरान कार्बन उत्सर्जन को कम करके दिखाता था.


कंपनी की इस धोखाधड़ी को अमेरिकी इन्वायरन्मेंट रेगुलरिटी बॉडीज ने पकड़ा. ईपीए के अनुसार गाडियां लैब के टेस्ट से 15 से 35 गुना ज्यादा नाइट्रोजन ऑक्साइड पैदा कर रही थीं. इस रिपोर्ट के आधार पर मई 2014 में कैलिफोर्निया एयर पॉल्यूशन रेगुलेटर (ईपीए) ने फॉक्सवैगन को इसकी जांच कर समस्या हल करने का आदेश दिया. इसके बाद ईपीए ने अपने स्तर पर जांच शुरू की, कोई सुधार न मिलने पर 18 सितंबर 2015 को ईपीए ने कंपनी को को लेटर जारी कर नियमों के उल्लंघन का दोषी करार दिया गया.
अमेरिका में इस धोखाधडी को पकडने वाले रिसर्चरों में एक भारतीय मैकेनिकल इंजीनियर अरविंद थिरूवेंगडम भी शामिल हैं.

9वां क्षेत्रीय प्रवासी भारतीय दिवस (आरपीबीडी) लॉस एंजिल्स में आयोजित किया जाएगा

9वां क्षेत्रीय प्रवासी भारतीय दिवस (आरपीबीडी) 14 नवंबर से 15 नवंबर 2015 के बीच अमेरिका, लॉस एंजिल्स, कैलिफोर्निया में आयोजित किया जाएगा.

(आरपीबीडी) लॉस एंजिल्स का विषय होगा – द इंडियन डायस्पोरा: डिफाइनिंग ए न्यू पेरेडिज्म इन इंडिया-यूएस रिलेशनशिप

9वां क्षेत्रीय प्रवासी भारतीय दिवस भारतीय महावाणिज्य दूतावास, सैन फ्रांसिस्को, और भारतीय दूतावास, वाशिंगटन डीसी द्वारा संयुक्त राज्य अमेरिका में भारतीय मूल के लोगों की प्रमुख सामुदायिक संगठनों और प्रवासी भारतीय मामलों के मंत्रालय (एमओआईए) के सहयोग से आयोजित किया जाएगा.

9वें क्षेत्रीय प्रवासी भारतीय दिवस के तारीख की घोषणा वाशिंगटन डीसी में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज द्वारा अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी के साथ जारी संयुक्त बयान में की गई. प्रथम क्षेत्रीय प्रवासी भारतीय दिवस का आयोजन वर्ष 2007 में न्यूयार्क में किया गया था.
क्षेत्रीयप्रवासीभारतीयदिवस
प्रवासी भारतीय मामलों का मंत्रालय मेजबान देश, भारतीय मिशन तथा प्रवासी भारतीयों की आवश्यकता से जुडे विदेश में रहने वाले लोगों और संगठनों की सहायता से क्षेत्रीय प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन का आयोजन करता है.

क्षेत्रीय प्रवासी भारतीय दिवस का आयोजन भारतीय उच्चायोग और प्रवासी भारतीय मामलों का मंत्रालय करता है. क्षेत्रीय प्रवासी भारतीय दिवस का उद्देश्य भारतीय मूल के लोगों और एशिया प्रशांत क्षेत्र के अन्य हिस्सों को भारत से जोड़ना है.
विगतक्षेत्रीयप्रवासीभारतीयदिवस

  • प्रथम क्षेत्रीय प्रवासी भारतीय दिवस वर्ष 2007 में अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में आयोजित किया गया.
  • द्वितीय क्षेत्रीय प्रवासी भारतीय दिवस वर्ष 2008 में सिंगापुर में आयोजित किया गया.
  • तीसरा क्षेत्रीय प्रवासी भारतीय दिवस वर्ष 2009 में नीदरलैंड, हेग में आयोजित किया गया.
  • चौथा क्षेत्रीय प्रवासी भारतीय दिवस वर्ष 2010 में डरबन, दक्षिण अफ्रीका में आयोजित किया गया.
  • पाचवां क्षेत्रीय प्रवासी भारतीय दिवस वर्ष 2011 में कनाडा, टोरंटो में आयोजित किया गया.
  • छठा क्षेत्रीय प्रवासी भारतीय दिवस वर्ष 2012 में मॉरीशस में आयोजित किया गया.
  • सातवां क्षेत्रीय प्रवासी भारतीय दिवस वर्ष 2013 में ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में आयोजित किया गया.
  • आठवां क्षेत्रीय प्रवासी भारतीय दिवस 2014 में लंदन, ब्रिटेन में आयोजित किया गया.


अमेरिका के प्रसिद्ध बेसबॉल खिलाड़ी लॉरेंस पीटर 'योगी' बेरा का निधन

अमेरिका के प्रसिद्ध बेसबॉल खिलाड़ी लॉरेंस पीटर 'योगी' बेरा का न्यू जर्सी में 22 सितंबर 2015 को 90 वर्ष की आयु में निधन हो गया.

हॉल ऑफ फेम में शामिल लॉरेंस पीटर न्यूयॉर्क यंकीस टीम का हिस्सा थे. उन्हें वर्ष 1972 में हॉल ऑफ फेम में शामिल किया गया.

बेरा न्यूयॉर्क यंकीस टीम के साथ 19 वर्ष तक जुड़े रहे. वे तीन बार अमेरिकी लीग के मोस्ट वेल्यूबल प्लेयर और 13 बार विश्व सीरीज चैंपियन रहे. वे  अमेरिकी लीग का मोस्ट वेल्यूबल प्लेयर पुरस्कार तीन बार जीतने वाले पांच खिलाड़ियों में से एक है.

बेरा ने 2120 मेजर लीग मैचों के बाद .285 की बल्लेबाजी औसत के साथ सन्यास लिया. बेरा ने अपने करियर में 358 होम रन किए और उन्हें किसी भी अन्य मेजर लीग बेसबॉल खिलाड़ी की तुलना में सर्वाधिक विश्व सीरीज खेलने का अनुभव था

केनरा बैंक वेंचर कैपिटल फंड लिमिटेड ने ईडीएफ नीति को कार्यान्वयन एजेंसी के रूप में लागू किया

केनरा बैंक वेंचर कैपिटल फंड लिमिटेड (सीवीसीएफएल’) ने 21 सितंबर, 2015 को इलेक्ट्रानिक्स विकास कोष (ईडीएफ) नीति को कार्यान्वयन एजेंसी के रूप में लागू किया है.
इलेक्ट्रॉनिक विकास कोष (ईडीएफ) कोष का वह भाग है, जो इलेक्ट्रॉनिक्स, नैनो इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) के क्षेत्र में नई प्रौद्योगिकी के विकास में कंपनियों के लिए जोखिम पूंजी प्रदान करेगा, इसे डॉटर फण्ड नाम दिया गया है.  
ईडीएफ को लागू करने के लिए एजेंसी के रूप में सीवीसीएफएल की नियुक्ति के साथ ही ईडीएफ ने काम करना शुरू कर दिया है और सीड फंड, एंजेल फंड और डॉटर फंड में भागी दारी के लिए प्रार्थना पत्र स्वीकार करना शुरू कर देंगा.

इलेक्ट्रॉनिक्स विकास कोष (ईडीएफ) नीति की मुख्य विशेषताएं
• ईडीएफ बीज फंड, एंजेल फंड और वेंचर फंड में अल्पसंख्यक भागीदारी करेगा. 
• यह अपनी भागीदारी के लिए पेशेवर प्रबंधन निजी/ सार्वजनिक धन से अनुरोध स्वीकार करेगा. 
• एक कोष में ईडीएफ भागीदारी शामिल निधि और जोखिम की प्रकृति के आधार पर भिन्न हो सकते हैं.
• यह भारतीय और विदेशी धन का समर्थन करेगा, जो भारत में पंजीकृत, सेबी और इस संबंध में अन्य नियमों का पालन करेगा. 
ईडीएफ नीति के लाभार्थी
कोई भी डॉटर फण्ड, जो भारत में पंजीकृत है और प्रासंगिक नियम और कानूनों व वेंचर फंड पर सेबी के नियमों का पालन करता है, ऐसे फण्ड ईडीएफ से समर्थन के लिए पात्र होंगे.

हिन्दू मठ के श्रद्धेय साधु स्वामी दयानंद सरस्वती का निधन

हिन्दू मठ के श्रद्धेय साधु स्वामी दयानंद सरस्वती का 22 सितंबर 2015 को ऋषिकेश स्थित उनके आश्रम में निधन हो गया. वे 85 वर्ष के थे.
वे अद्वैत वेदांत के प्रसिद्ध शिक्षक थे तथा उन्होंने अर्श विद्या गुरूकुलम की स्थापना भी की थी.
स्वामी दयानंद सरस्वती का जन्म 15 अगस्त 1930 को तमिलनाडु के तिरुवरुर में नटराजन गोपाला अय्यर के नाम से हुआ था. उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा कोडावसल जिला विद्यालय में पूर्ण की थी. बाद में उन्होंने चेन्नई जाकर साप्ताहिक पत्रिका धार्मिक हिन्दू में बतौर पत्रकार काम करना आरंभ किया.


वर्ष 1952-53 में स्वामी चिन्मयानन्द द्वारा वेदांत पर होने वाली चर्चा से उनके मन में वेदांत के प्रति रुचि उत्पन्न हुई. इस मिशन की स्थापना के पहले वर्ष के भीतर उन्हें सचिव बनाया गया. 
स्वामी दयानंद सरस्वती ने आचार्य सभा की भी स्थापना की. यह सभा विश्वभर के धर्मगुरुओं को एक मंच पर लाती है तथा हिन्दू धर्म में आने वाली चुनौतियों पर चर्चा करती है.

स्तुति नारायण कक्कड़, राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष नियुक्त

केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने 23 सितम्बर 2015 को स्तुति नारायण कक्कड़ को राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग(एनसीपीसीआर) का अध्यक्ष नियुक्त किया है. 
स्तुति नारायण कक्कड़ 1978 बैच की आईएएस अधिकारी हैं. स्तुति सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के निःशक्तता मामलों के विभाग की सचिव रहीं हैं. उन्होंने सेंट्रल अडॉप्शन रिसोर्स अथॉरिटी(कारा) के अध्यक्ष के रूप में भी अपनी सेवा दी है.
विदित हो यह पद वर्ष 2014 के अक्टूबर माह से खाली इससे पूर्व इस पद पर कौशल सिंह कार्यरत थे. 
राष्ट्रीयबालअधिकारसंरक्षणआयोगकेबारेमें
• राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) बच्चों के अधिकारों की सार्वभौमिकता और पवित्रता के सिद्धांत पर आधारित एक आयोग है. 
• आयोग के अनुसार 0 से 18 वर्ष आयु समूह के सभी बच्चों के संरक्षण का बराबर महत्व है.
• आयोग में एक अध्यक्ष के अतिरिक्त छह अन्य सदस्य होते हैं.
• आयोग का अध्यक्ष किसी एसे व्यक्ति को चुना जाता है जिसने बच्चों के कल्याण को बढ़ावा देने के लिए उत्कृष्ट कार्य किया हो.
• इसके अतिरिक्त छह सदस्यों में 2 सदस्य महिला होती हैं. यह छह सदस्य शिक्षा, बाल स्वास्थ्य, बाल कल्याण या बाल विकास, किशोर न्याय या विकलांग बच्चों की देखभाल, बाल श्रम से बच्चों के उन्मूलन, बाल मनोविज्ञान या समाजशास्त्र और बच्चों से संबंधित कानून के क्षेत्र से होने चाहिए.
• आयोग का कार्यालय दिल्ली में है.


आयोगकेकार्यएवंशक्तियां

• बच्चों को बाल अधिकारों द्वारा प्रदान किए गए सुरक्षा उपायों के कार्यान्वयन की समीक्षा करना. 
• केंद्र सरकार को प्रत्येक वर्ष या एक निश्चित समय अन्तराल में रिपोर्ट सौंपना.
• बच्चों के अधिकारों के उल्लंघन की जांच और कार्यवाही की अनुशंसा करना. 
• बच्चों के अधिकारों को बाधित करने वाले सभी कारकों जैसे आतंकवाद, सांप्रदायिक हिंसा, दंगे, प्राकृतिक आपदा, घरेलू हिंसा, एचआईवी / एड्स, तस्करी, दुराचार, अत्याचार और शोषण, पोर्नोग्राफी और वेश्यावृत्ति की जांच करना. 
• बाल अधिकार के क्षेत्र में अनुसंधान को बढ़ावा देना.
• बल अधिकारों के प्रति समाज में जागरूकता फैलाना.
• बाल अधिकारों के उल्लंघन, बच्चों के संरक्षण और विकास के लिए उपलब्ध कराए गए कानूनों का कार्यान्वयन ना होने जैसे मामलों की देख रेख करना.

पहली भारत-अमेरिका रणनीतिक और वाणिज्यिक वार्ता वाशिंगटन में आयोजित

पहली भारत-अमेरिका रणनीतिक और वाणिज्यिक वार्ता संयुक्त राज्य अमेरिका के वाशिंगटन में 22 सितंबर 2015 को आयोजित हुई. यह बैठक विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी की सह-अध्यक्षता में आयोजित हुई.

इसके अलावा, इस बैठक में वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री निर्मला सीतारमण और अमेरिका के वाणिज्य सचिव पेन्नी प्रीट्जकर ने भाग लिया. इस बैठक का उद्देश्य अगले पांच वर्षो में द्विपक्षीय व्यापार को पांच गुना बढ़ाकर 500 अरब डॉलर करना और क्षेत्रीय सुरक्षा को बढ़ाना है.

भारत-अमेरिका सामरिक साझेदारी पर पहली वार्षिक वार्ता वाशिंगटन में अक्टूबर 2010 में आयोजित की गई थी. अंतिम भारत-अमेरिका रणनीतिक और वाणिज्यिक वार्ता जुलाई 2014 को नई दिल्ली में आयोजित की गई.

वर्ष 1990 में भारत-अमेरिका के बीच केवल 5.6 बिलियन अमेरिकी डॉलर का व्यापार था, जो 24 वर्षों में 1094.6 प्रतिशत की अभूतपूर्व वृद्धि दर्ज करते हुए वर्ष 2014 में 66.9 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुँच गया.

हरियाणा सरकार द्वारा विश्व युद्ध में भाग लेने वाले भूतपूर्व सैनिकों की पेंशन में वृद्धि

23 सितंबर 2015 को हरियाणा सरकार ने विश्व युद्ध-I एवं विश्व युद्ध-II में भाग लेने वाले भूतपूर्व सैनिकों अथवा सैनिकों की विधवाओं को मिलने वाली पेंशन में डेढ़ गुना वृद्धि की घोषणा की. पेंशन में 1500 रुपये की वृद्धि की गयी है.
वित्त मंत्रालय ने पेंशन बढ़ोतरी को मंजूरी प्रदान की. यह निर्णय लिया गया कि पहले और दूसरे विश्व युद्ध में भाग लेने वाले भूतपूर्व सैनिकों और उनकी विधवाओं को 4500 रुपये प्रतिमाह पेंशन दी जाएगी. इससे पहले प्रतिमाह 3000 रुपये पेंशन दी जाती थी.


हरियाणा सरकार द्वारा लिए गए इस फैसले से प्रदेश सरकार को वार्षिक 8.57 करोड़ रुपये का अतिरिक्त वित्तीय भार वहन करना होगा.
इससे पहले 8 मई 2014 को पेंशन 1500 रुपये से बढ़ाकर 3000 रुपये की गयी थी.
यह भी घोषणा की गयी कि राज्य सरकार द्वारा भूतपूर्व सैनिकों की पोतियों की शादी में सरकार द्वारा 51,000 रुपये की सहायता राशि दी जाती रहेगी.

भारत-अमेरिका द्वारा पहली सामरिक और वाणिज्यिक वार्ता पर संयुक्त वक्तव्य जारी

विदेश मंत्री सुषमा स्वराज एवं अमेरिकी सेक्रेटेरी ऑफ़ स्टेट जॉन केरी ने 22 सितंबर 2015 को प्रथम भारत-अमेरिका सामरिक और वाणिज्यिक वार्ता पर सामूहिक वक्तव्य जारी किया.
इसे संयुक्त राज्य अमेरिका स्थित वाशिंगटन में इस विषय पर पहली बार हुई द्विपक्षीय वार्ता के बाद जारी किया गया. इस वार्ता में वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री निर्मला सीतारमण एवं अमेरिकी सेक्रेटरी ऑफ़ कॉमर्स पैनी प्रिस्कर मौजूद थे.
इस वार्ता का उद्देश्य द्विपक्षीय आर्थिक एक्सचेंज को 500 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक बढ़ाना तथा क्षेत्रीय सुरक्षा को मजबूत करना था.
वाणिज्य क्षेत्र में वर्ष 2010 से प्रतिवर्ष आयोजित की जाने वाली वार्ता में पहली बार द्विपक्षीय रणनीतिक वार्ता को स्थान प्रदान किया गया.


वार्ताकेमुख्यबिंदु
भारत के विदेश सचिव और अमेरिकी विदेश उप सचिव के मध्य क्षेत्रीय एवं वैश्विक मुद्दों पर उच्च स्तरीय वार्ता का शुभारंभ.
परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह सहित चार प्रमुख बहुपक्षीय निर्यात नियंत्रण व्यवस्थाओं में भारत की सदस्यता के लिए अमेरिका द्वारा समर्थन.
इंटरनेट गवर्नेंस में भारत की प्रभावी भूमिका सुनिश्चित करना. इंटरनेट एवं साइबर मुद्दों पर बेहतर तालमेल स्थापित करना.
आतंकवाद से निपटने हेतु बेहतर तालमेल स्थापित करना. आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए द्विपक्षीय संबंध तथा सयुंक्त कार्यप्रणाली स्थापित करना.
जलवायु परिवर्तन पर पेरिस सम्मेलन पर बेहतर तालमेल स्थापित करना.
अन्तरिक्ष के क्षेत्र में भारतीय लॉन्चिंग वाहनों द्वारा अमेरिकी अन्तरिक्ष यान भेजने के विषय पर कार्य करना.
दोनों पक्षों ने महासागर वार्ता आरंभ करने का भी निर्णय लिया ताकि महासागरों के सतत विकास पर भी उचित ध्यान दिया जा सके.
दोनों देशों ने सचिव स्तर की वार्ता को जापान के मंत्री स्तर के साथ त्रि-पक्षीय स्तर पर ले जाने का भी निर्णय लिया. परिणामस्वरूप, सयुंक्त राष्ट्र की आम सभा की बैठक के दौरान केरी एवं स्वराज जापानी मंत्री के साथ सितंबर 2015 के अंतिम सप्ताह में न्यूयॉर्क में बैठक करेंगे. 
टिप्पणी


वाणिज्य एवं सामरिक मुद्दों पर आयोजित इस प्रथम बैठक से दोनों देशों के संबंधों में प्रगाढ़ता मिलती है.
वर्ष 1990 में दोनों देशों के मध्य द्विपक्षीय व्यापार 5.6 बिलियन अमेरिकी डॉलर का था जो वर्ष 2014 में बढ़कर 66.9 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया. 24 वर्ष के अन्तराल में इसमें 1094.6 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गयी.
इसके अतिरिक्त दोनों ही देश, अफगानिस्तान एवं पाकिस्तान क्षेत्र से समान आतंकी खतरों से जूझ रहे हैं.

माइकल कफांडो बुर्कीना फासो के राष्ट्रपति के रूप में बहाल

माइकल कफांडो को 23 सितंबर 2015 को राजधानी ओयूगाडॉउगॉउ में बुर्कीना फासो के राष्ट्रपति के रूप में बहाल किया गया.
यह बहाली आरएसपी और राष्ट्रीय सेना के बीच हुए समझौते का परिणाम है.
कफांडो नवंबर 2014 से ब्लेज़ कॉम्पाओर शासन के पतन के पश्चात् देश के अंतरिम राष्ट्रपति के रूप में कार्यरत थे.
वे एवं प्रधानमंत्री याकोउबा इस्साक ज़िदा को रेजिमेंट ऑफ़ प्रेसिडेंशियल सिक्योरिटी (आरएसपी) द्वारा 17 सितंबर 2015 को तख्तापलट के बाद बंधक बना लिया गया था.
एक सप्ताह के अंतराल के दौरान आरएसपी द्वारा जनरल गिल्बर्ट दिएंदेरे को नवनिर्वाचित नेशनल डेमोक्रेटिक काउंसिल (एनडीसी) का अध्यक्ष घोषित किया था.


आरएसपी एवं दिएंदेरे को राष्ट्रीय सेना, जनता एवं पश्चिम अफ्रीकी राज्यों के आर्थिक समुदाय (ईसीओडब्ल्यूएएस) द्वारा किये गये व्यापक विरोध के कारण पद से हटना पड़ा.  
इस तख्तापलट के कारण, दस लोगों की मृत्यु हो गयी तथा बहुत से लोग घायल हो गए थे.
आरएसपी
यह राष्ट्रपति की सुरक्षा के लिए गठित एक गुप्त एवं स्वायत्त संगठन है. काफी लम्बे समय तक इसे ब्लेज कॉम्पाओर के प्रति वफादार माना जाता रहा जिसने वर्ष 1987 में तख्तापलट के बाद 27 वर्ष तक शासन किया.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आयरलैंड का दौरा किया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 23 सितंबर 2015 को आयरलैंड का दौरा किया. वे पिछले 59 वर्षों में आयरलैंड की यात्रा पर जाने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री हैं. इससे पहले जवाहर लाल नेहरु वर्ष 1956 में आयरलैंड गये थे. 
यात्रा के दौरान मोदी ने आयरलैंड के प्रधानमंत्री एंडा केनी से मुलाकात की जिन्होंने मोदी के सम्मान में भोज का आयोजन किया.
अभी मोदी आयरलैंड (23 सितंबर 2015) एवं संयुक्त राज्य अमेरिका (23 सितंबर से 28 सितंबर 2015) के दौरे पर हैं.
आयरलैंड दौरे के दौरान मोदी ने भारतीय राष्ट्रीय अभिलेखागार में मौजूद कुछ चुनिंदा पांडुलिपियों की प्रतियां प्रधानमंत्री एंडा केनी को सौंपीं. इन प्रतियों में दो आयरिश अधिकारियों थॉमस ओल्डहम (1816-1878) एवं सर जॉर्ज ग्रिअरसन (1851-1941) से संबंधित जानकारी मौजूद है.
मोदीकीआयरलैंडयात्राकेमहत्वपूर्णबिंदु
दोनों देशों ने आपसी साझेदारी और सहयोग पर सहमति दर्ज की.
दोनों देशों ने डिजिटल वर्ल्ड में साझेदारी के प्रति सहमति दर्ज की तथा सूचना प्रोद्योगिकी में संयुक्त कार्य समूह बनाने पर भी सहमति दर्ज की.


दोनों देशों के बीच पेशेवरों की सहायता हेतु सामाजिक सुरक्षा समझौते के लिए भी इच्छा व्यक्त की गयी.
दोनों देशों ने सीधी हवाई यात्रा आरम्भ करने पर सहमति व्यक्त की. इस निर्णय से दोनों देशों के बीच पर्यटन व्यापार को बढ़ावा मिलेगा. अभी यह व्यापार दोनों देशों के बीच 14 प्रतिशत प्रति वर्ष की दर से वृद्धि कर रहा है.
भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सुधारों के लिए एक निश्चित समय सीमा के भीतर आयरलैंड के समर्थन की मांग की. इसमें संयुक्त राष्ट्र के 70वें वर्ष में अंतर-सरकारी वार्ता के सफल समापन को विशेष रूप से शामिल किया गया है. भारत ने आयरलैंड द्वारा सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्यता हेतु सहयोग की मांग भी की.
भारत ने एनएसजी एवं अन्य अंतरराष्ट्रीय निर्यात नियंत्रण व्यवस्थाओं में सदस्यता हेतु आयरलैंड द्वारा सहयोग की मांग भी की.


भारत और आयरलैंड का औपनिवेशिक इतिहास मिलता जुलता है. भारतीय संविधान के निर्देशक सिद्धांतों को आयरिश संविधान से लिया गया है. भारत के जियोलाजिकल सर्वे ऑफ़ इंडिया एवं भारत का पहला लिंगविस्टिक सर्वे ऑफ़ इंडिया आयरिश विशेषज्ञों की सहायता से स्थापित किये गये संस्थान हैं.

भारतीय वायु सेना ने 24वां अखिल भारतीय बाबा फरीद गोल्ड कप हाकी टूर्नामेंट जीता

भारतीय वायु सेना ने 23 सितंबर 2015 को फरीदकोट, पंजाब में 24वां अखिल भारतीय बाबा फरीद गोल्ड कप हाकी टूर्नामेंट जीत लिया.

भारतीय वायु सेना ने 24वें अखिल भारतीय बाबा फरीद गोल्ड कप हाकी टूर्नामेंट के फाइनल में आर्मी इलेवन को 2-1 से पराजित किया. मैच के सभी तीनों गोल पहले हाफ में ही किये गये. मैच का पहला गोल आर्मी इलेवन के बचित्तर द्वारा 9वें मिनट में किया गया.

भारतीय वायु सेना की ओर से देविंदर सिंह ने 20वें मिनट और 33वें मिनट में दो गोल किए.

पट्टे पर भूमि आवंटन हेतु नीति आयोग ने टी हक विशेषज्ञ समिति गठित की

भारतीय राष्ट्रीय संस्थान कृषि डिवीजन ने सितंबर 2015 के अंतिम सप्ताह में (नीति) आयोग ने पट्टे पर भूमि आवंटन हेतु विशेषज्ञ समिति गठित की है. विशेषज्ञ समिति का नेतृत्व कृषि लागत एवं मूल्य (सीएसीपी) के पूर्व आयोग के अध्यक्ष टी हक करेंगे.
10 सदस्यीय समिति का गठन 24 अगस्त 2015 को नीति आयोग के वाइस चेयरमैन की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में लिए गए निर्णय के तहत किया गया.
समिति में विभिन्न प्रदेशों आंध्र प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, महाराष्ट्र, असम, राजस्थान, मेघालय से सदस्य और भूमि संसाधन विभाग के संयुक्त सचिव एचएस मीणा शामिल हैं. नीति आयोग में सलाहकार (कृषि) जेपी मिश्रा, सदस्य सचिव के रूप में कार्य करेंगे.

विशेषज्ञ समिति द्वारा किए जाने वाले कार्य 
पहाड़ी राज्यों और अनुसूची क्षेत्रों सहित राज्यों की मौजूदा कृषि किरायेदारी कानूनों की समीक्षा करना.
तत्कालीन जमींदारी, रैयतवारी और महलवारी क्षेत्रों में भूमि प्रणाली के विशिष्ट सुविधाओं की जांच करना.
समिति आवश्यकता के अनुसार कृषि दक्षता, इक्विटी, व्यावसायिक विविधीकरण, और तेजी से ग्रामीण परिवर्तन के लिए भूमि पट्टे आवंटन को उदार बनाने हेतु कानून में उचित संशोधन हेतु सुझाव देगी.
राज्यों के साथ विचार-विमर्श करके कृषि भूमि पट्टे के आवंटन हेतु मॉडल अधिनियम तैयार करना

इसके अलावा आयोग कृषि विकास हेतु टास्क फोर्स का कार्यकाल भी अक्टूबर 2015 तक बढ़ा सकता है. आयोग का गठन राष्ट्रीय साझा बाजार, फसल की कीमत, उर्वरक उपयोग, बीज और आनुवंशिक रूप से संशोधित (जीएम), प्रौद्योगिकी और कृषि संकट जैसे क्षेत्रों में नीतियों को लागू करने के लिए किया गया था. 
टास्क फोर्स का गठन 16 मार्च 2015 को नीति आयोग के उपाध्यक्ष अरविंद पनगड़िया की अध्यक्षता में किया गया था. इस आयोग को  31 अगस्त 2015 तक अपनी रिपोर्ट को अंतिम रूप देना था.

1965 के भारत-पाक युद्ध की स्मृति में विरासत फ्लाइंग अभियान का आयोजन

विरासत फ्लाइंग अभियान: भारत-पाक युद्ध 1965 के 50 साल पूरे होने के उपलक्ष में अभियान का आयोजन दक्षिण-पश्चिमी कमान ने किया 
विरासत फ्लाइंग अभियान, 22 सितंबर 2015 को उस समय चर्चा मे आया, जब एक समारोह में सांगानेर हवाई अड्डे पर पुष्पक विमान ने जमीन को स्पर्श किया और अभियान का हिस्सा बना. समारोह में राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे भी मौजूद थीं.  
विमान जो अधिक से अधिक 55 साल पुराना है 1965 और 1971 के युद्ध में हवाई निरीक्षण के लिए इस्तेमाल किया गया. विमान का आधुनिक उपकरणों के साथ उड़ान के मानकों के अनुरूप नवीनीकरण और पुनर्निर्माण किया गया था. पुष्पक विमान ब्रिगेडियर एएस सिद्धू और लेफ्टिनेंट कर्नल अरविंद सैनी द्वारा उड़ाया गया.

विरासत फ्लाइंग अभियान 14 सितंबर  2015 को बठिंडा से शुरू किया गया और पूरी पश्चिमी सीमा पर अमृतसर (पंजाब) से कच्छ (गुजरात) में नालिया तक विमान ने उड़ान भरी. इस दौरान पुराने विमान में 3500 से अधिक किलोमीटर की दूरी तय की.
इस विरासत उड़ान अभियान का आयोजन 1965, भारत-पाक युद्ध के शहीदों को सम्मान देने के लिए किया गया. जिन्होंने भारत-पाक युद्ध में अपने प्राणों की आहुति दी. अभियान का उद्देश्य वर्तमान पीढ़ी के बीच जागरूकता उत्पन्न करना और यह बताना भी था कि हमारे पूर्वजों ने किन परिस्थितियों और कठिनाइयों का सामना किया और विमान उड़ाया.

भूतपूर्व पेंग्विन इंडिया प्रकाशक चिकी सरकार द्वारा प्रकाशन कंपनी जॉगरनट का शुभारंभ

23 सितंबर 2015 को पेंग्विन इंडिया के पूर्व  प्रकाशक और रैंडम हाउस इंडिया के एडिटर-इन चीफ चिकी सरकार ने अपनी प्रकाशन कंपनी जॉगरनट का शुभारंभ किया.
सरकार ने इस कंपनी की स्थापना Web18 के पूर्व सीईओ दुर्गा रघुनाथ के सहयोग से की. वर्तमान में दुर्गा रघुनाथ फर्स्टपोस्ट नामक समाचार पोर्टल के सीईओ और सह- संस्थापक हैं.
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नवगठित प्रकाशन फर्म जॉगरनट अप्रैल 2016 से प्रति वर्ष 50 शीर्षकों का प्रकाशन करेगा. उनका वितरण और संग्रह हैसेट इण्डिया द्वारा किया जायेगा. 
कंपनी का जोर डिजिटल प्रकाशन पर होगा और यह जल्द ही अपने डिजिटल कार्यक्रम भी शुरू करेगी.


इस कंपनी के मुख्य निवेशकों में फेबिन इण्डिया के मुख्य निदेशक बिलियम विसेल, इंफोसिस के सह –संस्थापक और पूर्व सीईओ नंदन नीलकेनी और भारत में बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप के सीईओ नीरज अग्रवाल हैं.