Oct 21-30 2014 Hindi

गंगामेंऔद्योगिकअपशिष्टडालनेसेरोकनेहेतुराष्ट्रीयहरितअधिकरणकोसर्वोच्चन्यायालयकानिर्देश

31-OCT-2014

सर्वोच्च न्यायालय ने गंगा में औद्योगिक अपशिष्ट डालने से रोकने हेतु 29 अक्टूबर 2014 को राष्ट्रीय हरित अधिकरण (नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल) को निर्देश दिया. न्यायालय ने नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) को इस कार्य हेतु औद्योगिक इकाइयों को स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी करने के लिए मार्च 2015 की समय सीमा निर्धारित की.

सर्वोच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति टीएस ठाकुर, आदर्श गोयल और आर भानुमति की खंडपीठ ने केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) और राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (एसपीसीबी) को गंगा में प्रदूषण को रोकने में नाकाम रहने के लिए, इनकी आलोचना की.
विदित हो कि राष्ट्रीय हरित अधिकरण (NGT) ने 17 अक्टूबर 2014 को गंगा में प्रदूषण फैलाने वाली सिंभौली शुगर मिल्स पर पांच करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया. राष्ट्रीय हरित अधिकरण के चेयरमैन जस्टिस स्वतंत्र कुमार की अध्यक्षता वाली बेंच ने यह फैसला दिया. इस सन्दर्भ में अधिकरण ने कहा कि ‘शुगर मिल ने जानबूझकर सोशल कॉरपोरेट रिस्पॉन्सिबिलिटी से बचने की कोशिश की और गंगा को प्रदूषित किया.’ उन्होंने मिल को पांच करोड़ रुपए की जुर्माना राशि उत्तरप्रदेश प्रदूषण नियंत्रण मंडल में जमा करने का निर्देश दिया. यह पैसा ग्राउंड वाटर प्रिवेंशन पर खर्च होगा.
राष्ट्रीयहरितअधिकरण (नेशनलग्रीनट्रिब्यूनलसेसंबंधितमुख्यतथ्य
राष्ट्रीय हरित अधिकरण की स्थापना वर्ष 2010 में पर्यावरण से संबंधित किसी भी कानूनी अधिकार के प्रवर्तन तथा व्यक्तियों एवं संपत्ति के नुकसान के लिए सहायता और क्षतिपूर्ति देने या उससे संबंधित या उससे जुड़े मामलों सहित, पर्यावरण संरक्षण एवं वनों तथा अन्य प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण से संबंधित मामलों के प्रभावी और शीघ्रगामी निपटारे के लिए ‘राष्ट्रीय हरित अधिकरण अधिनियम 2010’ के अंतर्गत की गई.
राष्ट्रीय हरित अधिकरण प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण से संबंधित एक विशिष्ट निकाय है जो बहु-अनुशासनात्मक समस्याओं वाले पर्यावरणीय विवादों को संभालने के लिए आवश्यक विशेषज्ञता द्वारा सुसज्जित संस्था है.
राष्ट्रीयहरितअधिकरणकेसंचालनसेसंबंधितमुख्यबिंदु 

• अधिकरण, सिविल प्रक्रिया संहिता 1908 के अंतर्गत निर्धारित प्रक्रिया द्वारा बाध्य नहीं होगा, लेकिन नैसर्गिक न्याय के सिद्धांतों द्वारा निर्देशित किया जाएगा. 
• पर्यावरण संबंधी मामलों में अधिकरण का समर्पित क्षेत्राधिकार तीव्र पर्यावरणीय न्याय प्रदान करेगा तथा उच्च न्यायालयों में मुकदमेबाज़ी के भार को कम करने में सहायता करेगा. 
• अधिकरण को आवेदनों या अपीलों के प्राप्त होने के 6 महीने के अंदर उनके निपटान का प्रयास करने का कार्य सौंपा गया है. 
• अधिकरण की बैठक का प्रधान स्थल नई दिल्ली होगा तथा भोपाल, पुणे, कोलकाता तथा चेन्नई अधिकरण की बैठकों के अन्य 4 स्थल होंगे.

राजस्थानसरकारने 5000 मेगावाटकीसौरपरियोजनास्थापितकरनेहेतुसनएडिसनकेसाथसमझौताकिया

31-OCT-2014

सन एडीसन इंक ने 28 अक्टूबर 2014 को अगले पांच वर्ष में राजस्थान में सौर ऊर्जा की 5000 मेगावाट क्षमता स्थापित करने के लिए राजस्थान सरकार के साथ समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए. यह समझौता उपयुक्त समय पर किया गया जबकि राजस्थान सरकार की नई सौर नीति जिसके अंतर्गत अगले कुछ वर्षों में राज्य में सौर क्षमता को 25 गीगावॉट तक बढ़ाने का लक्ष्य हैं.

समझौतेकीमुख्यविशेषताएं

  • सन एडीसन अनेक मेगा सौर फोटोवोल्टिक (पीवी) परियोजनाओं के रूप में 5 गीगावॉट की क्षमता स्थापित करना चाहता है जिनमें प्रत्येक मेगा सौर परियोजना की क्षमता 500 मेगावाट होगी.
  • इस परियोजना के तहत राजस्थान में 25,000 एकड़ से अधिक भूमि के अंतर्गत अनेक मेगा सौर ऊर्जा परियोजनाओं को निर्मित किया जाना हैं.
  • कंपनी करीब 11 लाख बिजली सिंचाई पंपों को सौर पंपों में धीरे-धीरे और सतत् स्थानांतरण के लिए एक कार्यक्रम डिजाइन करने के लिए राज्य सरकार के साथ काम करेगी जो न केवल दिन के दौरान पानी पंप करने के लिए किसानों को बिजली प्रदान करेगा अपितु किसानों को अन्य कार्यों के लिए भी बिजली प्रदान करेगा.
  • राज्य सरकार सौर पीवी परियोजनाओं के विकास के लिए उपयुक्त भूमि की पहचान की सुविधा के साथ-साथ राज्य की नीतियों के अनुसार लंबी अवधि के पट्टे पर भूमि आवंटित करने का कार्य करेगा.
  • सरकार आवश्यक संबंधित बुनियादी ढांचे के विकास के लिए भी कार्य करेगी.

सनएडीसनइंक
सन एडीसन इंक सौर ऊर्जा सेवाओं की वैश्विक सौर प्रौद्योगिकी निर्माता और प्रदाता कंपनी है. यह आवासीय, वाणिज्यिक, सरकार और उपयोगिता ग्राहकों के लिए वितरित सौर ऊर्जा संयंत्रों को संचालित करती हैं, मूल्य आधारित बिजली और सेवाओं का वितरण करती हैं. इसके अतिरिक्त सन एडीसन इंक दुनिया भर में सैकड़ों सौर प्रणाली के लिए कंपनी की रिन्यूएबल ऑपरेशन सेंटर (आरओसी) के माध्यम से 24/7 परिसंपत्ति प्रबंधन, निगरानी और रिपोर्टिंग सेवाओं प्रदान करता है.

 

सन एडीसन के उत्तरी अमेरिका, यूरोप, लैटिन अमेरिका, अफ्रीका, भारत और एशिया में कार्यालय है. सन एडीसन की राजस्थान में 50 मेगावाट से अधिक बड़े सौर उत्पादन क्षमता और 1,000 से अधिक सौर वॉटर पम्पों के साथ पहले ही मजबूत उपस्थिति है.

जापान में भारत महोत्सव का उद्घाटन किया गया

31-OCT-2014

भारत महोत्सव का जापान के टोक्यो में 27 अक्टूबर 2014 को उद्घाटन किया गया. यह महोत्सव वर्ष भर चलने वाला महोत्सव है. इस महोत्सव का उद्घाटन केंद्रीय संस्कृति तथा पर्यटन राज्य मंत्री श्रीपाद नाइक और जापान के पर्यटन मंत्री अकिहिरो ओह्ता द्वारा किया गया. अगस्त 2014 में जापान की अपनी यात्रा के दौरान भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जापान में भारत महोत्सव के आयोजन की घोषणा दोनों देशों के लोगों के बीच संपर्कों को बढ़ावा देने के लिए की.

भारत महोत्सव वर्ष 1988 के बाद, जिसको लगभग 26 वर्ष हो चुके हैं, के बाद से पहली बार एक बड़े पैमाने पर, जापान में भारत के प्रमुख सांस्कृतिक कार्यक्रम का प्रतिनिधित्व करता हैं. यह भारत द्वारा आयोजित सबसे बड़ा कार्यक्रम हैं जिसमें जापान के 20 शहरों को शामिल किया गया.

महोत्सव दो चरणों में आयोजित किया जा रहा है:
अक्टूबर चरण - प्रथम चरण में कलाक्षेत्र फाउंडेशन, मणिपुर नृत्य अकादमी और जापान में कुट्टीयट्टम केन्द्र द्वारा नृत्य प्रस्तुतियों की श्रृंखला शामिल हैं.

फ़रवरी 2015 - द्वितीय चरण में टोक्यो राष्ट्रीय संग्रहालय में प्रस्तुत की जाने वाली बौद्ध कला प्रदर्शनी को शामिल किया जायेगा.

अन्य कार्यक्रमों में भारत के अंतरराष्ट्रीय बौद्ध परिषद द्वारा आयोजित बौद्ध सम्मेलन और नव नालंदा महाविहार द्वारा बौद्ध प्रदर्शनियों का आयोजन किया जायेगा. इसके अतिरिक्त इसमें फिल्म समारोह और फ़ूड फेस्टिवल का आयोजन भी शामिल हैं

पद्म भूषण प्रो. लोकेश चंद्र भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद के अध्यक्ष नियुक्त

31-OCT-2014

शिक्षाविद प्रो. लोकेश चंद्र को तीन वर्ष (2014-17) की अवधि के लिए भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (Indian Council for Cultural Relations, आईसीसीआर) का अध्यक्ष 30 अक्टूबर 2014 को नियुक्त किया गया. राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने 17वें आईसीसीआर अध्यक्ष के रूप में उनकी नियुक्ति को मंजूरी प्रदान की.
प्रो. लोकेश चंद्र ने कांग्रेस नेता डॉ. कर्ण सिंह का स्थान लिया. डॉ. कर्ण सिंह ने भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (आईसीसीआर) के अध्यक्ष पद से 18 अगस्त 2014 को इस्तीफा दे दिया था.

प्रो. लोकेश चंद्र से संबंधित मुख्य तथ्य 
• प्रो. लोकेश चंद्र को भारत सरकार द्वारा वर्ष 2006 में साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए पद्म भूषण से सम्मानित किया था.
• उन्होंने भारत के साथ ही अंतरराष्टरीय स्तर पर सांस्कृतिक क्षेत्र में महत्वपूर्ण व सराहनीय कार्य किए.
• प्रो. लोकेश चंद्र (87 वर्ष) कई भाषाओं के जानकार हैं. 
• इससे पहले वह भारतीय ऐतिहासिक अनुसंधान परिषद के अध्यक्ष और आईसीसीआर के उपाध्यक्ष रहे. 
भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद
भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (Indian Council for Cultural Relations, इंडियन काउंसिल फॉर कल्चरल रिलेशंस, आईसीसीआर) भारत सरकार का एक स्वतंत्र संगठन है. इसकी स्थापना 1950 में हुई थी. इस संस्था का मुख्यालय आज़ाद भवन नई दिल्ली में स्थित है. 
इस संगठन के क्षेत्रीय कार्यालय बंगलौर, कलकत्ता, चंडीगढ़, चेन्नाई, जकार्ता, मॉस्को, बर्लिन, कैरो, लंदन, ताशकंद, अलमाटी, जोहानसबर्ग, डरबन, पोर्ट ऑफ़ स्पेन और कोलंबो में हैं.
उद्देश्य 
• भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद का उद्देश्य भारत और दूसरे देशों के बीच सांस्कृतिक संबंध और आपसी समझबूझ स्थापित करना, पुनरुज्जीवित करना और सुदृढ़ बनाना. 
• दूसरे देशों के साथ भारत के सांस्कृतिक रिश्तों से संबंधित नीतियां एवं कार्यक्रम तैयार करने और उनके कार्यान्वयन में भागीदारी करना.
• भारत और दूसरे देशों के बीच सांस्कृतिक संबंधों और आपसी समझबूझ को बढ़ावा देना और मजबूत बनाना.
• संस्कृति के क्षेत्र में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय संगठनों के साथ संबंध स्थापित करना और उनका विकास करना.

भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद के कार्य 
परिषद के प्रमुख क्रिया-कलापों में निम्नलिखित कार्य शामिल हैं.
• भारत सरकार और अन्य एजेंसियों की ओर से विदेशी छात्रों के लिए छात्रवृत्ति स्कीमों का संचालन और विदेशी छात्रों के कल्याण पर निगरानी रखना.
• भारतीय नृत्य और संगीत सीखने के लिए विदेशी छात्रों को छात्रवृत्तियां प्रदान करना.
• प्रदर्शनियों का आदान प्रदान.
• अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठियों और विचार-गोष्ठियों का आयोजन और उनमें भागीदारी.
• विदेशों में प्रमुख सांस्कृतिक उत्सवों में भागीदारी.
• विदेशों में 'भारत उत्सवों' का आयोजन.
• कलाकार मंडलियों का आदान-प्रदान.
• विदेशों में कलाकारों द्वारा व्याख्यान प्रदर्शनों का आयोजन.
• गणमान्य आगंतुकों के कार्यक्रम रखना जिसके अंतर्गत आपसी हित के विषयों पर व्याख्यान देने के लिए विदेशों से प्रख्यात हस्तियों को भारत आमंत्रित किया जाता है और भारतीय विशेषज्ञों को विदेश भेजा जाता है.
• विदेशी विश्वविद्यालयों में भारतीय अध्ययन की चेयर की स्थापना और उसका संचालन.
• विदेशों में स्थित संस्थाओं को पुस्तकें, दृश्य-श्रव्य सामग्री, कलाकृतियां और वाद्य यंत्र भेंट करना.
• अंतरराष्ट्रीय समझबूझ के लिए जवाहरलाल नेहरू पुरस्कार हेतु सचिवालय प्रदान करना.
• वार्षिक मौलाना आजाद स्मृति व्याख्यान और मौलाना आजाद निबंध प्रतियोगिता का आयोजन.
• भारत और विदेशों में वितरण के लिए पुस्तकों और पत्रिकाओं का प्रकाशन.
• विदेशों में भारतीय सांस्कृतिक केन्द्रों का संचालन.
• मौलाना अबुल कलाम आजाद के सुसंचित पुस्तकालय और पाडुलिपियों का रखरखाव.
• दुर्लभ पांडुलिपियों का डिजिटाइजेशन.
• पुस्तकालय छात्रवृत्तियां प्रदान करना. 
• विदेश मंत्रालय की ओर से परियोजनाएं प्रारंभ करना. 
विदित हो कि परिषद के कार्यों का निर्धारण और अनुमोदन उसके शासी निकाय द्वारा किया जाता है. वर्ष 2011-12 के लिए परिषद को विदेश मंत्रालय से 15070.00 लाख रुपए का सहायता अनुदान प्राप्त हुआ था.

51 देशोंनेकरचोरीकेविरुद्धकार्रवाईहेतुसमझौतेपरहस्ताक्षरकिए

31-OCT-2014

पचास देशों के वित्त मंत्रियों और कर प्रमुखों ने कर सूचनाओं के स्वतः आदान-प्रदान हेतु 29 अक्टूबर 2014 को समझौते पर हस्ताक्षर किए. यह समझौता वर्ष 2017 से लागू होगा. यह समझौता बर्लिन में किया गया जिसमें समझौते के प्रतिभागी देशों को वित्तीय आंकड़े साझा करने और कर चोरी के खिलाफ कार्रवाई करने के प्रयासों को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी.

समझौते के प्रतिभागी देश वर्ष 2017 से अपने वित्तीय संस्थाओं के माध्यम से एकत्र आंकड़े स्वतः आदान-प्रदान करने लगेंगे. इस समझौते को आर्थिक सहयोग और विकास संगठन (ओईसीडी) द्वारा विश्व की शीर्ष 20 देशों के साथ परामर्श के साथ विकसित किया गया. इस पर हस्ताक्षर करने वालों में अधिकतर यूरोपीय संघ के देशों के साथ-साथ लिचेस्टाइन, ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड और केमैन द्वीप जैसे टैक्स हैवन्स वाले देश शामिल हैं. इसके अतिरिक्त संयुक्त राज्य अमेरिका ने समझौते पर हस्ताक्षर नहीं किए लेकिन द्विपक्षीय सौदों के हिस्से के रूप में जानकारी साझा करने की बात कही, जबकि भारत ने समझौते पर हस्ताक्षर करने को टाल दिया.

ओईसीडी के महासचिव - एन्जिल गुर्रिया

पुलित्जरपुरस्कारविजेताकविगॉलवेकिंनेलकानिधन

31-OCT-2014

पुलित्जर पुरस्कार विजेता कवि गॉलवे किंनेल की ल्यूकेमिया से जूझने के बाद वरमोंट में 29 अक्टूबर 2014 को निधन हो गया. वह 87 वर्ष के थे.

कविगॉलवेकिंनेलकेबारेंमें

  • प्रोविडेंस, रोडे द्वीप में जन्मे गॉलवे किंनेल ने प्रिंसटन विश्वविद्यालय से स्नातक की उपाधि प्राप्त की.
  • गॉलवे किंनेल ने द्वितीय विश्व युद्ध में अमेरिका नौसेना में सेवा की. गॉलवे ने वियतनाम युद्ध का विरोध किया और नागरिक अधिकार संगठन कोर (Congress of Racial Equality नस्लीय समानता के लिए कांग्रेस) हेतु क्षेत्र कार्यकर्ता के रूप में कार्य किया.
  • गॉलवे वरमोंट और न्यूयॉर्क शहर दोनों के बीच अपना समय व्यतीत किया, वह  न्यूयॉर्क विश्वविद्यालय में रचनात्मक लेखन कार्यक्रम के निदेशक थे.
  • गॉलवे किंनेल ने कविता की अपनी पहली पुस्तक ‘व्हाट ए वर्ल्ड इट वाज’ वर्ष 1960 में 32 वर्ष की आयु में प्रकाशित की.
  • उनकी अन्य पुस्तकों में बॉडी रैग्ज़, मोर्टल एक्ट्स, मोर्टल वर्ड्स, थे पस्त एंड स्ट्रोंग इज योर होल्ड आदि सम्मिलित हैं.
  • गॉलवे किंनेल के चयनित कविता संग्रह को वर्ष 1983 में पुलित्जर पुरस्कार मिला.

नासानेआईएसएसरैपिडस्कैटकोसफलतापूर्वकअंतरराष्ट्रीयअंतरिक्षस्टेशनमेंस्थापितकिया

31-OCT-2014

नेशनल एयरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (नासा) ने 21 पर सितंबर 2014 को अपने पहले पृथ्वी अवलोकन साधन आईएसएस- रैपिडस्कैट (RapidScat) को सफलतापूर्वक अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन में स्थापित किया. यह स्पेस एक्स (SpaceX) सीआरएस-4 मिशन के अंतर्गत लांच किया गया.

आईएसएस- रैपिडस्कैट (RapidScat) जलवायु अनुसंधान के लिए समुद्र हवाओं के साथ ही मौसम के पूर्वानुमान और तूफान की निगरानी का कार्य करेगा. यह अन्य पृथ्वी सुदूर संवेदन प्लेटफार्मों की तुलना में एक अलग कक्षा में स्थापित किया गया. यह पृथ्वी के करीब है और दिन के अलग अलग समय पर पृथ्वी का अवलोकन करता है.

आईएसएस- रैपिडस्कैट (RapidScat) से पहली छवि 6 अक्टूबर 2014 को नासा द्वारा जारी की गई जो वैश्विक सागर की प्रारंभिक माप, निकट-सतह हवा की गति और दिशा-निर्देश को दर्शाती है. नासा पहले से ही भूमंडलीय वर्षा मापन (जीपीएम) कोर वेधशाला की शुरूआत कर चुका है. फरवरी 2014 में जापान एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी के साथ और जुलाई 2014 ओर्बिटिंग कार्बन वेधशाला-2 (OCO-2) कार्बन वेधशाला एक संयुक्त मिशन की शुरुआत कर चुका है. दो अतिरिक्त नासा पृथ्वी विज्ञान उपकरण वर्ष 2016 में लॉन्च होने के लिए प्रस्तावित हैं.


आईएसएसरैपिडस्कैट (RapidScat) -आईएसएसस्काटेरोमीटर

  • आईएसएस- रैपिडस्कैट (RapidScat) नासा का पहला अनुसंधान पेलोड संवर्धित है जिसको आने वाले वर्षों में बाहरी स्टेशनों से वैश्विक पृथ्वी विज्ञान के पास से संचालित करने और अन्य के साथ समन्वय स्थापित करने के लिए उपयोग किया जायेगा.
  • स्कैट्रोमीटर समुद्र के ऊपर की हवा की गति और दिशा को मापने का रडार उपकरण हैं. जो समुद्र के ऊपर वायु एवं उसकी चाल को नापते हैं और बड़े पैमाने पर जलवायु घटना जैसे अलनीनो और मौसम की भविष्यवाणी करने एवं,तूफान निगरानी के लिए उपयोग किये जाते हैं.
  • आईएसएस रैपिडस्कैट (RapidScat) साधन के माध्यम से अपने डेटा की जाँच करके अन्य अंतरराष्ट्रीय स्कैट्रोमीटर की माप को बढ़ाता है और पुराने उपग्रह पर सवार एक उपकरण को बदलने के लिए एक अनूठा तरीका दर्शाता है.

भारतस्वच्छऊर्जानिवेशकेमामलेमेंचौथेस्थानपर

31-OCT-2014

भारत का स्वच्छ ऊर्जा निवेश के मामले में 55 विकासशील देशों में चौथा स्थान है. इस सूची में पहले नंबर पर चीन का स्थान है. इंटर-अमेरिकन डेवलपमेंट बैंक द्वारा जारी एक रिपोर्ट में कहा गया है कि नवीकरणीय ऊर्जा प्रौद्योगिकी उभरते देशों के लिए लागत के लिहाज से उतनी ही फायदेमंद हो सकती है जितनी विकासशील देशों के लिए. इस रिपोर्ट में अफ्रीका, एशिया और लैटिन अमेरिकी एवं कैरिबियाई क्षेत्र के 55 उभरते देशों को शामिल किया गया. रिपोर्ट के मुताबिक चीन पहले स्थान पर है जिसके बाद ब्राजील का स्थान है. चीन को सबसे ऊंचा स्थान मिला है क्योंकि वह विश्व का सबसे बड़ा वायु एवं सौर उपकरण विनिर्माता और इन उपकरणों के लिए सबसे बड़ा बाजार भी है. भारत को इस सूचकांक में 1.85 अंक जबकि चीन को 2.23 अंक मिले.

रिपोर्ट में कहा गया है कि कम कार्बन उत्सर्जन के मामले भी भारत का प्रदर्शन सबसे अच्छा है. लगतार बढ़ती मांग, नवीकरणीय ऊर्जा के बेहतरीन संसाधन और जीवाश्म र्इंधन (कोयला, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस आदि) की बहुत हद तक कमजोर श्रृंखला के मद्देनजर भारत स्वच्छ ऊर्जा के लिए वृद्धि दर्ज करता बाजार है. भारत में वर्ष 2006-2013 के बीच स्वच्छ ऊर्जा में 62 अरब डॉलर का निवेश हुआ जिसमें से वर्ष 2013 में 6 अरब डॉलर का निवेश हुआ. निवेश के लिहाज से वायु सबसे बड़ा नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र है. रिपोर्ट में कहा गया कि कोयला अभी भी देश की बिजली प्रणाली की रीढ़ है और वर्ष 2013 में इसका कुल बिजली उत्पादन में 71 प्रतिशत योगदान रहा. रिपोर्ट के मुताबिक दक्षिण अफ्रीका, केन्या और युगांडा शीर्ष स्थान पाने वाले देशों में रहे

पंकजआडवाणीने 12वांविश्वबिलियर्ड्सखिताबजीता

31-OCT-2014

भारत के बिलियर्ड्स खिलाड़ी पंकज आडवाणी ने 30 अक्टूबर 2014 को आईबीएसएफ बिलियर्ड्स चैम्पियनशिप (टाइम फॉरमेट) के फाइनल में इंग्लैंड के रोबर्ट हॉल को 1928-893 के अंतर से हराकर चैंपियनशिप में दोहरा खिताब हासिल किया. यह पंकज आडवाणी का 12वां विश्व खिताब है.

बेंगलुरू निवासी 29 वर्ष के आडवाणी ने पिछले सप्ताह ही दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी पीटर गिलक्रिस्ट को हराकर प्वाइंट्स फॉरमेट (150-अप) का खिताब जीता था. उन्होंने तीसरी बार एक ही वर्ष में दोहरी सफलता हासिल की. आडवाणी ने माइक रसेल को पीछे छोड़ा जिन्होंने 2010 और 2011 में ग्रैंड डबल जीता था. खिताबी मुकाबले में आडवाणी हाफ तक 746-485 से बढ़त बनाए हुए थे. पंकज आडवाणी तीन बार ग्रैंड डबल करने वाले दुनिया के पहले खिलाड़ी बन गए. इसी वर्ष पंकज ने वर्ल्ड 6-रेड चैंपिय‌नशिप के अलावा वर्ल्ड टीम बिलियर्ड्स खिताब जीता था.

सेमीफाइनल में आडवाणी ने इंग्लैंड के ही डेविड कॉजियर को 5 अंकों के मामूली अंतर से हराकर फाइनल में जगह बनाई. जबकि दूसरे सेमीफाइनल में भारत के बालाचंद्रन भाष्कर को इंग्लैंड के ही रोबर्ट हॉल से 978-824 से हार का सामना करना पड़ा. भारत के बी. भास्कर को कांस्य पदक मिला.

आडवाणी ट्रिपल डबल हासिल करने वाले विश्व के पहले बिलियर्ड्स खिलाड़ी हैं. इससे पहले वह वर्ष 2005 और वर्ष 2008 में भी दोनो फॉरमेट का विश्व खिताब जीतने में सफल रहे थे. अपनी इस सफलता के बाद आडवाणी ने कहा, "मैंने वर्ष 2008 में बेंगलुरू में ग्रैंड डबल पूरा किया था लेकिन विदेशी धरती पर खेलते हुए यह सफलता हासिल करने अपने आप में अलग अनुभूति देता है". अंतिम स्कोर मैच के पांच घटे की अवधि में पंकज आडवाणी (भारत) ने फाइनल में इंग्लैंड के रोबर्ट हॉल को 1928 (63, 185, 85, 92, 123, 94, 182, 289, 145, 94, 93, 59, 58, 62, 90) - 893 (89, 64, 64, 86, 92, 64) से हराया.


पंकजआडवाणीसेसंबंधितमुख्यतथ्य

  • महाराष्ट्र के पुणे में जन्में पंकज आडवाणी बिलियर्डस एवं स्नूकर के खिलाड़ी हैं.
  • पंकज आडवाणी को वर्ष 2005 में राजीव गांधी खेल रत्न अवार्ड प्रदान किया गया था. वह राजीव गांधी खेल रत्न अवार्ड जीतने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी हैं.
  • पंकज आडवाणी को वर्ष 2004 में अर्जुन पुरस्कार से और वर्ष 2009 में पद्मश्री सम्मान से सम्मानित किया गया.
  • पंकज आडवाणी ने वर्ष 2009 में गत वर्ष और नौ बार के चैंपियन मार्क रसेल को हराकर विश्व पेशेवर बिलियर्ड्स चैंपियनशिप की प्रतियोगिता जीती. इस जीत के साथ ही पंकज बिलियर्ड्स के 139 वर्षों के इतिहास में इस खिताब पर कब्जा करने वाले दूसरे भारतीय बन गए. इससे पहले वर्ष 1992 में यह खिताब गीत सेठी ने जीता था.
  • पंकज आडवाणी दुनिया के एक मात्र ऐसे खिलाड़ी हैं, जिन्होंने आईबीएसएफ विश्व बिलियर्डस चैम्पियनशिप में प्वाइंट और टाइम फार्मेट ख़िताब एक साथ दो बार वर्ष 2005 और 2008 में जीता था.

भारतऔरअल्बानियाकेबीचराजनयिकपासपोर्टधारकोंहेतुवीज़ाकीअनिवार्यताखत्मकरनेकासमझौता

31-OCT-2014

भारत और अल्बानिया के बीच 29 अक्टूबर 2014 को राजनयिक एवं आधिकारिक पासपोर्ट धारकों हेतु वीज़ा की अनिवार्यता खत्म करने का समझौता हुआ.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केन्द्रीय कैबिनेट ने भारत और अल्‍बानिया के बीच राजनयिक और आधिकारिक/सेवा पासपोर्ट धारकों के लिए वीज़ा की अनिवार्यता समाप्त करने के समझौते को मंजूरी दी.

भारत और अल्बानिया के बीच हुए इस समझौते के तहत, भारत और अल्बावनिया के राजनयिक और आधिकारिक/सेवा पासपोर्ट धारक एक-दूसरे के देश में बगैर वीज़ा के यात्रा कर सकेंगे. उन्हें एक-दूसरे के देश में प्रवेश करते वक्त, वहां से गुजरते वक्त, वहां से निकासी करते वक्त अथवा 90 दिनों तक निवास करने के लिए वीज़ा की जरूरत नहीं पड़ेगी.

 

दीपिकापल्लीकलऔरहरिन्दरपालनेजेएसडब्ल्यूइंडियनचैलेन्जरसर्किटस्क्वैशचैम्पियनशिपखिताबजीता

31-OCT-2014

देश की शीर्ष स्क्वैश खिलाड़ी दीपिका पल्लीकल और पुरूष खिलाड़ी हरिन्दर पाल संधू ने 30 अक्टूबर 2014 को चेन्नई में जेएसडब्ल्यू इंडियन चैलेन्जर सर्किट स्क्वैश चैम्पियनशिप खिताब जीता. शीर्ष वरीय दीपिका पल्लीकल ने महिला सिंगल्स के फाइनल में दूसरी वरीय जापान की मिसाकी कोबयाशी को 11-6, 11-2, 11-8 मात दी. पुरूष वर्ग के फाइनल में संधू ने शीर्ष वरीय मिस्र के करीम अली फातेही को 11-8, 11-3, 11-6 से हराया. दीपिका का यह लगातार दूसरा खिताब है, जबकि संधू ने तीसरी बार खिताब अपने नाम किया.

इस वर्ष का तीसरा खिताब जीतकर उत्साहित संधू ने कहा कि “मैं अपना सबसे अच्छा प्रदर्शन कर रहा हूं. मुझे उम्मीद है कि एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने के साथ शुरू हुआ यह सिलसिला आगे भी ऐसे ही जारी रहेगा.” वहीं दीपिका ने कहा कि, “एक जूनियर के तौर पर मैं मिसाकी से हार गई थी लेकिन अब चीजें काफी बदल गई हैं। वह एक आसान प्रतिद्वंद्वी बिल्कुल नहीं है”.

दीपिका ने शुरुआत से जापानी खिलाड़ी के खिलाफ दमदार खेल दिखाया. हर गेम में भारतीय खिलाड़ी ने बढ़त को बनाए रखा और यह मैच अपने नाम किया. जीत के बाद दीपिका ने कहा, 'जूनियर वर्ग में मुझे मिसाकी के खिलाफ हार मिली थी. उनके खिलाफ खेलना हमेशा ही मुश्किल होता है. मैंने यह सुनिश्चित किया कि वह मैच में वापसी नहीं कर सकें. दूसरी ओर, संधू ने फातेही के खिलाफ कोर्ट का बेहतर इस्तेमाल किया और कुछ शानदार रैली खेलीं. हरिंदर ने कहा, 'मैंने अपना सर्वश्रेष्ठ खेल दिखाया. एशियन गेम्स में स्वर्ण पदक जीतने के बाद से मैंने लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है और उम्मीद है कि आगे भी मैं यही फॉर्म जारी रखूंगा. यहां लगातार तीसरी बार खिताब जीतने के बाद मेरी रैंकिंग में भी सुधार आएगा. मैं अपने सभी कोचों को धन्यवाद देता हूं, जिनकी मदद से यह संभव हो पाया.

ग्लोबलहंगरइंडेक्स 2014 जारीकीगईभारत 55वेंस्थानपर

31-OCT-2014

ग्लोबलहंगरइंडेक्स 2014: चैलेंजऑफहिडनहंगर

ग्लोबल हंगर इंडेक्स 2014 (GHI) -अंतरराष्ट्रीय खाद्य नीति अनुसंधान संस्थान द्वारा 13 अक्टूबर 2014 को जारी की गई. इस शोध से पता चला कि दो अरब लोग अदृशय  भूख से पीड़ित थे. हालांकि कई विकासशील देशों में भूख के स्तर में कमी आई है. वर्ष 2014 के जीएचआई में 120 विकासशील देशों की गणना की गई जिनमें से 55 देशों मे गंभीर भूख की स्थिति पाई गई.

ग्लोबलहंगरइंडेक्स 2014 केप्रमुखबिंदु

वर्ष 2014 का जीएचआई राष्ट्रीय, क्षेत्रीय, और वैश्विक भूख का एक बहुआयामी उपाय प्रस्तुत करता है. इससे पता चला कि  दुनिया ने  वर्ष 1990 के बाद से भूख को कम करने में प्रगति की लेकिन अभी भी भूख का  स्तर 16 देशों में अत्यंत चिंताजनक बना हुआ है. वैश्विक स्तर पर 805 मिलियन लोग अब भी भूख से ग्रस्त हैं.

क्षेत्रीय स्तर  पर देखें तो उच्चतम भूख का स्तर अफ्रीका के  सहारा दक्षिण और दक्षिण एशिया में माना जाता है जो  वर्ष 2005 के बाद से सबसे बड़ा  पूर्ण  सुधार अनुभव किया गया. दक्षिण एशिया ने वर्ष 1990 के बाद से जीएचआई स्कोर में तेज निरपेक्ष गिरावट देखी है. जीएचआई स्कोर के पीछे का मुख्य कारक वर्ष 1990 के बाद से  कम- वजन वाले  बच्चों की संख्या में  कमी  एवं  सुधार होना है.

वर्ष 1990 से वर्ष 2014 तक, 26 देशों में 50 प्रतिशत  तक अपना  स्कोर कम किया. पूर्ण प्रगति के संदर्भ में, अंगोला, बांग्लादेश, कंबोडिया, चाड, घाना, मलावी, नाइजर, रवांडा, थाईलैंड और वियतनाम में वर्ष 1990 के बाद के स्कोर में सबसे बड़ा सुधार देखा गया.

भूख की गंभीरता को 44 देशों में कम होना पाया गया. इन देशों में अल्जीरिया, अर्जेंटीना, ब्राजील, क्यूबा, ईरान, कजाकिस्तान, मेक्सिको और तुर्की शामिल हैं.

इसके अलावा, बुरुंडी और इरीट्रिया जैसे देश वर्ष 2014 जीएचआई के अनुसार अत्यंत भयानक  स्तर  पर वर्गीकृत किया गया. हालांकि, कांगो और सोमालिया लोकतांत्रिक गणराज्य के लिए विश्वसनीय आँकड़ों  बहुत  कमी  है.

वैश्विक भूख सूचकांक 2014 ; रैंक  द्वारा स्कोर

देश

रैंक

स्कोर

मॉरीशस

1

5.0

थाईलैंड

1

5.0

अल्बानिया

3

5.3

कोलंबिया

3

5.3

 

5

5.4

मलेशिया

5

5.4

पेरू

7

5.7

सीटिया अरब गणराज्य

8

5.9

होंडुरास

9

6.0

सूरीनाम

9

6.0

गैबन

11

6.1

एल साल्वाडोर

12

6.2

गुयाना

13

6.5

डोमिनिकन गणराज्य

14

7.0

वियतनाम

15

7.5

घाना

16

7.8

इक्वाडोर

17

7.9

परग्वे

18

8.8

मोंगोलिया

19

9.6

निकारगुआ

19

9.6

बोलीविया

21

9.9

इंडोनेसिया

22

10.3

माल्डोवा

23

10.8

बेनिन

24

11.2

मॉरिटानिया

25

11.9

कैमरून

26

12.6

इराक

27

12.7

माली

28

13.0

लेसोथो

29

13.1

फिलीपीन्स

29

13.1

बोत्सवाना

31

13.4

गाम्बिया

32

13.6

मलावी

32

13.6

गुइनिया बिसाउ

34

13.7

टोगो

35

13.9

गुइनिया

36

14.3

सेनेगल

37

14.4

नाइजीरिया

38

14.7

श्री लंका

39

15.1

ग्वाटेमाला

40

15.6

रवांडा

40

15.6

कोट डी इवोइरे

42

15.7

कम्बोडिया

43

16.1

नेपाल

44

16.4

उत्तर कोरिया

44

16.4

ताजीकिस्तान

44

16.4

कीनिया

47

16.5

स्वाज़ीलैंड

47

16.5

ज़िम्बाब्वे

47

16.5

लिबेरिया

50

16.8

नामीबिया

51

16.9

युगांडा

52

17.0

तंज़ानिया

53

17.3

अंगोला

54

17.4

भारत

55

17.8

काँगो गणराज्य

56

18.1

बांग्लादेश

 

57

19.1

पाकिस्तान

57

19.1

जिबूती

59

19.5

बुर्किना फासो

60

19.9

लाओ पी डी  आर

61

20.1

मोज़ाम्बिक

62

20.5

नाइजर

63

21.1

सेन्ट्रल अफ़्रीकी  गणराज्य

64

21.5

मेडागास्कर

65

21.9

सियरा लियोन

66

22.5

हैती

67

23.0

ज़ाम्बिया

68

23.2

यमन गणराज्य

69

23.4

इथिओपिया

70

24.4

चाड

71

24.9

सूडान/दक्षिण सूडान

72

26.0

कोमोरो स

73

29.5

तिमोर लेस्ते

74

29.8

इरिट्रिया

75

33.8

बुरुंडी

76

35.6

एक तरह की भूख जिस  पर ध्यान नहीं दिया गया, अक्सर  अधिक उर्जा घटाव  से संबंधित है जिसे सूक्ष्म पोषक तत्वों की कमी भी माना  गया. इससे दुनिया भर में लगभग  2 अरब लोग प्रभावित हैं.

छिपी हुई  या अदृशय भूख एक व्यक्ति या समुदाय में ऊर्जा की पर्याप्त मात्रा  या यहां तक कि अत्यधिक  खाद्य ऊर्जा खपत के साथ जैसे चर्बी एवं कार्बोहाईड्रेट्स और  मोटापे के साथ भी  पायी जाती है  या  अत्यधिक खपत के साथ रह सकते हैं. गरीब आहार, बीमारी, बिगड़ा अवशोषण और  सूक्ष्म पोषक तत्वों की वृद्धि जीवन के   कुछ चरणों के दौरान जरूरत जैसे कि गर्भावस्था, स्तनपान, और बचपन ये सब  भूख  के अदृश्य  कारणों में शामिल हैं.

छुपी  हुयी  भूख के  संभव समाधान में खाद्य आधारित दृष्टिकोण शामिल हैं. जैसे आहार विविधीकरण, वाणिज्यिक खाद्य पदार्थ और जैवीय संरक्षण जिस में खाद्य फसलों   की सामग्री सूक्ष्म पोषक तत्वों की वृद्धि के साथ पैदा की जाती हों.

खाद्य आधारित उपायों पर लंबे समय तक, निरंतर और एक स्थायी भेद  करने के लिए प्रयासों के समन्वित करने की आवश्यकता है. दूसरी ओर, विटामिन और खनिज की खुराक समय की छोटी सी अवधि में  कमजोर आबादी की छुपी हुयी  भूख निपटने में मदद कर सकते हैं.

इसके अलावा  छुपी हुयी  भूख को खत्म करने के लिए, सरकारों और बहुपक्षीय संस्थाओं में निवेश करने और मानव और वित्तीय संसाधनों को विकसित करने की जरूरत है. पोषण पर क्षमता निर्माण करने के लिए पारदर्शी निगरानी और मूल्यांकन करने एवं  समन्वय बढ़ाने को सुनिश्चित करना आवश्यक  है.

सरकारों को भी विनियामक वातावरण बनाना होगा जो कि एक अच्छे  पोषण मूल्य को समझता हो  . इस कार्य के लिए निजी क्षेत्र की कंपनियों को और अधिक पौष्टिक बीज या खाद्य पदार्थ विकसित करने के लिए यह प्रोत्साहन दिया जा सकता है.

2014 मेंग्लोबलहंगरइंडेक्समेंभारतकीस्थिति

भारत ने 2014 में ग्लोबल हंगर इंडेक्स में अपनी स्थिति में सुधार किया है. यह 2013 में 63 वें स्थान से 76 उभरती अर्थव्यवस्थाओं के बीच 55 वें स्थिति पर चढ़ गया है  हालांकि, यह अभी भी थाईलैंड, चीन, घाना, इराक, श्रीलंका और नेपाल जैसे देशों के पीछे पीछे चल रहा है.

काम वजन वाले बच्चों के  प्रतिशत में तेजी से कमी करके  भारत को अपनी भूख रिकॉर्ड में सुधार करने में मदद मिली है.

हालांकि, भारत लंबे समय से कुपोषण के शिकार बच्चों की सबसे बड़ी संख्या का  घर रहा है. 2006 में पहली GHI में, भारत 119 देशों में 96 वें स्थान पर था.

ग्लोबलहंगरइंडेक्सकेविषयमें

ग्लोबल हंगर इंडेक्स (GHI) व्यापक उपाय और विश्व स्तर पर और वि भिन्न  देशों  और क्षेत्रों  में भूख को पता करने   के लिए बनाया गया है. इसकी अंतरराष्ट्रीय खाद्य नीति अनुसंधान संस्थान द्वारा हर साल गणना की जाती  है.

जीएचआई में  भूख में कमी  लेन के प्रयासों की सफलताओं औरविफलताओं पर प्रकाश डाला जाता है और भूख के कारणों  के प्रति   अंतर्दृष्टि प्रदान करता है. भूख की बहुआयामी प्रकृति प्रतिबिंबित करने के लिए, जीएचआई एक सूचकांक में तीन समान रूप से भारित संकेतक को जोड़ती है.

बाल कुपोषण पांच साल की उम्र से कम आयु के बच्चों का अनुपात जिसमें कम वजन का होना शामिल है  बच्चे के कुपोषित होने का सूचक है.

बाल मृत्यु दर पांच साल की उम्र से कम आयु के बच्चों की मृत्यु की अनुपात दर  जिसका  कारण  अस्वस्थय वातावरण एवं अपर्याप्त खाद्य उपभोग  का होना शामिल है.

जीएचआई में  100 बिन्दु पैमाने पर देशों की गणना की जाती है. शून्य  सबसे अच्छा स्कोर है जबकि 100 सबसे बुरा  हालाँकि ये  चरम  सीमा व्यवहार एवं वास्तविकता मे नहीं पायी जाती  है. कम जीएचआई स्कोर का तात्पर्य किसी भी देश के लिए बेहतर पोषण मानक और एक उच्च रैंक  है.

जाम्बियाकेराष्ट्रपतिमाइकलसाटाका 77 वर्षकीआयुमेंनिधन

30-OCT-2014

जाम्बिया के राष्ट्रपति माइकल साटा का 77 वर्ष की आयु में 28 अक्टूबर 2014 को लंदन में निधन हो गया. माइकल साटा अपनी तीखे बयानों के कारण 'किंग कोबरा' के नाम से मशहूर थे. वे फ्रेडरिक चिलूबा, लेवी मवानावास और रुपिया बांदा के बाद जाम्बिया के चौथे राष्ट्रपति थे. माइकल साटा वर्ष 2011 में जाम्बिया के राष्ट्रपति चुने गए थे. उपराष्ट्रपति गुई स्कॉट को उनकी जगह अस्थाई रूप से राष्ट्रपति बनाया गया. वे श्वेत समुदाय से हैं. जाम्बिया में चुनाव 90 दिनों के अंदर आयोजित किया जाएगा.

माइकल साटा के बारे में 
•    माइकल साटा का जन्म वर्ष 1936 में जाम्बिया के मपिका में हुआ था और माइकल साटा ने औपनिवेशिक प्रशासन के दौरान पुलिस अधिकारी, रेलवे कर्मचारी और व्यापार संघ के रूप में कार्य किया.
•    जाम्बिया के स्वतंत्रता संघर्ष के दौरान वह राजनीति में चले गए और बाद में पैट्रिओटिक फ्रंट की स्थापना की.
•    माइकल साटा ने लुसाका के राज्यपाल के रूप में सेवा की और दो पूर्व राष्ट्रपति केनेथ कुंडा और फ्रेडरिक चिलूबा के अंतर्गत काम किया.
•    जाम्बिया पहले ब्रिटेन का उपनिवेश था, जिसे 24 अक्टूबर 1964 में स्वतंत्रता मिली थी.

भारतऔरओमानकेबीच 'अपराधिकमामलोंमेंकानूनीऔरन्यायिकसहयोगसंधिपरहस्ताक्षर

30-OCT-2014

भारत और ओमान के बीच पारस्परिक कानूनी सहायता हेतु 'आपराधिक मामलों में कानूनी और न्यायिक सहयोग संधि' पर 29 अक्टूबर 2014 को हस्ताक्षर किये गए. भारत की ओर से केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह और ओमान की ओर से वहां के वाणि‍ज्य एवं उद्योग मंत्री डॉ. अली बिन मसूद अल सुनयादी ने इस सहयोग संधि पर हस्ताक्षर किए. इस समझौते से दोनों देशों में अंतरराष्ट्रीय स्तर के अपराध और आतंकवाद को काबू करने में सफलता मिलेगी.

भारत और ओमान के बीच हुए कानूनी और न्यायिक सहयोग संधि से संबंधित मुख्य तथ्य
• इस संधि के तहत दोनों देश अपराध संबंधी आकंड़े एवं कागजात हस्तांतरित कर सकेंगे एवं संयुक्त रूप से तलाशी व जब्ती प्रक्रिया को अंजाम दे सकेंगे.
• दोनों देश बेहतर जांच के लिए एक-दूसरे को हरसंभव सबूत मुहैया कराएंगे.
• यह संधि, वैसे लोगों को जो अपराधी होते हुए भी प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से लाभान्वित हो रहे हैं उन्हें पकड़ने में मददगार होगी. 
ओमान

ओमान, दक्षिण-पश्चिम एशिया में स्थित अरब प्रायद्वीप का एक देश है, जिसका आधिकारिक नाम ‘सल्तनत ऑफ़ ओमान’ है. यह सउदी अरब के पूर्व और दक्षिण की दिशा में अरब सागर की सीमा से लगा है. संयुक्त अरब अमीरात इसके उत्तर में स्थित है. वर्तमान में ओमान की कुल जनसंख्या 25 लाख के आसपास है. ओमान, प्राकृतिक गैस एवं खनिज तेल से संपन्न राष्ट्र है.

यूनिसेफने ‘चिल्ड्रनऑफरेसेशन’ शीर्षकसेबालनिर्धनतापरएकरिपोर्टजारीकी

30-OCT-2014

संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनिसेफ) ने ‘चिल्ड्रन ऑफ रेसेशन’ शीर्षक से एक रिपोर्ट 28 अक्टूबर 2014 को जारी की. रिपोर्ट में कहा गया की वर्ष 2008 में वैश्विक मंदी की शुरुआत के बाद से 23 विकसित देशों में बाल निर्धनता में वृद्धि हुई. जिसके कारण संभवतः एक पीढ़ी को वस्तुगत अभाव और कम संभावनाओं का सामना करना पड़ा.

मुख्य आकर्षण
•    41 देशों में से अठारह देशों ने बाल निर्धनता में कमी दर्ज की, इस कमी में चिली अव्वल रहा हैं जिसने निर्धनता में 31.4 प्रतिशत से 22.8 प्रतिशत तक की कमी दर्ज की. इस रिपोर्ट में वर्ष 2007-2013 के दौरान बिगड़ती स्थिति को दिखाया गया और असुरक्षा और तनाव की बढ़ती भावनाओं के बारें में बताया. 
•    41 विकसित देशों में ओईसीडी और यूरोपीय संघ के देश सम्मिलित हैं. ग्रीस और आइसलैंड ने वर्ष 2008 के बाद बाल निर्धनता में सबसे अधिक प्रतिशत वृद्धि दर्ज की इसके बाद लातविया, क्रोएशिया और आयरलैंड का स्थान है.
•    नॉर्वे में बाल निर्धनता दर न्यूनतम 5.3 प्रतिशत और ग्रीस में यह 40.5 प्रतिशत के उच्चतम स्तर पर है. यहां तक कि आयरलैंड, क्रोएशिया, लातविया, ग्रीस और आइसलैंड में दरों में 50 फीसदी की वृद्धि हुई. ब्रिटेन में गरीबी में रहने वाले बच्चों का अनुपात 24 प्रतिशत से बढ़कर 25.6 प्रतिशत हो गया और अमेरिका में इसकी दर 32 प्रतिशत है.
•    उन बच्चों और परिवारों की संख्या में वृद्धि हुई हैं जो की अपनी सबसे मूल वस्तुओं और शैक्षिक आवश्यकताओं को संतुष्ट करने में कठिनाई का अनुभव कर रहे हैं. 
•    मंदी के दौर ने विशेष रूप 15-24 आयु वर्ग वर्ष के बच्चों को प्रभावित किया, जिससे एनईईटी (जो शिक्षा के क्षेत्र, रोजगार या प्रशिक्षण की संख्या को बताते हैं) की संख्या में वृद्धि हो रही हैं. 
•    विशेष रूप से, यूरोपीय संघ में 75 लाख युवा लोगों को वर्ष 2013 में एनईईटी के रूप में वर्गीकृत किया गया.
•    वर्ष 1930 के दशक की महान मंदी के बाद से इतनी अधिक बेरोजगारी की दर नहीं देखी गई जिसके कारण कई परिवार बच्चों को देखभाल, सुरक्षा और अवसर जो उनको मिलनी चाहिए प्रदान करने में असमर्थ हैं.
•    सबसे महत्वपूर्ण यह हैं की इस महान मंदी ने शिक्षित और सक्षम युवाओं की एक पीढ़ी को अपूर्ण उम्मीदों और स्थायी असुरक्षा से एक उपेक्षा की स्थिति में ला कर खड़ा कर दिया. 
•    हर दूसरे दिन मांस, चिकन, मछली या एक सब्जी युक्त भोजन वहन करने में असमर्थ बच्चों वाले घरों का प्रतिशत चार यूरोपीय देशों में दोगुने से अधिक हो गया जो - एस्टोनिया (10 प्रतिशत), ग्रीस (18 प्रतिशत), आइसलैंड (6 प्रतिशत) और इटली (16 प्रतिशत) हैं. 
अध्ययन में यह भी पता लगाया गया की 15-24 वर्ष के बच्चों का अनुपात जो शिक्षा, रोजगार या प्रशिक्षण में नहीं हैं (Not in Education, Employment or Training एनईईटी) जिसमे लोगों की आर्थिक स्थिति से सम्बंधित धारणाओं पर गैलप वर्ल्ड पोल डेटा और मंदी के बाद से शुरू हुई भविष्य की उम्मीद है.

इस अध्ययन ने गरीबी मापने के लिए चार संकेतकों का प्रयोग किया हैं जिनमे हैं – 
•    स्वयं या अपने परिवार के लिए भोजन खरीदने के लिए पर्याप्त पैसे नहीं होना 
•    तनाव का स्तर
•    समग्र जीवन संतुष्टि
•    बच्चों के सीखने और बढ़ने का अवसर प्राप्त हैं या नहीं.

प्रधानमंत्रीनेभारतऔरमोजाम्बिककेबीचतेलएवंगैससहयोगसमझौताज्ञापनकोमंजूरीप्रदानकी

30-OCT-2014

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत और मोजाम्बिक के बीच तेल एवं गैस क्षेत्र में सहयोग हेतु समझौता ज्ञापन को 29 अक्टूबर 2014 को मंजूरी प्रदान की. यह समझौता पांच वर्ष की अवधि का होगा. एमओयू में तेल और गैस की खोज एवं उत्पादन के साथ-साथ कच्चे तेल के परिशोधन तथा बिक्री के क्षेत्र में भी सहयोग करने की बात कही गयी है. संबंधित पक्षों के बीच या उनकी संबद्ध कंपनियों के जरिए व्यापार एवं निवेश को बढ़ावा देने और अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केन्द्रों के बीच सहयोग करने समेत क्षमता सृजन को बढ़ावा देने का भी उल्लेख इस एमओयू में किया गया.

विदित हो कि वर्ष 2010 में मोजाम्बिक के समुद्री सीमा के अंतर्गत दो ब्लॉकों में गैस के भंडार की खोज के बाद, मोजाम्बिक हाइड्रोकार्बन से भरपूर राष्ट्र के रूप में उभर कर सामने आया. इसके साथ ही मोजाम्बिक सामरिक दृष्टि से भारत के नजदीक है. बाजार निर्धारित मूल्य पर भारत में प्राकृतिक गैस लाने की दृष्टि से भी मोजाम्बिक भारत हेतु उपयुक्त देश है.

अमिताभबच्चनको 1984 केदंगोंकेदौरानहिंसाभड़कानेकेलिएअमेरिकीअदालतद्वारासमनभेजागया

30-OCT-2014

लॉस एंजिल्स की अमेरिका की फेडरल न्यायालय ने वर्ष 1984 सिख दंगा मामले में अमिताभ बच्चन को कथित तौर पर हिंसा भड़काने के आरोप में 28 अक्टूबर 2014 को समन भेजा. अमिताभ बच्चन पर 31 अक्टूबर 1984 को, जबकि प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की उनके दो सिख अंगरक्षकों द्वारा हत्या कर दी गई थी, तब खून का बदला खून (रक्त के लिए रक्त) नारा लगाने का आरोप लगाया गया.

अमेरिकी फेडरल न्यायालय के सिविल प्रक्रिया के संघीय नियमों के अनुसार मानव अधिकारों के उल्लंघन के आरोपों का जवाब देने के लिए बच्चन को 21 दिन का समय दिया गया. हालांकि यदि वह प्रतिक्रिया देने में विफल रहते हैं तो तयशुदा रूप से निर्णय उनके खिलाफ दर्ज किया जाएगा.

पृष्ठभूमि
अमिताभ बच्चन के खिलाफ शिकायत न्यूयॉर्क स्थित सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) और सिख विरोधी दंगों के दो कथित पीड़ितों बाबू सिंह दुखिया और मोहिंदर सिंह द्वारा दायर की गई. पिछले कई वर्षों से, सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) कथित मानवाधिकार उल्लंघन के मामलों में अमेरिका अदालतों में कई भारतीय नेताओं को खींचने की असफल कोशिश कर चुकी हैं.

1984 के सिख विरोधी दंगे 
नवंबर 1984 के सिख विरोधी दंगे इंदिरा गांधी की उनके सिख अंगरक्षकों द्वारा हत्या करने के जवाब में सिख विरोधी भीड़ द्वारा भारत में सिखों के खिलाफ निर्देशित उपद्रव की श्रृंखला थे. इस दौरान दिल्ली में 3000 लोगों सहित कुल 8000 से अधिक लोग मारे गए थे.

मशहूरफोटोग्राफररेनेबरीका 81 वर्षकीआयुमेंनिधन

30-OCT-2014

अंतरराष्ट्रीय हस्तियों के पोट्रेट लेकर पूरे विश्व में मशहूर फोटोग्राफर रेने बरी का 20 अक्टूबर 2014 को ज्यूरिख में 81 वर्ष की आयु में निधन हो गया. फोटोग्राफर रेने ने चे ग्वारा, पिकासो और ली कॉर्बुजिए जैसी हस्तियों की पोट्रेट खींची थी. बरी वर्ष 1955 में मैग्नम फोटो एजेंसी के साथ जुड़े थे. मैग्नम फोटो एजेंसी के अनुसार बरी की तबीयत लंबे समय से खराब चल रही थी.

मैग्नम एजेंसी के अध्यक्ष मार्टिन ने कहा कि, "रेने बरी एक महान फोटोग्राफर ही नहीं बल्कि एक अच्छे इंसान भी थे. ज्यूरिख के आर्ट व क्राफ्ट्स स्कूल से पढ़ाई करने के बाद उन्होंने वॉल्ट डिज्नी कंपनी में बतौर असिस्टेंट कैमरामैन काम किया". उन्हें क्रांतिकारी चे ग्वारा के पोट्रेट से लोकप्रियता मिली. बरी द्वारा ली गई एक तस्वीर में ग्वारा सिगार पी रहे हैं. उनका मानना था कि ग्वारा बेहद अहंकारी थे लेकिन उनमें आकर्षण था. वे एक पिंजरे में बंद शेर के समान थे. चे ग्वारा के अलावा उन्होंने फिदेल को, आर्किटेक्ट ली कार्बुजिए, चित्रकार अल्बर्ट गियाकोमेटी और पाब्लो पिकासो की तस्वीरें भी खींची थी. बरी ने 13 वर्ष की उम्र में चर्चित अंग्रेज राजनीतिज्ञ विंस्टन चर्चिल के ज्यूरिख दौरे को कैमरे में कैद किया था.

विश्वबैंकके ‘ईजऑफ़डूइंगबिज़नेस 2015’ रिपोर्टमेंभारत 142वेंस्थानपर

30-OCT-2014

विश्व बैंक द्वारा 29 अक्टूबर 2014 को जारी ‘ईज ऑफ़ डूइंग बिज़नेस 2015’ (Ease of doing business Report 2015) रिपोर्ट में भारत को 142वें स्थान पर रखा गया. कारोबार करने में आसानी के सन्दर्भ में विश्व बैंक द्वारा जारी इस रिपोर्ट में कुल 189 देशों की सूची में भारत को यह स्थान प्राप्त हुआ. इस सूची में सिंगापुर को प्रथम स्थान मिला.

भारत ईज ऑफ़ डूइंग बिज़नेस 2014 की सूची में 140वें स्थान पर था. विश्व बैंक के अनुसार, भारत की रैंकिंग में गिरावट की मुख्य वजह इस सूची में शामिल अन्य देशों द्वारा बेहतर प्रदर्शन रहा.

सरसिंडलरनिकोलसविंटनचेकगणराज्यकेऑर्डरऑफव्हाइटलायनसेसम्मानित

30-OCT-2014

सर सिंडलर निकोलस विंटन को राष्ट्रपति मिलोस जीमन द्वारा चेक गणराज्य के ऑर्डर ऑफ व्हाइट लायन से 28 अक्टूबर 2014 को सम्मानित किया गया. ऑर्डर ऑफ व्हाइट लायन चेक गणराज्य का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है. सर सिंडलर निकोलस विंटन को 105 वर्ष की उम्र में प्राग कैसल, चेक गणराज्य में आयोजित एक समारोह में सम्मानित किया गया. उनको यह सम्मान नाजियों से 669 बच्चों को बचाने के लिए दिया गया.

निकोलस, जिसको ब्रिटिश सिंडलर के रूप में जाना जाता हैं, ने वर्ष 1939 में हुए द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान 669 बच्चों जिनमें ज्यादातर जर्मन चेकोस्लोवाकिया के कब्जें वाले क्षेत्र के यहूदी थे, के लिए परिवहन और निवास का बंदोबस्त किया था. वर्ष 2003 में विंटन को आजीवन उपलब्धि के लिए प्राइड ऑफ़ ब्रिटेन अवार्ड से सम्मानित किया गया तथा वर्ष 2010 में ब्रिटिश सरकार द्वारा ब्रिटिश हीरो ऑफ़ होलोकॉस्ट के लिए नामित किया गया.

योजनाएवंवास्तुकलाविद्यालयविधेयक 2014 कोकेंद्रीयमंत्रिमंडलनेमंजूरीप्रदानकी

30-OCT-2014

योजना एवं वास्तुकला विद्यालय विधेयक 2014 को केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 29 अक्टूबर 2014 को मंजूरी प्रदान की. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल यह मंजूरी प्रदान की. केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा मंजूरी मिलने के बाद अब इस विधेयक को संसद में प्रस्तुत किया जायेगा.

यह विधेयक, योजना एवं वास्तुकला के सभी विद्यालयों को ‘योजना एवं वास्तुकला विद्यालय विधेयक 2014’ के दायरे में लाने के लिए लाया गया. विधेयक पारित होने से ये विद्यालय संसद में पारित कानून के तहत डिग्री देने में समर्थ हो सकेंगे. इससे योजना एवं वास्तुकला विद्यालय आइआइटी, एनआइटी जैसे उत्कृष्ट संस्थान बन जाएंगे तथा वास्तुकला एवं योजना के क्षेत्र में कुशल श्रमशक्ति के लिए देश की जरूरत पूरी हो सकेगी.
इस विधेयक के तहत सरकार की तरफ से किए गए सारे धन का लेखा जोखा और लेखा परीक्षा भारत का नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक करेगा. इससे संबंधित प्रत्येक वार्षिक रिपोर्ट और लेखित लेखे संसद में प्रस्तुत किए जाएंगे.

प्रसार भारती के सीईओ जवाहर सरकार को एबीयू का उपाध्यक्ष चुना गया

30-OCT-2014

टेलीविज़न और रेडियो की सबसे बड़ी संस्था एशिया पेसिफिक ब्रॉडकास्टिंग यूनियन (Asia Pacific Broadcasting Union-ABU) का मकाऊ में आयोजित सम्मेलन के दौरान हुए चुनाव में प्रसार भारती के सीईओ जवाहर सरकार को एबीयू का उपाध्यक्ष चुना गया. इसके साथ ही एबीयू के लिए आयोजित प्रेसिडेंसी इलेक्शन में भारत, मलेशिया, जापान और दक्षिण कोरिया को जीत मिली.

जवाहर सरकार के बारे में 
जवाहर सरकार भारत के राष्ट्रीय सार्वजनिक सेवा प्रसारक प्रसार भारती भारत के मुख्य कार्यकारी अधिकारी है. जवाहर सरकार ने वर्ष 2008 से फरवरी 2012 तक भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय में सचिव के रूप में सेवा की जहां वह अपने कार्यकाल में प्रधानमंत्री को सीधे रिपोर्ट करते थे.

उनके सम्मान और पुरस्कार 
जवाहर सरकार को भारत सरकार द्वारा असाधारण सेवा के लिए रजत पदक प्रदान किया गया. जवाहर सरकार ने संग्रहालय सुधार के लिए पहला ब्रिटिश संग्रहालय पुरस्कार प्राप्त किया.

उनकी पुस्तकें और मूल विषय 
उनकी पुस्तक ‘द कस्ट्रक्शन ऑफ द हिंदू आइडेंटिटी इन मेडिवल वेस्टर्न बंगाल: द रोल ऑफ पापुलर कल्ट्स’ भारत और विदेश में लोकप्रिय हुई.

एशिया पेसिफिक ब्रॉडकास्टिंग यूनियन के बारे में
एशिया पेसिफिक ब्रॉडकास्टिंग यूनियन (एबीयू) एक गैर लाभकारी और गैर सरकारी प्रसारकों का व्यावसायिक संघ है और भारत वर्ष 1964 से दूरदर्शन और ऑल इंडिया रेडियो (एआईआर) के साथ इसका संस्थापक सदस्य है. एबीयू की दुनिया के 61 देशों में 264 सदस्य हैं. यह दुनिया में सबसे बड़ा भौगोलिक क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले दुनिया के आठ प्रसारण संघों में तीसरा सबसे बड़ा संघ है

विश्वपोलियोदिवस 24 अक्टूबरकोदुनियाभरमेंमनायागया

30-OCT-2014

24 अक्टूबर: विश्व पोलियो दिवस

विश्व पोलियो दिवस 24 अक्टूबर 2014 पर दुनिया भर में मनाया गया. यह दिवस गंभीर बीमारी के खतरों के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए मनाया गया. इस दिन, रोटरी ने  पोलियो को समाप्त करने के लिए लड़ाई पर एक लाइव-स्ट्रीम वैश्विक स्थिति अपडेट की व्यवस्था की, जहां स्वास्थ्य विशेषज्ञों और प्रसिद्ध गायकों ने भाग लिया और वैश्विक पोलियो उन्मूलन पहल (जीपीईआई) की प्रगति का स्वागत किया. इसके अलावा, संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनिसेफ) ने दुनिया भर के बच्चो को पोलियो से बचाव के लिए अभियान का आयोजन किया.

यूनिसेफ के आंकड़ों के मुताबिक, पोलियो के मामलों की सालाना संख्या वर्ष 1988 में 350000 थी जो गिरकर वर्ष 2013 में 416 और वर्ष 2014 में 243 हो गई. वर्तमान में, पाकिस्तान, अफगानिस्तान और नाइजीरिया दुनिया में ऐसे तीन देश है जहां पोलियो के मामले सर्वाधिक पाए गए हैं.
विश्व पोलियो दिवस के बारे में 
विश्व पोलियो दिवस पोलियो के टीके का विकास करने वाले जोनास सॉल्क के जन्म के उपलक्ष्य में एक दशक पहले रोटरी इंटरनेशनल द्वारा स्थापित किया गया था.

डॉक्टर जोनास सॉल्क के बारे में
डॉक्टर जोनास सॉल्क का जन्म 28 अक्टूबर 1914 में अमेरिका की न्यूयॉर्क सिटी में हुआ था. वे एक महान शोधकर्ता के रूप से जाने जाते है. डॉ. सॉल्क द्वारा बनाई गई पोलियो दवा के उपलब्ध होने के ठीक 2 वर्ष पहले तक अमेरिका में 45,000 से भी ज्यादा लोग पोलियो के शिकार हो चुके थे लेकिन उनकी इस महान खोज के बाद यह संख्या 1962 में घटकर मात्र 910 ही रह गई.

डॉ. सॉल्क ने न्यूयॉर्क के विश्वविद्यालय से वर्ष 1939 में दवा क्षेत्र में एम.डी की डिग्री हासिल की थी जिसके बाद जल्द ही वे माउंट सिनाई अस्पताल में चिकित्सक के रूप में काम करने लगे. विभिन्न तरीके के शोध में उनकी बढ़ती हुई दिलचस्पी ने उन्हें मिशिगन के विश्वविद्यालय में एक खास तरह के शोध पर काम करने का मौका दिया. तत्पश्चात डॉ. साल्क ने पिट्सबर्ग के औषधि विद्यालय में भी काम किया जहां उन्होंने पोलियो की दवा बनाने की तकनीकों को सीखा. आखिरकार विभिन्न संगठनों में काम करने के बाद जब डॉ. सॉल्क ने पोलियो दवा का आविष्कार कर लिया तो पहली बार इसे बंदरों पर आजमाया गया. इसके बाद इसे कुछ मरीजों पर आजमाया गया जिन्हें पहले से ही पोलियो था. जब पोलियो ग्रसित लोगों को लाभ मिला तो डॉ. सॉल्क की इस खोज की खबर पूरे विश्व में फैल गई और इसे वर्ष 1954 में लाखों बच्चों पर आजमाया गया. अंत में वर्ष 1955 में पोलियो दवा को सुरक्षित व लाभकारी करार दिया गया. पोलियो की दवा का आविष्कर करने वाले महान डॉ. जोनास सॉल्क का 23 जून 1995 को 80 वर्ष की उम्र में निधन हो गया.

वर्ष 1955 में जब सॉल्क ने पोलियो का टीका पेश किया, तब पोलियो को युद्ध के बाद के दौर का सबसे भयावह स्वास्थ्य समस्या माना जाता था. वर्ष 1952 तक इस बीमारी से प्रतिवर्ष 3 लाख लोग प्रभावित और 58 हजार मौतें हो रही थी, जो अन्य दूसरी संक्रामक बीमारी की तुलना में सबसे ज्यादा थी. इनमें से ज्यादातर बच्चे थे. राष्ट्रपति फ्रैंकलिन डी. रूजवेल्ट इस बीमारी के सबसे ख्यात शिकार थे, जिन्होंने इस बीमारी से लड़ने के लिए टीका विकसित करने के लिए एक संस्थान की स्थापना की.

सचिनतेंदुलकरऔरस्टीववॉको ‘ब्रैडमैनहालआफफेम’ मेंशामिलकियागया

30-OCT-2014

भारतीय बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर और ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान स्टीव वॉ को ‘ब्रैडमैन हाल आफ फेम’ में शामिल किया गया. इन्हें सिडनी क्रिकेट ग्राउंड (एससीजी) पर आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान इस सम्मान से 29 अक्टूबर 2014 को सम्मानित किया गया. इस सम्मान की शुरुआत ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज सर डॉन ब्रेडमैन फाउंडेशन ने की थी.
सचिन तेंदुलकर ने वर्ष 1998 में सर डॉन ब्रेडमैन से एडीलेड स्थित घर में उनके 90वें जन्मदिन पर मुलाकात की थी. बाद में सर ब्रेडमैन ने सचिन को अपनी ऑल टाइम इलेवन टीम (सर्वकालिक एकादश टीम) में अपने साथ जगह दी थी.

सचिन ने एससीजी को अपने सबसे पसंदीदा मैदानों में से एक बताया. इस मैदान पर सचिन ने पांच टेस्ट मैचों में तीन शतक लगाए हैं. इस मैदान पर पहली बार वर्ष 1991 में खेलने वाले सचिन ने 2003-04 में यादगार नाबाद 241 रन की पारी खेली थी.
सचिन रमेश तेंदुलकर
भारत के क्रिकेट खिलाड़ी सचिन रमेश तेंदुलकर दाहिने हाथ के बल्लेबाज हैं. क्रिकेट की बाइबिल माने जाने वाली विज्डन की रैंकिंग के अनुसार टेस्ट क्रिकेट में डॉन ब्रेडमैन के बाद सचिन तेंदुलकर विश्व के दूसरे सबसे महानतम बल्लेबाज हैं, जबकि एकदिवसीय क्रिकेट में विव रिचर्ड्स के बाद सचिन तेंदुलकर दूसरे सबसे सफल बल्लेबाज हैं. सचिन तेंदुलकर मुंबई, महाराष्ट्र से संबंधित हैं. सचिन तेंदुलकर छह क्रिकेट विश्व कप प्रतियोगिताओं में भारतीय टीम के सदस्य रहे हैं, वह वर्ष 2011 विश्व कप को जीतने वाली भारतीय टीम के भी सदस्य रहे. 
सचिन तेंदुलकर से सम्बंधित मुख्य तथ्य 
• सचिन तेंदुलकर को यूनीसेफ ने वर्ष 2015 (2 वर्ष) तक के लिए दक्षिण एशिया के लिए अपना पहला  ब्रांड एंबेसडर नवंबर 2013 को नामित किया. 
• सचिन तेंदुलकर के सम्मान में 23 जून 2014 को ब्रिटेन की विलासिता का सामान निर्माता कंपनी ‘ईस्ट इंडिया’ ने सोने का विशिष्ट सिक्का जारी किया.
• सचिन तेंदुलकर को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान “भारत रत्न” से सम्मानित किया गया. 
• भारत की राष्ट्रपति प्रतिभा देवी सिंह पाटिल ने सचिन को अप्रैल 2012 में राज्यसभा के लिए मनोनित किया.
• सचिन तेंदुलकर का ऑर्डर ऑफ ऑस्ट्रेलिया की सदस्यता से सम्मानित किए जाने हेतु चयन 16 अक्टूबर 2013 को किया गया. 
• भारत की तत्कालीन राष्ट्रपति प्रतिभा देवी सिंह पाटिल ने सचिन तेंदुलकर को अप्रैल 2012 में राज्यसभा के लिए मनोनित किया. 
• सचिन तेंदुलकर को 26 फरवरी 2012 को सिडनी क्रिकेट ग्राउंड की आजीवन मानद सदस्यता दी गई.
सचिन तेंदुलकर के क्रिकेट करियर की उपलब्धि
• 1989: पाकिस्तान के खिलाफ अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत
• 1990: पहला टेस्ट शतक (नाबाद 119 रन) ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान पर इंग्लैंड के खिलाफ
• 1993: भारत में पहला टेस्ट शतक (163 रन) चेन्नई में इंग्लैंड के खिलाफ
• 1994: पहला एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय शतक अपने करियर के 79वें मैच में कोलंबो में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिंगर कप में
• 1997: सर्वश्रेष्ठ विजडन क्रिकेटर चयनित 
• 2001: एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में दस हजार रन बनाने वाले विश्व के पहले बल्लेबाज बने
• 2002: पोर्ट आफ स्पेन में वेस्टइंडीज के खिलाफ 117 बनाकर सर डान ब्रेडमैन के 29 टेस्ट शतक की बराबरी की और फिर इंग्लैंड के खिलाफ 193 बनाकर ब्रेडमैन का रिकार्ड तोड़ा 
• 2003: आइसीसी विश्व कप के 11 मैचों में 673 बना कर टूर्नामेंट के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी बने.
• 2004: सुनील गावस्कार के 34 शतक के रिकार्ड की बराबरी करने वाले विश्व के पहले खिलाड़ी बने
• 2004: एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 50 मैन आफ द मैच हासिल करने वाले दुनिया के पहले खिलाड़ी बने
• 2005: टेस्ट क्रिकेट में अपने करियर के 122वें मैच में दस हजार रन पूरे किए
• 2006: एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 14 हजार रन पूरे कर नया विश्व रिकार्ड बनाया
• 2008: एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 16 हजार रन बनाने वाले दुनिया के पहले खिलाड़ी बने
• 2008: टेस्ट क्रिकेट में ब्रायन लारा के 11,953 रन के रिकार्ड को तोड़ा 
• 2010: एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में दोहरा शतक बनाने वाले पहले पुरुष खिलाड़ी बने
• 2010: स्टीव वा के 168 टेस्ट खेलने के रिकार्ड को तोड़ा 
• 2011: क्रिकेट विश्व कप में बांग्लादेश के खिलाफ पहला मैच खेलने के साथ ही सबसे ज्यादा एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच खेलने वाले खिलाड़ी बने और सनथ जयसूर्या के 444 मैचों के रिकार्ड को पीछे छोड़ा.
• 2011: क्रिकेट विश्व कप में भारत के लिए सबसे ज्यादा 482 रन बनाने वाले बल्लेबाज बने
• 2012: एशिया कप में बांग्लादेश के खिलाफ 114 रन बनाकर अपने क्रिकेट करियर का 100वां शतक पूरा किया.
• 2012: सचिन तेंदुलकर ने एकदिवसीय क्रिकेट से संन्यास (23 दिसंबर 2012) लिया

वैश्विकआर्थिकमंचद्वाराजारी 'ग्लोबलजेंडरगैपरिपोर्ट 2014' मेंभारत 114वेंस्थानपर

30-OCT-2014

वैश्विक आर्थिक मंच द्वारा वर्ष 2014 हेतु जारी 'ग्लोबल जेंडर गैप रिपोर्ट 2014' (The Global Gender Gap Report 2014) में भारत का स्थान 142 देशों में 114वां है. इस सूचकांक के अनुसार, भारत वर्ष 2013 के मुकाबले 13 पायदान फिसला है. वर्ष 2013 में भारत 101वें स्थान पर था.  इस सूचकांक को आर्थिक भागीदारी, शैक्षणिक उपलब्धियों, स्वास्थ्य एवं उत्तरजीविता के आधार पर विश्व आर्थिक मंच (WEF) द्वारा 28 अक्टूबर 2014 को जारी किया गया.

इस सूची में भारत का स्थान संयुक्त अरब अमीरात, बहरीन, सउदी अरब, पाकिस्तान और जार्डन से बेहतर रहा. इस सूचकांक में आईसलैंड प्रथम स्थान पर रहा जहां पिछले 50 वर्ष में से 20 वर्ष महिला राष्ट्राध्यक्ष रहीं. आईसलैंड वर्ष 2009 से इस सूचकांक में शीर्ष स्थान पर है. आईसलैंड के बाद क्रमश: फिनलैंड, नार्वे, स्वीडन, डेनमार्क का स्थान है. अमेरिका इस सूची में 20वें स्थान पर है. पाकिस्तान सभी चार मानकों पर खराब प्रदर्शन के साथ 141वें स्थान पर है.
वैश्विक आर्थिक मंच द्वारा जारी 'ग्लोबल जेंडर गैप रिपोर्ट 2014' से संबंधित मुख्य तथ्य
• आर्थिक भागीदारी, शैक्षणिक उपलब्धियों, स्वास्थ्य एवं उत्तरजीविता के पैमानों पर भारत को औसत से कम आंका गया है. 
• भारत श्रमबल भागीदारी, अनुमानित अर्जित आय, साक्षरता दर और जन्म के समय लैंगिक अनुपात के संकेतकों के लिहाज से 20 सबसे अधिक खराब प्रदर्शन करने वाले देशों में शामिल.
• भारत राजनीति सशक्तिकरण उप सूचकांक में 20 सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले देशों में शामिल.
• आर्थिक भागीदारी और अवसर के लिहाज से भारत 134वें स्थान पर.
• श्रमबल में पुरुषों के मुकाबले महिलाओं का अनुपात 0.36.
• आय के लिहाज से यहां महिलाओं ने जहां 1980 डालर अर्जित किए वहीं पुरुषों की अर्जित आय 8,087 डालर रही.
• शैक्षणिक उपलब्धियों के लिहाज से भारत का स्थान 126वां रहा और पुरुषों के मुकाबले महिलाओं का साक्षरता अनुपात 0.68 रहा.
• भारत स्वास्थ्य और उत्तरजीविता के लिहाज से ठीक आर्मीनिया से पहले 141वें स्थान पर रहा.
• राजनीतिक सशक्तिकरण उपसूचकांक में भारत उल्लेखनीय रूप से काफी ऊपर रहा, इस मामलें में भारत 15वें पायदान पर रहा.
• भारत में स्त्री-पुरुष के बीच सबसे अधिक असमानता अवैतनिक कार्य पर प्रतिदिन खर्च किए गए औसत मिनट का है.
• भारत में स्त्री-पुरुष के बीच अवैतनिक कार्य के बीच का फर्क 300 मिनट है.
• सूची में पाकिस्तान सभी चार मानकों पर खराब प्रदर्शन के साथ 141वें स्थान पर है.
विदित हो कि वैश्विक आर्थिक मंच द्वारा यह 'ग्लोबल जेंडर गैप रिपोर्ट' सबसे पहले वर्ष 2006 में पेश किया था, ताकि लैंगिक असमानता की स्थिति और इसमें प्रगति का आकलन किया जा सके. इस सूचकांक के संकेतकों में राष्ट्रीय स्तर पर आर्थिक, राजनीतिक, शैक्षणिक और स्वास्थ्य संबंधी मामलों में स्त्री-पुरुष असमानता शामिल की जाती है.

जापानकेसर्वाधिकधनीव्यक्तिमासायोशीसननेभारतमेंसबसेबड़ेनिवेशकीघोषणाकी

30-OCT-2014

हाल ही में, जापान के सर्वाधिक धनी व्यक्ति, मासायोशी सन चर्चा में रहे क्योंकि उन्होंने भारत भारत में अब तक के सबसे बड़े निवेश की घोषणा की. मासायोशी ने भारत के सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र में 10 बिलियन अमेरिकी डॉलर के निवेश की घोषणी की.

मासायोशी ने भारत की ई-कॉमर्स कंपनी स्नैपडील में 627 मिलियन अमेरिकी डॉलर के निवेश की घोषणा के साथ अपने पूरी योजना की घोषणा की. इस निवेश के कारण स्नैपडील भारत में ऑलनाइन मार्केट का सबसे बड़ी कंपनी बन जाएगी.

मासायोशी सन के बारे में

•    मासायोशी सन एक कोरियाई-जापानी कारोबारी हैं.

•    वह जापान के सॉफ्टबैंक के संस्थापक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं.

•    मासायोशी स्प्रिंग कॉर्पोरेशन के अध्यक्ष भी हैं.

•    वह पूर्व में काफी धन हानि के बावजूद जापान के सर्वाधिक धनी व्यक्ति हैं. मासायोशी को वर्ष 2000 में डॉट कॉम में 70 बिलियन अमेरिकी डॉलर का नुकसान हुआ था.

•    फोर्ब्स के 2014 के आकड़ों के अनुसार, मासायोशी की कुल सम्पत्ति 22.3 अमेरिकी डॉलर है.

सूचनाएवंप्रसारणमंत्रीप्रकाशजावडेकरनेचारभारतीयभाषाओंमेंसमाचारएसएमएससेवाकीशुरुआतकी

29-OCT-2014

केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने 29 अक्टूबर 2014 को प्रायोगिक स्तर पर चार भारतीय भाषाओं (गुजराती, असमी, तमिल और मलयालम) में समाचार एसएमएस सेवा की शुरुआत की. इसके सेवा के तहत ऑल इंडिया रेडियो (एआईआर) के समाचार सेवा प्रभाग से मुफ्त समाचार एसएमएस सेवा प्रारंभ की गई. एसएमएस सेवा का मुख्य उद्देश्य ग्राहकों को उनकी पसंदीदा भाषा में महत्वपूर्ण खबरें उनके मोबाइल फोन पर उपलब्ध कराना है.

आकाशवाणी की न्यूज़ सर्विस डिवीज़न अब तक अंग्रेज़ी समेत कुल दस भाषाओं में उपलब्ध करा चुकी है. पिछले महीने सूचना व प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने एआईआर की मुफ्त एसएमएस सेवा पांच भारतीय भाषाओं हिंदी, मराठी, संस्कृत, डोगरी व नेपाली में शुरु की थी. एआईआर ने अंग्रेज़ी में अपनी एसएमएस सेवा पिछले वर्ष सितंबर में शुरू की थी. एआईआर के अनुसार यह सेवा ले रहे उसके सब्सक्राइबरों का डेटाबेस चार लाख का आंकड़ा पार कर चुका है. इस सेवा का उद्देश्य सब्सक्राइबर को मोबाइल फोन पर अपनी पसंदीदा भाषा में महत्वपूर्ण खबरें उपलब्ध कराना है. आकाशवाणी का न्यूज़ सर्विस डिवीज़न कस्टमाइज़्ड संदेशों को उपलब्ध कराने के लिए अपनी एसएमएस सेवा के ग्राहकों के एक डेटाबेस पर भी काम रहा है.

विदित हो कि भारतीय भाषाओं में समाचार एसएमएस सेवा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के महत्वकांक्षी योजना ‘डिजिटल इंडिया’ का ही एक हिस्सा है. जिसका (डिजिटल इंडिया का) ‘कम्यूनिकेटिंग इंडिया’ एक खास अवयव हैं

भारतऔरवियतनामकेमध्यहुए 7 समझौतोंपरहस्ताक्षर

29-OCT-2014

वियतनाम के प्रधानमंत्री नुएन तन जुंग की दो दिवसीय भारत की राजकीय यात्रा 28 अक्टूबर 2014 को संपन्न हुई. यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नुएन तन जुंग ने बिहार के गया स्थित बौद्ध स्थल भी गए. उनके साथ पचास सदस्यों का शिष्टमंडल भी आया. यात्रा के दूसरे दिन दोनों देशों के प्रधान मंर्तियों ने वार्ता की.

इस दौरान चीन की आपत्तियों को दरकिनार करते  हुए भारत ने हाइड्रोकार्बन समृद्ध दक्षिण चीन सागर में अपनी उपस्थिति बढ़ाने का निर्णय करते हुए दो अतिरिक्त तेल और गैस ब्लाक में अन्वेषण संबंधी समझौतों पर विएतनाम के साथ हस्ताक्षर किए. यही नहीं, दक्षिण चीन सागर में चीन के बढ़ते प्रभाव से निपटने के लिए वियतनाम की ताकत बढ़ाने का रणनीतिक कदम उठाते हुए भारत ने दस करोड़ डॉलर की ऋण सहायता के तहत उसे चार निगरानी और गश्ती पोत देने का निर्णय लिया. 
इस अवसर पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र में 21 जून को ‘अंतरराष्ट्रीय योग दिवस’ घोषित किए जाने के भारत के प्रस्ताव को सह-प्रायोजित करने के लिए वियतनाम के प्रधानमंत्री का धन्यवाद किया. इस यात्रा के दौरान दोनों देशों ने 7 समझौतों पर हस्ताक्षर किए.
दोनों देशों के मध्य हुए 7 समझौते
नालंदा विश्‍वविद्यालय की स्‍थापना पर भारत और वियतनाम के बीच समझौता ज्ञापन 
बिहार राज्‍य के नालंदा जिले में स्थित नालंदा विश्‍वविद्यालय एक गैर राज्‍य,गैर लाभ,स्‍वशासी अंतर्राष्‍ट्रीय संस्‍था है जिसका उद्देश्‍य बौद्धिक, दार्शनिक, ऐतिहासिक एवं आध्‍यात्मिक अध्‍ययन करने और इस प्रकार सहिष्‍णुता,सामंजस्‍य एवं परस्‍पर समझ के गुण हासिल करने के लिए सभी देशों के मेधावी एवं सबसे अधिक समर्पित छात्रों को एक साथ लाना है. पहले ईएएस के 10 देशों तथा 1 गैर ईएएस देश द्वारा इस विश्‍वविद्यालय के लिए अंतर्राष्‍ट्रीय सहायता के अंग के रूप में इस एमओयू पर हस्‍ताक्षर किए गए हैं.
वियतनाम के विश्‍व विरासत स्‍थल के संरक्षण एवं जीर्णोद्धार हेतु दोनों देशों के बीच समझौता ज्ञापन
यह एमओयू वियतनाम सरकार के उस प्रस्‍ताव से उत्‍पन्‍न हुआ है जिसमें वियतनाम के माई सन,क्वांग नाम प्रांत के विश्‍व विरासत स्‍थल में मंदिरों के समूह के जीर्णोद्धार में भारत की विशेषज्ञता एवं सहायता के लिए अनुरोध किया है तथा यह मई 2011 में भारतीय पुरातत्‍व सर्वेक्षण की'आरंभिक संरक्षण रिपोर्ट एवं परियोजना योजना'पर आधारित है. लगभग 16 करोड़ रुपए की अनुमानित लागत वाली इस परियोजना को विदेश मंत्रालय,भारत सरकार द्वारा वित्‍त पोषित किया जाएगा. इस परियोजना को भारत सरकार की ओर से भारतीय पुरातत्‍व सर्वेक्षण द्वारा कार्यान्वित किया जाएगा.
वियतनाम में अंग्रेजी भाषा एवं सूचना प्रौद्योगिकी प्रशिक्षण केंद्र की स्‍थापना हेतु समझौता ज्ञापन
इस एमओयू के तहत, वियतनाम के रक्षा मंत्रालय के दूर संचार विश्‍वविद्यालय में वियतनाम-भारत अंग्रेजी भाषा एवं सूचना प्रौद्योगिकी प्रशिक्षण केंद्र स्‍थापित किया जाएगा. यह केंद्र इन कौशलों में प्रशिक्षकों के प्रवीणता के सामान्‍य स्‍तर को ऊपर उठाने के लिए अंग्रेजी भाषा एवं सूचना प्रौद्योगिकी शिक्षण के लिए एक स्‍थाई स्‍थल प्रदान करेगा. यह रक्षा बलों के स्कूलों एवं प्रशिक्षण संस्थाओं के अंग्रेजी भाषा शिक्षकों को प्रशिक्षण देगा तथा उनके कौशलों का उन्नयन करेगा और साथ ही तृतीयक शिक्षा के लिए आवश्‍यक परीक्षणों के लिए छात्रों को तैयार भी करेगा. यह उत्‍कृष्‍टता के केंद्र के रूप में विकसित होने का भी प्रयास करेगा और साथ ही भारत सरकार की मदद से वियतनाम में स्‍थापित अंग्रेजी एवं आई टी शिक्षा के अन्‍य केंद्रों के साथ सहयोग भी करेगा. भारत सरकार के विदेश मंत्रालय को इस परियोजना के कार्यान्‍वयन की जिम्‍मेदारी सौंपी जाएगी.
वर्ष 2015-17 के लिए भारत और वियतनाम के बीच सांस्‍कृतिक विनिमय कार्यक्रम
सांस्‍कृतिक विनिमय कार्यक्रम का उद्देश्‍य कला एवं प्रदर्शनी के आयोजन,सांस्‍कृतिक एवं कला मंडलियों के आदान- प्रदान, दोनों देशों में लोक साहित्‍य,कला प्रदर्शन की गतिविधियों के आयोजन के माध्‍यम से भारत और वियतनाम के बीच सहयोग एवं सांस्‍कृतिक विनिमय को सुदृढ़ करना है.
भारत और वियतनाम के बीच प्रसारण पर सहयोग के लिए समझौता ज्ञापन
श्रव्‍य - दृश्‍य कार्यक्रमों के आदान - प्रदान के लिए भारत के प्रसार भारती और वियतनाम के वॉइस ऑफ वियतनाम के बीच प्रसारण पर सहयोग के लिए समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किया गया. इस एमओयू का उद्देश्‍य संस्‍कृति, शिक्षा,विज्ञान,मनोरंजन,खेल एवं समाचार के क्षेत्रों में कार्यक्रमों के आदान- प्रदान के माध्‍यम से प्रसारण के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाना है.
ओएनजीसी विदेश लिमिटेड तथा पेट्रो वियतनाम के बीच करार 
ओएनजीसी विदेश लिमिटेड तथा पेट्रो वियतनाम के बीच समझौते का उद्देश्‍य हाइड्रो कार्बन के क्षेत्र में भारत और वियतनाम के बीच परस्‍पर सहयोग में वृद्धि करना है. यह एमओयू वियतनाम में अपनी उपस्थिति का विस्‍तार करने के लिए तथा ऊर्जा के क्षेत्र में दोनों देशों के बीच अन्‍वेषण एवं अन्‍य क्षेत्रों में सहयोग को और सुदृढ़ करने के लिए वियतनाम की ओर से ओएनजीसी विदेश लिमिटेड को दिए गए निमंत्रण को रेखांकित करता है.

ओएनजीसी तथा पेट्रो वियतनाम के बीच समझौता ज्ञापन
यह एमओयू ऊर्जा के क्षेत्र में भारत और वियतनाम के बीच साझेदारी को सुदृढ़ करने का वर्णन करता है. भारत इस एमओयू में सहमत ब्लॉक में पेट्रो वियतनाम की भागीदारी का स्‍वागत करता है. यह एमओयू इस क्षेत्र में दोनों देशों के बीच भावी सहयोग का मार्ग प्रशस्‍त करता है.

अंतरराष्ट्रीयइंटरनेटदिवस 29 अक्टूबरकोदुनियाभरमेंमनायागया

29-OCT-2014

29 अक्टूबर: अंतरराष्ट्रीय इंटरनेट दिवस

अंतरराष्ट्रीय इंटरनेट दिवस वर्ष 1969 में इलेक्ट्रॉनिक संदेश भेजने हेतु इंटरनेट के सर्वप्रथम उपयोग की वर्षगांठ के अवसर पर 29 अक्टूबर 2014 को विश्व स्तर पर मनाया गया.

अंतरराष्ट्रीय इंटरनेट दिवस 
अंतरराष्ट्रीय इंटरनेट दिवस 29 अक्टूबर को हर वर्ष दुनिया भर में मनाया जाता है. वर्ष 2005 से, अंतरराष्ट्रीय इंटरनेट दिवस दूरसंचार और प्रौद्योगिकी के इतिहास में महत्वपूर्ण दिवस की याद में मनाया गया.

इंटरनेट की शुरुआत वर्ष 1969 में हुई थी जब अमरीका में सेना के लिए एक कंप्यूटर नेटवर्क तैयार किया गया था ताकि परमाणु युद्ध शुरू होने की स्थिति में सूचना का आदान प्रदान किया जा सके. इंटरनेट अरपानेट (एडवांस्ड रिसर्च प्रोजेक्ट्स एजेंसी नेटवर्क) के रूप में जाना जाता था. चार्ली क्लाइन ने 29 अक्टूबर 1969 को पहली बार इलेक्ट्रॉनिक संदेश प्रेषित किया.

प्रोफेसर लियोनार्ड क्लीनरोक की देखरेख में काम कर रहे चार्ली क्लाइन ने एक संदेश प्रेषित किया. यह संदेश अमेरिकी रक्षा विभाग के द्वारा यूसीएलए तथा स्टैनफोर्ड अनुसंधान संस्थान कंप्यूटर्स की नेटवर्किंग करके प्रेषित किया गया. हालांकि, प्रारंभिक संचरण के कारण, यह प्रणाली ध्वस्त हो गई और ट्रांसमिशन दुर्घटनाग्रस्त हो गया. इस प्रकार, अंतरराष्ट्रीय इंटरनेट दिवस अभिव्यक्ति के विचार से जुड़ा हुआ है जो लोकतांत्रिक उत्साह के साथ मनाता जाता है. इसके माध्यम से हर कोई इस सुविधा का समान लाभ प्राप्त कर सकता है जो दुनिया में लोगो को आपस में एकदूसरे से जोड़ती है.

देवेंद्रफड़नवीसकोमहाराष्ट्रमेंभारतीयजनतापार्टीकेविधायकदलकानेताचुनागया

29-OCT-2014

देवेंद्र फड़नवीस को महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक दल का नेता 28 अक्टूबर 2014 को चुना गया. वह महाराष्ट्र राज्य में भाजपा के पहले तथा विदर्भ से चुने जाने वाले चौथे मुख्यमंत्री के तौर पर 31 अक्टूबर 2014 को शपथ लेंगे. 
विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद देवेंद्र फड़नवीस ने महाराष्ट्र के राज्यपाल सी विद्यासागर राव से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश किया.

राज्यपाल ने देवेंद्र फड़नवीस को 31 अक्टूबर 2014 को शपथ ग्रहण करने के बाद 15 दिन में बहुमत साबित करने को कहा है.
शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन मुम्बई के वानखेड़े स्टेडियम में किया जाना है.

देवेंद्रफड़नवीससेसंबधितमुख्यतथ्य
• देवेंद्र फड़नवीस महाराष्ट्र विधानसभा आम चुनाव-2014 में नागपुर दक्षिण पश्चिम सीट से भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर निर्वाचित हुए. इसके पहले वह यहां से तीन बार विधायक चुने गए. 
• देवेंद्र फड़नवीस (44 वर्ष) शिवसेना के मनोहर जोशी के बाद राज्य में दूसरे ब्राह्मण मुख्यमंत्री होंगे. 
• नागपुर से आने वाले देवेंद्र फड़नवीस ने अपना राजनीतिक करियर मेयर से शुरू किया था. 
• वह 1989 में आरएसएस की छात्र शाखा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में शामिल हुए थे.
• मात्र 22 वर्ष की उम्र में वह नागपुर स्थानीय निकाय से कॉरपोरेटर बनें और 27 वर्ष की आयु में 1997 में नागपुर के सबसे युवा मेयर चुने गए.
• देवेंद्र फड़नवीस वर्ष 1999 में पहली बार विधानसभा का चुनाव लड़ा और इसमें जीत हासिल की. 
• देवेंद्र फड़नवीस ब्राह्मण परिवार के हैं और उनके पिता गंगाधर राव राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और जनसंघ में रहे हैं. फड़नवीस के पिता राज्य विधान परिषद के सदस्य भी रहे. 
• देवेंद्र फड़नवीस ने लॉ से स्नातक किया और उसके बाद उन्होंने बिजनेस मैनेजमेंट, प्रोजेक्ट मैनेजमेंट की पढ़ाई की. 
महाराष्ट्रविधानसभा
कुल 288 सदस्यों वाली महाराष्ट्र विधानसभा में भाजपा को बहुमत साबित करने के लिए 145 सदस्यों की जरूरत है. महाराष्ट्र विधानसभा आम चुनाव-2014 में भाजपा को कुल 122 सीटें मिलीं. भाजपा के नवनिर्वाचित विधायक एम गोविंद राठौड़ के निधन के बाद विधानसभा में भाजपा पार्टी के सदस्यों की संख्या 121 रह गई. भाजपा की चुनाव पूर्व सहयोगी रही राष्ट्रीय समाज पक्ष से भी एक विधायक चुना गया है. इस चुनाव में निर्दलीय विधायकों की संख्या सात है. 41 सदस्यों वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी सदन में मतदान के समय तटस्थ या गैरहाजिर रहने का आश्वासन दिया है.

महाराष्ट्रविधानसभाचुनावपरिणाम-2014

कुलसीट 288

पार्टी का नाम

जीतीं

 

भाजपा

122

 

भाकपा (मार्क्सवादी)

1

 

कांग्रेस

42

 

राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी

41

 

महाराष्ट्र नव निर्माण सेना

1

 

शिव सेना

63

 

आल इंडिया माइलिस इ इत्तेहादुल मुसलिमीन

2

 

बहुजन विकास आघदी (Bahujan Vikas Aaghadi)

3

 

भारीपा बहुजन महासंघ (Bharipa Bahujan Mahasangh)

1

 

पीजेंट एंड वर्कर्स पार्टी ऑफ़ इंडिया

3

 

राष्ट्रीय समाज पक्ष

1

 

समाजवादी पार्टी

1

 

निर्दलीय

7

 

Total

288

 

विधानसभा आम चुनाव-2014 से ठीक पहले शिवसेना से गठबंधन टूटने के बावजूद भाजपा ने 288 सदस्यीय सदन में 122 सीटें हासिल कीं, जबकि 2009 में उसे 46 सीटें ही मिली थीं. 
विदित हो कि महाराष्ट्र में वर्ष 2014 में लोकसभा के चुनाव में भाजपा और शिवसेना ने कुल 48 सीटों में से 42 सीटें जीती. इस चुनाव में भाजपा को 23 और शिवसेना को 18 सीटें मिली थीं.

विश्वबैंकने 'इंडियाडेवलपमेंटअपडेटरिपोर्टजारीकी

29-OCT-2014

विश्व बैंक ने अपनी द्विवार्षिक रिपोर्ट भारत विकास अद्यतन (इंडिया डेवलपमेंट अपडेट) 27 अक्टूबर 2014 को जारी की. रिपोर्ट में विश्व बैंक ने उच्च विकास दर को प्राप्त करने के लिए घरेलू सुधारों को जारी रखने और निवेश को प्रोत्साहित करने पर जोर दिया.


इस रिपोर्ट में भारत के सकल घरेलू उत्पाद में वित्तीय वर्ष 2014-15 में 5.6 प्रतिशत की वृद्धि होने की संभावना तथा जीडीपी विकास दर के वित्त वर्ष 2015-16 में 6.4 प्रतिशत की दर से एवं वित्तीय वर्ष 2016-17 में 7 प्रतिशत की वृद्धि दर से बढ़ने की संभावना व्यक्त की गई है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि  प्रस्तावित उपायों, जिसमें की वस्तु और सेवा कर के लागू होने से विनिर्माण क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा, से विकास में तेजी आने की उम्मीद है. इस रिपोर्ट में यह भी कहा गया हैं कि  वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के लागू होने से भारत को एक साझा बाजार में बदलने में मदद मिलेगी. जिससे अक्षम कर प्रणाली से छुटकारा मिलेगा तथा यह विनिर्माण क्षेत्र को बढ़ाने में एक महत्वपूर्ण उपाय साबित होगा.
रिपोर्ट की मुख्य विशेषताएं 
• सड़क अवरोधों, टोल और अन्य अवरोधों को आधा करके माल ढुलाई में लगने वाले समय को बीस से तीस प्रतिशत तक कम किया जा सकता हैं एवं माल लागत को तीस से चालीस प्रतिशत से भी ज्यादा कम किया जा सकता है. 
• इन उपायों से भारत के प्रमुख विनिर्माण क्षेत्रों की प्रतिस्पर्धात्मकता शुद्ध बिक्री की 3 से 4 प्रतिशत तक बढ़ेगी, जिससे भारत को उच्च विकास पथ पर लौटने में मदद मिलेगी और बड़े पैमाने पर रोजगार सृजन सक्षम संभव हो पायेगा.
• थोक मूल्य सूचकांक मुद्रास्फीति के पिछले वित्तीय वर्ष 2013-14 में 6.0 प्रतिशत की तुलना में वित्तीय वर्ष 2014-15 में कम होकर 4.3 प्रतिशत तक रहने की उम्मीद.
• आयात मांग में बढ़ोतरी एवं पूंजी प्रवाह में वृद्धि के कारण वित्तीय वर्ष 2013-14 के चालू खाता घाटा के 1.7 प्रतिशत के बढ़कर 2.0 प्रतिशत तक होने की संभावना. 
• व्यय में संयम बरतने एवं राजस्व जुटाने से राजकोषीय समेकन के जारी रखने की उम्मीद.
• भारत की अनुकूल जनसांख्यिकी, अपेक्षाकृत उच्च बचत, हाल ही में कौशल और शिक्षा में सुधार के प्रयास के लिए बनाई गई नीतियां और घरेलू बाजार एकीकरण, भारत की दीर्घ विकास की संभावनाओं को उच्च बनाता है. 
• भारत की कई चुनौतियां जिनमें घरेलू स्तर पर ऊर्जा की आपूर्ति एवं अल्पावधि में कमजोर राजस्व संग्रह से राजकोषीय दबाव प्रमुख है, की चर्चा की गई है. 
•  जोखिम को विनिर्माण क्षेत्र में सुधारों पर ध्यान केंद्रित करके काफी हद तक कम किया जा सकता है.

बेंगलुरुसिटीरेलवेस्टेशनवाई-फाईसुविधावालादेशकापहलारेलवेस्टेशनबना

29-OCT-2014

बेंगलुरु सिटी रेलवे स्टेशन वाई-फाई सुविधा वाला देश का पहला रेलवे स्टे‍शन बना. इस सेवा का उद्घाटन रेल मंत्री डीवी सदानंद गौड़ा ने 28 अक्टूबर 2014 को किया. बेंगलुरु की यह सुविधा पायलट परियोजना के रूप में प्रारंभ की गई.

विदित हो कि रेलवे की इस योजना के तहत ए-1 तथा ए श्रेणी के स्टेशनों पर वाई-फाई सुविधा देने की जिम्मेदारी ‘रेल टेल’ कंपनी को दी गई है. यह सुविधा रिंग में आप्टिकल फाइबर के इस्तेमाल से गीगा बाइट ईथरनेट नेटवर्क के जरिए रेल टेल द्वारा दी गई है. इसके तहत शुरू के 30 मिनटों में यात्रियों के मोबाइल फोन पर वाई-फाई सुविधा निशुल्क उपलब्ध  होगी. 30 मिनट से अधिक इस्तेमाल करने पर स्क्रैच कार्ड खरीदना होगा. यह वाई-फाई हैल्प डेस्क पर उपलब्ध  होगा. इन स्क्रैच कार्डो की कीमत 30 मिनट के लिए 25 रूपए तथा एक घंटे के लिए 35 रूपए है तथा इनकी वैधता 24 घंटे की है. इस योजना के तहत क्रेडिट/डेबिट कार्ड का इस्तेमाल कर अतिरिक्त ब्राउजिंग समय ऑनलाइन खरीदा जा सकता है.

डॉसूर्यप्रकाशप्रसारभारतीबोर्डकेअध्यक्षनियुक्त

29-OCT-2014

विवेकानंद इंटरनेशनल फाउंडेशन के फैलो और समाचार पत्र "द पायोनियर" के सलाहकार संपादक डॉ. ए. सूर्य प्रकाश को प्रसार भारती बोर्ड का अध्यक्ष 28 अक्टूबर 2014 को नियुक्त किया गया. डॉ. ए. सूर्य प्रकाश को राष्ट्रीय राजनीतिक मुद्दों पर उनकी समझ के लिए जाना जाता है. डॉ. प्रकाश की नियुक्ति तीन वर्ष के लिए होगी. इसके अलावा प्रसार भारती के सीईओ जवाहर सरकार को एशिया पैसिफिक ब्रॉडकास्टिंग यूनियन (एबीयू) का उपाध्यक्ष चुना गया.

डॉ. ए. सूर्य प्रकाश के बारे में

सूर्यप्रकाश जाने माने स्तंभकार हैं. साथ ही विवेकानंद इंटरनैशनल फाउंडेशन में फैलो हैं. यह पद करीब छह महीने से खाली था. मृणाल पांडे 30 अप्रैल को प्रसार भारती के अध्यक्ष पद से सेवानिवृत्त हुईं थीं. यह नियुक्ति उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी की अध्यक्षता में बनी तीन सदस्यी समिति की सिफारिश पर हुई. सूर्यप्रकाश को टीवी और प्रिंट मीडिया दोनों का अनुभव है. वे कई प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया संगठन में अहम स्थान पर रहे हैं. सूर्यप्रकाश नई दिल्ली के फिल्म और मीडिया स्कूल के संस्थापक-निदेशक और पायनियर मीडिया स्कूल के संस्थापक-निदेशक हैं. सूर्यप्रकाश ने वर्ष 1971 में बंगलौर में बतौर इंडियन एक्सप्रेस के संवाददाता के रूप में पत्रकारिता में अपना कैरियर शुरू किया.

केंद्रीयस्वास्थ्यमंत्रीडॉहर्षवर्धननेभारतके ‘तपेदिक-मिशन 2020’ कीघोषणाकी

29-OCT-2014

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने 28 अक्टूबर 2014 को भारत के ‘तपेदिक-मिशन 2020’ की घोषणा की. इस अभियान का मुख्य उद्देश्य वर्ष 2020 तक तपेदिक (टीबी) का उन्मूलन करना है. इस घोषणा हेतु आयोजित संगोष्ठी का शीर्षक था- ‘वैश्विक स्तर पर तपेदिक महामारी के खात्मे  के लिए लीक से हटकर सोचना: 2015 के बाद की रणनीति के साथ.’


विदित हो कि भारत में तपेदिक देखभाल के लिए जो मानक विकसित किये गये हैं, उनमें सर्वोत्तम निदान रणनीतियों को समाहित किया गया है. इसके तहत अत्यंत संवेदनशील उपकरणों, सार्वभौमिक दवा परीक्षण, उत्कृष्ट गुणवत्ता वाली दवाओं के उपयोग इत्यादि पर ध्यान केन्द्रित किया गया है

जापानकेसॉफ्टबैंकनेभारतमें 10 बिलियनडॉलरकेनिवेशकीघोषणाकी

29-OCT-2014

जापान की दूरसंचार कंपनी सॉफ्टबैंक आने वाले वर्षों में भारत के आईटी और संचार के क्षेत्र में 10 बिलियन अमेरिकी डॉलर (60000 करोड़ से अधिक रुपये का) के निवेश की घोषणा की. इस निवेश के साथ सॉफ्टबैंक दूरसंचार क्षेत्र और भारत में तेजी से बढ़ते ई-कॉमर्स के क्षेत्र में संभावनाओं में काफी अवसर देखता हैं. जापान की दूरसंचार कंपनी सॉफ्टबैंक के अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी मसायोशी सोन की केन्द्रीय संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी और कानून तथा न्याय मंत्री रविशंकर प्रसाद से मुलाकात के दौरान यह निवेश प्रस्ताव प्रस्तुत किया. अपनी भारत यात्रा के दौरान मसायोशी सोन ने नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ भी मुलाकात की.

इसके अतिरिक्त 28 अक्टूबर 2014 को सॉफ्टबैंक समूह और स्नैपडील ने भी एक निश्चित समझौते की घोषणा की जिसके अंतर्गत जिसके तहत सॉफ्टबैंक समूह 627 मिलियन अमेरिकी डॉलर के कुल निवेश के साथ  स्नैपडील में सबसे बड़ा निवेशक बन जाएगा. सॉफ्टबैंक समूह ने भी एएनआई टेक्नोलॉजीज़ प्राइवेट लिमिटेड (ओला कैब्स) के साथ भी एक समझौते की घोषणा की जिसके अंतर्गत यह मौजूदा निवेशकों के साथ ओला कैब्स में 210 मिलियन अमेरिकी डॉलर का निवेश करेगा.


समीक्षा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जापान की यात्रा के बाद सॉफ्टबैंक से निवेश प्रस्ताव एक जापानी फर्म का सबसे बड़ा निवेश है. मसायोशी सोन ने बताया कि हाल ही में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जापान यात्रा से भारत और जापान के बीच व्यायपक आर्थिक सहयोग को लेकर आशा और उम्मीद का वातावरण तैयार हुआ है.
सॉफ्टबैंक के बारे में
सॉफ्टबैंक जापान की प्रमुख दूरसंचार और इंटरनेट कंपनियों में से एक है. यह कंप्यूटर सॉफ्टवेयर वितरक के रूप में वर्ष 1981 में शुरू की गई थी. 92 बिलियन डॉलर के मार्केट कैप के साथ सॉफ्टबैंक ब्रॉडबैंड, फिक्स्ड लाइन टेलिकॉम, ई-कॉमर्स, वित्त, मीडिया और मार्केटिंग के क्षेत्र में अपनी सेवाएं दे रही है.

एमारएमजीएफलैंडलिमिटेडनेअपनीऑनलाइनभुगतानसेवाकेलिएपेयू (PayU) इंडियाकेसाथकरारकिया

29-OCT-2014

रियल्टी क्षेत्र की कंपनी एमार एमजीएफ लैंड लिमिटेड ने 27 अक्टूबर 2014 को अपने ग्राहकों के लिए ऑनलाइन भुगतान की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए भुगतान गेटवे फर्म पे यू (PayU) इंडिया के साथ करार किया.

इस करार की मुख्य विशेषताएं
•    एमार एमजीएफ ग्राहक अब पे यू मनी के माध्यम से अपनी संपत्तियों के लिए ईएमआई का भुगतान कर सकते हैं.
•    पे यू मनी ग्राहकों को किसी भी समय और किसी भी राशि का भुगतान करने में सहायता करेगा, अतः एनईएफटी या आरटीजीएस का कोई प्रतिबंध नहीं रहेगा.
•    इसके साथ ही एमार एमजीएफ अपने ग्राहकों को अपने ग्राहक सेवा पोर्टल ई-सेवाओं पर एक अद्वितीय और सुरक्षित भुगतान गेटवे प्रदान कर पायेगा. 
•    ग्राहकों को एमार एमजीएफ की विभिन्न परियोजनाओं के लिए कई भुगतान करने की जरूरत नहीं होगीं, बस उनको केवल एक भुगतान करना होगा और पे यू मनी विभिन्न परियोजनाओं के बीच यह विभाजन अपने आप कर देगा.


पे यू इंडिया
पे यू इंडिया विश्व के सबसे बड़े उपभोक्ता भुगतान चालकों को में से एक है. पे यू इंडिया की मूल कंपनी नस्पेर्स समूह, जोहान्सबर्ग और लंदन स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध एक मीडिया और इंटरनेट फर्म है. पे यू मनी पे यू इंडिया द्वारा विकसित एक भुगतान समाधान है. पे यू मनी 40000 से अधिक व्यवसायों के लिए भुगतान समाधान का कार्य करती हैं जिनमें से कुछ प्रमुख निम्न हैं – बुक माई शो, गोआईबीबो, रिचार्ज इट नाउ, रेड बस आदि. 

एमार एमजीएफ लैंड लिमिटेड
एमार एमजीएफ लैंड लिमिटेड एमजीएफ डेवलपमेंट लिमिटेड और दुबई स्थित एमार प्रॉपर्टीज पीजएससी के बीच एक संयुक्त उद्यम है. दिल्ली में स्थित इस कंपनी ने 2005 के मध्य से भारत  में परिचालन शुरू किया और यह भारत भर में आवासीय, वाणिज्यिक, खुदरा और होटल परियोजनाओं में लगी हुई है. वर्तमान में इसका ध्यान दिल्ली में और इसके अलावा राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र, मोहाली, हैदराबाद, चेन्नई और अन्य प्रमुख भारतीय शहरों में आवासीय परियोजनाओं के विकास पर है.

रक्षामंत्रालयनेइजरायलसे 8000 करोड़रुपएकीएंटीटैंकमिसाइलेंखरीदनेकेसौदेकोमंजूरीदी

29-OCT-2014

रक्षा मंत्रालय ने इजरायल से 8000 करोड़ रुपए की एंटी टैंक मिसाइल खरीदने के सौदे को मंजूरी 25 अक्टूबर 2014 को प्रदान की. यह निर्णय रक्षा मंत्री अरुण जेटली की अध्यक्षता वाली रक्षा खरीद परिषद (डीएसी) की बैठक में लिया गया. इस सौदे के तहत भारत कम से कम 8000 स्पाइक मिसाइलें और 300 से अधिक लांचर खरीदेगी जिनका मूल्य 32 अरब रुपए तक हैं.
बारह डोर्नियर विमान भी नौसेना के लिए और 362 पैदल सेना हेतु लड़ाकू वाहन भी खरीदें जाने हैं. रक्षा खरीद परिषद ने घरेलू स्तर पर 50000 करोड़ रुपए मूल्य की लागत वाली एक परियोजना जिसमें विदेशी भागीदार के सहयोग से छह पनडुब्बियों का निर्माण करना सम्मिलित हैं पर सहमति प्रकट की.

इस सौदे में 740 करोड़ रुपए की लागत से सेना के उपकरणों को ढ़ोने वाली 1768 क्रिटिकल रोलिंग स्टोक भी सम्मिलित है. रक्षा खरीद परिषद ने अमेरिका की जैवलिन एंटी टैंक मिसाइल की जगह इजरायल की स्पाइक एंटी टैंक मिसाइल को प्राथमिकता दी.
जैवलिन एंटी टैंक मिसाइलों को अस्वीकार करने का कारण
मंत्रालय ने निम्नलिखित तीन कारणों के कारण अमेरिका के प्रस्ताव को स्वीकार नहीं किया.
• भारतीय समकक्ष भारत डायनेमिक को प्रौद्योगिकी हस्तांतरण की सीमा को स्पष्ट नहीं किया गया था. 
• इजरायल मिसाइलों की लागत अमेरिका मिसाइल की तुलना में काफी कम हैं.
• आखिरी समय पर इजरायल सौदा रद्द करने से अंतरराष्ट्रीय समुदाय को गलत संकेत जाता.
जैवलिन एवं स्पाइक एंटी टैंक मिसाइलों की तुलना 
स्पाइक एक इजरायली निर्मित, हल्की, दागो और भूल जाओ टैंक रोधी और एन्टी पर्सनेल टैन्डम 
चार्जड हीट वारहेड वाली मिसाइल हैं. यह छूटने से पहले लक्ष्य को निर्धारित कर लेती हैं. यह इजरायल की राफेल एडवांस्ड डिफेंस सिस्टम्स द्वारा निर्मित है.
जैवलिन एंटी टैंक मिसाइल प्रणाली को लॉकहीड मार्टिन कॉर्प और रेथियॉन कंपनी द्वारा निर्मित किया गया हैं जिसको जैवलिन संयुक्त उद्यम में लॉकहीड मार्टिन ने ऑरलैंडो, फ्लोरिडा और रेथियॉन, टक्सन एरिज़ोना में अमेरिकी सेना और मरीन कोर के लिए विकसित और निर्मित किया गया था.
अन्य प्रस्ताव
रक्षा खरीद परिषद की बैठक में अन्य प्रस्ताव जिनको मंजूरी दे दी गई उनमें 50 हजार करोड़ रुपए की लागत से बनाए जाने वाले छह अत्याधुनिक पनडुब्बियां शामिल हैं. सरकार एक वर्ष की समय सीमा में इन सभी छह पनडुब्बियों के निर्माण को पूरा करना चाहती हैं.
ये पनडुब्बियां एयर इंडिपेंडेंट प्रोपल्सन (एआइपी) क्षमता से लैस होंगी, जिससे ये अधिक समय तक पानी के भीतर रह सकेंगी. इसके साथ ही इसमें बेहतर स्टेल्थ टेक्नोलाजी का प्रयोग किया जाएगा, ताकि दुश्मन की नजर से ये छुपी रह सकें.

पनडुब्बियों का आवंटन
रक्षा खरीद परिषद द्वारा शिपयार्ड के बारे में फैसला करने के लिए एक समिति बनाई जाएगी जो कि इन पनडुब्बियों के लिए प्रस्ताव (आरएफपी) के लिए अनुरोध जारी करेगी. यह समिति छह से आठ हफ्ते के भीतर देश के निजी व सरकारी बंदरगाहों में उपलब्ध सुविधाओं का अध्ययन कर रिपोर्ट देगी और उसके बाद चयनित बंदरगाह पर इनका निर्माण शुरू होगा. सभी छह पनडुब्बियों को एक ही शिपयार्ड पर बनाया जायेगा. हालांकि, प्रस्ताव के लिए अनुरोध (आरएफपी) सभी शर्ते पूरे करने वाले यार्ड के लिए खुला होगा. 
इसके अतिरिक्त, डोर्नियर विमान बेंगलूर स्थित रक्षा हेतु सार्वजनिक क्षेत्र की इकाई हिन्दुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड द्वारा 1850 करोड़ रुपए की कुल लागत से निर्मित किया जाएगा. डोर्नियर को समुद्री निगरानी के लिए उपयोग किया जाता है और नौसेना के पास इन 40 विमानों का एक बेड़ा है.
भारत विश्व का सबसे बड़ा हथियार खरीदार देश है. यह अपने सोवियत युग के सैन्य हार्डवेयर के उन्नयन में 250 बिलियन अमेरिकी डॉलर का निवेश करेगा जिससे यह अपने सामरिक प्रतिद्वंद्वी चीन की बराबरी कर सकें.

भारतीयमूलकेनेत्रचिकित्सकविनोदगाउबाकोमहात्मागांधीप्रवासीसम्मान

29-OCT-2014

दुबई में रहने वाले भारतीय मूल के नेत्र चिकित्सक विनोद गाउबा को स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में योगदान के लिए अक्टूबर 2014 के चौथे सप्ताह में महात्मा गांधी प्रवासी सम्मान से सम्मानित किया गया. उन्हें नेत्रहीनों के लिए काम करने और नेत्र विज्ञान के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका के लिए लंदन के हाउस ऑफ लार्ड्स में यह सम्मान दिया गया. गाउबा दुबई हेल्थकेयर सिटी में काम करते हैं, जो आंखों की देखभाल के लिए विशेष सुविधाएं देने वाला एक संस्थान है.
महात्मा गांधी प्रवासी सम्मान से संबंधित मुख्य तथ्य

महात्मा गांधी प्रवासी सम्मान भारतीय मूल के अप्रवासियों (वैश्विक) के बीच से बीस ऐसे लोगों को प्रतिवर्ष दिया जाता है, जिन्होंने अलग-अलग क्षेत्रों में असाधारण उपलब्धियां हासिल की हों.

विश्वभरमें 22 अक्टूबरकोअंतरराष्ट्रीयहकलाहटजागरूकतादिवसमनायागया

29-OCT-2014

अंतरराष्ट्रीय हकलाहट जागरूकता दिवस (International Stammering Awareness Day, आईएसएडी) 22 अक्टूबर 2014 को मनाया गया. यह दिन हकलाहट जो एक वाक् विकार है के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ाने के लिए मनाया गया. 
आईएसएडी के दौरान कई हकलाहट संघो जैसे ब्रिटिश स्टैमरिंग एसोसिएशन (British Stammering Association, बीएसए) एवं विश्व भर में फैले व्यक्तियों और समूहों ने हकलाहट के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए कई कार्यकर्मों का आयोजन किया.

ब्रिटिश स्टैमरिंग एसोसिएशन (बीएसए) ने आईएसएडी ऑनलाइन सम्मेलन आयोजित किया जिसका विषय ‘हम एक आवाज के साथ बोलते हैं’ था जिसमें लोगों ने हकलाहट के बारे में टिप्पणियाँ की और इस बारे में सवाल पूछें. 
यह आईएसएडी ऑनलाइन सम्मेलन 1 अक्टूबर और 22 अक्टूबर के बीच प्रतिवर्ष आयोजित किया जाता है. इसमें हकलाहट के बारें में एक विशेषज्ञ वार्ता का भी आयोजन किया गया था.
पहले अंतरराष्ट्रीय हकलाहट जागरूकता दिवस (आईएसएडी) का आयोजन वर्ष 1998 में किया गया था. यह अंतरराष्ट्रीय स्टटरिंग एसोसिएशन (International Stuttering Association, आईएसए), इंटरनेशनल फलूएन्सी एसोसिएशन (International Fluency Association, आइएफए) और यूरोपियन लीग ऑफ़ स्टटरिंग एसोसिएशन (European League of Stuttering Associations, ईएलएसए) की संयुक्त परियोजना है.

केंद्रीयश्रममंत्रीनरेन्द्रसिंहतोमरनेराष्ट्रीयसुरक्षापरिषदपुरस्कार 2013 प्रदानकिया

28-OCT-2014

केंद्रीय श्रम एवं रोजगार, इस्पात एवं खान मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने 27 अक्टूबर 2014 को मुंबई में वर्ष 2013 के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद पुरस्कार (एनएससीआई) प्रदान किया. चार श्रेणियों में कुल 85 संस्थाओं को ये पुरस्कार दिए गए.

इनकी चार श्रेणियां हैं- सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार, श्रेष्ठ पुरस्कार, सुरक्षा पुरस्कार और प्रशंसा पत्र. विनिर्माण क्षेत्र में तारापुर परमाणु बिजली केंद्र, एनपीसीआईएल की इकाई तीन एवं चार को प्रथम पुरस्काार मिला. दूसरा पुरस्कार निर्माण क्षेत्र के लिए काकरापार परमाणु बिजली परियोजना तीन एवं चार केंद्र को दिया गया. लघु एवं सूक्ष्म सेक्टर में एलिन अप्लायंसेस प्राइवेट लिमिटेड, सोलन, हिमाचल प्रदेश को सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार प्रदान किया गया.
राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद पुरस्कार (एनएससीआई) से संबंधित मुख्य तथ्य
राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद पुरस्कार कार्यस्थलों पर सुरक्षा, बेहतर स्वास्थ्य और पर्यावरण के लिए प्रतिवर्ष दिए जाते हैं. ये पुरस्कार श्रम मंत्रालय के अधीन स्वायत्तशासी संस्थान, राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद द्वारा घोषित किए जाते हैं.

विश्वस्वास्थ्यसंगठननेनाइजीरियाकोइबोलामुक्तदेशघोषितकिया

28-OCT-2014

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने 20 अक्टूबर 2014 को नाइजीरिया को इबोला मुक्त देश घोषित किया. नाइजीरिया में पिछले 42 दिन से, जो कि एक देश के लिए डब्ल्यूएचओ द्वारा निर्धारित इबोला मुक्त घोषित किए जाने की अवधि हैं, में इबोला वायरस का एक भी मामला सामने नहीं आया. इसके बाद डब्ल्यूएचओ ने इस देश को इबोला मुक्त देश घोषित किया. डब्ल्यूएचओ के अनुसार, नाइजीरिया की सफलता पर्याप्त वित्त पोषण, त्वरित कार्रवाई और डब्ल्यूएचओ रोग नियंत्रण के लिए अमेरिकी केंद्र और स्वयंसेवी डॉक्टरों से प्राप्त सहायता के कारण संभव हो पाई.

इसके साथ ही नाइजीरिया पश्चिम अफ्रीका में इबोला मुक्त घोषित होने वाला दूसरा देश (पहला सेनेगल) बन गया. नाइजीरिया में 8 सितंबर 2014 को इबोला के अंतिम मामले की पुष्टि हुई थी. 17 अक्टूबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र स्वास्थ्य एजेंसी ने सेनेगल को 42 दिन में इबोला वायरस का एक भी मामला सामने नहीं आने के बाद, इसे इबोला मुक्त घोषित कर दिया था.
डब्ल्यूएचओ द्वारा निर्धारित 42 दिन के समय का उद्देश्य

डब्ल्यूएचओ की सिफारिशों के अनुसार, 42 दिन में इबोला वायरस का कोई भी नया मामला सामने नहीं आने के बाद किसी भी देश को इबोला मुक्त घोषित कर दिया जाता हैं. यह 42 दिन की अवधि इबोला की इन्क्यूबेशन अवधि (21 दिन) के समय का दुगुना हैं. यह 42 दिन की अवधि उस दिन प्रारंभ होती हैं जब देश में किसी भी व्यक्ति का किसी इबोला से ग्रस्त या संभावित के साथ संपर्क था.

विदित हो कि इबोला वायरस ने अब तक लगभग 4500 से अधिक लोगों की जान ले ली, जिससे पश्चिम अफ्रीका में लाइबेरिया, सिएरा लियोन और गिनी मुख्य रूप से प्रभावित हुए. कुल मिलाकर नाइजीरिया के सबसे बड़े शहर लागोस में 20 मामलों में आठ लोगों की मृत्यु की पुष्टि की गई और पोर्ट हार्कोट के तेल केंद्र पर लगभग 900 लोगों की इस बीमारी के लक्षणों के लिए निगरानी की गई.

विश्वश्रव्य-दृश्यविरासतदिवस 27 अक्टूबरकोविश्वस्तरपरमनायागया

28-OCT-2014

27 अक्टूबरविश्वश्रव्य-दृश्यविरासतदिवस
विश्व श्रव्य-दृश्य विरासत दिवस 27 अक्टूबर को विश्व स्तर पर मनाया गया. विश्व श्रव्य-दृश्य विरासत दिवस दृश्य-श्रव्य दस्तावेजों के संरक्षण लिए उठाए जाने वाले जरूरी उपायों की जरूरत के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए मनाया जाता हैं. साथ ही यह दृश्य-श्रव्य दस्तावेजों के महत्व को राष्ट्रीय पहचान के एक अभिन्न अंग के रूप में स्वीकार करने पर केंद्रित करता हैं.
विश्वश्रव्य-दृश्यविरासतदिवस
27 अक्टूबर को प्रत्येक वर्ष संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) विश्व श्रव्य-दृश्य विरासत के लिए विश्व दिवस को बढ़ावा देने के लिए संगठनों, सरकारों और समुदायों के साथ मिलकर काम करता है. विश्व श्रव्य-दृश्य विरासत दिवस पर कई कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, जिनमें निम्न हैं–

  • विश्व श्रव्य-दृश्य विरासत दिवस को बढ़ावा देने के लिए प्रतीक चिन्ह (लोगो) प्रतियोगिता आयोजित की जाती है.
  • राष्ट्रीय फिल्म अभिलेखागार, दृश्य-श्रव्य सोसाइटी, टीवी या रेडियो स्टेशनों और सरकारों के संयुक्त प्रयासों द्वारा स्थानीय कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं.
  • महत्वपूर्ण दृश्य-श्रव्य दस्तावेजों के संरक्षण के महत्व पर पैनल चर्चा, सम्मेलनों और सार्वजनिक वार्ता आयोजित किए जाते हैं.
  • फिल्मों का प्रदर्शन किया जाता है.

पृष्ठभूमि

श्रव्य-दृश्य डॉक्यूमेंट्स, जैसे- फिल्म, रेडियो या टेलीविजन के कार्यक्रम हमारी महत्वपूर्ण एवं साझा विरासत हैं, क्योंकि इनमें 20वीं और 21वीं सदी के काफी महत्वपूर्ण रिकॉ‌र्ड्स मौजूद हैं. वे लोगों की सांस्कृतिक पहचान को बनाए रखने में मदद करते हैं. हालांकि, कई ध्वनि रिकॉर्डिंग, छवियां और अन्य दृश्य-श्रव्य सामग्री उपेक्षा, प्राकृतिक क्षय और प्रौद्योगिकीय अप्रचलन के कारण समाप्त हो रहे हैं. यूनेस्को जैसे संगठन ने महसूस किया कि मजबूत और संगठित अंतरराष्ट्रीय कार्रवाई नहीं की गई तो और अधिक दृश्य-श्रव्य दस्तावेज को खो देंगे.

यूनेस्को महासभा ने वर्ष 2005 में श्रव्य-दृश्य विरासत की रक्षा के लिए, दृश्य-श्रव्य दस्तावेजों के महत्व को राष्ट्रीय पहचान के एक अभिन्न अंग के रूप में स्वीकार करने एवं उन्हें बचाने के लिए तत्काल आवश्यकता की ओर ध्यान आकर्षित के लिए 27 अक्तूबर को विश्व श्रव्य-दृश्य विरासत दिवस के रूप में मनाने की मंजूरी दी. तब से विश्व में प्रत्येक वर्ष इस दिवस को चुनाव दृश्य पुरालेख संघ समन्वय परिषद (सीसीएएए) के अनुरूप गतिविधियों का आयोजन करके मनाया जाता हैं. यह यूनेस्को नामित संस्था हैं जिसकी देखरेख में यह वार्षिक आयोजन किया जाता हैं

पंकजआडवाणीनेविश्वबिलियर्ड्सअंकप्रारूपचैम्पियनशिपख़िताबजीता

28-OCT-2014

भारत के बिलियर्ड्स खिलाड़ी पंकज आडवाणी ने 24 अक्टूबर 2014 को लीड्स (ब्रिटेन) में खेले गए ‘विश्व बिलियर्ड्स अंक प्रारूप चैम्पियनशिप’ के अंतिम मुकाबले में, पूर्व विश्व बिलियर्ड्स अंक प्रारूप चैम्पियन पीटर गिलक्रिस्ट को 6-2 से हराकर ख़िताब जीता. आडवाणी ने खिताब हासिल करने के लिए लगातार पांच फ्रेम में जीत प्राप्त की. यह आडवाणी की 11 वीं विश्व खिताब और खेल के अन्य प्रारूपों में वर्ष की तीसरी खिताबी थी.


वर्ष 2014 में आडवाणी द्वारा जीतें गए अन्य तीन खिताब निम्न हैं:-
• आइबीएसएफ विश्व 6 रेड स्नूकर खिताब
• विश्व टीम बिलियर्ड्स खिताब 
• विश्व बिलियर्ड्स चैम्पियनशिप (अंक प्रारूप)
विदित हो कि इस मुकाबले के सेमीफाइनल में आडवाणी ने भारत के ही सौरव कोठारी को 5-2 से हराया जबकि गिलक्रिस्ट ने इंग्लैंड के रॉबर्ट हॉल को 5-3 से हराकर फाइनल में जगह बनाई.

उत्तराखंड मंत्रिमंडल ने केदारनाथ मंदिर क्षेत्र के पुनर्निर्माण की मंजूरी दी

28-OCT-2014

उत्तराखंड मंत्रिमंडल ने वर्ष 2013 में आई बाढ़ से तबाह हुए केदारनाथ मंदिर के चारों ओर और उसके आस– पास के इलाके के पुनर्निर्माण कार्य के ब्लूप्रिंट को मंजूरी 20 अक्टूबर 2014 को दी. इस ब्लू प्रिंट को राज्य के आपदा प्रबंधन विभाग ने तैयार किया. यह फैसला भी किया गया कि पुनर्निमाण कार्य की जिम्मेदारी बदरी–केदार मंदिर समिति को दी जाए जो कि इन कार्यों को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के साथ परामर्श करने के बाद शुरु करेगी. मंदिर के चारो तरफ पुनर्निर्माण कार्य छह चरणों में किया जाएगा और इसके तहत रुद्रप्रयाग और सोनप्रयाग के बीच अच्छी सड़क भी बनाई जाएगी.

हिमालय के इस मंदिर के पचास मीटर के दायरे में किसी भी प्रकार के निर्माण कार्य की इजाजात नहीं होगी और सभी निर्माण कार्य भारतीय भू–गर्भ सर्वेक्षण (जीएसआई) के सिफारिशों के आधार पर किया जाएगा.

डेनिसमुखवेगीनेप्रतिष्ठितसखारोवमानवाधिकारपुरस्कारजीता

28-OCT-2014

कांगों के स्त्रीरोग विशेषज्ञ डेनिस मुखवेगी मुखेनगेरे ने 21 अक्टूबर 2014 को प्रतिष्ठित सखारोव मानवाधिकार पुरस्कार 2014 जीता. उन्हें यह सम्मान कांगों गणराज्य के हजारों रेप पीड़ितों की मदद करने के प्रयास के लिए दिया गया. पश्चिमी यूक्रेन लोकतंत्र समर्थित और अधिकार समूह यूरोमैदान जिसने अपदस्थ राष्ट्रपति विक्टर यानुकोविच के खिलाफ लोकप्रिय विद्रोह का नेतृत्व किया, को उप– विजेता घोषित किया गया. तीसरे प्रमुख उम्मीदावर अजरबाइजान के मानवाधिकार कार्यकर्ता लियाल युनुस थे जिनपर वर्तमान में कट्टर दुश्मन आर्मेनिया के लिए जासूसी करने पर देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किया गया था.


पृष्ठभूमि
कांगो के पूर्वी लोकतांत्रिक गणराज्य में विशाल खनिज भंडार पर नियंत्रण के लिए प्रतिद्वंद्वी बल स्थानीय आबादी को आतंकित करने के लिए दशकों से सामूहिक बलात्कार का हथियार इस्तेमाल कर रहे हैं. 59 वर्षीय स्त्री रोग विशेषज्ञ ने पानजी अस्पताल की स्थापना पूर्वी कांगों में वर्ष 1999 में की थी. इस अस्पताल की स्थापना उन महिलाओं के इलाज के लिए किया गया था जो ऐसे भीषण यौन हिंसा की शिकार हुई थीं.

वर्ष 2012 में मुखवेगी ने जब लगातार हो रही बलात्कार की घटनाओं और विश्व समुदाय द्वारा इसे रोकने में विफल रहने पर अपनी आवाज बुलंद की तो उनपर जानलेवा हमला किया गया. हमले में वो बाल– बाल बच गए थे. हालांकि, घर लौटने पर हजारों लोगों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया और यौन हिंसा न करने की बात कही.

डेनिसमुखवेगीमुखेंगिर

  • डेनिस मुखवेगी मुखेंगिर कांगो गणराज्य (डीआरसी) के पांजी अस्पताल के संस्थापक और चिकित्सा निदेशक हैं.
  • मुखवेगी डीआरसी में महिलाओँ के अधिकार के लिए लड़ने वाले व्यक्ति हैं. उन्होंने इस मुद्दे पर संयुक्त राष्ट्र महासभा को भी संबोधित किया और पूर्वी डीआरसी की स्थिति के प्रति जागरूकता फैसला ने के लिए नियमित रूप से विदेश यात्राएं करते रहते हैं.
  • कांगों में महिलाओं में प्रसव की जटिलताओं को देखने के बाद उन्होंने स्त्री रोग विज्ञान के अध्ययन के लिए फ्रांस का रूख किया.
  • वर्ष 2011 में डेनिस मुखवेगी ने क्लिंटन ग्लोबल सिटिजन अवॉर्ड और किंग बाउदोइन इंटरनेशनल डेवलपमेंट प्राइज जीता था.

यूरोपीयसंसदकासखारोवमानवाधिकारपुरस्कार

  • इस पुरस्कार का नाम प्रख्यात रूसी वैज्ञानिक आंद्रे सखारोव के नाम पर रखा गया था. पुरस्कार दुनिया भर में मानवाधिकारों को बढ़ावा देने और लोकतंत्र के लिए उनके महत्वपूर्ण योगदान को मान्यता देता है.
  • उन्होंने मानव जाति के कल्याण के लिए परमाणु हथियारों की दौड़ के खतरों के बारे में जागरूकता की बात उठाई थी. वर्ष 1975 में उन्हें नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया.
  • सखारोव पुरस्कार असिहिष्णिता, कट्टरता और उत्पीड़न का मुकाबला करने वाले असाधारण व्यक्तियों को सम्मानित करने के लिए प्रदान किया जाता है. पुरस्कार में 50000 यूरो की पुरस्कार राशि प्रदान की जाती है.
  • पाकिस्तान की मलाला युसुफजई जो कि वर्ष 2013 में सखारोव पुरस्कार की विजेता थीं, को 2014 में नोबेल शांति पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया.
  • इस पुरस्कार को प्राप्त करने वाले अन्य लोगों में दक्षिण अफ्रीका के रंगभेद विरोधी नायक नेल्सन मंडेला और पूर्व यूएन महासचिव कोफी अन्ना शामिल हैं.

अनीताएमसिंहअमेरिकाकेन्यायविभागमेंएनएसडीकीचीफस्टाफनियुक्त

28-OCT-2014

भारतीय मूल की अमेरिकी अनीता एम सिंह 21 अक्टूबर 2014 को अमेरिका के न्याय विभाग में राष्ट्रीय सुरक्षा प्रभाग (एनएसडी) की चीफ स्टाफ और काउंसलर नियुक्त की गईं. उनकी नियुक्ति एनएसी की पुनर्गठन का हिस्सा है. उनकी नियुक्ति की घोषणा राष्ट्रीय सुरक्षा के सहायक अटॉर्नी जनरल जॉन कैरलीन ने की.

अनीता सिंह रणनीतिक प्रबंधन मुद्दों जिसमें उभरते खतरे के क्षेत्रों में काम का समर्थन करने के लिए संरचनात्मक बदलाव का डिजाइन भी शामिल है, पर फोकस करेंगीं. सिंह एनएसडी कार्यवाहक चीफ ऑफ स्टाफ के तौर पर डेढ़ वर्ष तक रहेंगीं. इससे पहले, उन्होंने साइबर– संबंधित मुद्दों पर काम किया है. 
यह पुनर्गठन राष्ट्रीय संपत्ति की देश– प्रायोजित आर्थिक जासूसी और प्रसार के खतरे से सुरक्षा पर अतिरिक्ति ध्यान केंद्रित करने के लिए बनाया गया है.

अनीता सिंह के बारे में
अनीता सिंह ने वाइट हाउस में इंटेलिजेस प्रोग्राम्स एंड रिफॉर्म्स की निदेशक के रूप में काम करने के बाद वर्ष 2011 में बतौर डिप्टी चीफ ऑफ स्टाफ ज्वाइन किया था. उन्होंने अपना कानूनी करियर डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस ऑनर्स प्रोग्राम में आपराधिक प्रभाग के कंप्यूटर अपराध और बौद्धिक संपदा अनुभाग से शुरु किया था. बाद में वे वकील बनीं और कई अटार्नी जनरल के लिए साइबर सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित किया. सरकारी सेवा में प्रवेश करने से पहले, सिंह बॉस्टन की परामर्श समूह में प्रबंधन रणनीति सलाहकार थीं.

मलाला युसुफजई को लिबर्टी मेडल 2014 से सम्मानित किया गया

28-OCT-2014

मलाला युसुफजई को लिबर्टी मेडल 2014 से 21 अक्टूबर 2014 को सम्मानित किया गया. समारोह फिलाडेल्फिया के राष्ट्रीय संविधान केंद्र में आयोजित किया गया. उन्हें यह सम्मान विपरीत परिस्थितियों का सामना करने में साहस और उन लोगों के लिए आवाज उठाने के लिए दिया गया है जो बुनियादी मानवाधिकारों और स्वतंत्रता से वंचित हैं.

पाकिस्तानी किशोरी और नोबेल शांति पुरस्कार विजेता मलाला युसुफजई वर्ष 1988 में स्थापित इस अमेरिकी पुरस्कार को प्राप्त करने वाले सबसे युवा व्यक्तित्व हैं. मलाला ने पुरस्कार स्वरुप मिलने वाली एक लाख अमेरिकी डॉलर की धनराशि को पाकिस्तान में शिक्षा के क्षेत्र में दान देने का वादा किया.


लिबर्टी मेडल के बारे में
लिबर्डी मेडल हर वर्ष वैसी शख्सियत (पुरुष या महिला) को दिया जाता है जो अपने साहस और दृढ़ विश्वास से दुनिया भर में लोगों की स्वतंत्रता को सुरक्षित करने का प्रयास करते हैं. इसकी स्थापना वर्ष 1988 में अमेरिकी संविधान के दो सौ वर्ष पूरे होने पर की गई थी. सबसे पहले यह मेडल वर्ष 2006 में अमेरिकी राष्ट्रपतियों जॉर्ड एच. डब्ल्यू. बुश और बिल क्लिंटन को दक्षिणपूर्व एशिया में आई सुनामी और फिर खाड़ी तट पर तूफान के पीड़ितों के लिए मानवीय प्रयास करने पर राष्ट्रीय संविधान केंद्र में प्रदान किया गया था. यह पदक प्राप्त करने वाले छह प्राप्तकर्ताओं को बाद में नोबल शांति पुरस्कार भी मिला.

इस पुरस्कार को प्राप्त करने वाले पूर्व शख्सियतों में शामिल हैं. रोडहम क्लिंटन (2013), मुहम्मद अली (2012), रॉबर्ट गेट्स (2011), टोनी ब्लेयर (2010), जॉर्ड एच डब्ल्यू बुश और बिल क्लिंटन (2006), कोफी अन्नान (2001) और हामिद करजई (2004). लेच वालेसा वर्ष 1989 में सबसे पहले पदक जीतने वाले पहले व्यक्ति थे.

मलाला युसुफजई के बारे में

मलाला ने ग्यारह वर्ष की उम्र में पाकिस्तान में तालिबान के खिलाफ बीबीसी में लिखकर सबका ध्यान अपनी तरफ खींचा था. मलाला ने नकली नाम गुल माकाई के नाम से लिखा था. उन्हें वर्ष 2011 में पाकिस्तान के राष्ट्रीय युवा शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया. इसी वर्ष उन्हें इंटरनेशनल चिल्ड्रेन्स पीस प्राइज के लिए भी नामांकित किया गया. तालिबान ने उन्हें जान से मारने की कोशिश की थी और जब वे स्कूल से वापस लौट रही थी तब उनके सिर में गोली मारी गई थी लेकिन वे बच गईं. वे अब तक की सबसे युवा नोबेल पुरस्कार विजेता भी हैं. उन्हें कैलाश सत्यार्थी के साथ नोबेल शांति पुरस्कार प्रदान किया गया था. सत्यार्थी बच्चों के अधिकारों पर काम करने वाले भारतीय हैं और उन्हें यह पुरस्कार बच्चों और युवाओं के दमन एवं उनकी शिक्षा के अधिकार की लड़ाई के लिए दिया गया.

पुलिसस्मरणोत्सवदिवसमनायागया

28-OCT-2014

पुलिस स्मरणोत्सव दिवस 21 अक्टूबर 2014 को नई दिल्ली में मनाया गया. समारोह के मुख्य अतिथि केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह थे. इस दिवस को उन बहादुर पुलिस शहीदों की याद में मनाया गया जिन्होंने अपनी ड्यूटी के दौरान जान गवाईं. समारोह के दौरान मेमोरियल परेड की गई और केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने पुलिस को श्रद्धांजलि देने के लिए जल्द ही राष्ट्रीय पुलिस मेमोरियल के गठन की घोषणा की.

पुलिस स्मरणोत्सव दिवस के बारे में

  • जनवरी 1960 में हुए राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों के इंस्पेक्टर जनरल के वार्षिक सम्मेलन में यह फैसला किया गया था कि आज से 21 अक्टूबर को पुलिस स्मरणोत्सव दिवस मनाया जाएगा.
  • यह दिवस लद्दाख में मारे गए वीर जवानों और वर्ष में शहीद अन्य पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि देने के लिए मनाया जाता है

हार्वर्डबिजनेसरिव्यूनेदुनियाकेसर्वश्रेष्ठसीइओकीसूचीमेंअजयपालबंगाकोशामिलकिया

28-OCT-2014

भारतीय मूल के अजयपाल बंगा को प्रतिष्ठित बिजनेस पत्रिका हार्वर्ड बिजनेस रिव्यू ने दुनिया के 100 सर्वश्रेष्ठ सीइओ की सूची में 19 अक्टूबर 2014 को शामिल किया. हार्वर्ड बिजनेस रिव्यू की इस सूची में अमेजन कंपनी के सीईओ जेफ्री बिजोस शीर्ष पर हैं.

प्रतिष्ठित हार्वर्ड बिजनेस रिव्यू (एचबीआर) पत्रिका द्वारा संकलित दुनिया में 100 सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली मुख्य कार्यकारी अधिकारियों की सूची में एकमात्र भारतीय मूल के शीर्ष अधिकारी अजय बंगा हैं. इस सूची में भारत में जन्में अजयपाल बंगा 64वें स्थान पर हैं. सीईओ की सूची तैयार करते समय शेयरधारकों के रिटर्न तथा बाजार पूंजीकरण में वृद्धि को ध्यान में रखा जाता है. वर्ष 2010 में मास्टरकार्ड के सीईओ बने अजयपाल बंगा के नेतृत्व में कुल शेयरधारकों का रिटर्न 169 प्रतिशत बढ़ा जबकि बाजार पूंजीकरण में 66 अरब डॉलर का इजाफा हुआ.


सूची में सिस्को सिस्टमज के सीईओ जॉन चैंबर्स (तीसरे), यम ब्रांडस के सीईओ डेविड नोवाक (12वें), नेटफिक्स के प्रमुख रीड हास्टिंग्स (23वें), कैनन के सीईओ फुजियो मिताराई (45वें), स्टारबक्स के सीईओ हार्वर्ड शुल्ज (54वें), वाल्ट डिज्नी के सीईओ राबर्ट इगेर (60वें), एडिडास के सीईओ हर्बर्ट हैनर (73वें) तथा नाइकी के सीईओ मार्क पार्कर (76वें) शामिल हैं. हालांकि 100 सीईओ की सूची में केवल दो महिलाएं आईटी कंपनी वेंटास की डेबरा कैफारो (27वें) तथा खुदरा कंपनी टीजेएक्स की कैरोल मेरोविटज हैं.
अजयपालबंगाकेबारेमें

  • अजयपाल बंगा आईआईएम के छात्र रहे हैं.
  • मास्टरकार्ड के सीईओ अजयपाल बंगा का जन्म वर्ष 1960 में पुणे में हुआ था.
  • अजयपाल ने दिल्ली यूनिवर्सिटी और आईआईएम अहमदाबाद से शिक्षा प्राप्त की.
  • अजयपाल नेस्ले, सिटीगु्रप और पेप्सिको जैसी कंपनियों के साथ भी काम कर चुके हैं.

डील्मारॉसेफदूसरेकार्यकालकेलिएब्राजीलकीराष्ट्रपतिनिर्वाचित

28-OCT-2014

डील्मा रॉसेफ (Dilma Rousseff) दूसरे कार्यकाल के लिए ब्राजील की राष्ट्रपति (37वें) निर्वाचित की गईं. ब्राजील में चुनाव प्रक्रिया को संचालित करने वाली सर्वोच्च संस्था सुप्रीम इलेक्टोरल कोर्ट ने  99.77 प्रतिशत मतों की गणना के बाद डील्मा रॉसेफ की जीत की घोषणा 26 अक्टूबर 2014 को की. डील्मा रॉसेफ को 51.62 प्रतिशत मत मिले हैं, जबकि विपक्षी दल सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार एसियोक नेवेस को 48.38 प्रतिशत मत मिले. लैटिन अमेरिकी देश ब्राजील में 37वें राष्ट्रपति के निर्वाचन के लिए मतदान अक्टूबर 2014 में कराया गया. वर्कर्स पार्टी ने अपनी तरफ से डील्मा रॉसेफ को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया था.

डिल्मा ने अपने प्रचार अभियान के दौरान आर्थिक समस्याओं को स्वीकार करते हुए लैटिन अमेरिका की इस सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के लिए विकास की एक नई प्रक्रिया शुरू करने का वादा किया था, जो उनके अनुसार अधिक उत्पादक व प्रतिस्पर्धी होगी. आर्थिक सुस्ती ने व्यवसाय समर्थक सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी को एक बड़ा मौका दिया था. लेकिन जीत अंतत: वर्कर्स पार्टी की हुई.
प्रचार अभियान के दौरान मतदाता दो खेमों में बंट जैसे गए थे. एक खेमे को लगता था कि सिर्फ राष्ट्रपति ही गरीबों की रक्षा कर सकेंगी और सामाजिक समावेश को आगे बढ़ा सकेंगी.
दूसरे खेमे का मानना था कि डील्मा के प्रतिद्वन्द्वी की बाजार के अनुकूल नीतियों से ब्राजील में ठोस विकास हो सकता है. इस बार का चुनाव प्रचार 1985 में ब्राजील में लोकतंत्र की वापसी के बाद से सबसे उग्र प्रचार समझा जाता है. वर्ष 1995 से यहां राष्ट्रपति पद के लिए सिर्फ दो पार्टियों के बीच मुकाबला होता रहा है.
रॉसेफ की जीत से वर्कर्स पार्टी के शासन की अवधि और बढ़ गई है. वर्ष 2003 से राष्ट्रपति पद पर वर्कर्स पार्टी का वर्चस्व रहा है. इस अवधि के दौरान, उन्होंने सामाजिक कार्यक्रम लागू किए जिससे लाखों ब्राजील वासियों के जीवन स्तर में सुधार में मदद मिली.

डील्मा रॉसेफसे सम्बंधित मुख्य तथ्य 
ब्राजील की वर्कर्स पार्टी की 66 वर्षीय नेता डील्मा रॉसेफवर्ष 2010 में ब्राजील की पहली महिला राष्ट्रपति निर्वाचित हुईं थी. वर्ष 1986 में लुइज़ इनासियो लूला डा सिल्वा की वर्कर्स पार्टी में शामिल होने वाली डील्मा रॉसेफराष्ट्रपति चुनाव से पहले किसी भी निर्वाचित पद पर नहीं रही थीं. वर्ष 2003-05 में उन्हें ब्राजील का ऊर्जा मंत्री बनाया गया था, जबकि वर्ष 2005 में वह राष्ट्रपति लुइज़ इनासियो लूला डा सिल्वा की चीफ़ ऑफ स्टाफ नियुक्त की गई थीं. डील्मा रॉसेफब्राज़ील की तेल कंपनी पेट्रोब्रास की बोर्ड अध्यक्ष भी थीं. 1970 के दशक में सैन्य तानाशाही (1964-85) के खिलाफ़ डील्मा रॉसेफमार्क्सवादी गुरिल्ला युद्ध में शामिल होकर 3 वर्षों तक जेल में भी रही थीं. वर्ष 2009 में उन्हें लिम्फोमा (कैंसर) हो गया था, पर अब पूरी तरह से स्वस्थ हैं.
वैश्विक परिदृश्य में पहली महिला राष्ट्र प्रमुख की बात करें तो वर्ष 2006 में चिली की पहली महिला राष्ट्रपति मिशेल बशाले और वर्ष 2007 में अर्जेंटीना की पहली महिला राष्ट्रपति क्रिस्टीना फर्नांडेज डे कर्शनर बनी थीं.
ब्राजील में राष्ट्रपति 
ब्राजील के संविधान के अनुसार राष्ट्रपति का कार्यकाल चार वर्ष का होता है. 
ब्राजील की संविधान के अनुसार 18 से 70 वर्ष आयुवर्ग के लोगों के लिए मतदान आवश्यक है. साथ ही वहां एक व्यक्ति लगातार दो बार से अधिक राष्ट्रपति पद के लिए निर्वाचित नहीं हो सकता है. हालांकि ब्राजील के संविधान में किसी राष्ट्रपति को तीसरी बार राष्ट्रपति बनने का प्रावधान है, बशर्ते उनका कार्यकाल लगातार नहीं होना चाहिए.
राष्ट्रपति लुइज़ इनासियो लूला डा सिल्वा वर्ष 2003 से लगातार दो बार (2003, 2007) ब्राजील के राष्ट्रपति निर्वाचित हुए थे.

वियतनामकेप्रधानमंत्रीनुएनतनजुंगदोदिनकीभारतयात्रापरबिहारपहुंचे

28-OCT-2014

वियतनाम के प्रधानमंत्री नुएन तन जुंग दो दिन की भारत यात्रा पर 27 अक्टूबर 2014 को गया (बिहार) पहुंचे. उनके साथ पचास सदस्यों का शिष्टमंडल भी आया. जुंग ने गया के महाबोधि मंदिर में भगवान बुद्ध का दर्शन-पूजन किया.

बौद्ध पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से वियतनाम के प्रधानमंत्री नुएन तन जुंग और बिहार के मुख्य़मंत्री जीतन राम मांझी के बीच बौद्ध गया में विभिन्न पहलुओं पर बातचीत हुई. वियतनाम के प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि हनोई से दिल्ली होते हुए बौद्ध गया के बीच हवाई सेवाएं बहाल की जाएगी. बिहार के मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी को उन्होंने व्यापारिक शिष्टमंडल के साथ वियतनाम आने का निमंत्रण दिया.

राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने श्रीलंकाई बौद्ध भिक्षु अनागारिक धर्मपाल पर स्मारक डाक टिकट जारी किया

28-OCT-2014

राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने 25 अक्टूबर 2014 को श्रीलंका के बौद्ध भिक्षु अनागारिक धर्मपाल पर स्मारक डाक टिकट जारी किया. अनागारिक धर्मपाल को आधुनिक भारत में बौद्ध धर्म के प्रचार प्रसार के लिए जाना जाता है. इससे पहले, श्रीलंका की सरकार ने स्वामी विवेकानंद की 150वीं जयंती पर स्मारक डाक टिकट जारी किया.

अनागारिक धर्मपाल के बारे में

वह सिंहली बौद्ध राष्ट्रवाद के संस्थापकों में से एक थे तथा भारत में बौद्ध धर्म को पुनर्जीवित करने में भी अग्रणी थे. वह वर्ष 1933 में सारनाथ में भिक्षु बने और उसी वर्ष दिसंबर में उनका निधन हो गया. उन्होंने वर्ष 1891 में कोलंबो में महाबोधि सोसायटी की स्थापना की.

अनागारिक धर्मपाल का उददेश्य बोधगया में महाबोधि मंदिर के बौद्ध नियंत्रण को बहाल करना था.  वर्ष 1893 में धर्मपाल को शिकागो में दक्षिणी बौद्ध के प्रतिनिधि के रूप में विश्व धर्म संसद में आमंत्रित किया गया जहां वह स्वामी विवेकानंद से भी मिले थे

केंद्रसरकारनेप्रतिवर्ष 31 अक्टूबरकोराष्ट्रीयएकतादिवसकेरूपमेंमनानेकानिर्णयलिया

27-OCT-2014

31 अक्टूबर: राष्ट्रीय एकता दिवस
केंद्र सरकार ने प्रतिवर्ष 31 अक्टूबर पर सरदार वल्‍लभ भाई पटेल की जंयती को ‘राष्ट्रीय एकता दिवस’ (नेशनल यूनिटी डे, National Unity Day) के रूप में मनाने का निर्णय लिया. सरकार द्वारा इस निर्णय की जानकारी 26 अक्टूबर 2014 को दी गई. सरकार ने भारत को एकजुट बनाने के लिए सरदार पटेल के प्रयासों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए यह फैसला लिया है.

सरकार ने इस अवसर पर तीन अन्‍य कार्यक्रमों का आयोजन करने का भी निर्णय लिया, जो निम्नलिखित हैं:
• ‘रन फॉर यूनिटी’ कार्यक्रम समाज के सभी वर्गों विशेषकर कॉलेजों के युवा, राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी), राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) आदि की भागीदारी से सभी प्रमुख शहरों, जिला नगरों और ग्रामीण क्षेत्रों के अन्य स्थानों पर चलाया जाएगा. 
• सभी सरकारी कार्यालयों, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों और अन्‍य सरकारी संस्‍थानों में राष्ट्रीय एकता दिवस मनाने के लिए शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किए जाएंगे. शपथ लेने के समय के बारे में संबंधित संगठन द्वारा निर्णय लिया जाएगा.
• पुलिस, केन्‍द्रीय सशस्‍त्र पुलिस बल और अन्‍य संगठनों जैसे एनसीसी, एनएसएस, स्‍काउट एवं गाइड़, होमगार्ड आदि द्वारा शाम को प्रमुख शहरों और जिला नगरों की सड़कों पर ‘मार्च पास्‍ट’ किया जाएगा. इन संगठनों के जवान शपथ भी लेंगे. यह अवसर हमारे देश की एकता, अखंडता और सुरक्षा के लिए वास्‍‍तविक एवं संभावित खतरों का सामना करने हेतु हमारे राष्‍ट्र की अंतर्निहित शक्ति और लचीलेपन को पुष्‍ट करने का एक अवसर उपलब्‍ध कराएगा.

भारतकेगोल्फरअनिर्बानलाहिड़ीनेमकाऊओपनगोल्फटूर्नामेंट 2014 काखिताबजीता

27-OCT-2014

भारत के गोल्फर अनिर्बान लाहिड़ी (Anirban Lahiri) ने मकाऊ ओपन गोल्फ टूर्नामेंट 2014 (Macau Open golf tournament 2014) का खिताब 26 अक्टूबर 2014 को जीता. उन्होंने चौथे और अंतिम दौर में पांच अंडर 66 का स्कोर बनाते हुए पहला स्थान प्राप्त किया. इस सत्र में लाहिड़ी का यह दूसरा, जबकि एशियन टूर पर यह उनका पांचवां खिताब है.

गोल्फर अनिर्बान लाहिड़ी ने कुल 17 अंडर 267 के कुल स्कोर के साथ ऑस्ट्रेलिया के स्कॉट हेंड (69) और थाइलैंड के प्रोम मीसावत (66) को एक स्ट्रोक से पीछे छोड़ा. इस जीत के साथ ही लाहिड़ी को 162000 डॉलर का ईनाम मिला और वह एशियन टूर ऑर्डर ऑफ मेरिट में कुल 504689 डॉलर की राशि के साथ दूसरे स्थान पर बने हुए हैं. 
लाहिड़ी इस टूर्नामेंट से पहले रैंकिंग में 90वें स्थान पर थे और इस खिताबी जीत के बाद वह 72वें नंबर पर पहुंच गए हैं. 
अनिर्बान लाहिड़ी बंगलौर, भारत के गोल्फ खिलाड़ी हैं.

हिंदीफिल्म 'हैदरनौवेंरोमफिल्ममहोत्सवमेंविश्वश्रेणीमेंपीपुल्सच्वाइसअवॉर्डसेसम्मानित

27-OCT-2014

हिंदी फिल्म 'हैदर' को 9वें रोम फिल्म महोत्सव में विश्व फिल्म श्रेणी में पीपुल्स च्वाइस अवॉर्ड से 26 अक्टूबर 2014 को सम्मानित किया गया. यह फिल्म विशाल भारद्वाज द्वारा निर्देशित एवं शाहिद कपूर और श्रद्धा कपूर द्वारा अभिनीत है. रोम फिल्मोत्सव के 9वें संस्करण का आयोजन इटली में किया गया.

हिंदी फिल्म 'हैदर' कश्मीर की पृष्ठभूमि पर बनी है तथा विलियम शेक्सपियर की रचना 'हैमलेट' से प्रेरित है. इस फिल्म में शाहिद कपूर, श्रद्धा कपूर, तब्बू, इरफान खान और केके मेनन ने लीड करेक्टर प्ले किए हैं. 
फिल्म 'हैदर' 2 अक्टूबर 2014 को रिलीज हुई.  फिल्म 'हैदर' को दुनियाभर के फिल्म समीक्षकों ने काफी सराहा था. 
विदित हो कि विशाल भारद्वाज इससे पहले विलियम शेक्सपियर के दो नाटकों पर 'मकबूल' और 'ओंकारा' जैसी फिल्में बना चुके हैं

अश्विकाकपूरने ‘काकापोपैरट’ परआधारितअपनीफिल्मकेलिए ‘पांडाअवॉर्ड 2014’ जीता

27-OCT-2014

अश्विका कपूर ने प्रतिष्ठित ‘वाइल्ड स्क्रीन पांडा अवार्ड 2014’ न्यू-कमर कैटगरी में अपनी फिल्म ‘सिरोक्को– हाउ ए डूड बिकेम ए स्टूड’ के लिए 24 अक्टूबर 2014 को जीता. इस वन्य जीवन फोटोग्राफी पुरस्कार को जीतने वाली पहली भारतीय महिला बन गईं.

पांडा अवार्ड को प्राकृतिक इतिहास के ग्रीन ऑस्कर के नाम से भी जाना जाता है और इसकी घोषणा ब्रिस्टल, यूके में आयोजित वार्षिक वाइल्ड स्क्रीन फिल्म फेस्टिवल में की गई.

फिल्म ‘सिरोक्को– हाउ ए डूड बिकेम ए स्टूड’ के बारे में

अश्विका की फिल्म सिरोक्को नाम के एक काकापो पैरट की कहानी है, जो कि दुनिया का शायद पहला ऐसी पक्षी है जिसे सरकारी नौकरी मिली थी. सिरोक्को, एक नर पक्षी जो न्यूजीलैंड में संरक्षण के लिए आधिकारीरिक प्रवक्ता (स्पोकबर्ड) के रूप में नियुक्त किया गया था जो सामाजिक मीडिया में संरक्षण की वकालत करने में मदद करता है.

यह फिल्म एक सोलो प्रोजेक्ट है जिसकी पूरी जिम्मेदारी अश्विका के पास थी. इस फिल्म के लिए उन्होंने वैज्ञानिक अनुसंधान, पटकथा, कैमरा वर्क, संपादन और संगीत निर्देशन किया है.

फिल्म सिरोक्को– हाउ ए डूड बिकम ए स्टूड के दो प्रतिद्वंद्वी थे. इनका नाम था ‘प्राइड’ (अमेरिका) और ‘वी आर राइनो’ (यूनाइटेड किंग्डम). वर्ष 2014 वाइल्डस्क्रीन फिल्म फेस्टिवल को 42 देशों से 488 प्रविष्टियां प्राप्त हुईं थीं.

काकापो पैरट के बारे में

काकापो पैरट (तोता) 2012 से ही आईयूसीएम लाल सूची में विलुप्तप्राय प्रजातियों में से है (ज्ञात आबादी 150 से कम है). यह तोते की एक निशाचर, उड़ने में अक्षम और जमीन के भीतर रहने वाली प्रजाती है. यह काकापो (माओरी भाषा में रात तोता) पक्षी न्यूजीलैंड में पाया जाता है और यह सबसे अधिक समय तक जीवित रहने वाला पक्षी के रूप में जाना जाता है. वर्ष 2013 में 162 देशों के 14000 लोगों ने काकापो को विश्व के सबसे पसंदीदा प्रजाति के रूप में चुना था.

अश्विका कपूर के बारे में

•    सत्ताईस वर्षीय अश्विका कपूर कोलकाता निवासी हैं और उन्होंने विज्ञान एवं प्राकृतिक इतिहास फिल्म-निर्माण विषय में यूनिवर्सिटी ऑफ ओटागो, न्यूजीलैंड से स्नातक किया है.

•    अश्विका कपूर भारत में ‘एनिमल प्लैनेट’ टेलीविजन चैनल के लिए दो वन्यजीव शो को फिल्माने और उसके प्रोडक्शन में लगी हुई हैं.

भारत के पिछले विजेता– वन्यजीव फिल्म-निर्माता और संरक्षणवादी माइक पांडे, बेद बर्दर्स (अजय और विजय) और डस्टी फूट प्रोडक्शंस हैं.

जानेमानेस्वतंत्रतासेनानीजगदीशशरणपांडेकानिधन

27-OCT-2014

जाने–माने स्वतंत्रता सेनानी जगदीश शरण पांडे का 95 वर्ष की आयु में 23 अक्टूबर 2014 को निधन हो गया. वह लंबे समय से बीमार थे. पांडे का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया गया.

जगदीश शरण पांडे के बारे में

•    जगदीश शरण पांडे ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस के आजाद हिन्द फौज के लिए काम किया था. नेता जी के आजाद हिन्द फौज के लिए काम करने के दौरान वे 1943–44 में बर्मा में दो वर्षों के लिए जेल भी गए.

•    स्वतंत्रता के बाद वे समाज सेवी के तौर पर सक्रिए हुए.

•    वे उत्तराखंड के भाटकोट गांव के रहने वाले थे

एआईबीएनेसरितादेवीऔरउनकेकोचोंकोएशियाईखेलप्रकरणकेबादअस्थायीरूपसेनिलंबितकिया

27-OCT-2014

अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ (एआईबीए) ने 22 अक्टूबर 2014 को इंचियोन एशियाई खेल 2014 में एक विवादित फैसले का विरोध करने पर भारतीय मुक्केबाज लाइशराम सरिता देवी को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया है.

एशियाई खेल 2014 के दौरान सरिता ने 57–60 किलोग्राम श्रेणी में लाइटवेट सेमीफाइनल के पदक वितरण समारोह के दौरान कांस्य पदक लेने से इनकार कर दिया था.

सरिता के अलावा, एआईबीए ने सरिता के कोच मे. गुरबक्श सिंह संधू, बेलस इगलेसिआस फर्नांडिज और सागर मल धयाल के साथ भारत के इंचियोन एशियाड के प्रमुख अदील जे. सुमारीवाला को भी अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया है.

एआईबीए की अधिसूचना के अनुसार, संघ ने सरिता के मामले को एआईबीए अनुशासन आयोग के पास समीक्षा के लिए भेजा है, जिसका अर्थ है अगली सूचना आने तक निलंबित लोग किसी भी स्तर की प्रतियोगिताओं, इवेंट्स या बैठकों में हिस्सा नहीं ले सकते. इन लोगों को जेजू द्वीप, कोरिया में होने वाले 2014 के एआईबीए महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में भी हिस्सा लेने की इजाजत नहीं होगी.

सरिता और उनके कोचों के निलंबन का कारण

उन्तीस वर्षीय मुक्केबाज ने पदक को अपने हाथों में लिया और फिर उसे दक्षिण कोरियाई रजत पदक विजेता मुक्केबाज जी– ना पार्क को थमा दिया, जिन्होंने सरिता को मुकाबले में हराया था. सरिता की हार विवादित थी और यह रेफरी के गलत फैसला का परिणाम लगती थी. रेफरी का फैसला इसलिए विवादित हुआ क्योंकि मुकाबले में सरिता अपने विरोधी पर भारी पड़ रही थीं खासकर अंतिम दो राउंड्स में जहां उन्होंने अपने जोरदार मुक्के से अपनी विरोधी के नाक को खून से लथपथ कर दिया था, लेकिन जजों ने जीना के पक्ष में फैसला सुनाया.

सानियामिर्जाऔरकाराब्लैककीजोड़ीनेडब्ल्यूटीएफाइनल्सकेयुगलकाखिताबजीता

27-OCT-2014

भारतीय टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्जा और जिंबाब्वे की कारा ब्लैक की जोड़ी ने वर्ष 2014 के आखिरी टूर्नामेंट डब्ल्यूटीए फाइनल्स के महिला युगल का खिताब 26 अक्टूबर 2014 को जीता.
पहली बार इस टूर्नामेंट में खेल रही सानिया मिर्जा और कारा ब्लैक की जोड़ी ने चीनी ताइपे की सु वेई सेई और चीन की पेंग शुआई की दूसरी वरीयता प्राप्त जोड़ी को सीधे सेटों में 6-1, 6-0 से पराजित किया.

इस सत्र में सानिया-कारा की जोड़ी का यह दूसरा खिताब है. इससे पहले इस जोड़ी ने पुर्तगाल ओपन में महिला युगल खिताब जीता था. वहीं ग्रैंडस्लैम में उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन यूएस ओपन में रहा था, जब यह जोड़ी सेमीफाइनल में पहुंची थी.
सानिया मिर्जा और कारा ब्लैक की जोड़ी को तीसरी वरीयता प्राप्त है जबकि चीनी ताइपे की सु वेई सेई और चीन की पेंग शुआई की जोड़ी को दूसरी वरीयता प्राप्त है. 
एक जोड़ी के रूप में सानिया और कारा का यह आखिरी टूर्नामेंट था. इस जोड़ी ने सितंबर 2014 में अलग होने की घोषणा की थी.
विदित हो कि सानिया और कारा ने वर्ष 2013 के अंत में जोड़ी बनाई थी. कारा का दो वर्ष का बेटा है और उन्होंने परिवार के साथ समय बिताने के लिए अगले सत्र में नहीं खेलने का फैसला किया है, जबकि सानिया ने वर्ष 2015 में सेई वेई के साथ जोड़ी बनाने का निर्णय लिया है.

सानिया मिर्जा से संबंधित मुख्य तथ्य 
• सानिया मिर्जा मूल रूप से तेलंगाना राज्य की निवासी हैं.
• भारत की महिला टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्जा को भारत के नवगठित (29वें) राज्य तेलंगाना की सरकार ने राज्य का ब्रांड एम्बेसडर नियुक्त किया. 
• अमेरिकी ओपन टेनिस टूर्नामेंट-2014 का मिश्रित युगल ख़िताब भारत की सानिया मिर्जा और ब्राजील के ब्रूनो सोरेस की जोड़ी ने जीता.
• भारत के महेश भूपति और सानिया मिर्जा की जोड़ी ने फ्रेंच ओपेन 2012 की मिश्रित युगल प्रतियोगिता जीती.
• महेश भूपति और सानिया मिर्जा की जोड़ी वर्ष 2009 में ऑस्ट्रेलियन ओपन जीती थी

भारतीयमूलकेसाहिलदोशीनेडिस्कवरीएजुकेशन 3M यंगसाइंटिस्टचैलेंज 2014 जीता

27-OCT-2014

भारतीय–अमेरिकी छात्र साहिल दोशी ने 22 अक्टूबर 2014 को डिस्कवरी एजुकेशन 3M यंग साइंटिस्ट चैलेंज 2014 जीता. उन्हें यह पुरस्कार पर्यावरण के अनुकूल बैटरी, ‘पॉलूसेल (PolluCell)’ के डिजाइन के लिए दिया गया. यह बैटरी हानिकारक ग्रीनहाउस गैस के उत्सर्जन को कम करने में मदद कर सकती है.

पॉलूसेल नामक यह प्रोटोटाइप कार्बन डाइ ऑक्साइड को बिजली में बदलने में सक्षम है. घरेलू प्रयोग और विकासशील देशों को बिजली प्रदान करते हुए कार्बन फुट-प्रिन्ट्स को कम करने में कारगर तरीके से मदद कर सकता है.

डिस्कवरी एजुकेशन 3M यंग साइंटिस्ट चैलेंज 2014 में 25000 अमेरिकी डॉलर की पुरस्कार राशि भी दी जाती है और कोस्टा रिका जैसे जगहों पर स्टूडेंट एडवेंचर ट्रिप भी शामिल है.

चौदह वर्षीय साहिल दोशी, पिट्सबर्ग, पेनसिलवेनिया के नाइंथ ग्रेड के छात्र का मुकाबला नौ अन्य प्रतिभागियों के साथ था. कुछ अन्य फाइनलिस्ट छात्र थे –

• कैथरीन वू– उन्हें खतरनाक सुस्त ड्राइविंग से रोकने वाले नवीन आविष्कार के लिए दूसरा स्थान मिला.

• जय कुमार– विंडो–माउंटेड एयर प्यूरिफिकेशन सिस्टम के आविष्कार के लिए उन्हें तीसरा स्थान मिला. यह सिस्टम हानिकारक प्रदूषकों को घर में प्रवेश करने से रोकता है.

क्रिस्टोफर आइसोजाकी– कंप्यूटर कूलिंग सिस्टम के आविष्कार के लिए वे चौथे स्थान पर रहे.

एलनयूस्टेसनेपैराशूटजंपमेंविश्वउंचाईरिकॉर्डकोतोड़ा

27-OCT-2014

गूगल के वरिष्ठ उपाध्यक्ष, एलन यूस्टेस ने 24 अक्टूबर 2014 को हाइएस्ट फ्री–फॉल पैराशूट जंप (सबसे अधिक उंचाई से पैराशूट छलांग) का रिकॉर्ड तोड़ दिया. यूस्टेस ने ऑस्ट्रिया के फेलिक्स बाउमगार्टनर द्वारा स्थापित रिकॉर्ड को तोड़ा.

सत्तावन वर्षीय यूस्टेट ने विशेषतौर पर डिजाइन की गई स्पेस सूट पहनकर 135908 फुट की उंचाई से छलांग लगाई. बाउमगार्टनर ने 12 अक्टूबर 2012 को 128000 फुट की उंचाई से छलांग लगाकर विश्व रिकॉर्ड बनाया था.

इस उंचाई पर वे न्यू मैक्सिको से एक बड़े बैलून, जो कि 35000 क्युबिक फीट हीलियम से भरा था, के जरिए पृथ्वी से 40 किलोमीटर से भी अधिक (25 मील) उंचाई पर गए. कूदने के बाद, उनकी गति 1300 किलोमीटर प्रति घंटा से अधिक हो गई थी, जो कि ध्वनि की गति से भी अधिक थी. इस दौरान उन्होंने स्काइ-डाइविंग के तीन रिकॉर्ड तोड़े. कूदने के बाद, वे 15 मिनट के भीतर धरती पर पहुंच गए.

यह कूद पैरागन स्पेस डेवलपमेंट कॉरपोरेशन के नेतृत्व वाली एक प्रोजेक्ट का हिस्सा था

भाजपानेतामनोहरलालखट्टरनेहरियाणाके 10वेंमुख्यमंत्रीकेपदकीशपथली

27-OCT-2014

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता मनोहर लाल खट्टर ने हरियाणा के 10वें मुख्यमंत्री के पद और गोपनीयता की शपथ ली. राज्य के राज्यपाल कप्तान सिंह सोलंकी ने उन्हें मुख्यमंत्री के पद और गोपनीयता की शपथ पंचकूला के मेला मैदान में 26 अक्टूबर 2014 को दिलाई. परंपरा से हटकर इस बार हरियाणा सरकार का शपथ ग्रहण समारोह चंडीगढ़ के बजाय पंचकूला में आयोजित किया गया.

शपथ ग्रहण समारोह में महिला विधायक कविता जैन (सोनीपत) सहित छह कैबिनेट मंत्रियों और तीन राज्य मंत्रियों (स्वतंत्र प्रभार) को भी शपथ दिलाई गयी. शपथ लेने वाले कैबिनेट मंत्रियों में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष रामविलास शर्मा (महेंद्रगढ़), कैप्टन अभिमन्यु (नारनौंद), ओमप्रकाश धनखड़ (बादली), अनिल विज (अंबाला कैंट) और नरबीर सिंह (बादशाहपुर) शामिल रहे. राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) के तौर पर विक्रम सिंह ठेकेदार (कोसली), कृष्ण कुमार बेदी (शाहाबाद) और करणदेव कंबोज (इंदरी) ने शपथ ग्रहण की.
शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित पार्टी अध्यक्ष अमित शाह, केन्द्रीय मंत्री, भाजपा शासन वाले राज्यों के मुख्यमंत्री और वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी शामिल हुए.
राज्य में विधानसभा चुनाव में जीत के बाद भाजपा को पहली बार सरकार बनाने का अवसर मिला है.

मनोहर लाल खट्टर से संबधित मुख्य तथ्य 
• मनोहर लाल खट्टर का जन्म रोहतक जिले में हुआ था. उन्होंने स्नातक की उपाधि ली. 
• वह पहली बार कोई चुनाव लड़कर विधानसभा पहुंचे. 
• मनोहर लाल खट्टर (60 वर्ष) करनाल विधानसभा से भाजपा के टिकट पर 63737 मतों के अंतर से निर्वाचित हुए. 
• मनोहर लाल खट्टर ने देश सेवा के लिए शादी नहीं की, 40 साल से समाज सेवा में सक्रिय रहे.
• मनोहर लाल खट्टर चार दशक के लंबे समय से संघ और भाजपा से जुड़े रहे हैं और हरियाणा के पहले पंजाबी मुख्यमंत्री हैं. 
• खट्टर 1980 में पूर्णकालिक प्रचारक के तौर पर संघ से जुड़े थे. 
• वह संघ में 14 साल तक सेवाएं देने के बाद उन्हें 1994 में भाजपा में भेज दिया गया और हरियाणा का महासचिव बनाया गया. 
• मनोहर लाल खट्टर राज्य में पिछले 18 साल में पहले और कुल पांचवें गैर-जाट मुख्यमंत्री हैं. गैर जाट मुख्यमंत्री के रूप में राज्य में इनसे पहले 1991 से 1996 तक भजन लाल रहे. उनके बाद के 18 साल जाट मुख्यमंत्रियों बंसी लाल, ओमप्रकाश चौटाला (दो बार) और भूपेंद्र सिंह हुड्डा (दो बार) के नाम रहे.
विदित हो कि खट्टर को 21 अक्टूबर 2014 को भाजपा विधायक दल का नेता चुना गया था. इससे दो दिन पहले ही भाजपा पार्टी ने हरियाणा विधानसभा चुनाव 2014 में जीत हासिल की और राज्य में पहली बार पार्टी की सरकार बनीं. हरियाणा में भाजपा पहली बार पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई. उसे 90 सदस्यीय विधानसभा में 47 सीटें प्राप्त हैं

दक्षिणअफ्रीकाकेफुटबॉलखिलाड़ीसेंजोमेयीवाकानिधन

27-OCT-2014

दक्षिण अफ्रीका की फुटबॉल टीम के गोलकीपर एवं कप्तान सेंजो मेयीवा की हत्या किये जाने के बाद 26 अक्टूबर 2014 को निधन हो गया. यह घटना जोहान्सबर्ग के दक्षिण में वॉस्लूरस स्थित मेयीवा की महिला मित्र, केली खुमालो के घर पर घटी.

दक्षिण अफ्रीका की पुलिस संदिग्धों से संबंधित सूचना देने वालों के लिए 14000 डॉलर के पुरस्कार की घोषणा की है.
सेंजो मेयीवा के बारे में

•    सेंजो मेयीवा जोहान्सबर्ग के पार्कटाउन जिले की टीम, ओरलैंडो पाइरेट्स के लिए गोलकीपर के तौर पर खेलते थे.

•    सेंजो मेयीवा ने 2 जून 2013 को दक्षिण अफ्रीका टीम की तरफ से पहला मैच खेला.

•    सेंजो मेयीवा ने दक्षिण अफ्रीका के अंतिम चार अफ्रीका कप ऑफ नेशंस क्वालीफायर मैच खेले.

अमेरिकाकीसेरेनाविलियम्सनेडब्ल्यूटीएफाइनल्सकाखिताबपांचवीबारजीता

27-OCT-2014

विश्व की नम्बर एक टेनिस खिलाड़ी अमेरिका की सेरेना विलियम्स ने रोमानिया की सिमोना हालेप को 6-3, 6-0 से पराजित कर वर्ष 2014 के आखिरी टूर्नामेंट डब्ल्यूटीए फाइनल्स के महिला एकल का खिताब 26 अक्टूबर 2014 को जीता. इस जीत के साथ ही सेरेना विलियम्स ने डब्ल्यूटीए फाइनल्स खिताब की हैट्रिक भी पूरी की. सिमोना हालेप को विश्व रैंकिंग में चौथी वरीयता प्राप्त है. 
सेरेना विलियम्स ने कुल पांचवी बार यह खिताब जीता. इससे पहले उन्होंने यह खिताब वर्ष 2013, 2012, 2009 और 2001 में जीती थी.  जबकि वर्ष 2002 और 2004 में वह उपविजेता रही थीं.

सेरेना वर्ष 2014 के इस आखिरी टूर्नामेंट में खिताबी हैट्रिक बनाने वाली विश्व की तीसरी खिलाडी बन गईं. इससे पहले मोनिका सेलेस ने वर्ष 1990 से 1992 तक लगातार तीन बार और मार्टिना नवरातिलोवा ने वर्ष 1983 से 1986 तक लगातार चार बार यह खिताब जीता था.
इस जीत से सेरेना विलियम्स को 2.05 मिलियन अमेरिकी डॉलर की पुरस्कार राशि प्रदान की गई. 
सिमोना हालेप ने सेमीफाइनल में छठी वरीयता पोलैंड की एगनिस्का राडवांस्का को 6-2, 6-2 से हराया था, जबकि सेरेना ने आठवीं वरीयता प्राप्त डेनमार्क की केरोलाइन वोजनियास्की को 2-6, 6-3, 7-6 (6) से पराजित की थीं.
हालेप फाइनल में पहुंचने वाली रोमानिया की पहली खिलाड़ी हैं.
सेरेना विलियम्स से संबंधित तथ्य
• वर्ष 2014 के सत्र में सेरेना विलियम्स विश्व रैंकिंग में नंबर 1 पर हैं. विलियम्स ने 11 खिताब जीते एवं 2013 के सीजन में 13 फाइनल मैचों में पहुँची.
• सेरेना क्ले कोर्ट पर 5 खिताबो की विजेता है.
• सेरेना विलियम्स का सबसे अधिक जीतने का प्रतिशत 95.1 प्रतिशत है.
• 15 ग्रैंड स्लैम ख़िताब जीत चुकी सेरेना विलियम्स चौथी ऐसी महिला खिलाड़ी हैं जो मियामी मास्टर्स टेनिस टूर्नामेंट में छह बार चैंपियन बनीं हैं. उनसे पहले क्रिस एवर्ट, स्टेफी ग्राफ़ और मार्टिना नवरातिलोवा ऐसा कर चुकी हैं.
• सेरेना विलियम्स ने इससे पहले मियामी मास्टर्स टेनिस टूर्नामेंट का खिताब 2002, 2003, 2004, 2007 और 2008 में जीता है.
• अमेरिका की टेनिस खिलाड़ी सेरेना विलियम्स को वर्ष 2012 हेतु डब्ल्यूटीए प्लेयर आफ द ईयर चयनित किया गया. 
• वह वर्ष 2014 तक पांच बार डब्ल्यूटीए पुरस्कार जीत चुकी हैं. 
• इस पुरस्कार का निर्णय अंतरराष्ट्रीय टेनिस मीडिया द्वारा किया जाता है

उत्तरप्रदेशदेशकासबसेबीमारूराज्यएसोचैम

25-OCT-2014

एसोचैम (Associated Chambers of Commerce and Industry of India -ASSOCHAM) द्वारा अक्टूबर 2014 के चौथे सप्ताह में जारी रिपोर्ट के अनुसार, उत्तर प्रदेश देश का सबसे बीमारू राज्य है. रिपोर्ट के अनुसार, उत्तर प्रदेश निवेश के हिसाब से सबसे ज्यादा आकर्षक प्रदेश है, लेकिन सकल राज्य घरेलू उत्पाद के मामले में यह आखिरी नंबर पर है. जिसकी वार्षिक विकास दर सबसे कम है.

एसोचैम रिपोर्ट में उत्तर प्रदेश को बिहार, मध्य प्रदेश और राजस्थान (चार बीमारू राज्य) में सबसे ऊपर का दर्जा दिया गया. एसोचैम के अध्ययन के अनुसार उत्तर प्रदेश की जीएसडीपी वर्ष 2004-05 की तुलना में वर्ष 2012-13 में 6.9 प्रतिशत रही, जोकि चार बीमारू राज्यों में सबसे कम है. इस अध्ययन के अनुसार, 9 वर्षों में बिहार ने अन्य 'बीमारू' राज्यों की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया. बिहार ने जीएसडीपी में सबसे ज्यादा 9.3 प्रतिशत का आंकड़ा छुआ तो वहीं, मध्य प्रदेश ने 8.8 प्रतिशत और राजस्थान ने 8.2 प्रतिशत का आंकड़ा छुआ. एसोचैम के अध्ययन के अनुसार, औद्योगिक क्षेत्र में बिहार ने सबसे ज्यादा 13.9 प्रतिशत की विकास दर हासिल की. उसके बाद मध्य प्रदेश 9.2 प्रतिशत और राजस्थान 8.5 प्रतिशत की विकास दर प्राप्त की.

एसोचैम के इस अध्ययन में यह भी कहा गया कि वर्ष 2004-05 से वर्ष 2012-13 के बीच प्रति व्यक्ति आय के मामले में उत्तर प्रदेश 4.8 प्रतिशत सीएजीआर के साथ सबसे पीछे रहा. जबकि बिहार 7.6 प्रतिशत सीएजीआर का आंकड़ा हासिल कर बीमारू राज्यों में सबसे बेहतर स्थित में रहा.

भारतऔरनेपालनेविद्युतव्यापारसमझौतेपरहस्ताक्षरकिए

25-OCT-2014

भारत और नेपाल ने 21 अक्टूबर 2014 को विद्युत व्यापार समझौते (पीटीए) पर हस्ताक्षर किए. यह समझौता दोनों देशों के बीच बिजली के आदान-प्रदान की अनुमति देता है. इस समझौते ने ऊर्जा क्षेत्र में भारत और नेपाल के बीच सहयोग के नए रास्ते खोलने का कार्य किया.


विद्युत व्यापार समझौता नेपाल और भारत के बीच मैत्रीपूर्ण संबंधों और आपसी विश्वास को ग्रिड कनेक्टिविटी और विद्युत व्यापार के क्षेत्र में अधिक सहयोग से और अधिक प्रगाढ़ करेगा. यह सरकारों, सार्वजनिक और निजी उद्यमों को योजना बनाने में और अन्तःसंबंध सुविधाओं के निर्माण व विद्युत व्यापार के लिए सुविधा प्रदान करेगा. 
यह समझौता एक संयुक्त कार्य समूह व एक संयुक्त संचालन समिति के गठन का प्रावधान करता है जो चिह्नित क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा देने और सुविधाजनक बनाने के लिए कार्य करेगा.
दोनों समितियां निम्न विषयों पर कार्य करेंगी:-
• योजना और सीमा पार अन्तःसंबंध की पहचान,
• प्रौद्योगिकियों का चयन,
• विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार (डीपीआर) करना,  
• परियोजनाओं को समय पर पूरा करने के लिए निवेश के तरीके सुझाना. 
संयुक्त कार्यदल की अध्यक्षता दोनों देशों के संयुक्त सचिव द्वारा की जाएगी, जो हर छह महीने में मुलाकात करेंगे. यह भारत और नेपाल के बीच विद्युत क्षेत्र में मौजूदा सहयोग से संबंधित मुद्दों पर विमर्श करेगें. संयुक्त संचालन समिति दोनों देशों के सचिवों की अध्यक्षता में कार्य करेगी तथा प्रत्येक वर्ष में एक बार बैठक आयोजित करेगी.
इस समझौते में पीटीए को लागू करने के लिए एक द्विपक्षीय तंत्र के निर्माण का प्रावधान भी किया गया हैं. और साथ ही यह दक्षिण एशियाई क्षेत्र में भी क्षेत्रीय विद्युत व्यापार की सुविधा प्रदान करेगा.
विदित हो कि सितंबर 2014 में नेपाल के अधिकारियों और भारत के जीएमआर समूह ने नेपाल में 900 मेगावाट की ऊपरी करनाली परियोजना के निर्माण के लिए परियोजना विकास समझौते पर हस्ताक्षर किए.

केंद्रसरकारनेएनएसईएलकोइसकीनियंत्रककंपनीएफटीआईएलकेसाथविलयकाआदेशदिया

25-OCT-2014

केंद्र सरकार ने 21 अक्टूबर 2014 को घोटाले में घिरी नेशनल स्पॉट एक्सचेंज (एनएसईएल) को इसकी नियंत्रक कंपनी फाइनेंशियल टेक्नोलॉजीज इंडिया लिमिटेड (एफटीआईएल) के साथ विलय करने का आदेश दिया. कारपोरेट मामलों के मंत्रालय ने कंपनी कानून, 1956 की धारा 396 के तहत एनएसईएल का विलय उसकी होल्डिंग कंपनी एफटीआईएल में करने हेतु एक आदेश का मसौदा जारी किया. यह पहली बार हुआ है कि निजी क्षेत्र में एक सूचीबद्ध कोई इकाई केंद्र सरकार की धारा 396 के तहत शामिल की गई.


यह निर्णय निवेशकों और अन्य जो नेशनल स्पॉट एक्सचेंज लिमिटेड में 5600 करोड़ रुपये के घोटाले से प्रभावित हुए की वसूली सुनिश्चित करने के लिए किया गया. सरकार ने यह कदम आवश्यक रूप से सार्वजनिक हित में उठाया, एक्सचेंज के पास कोई वहनीय व्यावसाय नहीं रह गया था, जबकि एफटीआई के पास शीघ्र वसूली के लिए जरूरी संसाधन उपलब्ध हैं.
जुलाई 2013 में उजागर एनएसईएल घोटाले के एक वर्ष के पश्चात् सरकार ने एनएसईएल और एफटीआईएल के विलय का निर्णय लिया. एनएसईएल के एफटीआईएल में विलय का कदम संभवत: सरकार द्वारा किसी घोटालाग्रस्त निजी क्षेत्र की इकाई में 2009 के सत्यम घोटाले के बाद हस्तक्षेप किए जाने का पहला मामला है. अभी तक मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा 5600 करोड़ रुपए एनएसईएल घोटाले की जांच कर रही है और अब तक घोटाले के आरोपियों से संबंधित लगभग 6000 करोड़ रुपए की चल-अचल संपत्ति  को जब्त किया जा चुका है.
नेशनल स्पॉट एक्सचेंज लिमिटेड (एनएसईएल) के बारे में
नेशनल स्पॉट एक्सचेंज लिमिटेड (एनएसईएल) को जिग्नेश शाह के नेतृत्व वाली फाइनेंशियल टेक्नोलॉजीज इंडिया लिमिटेड (एफटीआईएल) समूह द्वारा कृषि और खाद्य वस्तुओं में स्पॉट ट्रेडिंग के लिए एक इलेक्ट्रॉनिक विनिमय के रूप में स्थापित किया गया था. फाइनेंशियल टेक्नोलॉजीज इंडिया लिमिटेड इसकी होल्डिंग कंपनी है एमसीएक्स और एमसीएक्स-एसएक्स, इसके द्वारा स्थापित अन्य विनिमय संस्थान हैं.

भारतवर्ष 2015-2017 केलिएसंयुक्तराष्ट्रमानवाधिकारपरिषदकापुनसदस्यनिर्वाचित

25-OCT-2014

भारत 21 अक्टूबर 2014 को वर्ष 2015-2017 के लिए संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (यूएनएचआरसी) का पुन: सदस्य निर्वाचित हुआ. भारत का इस पद पर पुन: निर्वाचन एशिया प्रशांत समूह में 162 वोट (सबसे ज्यादा) प्राप्त करने के बाद हुआ. निर्वाचन प्रक्रिया न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा में आयोजित की गई.
एशिया-प्रशांत समूह में मुख्य प्रतिस्पर्धा था, जिसमें चार सीटों के लिए चुनाव होने थे. इस समूह में अन्य प्रतिस्पर्धी देशों में इंडोनेशिया,  बांग्लादेश,  कतर,  थाईलैंड,  कुवैत, कंबोडिया,  फिलीपींस और बहरीन थे. जिनमें से भारत, बांग्लादेश, कतर और इंडोनेशिया को यूएनएचआरसी के लिए चुना गया.

वर्तमान में, भारत 47 देशों के यूएनएचआरसी का एक सदस्य है और इसका पहला कार्यकाल 31 दिसंबर 2014 को समाप्त होने जा रहा है. भारत के अतिरिक्त 14 अन्य सदस्य देशों, जिनमें अल्बानिया, बांग्लादेश, बोलीविया, बोत्सवाना, कांगो, अल साल्वाडोर, घाना, इंडोनेशिया, लातविया, नीदरलैंड, नाइजीरिया, पैराग्वे, पुर्तगाल और कतर शामिल हैं को तीन वर्ष के कार्यकाल के लिए चुना गया. जो 1 जनवरी 2015 से प्रारंभ होगा.
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (UNHRC) के बारे में

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद एक अंतर-सरकारी निकाय है जो मानव अधिकारों की रक्षा करता है एवं उनको बढ़ावा देता है. यह मानवीय गरिमा के सार्वभौमिक आदर्शों के लिए दुनिया की प्रतिबद्धता का प्रतिनिधित्व करता है. यूएनएचआरसी, महासभा परिषद के उद्देश्यों की प्राप्ति में राष्ट्रों के योगदान और प्रतिबद्धता को देखता हैं. इसके प्रत्येक सीट की अवधि तीन वर्ष होती है. मानवाधिकार उच्चायुक्त संयुक्त राष्ट्र के प्रमुख मानव अधिकार अधिकारी होते हैं. यूएनएचआरसी, संयुक्त राष्ट्र सचिवालय का एक हिस्सा है, जिसका मुख्यालय जिनेवा में स्थित हैं.

वैश्विकआयोडीनअल्पताविकारनिवारणदिवस 21 अक्टूबरकोमनायागया

25-OCT-2014

21 अक्टूबर : वैश्विक आयोडीन अल्पता विकार निवारण दिवस
वैश्विक आयोडीन अल्पता विकार निवारण दिवस (जीआईडीडी) 21 अक्टूबर 2014 को विश्व भर में मनाया गया. यह दिवस आयोडीन की जरूरत के बारे में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य हेतु मनाया गया.

वर्तमान में विश्व की जनसंख्या का लगभग एक तिहाई भाग आयोडीन अल्पता विकार के जोखिम का सामना कर रहा हैं. 130 देशों में 740 मिलियन से अधिक लोग इस स्वास्थ्य समस्या का सामना कर रहे हैं. भारत में छह करोड़ से अधिक लोग आयोडीन अल्पता विकार के कारण होने वाले स्थानिक गलगण्ड से पीड़ित हैं वहीँ 88 लाख लोग मानसिक या तांत्रिकीय बाधाओं से पीड़ित हैं.
वैश्विक आयोडीन अल्पता विकार निवारण दिवस के अवसर परयूनिसेफ गुजरात कार्यालय ने गांधीनगर में गुजरात सरकार के स्वास्थ्य और शिक्षा विभाग के सहयोग से  आयोडीन युक्त नमक के उपभोग को बढ़ावा देने के लिए हायर सेकेंडरी स्कूल में आयोडीन अल्पता विकार जागरूकता अभियान शुरू किया.
भारत का योगदान

वर्ष 1962 में भारत सरकार ने राष्ट्रीय गलगण्ड नियंत्रण कार्यक्रम का आरंभ किया और वर्ष 1992 में इसका नाम परिवर्तित करके राष्ट्रीय आयोडीन अल्पता विकार नियंत्रण कार्यक्रम कर दिया गया था. यह कार्यक्रम आयोडीन की कमी को रोकने के लिए शुरू किया गया था, जिसके कारण गलगंड, मृत जन्म, गर्भपात, जन्मजात विसंगतियां, शिशु मृत्यु दर में वृद्धि, मानसिक अल्पता, बधिर और गूंगापन, भेंगापन और बौनापन आदि रोग एवं विसंगतियां उत्त्पन्न होती हैं.

केंद्रसरकारजम्मू-कश्मीरमेंजम्मूकश्मीरआरोग्यग्रामयोजनाकाशुभारंभकिया

22-OCT-2014

केंद्र सरकार ने 18 अक्टूबर 2014 को जम्मू-कश्मीर में जम्मू कश्मीर आरोग्य ग्राम योजना का शुभारंभ किया. यह योजना जम्मू-कश्मीर में किसानों को वैज्ञानिक रूप से परीक्षित और व्यावसायिक रूप से लाभकारी सुगन्धित और औषधीय पौधों के उत्पादन को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से प्रारंभ की गयी. यह योजना केंद्र सरकार की देश के पर्वतीय क्षेत्रों को उच्च मूल्य वालें जैविक कृषि उत्पादों हेतु अनन्य क्षेत्रों में विकसित करने की योजना का एक भाग हैं. केंद्र सरकार शुरू में इस योजना पर 25 करोड़ रुपए खर्च करेगी.

योजना के बारे में
इस योजना के अंतर्गत वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) विशेषज्ञ मार्गदर्शन के साथ किसानों की मदद करेगा तथा और उन्हें औषधीय और सुगंधित पौधों की करीब नौ पौध की किस्मों को उपलब्ध करवाएगा. सीएसआईआर सरकार की अनुसंधान और विकास संस्था है.

जम्मू-कश्मीर के लिए चयनित पादप किस्मों में लेमन ग्रास (कायेमबोपोगोना) की पांच अलग – अलग किस्में, गुलाब (रोजा), पुदीना (मेंथा), अश्वगंधा (विथानिया सोम्नीफेरा) और फालसा फलों के पौधे हैं. प्रारंभ में, राज्य के कठुआ, जम्मू और उधमपुर के 1000 गांवों को इस योजना के तहत शामिल किया जाएगा. इसी प्रकार की योजनाओं को अन्य राज्यों में भी मृदा की स्थिति, उपयुक्त पादप किस्मों और जोतों के उपयुक्त आकार एवं प्रकार को ध्यान में रखते हुए प्रारंभ किया जायेगा.
योजना का लाभ
विज्ञान और प्रौद्योगिकी तथा पृथ्वी विज्ञान के केंद्रीय राज्य मंत्री मंत्री डॉ जितेंद्र सिंह के अनुसार, इस योजना के अंतर्गत सुगंधित पौधों के लिए अनुकूल भूमि की पहचान की जाएगी और सीएसआईआर के वैज्ञानिक और देश के विभिन्न भागों के सुगंध विशेषज्ञ किसानों को इनकी खेती के बारे में शिक्षित और प्रशिक्षित करेंगे.
योजना में शामिल संस्थान
सीएसआईआर, भारतीय एकीकृत चिकित्सा संस्थान (आईआईआईएम), हिमालय जैव संसाधन प्रौद्योगिकी संस्थान (आईएचबीटी), औषधीय और सुगंधित पौधों हेतु केन्द्रीय संस्थान, राष्ट्रीय वानस्पतिक अनुसंधान संस्थान (एनबीआरआई) और पूर्वोत्तर विज्ञान और प्रौद्योगिकी संस्थान (एनईआईएसटी) आदि संस्थान पहले जम्मू-कश्मीर में और उसके बाद अन्य राज्यों में योजना के क्रियान्वयन के लिए संबद्ध किये जायेंगे.

उष्णकटिबंधीयतूफानट्रुडीनेमेक्सिकोकोप्रभावितकिया

22-OCT-2014

ट्रुडी: एक उष्णकटिबंधीय तूफान जिसने मेक्सिको को प्रभावित किया.

ट्रुडी एक उष्णकटिबंधीय तूफान हैं जिसने 19 अक्टूबर 2014 को मेक्सिको को प्रभावित किया. यह अकापुल्को के पूर्व में प्रशांत तट पर लगभग 125 किलोमीटर की दूरी पर भूस्खलन के बाद  समाचारों में आया. भूस्खलन के कारण छह लोग मारे गए और कई लोगों को सुरक्षित जगहों पर ले जाया गया.

ट्रुडी के कारण अचानक बाढ़ का खतरा एवं पहाड़ी और पर्वतीय क्षेत्रों में मृदा सर्पण का खतरा बढ़ गया. इसकी भारी वर्षा के कारण ग्युरेरो के दक्षिणी राज्य में त्लाकोएचिस्त्लाहुआ कस्बे में एक फार्म में भूस्खलन हुआ. इसके वजह से कोकोआपा और ओमटेपेक में मृदा सर्पण घटित हुआ. पहाड़ी क्षेत्र में ट्रुडी के प्रभाव क्षेत्र में आने वाले तीन कस्बों से लगभग 2,000 लोगों को सुरक्षित जगहों पर ले जाया गया. तीन कस्बों से करीब 300 लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया जहां एक नदी में तूफान के कारण बाढ़ आ गई है. भूस्खलन और बाढ़ से 16 अन्य कस्बे भी प्रभावित हुए और अकापुलको की मुख्य सड़क भी क्षतिग्रस्त हो गई. यह तूफान 17 अक्टूबर 2014 को मेक्सिको के दक्षिण पश्चिम में 140 किलोमीटर के आसपास निर्मित हुआ था.

दक्षिणअफ्रीकापर्यटननेगांधी-प्रेरितपर्यटकआकर्षणपरियोजनाकाआरंभकिया

22-OCT-2014

दक्षिण अफ्रीका पर्यटन ने गांधी-प्रेरित पर्यटक आकर्षण परियोजना का आरंभ किया. इसमें उन 13 स्थानों की पहचान की गई हैं जो दक्षिण अफ्रीका में मोहनदास करमचंद गांधी के समय में प्रमुख थे. दक्षिण अफ्रीका के पर्यटन विभाग के तहत दक्षिण अफ्रीकी पर्यटन ने 18 अक्टूबर 2014 को जोहानिसबर्ग में इस परियोजना का आरंभ किया.

इसके अतिरिक्त, गांधी पर वेबपेज भी शुरू किया गया जिस पर दक्षिण अफ्रीका में गांधी से संबंधित स्थानों की व्यापक जानकारी उपलब्ध है. गांधी-प्रेरित पर्यटक आकर्षण परियोजना ने महात्मा गांधी के दक्षिण अफ्रीका की यादोँ एवं कार्यों को लोगों के लिए जो यह समझना चाहते हैं की कैसे दक्षिण अफ्रीका ने उनके विवेक, मानवता के लिए उनकी सेवा और दुनिया के इतिहास को अपने महान योगदान को कैसे आकार दिया, को सुलभ बना दिया.

दक्षिणअफ्रीकामेंफैले 13 गांधीसेसंबंधितस्थानोंमेंनिम्नसम्मिलितहैं –

  • डरबन में ओल्ड कोर्ट हाउस संग्रहालय जहाँ गांधी के चित्रों का एक ऐतिहासिक संग्रह है
  • पीटरमैरिट्सबर्ग स्टेशन जहां गाँधी जी की एक मूर्ति उस स्थान को चिह्नित करने के लिए लगाई गई हैं जहाँ पर गांधी जी को एक चलती ट्रेन से फेंक दिया गया था क्योंकि वह केवल श्वेत लोगों के लिए आरक्षित एक डिब्बे में बैठ गए थे.
  • लेडीस्मिथ में स्थानीय विष्णु मंदिर में एक गांधी प्रतिमा है जो वर्ष 1899-1900 एंग्लो-बोअर युद्ध के दौरान एक स्वयंसेवक स्ट्रेचर वाहक के रूप में उनके कार्य को याद करने के लिए लगाई गई हैं.
  • न्यूटाउन, जोहानसबर्ग में हमीदिया मस्जिद के बाहर एक स्मारक जो एक प्रतीकात्मक देग दर्शाता है जो गाँधी द्वारा वर्ष 1908 में पासबुक जलने को प्रदर्शित करता हैं जो सभी अश्वेत लोगों को हमेशा अपने साथ लेकर चलनी  होती थी.
  • दक्षिण अफ्रीका का नया संवैधानिक न्यायालय जिसको जोहान्सबर्ग में पुराने किले की जेल के स्थान पर बनाया गया हैं, जहां गांधी और बाद में नेल्सन मंडेला कैद किये गए थे. इसके अतिरिक्त भी अन्य स्थान हैं.

अरुणाचलप्रदेशमेंसियोमनदीपरभारत-बांग्लादेशकासंयुक्तराफ्टिंगअभियान

22-OCT-2014

भारत-बांग्लादेश संयुक्त राफ्टिंग अभियान अरुणाचल प्रदेश के पश्चिम सियांग जिले में सियोम नदी पर 1 अक्टूबर से 3 अक्टूबर 2014 के बीच आयोजित किया गया. इस अभियान को आर्मी एडवेंचर नोड केन्द्र, आलो द्वारा भारतीय सेना की पांचवीं माउंटेन ब्रिगेड के तत्वावधान में आयोजित किया गया. अभियान के दौरान टीम ने अरुणाचल प्रदेश के पश्चिम सियांग जिले में थुमबिन  से पंगिन को सियोम नदी की धाराओं पर राफ्टिंग की दोनों टीमों में दो अधिकारियों सहित 10 सैन्य कर्मियों का दल शामिल था.

अभियान को थुमबिन पर 1 अक्टूबर 2014 को लेफ्टिनेंट जनरल बिपिन रावत, जीओसी स्पीयर कोर ने झंडी दिखाकर रवाना किया और पंगिन पर 3 अक्टूबर 2014 को मेजर जनरल सुनील श्रीवास्तव, जीओसी 56 इन्फैंट्री डिवीजन द्वारा झंडी दिखाकर आगवानी की. भारतीय सेना टीम को मेजर सचिन निकम ने नेतृत्व प्रदान किया और बांग्लादेशी टीम मेजर का नेतृत्व मोहम्मद नज्मुस सादात ने किया. बांग्लादेशी टीम 18 सितंबर, 2104 को भारत पहुंची और आलो में भारतीय व्हाइट वाटर राफ्टिंग नोड द्वारा इनको प्रशिक्षित किया गया. यह अभियान दोनों पड़ोसी देशों की सेना के बीच संबंधों को बढ़ावा देने के एक प्रयास था.


सियोम नदी के बारे में 
सियोम नदी को योमगो के रूप में भी जाना जाता हैं जो तिब्बत से निकलती है और लगभग 3700 मीटर की ऊंचाई पर भारत-चीन सीमा पर खड़ी घाटियों के माध्यम से मियांडर बनाती  हुई भारत में प्रवेश करती है भारत में प्रवेश करने के बाद यह पंगिन में सियांग (ब्रह्मपुत्र) में मिलती है, जो की आलो से लगभग 30 किलोमीटर की दूरी पर हैं. यह अरुणाचल प्रदेश के पश्चिम सियांग जिले की सबसे बड़ी नदी है.

केंद्रीयमंत्रिमंडलनेअहमदाबादमेट्रोरेलपरियोजनाकेप्रथमचरणकोमंजूरीदी

22-OCT-2014

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने 18 अक्टूबर 2014 को अहमदाबाद मेट्रो रेल परियोजना के प्रथम चरण को मंजूरी दी. अहमदाबाद मेट्रो के पहले चरण के लिए 10,773 करोड़ रुपये मंजूर किए गए. इसके तहत 35.96 किलोमीटर की मेट्रो रेल परियोजना  को मंजूरी दी गई.

परियोजना की मुख्य विशेषताएं

 

• अहमदाबाद मेट्रो रेल परियोजना का प्रथम चरण दो गलियारों जिनमें एक उत्तर-दक्षिण कॉरिडोर जो मोटेरा स्टेडियम को एपीएमसी से जोड़ेगा तथा 15.42 किमी का होगा तथा दूसरा पूर्व-पश्चिम कॉरिडोर जो की थालतेज गम से वेस्त्रल गम तक विस्तृत होगा एवं 20.54 किलोमीटर की दूरी तय करेगा. 
• भारत सरकार इक्विटी और अधीनस्थ ऋण के रूप में इस परियोजना के लिए 1,990 करोड़ रुपए का योगदान करेगीं.
• इस परियोजना को मेट्रो लिंक एक्सप्रेस फॉर गांधीनगर एंड अहमदाबाद (मेगा) कंपनी लिमिटेड द्वारा पूरा किया जायेगा जिसको गुजरात सरकार एवं भारत सरकार की 50:50 अनुपात वाली एक संयुक्त स्वामित्व वाली कंपनी में तब्दील किया जाएगा.
• परियोजना को मेट्रो रेल अधिनियम (कंस्ट्रक्शन ऑफ़ वर्क्स), 1978, मेट्रो रेल (संचालन और रखरखाव) अधिनियम, 2002 और रेल अधिनियम, 1989 के अंतर्गत कानूनी ढांचे के तहत क्रियान्वित किया जाएगा.
• प्रस्तावित दोनों संरेखण अहमदाबाद के कुछ सघन और भीड़भाड़ वाले इलाकों में यात्रियों को बहु प्रतीक्षित कनेक्टिविटी उपलब्ध करायेंगे. 
यह परियोजना काफी हद तक यातायात भीड़ को कम करेगी और अहमदाबाद के लोगों को त्वरित, आरामदायक, सुरक्षित, प्रदूषण मुक्त और किफायती जन परिवहन प्रणाली प्रदान करेगीं. 63 लाख जनसंख्या वाला अहमदाबाद महानगरीय क्षेत्र इस परियोजना से लाभान्वित होगा.
पृष्ठभूमि

अहमदाबाद भारत का सातवां सबसे बड़ा महानगर है और गुजरात की आबादी का लगभग 12 प्रतिशत यहाँ निवास करता हैं. इस क्षेत्र में पिछले एक दशक में 2.25 प्रतिशत की वृद्धि दर देखी गई है. जनसंख्या के पूर्वानुमान के अनुसार, जनसंख्या का लगभग 70 प्रतिशत भाग भविष्य में अहमदाबाद महानगर निगम (एएमसी) क्षेत्र में निवास करेगा. बसों की वृद्धि सार्वजनिक परिवहन पर तेजी से बढ़ रहे इस दबाव को पूरा करने में सक्षम नहीं होगी और यात्री परिवहन के निजी साधनों की तरफ प्रवृत्त होंगें जो क्षेत्र में उच्च वाहन स्वामित्व प्रवृत्ति से पहले से ही स्पष्ट हो रहा है. यह सड़कों में जहां एक और भीड़ को और बढ़ाएगा वहीं इससे प्रदूषण में भी वृद्धि होगी. इसलिए, अहमदाबाद में ऐसी स्थितियों को टालने के लिए एक मेट्रो रेल प्रणाली का विकास आवश्यक था

भारतनेवेस्टइंडीजकेखिलाफ 5 मैचोंकीक्रिकेटश्रृंखला 2-1 सेजीती

22-OCT-2014

भारत ने 17 अक्टूबर 2014 को वेस्ट इंडीज के खिलाफ वर्ष 2014 के वेस्ट इंडीज के भारत दौरे की 5 मैचों की क्रिकेट श्रृंखला 2014 को 2-1 से जीती. श्रृंखला का तीसरा और पांचवां मैच रद्द कर दिया गया. 14 अक्टूबर 2014 को विशाखापत्तनम एसीए-वीडीसीए स्टेडियम में खेला जाने वाला तीसरा मैच चक्रवाती तूफान हुदहुद के कारण रद्द कर दिया गया जबकि, श्रृंखला का पांचवां और अंतिम मैच नहीं खेला गया क्योंकि कैरेबियाई टीम ने वेस्ट इंडीज क्रिकेट बोर्ड के साथ भुगतान विवाद के मद्देनजर शेष भारत दौरा रद्द करने का फैसला किया.


मैच रिपोर्ट

मैच 1: कोच्चि के जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में 8 अक्टूबर 2014 को खेला गया. वेस्टइंडीज ने 124 रन से मैच जीता. मैन ऑफ द मैच मार्लोन सैमुअल्स बनें.

मैच 2: दिल्ली के फिरोज शाह कोटला में 11 अक्टूबर 2014 को खेला गया. भारत ने 48 रन से मैच जीता. मैन ऑफ द मैच मोहम्मद शामी बनें.

मैच 3: चक्रवात हुदहुद की वजह से रद्द कर दिया गया.

मैच 4: धर्मशाला के हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में 17 अक्टूबर 2014 को खेला गया. भारत ने 59 रन से मैच जीता. मैन ऑफ द मैच विराट कोहली बनें.

मैच 5: यह मैच कोलकाता के ईडन गार्डन में 20 अक्टूबर 2014 को खेला जाने वाला था लेकिन वेस्ट इंडीज टीम के दौरा रद्द करने के कारण मैच रद्द कर दिया गया.

दोनों टीमों के कप्तान 
भारत: महेंद्र सिंह धोनी 
वेस्टइंडीज: ड्वेन ब्रावो

लुइससुआरेज़नेयूरोपीयगोल्डनबूटपुरस्कारप्राप्तकिया

22-OCT-2014

बार्सिलोना फुटबॉल क्लब के खिलाड़ी लुइस सुआरेज़ ने वर्ष 2013 के सत्र में यूरोप के शीर्ष स्कोरर के तौर पर 16 अक्टूबर 2014 को यूरोपीय गोल्डन बूट पुरस्कार प्राप्त किया. उरूग्वे के स्टार खिलाड़ी ने 31 गोल कर लिवरपूल को प्रीमियर लीग में दूसरा स्थान दिलाया था.

लुइस सुआरेज़ ने वर्ष 2013 में लिवरपूल के लिए 31 प्रीमियर लीग गोल किए थे जिसके लिए लुइस सुआरेज़ ने गोल्डन शू प्राप्त किया. हालांकि, लुइस सुआरेज़ ने बार्सिलोना में शामिल होने के बाद लिवरपूल टीम को छोड़ दिया.

बार्सिलोना के 27 वर्षीय फुटबॉलर लुईज सुआरेज ने यह पुरस्कार रियाल मैड्रिड के क्रिस्टियानो रोनाल्डो के साथ साझा किया. रोनाल्डो ने भी इतने ही गोल किए थे. लुइस सुआरेज़ के 25 अक्टूबर 2014 को रियल मैड्रिड के खिलाफ मैच से बार्सिलोना की ओर से शुरुआत करने की उम्मीद है. लुइस सुआरेज़ को ब्राजील में विश्व कप के दौरान इटली के डिफेंडर जार्जियो चिएलिनी काटने के बाद नौ प्रतिस्पर्धी अंतरराष्ट्रीय मैच और क्लब स्तर पर चार महीने के लिए निलंबित कर दिया गया था.

ब्रिटिशअभिनेत्रीलिंडाबेलिंगमका 66 वर्षकीआयुमेंनिधन

22-OCT-2014

ब्रिटिश अभिनेत्री और प्रस्तोता लिंडा बेलिंगम का पेट के कैंसर की वजह से लंदन में 19 अक्टूबर 2014 को 66 वर्ष की आयु में निधन हो गया. ब्रिटिश अभिनेत्री को ऑक्सो टीवी विज्ञापनों में एक माँ के रूप में लंबे समय की भूमिका के लिए जाना जाता था. लिंडा बेलिंगम को ऑल क्रिएचर ग्रेट एंड स्मॉल शो के लिए जाना जाता था. हाल के वर्षों में वह आईटीवी के लूज महिला के पैनल में शामिल थी.


लिंडा बेलिंगम के बारे में 
लिंडा बेलिंगम कनाडा में जन्मीं अंग्रेजी अभिनेत्री, प्रसारक और लेखक थी. लिंडा ने वर्ष 1983 और वर्ष 1999 के बीच ऑक्सो परिवार ब्रिटिश टीवी विज्ञापनों की श्रृंखला में मां की भूमिका निभाई थी. बेलिंगम ने 1970 के दशक में जनरल अस्पताल के आईटीवी सोप ओपेरा में नर्स के रूप में टेलीविजन की शुरुआत की.
लिंडा बेलिंगम ने कंफेशन ऑफ ड्राइविंग इंस्ट्रक्टर (1976), स्वीनी (1977), स्टैंड अप, वर्जिन सोल्जर (1977), राइडिंग हाई (1981) फिल्मों में अभिनय किया

भारतीयक्रिकेटकंट्रोलबोर्ड (बीसीसीआईनेवेस्टइंडीजकेसाथसभीक्रिकेटसीरीजरद्दकी

22-OCT-2014

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने 21 अक्टू़बर 2014 को वेस्टइंडीज के साथ सभी द्विपक्षीय क्रिकेट सीरीज रद्द करने की घोषणा की. वेस्टइंडीज के खिलाड़ियों द्वारा अक्टू़बर 2014 में, बीच में ही भारत दौरा रद्द किए जाने के प्रकरण के बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने यह फैसला लिया. इसके साथ ही साथ  बीसीसीआई ने वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड (डब्ल्यूआईसीबी) के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने का भी फैसला किया.

विदित हो कि ड्वायन ब्रावो की नेतृत्व वाली वेस्टइंडीज टीम अक्टू़बर 2014 में अपने बोर्ड के साथ जारी वेतन विवाद के चलते बीच में ही भारत दौरा छोड़ने का फैसला किया. इसके परिणाम स्वरूप बीसीसीआई को यह कदम उठाना पड़ा.

ऑस्ट्रेलियाकेपूर्वप्रधानमंत्रीगॉफव्हाइटलैमका 98 वर्षकीउम्रमेंनिधन

22-OCT-2014

ऑस्ट्रेलिया के पूर्व प्रधानमंत्री गॉफ व्हाइटलैम का 21 अक्टूबर 2014 को ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में 98 वर्ष की उम्र में निधन हो गया. व्हाइटलैम देश की सर्वाधिक प्रशंसनीय हस्तियों में से एक थे. व्हाइटलैम लाखों आस्ट्रेलिया वासियों के लिए प्रेरणा स्रोत थे. गॉफ व्हाइटलैम के नेतृत्व में ऑस्ट्रेलिया ने वर्ष 1972 में चीन के साथ राजनयिक संबंधों की स्थापना की. वे चीन की यात्रा करने वाले पहले ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री भी थे.

व्हाइटलैम देश के एकमात्र ऐसे प्रधानमंत्री थे जिन्हें बर्खास्त किया गया था. लेकिन उन्हें आस्ट्रेलिया की उन सर्वाधिक रसूखदार हस्तियों में गिना जाता था जिन्होंने देश के राजनीतिक इतिहास में उल्लेखनीय योगदान दिया.

दिसंबर 1972 में हुए चुनाव में उन्होंने लेबर पार्टी को 23 वर्षों के बाद जीत दिलायी थी और प्रचार अभियान के दौरान उनका ‘इट्स टाइम’ का नारा बेहद चर्चित हुआ था. वर्ष 1975 में गर्वनर-जनरल सर जॉन केर ने उन्हें बर्खास्त कर दिया था. तीन वर्ष सत्ता में रहने के बावजूद व्हाइटलैम ने देश में आर्थिक एवं सांस्कृतिक सुधारों की शुरूआत की जिसकी वजह से उनकी हमेशा सराहना हुई.

एडवर्ड गॉफ व्हाइटलैम के बारे में
•    एडवर्ड गॉफ व्हाइटलैम का जन्म 11 जुलाई 1916 को मेलबर्न के उपनगर क्यू में हुआ था.
•    एडवर्ड गॉफ व्हाइटलैम ऑस्ट्रेलिया के राजनीतिज्ञ और वर्ष 1972-1975 के बीच ऑस्ट्रेलिया के 21वें प्रधानमंत्री थे
•    वह वर्ष 1967-1977 के बीच लेबर पार्टी के नेता थे.
•    व्हाइटलैम पहली बार वर्ष 1952 में संसद के लिए चुने गए थे और व्हिटलैम ने प्रतिनिधि सभा में वेरिवा का प्रतिनिधित्व किया.
•    व्हाइटलैम वर्ष 1960 में लेबर पार्टी के उप नेता बने और वर्ष 1967 में आर्थर की सेवानिवृत्ति के बाद वह नेता चुने गए और विपक्ष के नेता बने.

फैशनडिजाइनरऑस्करडीलारेंटाकानिधन

22-OCT-2014

प्रतिष्ठित फैशन डिजाइनर ऑस्कर डी ला रेंटा का केंट के कनेक्टिकट में 20 अक्टूबर 2014 को कैंसर की वजह से 82 वर्ष की आयु में निधन हो गया.

ऑस्कर डी ला रेंटा के बारे में 
•    ऑस्कर डी ला रेंटा का जन्म डोमिनिकन गणराज्य में 22 जुलाई 1932 को हुआ था.
•    डी ला रेंटा मैड्रिड में सैन फर्नांडो की अकादमी में कला का अध्ययन करने के लिए स्पेन गए.
•    वह पूर्ण स्कर्ट के साथ पुष्प, स्त्री, उत्तम, सुरुचिपूर्ण डिजाइन के लिए प्रसिद्ध थे. 
•    हाल ही में, डी ला रेंटा ने मानवाधिकार वकील अमल क्लूनी के लिए शादी की पोशाक बनाई. 
•    वर्ष 1967 और वर्ष 1968 में डी ला रेंटा ने कोटी पुरस्कार (अमेरिका फैशन उद्योग ऑस्कर पुरस्कार) जीता.

'ब्लेडरनरऑस्करपिस्टोरियसकोपांचवर्षकीसज़ा

21-OCT-2014

दक्षिण अफ़्रीका की एक न्यायालय ने 'ब्लेड रनर' ऑस्कर पिस्टोरियस को अपनी महिला मित्र (गर्लफ़्रेंड) रीवा स्टीनकैंप की हत्या के मामले में 21 अक्टू़बर 2014 को पांच वर्ष की सज़ा सुनाई. इससे पहले पिस्टोरियस को अपनी महिला मित्र (गर्लफ़्रेंड) रीवा स्टीनकैंप की ग़ैर इरादतन हत्या का दोषी करार दिया गया था, लेकिन हत्या के आरोप से उन्हें बरी कर दिया गया था. इस मुक़दमे की कार्यवाही का टीवी पर सीधा प्रसारण किया गया. इसने दुनिया भर में लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचा.

पिस्टोरियस पर 29 वर्ष की अपनी महिला मित्र रीवा स्टीनकैंप की पिछले वर्ष (2013) वेलेंटाइन डे के दिन (14 फ़रवरी 2013) पूर्वनियोजित तरीक़े से हत्या करने का आरोप था. हालांकि वह इन आरोपों से इनकार करते रहे. उनका कहना है कि किसी बाहरी व्यक्ति का आभास होने पर उन्होंने गोली चलाई थी.
ऑस्कर पिस्टोरियस
ऑस्कर पिस्टोरियस दक्षिण अफ़्रीका के 'ब्लेड रनर' (कृत्रिम पैर) से दौड़ में भाग लेने वाले खिलाड़ी हैं. पिस्टोरियस ने लंदन में वर्ष 2012 में आयोजित पैरालंपिक में 400 मीटर दौड़ का स्वर्ण पदक जीता था.

फ्लिपकार्टनेएंबेसीऑफिसपार्ककेसाथअचलसंपत्तिपट्टासमझौतेपरहस्ताक्षरकिए

21-OCT-2014

ई-कॉमर्स फर्म फ्लिपकार्ट ने 18 अक्टूबर 2014 को एंबेसी ऑफिस पार्क के साथ अचल संपत्ति पट्टा समझौते पर हस्ताक्षर किए. एंबेसी ऑफिस पार्क एंबेसी समूह और ब्लैकस्टोन के बीच एक संयुक्त उद्यम है.

यह सौदा क्षेत्र के संदर्भ में भारत में अब तक का विशालतम वाणिज्यिक अचल संपत्ति को पट्टे पर देने का सौदा है. यद्यपि सौदे के वित्तीय विवरण का दोनों कंपनियों द्वारा खुलासा नहीं किया गया. 

सौदे की मुख्य विशेषताएं
•    यह सौदा 3 लाख से अधिक वर्ग फुट कार्यालय क्षेत्र बंगलौर में स्थित एंबेसी टेक विलेज में चरणों में देने के लिए किया गया.
•    फिट्-आउट्स विशेषता के साथ 15 लाख वर्ग फुट का कार्यालय परिसर वर्ष 2015 तक स्थापित किये जाने की उम्मीद है.
•    अगले 3 से 5 वर्षों में इस क्षेत्र को 32.5 लाख वर्ग फुट तक  बढ़ाने के लिए  विकल्प  भी खुला रखा गया.

बंगलौर में एंबेसी टेक विलेज

एंबेसी टेक विलेज बंगलौर के आईटी गलियारे की बाहरी रिंग रोड (ओआरआर) पर स्थित 106 एकड़ में फैला हुआ विकसित क्षेत्र है. एंबेसी टेक विलेज को वाणिज्यिक केंद्र के रूप विकसित करने के साथ ही खुदरा और आवासीय स्थल के विचार को भी शामिल करते हुए इसे व्यापक एकीकृत परियोजना के रूप में विकसित करने का लक्ष्य रखा गया. एंबेसी टेक विलेज वाइटफील्ड और इलेक्ट्रॉनिक सिटी के आईटी हब और सीबीडी से जुड़ा हुआ है.

एंबेसी टेक विलेज ने सोनी, नोकिया, ब्रोकेड, सिस्को, जियोमेट्रिक, ब्लू ओशीन, टैलिस्मा, अंबा, नेस, ऑटोनॉमी, क्रिएटिव, आयरन माउंटेन और आउटसोर्स पार्टनर्स इंटरनेशनल जैसी शीर्ष कंपनियों को भी आकर्षित किया.

केंद्रीयपर्यावरणवनऔरजलवायुपरिवर्तनमंत्रालयनेराष्ट्रीयवायुगुणवत्तासूचकांककीशुरूआतकी

21-OCT-2014

केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने नई दिल्ली में राष्ट्रीय वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) की शुरूआत 17 अक्टूबर 2014 को की. राष्ट्रीय वायु गुणवत्ता सूचकांक, स्वच्छ भारत मिशन के तहत एक पहल है जिसको प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छता की संस्कृति को विकसित करने के लिए कल्पित किया हैं. वायु गुणवत्ता सूचकांक आम आदमी के लिए वायु गुणवत्ता की जाँच करने के लिए एक अंक - एक रंग – एक विवरण के रूप में कार्य करेगा. इससे पहले मापने वाला सूचकांक तीन संकेतक तक ही सीमित था, जबकि इस सूचकांक में पाँच अतिरिक्त संकेतकों के द्वारा इसे काफी व्यापक बना दिया गया है, प्रस्तावित वायु गुणवत्ता सूचकांक आठ मापदंडों पर आधारित होगी. (पीएम 10, पीएम 2.5, नाइट्रोजन ऑक्साइड, सल्फर डाई ऑक्साइड, कार्बन मोनो ऑक्साइड, ओजोन, अमोनिया और लेड).


पृष्ठभूमि
वायु प्रदूषण विशेषकर शहरी क्षेत्रों में पर्यावरण और स्वास्थ्य चिंताओं का विषय रहा है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के साथ देश के 240 शहरों में राष्ट्रीय वायु निगरानी कार्यक्रम (एनएएमपी)  का संचालन कर रहें हैं. 
इसके अतिरिक्त, सतत निगरानी प्रणाली जो वास्तविक समय के आधार आंकड़े उपलब्ध कराती हैं भी कुछ शहरों में स्थापित किए गए थे. परंपरागत रूप से, वायु गुणवत्ता की स्थिति को बहुत अधिक आंकड़ो के माध्यम से प्रदर्शित किया जाता हैं अतः वायु गुणवत्ता के बारे में जानकारी सरल भाषाई दृष्टि से सार्वजनिक डोमेन में डालना महत्वपूर्ण था जिससे की आम आदमी द्वारा वायु गुणवत्ता सूचकांक को आसानी से समझा जा सके.
वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई)
• वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) लोगों को उन प्रदूषकों के बारे में जो अल्पकालिक प्रदूषकों के बारे में वायु गुणवत्ता के बारे में जानकारी प्रदान करने के प्रभावी प्रचार-प्रसार के लिए प्रणाली पर जोर देता हैं. 
• इस सूचकांक को एक विशेषज्ञ समूह द्वारा जिसमें चिकित्सा पेशेवरों, वायु गुणवत्ता विशेषज्ञों, शिक्षाविदों, गैर सरकारी संगठनों, और राज्य शामिल हैं द्वारा विकसित किया गया. 
• इसमें कुल छह वायु गुणवत्ता सूचकांक श्रेणियां हैं जिनमें अच्छा, संतोषजनक, मध्यम प्रदूषित, प्रदूषित, बहुत प्रदूषित और गंभीर रूप से प्रदूषित जिनकों हरे रंग से लेकर गहरे लाल रंग में कोडित किया गया. 
• इस सूचकांक ने विभिन्न वायु प्रदूषण के स्तरों को नागरिकों के लिए वायु गुणवत्ता का एक सरल वर्णन के लिए एक एकल संख्या में बदल दिया हैं. 
• वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) वायु गुणवत्ता में सुधार करने के लिए और इस प्रक्रिया में लोगों की भागीदारी को आकर्षित करने के उद्देश्य से स्थानीय अधिकारियों को त्वरित कार्रवाई करने के लिए प्रोत्साहित करेगा.

मिस्रनेस्वेजनहरमुद्देपरछहअंतरराष्ट्रीयकंपनियोंकेसाथअनुबंधपरहस्ताक्षरकिए

21-OCT-2014

मिस्र ने नवनिर्मित स्वेज नहर से निकर्षण बाहर ले जाने के लिए छह अंतरराष्ट्रीय कंपनियों के साथ 18 अक्तूबर 2014 को एक अनुबंध पर हस्ताक्षर किए. नई स्वेज नहर का निर्माण मिस्र में राजनीतिक उथल-पुथल के वर्षों के दौरान हुई पस्त अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने के कार्यक्रम के अंतर्गत राष्ट्रपति अब्देल फतह सीसी की प्रमुख परियोजना है.

जिन कंपनियों के साथ समझौता किया गया है उनमें संयुक्त अरब अमीरात की राष्ट्रीय समुद्री ड्रेजिंग कंपनी, रॉयल बोसकालिस वेस्टमिंस्टर और नीदरलैंड की वान ओर्ड कंपनी हैं; इसके अतिरिक्त बेल्जियम की जन डी नुल समूह और  डेम समूह और अमेरिका स्थित के डी.ई.एम.ई. समूह ,ग्रेट लेक्स ड्रेज और डॉक कंपनी भी शामिल हैं . 
परियोजना में  कुल 250 मिलियन घन मीटर के बराबर नहर से सामग्री के दूर करने के लिए 36 ड्रेजर्स  की आवश्यकता होगी. हालांकि, ठेके का वित्तीय विवरण उपलब्ध नहीं कराया गया है. 
नई स्वेज नहर 
नईस्वेज नहर का निर्माण 145 वर्षीय पुरानी स्वेज नहर के बगल में किया जा रही है जो यूरोप और एशिया के बीच सबसे तेज समुद्री मार्ग है. नई नहर के निर्माण को राष्ट्रपति सीसी द्वारा निर्धारित लक्ष्य अगस्त 2015 तक पूरा किया जाना  है. 
नई नहर के निर्माण में अधिक से अधिक 8 अरब अमेरिकी डॉलर की कुल लागत के साथ 72 किलोमीटर जलमार्ग परियोजना, वर्तमान नहर में 35 किलोमीटर शुष्क खुदाई, 37 किमी का विस्तार और गहराई  का लक्षय भी शामिल हैं.
इस राष्ट्रीय परियोजना में नई स्वेज नहर के नीचे छह नए सुरंगों की खुदाई भी शामिल हैं जिनका निर्माण नई नहर के निर्माण  के साथ ही किया जाएगा.

जोकोविदोदोनेइंडोनेशियाकेराष्ट्रपतिपदकीशपथली

21-OCT-2014

जोको विदोदो ने 20 अक्टूबर 2014 को इंडोनेशिया के सातवें राष्ट्रपति के रुप में शपथ ली. विदोदो ने राष्ट्रपति चुनावों में 53 प्रतिशत मतों के साथ जीत दर्ज की और अपने प्रतिद्वंद्वी पूर्व जनरल प्राबोवो सुबियांतो को हराया. जोको विदोदो ने सुसीलो युधोयोनो बामबांग के राष्ट्रपति के 10 वर्ष के कार्यकाल के बाद उनका स्थान लिया. जोको विदोदो और जुसोफ काला दोनों को राष्ट्रीय विधायिका में शपथ दिलाई गई.


जोको विदोदो के बारे में
•    वर्ष 1961 में जन्मे जोको विदोदो लकड़ी विक्रेता के बेटे के रूप में मध्य जावा शहर में बढ़े हुए. 
•    वर्ष 1985 में वानिकी डिग्री में स्नातक होने के बाद जोको विदोदो ने विनिर्माण फर्नीचर से पहले लकड़ी के फर्श की आपूर्ति के व्यापार की स्थापना की. 
•    वर्ष 2005 में सोलो के मेयर के रूप में निर्वाचित होने के बाद जोको विदोदो ने पाडीआई-पी पार्टी के साथ अपना राजनीतिक कैरियर शुरू किया. 
•    वर्ष 2010 में जोको विदोदो को दूसरे कार्यकाल के लिए मेयर के रूप में फिर से निर्वाचित किया गया. 
•    वर्ष 2012 में जोको विदोदो को जकार्ता के गवर्नर के रूप में निर्वाचित किया गया.

हरियाणाविधानसभाचुनाव 2014: भाजपाकोपहलीबारबहुमतमिला

21-OCT-2014

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने हरियाणा के राज्य विधानसभा चुनाव-2014 में बहुमत हासिल किया. भारत के निर्वाचन आयोग द्वारा चुनाव के परिणामों की घोषणा 19 अक्टूबर 2014 को की गयी .

हरियाणा विधानसभा चुनावों  में 47 सीटें प्राप्त करके भाजपा स्पष्ट बहुमत के साथ सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी. कुल 90 विधान सभा सीटों के लिए मतदान 15 अक्टूबर 2014 को कराया गया था. इन चुनावों में हरियाणा में प्रथम बार 76.54 प्रतिशत के अपने उच्चतम स्तर पर मतदान दर्ज किया गया. 
घोषितपरिणाम

पार्टी

2014-मेंजीतीहुईसीटें

2009 मेंजीतीहुईसीटें

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)

47 सीटें  (33.2 प्रतिशत मत)

4 सीटें (9.04 प्रतिशत)

इंडियन नेशनल लोकदल

(इनेलो) 19 सीटें (24.1 प्रतिशत मत)

31 सीटें (25.79 प्रतिशत मत)


भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस

15 सीटें  (20.6 प्रतिशत मत)

40 सीटें (35.08 प्रतिशत)


हरियाणा जनहित कांग्रेस

2 सीटें (3.6 प्रतिशत मत )

6 सीटें (7.40 प्रतिशतमत)

निर्दलीय एवं अन्य

7 सीटें  (18.5 प्रतिशत मत )

9 सीटें (22.7 प्रतिशत मत)

जलक्षेत्रसेजुड़ेमामलेमेंसहायताप्रदानकरनेहेतुविशेषज्ञसलाहकारसमूहगठित

21-OCT-2014

जल संसाधन मंत्रालय के पूर्व सचिव बी.एन.नवालावाला की अध्यक्षता में जल क्षेत्र से जुड़े मामले में सहायता प्रदान करने के लिए विशेषज्ञ सलाहकार समूह 18 अक्टूबर 2014 को गठित की गई. यह समूह जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा संरक्षण से जुड़े मामलों में सहायता प्रदान करेगा.

विशेषज्ञ सलाहकार समूह में दो अन्य सलाहकार सदस्य भी होंगे, जिनकी नियुक्ति मुख्य सलाहकार के परामर्श पर की जाएगी. यह समूह जल संसाधन,नदी विकास एवं गंगा संरक्षण मंत्रालय की पूर्व अनुमति से विशेष उद्देश्य और विशेष समय के लिए अन्य विशेषज्ञों को इस समूह में शामिल कर सकता है.

बी.एन.नवालावाला से संबंधित मुख्य तथ्य 
नवालावाल गुजरात विश्वविद्यालय से इंजीनियरिंग (सिविल) डिग्री धारक हैं और वह इंजीनियर के रुप में सरकारी सेवा में आए. वह गुजरात के मुख्यमंत्री के सलाहकार और संघ लोक सेवा आयोग के सदस्य रह चुके हैं. नवालावाल ने अपने कैरियर में कई महत्वपूर्ण कार्यों को पूरा किया, जिसमें देश में पहली बार पानी के नीचे वर्ष 1976 में एचडीपीई पाइपलाइन को बिछाना शामिल था. यह सी-क्रिक में घोघहाला से दीयू के बीच में स्थित है. वह योजना आयोग में सलाहकार (जल संसाधन) के रुप में भी काम कर चुके हैं.

नवलावाला, नीति तैयार करने के लिए भारत सरकार द्वारा गठित राष्ट्रीयय पुनर्वास नीति, अंतर्राज्यीलय जलाशय संगठनों, सिंचाई जल के मूल्यों  की समिति इत्यानदि जैसी कई महत्वरपूर्ण राष्ट्री य समितियों के लिए सदस्य  के तौर पर कार्य कर चुके हैं. वह फरवरी 1991 से जून 1996 तक सिंचाई और जल निकासी पर भारतीय राष्ट्रीय समिति के इतिहास,शिक्षा,प्रशिक्षण,अनुसंधान और विकास के लिए गठित विशेष समिति के अध्य‍क्ष पद पर रहे.

महाराष्ट्रकेवर्ष 2014 केविधानसभाचुनावोंमेंभाजपासबसेबड़ीपार्टीकेरूपमेंउभरी

21-OCT-2014

भारत के निर्वाचन आयोग ने महाराष्ट्र के 2014 के विधानसभा चुनावों के परिणामों की घोषणा 19 अक्टूबर 2014 को की. चुनाव में  कुल 288 सीटों के लिए मतदान 15 अक्टूबर 2014 को कराया गया था .

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कुल 122 सीटें जीतीं. इस चुनाव में किसी भी पार्टी  को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला. मतदाताओं ने महाराष्ट्र में अपने 63.13 प्रतिशत मतों का उपयोग किया.
घोषितपरिणाम

पार्टी

2014 मेंजीतीहुईसीटें

2009 मेंजीतीहुईसीटें

भारतीय जनता पार्टी

(भाजपा) 122 सीटें (27.8 प्रतिशत मत )

भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना ने गठबंधन में चुनाव लड़ा और 91 सीटों पर  विजय प्राप्त की थी जिनमें से 46 सीटें(14.0 प्रतिशत मत ) भारतीय जनता पार्टी और 44 सीटें  (16.3 प्रतिशत मत ) शिवसेना को मिली थी

शिवसेना


शिवसेना 63 सीटें (19.3 प्रतिशत मत )

भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस

42 सीटें (18 प्रतिशत मत )

 

कांग्रेस और राकांपा ने गठबंधन में चुनाव लड़ा और 144 सीटों पर  विजय प्राप्त की थी जिनमें से  कांग्रेसको 82 सीटें  (21.0 प्रतिशत मत)  और राकांपा को 62  सीटें (16.4 प्रतिशत मत) मिली  था

 

नेशनल कांग्रेस पार्टी (NCP)

41 सीटें (17.2 प्रतिशत मत )

निर्दलीय एवं अन्य

20 सीटें (17.7 प्रतिशत)

54 सीटें (32.3 प्रतिशत मत)

कुल 288  विधान सभा सीटों के लिए चुनाव आयोजित  किये गए थे

केंद्रसरकारनेप्रत्यक्षलाभहस्तांतरणयोजनाकोफिरसेशुरूकरनेकाफैसलाकिया

21-OCT-2014

केंद्र सरकार ने प्रभावी ढंग से संशोधित प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (डीबीटी) योजना को फिर से शुरू करने का 19 अक्टूबर 2014 को फैसला किया. डीबीटी का क्रियान्वयन 54 जिलों में 10 नवंबर 2014 और 1 जनवरी 2015 के बीच एक अभियान स्तर पर किया जाना है.

वर्तमान में,  वे लाभार्थी जिनके बैंक खाते आधार योजना के अंतर्गत हैं और वे लाभार्थी जिनके बैंक खाते जनवरी 2014 में शुरू की गयी जन धन योजना के तहत हैं उन सभी बैंक खाताधारकों को अपने खातों  के माध्यम से रसोई गैस पर मिलने वाली सब्सिडी का प्रत्यक्ष लाभ मिलेगा.
वे लाभार्थी जो इस योजना के दायरे से बाहर हैं यानी वे लोग जिनकी न तो कोई आधार पहचान है और न ही जनवरी 2014 में शुरू की गयी जन धन योजना के माध्यम से कोई बैंक खाता है वे सब कुछ समय के लिए पुरानी सिलेंडर प्रणाली का ही लाभ उठा पाएंगे.
इस योजना के अंतर्गत चुने हुए 54 जिले आंध्र प्रदेश, गोवा, हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक, केरल, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, पुडुचेरी, पंजाब और तेलंगाना राज्य में आते हैं. 
प्रधानमंत्री जन धन योजना के बारे में 
प्रधानमंत्री जन-धन योजना (Pradhan Mantri Jan-Dhan Yojana, PMJDY) वित्तीय समावेशन के लिए एक व्यापक राष्ट्रीय मिशन है जिसका उद्देश्य किफायती ढंग से वित्तीय सेवाओं, अर्थात्, बैंकिंग या बचत और जमा खातों, प्रेषण, ऋण, बीमा, पेंशन का सही ढंग से उपयोग सुनिश्चित करना है. 
इस योजना के तहत धारकों को रुपे डेबिट कार्ड और अपना बैंक खाता शून्य बैलेंस से शुरू करने की सुविधा के साथ साथ 1 लाख रुपए का दुर्घटना बीमा भी उनके खाते में उपलब्ध कराने का प्रावधान है. इसके अलावा, बैंक खाता धारक खाता खोलने के छह महीने के बाद बैंक से 5000 रुपए तक के ऋण का लाभ भी ले सकते हैं.

केंद्रीयमंत्रिमंडलनेईरानकेचाबहारबंदरगाहकेउन्नयनकेलिएअंतर-सरकारीसहमतिपत्रकोमंजूरीदी

21-OCT-2014

केंद्रीय मंत्रिमंडल ने चाबहार बंदरगाह को प्रथम चरण के अंतर्गत उन्नत करने के लिए ईरान के साथ एक अंतर-सरकारी सहमति पत्र  (एमओयू) को 18 अक्टूबर 2014 को मंजूरी दी. प्रथम चरण के अंतर्गत चाबहार बंदरगाह को भारत द्वारा  85210000 अमेरिकी डॉलर के निवेश साथ एक संयुक्त उद्यम (जेवी) कंपनी की स्थापना की जाएगी और एक पट्टे समझौते के माध्यम से 10 साल के लिए बंदरगाह का उपयोग किया जायेगा.

यह कंपनी 12 महीने के समयावधि में बंदरगाह को दो पूर्ण रूप से निर्मित बर्थ से सुसज्जित करेगी, जिनमें एक का उपयोग कंटेनर टर्मिनल के रूप में  और दूसरे का उपयोग बहुउद्देशीय कार्गो टर्मिनल के रूप में किया जायेगा. 
भारत आपरेशन के दसवें वर्ष के अंत में बिना किसी भी भुगतान के इस बंदरगाह के उपकरणों का स्वामित्व जो चाबहार बंदरगाह और समुद्री संगठन में निवेश के माध्यम से उपलब्ध कराया गया है उसका हस्तांतरण करेगा है और इस प्रक्रिया में  एक या एक से अधिक ईरानी संयुक्त उद्यम कंपनियों को भी शामिल किया जा सकता है.

चाबहार बंदरगाह के बारे में 
चाबहार बंदरगाह ईरान के दक्षिण-पूर्वी तट पर सिस्तान-बलूचिस्तान प्रांत में स्थित है, जो फारस की खाड़ी में बाहरी भाग में स्थित है और यहाँ पर आसानी से भारत के पश्चिमी तट से पहुँचा जा सकता है. भारत चाबहार बंदरगाह का उपयोग करके 883 किमी की दूरी पर स्थित जरांज तक पहुँच सकता है जो अफगानिस्तान में  हैं.

"एम.बी.चैंपियनप्रतियोगितामेंभागलेकरजीतेंएकलाखतककीनकदस्कॉलरशिप

21-OCT-2014

वर्ष 2015 में एम.बी.ए कोर्स में दाखिल चाहने वाले विद्याथियों के लिए सुनहरा मौका
नई दिल्ली: भारत की नंबर वन शिक्षा वेबसाइट जागरणजोश डाट कॉम द्वारा आयोजित किये जा रहे स्कॉलरशिप टेस्ट, ‘एम.बी.ए. चैंपियन’ में हिस्सा लेकर एम.बी.ए. में दाखिला चाहने वाले छात्र  एक लाख रुपये की स्कॉलरशिप जीत सकते हैं.

यह प्रतियोगिता मोदी यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नालॉजी के साथ मिलकर और एलायंस यूनिवर्सिटी बेंगलुरु के सहयोग से लांच की है.
‘एम.बी.ए. चैंपियन’ प्रतियोगिता जहाँ एक ओर आगामी एम.बी.ए. प्रवेश परीक्षाओं के उम्मीदवारों को अपनी तैयारी के स्तर को जांचने का अवसर सुलभ कराता है, वहीं दूसरी ओर प्रवेश चाहने वालों को रु.1,00,000 तक की स्कालरशिप जीतने का मौका भी देता है.
एम.बी.ए. चैंपियन प्रतियोगिता दो चरणों में आयोजित की जाएगी. इन दोनों चरणों में से पहला चरण क्वालीफ़ायर टेस्ट का होगा, जो कि ऑनलाइन होगी. दूसरा चरण, मुख्य परीक्षा का होगा जो कि ऑफलाइन (विभिन्न राज्य में परीक्षा केंद्रों के माध्यम से) आयोजित की जाएगी. प्रतियोगिता के अंत में विजेता प्रतिभागियों को कुल एक लाख रुपए तक की नकद स्कॉलरशिप और अन्य आकर्षक पुरस्कार दिए जाएंगें.
इच्छुक प्रतिभागी 30 नवंबर 2014 तक “एम.बी.ए. चैंपियन प्रतियोगिता” के लिए पंजीकरण कर सकते हैं एवं साथ ही, जागरणजोश डॉट कॉम पर प्रथम चरण अर्थात ऑनलाइन क्वालीफ़ायर टेस्ट में भाग ले सकते हैं.
‘एम.बी.ए. चैंपियन’ प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए तथा अन्य जानकारी के लिए लॉग-ऑन करें: www.mbachampion.in 
छात्र 02233598582 पर मिस कॉल देकर भी इस प्रतियोगिता के लिए रजिस्टर कर सकते हैं. SMS के द्वारा प्रतियोगिता में रजिस्टर करने के लिए छात्र MBACHAMPअपना नाम लिखकर 57272 पर भेजें. उदहारण के तौर पर अगर आपका नाम Ashish Kumar Sharma है, तो "MBACHAMP Ashish Kumar Sharma" लिखकर 57272 पर SMS करें. शुल्क लागू.

भारतकेप्रथमप्रधानमंत्रीपंडितजवाहरलालनेहरूकी 125वींजयंतीमनानेहेतुराष्ट्रीयसमितिकागठन

20-OCT-2014

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की 125वीं जयंती मनाने हेतु 18 अक्टूबर 2014 को एक राष्ट्रीय समिति का गठन किया. प्रधानमंत्री इस समिति के अध्यक्ष होंगे. इस समिति की पहली बैठक दीपावली के बाद होगी.
समितिकाप्रारूप:

नरेन्द्र मोदी, प्रधानमंत्री

अध्यक्ष

गृहमंत्री

पदेन सदस्य

विदेश मंत्री

पदेन सदस्य

वित्त मंत्री

पदेन सदस्य

मानव संसाधन विकास मंत्री

पदेन सदस्य

संस्कृति मंत्री

पदेन सदस्य

सूचना एवं प्रसारण मंत्री

पदेन सदस्य

गुलाम नबी आजाद, सांसद

सदस्य

मल्लिकार्जुन खड़गे, सांसद

सदस्य

बी.पी.सिंह, पूर्व राज्यपाल सिक्किम

सदस्य

राम नरेश यादव

सदस्य

राज्यपाल, मध्य प्रदेश

सदस्य

एम.के. रसगोत्रा,

सदस्य

पूर्व विदेश सचिव,

सदस्य

डॉ. सुभाष कश्यप, लोकसभा के पूर्व महासचिव

सदस्य

डॉ. लोकेश चन्द्र

सदस्य

डॉ. कर्ण सिंह, सांसद राज्यसभा

सदस्य

सुमन दूबे

सदस्य

नरेश चन्द्र, पूर्व कैबिनेट सचिव

सदस्य

प्रो. माधवन पालत, संपादक सेलेक्टेड वर्कस ऑफ जवाहरलाल नेहरू, जवाहरलाल नेहरू मेमोरियल ट्रस्ट नई दिल्ली

सदस्य

डॉ. चन्द्रशेखर दासगुप्ता, द एनर्जी एंड रिसोर्सेज इंस्टीट्यूट नई दिल्ली

सदस्य

प्रो. नसीर तैयब जी, जवाहारलाल नेहरू ट्रस्ट के पूर्व फेलो एवं सीनियर फेलो, एनएमएल नई दिल्ली

सदस्य

वाइस एडमिरल के.के.नैयर

सदस्य

सी.आर.गरेखान, आईएफएस (सेवानिवृत्त)

सदस्य

जनरल वी.पी.मलिक, पूर्व सेना प्रमुख (अवकाश प्राप्त)

सदस्य

प्रताप भानु मेहता, सेंटर फॉर पॉलिसी रिसर्च

सदस्य

रजत शर्मा, वरिष्ठ पत्रकार

सदस्य

स्वपन दासगुप्ता, वरिष्ठ पत्रकार

सदस्य

एम.जे.अकबर

सदस्य

सुदर्शन अग्रवाल

सदस्य

पूर्व राज्यपाल, उत्तराखंड

सदस्य

राष्ट्रीय अभिलेखागार के महानिदेशक

सदस्य

मौलाना मोहम्मद मदनी, सांसद

सदस्य

रविंद्र सिंह, सचिव, संस्कृति मंत्रालय

सदस्य सचिव

प्रधानमंत्रीनरेन्द्रमोदीनेइसअवसरपरपूर्णसमितिकेअतिरिक्तएकराष्ट्रीयक्रियान्वयनसमितिकेगठनकोभीमंजूरीदीइससमितिकाप्रारूपनिम्नहै:

गृहमंत्री

अध्यक्ष

विदेश मंत्री

सदस्य

मानव संसाधन विकास मंत्री

सदस्य

संस्कृति मंत्री

सदस्य

नरेश चन्द्र, पूर्व कैबिनेट सचिव

सदस्य

सी.आर.गरेखान, आईएफएस (सेवानिवृत्त)

सदस्य

जनरल वी.पी.मलिक, पूर्व सेना प्रमुख (अवकाश प्राप्त)

सदस्य

स्वपन दासगुप्ता, वरिष्ठ पत्रकार

सदस्य

डॉ. सुभाष कश्यप, लोकसभा के पूर्व महासचिव

सदस्य

रविंद्र सिंह, सचिव, संस्कृति मंत्रालय

संयोजक

केंद्रसरकारनेडीजलकीकीमतोंपरसेसरकारीनियंत्रणहटानेकाफैसलाकिया

20-OCT-2014

केंद्र सरकार ने 18 अक्टूबर 2014 को डीजल की कीमतों पर से सरकारी नियंत्रण हटाने का फैसला किया. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की आर्थिक मामलों की समिति की बैठक में डीजल की बिक्री पर कम वसूली और इसकी वर्तमान स्थिति संबंधी मुद्दों का अनुमोदन किया गया. डीजल की कीमत बाज़ार के अनुसार तय किए जाने संबधी आदेश 18 अक्टूबर 2014 को ही जारी कर दिए गए. इस फैसले के तहत अब डीजल के मूल्य खुदरा और रिफाइनरी गेट, दोनों ही स्तरों पर बाज़ार के अनुसार तय होंगे.

कैबिनेट की आर्थिक मामलों की समिति द्वारा 17 जनवरी 2013 को किए गए पूर्ववर्ती निर्णय के आधार पर सार्वजनिक क्षेत्र की तेल विपणन कंपनियों (ओएमसीज) के लिए आदेश जारी किए गए. जिनमें उन्हें अगले आदेशों तक डीजल के खुदरा बिक्री मूल्यों में प्रतिमाह 40 पैसे से 50 पैसे प्रति लीटर तक (विभिन्न राज्यों, संघशासित प्रदेशों में लागू वैट की दरों को छोड़कर) बढ़ोतरी करने की अनुमति दी गई.

विश्लेषण

डीजल के मूल्य बाजार द्वारा निर्धारित होने से ऑटो ईंधन खुदरा क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा बढ़गी और तेल कंपनियों की सेवा वितरण सक्षमता में सुधार आयेगा. तेल कंपनियों में प्रतिस्पर्धा बढ़ने से उपभोक्ताढओं को लाभ होगा.

भारतनेदूसरेएशियाईपैराखेल 2014 में 6 पदकजीता

20-OCT-2014

भारत ने दक्षिण कोरिया के इंचियोन में आयोजित दूसरे एशियाई पैरा खेल 2014 में 19 अक्टूबर 2014 को 6 पदक (4 रजत और 2 कांस्य) जीता. भारतीय पदक विजेता खिलाड़ियों के नाम एवं खेल वर्ग निम्न हैं:

क्रसं.

खिलाड़ीकानाम

प्रतिस्पर्धा

पदक

1

शरत गायकवाड़

तैराकी-200 मी. व्‍यक्तिगत मेडले (एसएम8)

रजत

2

संदीप सिंह मान

एथलेटिक्‍स- 200 मी. (टी47)

रजत

3

रामकेरन सिंह

एथलेटिक्‍स- 800 मी. (टी13)

रजत

4

अमित कुमार

एथलेटिक्‍स- चक्‍का फेंक

(एफ51/एफ52/एफ53)

रजत

5

अंकुर धामा

एथलेटिक्‍स– 5000 मी. (टी11)

कांस्‍य

6

फरमान बाशा

पावरलिफ्टिंग- 49 कि.ग्रा. वर्ग

कांस्य

विदित हो कि दक्षिण कोरिया के इंचियोन शहर में 18 से 24 अक्टूबर 2014 तक दूसरे एशियाई पैरा खेलों का आयोजन किया गया. जिसमें मुख्य रूप से शारीरिक रूप से विकलांग खिलाड़ी भाग लेते हैं.

भारतकीअंडर-21 पुरुषहॉकीटीमनेसुल्तानजोहोरकपटूर्नामेंटकाखिताबजीता

20-OCT-2014

भारत की अंडर-21 पुरुष हॉकी टीम ने 19 अक्टूबर 2014 को सुल्तान जोहोर कप टूर्नामेंट के फाइनल में ब्रिटेन को 2-1 से हराकर लगातार दूसरी बार खिताब जीता. तमन दाया हॉकी स्टेडियम में हुए इस मुकाबले में ड्रैग-फ्लिकर हरमनप्रीत सिंह ने भारत की ओर से दो गोल किए. हरमनप्रीत ने पहला गोल 46वें और फिर दूसरा 70वें मिनट में किया.

ब्रिटेन की ओर से एकमात्र गोल 55वें मिनट में सैमुएल फ्रेंच ने किया. हरमनप्रीत को टूर्नामेंट का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुना गया. 69वें मिनट तक दोनों टीमें 1-1 की बराबरी पर थी. पेनल्टी कॉर्नर स्पेशलिस्ट हरमनप्रीत सिंह ने हूटर बजने से 27 सेकंड पहले पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदल कर भारत को जीत दिलाई.
तमन दया हॉकी स्टेडियम में पहला हाफ गोलरहित छूटने के बाद हरमनप्रीत ने दूसरे हाफ में अपनी स्टिक और समझबूझ का कमाल दिखाया. जब दोनों टीमें 1-1 से बराबरी पर चल रही थी तब उन्होंने आखिरी पलों में पेनल्टी कॉर्नर पर अपना दूसरा गोल दागकर भारत को चैंपियन बनाया. इससे पहले हरमनप्रीत ने 45वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर पर ही गोल करके भारत को बढ़त दिलाई थी लेकिन शुरुआती राउंड में अजेय रहे ब्रिटेन के सैमुअल फ्रेंच 53वें मिनट में बराबरी का गोल करने में सफल रहे. फ्रेंच ने भी पेनल्टी कॉर्नर पर गोल किया. गोलकीपर अभिनव पांडे ने शुरू से ही ब्रिटिश स्ट्राइकरों को निराश किया.

पहले हाफ के आखिरी दस मिनटों में खेल में काफी तेजी देखी गई और दोनों टीमों ने गोल करने के लिए जवाबी हमलों का सहारा लिया. पांडे ने दूसरे हाफ में भी अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखा और शुरू में ही एक बेहतरीन गोल बचाया. भारत को इसके बाद पहला पेनल्टी कॉर्नर मिला जिसे हरमनप्रीत सिंह ने गोल में बदलकर टीम को बढ़त दिला दी.


जोहोर कप में भारत का प्रदर्शन
वर्ष स्थान
वर्ष 2011        चौथा
वर्ष 2012        दूसरा
वर्ष 2013        पहला
वर्ष 2014        पहला
भारत इस तरह से पहली ऐसी टीम बन गई है जिसने इस टूर्नामेंट में खिताब बरकरार रखा. इस टूर्नामेंट की शुरुआत 2011 में हुई थी. मलयेशिया ने शुरुआती और जर्मनी ने 2012 में खिताब जीता था. ब्रिटेन ने प्रारंभिक चरण में भारत को 2-0 से हराया था.

वर्ष 2011 से शुरू हुए सुल्तान ऑफ जोहोर कप टूर्नामेंट को भारत ने 2 बार (वर्ष 2013 और वर्ष 2014) जबकि मलेशिया (वर्ष 2011 में) और जर्मनी (वर्ष 2012 में) ने एक-एक बार जीता. वर्ष 2012 में भारत को जर्मनी ने 3-2 से हराकर खिताब जीता था. भारत वर्ष 2013 में मलयेशिया को 3-0 से पराजित कर चैंपियन बना था.

डीओपीटीनेसीवीसीकेप्रमुखकेपदकेलिएचयनप्रक्रियामेंसंशोधनकिया

20-OCT-2014

कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय के तहत कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) ने 16 अक्टूबर 2014 को मुख्य सतर्कता आयुक्त (सीवीसी) के पद के चयन प्रक्रिया में संशोधन किया. नए संशोधन के अनुसार, अब निजी बैंक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी या प्रबंध निदेशक भी पद के लिए आवेदन कर सकते हैं.

विभाग द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार किसी केंद्रीय अधिनियम द्वारा या उसके तहत स्थापित किसी निगम में या केंद्र सरकार के स्वामित्व या नियंत्रण वाली किसी सरकारी कंपनी में पद पर रह चुके या पद पर मौजूद व्यक्ति या बीमा तथा बैंकिंग, कानून, सतर्कता और अन्वेषण समेत वित्त मामलों में विशेषज्ञता और अनुभव रखने वाले लोग भी नियुक्ति के लिए योग्य हैं. इस के साथ, डीओपीटी ने मुख्य सतर्कता आयुक्त के लिए चयन प्रक्रिया शुरू की हैं और दिशा निर्देश जारी किए.


दिशा निर्देशों की मुख्य विशेषताएं 
एक मुख्य सतर्कता आयुक्त (सीवीसी) या सतर्कता आयुक्त (वीसी) की नियुक्ति उनमें से की जाती हैं जो अखिल भारतीय सेवाओं (आईएएस, आईपीएस और आईएफओएस) में रहे हैं या इनमें हैं या संघ की किसी सिविल सेवा में या सिविल पद हैं और जिन्हें सतर्कता, नीति निर्माण और पुलिस प्रशासन समेत प्रशासन के मामलों की जानकारी और अनुभव है.

इनके अलावा दिशानिर्देशों के मुताबिक इन लोगों को अनुसूची ए के किसी केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम के अध्यक्ष, प्रबंध निदेशक या मुख्य कार्यकारी अधिकारी के पद पर रहा होना चाहिए या मौजूद होना चाहिए और जिसने कम से कम तीन साल तक निदेशक मंडल में पूर्णकालिक जिम्मेदारी निभाई हो, वह भी आवेदन करने के योग्य है. सभी आवेदकों को उत्कृष्ट योग्यता और बेदाग निष्ठा वाला होना चाहिए और उन्हें संबंधित क्षेत्र की जानकारी और कम से कम 25 वर्ष का अनुभव होना चाहिए.
पृष्ठभूमि
नियमों के अनुसार, सीवीसी या वीसी की नियुक्ति राष्ट्रपति द्वारा प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाली एक तीन सदस्यीय चयन समिति जिसमें सदस्य के रूप में लोकसभा में विपक्ष के नेता और गृह मंत्री शामिल हैं, की सिफारिश पर की जाती हैं.

सीवीसी में एक केंद्रीय सतर्कता आयुक्त और दो सतर्कता आयुक्त होते हैं. वर्तमान में केंद्रीय सूचना आयोग में मुख्य सूचना आयुक्त एवं एक सूचना आयुक्त का पद भी खाली पड़ा है क्योंकि सितंबर 2014 में केंद्रीय सतर्कता आयुक्त प्रदीप कुमार और सतर्कता आयुक्त जेएम गर्ग ने अपना कार्यकाल पूरा कर लिया था.

हरीकेनगोंजालोनेबरमूडाकोप्रभावितकिया

20-OCT-2014

श्रेणी 2 के हरीकेन गोंजालो ने 18 अक्टूबर 2014 को 185 किलोमीटर प्रति घंटे की हवाओं के साथ बरमूडा को प्रभावित किया. हरिकेन ने लघु अटलांटिक द्वीप श्रृंखला को मूसलाधार बारिश और तेज हवा से प्रभावित किया.

द्वीप के अस्सी प्रतिशत भाग पर बिजली आपूर्ति हरीकेन गोंजालो के कारण प्रभावित हुई. द्वीप कुछ क्षेत्रों में बाढ़ का प्रकोप रहा साथ ही तेज हवाओं ने कई केले के पेड़ों को उखाड़ दिया. इससे पहले, अमेरिका के राष्ट्रीय तूफान केंद्र ने हरिकेन के ब्रिटिश अटलांटिक क्षेत्र से निकलने के पश्चात् तेज हवाओं और खतरनाक तूफ़ान के उमड़ने की चेतावनी दी थी.

बरमूडा अटलांटिक महासागर में एक द्वीप श्रृंखला है, जहां पर बहुधा उष्णकटिबंधीय तूफान आते रहते हैं. हरीकेन गोंजालो कई वर्षों में छोटे ब्रिटिश द्वीप बरमूडा में आने वाले सबसे भीषण तूफानों में से एक है. गोंजालो ने बरमूडा जो की 65000 जनसंख्या और 21 वर्ग मील (54 वर्ग किमी) में फैला एक निचला द्वीपसमूह हैं को एक उष्णकटिबंधीय तूफान आने के सिर्फ पांच दिन बाद प्रभावित किया. अंतिम प्रमुख हरिकेन जिसने बरमूडा को प्रभावित किया था, एक श्रेणी 3 का तूफान फैबियन था जिसके कारण चार लोग मारे गए थे.

भारतीयरिजर्वबैंकऔरकेन्याकेसेंट्रलबैंकनेपर्यवेक्षीसहयोगहेतुसहमतिपत्रपरहस्ताक्षरकिए

20-OCT-2014

भारतीय रिजर्व बैंक और केन्या के सेंट्रल बैंक (सी बी के) ने पर्यवेक्षी सूचना के आदान प्रदान और पर्यवेक्षी सहयोग हेतु सहमति पत्र पर 16 अक्टूबर 2014 को हस्ताक्षर किए.

इसके अतिरिक्त, भारतीय रिजर्व बैंक ने 22 समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए और एक पर्यवेक्षी सहयोग पत्र पर हस्ताक्षर किये गए. हस्ताक्षर समारोह हैदराबाद में आयोजित किया गया. समझौता ज्ञापनों पर भारतीय रिजर्व बैंक गवर्नर डॉ रघुराम राजन और केन्या के सेंट्रल बैंक (सीबीके) के गवर्नर प्रोफेसर नजूगुना एनदुंग द्वारा हस्ताक्षर किए गए.

भारतीय रिजर्व बैंक अन्य देशों के साथ समझौता ज्ञापनों और अन्य देशों के पर्यवेक्षकों के साथ पर्यवेक्षी सहयोग के लिए पत्रों पर हस्ताक्षर, सहयोग को अधिक से अधिक बढ़ाने और अधिकारियों के बीच पर्यवेक्षी जानकारी साझा करने के लिए कर रहे हैं.

भारतद्वारागाजाकेपुनर्निर्माणहेतु 40 लाखडॉलरकीसहायताकीघोषणा

20-OCT-2014

भारत ने गाजा के पुनर्निर्माण के लिए 40 लाख डॉलर की सहायता देने की घोषणा की. भारत ने 12 अक्टूबर 2014 को, फिलीस्तीन और इजरायल संघर्ष जो जून 2014 में शुरू हुआ था, के कारण तहस-नहस हुई गज़ा पट्टी के पुनर्निर्माण के लिए भारत ने 40 लाख डॉलर की सहायता देने का संकल्प लिया.

इस निर्णय की घोषणा विदेश मंत्रालय में पश्चिम एशिया और उत्तरी अफ्रीका मामलों के संयुक्त सचिव संदीप कुमार द्वारा की गयी. यह निर्णय मिस्र और नॉर्वे द्वारा साझा तौर काहिरा अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में फिलीस्तीनी प्राधिकरण द्वारा प्रस्तुत गाजा के लिए राष्ट्रीय पुनर्निर्माण योजना का हिस्सा था. इस अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन मिस्र और नॉर्वे द्वारा साझा तौर पर किया गया था. 
इसके अतिरिक्त भारत, फिलिस्तीन में भारत-ब्राजील-दक्षिण अफ्रीका (आईबीएसए) फंड के तहत फिलीस्तीन की सहायता के लिए भी प्रतिबद्ध है.


योजना के भाग के रूप में, भागीदारों ने लगभग 5.4 अरब डॉलर के सहयोग का संकल्पी लिया है. सम्मेलन के दौरान गाजा पट्टी के पुनर्निर्माण के लिए अन्य देशों द्वारा की गयी सहायता कीघोषणा निम्न हैं – 
संयुक्त राज्य अमेरिका - 21.2 करोड़ अमरीकी डॉलर
यूरोपीय संघ – 45 करोड़ यूरो 
तुर्की – 20 करोड़ अमरीकी डॉलर
क़तर - 100 करोड़ अमरीकी डॉलर
फिलिस्तीनी सरकार, संयुक्त राष्ट्र संघ, दानदाताओं, अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थाओं, नागरिक समाज और निजी क्षेत्रके साथ समन्वय में पूरी जिम्मेदारी और पारदर्शिता के साथ पुनर्निर्माण योजना पर अमल करेंगी.
पृष्ठभूमि
इजरायल और गाजा स्थित उग्रवादी गुटों जिनमें हमास सहित अन्य गुट सम्मिलित थे के संघर्ष के दौरान कई फिलीस्तीनी और इजरायली मारे गए.
जून 2014 में शुरू हुए इस संघर्ष में गाजा पट्टी को भी नष्ट कर दिया. मिस्र के द्वारा दोनों पक्षों के बीच एक संघर्ष विराम समझौते पर बातचीत करने के पश्चात् संघर्ष रोक दिया गया.

विज्ञानऔरप्रौद्योगिकीमंत्रालयनेसंयुक्तभारत-कनाडाविज्ञानकार्यक्रमकाआरंभकिया

20-OCT-2014

केंद्रीय विज्ञान एंव प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने 15 अक्टूबर 2014 को संयुक्त भारत-कनाडा विज्ञान कार्यक्रम का आरंभ किया जिसके तहत स्वयच्छ  जल की तकनीकों पर ध्याटन केंद्रित किया जायेगा.

भारत और कनाडा ने दोनों देशों के बीच विज्ञान के क्षेत्रों और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में संयुक्त सहयोग के समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए. 
समझौता ज्ञापन पर कनाडा के अंतरराष्ट्रीय व्यापार मंत्री फास्ट एड और कनाडा के राष्ट्रीय राजस्व मंत्री केरी फिंडले की भारत यात्रा के दौरान हस्ताक्षर किए गए.

भारत-कनाडासंयुक्तविज्ञानकार्यक्रमकेबारेमें

  • नए कार्यक्रम के तहत विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग और कनाडा की राष्ट्री य विज्ञान एवं इंजीनियरिंग परिषद के बीच सहयोग के जरिए स्वच्छ जल प्रौद्योगिकी पर ध्यान केंद्रित करने के लिए संयुक्त कार्यवाही की जाएगी.
  • इस संयुक्तक उद्यम से ‘सुरक्षित एवं टिकाऊ बुनियादी ढांचे’ के निर्माण और ‘एकीकृत जल प्रबंधन’ का मार्ग प्रशस्त  होगा, जिससे कारगर जल प्रबंधन और स्वएच्छु जल की आपूर्ति से जुड़े अहम मुद्दों को सुलझाना संभव हो सकेगा.
  • यह कार्यक्रम जहां एक ओर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्रि मोदी के ‘स्व च्छ  नदी मिशन’ और ‘स्वगच्छत गंगा मिशन’ से का हिस्सा है, वहीं दूसरी ओर यह मूल्य  आधारित रिश्तेज को विकसित करने और औद्योगिक शोध एवं विकास (आरएंडडी) परियोजनाओं को बढ़ावा देने में मददगार साबित होगी क्यों कि इसमें वैज्ञानिक संस्थातनों तथा औद्योगिक इकाइयों की भी सहभागिता रहेगी.

केंद्रीयगृहमंत्रालयनेनईनक्सलरोधीनीतिकामसौदातैयारकिया

20-OCT-2014

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने नक्सलवाद से लड़ने के लिए एक नये  नक्सलरोधी नीति का मसौदा 17 अक्टूबर 2014 को  तैयार किया. प्रस्तावित कानून (मसौदे) में, मंत्रालय ने स्पष्ट रूप से माओवादी विरोधी कार्यवाही में केन्द्रीय अर्द्ध सैनिक बलों एवं राज्य पुलिस बलों की भुमिका को निर्धारित किया है. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने  केंद्रीय अर्धसैनिक बलों (केन्द्रीय अर्द्ध सैनिक बलों) की भूमिका उनकी अखिल भारतीय व्यापकता का उपयोग करने के साथ काम करते हुए एवं आतंकवाद विरोधी ग्रिड जीवित रखते हुए  राज्य पुलिस बलों के नेतृत्व में नक्सल विरोधी कार्यवाही करने का प्रस्ताव किया है.

नई नीति जल्द ही  टिप्पणियों के लिए सभी राज्यों को भेजी जाएगी. यह नीति सुरक्षा से संबंधित उपायों, विकास आधारित दृष्टिकोण, अधिकार और पात्रता आधारित उपायों और सार्वजनिक धारणा प्रबंधन जैसे तत्वों, जिसमें चार आयामी दृष्टिकोण के माध्यम से माओवादियों से लड़ने के लिए लागू की जाएगी.  नई नीति का यह दृष्टिकोण सबसे खराब वामपंथी उग्रवाद से प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा उपायों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए लागू किया जायेगा. 
मामूली-प्रभावित क्षेत्रों में, सुरक्षा और विकास की पहल साथ साथ की जाएगी, जबकि कम प्रभावित क्षेत्रों में विकास के उपायों को वरीयता दी जाएगी. 
नई नीति के मुख्य बिंदु 
प्रस्तावित नीति में राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर निगरानी समिति के प्रावधान भी शामिल हैं. राष्ट्रीय समिति में सभी नक्सल प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के अलावा केंद्र सरकार के गृहमंत्री, वित्त मंत्री, आदिवासी मामलों के मंत्री, पर्यावरण मंत्री, ग्रामीण विकास मंत्री, पंचायती राज मंत्री और सड़क एवं परिवहन मंत्री शामिल होंगे, और ये सभी दो वर्ष के अंतराल पर मिलेंगे.
एक अंतर मंत्रालयी समूह एवं समन्वय समिति के अंतर्गत विभिन्न राज्य की एजेंसियों द्वारा समन्वित प्रतिक्रिया के लिए एक राज्य स्तरीय समिति की देखरेख करने के लिए राज्य स्तर के अधिकारियों के साथ-साथ एक समन्वय समिति बनायीं जाएगी.
इसके अतिरिक्त नई नक्सल विरोधी रणनीति की समय समय पर समीक्षा की जाएगी. 
नई-वामपंथी उग्रवाद विरोधी सिद्धांत के द्वारा सीआरपीएफ को प्रशिक्षण, बुनियादी ढांचा, हथियार और वित्तीय शक्तियों में एक निरंतर उन्नयन के साथ एक विश्व स्तरीय आतंकवाद विरोधी बल बनाने का भी  लक्ष्य है.

इस नीति में कहा गया है कि डीओपीटी नियमों के आसपास काम करके अधिक से अधिक रैलियों के आयोजन के माधयम से स्थानीय आदिवासी युवाओं को भर्ती करने के लिए और सेना में उनके प्रतिनिधित्व को बढ़ाने के तरीकों की पहचान करने के लिए पुलिस / केन्द्रीय अर्द्ध सैनिक बलों को प्रोत्साहित किया जाएगा. 
इसके अतिरिक्त योजनाओ एवं इमारतों के नाम आदिवासी आइकन्स के नाम पर रखकर भावुकता का सम्बन्ध स्थापित किया जायेगा.
नक्सलियों के साथ शांति वार्ता 
जहाँ तक नक्सलियों के साथ शांति वार्ता की सम्भावना की बात है, मसौदा नीति में यह स्पष्ट कर दिया गया है कि वार्ता के किसी भी प्रस्ताव को तभी स्वीकार किया जायेगा जब माओवादियों राज्य सत्ता प्राप्त करने के लिए एक साधन के रूप में हिंसा छोड़ें और लोकतांत्रिक प्रक्रिया में अपना विश्वास व्यक्त करें.